Overview of Rent Revision Provisions
In this video, Pankaj Dhiman, a faculty member at SBS Law College, discusses the provisions for rent revision under the Rajasthan Rent Control Act 2001. The key points include:
- Sections 6 and 7: These sections outline how rent for both existing and new tenancies can be revised. The provisions ensure that rent increases are aligned with inflation and economic conditions.
- Annual Rent Increase: Rent can be increased by 5% annually. After ten years, the total increased amount will be merged into the basic rent.
- Existing Tenancies: For tenancies established before January 1, 1950, the rent will be treated as if it started on that date, allowing for a structured increase.
- New Tenancies: For tenancies established after January 1, 1950, similar provisions apply, ensuring a consistent approach to rent increases.
- Legal Framework: The video highlights that the provisions are self-enforceable and do not require court intervention unless disputes arise.
- Limitations on Rent Increase: The Act limits rent increases to 5%, ensuring that landlords cannot arbitrarily raise rents beyond this percentage.
FAQs
-
What is the Rajasthan Rent Control Act 2001?
The Rajasthan Rent Control Act 2001 regulates the rental agreements and provides guidelines for rent increases and tenant rights in Rajasthan. For a deeper understanding of legal frameworks, you may also explore Understanding Contracts: Definitions, Types, and Essential Elements in Indian Law. -
How much can rent be increased annually under this Act?
Rent can be increased by 5% annually as per the provisions of the Act. -
What happens after ten years of tenancy?
After ten years, the total increased rent will be merged into the basic rent, recalibrating the rental amount. -
Are the rent revision provisions applicable to both existing and new tenancies?
Yes, the provisions apply to both existing tenancies and new tenancies established after January 1, 1950. -
Is court intervention required for rent increases?
No, the provisions are self-enforceable, but disputes may require court intervention. For more on legal disputes, consider reading Understanding Recent Constitutional Amendments in India. -
What if a landlord tries to increase rent by more than 5%?
Any agreement to increase rent beyond 5% is considered void under the Act. -
How does the Act protect tenants?
The Act provides a structured approach to rent increases, protecting tenants from arbitrary hikes and ensuring fair treatment. For insights into tenant rights, you might find Understanding the Indian Partnership Act 1932: Key Provisions and Tax Implications useful.
हेलो स्टूडेंट दिस इस पंकज धीमान फैकल्टी मेंबर ऑफ एसबीएस लॉ कॉलेज श्रीगंगानगर सी आर स्टडाइंग लैंड लॉस एंड नेक्स्ट
क्वेश्चन इसे एक्सप्लेन डी प्रोविजन रिलेटेड तू डी रिवीजन ऑफ रेंट इन रिस्पेक्ट ऑफ डी एक्जिस्टिंग एंड newtones
अंडर डी राजस्थान कंट्रोल एक्ट 2001 तो राजस्थान रेंट कंट्रोल एक्ट 2001 के अंडर जो है हम आ जो न्यू टेंडेंसीज है या फिर
एक्जिस्टिंग टेनेंस जो है उसमें रेंट के रिवीजन का प्रोविजन क्या है किस तरीके से रेंट को बढ़ाया जाएगा और किस तरीके से
बड़े हुए रेंट को डिटरमिन किया जाएगा ये सेक्शन सिक्स और सेवन ऑफ डी राजस्थान एंड कंट्रोल एक्ट 2001 में कराया गया है देखिए
रेंट हमेशा स्टेशनरी नहीं बढ़ता है जिस तरीके से महंगाई बढ़ती जाती है डीएनएस बढ़ती जाती है उसे तरीके से रेंट में भी
इजाफा होना ही चाहिए तो रेंट को किस तरीके से डिटरमिन करना है किस तरीके से वी उसे करना है यह सारी चीज जो है राजस्थान एंड
कंट्रोल एक्ट 2001 के सेक्टर सिक्स और सेवन में बताई गई है अंडर डी सेक्शन सिक्स सेवन ऑफ डी राजस्थान एंड कंट्रोल एक्ट
2001 प्रोविजन हैव बिन मेड फॉर डी रिवीजन ऑफ एक्जिस्टिंग एंड न्यूटन तो जो राजस्थान जो रेंट कंट्रोलर 2012 है उसके
अंदर जो रेंट में जो रिवीजन किया जाएगा एक्जिस्टिंग जो kirayedari है चल रही है
या फिर जो न्यूड लैंसेज है उनके लिए रिवीजन का क्या फॉर्मूला होगा ये सेक्शन सिक्स सेवन में बताया गया है नो सच
प्रोविजंस vexisted अंडर राजस्थान राजस्थान कंट्रोल ऑफ रेंट एंड इविक्शन 1915 तो ऐसा कोई भी प्रोविजन जो है हमारे
पास जो 1950 का राजस्थान कंट्रोल ऑफ रेड एंड इविक्शन एक्ट था इसमें नहीं था इसकी वजह से बड़े सारे डिस्प्यूट जो है
लैंडलॉर्ड में स्टार्ट हो गए द जिसकी वजह से ये न्यू प्रोविजन जो है रिवीजन ऑफ डी रेड के रिगार्डिंग जो है न्यू एक्ट में
डालेंगे सम्मिलित प्रोविजन एक्जिस्ट ऑफ बेसिक करंट में इंक्रीमेंट होगी स्टैंडर्ड रेंट क्या
होगा इंक्रीस इन डी स्टैंडर्ड एंड क्या होगा बट वैसे डी अंडर डी डिस्कशन ऑफ डी कोड तो ये कुछ चीज थी ₹950 वाले एक्ट में
की बेसिक रेंट क्या होगा स्टैंडर्ड रेंट क्या होगा स्टैंडर्ड में इंक्रीमेंट कैसे बढ़ाया जाएगा लेकिन ये कोर्ट के
डिस्क्रिप्शन में आता था ये एक्ट के प्रोविजन के अकॉर्डिंग नहीं था बट डी अरेंजमेंट मेड अंडर डी सेक्शन 67 आर नॉट
डिस्क्रीशनरी एंड एनफोर्समेंट दस नॉट डिपेंड अपॉन डी कोड बट दे अन सेल्फ इन दिस पॉसिबल अब नए एक्ट के अकॉर्डिंग ये जो
रिवीजन ऑफ डी रेड सिलेक्टर जो प्रोविजन है ये कोर्ट की डिस्कशन ही पावर में नहीं आता बल्कि ये सेल्फ एनफोर्सेबल है बिटवीन डी
पार्टीज लेकिन इसके लिए प्रोविजन डिटरमिनेशन का फॉर्मूला क्या होगा ये एक्ट ने बता रखा है दिस सिस्टम मेक प्रोविजन
फॉर डी इंक्रीज इन रेट एवरी ईयर सो डेट डी रेट में इंक्रीज अलांग विथ डी दे इसे एंड इट विल नॉट क्रिएट डिस्कंटेंट फॉर डी
लैंडलॉर्ड तो प्रोविजन ऐसा बनाया जा सके और जिस तरीके से महंगाई वहां पे बढ़ रही है और लैंडलॉर्ड वहां पे जो है
किसी तरीके का डिस्कंटेंट क्रेडिट ना करें इट विल नॉट इंक्रीज लिटिगेशन तू और ना ही वहां पे किसी तरीके के जो है वाद और बड़े
तो एक तरीका वहां पे फॉर्मूला जो है हर साल रेंट कितना पढ़ाया जाएगा ये दे रखा है और उसके अंडर ही कोई लैंड डॉट जो है रेड
को बढ़ा सकता है अब देखिए रिवीजन ऑफ रेंट ऑफ डी एक्सिस इन टेनिस कैसे होगा प्रोविजंस हैव बिन मेड फॉर डी रिवीजन ऑफ
डी रेड अंडर सेक्शन 6 ऑफ डी राजस्थान एंड कंट्रोल एक्ट 2001 और एक्जिस्टिंग टेलिसिस तो एक्जिस्टिंग telensis जो की ए रही है
फिलहाल चल रही है जहां पे लैंडलॉर्ड और टेनेट जो है फिलहाल जो है talencies में है उनके लिए क्या प्रोविजन है ये बता रखा
है वेयर डी primaises हैव बिन लेट आउट प्रायर तू डी फर्स्ट जनवरी 1950 इट सेल्फ बी टीम तू हैव बिन लेट आउट ऑफ डी फर्स्ट
जनवरी 1950 अगर कोई जनवरी 1950 से पहले किराए पर दे रखा था तो अब इस एक्ट के बनने के बाद यह मैन लिया
जाएगा की ये फर्स्ट जनवरी 1950 को ही किराए पे दिया गया था अब इसका रिवीजन ऑफ रेंट कैसे होगा डी रेंट पेपर एंड डी टाइम
ऑफ सच प्रेमिसेस शैल बी लायबल तू बी इंक्रीज @ 5% पर एनीम एंड अमाउंट ऑफ डी inkies ऑफ
रेड शैल मस्ट इन डी सच रेट आफ्टर डी 10 इयर तो अब यहां पे उसे प्रेमिसेस का उसे घर का किराया कैसे बढ़ाया जाएगा तो ये बता
रखा है की हर साल जो है 5% की दर से बढ़ेगा और जो टोटल अमाउंट होगा वो आफ्टर डी 10 ईयर जो है मर्ज हो जाएगा बेसिक करंट
में ये जो है प्रोविजन यहां पे बता रखा है इसका सीधा सा तरीका ये है की मैन लीजिए किसी कैडर ने जो है घर जो है 1000 के करे
पे दे रखा है तो वो अगले 10 साल के लिए 5% हर साल की दर से बढ़ाएगा तो 5% कितना होगा यहां पे मैन लीजिए
60 रुपए वहां पर बढ़ा दिया जाता है 5% मैन लीजिए 60% दोस्तों 1060 वह कराया लेगा इसी तरीके से अगले 10 साल तक जो बड़ा हुआ
कराया होगा जो की मैन लीजिए अब ₹600 हो गया है तो 1000 में वो 600 भी जोड़ दिया जाएगा और अगले 10 साल के लिए फिर 1600 से
जो है किराया स्टार्ट होगा जो की पहले 1000 था तो हर साल 5% बढ़ेगा और जो बेसिक रेंट में जो कराया जो है आफ्टर 10 साल जो
है वो वहां पे इंक्रीस कर दिया जाएगा ये प्रोविजन यहां पे कर रखा है तो इसी प्रोविजन को आपने याद रखना है सभी मैटर
में यही प्रोविजन किया गया है तो जहां पे kirayedari जो है वो 1956 से पहले है वहां पे भी यही प्रोसीजर है कंपटीशन ऑफ डी टाइम
फॉर डी रिवीजन सी मेड फ्रॉम डी डेट ऑफ पजेशन ऑफ डी फर्स्ट provises की डी दें तो टाइम का जो है धारण कैसे होगा जिस दिन वो
घर की दिया गया था उसी दिन से जो है जो टाइम की कंपटीशन वहां पे स्टार्ट कर दी जाएगी बोला की दास bashindar परिवार के
केसेस में ये बोला गया तो देखिए फॉर्मूला जो है यही रहेगा चाहे वो एक्जिस्टिंग टेनेंस हो चाहे 1950 जनवरी से पहले कांसेज
हो सभी के लिए तरीका एक ही रहेगा अब दूसरा तरीका ये तो हो गया एक्जिस्टिंग telensis जहां पे
1950 से पहले जो घर किराए पे दिए गए द तो उनको ये मैन लिया जाएगा की ये फर्स्ट जनवरी 1950 को ही दिए गए हैं और 5% की दर
से बढ़ेगा जो की अगले 10 साल में फिर मस्ट हो जाएगा इसी तरीके से विथ प्रेमिसेस हैव बिन लेफ्ट
आउट ऑन और आफ्टर डी फर्स्ट टर्मिनल 1950 डेट एंड टेबल आते डी टाइम ऑफ कमेंट ऑफ डी टेनेंसी विल बी लायबल तू बी इंक्रीस आते
डी रेट ऑफ 5% पर अमाउंट ऑफ इंक्रीस इन सच एंड आफ्टर डी 10 ईयर तो अगर कोई मकान जो है किराए पे है फर्स्ट जेनरेट
1950 को बाद में दिया गया तो पहले दिया गया तो उसको ये मैन लिया है की 1950 को दिया गया है सीधा सा तरीका है और अगर कोई
घर जो है किराए पे फर्स्ट जनवरी 1950 को बाद से ही दिया गया तो ये जो है कराया फिर भी उसी तरीके से पड़ेगा 5%
यहां पे होगा और बड़ा हुआ रेड जो है ये मर्ज कर दिया जाएगा बेसिक रेट में आफ्टर 10 ईयर तो तरीका फिर यहां पे वही रहेगा
इसके अलावा सेक्शन सिक्स क्लास तू से डेट इसे डू नॉट कंप्लीट डी 10 ईयर अगर मैन लीजिए कोई एक्जिस्टिंग करेंसी है 10 साल
पूरे वहां पे नहीं करती है तो जितने साल उसने पूरे किए हैं उतना ही बे सीक्रेट वहां पे कर दिया जाएगा इसके अलावा सेक्शन
63 प्रोवाइड डी बेसिक रेंट विल इंक्रीज आते डी रेट ऑफ 5% ऑफ पर म आज डिस्क्राइब अंडर प्रोविजन ऑफ डी सैम सेक्शन वैन एंड
तू एंड सच इंक्रीस विल कंटिन्यू तू बी मस्ट आफ्टर सच कमेंट ऑफ डी बेसिक करंट तो जैसे ही बेसिक ये जो है पहला और दूसरा जो
है बताया गया है कराया जो है 10 साल के बाद यहां पे बढ़ेगा ये यहां पे बता रखा है चलिए आफ्टर डी डेट ऑफ कमेंट ऑफ दिस एक्ट
5% इंक्रीज पर एनीम ऑफ डी बेसिक एंड विल बी मेड आफ्टर डेट 10 ईयर इट विल मच डी बेसिक रेंट दिस प्रोसेसर विल कंटिन्यू तिल
तो ये जो तरीका है 5% इंक्रीज होगा पर एनीम और दा बेसिक रेट और आफ्टर डी 10 ईयर ये जो आपका बड़ा हुआ किराया होगा ये मर्ज
हो जाएगा बेसिकली ये तब तक चलता रहेगा जब तक की राजधानी चलती रहेगी मैन लीजिए 10 साल पूरे हो गए 10 साल के बाद जो है आगे
आपने फिर से कंटिन्यू किया तो फिर उसी जो है तरीके से ये कराया फिर बढ़ाना स्टार्ट हो जाएगा तो ये तरीका यहां पे बता रखा है
इसके अलावा डी रेंट रिवाइज एस पर डी फॉर्मूला गिव सक्सेसिव क्लोज़ वैन और सेक्शन सिक्स क्लास तू शैल बाइबल तो ये जो
रेट जो रिवाइज किया जाएगा ये किस दिन से टेबल होगा ये जो है यहां पे बता रखा है आफ्टर डी कमेंट ऑफ ये जो एक्ट जब कमेंट्स
हो जाएगा उसे दिन से फ्रॉम डी डेट एग्रीड अपॉन डी बिटवीन लैंडलॉर्ड जो है इस एक्ट की बात कोई भी डेट जब डिसाइड कर लेंगे उसे
दिन से ये जो है पेपर हो जाएगा वेयर डी पिटीशन इस फायर डी रेड अगर कोई डिस्प्यूट जो है उसे रेड की पेमेंट से रिलेटेड जो है
सीटेट हो गया है तो रेड ट्रिब्यूनल जो डिसाइड करेगी और जिस दिन जो है वो पार्टीशन जो है कोर्ट में फाइल की गई थी
वही डेट जो है टेबल माना जाएगा उसे रेड की पेमेंट के लिए रिगार्डिंग तो ये आपके पास सारे प्रोविजन
है रिवीजन से रिलेटेड आपने पढ़े तो सेक्शन सिक्स जो है बेसिकली ये बताता है की रेंट ऑफ एक्जिस्टिंग टेंट एंड सक्सेसिव सेक्शन
सिक्स यही है की 5% इंक्रीज डी बेसिक रेड विल बी मेड बिफोर डी commentsment ऑफ डी सेट तो इस एक्ट की कमेंट से पहले अगर कोई
primiises लेट आउट किया गया है तो 5% की दर से बढ़ेगा ये आपने पहले पढ़ा और ये मैन ले जाएगा की फर्स्ट जनवरी 1950 के बाद ही
स्टार्ट हुआ है और यही चीज जो है अगर इस एक्ट की कमेंट के बाद अगर कोई एग्जिट करती है तो वह भी 5% की रेट से ही
बढ़ेगा ये यहां पे बता रखा है डेट देयर वास डी प्रोविजन ऑफ सेक्शन 70 प्रोविजन ऑफ 7.5% इंक्रीज डी ओरिजिनल एक्ट
बट बाय डी राजस्थान रेड कंट्रोल सेकंड अमेंडमेंट 2005 दिस हज बिन सब्सीट्यूटेड 5% इन डी प्लेस ऑफ प्लेस ऑफ 7.5% तो जो
हमारे पास 2001 का जो ओरिजिनल एक्टर इसमें जो इंक्रीमेंट ऑफ रेंट पर अनियम था वो 7.5 था लेकिन इसमें सेकंड अमेंडमेंट की गई
2005 में और यहां पे फिर इसको फाइव परसेंट यहां पे किया गया था इट मिंस की 5% से ज्यादा आप रेंट में जो है इंक्रीज में
नहीं कर सकते हैं इफ डी टेंट इस पब्लिक एवं दें डी एप्लीकेशन ऑफ योर विज़न ऑफ डी रेंट ऑफ डी लैंडलॉर्ड कनॉट बी रजिस्टर
जो है वो पब्लिक टच से रिलेटेड है उसे कंडीशन में भी जो है एप्लीकेशन को रोका नहीं जा सकता है राजस्थान महिला परिषद
वर्सेस अपील 2018 का केस यहां पे है तो इसका मतलब ये हुआ की किसी भी कंडीशन में जो रेंट में
बढ़ोतरी होगी जो इंक्रीमेंट इन डी बेसिक रेट होगा वह 5% से ज्यादा नहीं होगा और से फाइव परसेंट से ज्यादा अगर होता है तो वो
इलीगल यहां पे अनलॉक हो जाए यहां पे माना जाएगा तो रूल आपने पढ़ लिया सेक्शन 7 आपको बताता
है की जो न्यू telensis होगी जो नई किराएदार ये जो हुई है उनके लिए क्या प्रोविजन सेक्शन में बता रखे व्हेन अन्य
provises हज बिन और रेड आफ्टर डी कमीशन रिपोर्ट ऑफ दिस इस एक्ट के बनने के बाद अगर कोई मकान जो है घर जो है किराए पे
दिया गया है तो 5% इंक्रीज ही होगी और बेसिक रेट जो है में ही इंक्रीज की जाएगी पर एंडिंग और 10% के बाद जो है वो मर्ज हो
जाएगा वही फॉर्मूला यहां पे है दूसरा यहीं तक ये लिखना है आपने इसके बाद इट हज बिन मेड क्लियर एड्रेस सेक्शन 7 क्लोज़ तू डेट
नो एग्रीमेंट विल बी मेड बी तू डी पार्ट इसे फॉर डी इंक्रीस ऑफ रेंट मोर दैन 5% इफ सच मेड इट विल बी वही डू डेट एक्सटेंड और
दूसरी बात यहां पे सेक्शन 7 में क्लियर कर दिए की 5% की बढ़ोतरी ही होगी अगले 10 सालों तक और 10 सालों के बाद वो बेसिक रेट
भी उसमें जोड़ दिया जाएगा जो बड़ा हुआ रेंट है दूसरी बात यहां पे ये बोल दी की ऐसा कोई भी एग्रीमेंट टिनेंट और ले के बीच
में नहीं हो सकता जहां पर रेंट जो है 5% की ज्यादा प्रतिशत से यहां पे पड़ेगा अगर ऐसा एग्रीमेंट दो परियों करती हैं तो वो
व्हाइट है शून्य है डियर फॉर सेक्शन 7 प्रोवाइड फॉर डी इंक्रीज ऑफ 5% बेसिक रेट एवरी ईयर आफ्टर डी 10 इयर मर्जिंग ऑफ डी
सैचुरेटेड इन डी बेसिन तो यहां पे ये प्रोविजन किया गया सेक्टर 7 में की जो रेट होगा वो 5% की दर से बढ़ेगा और ये अगले 10
साल तक जो है चलता रहेगा और आज 10 सालों के बाद जो है बेसिक रेट जो हो जाएगा वो मर्ज कर दिया जाएगा ठीक है तो ये है आपके
पास प्रोविजन थैंक यू सो मच
Heads up!
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