Overview of the Indian Constitution
- Formation: The Indian Constitution was drafted by the Constituent Assembly, with significant contributions from Dr. B.R. Ambedkar.
- Key Dates: The Constitution was adopted on November 26, 1949, and came into effect on January 26, 1950.
- Structure: Initially, the Constitution had 22 parts, 8 schedules, and 395 articles. Currently, it has 25 parts, 12 schedules, and over 450 articles.
Important Articles and Amendments
- Fundamental Rights: The Constitution guarantees six fundamental rights, including the right to equality, freedom, and protection against exploitation.
- Directive Principles: These principles guide the state in policy-making and are essential for establishing a welfare state.
- Amendments: Key amendments include the 42nd Amendment (1976), which introduced fundamental duties, and the 86th Amendment (2002), which made education a fundamental right for children aged 6 to 14. For a deeper understanding of recent changes, refer to our summary on Understanding Recent Constitutional Amendments in India.
Key Points for Exam Preparation
- Constitutional Framework: Understand the structure, including the roles of the President, Prime Minister, and the Parliament. This knowledge is crucial for those studying for exams, and you can find more detailed insights in our Comprehensive Guide to Company Law: Key Concepts and Exam Preparation.
- Emergency Provisions: Familiarize yourself with the provisions for national and state emergencies under Articles 352 and 356.
- Panchayati Raj and Municipalities: Learn about the 73rd and 74th Amendments, which established a three-tier system of local governance. For specific exam strategies, check out our Delhi University Company Law Exam Preparation: A Comprehensive One-Shot Revision Guide.
FAQs
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What is the significance of the Indian Constitution?
- It serves as the supreme law of India, outlining the framework for governance and the rights of citizens.
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How many fundamental rights are currently guaranteed?
- There are six fundamental rights guaranteed by the Constitution.
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What are Directive Principles of State Policy?
- These are guidelines for the state to ensure social and economic justice.
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What is the process for amending the Constitution?
- Amendments can be made by a simple majority in Parliament or by a two-thirds majority in both Houses.
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What is the role of the President in the Indian Constitution?
- The President is the ceremonial head of state and plays a crucial role in the legislative process.
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What is the difference between the Lok Sabha and Rajya Sabha?
- Lok Sabha is the lower house with members directly elected by the public, while Rajya Sabha is the upper house with members elected by state legislatures.
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What are the emergency provisions in the Constitution?
- Articles 352, 356, and 360 provide for national and state emergencies, allowing the central government to assume greater powers.
में नमस्कार जय हिंद वंदे मातरम दोस्तों स्वागत है आप सभी का गुरु स्वर्ण एग्जाम स्टूडेंट फ्रॉम दिस ए धीरज तिव्री फ्रॉम
गुरूवार दोस्तों आज के बेटे और YouTube पर भूचाल लाने वाले वीडियो साबित होंगे क्योंकि आज इस विडियो के अंतर्गत कंप्लीट
भारतीय संविधान भारत का संविधान अगर आपको पढ़ना है तो एक मात्र वीडियो में पोकसो कर पढ़ लीजिएगा और कोई भी एग्जाम आने वाला
ट्रेक कर डालेगा हर बहन हर भाई हर्ष हर्ष और नहीं से कहना चाहेंगे अधूरा ज्ञान नहीं लेना है क्योंकि अधूरा ज्ञान खतरनाक होता
है जितना पढ़ना है उतना इमानदारी से और उतना सॉलिड पढ़ना है तो एक पेन कॉपी ले लीजिएगा उठा लीजिएगा कलम और लिए डालेगा
स्वर्णिम कलम से अपने भविष्य को एक पार्ट को इंडियन कांस्टिट्यूशन के पार्ट को हम बेहतरीन तरीके से लगभग 50 से 55 स्लाइड
में जानेंगे तो भैया तैयार हो जाएगा और कोई भी क्वेश्चन बाहर नहीं होगा क्योंकि इससे बाहर कुछ है ही नहीं एनसी
मिट्टी वीडियो होगा एनसीआरटी टाइप से क्वेश्चन एग्जाम में प्रिंट करते हैं तो आप रेडी है सभी बच्चे बहुत दिमाग से देखना
है एक ऐसा माहौल क्रिएट करना है जो आपको डिस्टर्ब ना करें ऐसे एनवायरनमेंट में वीडियो देखना है जो आपको बिल्कुल डिस्टर्ब
ना करें ठीक है ना याद रखें सब कुछ पढ़ना है कोई भी सफलता का शॉर्टकट नहीं है अब हम अपनी विडियो को स्टार्ट करते हैं देखिए
भारत का संविधान यानी इंडियन कांस्टिट्यूशन भारतीय संविधान का निर्माण से लेकर हम पूरी तरीके से टॉप लेवल तक
चलेंगे सबसे ज्यादा क्वेश्चंस बनते हैं निर्माण से यह संविधान सभा सब कुछ समय पहले यही बन जाता है कि भारतीय संविधान का
गठन कैसे हुआ चिकना तो याद रखना है कि भारतीय संविधान का निर्माण संविधान सभा द्वारा किया गया है और अगर कुछ क्षण में
पूछ है कि किस के अनुसार किया गया है तो संविधान सभा का गठन किस के अनुसार कैबिनेट मिशन यह क्वेश्चन एग्जाम में फंड से भी
ज्यादा बार पूछा जा चुका है छोटे और बड़े क़दमों में या क्वालिफिकेशन मिनट मिशन 1946 का ही क्या
माना गया है आधार माना गया है जिसमें इस संविधान गठित हुआ है क्लियर है यह पॉइंट है स्टार बनाकर इसको लेना है बात करते हैं
अगले पॉइंट की जो दो पॉइंट इंपोर्टेंट है वन नंबर नेक्स्ट और कोई नंबर नेक्स्ट यह इंपोर्टेंट पॉइंट है क्यों इंपोर्टेंट है
यहां से दो-दो क्वेश्चन बने नहीं चार क्वेश्चन बनेंगे इन दो लाइनों से बोलेगा यह बताइए कि भारत की आवाज संविधान था
उसमें जो पहली बैठक हुई थी वह कब हुई थी तो याद रखिएगा भारतीय संविधान की जो प्रथम बैठक नौ दिसंबर 1946 को ही थे और इसमें एक
क्वेश्चन पूछा जाता है यह बताओ कि जो भारतीय संविधान का स्थाई अध्यक्ष चुना गया था वह कौन था तो याद रखिए का या स्टार बना
कि आपको लिखना है कि भारतीय संविधान की जो नौ दिसंबर 1946 को बैठक हुई उसमें का स्थाई अध्यक्ष कौन है यह डॉ सचिदानंद
सिन्हा याद रखिएगा डॉ सचिदानंद सिन्हा की अध्यक्षता में में नौ दिसंबर 1946 को एक अधिवेशन हुआ
जिसमें सच्चिदानंद सिन्हा को स्थाई अध्यक्ष चुना गया पॉइंट नंबर नेक्स्ट दो दिन बाद जस्ट 2 दिन बाद यहीं से दो
क्वेश्चन बनते हैं कहता है भारतीय संविधान का स्थाई अध्यक्ष कौन है तो बच्चे कनफ्यूज हो जाते हैं तो आज स्थाई अध्यक्ष में
सच्चिदानंद लगाना है और स्थाई अध्यक्ष में डॉ राजेंद्र प्रसाद लगाना है तो दो दिन बाद 11 दिसंबर 1946 को दूसरी बैठक हुए और
संविधान सभा का स्थाई अध्यक्ष चुन लिया गया डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद को यह दो पॉइंट इंपोर्टेंट है तो इस कड़ी को मत
भूलना क्लियर है अगला पॉइंट आता है कि डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की अध्यक्षता वाले प्रारूप समिति ने संविधान का निर्माण किया
मतलब कुछ क्षण बनता है यह बताओ कि भारतीय संविधान में प्रारूप समिति के अध्यक्ष कौन थे तो बहुत सारे बच्चे परेशान हो जाते हैं
लेकिन सिंपल सा क्वेश्चन है कि प्रारूप समिति के अध्यक्ष पूछता है तो डॉक्टर भीमराव
अतिरिक्त अब बात यहीं पर नहीं थम जाती है कुछ से यहां से यह बनता है इसका बनाकर अगला पॉइंट और यहां पर क्या कर लेना ऐड कर
लेना तो यहां पर लिखना है कि प्रारूप समिति में कितने अधिक होते हैं कितने सदस्य होते हैं अधिक तो एक होगा कौन है
कैमरा मेडिकल साहब है टोटल कितने सदस्य होते हैं तो याद रखना है कि प्रारूप समिति में सात सदस्य होते हैं टोटल यह क्वेश्चन
एग्जाम में पूछा जा चुका है ठीक है चलें अगला जो साइड है ऐसी आइटम बचपन स्लाइड देखेंगे इस लिए बहुत फोकस से देखना है
मुझे पता है कि मेरे से बड़े अंत तक फट जाएंगे मुझे पता है क्योंकि चिल्लाने में क्या होता है कि भैया सब कुछ बिगड़ जाता
है लास्ट लास्ट एंड तक जाएंगे तो पूरी तरीके से बहुत इमानदार इस वीडियो को पॉज करिएगा सब्सक्राइब कर लें ग्रोसरी वर्ड
क्योंकि पूरे साल का करंट अफेयर्स पूरी तरीके से हर सब्जेक्ट का वीडियो आपको मिलेगा चाहे भूगोल हो चाहे वह राजनीति हो
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है अगला पॉइंट जाता है कि यह बताओ कि भारत का संविधान निर्मित कब हुआ और भारत का संविधान लागू कब हुआ दिखेगा 2 पॉइंट है
जिसमें बच्चे कंफ्यूज होते हैं जब वे कुछ समय तक के ओवर कॉन्फिडेंस में कुछ मत करना इस्तमाल में जब क्वेश्चन पूछा तो इसको सही
से पढ़ना जब कुछ समय यह पूछा कि भारत का संविधान कब निर्मित हुआ तो आंसर होगा 26नवंबर 1949 को जब उस समय यह पूंछा जाए
कि भारत का संविधान कब लागू हुआ तो आंसर होगा 26जनवरी 1950 याद रखिएगा भूलना मत जब उसन में पूछा जाए कि भारतीय संविधान कब
तैयार हो गया कब अंगीकृत हुआ कब अधिनियम में बुआ कब पूरी तरीके से रेडी हो गया तो 26नवंबर 1949 और जब पूछे कि कब जो है लागू
किया गया तो 26जनवरी 1950 को लागू किया गया क्यों क्योंकि भारत किसी दिन से गणतंत्र बना था ना तो यह बात आपको याद
रखना है याद रखिएगा 1930 का जिक्र किया जाता है क्योंकि छबीस जनवरी उन्नीस सौ तीस के रूप में हम
हे चलिए इसी कौन गणतंत्र दिवस मनाते हैं अगला पॉइंट आता है कि मूल संविधान जिस समय भारत का संविधान बना था एक चीज याद रखिए
का यहां से यह पॉइंट बहुत इंपोर्टेंट है मूल क्या होता है मूव वर्ड होता है जो स्टार्टिंग में चीजें बनती हैं जैसे जैसे
अगर हम बात करें कि जब संविधान बना था उस समय कितने भागवत है 22 भाग थे कितने अनुसूचियां थी आठ सूचियां थी तथा 395
अनुच्छेद है वर्तमान में अगर पूछा जाए तो वर्तमान में 22 भाग है बार अनुसूचियां है तो यह क्वेश्चन इंपोर्टेंट है क्वेश्चन दो
तरीके से स्टार बनाकर अपने नोट्स मेंटेन करना क्वेश्चन में यह लिख लेना है कि मूल संविधान में अनुसूचियां कितने थे तो आंसर
लिख लेना है आठ और क्वेश्चन में यह पूछें है कि वर्तमान संविधान में अनुसूचियां कितनी है तो आंसर है बाहरा तो मूल संविधान
का मतलब होता है जो पहले बना था वर्तमान का जो चल रहा है जिस समय संविधान बना था उस समय
सूची अतिथि और जब अब चला है संशोधन हुए दोबारा हो गई क्लियर है भारतीय संविधान का दो-तिहाई भाग यानि दो बटे तीन दो भाग है
वह 1935 अधिनियम के द्वारा लिया गया है भारतीय शासन अधिनियम 1935 एक ऐसा अधिनियम है जो संविधान की एक मजबूत कड़ी है जहां
से संविधान का निर्माण हुआ है तो दो बटे तीन हिस्सा जो है संविधान का क्या है 1935 लिया गया है भारतीय संविधान के निर्माण
में विभिन्न देशों के लिए ओर तक तो लिए गए हैं जितने भी तत्व लिए गए जैसे हमारा जो है वह मूल कर्तव्य कहां से लिया गया है
मूल अधिकार कहां से लिया गया यह भी सब जानेंगे अगर मैं छोटा सा क्वेश्चन आपसे पूछ दो यह बताओ की प्रस्तावना की भाषा किस
देश से ली गई है तो लगभग-लगभग 99 पर सेंट बच्चों को नहीं पता होगा एक परसेंट बच्चे इस क्वेश्चन का जवाब जानते होंगे कि
प्रस्तावना की भाषा के संविधान से लिया गया है यह किस देश से ली गई है हमको सबको पता है कि मूल अधिकार
अमेरिका से लिया गया मूल कर्तव्य से लिया गया है नीति निर्देशक तत्व आयरलैंड से लिए गए हैं सबको पता है लेकिन प्रस्तावना की
भाषा कहां से ली गई है चलो हम्म वह भी जानेंगे भारतीय संविधान के स्रोत याद रखिएगा स्रोत मैं आपसे क्वेश्चन हमेशा
बनता है और हमेशा बनेगा तो सबसे पहले जान लीजिएगा कि भारतीय संविधान का निर्माण कितने समय के अंदर हुआ था तो दो वर्ष 11
महीने और 18 दिन में हुआ था बाबा साहब भीमराव अंबेडकर को ही श्रेय जाता है इस संविधान को बनाने के लिए अगर क्वेश्चन यह
पूछा जाए कि भारत का संविधान कब निर्मित हुआ तो 26नवंबर 1949 को यह महामहिम राष्ट्रपति जी जिस समय राजेंद्र प्रसाद थे
उनको सौंप दिया गया था तो आपको याद रखना है कि जब तैयार हुआ था तो डेट थी छब्बीस नवंबर 1969 इस और जब रेडी हुआ था तो
26जनवरी 1950 था क्लियर है मतलब लागू हुआ था भारतीय संविधान विश्व में सबसे बड़ा लिखित संविधान है तो यह पॉइंट इंपोर्टेंट
है क्योंकि बड़ा लिखित संविधान किसका है भारत का संविधान बड़ा संविधान है यह बात भी आपको याद रखनी
है भारतीय संविधान पर सबसे अधिक प्रभाव यह क्वेश्चन एग्जाम में कई बार पूछा गया है कि सबसे ज्यादा इफेक्टिव किसका पड़ा है तो
भारतीय शासन अधिनियम 1935 का पड़ा है जिसमें से दो बटे तीन भाग जो है 1935 से हमने भारत के संविधान से लिया है क्लियर
है यह बात आपको याद रखनी जो मैंने ऊपर भी बताया वर्तमान में भारतीय संविधान में 395 अनुच्छेद में लगभग दोस्तों अनुच्छेद ऐसे
हैं जो 1935 अधिनियम से बिल्कुल हूबहू लिए गए हैं तो इसीलिए आप समझ सकते हो कि 395 में से 250 रुचि अगर बाहर 30 अधिनियम शासन
1935 से लिए गए हैं तो आप समझ सकते हो कि 1935 जो अधिनियम शासन है वह कितना इंपोर्टेंट होगा इसके अलावा भारत के
संविधान के निर्माण में 10 देशों के संविधान की अहम भूमिका है और 10 देशों के प्रमुख तत्वों को लेकर भारत का संविधान
बनाया गया है आइए बजे जॉब्स है जानता है कि कौन से देश से क्या-क्या लिया गया है एक पॉइंट हमने ऐसा
जबरदस्त नोट करा है कि आपसे कोई भी क्वेश्चन एग्जाम में बाहर नहीं जाएगा क्लियर है and Short अब इस पॉइंट को अगर
समझ लिया इस पॉइंट को अगर आपने पढ़ लिया तो समझ लो पूरी तरीके से आपका एक नंबर पक्का हो जाता है इसी स्लाइड में से एक
नंबर और हर स्लाइड में से समझ लो कि हर दूसरी साइड हर तीसरी स्लाइड में एक नंबर छुपा हुआ इस वीडियो में तो इसलिए पूरा
ज्ञान आपको लेना है देखिए है की बात आती है संयुक्त राज्य अमेरिका की तरह से सबसे ज्यादा चीज़ें हमने ली हैं
मौलिक अधिकार न्यायिक पुनरावलोकन मौलिक अधिकार संविधान तो मौलिक अधिकार का मतलब होता फंडामेंटल राइट्स यानि जो भी हम
जानते हैं कि इसको मैग्ना कार्टा कहा जाता है मौलिक अधिकार अभी पढेंगे तो हम उसको पूरी तरीके से जाएंगे तो कुछ समय आ सकता
है कि भारत में जो फंडामेंटल राइट्स मौलिक अधिकारों कि संविधान से लिए गए हैं संयुक्त राज्य अमेरिका न्यायिक पुनरावलोकन
कहां से लिया गया है संयुक्त राज्य अमेरिका का संविधान की सर्वोच्चता न्यायपालिका की स्वतंत्रता निर्वाचित
राष्ट्रपति और उस पर महावीरों याद रखिएगा राष्ट्रपति का निर्वाचन प्रक्रिया है और अनुच्छेद 61 में जो महाभियोग उस पर हम
लगाते हैं वह पढेंगे आ गए यह भी कहां से लिया गया है यह भी यूएसए लिया गया है अमेरिका से न्यायाधीश को हटाने की विधि और
वित्तीय आपात यह भी संयुक्त राज्य अमेरिका से लिया गया है अगला पॉइंट आता है यहां से एक इंपोर्टेंट दो फैक्ट इंपोर्टेंट पूछे
जाते हैं जो बच्चे बच्चे को याद रखना है कि हमारे देश में कैसी लगी कि है तो हमारे देश में एकल नागरिकता है
मतलब कोई भी व्यक्ति मात्र एक ही नागरिकता प्राप्त कर सकता है एक गहरी नागरिकता है और अमेरिका में दोहरी नागरिकता है वहां पर
कैसी वहां पर देश की भी नागरिकता होती है और राज्य की भी होती है लेकिन भारत में देश और राज्य को अलग-अलग नहीं बांटा गया
है और यह कहा गया है कि हर व्यक्ति को जो भारत में रहने वाला है उसको एक नागरिकता मानी जाएगी ठीक है ना तो क्वेश्चन अगर
पूछा जाए कि दोहरी नागरिकता किस देश की है तो संयुक्त राज्य अमेरिका की और एक गहरी नागरिकता किस देश के भारत की है संसदीय
शासन प्रणाली कहां से लिया गया ब्रिटेन से लिया गया है एकल नागरिकता का जो प्रावधान है वह ब्रिटेन से लिया गया है इंपोर्टेंट
है और याद रखिएगा दोस्तों बहुत बार पूछा गया है कि नीति निर्देशक तत्व कहां से लिया गया है आयरलैंड से लिया गया है और
राष्ट्रपति के निर्वाचन मंडल की जो व्यवस्था है यही राष्ट्रपति किस तरीके से निर्वाचित होता है और यह सबसे इंपोर्टेंट
है कि आपातकालीन उपबंध जो है वह कहां से लिए गए हैं यह भी आयरलैंड से लिए गए हैं ब्रिटेन भी
अपने नाम आता है याद रखिए जब ब्रिटेन ना हो तो आप क्या लगाएंगे आयरलैंड भी लगा देंगे ठीक है ना यह आपको याद रखना है अगला
पॉइंट आता है आस्ट्रेलिया यह बहुत इंपोर्टेंट याद तो मैंने स्टार्टिंग में पूछा था कि प्रस्तावना की भाषा किस देश से
ली गई है तो भारत में आस्ट्रेलिया से प्रस्तावना की भाषा ली गई है और संघ राज्य संबंध बहुत इंपोर्टेंट है संग राज्य संबंध
का मतलब है जो भी आप समवर्ती सूची पढ़ते हो अनुसूचित सेवंथ की बात करते हो वह आगे भी पढ़ाएंगे इसी स्लाइड के जस्ट बाद चेहरा
तो प्रस्तावना की भाषा संग राज्य संबद्ध यानि जो केंद्र सरकार में और राज्य सरकार में जो संबंध होते हैं वह भी कहां से लिए
गए आस्ट्रेलिया से है समवर्ती सूची का प्रावधान दोस्तों वह भी आस्ट्रेलिया से याद रखिएगा अगर क्वेश्चन यह आ जाए कि
प्रस्तावना कहां से ली गई है वह संयुक्त राज्य अमेरिका से लेकिन प्रस्तावना की जो भाषा है हम भारत के लोग भारत को संपूर्ण
प्रभुत्व है ना तो यह लिया गया है आस्ट्रेलिया ऐड यह भी आपको याद रखना है यही तो मैंने पूछा था आपसे मूल
आपके भारत में कहां से लिए गए तो मूल कर्तव्य लिए गए सोवियत रूस से लिए हैं यही सोवियत संघ ऑप्शन में आए तो बीमार देना
नहीं तो रूस के चक्कर में आप भूनते और उतना मिले तो सोवियत संघ आपको विद्या मारोगे ना तो एक ही चीज हैं ठीक है ना
विधि द्वारा स्थापित प्रक्रिया जापान से लिया गया है गणतंत्रात्मक शासन है वह फ्रांस से लिया गया है संघात्मक शासन जो
है वह कनाडा से जो कई बार एग्जाम में पूछा गया है संघात्मक शासन और संविधान के संशोधन की प्रक्रिया अनुच्छेद 368 दोस्तों
यह दक्षिण अफ्रीका से और जर्मनी से दोस्तों लिया गया है आपातकाल अनुबंध इसलिए आपातकालीन उपलब्ध ब्रिटेन हो तो ब्रिटेन
मारो जब आपका जर्मनी ना दिया हो जब आपका ब्रिटेन जर्मनी दोनों नदिया हो तब आप आयरलैंड मार सकते हो इसलिए सबसे पहले
पार्टी देनी है जर्मनी को आपातकालीन उपबंध के लिए जाने जाते हैं अब दिखेगा भारत का संविधान निर्मित हुआ भारत का संविधान अभी
हाल ही में जम्मू कश्मीर को 370 धारा से हटाया गया और उसमें से एक क्विक हमारा क्या हो गया हमारा एक राज्य
क्या हो गया दोस्तों कब हो गया तो इसलिए यहां पर पहले 29 राज्य सात केंद्र शासित प्रदेश मे है अब हमको क्या करना यह मैंने
खुद जान-बूझकर टाइप किया है अब याद रखिएगा इसको जान-बूझकर क्यों टाइप किया है इससे आपको समझ में आएगा तो आपको लिखना है कि
भारत में कितने राज्य हैं 28 राज्य हो गए हैं फिर से और यहां पर बढ़ गए हैं नो केंद्र शासित प्रदेश हो गए है लद्दाख
जम्मू कश्मीर की बात करें तो बढ़ा दिए गए हम तो याद रखना है कि अनुसूचियों की बात करें तो बार अनुसूची है भारतीय संविधान
में तो पहली अनुसूची में क्या है पहली अनुसूची में राज्य और केंद्र शासित प्रदेश का विवरण है मात्रा अपने नोटिस में लिखना
स्टार बनाइए प्रथम अनुसूची लिखेगा और लिख दीजिएगा राज्यों का विवरण है ना तो पहले सूची में क्या है राज्यों का विवरण है ठीक
है दूसरी अनुसूची में क्या है तो दूसरी अनुसूची में है पदाधिकारियों के वेतन भत्ते एवं पेंशन यानि पदाधिकारी का मतलब
क्या है जो राष्ट्रपति है उप-राष्ट्रपति है न्यायाधीश है कि के वेतन-भत्ते है तो याद रखना है कि जो
भी क्वेश्चन पूंछा जाए के पदाधिकारियों का जो वेतन भत्ता है वह किस अनुसूची में है तो दोस्तों पदाधिकारियों को वेतन-भत्ता
सेकंड अनुसूची में है अभी मैं पूरी तरीके से 12 मुखियों को पढ़ाने के बाद में पहुंचे सूचियां बताऊंगा जो सबसे ज्यादा कि
जब मैं पूछी जाती हैं तीसरी अनुसूची कौन सी है शपथ ग्रहण का प्रारूप यानि राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति से लेकर ऐसे
तमाम पदाधिकारी है जो शपथ लेते हैं तो उनका बहुत कौन फाल सूची है तीसरी अनुसूची है चौथी अनुसूची में क्या है राज्यों एवं
संघ राज्य क्षेत्रों की बात करें तो उसमें राज्य सभा बहुत इंपोर्टेंट है कुछ समय आता है कि राज्यसभा का प्रतिनिधित्व कौन सी
अनुसूची में है तो चौथी अनुसूची में है यह बात दिमाग में हमेशा रख लेना कई बार एग्जाम में ट्रेंड कर चुका है पांचवीं
अनुसूची अनुसूचित क्षेत्र और अनुसूचित जनजाति ऐसे प्रशासन की बात के बारे में हमारी अनुसूची बताती है कि पांचवीं
अनुसूची के बारे में कि क्या कहा गया है कि अनुसूचित क्षेत्र अनुसूचित जनजाति के प्रशासन और नियंत्रण
के बारे में जो कहा गया है वह किस में है पंच अनुसूची में उल्लिखित है और जो सबसे इंपोर्टेंट आता है कहता है यह बताओ कि कुछ
ऐसे राज्य हैं जिसमें जनजातियां रहती हैं उनके प्रशासन के बारे में प्रावधान है जैसे असम मेघालय त्रिपुरा और मिजोरम बात
तो ऐसे जो असम मेघालय त्रिपुरा मिजोरम इनके जनजाति क्षेत्रों के प्रशासन का प्रावधान है तो वह कौन से अनुसूची है वह
आठवीं अनुसूची फटाफट स्क्रीनशॉट लीजिएगा बढ़ेंगे आगे की तरफ ठीक है चलिए अब देखिए दोस्तों यह साइड है इसमें से सबसे ज्यादा
क्वेश्चन पूछे जाते हैं साथ में आठ महीनों में 10वीं 11वीं बारे में इससे ज्यादा क्वेश्चन आएगा यह साइड्स अगर आपने देख
लिया तो समझ लो एग्जाम क्लियर एग्जाम क्लियर का मतलब है वह क्वेश्चन क्लियर हो जाएगा जो भारतीय संविधान से आएगा क्योंकि
यहां से कुशल बनते ही बनते हैं उस समय यह पूछता है कि यह बताओ कि भारत का जोहरा यह है भारत के रुख़ केंद्र है यह केंद्र
तो एक होगा भारत के जो राज्य और केंद्र के बीच में जोसेफ का रिलेशन होता है संबंध होता है वह किस अनुसूची में है तो आंसर
होगा साथ में अनुसूची में है सातवीं अनुसूची केंद्र और राज्यों के बीच शक्तियों का बंटवारा करता है और संघ सूची
में 24वें रखे गए हैं जो अभी मैं अलग से पढ़ाया पर आऊंगा आपको राज्य सूची में 61 विषय और समवर्ती सूची में 52 विषय रखे गए
हैं यहां से यह विषय से क्वेश्चन बहुत आते हैं तो अगली साइड में हम इनको पूरी तरीके से खत्म कर देते हैं तलाश कर देते हैं काम
तमाम कर देते हैं ठीक है ना तो अभी केवल इतना याद रखना है कि साथ में अनुसूची में केंद्र और राज्यों के बीच में जो रिलेशन
होता है वहीं बताता है आठवीं अनुसूची बच्चे बच्चे को पता होगा कि भारतीय संविधान में 22 भाषाएं हैं जब कुछ शर्म यह
पूंछा जाए कि अब यह बताओ कि वर्तमान संविधान में भाषाएं कितनी है तो 22 भाषाएं हैं संविधान में अगर भाषाओं का उल्लेख
पूछा जाए कि कौन से अनुसूची में संविधान की में का उल्लेख है तो वह है 22 भाषाओं का
आठवीं अनुसूची में है नार्मल सूची क्या कहते हैं पहला संविधान संशोधन 1951 अब याद रखो दोस्तों बहुत इंपोर्टेंट है स्टार
बनाकर जब कहता है मूल संविधान में कितनी अनुसूचियां थे तो मैंने आपसे कहा था कि आठ अनुसूची थे संविधान बनने के बाद संशोधन
हुए हैं तो फिर यह क्या हुआ यह अनुसूचियां जुड़ती चली गई आ गए तो जब कुछ मन में यह पूंछा जाए कभी यह बताओ कि भारत का प्रथम
संविधान संशोधन कब हुआ तो आंसर होगा 1951 में प्रथम संविधान संशोधन जब हुआ था तो उसमें क्या जोड़ा गया तो आंसर होगा नवमी
अनुसूची को जोड़ा गया कुछ क्षण नंबर 3 नवमी अनुसूचित कौन से संविधान संशोधन से जोड़े गए तो आंसर होगा पहले संविधान
संशोधन से याद रखना है दोस्तों इसमें राज्य द्वारा संपत्ति के अधिग्रहण याद रखिए नॉमिनल सूची
कौन-कौन सी चीजें आती हैं संपत्ति का ब्योरा आता है तो स्टार बना कर रख लेना पहला संविधान संशोधन 1951 में हुआ तो
नौवीं अनुसूची आई जिसमें संपत्ति का लेखा-जोखा रखा गया है कोई नंबर नेक्स्ट 10 मिनट्स ऊंचे अ 10 में सोचिए एंटी डिफेक्शन
से संबंधित है यानी धन व धन संबंधी प्रावधान जब भी कोई नेता राजनीतिक परिदृश्य से दल बदलता है ऐसे आप याद कर
सकते हो देसी भाषा में तो वह दोस्तों दसवीं अनुसूची में अब कैसे आप करोगे 10:00 चौथे दिन थस का मतलब है धन है ना 10 धन
लगभग समान बॉयज है सेम वॉइस निकल है तो दसवीं में बदल आएगा और संबंधी प्रावधान कौन से संशोधन से 52वां संशोधन हुआ 1985
में एक बार सन भूलना ना लेकिन संशोधन मत भूलना यह संशोधन दो बहुत पूछे जाते हैं और यह भी संशोधन दोस्तों दो बहुत पूछे जाते
हैं तो चार चीज तो हमेशा याद रखना है 11वीं अनुसूची वे पंचायती राज्य पंचायती राज का मतलब
होता है जहां पर हम ग्राम पंचायतों में आजकल चुनाव जो होते ना तो हम कहते ग्राम स्तर पर कौन लड़ेगा यह लड़ेंगे तो ग्राम
पंचायतों का गठन हुआ ग्यारहवीं अनुसूची में इसके विपरीत जो शहरी में शहरों में क्या होता है नगरपालिका होती हैं ऐसे ही
नगर निकायों का जो गठन हुआ है वह बारहवीं अनुसूची में कल को क्वेश्चन यह पूछेगा यह बताओ कि 73वें संविधान संशोधन में क्या है
तो आप याद रखना पंचायती राज्य पंचायती राज कौन से संविधान संशोधन में है तो आप याद रखना 73 में मैं और अगर पूछ लिया नगर
निकाय या नगरपालिका तो आप भारतीय सूची कौन से संविधान संशोधन 74वें संविधान संविधान संशोधन है ना इसमें 11वीं है इसमें बार
में है इसमें 73 है इसमें जरूरत है लगभग एक एक ही जो है कुछ भी फर्क नहीं होता 73 74 11वीं बार में ऐसे आप यूज कर सकते हो
भारतीय संविधान के संघीय संविधान है इसके लिए यानि जो संघीय संविधान का मतलब है ना संगीत संविधान का मतलब यह होता है कि सारा
जो लेखा-जोखा होता है वह केंद्र की तरफ वो क्या होता है कि भारतीय संविधान एक संघीय संविधान है यह
पॉइंट इंपोर्टेंट है स्टार में वाले में और नीचे अंडर लाइन करने में संगीत संविधान पर इसलिए संविधान की सातवीं अनुसूची जो भी
मैंने ऊपर पढ़ाई ना साथ में सूची जिसमें विषयों का उल्लेख है कौन से अनुसूची में कौन सा विषय हैं तो याद रखना है कि जो साथ
में अनुसूची है वह तीन भागों में बटी है एक है संघ सूची एक है राज्य सूची और एक है समवर्ती सूची अब मैं आपको अधिक जानकारी के
लिए बता देता हूं कि संघ सूची का मतलब होता है कि जहां पर केंद्र कानून बनाएं राज्य सूची का मतलब है कि जहां पर स्टेट
गवर्नमेंट इन राज्य कानून बनाए और समवर्ती सूची का मतलब है कि जहां पर केंद्र और राज्य दोनों मिलकर कानून बनाएं यह सभी
कहां से लिए गए हैं मैंने आपको बताया कि समवर्ती सूची भारत के संविधान में आस्ट्रेलिया से लिया गया है याद रखिएगा यह
पॉइंट इंपोर्टेंट है याद रखिए कि कई बार जाम में पूछा जाता है तो याद रखना है कि संघ सूची राज्य सूची और समवर्ती सूची में
भारतीय संविधान की सातवीं अनुसूची फटी है क्लियर है अब हम जान लेते हैं एक-एक को अच्छी तरीके से कई बार एग्जाम
में पूछता है यह बताओ कि भारतीय सेना जो है इंडियन आर्मी कौन सी सूची में है कई बार यह पूछ लेता है कि शिक्षा है एजुकेशन
हर बच्चे को मिल रही आजकल वह किस अनुसूची में है कई बार यह पूछ लेता है यह बताओ कि जो आपकी बैंकिंग सेवाएं हैं वह किस
अनुसूची में तो यह तो ज्ञान होना चाहिए ना अधूरा ज्ञान आपको नहीं लेना है तो संघ सूची जो यहां पर है राष्ट्रीय महत्व से
संबंधित यह कह सकते हैं कि जहां पर संघ की बात करें संग का मतलब आपको याद रखना है जो केंद्र है जहां पर केवल केंद्र को बनाने
का अधिकार हो केंद्र को ही जो एक कानून बनाने का अधिकार हो तो समझ लो संघ सूची अब यह इंपोर्टेंट है इसको लेना अगर क्वेश्चन
में पूछा जाए कि संघ सूची में कितने विषय होते हैं तो 24 है आपको सब कुछ नहीं लिखना स्टार बनाकर समूह सूची सौ बीस
क्वेश्चन है अगले स्टार में कौन-कौन से विषय हैं तो कुछ इंपोर्टेंट है जैसे से न इंडियन आर्मी इंडियन नेवी इंडियन एयर
फोर्स जाने कितनी सेनाएं हैं तो मम्मी कह सकते हैं जो भी सेना के अंतर्गत है वह संग सूची के अंतर्गत आएगा विदेशी मामले में
रक्षा जो भी बजट होगा रेल है डोंट हैव परमाणु ऊर्जा नागरिकता संचार जो करेंसी जितनी बैंक के स्टॉक एक्सचेंज जो भी आपके
होते हैं जनगणना आयुक्त तथा निगम कर यह सभी किस में आते हैं यह सभी केंद्रीय सूची में संघ सूची में आते हैं यूनियन कैटालॉग
में आते हैं क्लियर है कोई दिक्कत कोई डाउट नहीं होना चाहिए इसमें से यही इंपोर्टेंट पूछे जाते हैं इतने ही कई बार
एग्जाम में पूछ लिए गए और याद रखना है रक्षा सेना विदेशी मामले बहुत बार पूछे जाते हैं ठीक है अगला पॉइंट है अगली
स्लाइड में है सूची खत्म हो अगले चैप्टर पर चलेंगे स्टेट लिस्ट का मतलब होता है राज्य सूची राज्य सूची में
क्या होता है कि क्षेत्रीय महत्व से संबंधित विषयों की यानी उस सब्जेक्ट होते हैं उन लोगों को वरीयता देते हुए संविधान
द्वारा कानून बनाने का अधिकार राज्य विधानमंडल को प्रावधान प्रदान किया गया है मतलब क्या है संघ सूची में जो कानून
बनाएगा वह केंद्र बनाएगा राज्य में बनाएगा वह राज्य बनाएगा है ना ऐसे ही राज्य सूची में विषय कितने हैं 61 विषय हैं संघ सूची
में शोपिसेस हैं राज्य में 61 है कौन-कौन से हैं न्यायालय है न्यायालय का मतलब हाई कोर्ट राज्य है राज्य पुलिस की बात करता
है जिला अस्पताल है सफाई है पशु है सिंचाई है कृषि सड़क बन रेलवे पुलिस रेलवे पुलिस देखिए इसमें आती है और बन व्हाट एवं नाप
अब याद रखिए कि जितने भी ना पर होती है हमारे कृषि विभाग में कृषि से संबंधित पुलिस से
संबंधित न्याय भी रखा गया लेकिन या यह काफी बार पूछा था न्याय पुलिस और एक और याद रखना है कारागार कारागार यह तीन चीजें
आपकी राज्य सूची में आती है इसलिए आपको याद रखना है और सबसे ज्यादा जो पूछा जाता है वह यही पूछा जाता है कृषि सिंचाई कृषि
सिंचाई और पुलिस पूछा जाता है तो हर राज्य की पुलिस केंद्र के अंतर्गत नहीं आती है पुलिस कृषि सिंचाई न्यायालय कारागार यह
सभी दोस्तों आते हैं जिसके अंतर्गत राज्य सूची के अंतर्गत आते हैं ठीक है समवर्ती सूची को जान लेते हैं और पूरी तरीके से
ख़त्म करते हैं क्योंकि एक ही चीज पूछी जाती है एजुकेशन कई बार एग्जाम में पूछा गया कि यह बताओ कि जो भारतीय शिक्षा है
एजुकेशन है बहुत सारे बच्चे समवर्ती सूची को ना लगाकर केंद्रीय सूची समूह सूची लगा कर चले जाते हैं उनको लगता है कि एजुकेशन
तो बड़ा डिपार्टमेंट है अलार्म लगा दे आंसर हो जाएगा अच्छी नहीं संशोधित करके कर दिया गया है समवर्ती सूची
में तो याद रखना है कि समवर्ती सूची में उन विषयों को सम्मिलित किया गया है जिस पर राज्य सरकार और केंद्र सरकार दोनों कानून
बना सकते हैं मतलब राज्य सरकार और केंद्र जब दोनों कानून बनाएं तो इसका मतलब है समवर्ती सूची होगा दोनों सरकारों द्वारा
बनाए गए कानून में गतिरोध उत्पन्न होने पर केंद्र सरकार के द्वारा बनाया गया कानून मान्य होगा अगर दोनों जो है कानून आपके
सटीक नहीं बैठ रहे हैं अन्य आपस में भिड़ जा रहे हैं केंद्र गहरा नहीं हमारा राज्य करा नहीं हमारा तो वह केंद्र का ही क्या
होगा माना जाएगा केंद्र सरकार द्वारा कानून ही लागू हो जाएगा अपने आप लागू हो जाएगा समवर्ती सूची में विषय कितने हैं 52
विषय हैं और याद रखना है सबसे ज्यादा पूछा जाने वाला पॉइंट है शिक्षा शिक्षा मैं दीवानी एवं फौजदारी मुकदमे में श्रम
कल्याण कारखाने समाचार पत्र इंपोर्टेंट है जितने भी न्यूज़ पेपर आते हैं वह सब भर्ती में आते हैं वन आर्थिक और सामाजिक नियोजन
यह इंपोर्टेंट है प्रदूषण नियंत्रण यह दो-तीन हमने बताए हैं तीनों इंपोर्टेंट है याद रखना है प्रदूषण नियंत्रण जो आपका
पोलूशन होता है न्यूज़ पेपर है और शिक्षा यह सभी किस में आते हैं समवर्ती सूची में आते हैं करंट करंट लिस्ट में आते हैं कि
लहर सबसे महत्वपूर्ण चैप्टर है भारतीय संविधान का वह मूल अधिकार मौलिक अधिकार है यहां से क्वेश्चन इतने बनते हैं कि आपके
एग्जाम में क्वेश्चन आना ही आना है एक क्वेश्चन मूल अधिकार से हम है तो दो स्लाइड के अंतर्गत हम इस मूल अधिकार को
पढ़ लेते हैं तो याद रखिएगा कि मूल अधिकार क्या होता है तो मूल अधिकार दोस्तों फंडामेंटल राइट्स होते हैं फंडामेंटल
राइट्स का मतलब क्या होता है कि जो नागरिकों को मिलने चाहिए अधिकार जो व्यक्ति के जीवन के लिए
तथा अनिवार्य होते हैं मतलब हमें जीने के लिए यानि हमें अगर जीना है तो हमें अधिकार मिलने चाहिए हमें बेड़ियों में जकड़कर
नहीं कोई रख सकता है हम स्वतंत्र है वो भारत का नागरिक स्वतंत्र है और अगर स्वतंत्र है तो वह नागरिक को अधिकार दिए
जाते हैं वहीं दोस्तों फंडामेंटल राइट्स कहलाते हैं मूल अधिकार करवाते हैं भारत के संविधान में मूल अधिकार कहां से लिए गए
हैं भारत के संविधान में मूल अधिकार लिए गए अमेरिका से लिए गए हैं सूत्रों से लिए गए है यह भी पॉइंट आप पढ़ चुके हैं अगर
नहीं पड़ा है तो लीजिए स्टार बनाकर भारतीय संविधान द्वारा भारतीय नागरिकों को साथ मूल अधिकार प्रदान किए गए थे यह थे पर
देखिए इंपोर्टेंट है याद रखिएगा तो जब कुछ दिन में पूछा जाए तो स्टार बनाकर क्वेश्चन निकली जाएगा कि मूल संविधान में कितने
मौलिक अधिकार है तो साथ है और कोई नंबर नेक्स्ट जब कुछ समय पूछा जाए कि वर्तमान संविधान में कितने मौलिक अधिकार हैं तो
आपको आंसर होगा 6 याद रखिएगा जब मूल पूछ यानि संविधान कब बना था आर्थिक साथ थे और जब वर्तमान में पूछा जाए
तो वर्तमान में जो मूल अधिकार है वह छह हैं अब एक कहां गया भाई कोई खास गया या खत्म हो गया यह पूरी तरीके से निकल गया
कोई भी नहीं 44 वां संविधान संशोधन हुआ उसी दौरान 1979 की बात है संपत्ति का अधिकार हुआ करता था उसको हटा दिया गया मूल
अधिकार है और यह बात याद रखना है कि 44 वां संविधान संशोधन एग्जाम में बहुत पूछा जाता है और बहुत सारे बच्चे भैया रस में
संविधान संशोधन को लगाकर चले जाते हैं यह आप सभी जानते हो खुद भी जानते हो आप ठीक है तो इससे लिए गलती मत करना कि मुझे
संविधान में जो आपके अधिकार थे वह थे साथ एक हटा दिया गया अच्छे हो गए और वह हटाया कौन से संविधान संशोधन से गया है ना कि 42
में से है बल्कि 44 में से 44 वें संविधान संशोधन 1978 या 79 की बात करें तो हटाया गया दोस्तों और उसको एक कानूनी अधिकार यह
क्वेश्चन भी आ चुका है कि जो सं अधिकार है वर्तमान में कौन सा अधिकार बन गया है तो वह कानूनी अधिकार गाइस बन गया
है ठीक है तो स्टार बना कर रख लेना संपत्ति का अधिकार हटाया गया संपत्ति का अधिकारी कौन से संविधान संशोधन से संपत्ति
का अधिकार अब क्या बन गया है तो कानूनी अधिकार या विधिक अधिकार कभी-कभी ऑप्शन में कानूनी अधिकार नहीं देता है विधिक अधिकार
देता है तो विधिक अधिकार भी आपको लगाना है यह भी ला से ही डिपेंड करता है तो मूल संविधान की बात करें तो साथ थे वर्तमान
में कितने है 6 है कौन से एक समानता का अधिकार है एक स्वतंत्रता का अधिकार है एक शोषण के विरुद्ध अधिकार है कल को पोषण यह
भी पूछा जा सकता है कि टेक्नोलॉजी के जो है क्वेश्चन पेपर में कि भैया इनमें से कौन सा मूल अधिकार नहीं है तो आपको यह याद
होना चाहिए कोई भी साइड इफेक्ट नहीं है मैंने का सब कुछ पढ़ना है समानता का अधिकार स्वतंत्रता का अधिकार शोषण के
विरुद्ध अधिकार धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार संस्कृत शिक्षा का अधिकार और संवैधानिक उपचारों का अधिकार यह छह है अब
इनको हम एक-एक करके देख लेते हैं है क्योंकि क्वेश्चन तो यहीं से बनेगा हमने कहा सब कुछ पढ़ना है एक बार लिखकर
सबको एक बार रिवीजन अगर कर लोगे तो चीजें बहुत आसान हो जाएंगे आप विश्वास नहीं करोगे क्योंकि चीजें कहना हमारे अलमारी
में किताब में तो रखी होती है बहुत सारी किताबें हैं मतलब आप सभी के हमारी अलमारी में कि तांबे तो बहुत सारी रखी होती बच्चे
के बाद लेकिन पड़ता कौन है और जो पड़ता है वह निकल जाता है यह बात सच है कड़वी है मगर सच है दोस्तों पहला अधिकार है समानता
का अधिकार हम इसे एक साइड में पहला निकाल लेते हैं समानता का अधिकार यानी यह रहा समानता का अधिकार जो अनुच्छेद 14 से लेकर
18 तक जाता है आपको लेना है यहां पर बढ़ाकर 14 से लेकर 18 तक जाता है और याद रखना है दोस्तों यहां पर 14 से लेकर 18
जिसमें 14 अनुच्छेद ये कहता है कि कानून के समक्ष समानता यानी सभी समान है कानून की नजरों में सभी समान है 15 नक्षत्र कहता
है जो इंपॉर्टेंट होगा वह मैं बता दूंगा 15 इंपॉर्टेंट क्वेश्चन आता है कि धर्म नस्ल जाति लिंग
के आधार पर हम किसी से समाज में रह रहे लोगों के बीच भेदभाव नहीं करेंगे चाहे वो कोई भी धर्म का हो नस्ल का हो जाती का हो
लिंग का हो कोई भी भेदभाव नहीं करेंगे राज्य के अधीन नौकरियों के समान अवसर दिए गए हैं यानी सौंठ में और ओबीसी और एससी
कैटेगरी में कुछ आरक्षण दिया गया है जो एक अपवाद है ठीक है न राज्य के अधीन नौकरियों का समान अवसर अगर किचन में यह इंपोर्टेंट
है याद रखना है यह इंपोर्टेंट है राज्य के अधीन नौकरियों में समान अवसर दिए गए अनुच्छेद सोना में और यह भी बहुत
इंपोर्टेंट है कई बार इसमें से समानता का अधिकार में यह दोनों आपको भूनने नहीं है वेरी वेरी मोस्ट इंपोर्टेंट है क्वेश्चन
में रहता है कि बताओ अस्पृश्यता का संबंध किससे है और पिछली बार तो उसने ही पूछ लिया था कहता है यह बताओ कि अनुच्छेद 17
का संबंध किससे है तो अस्पृश्यता का यहां पर मतलब मैं आपको बता देता हूं कि जब भी छुआछूत बीमारी की बात करते हैं इस छुआछूत
से आपको यह परेशानी है यानी कोई बात जो है कोई व्यक्ति ऐसा है जो भेदभाव कर रहा है एक समाज में तो आपको याद
रखना है छुआछूत से जो आपका निषेध है अस्पृश्यता से निषिद्ध है सभी को समान समझा गया है कि अनुच्छेद 17 को आपको याद
रखना पड़ेगा उपाधियों का निषेध यानि कोई भी जो यह उपाधि नहीं ले सकता है कोई भी उपाधि गैर उपाधि नहीं ले सकता है तो वह
मशहूर है 18 और अगला पॉइंट है कि स्वतंत्रता का अधिकार याद रखिएगा भारत में फ्रीडम आपको दी गई है क्योंकि भारत
लोकतंत्रात्मक गणराज्य है और अगर क्वेश्चन में कल को यह पूंछा जाए यह बताओ कि भारतीय संविधान में स्वतंत्रता का अधिकार किस
अनुच्छेद के अंतर्गत आता है तो अनुच्छेद 19 से 22 के अंतर्गत आता है यह बात दिमाग में फिट कर लेना है अनुच्छेद 19 व 1922 के
अंतर्गत क्या आता है स्वतंत्रता का अधिकार आता है याद रखना है गाइस कई बार एग्जाम में पूछा गया है विचार और अभिव्यक्ति की
स्वतंत्रता का अस्त्र शस्त्र रहित तथा शांतिपूर्वक सम्मेलन की स्वतंत्रता 6 से 7 प्रकार की
सुविधा दी गई है समुदाय और इस समय निर्माण किस बनता है ठीक है न भारत राज्य क्षेत्र में जहां भी आप चाहो वह घुम सकते हो भारत
राज्य क्षेत्र में कहीं भी आप जो है घूम सकते हो व्यापार आप कर सकते हो रह सकते हो जमीन खरीद सकते हो अब तो भारतीय संविधान
में 370 मुकेश को भी खत्म कर दिया गया है ठीक है ना तो अब आप जम्मू-कश्मीर में वे कहीं भी रह सकते हो जगह भी खरीद सकते हो
आप भी कर सकते हो कोई दिक्कत नहीं है यह आपको याद रखें कि है अगला पॉइंट आता है क्वेश्चन में रहता
है बहुत इंपोर्टेंट है दोस्तों सबसे ज्यादा इंपोर्टेंट है शोषण के विरुद्ध अधिकार किस अनुच्छेद के अंतर्गत आता है तो
अनुच्छेद 123 से 24 याद रखिएगा अनुच्छेद 23 के द्वारा आपको कोई भी व्यक्ति जबरजस्ती श्रम नहीं करवा सकता यानी अगर
किसी बच्चे को श्रम करवाने के लिए उकसाया जाएगा तो फिर क्या होगा दंडात्मक कार्रवाई होगी याद रखिएगा बार किसी बच्चे को
अनुच्छेद 23 के द्वारा आप शर्म नहीं करवा सकते हैं और श्रम की योजना लागू यहां पर नहीं हो सकती कोई आप जाति वर्ण में
सामाजिक स्तर पर भेदभाव नहीं होगा का यह अनुच्छेद 23 में कहा गया है यानी बच्चों का शोषण नहीं होगा अनुच्छेद 24 सबसे
इंपोर्टेंट है इस पर लगा लेना है जिस पर मैं स्टार लगा दूं तो समझ लो बहुत इंपोर्टेंट है कुछ समय यह पूंछा जाता है
यह बताओ कि 14 वर्ष से कम उम्र वाले बच्चों में कारखानों में व्याख्यानों में या
जोखिम कार्य जो होते हैं उनको नहीं कोई व्यक्ति करवा सकता है किस अनुच्छेद में कहा गया है तो अनुच्छेद 24 में कहा गया है
कि छोटे बच्चों को कारखानों में काम नहीं किया करवाया जा सकता है यानी यह एक बाउल निषिद्ध है बाल श्रम निषेध है अगर ऐसा कोई
पाया जाता है लिफ्ट कार्यों में तो वहां पर क्या होगा दंडनीय अपराध होगा दंडात्मक कार्यवाही होगी क्लियर है 14 वर्ष से कम
उम्र के बच्चे अगर कारखाने में काम कर रहे हैं खानों में काम कर रहे हैं या जोखिम भरे कार्य कर रहे हैं तो फिर निषिद्ध है
धार्मिक स्वतंत्रता दोस्तों याद रखिएगा धार्मिक स्वतंत्रता 25 से 28 के बीच में दी गई है कई बार एग्जाम में पूछा जाता है
कि धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार भारत के संविधान में किस आर्टिकल में है किस अनुच्छेद में है तो आपको याद रखना है कि
यहां पर 25 से 28 के बीच में है और यहां 25 26 27 28 में जो सबसे इंपोर्टेंट है वह 26 और 25th
याद रखिएगा कि कहता है कि अंतःकरण की स्वतंत्रता का अधिकार जहां पर हम अपने धर्म के बारे में सोचते हैं तो वह याद
रखिएगा अनुच्छेद 25 है और धार्मिक मामलों का जो प्रबंध करने की स्वतंत्रता हर वर्ग के लोगों को यह स्वतंत्रता यह फ्रीडम दिया
गया है कि वह अपने धर्म के मामलों में प्रबंध कर सकता है तो अनुच्छेद 26 अनुच्छेद 27 ये कहता है कि किसी विशिष्ट
धर्म की अभिवृद्धि के लिए कर जितने भी कर आप टैक्स की बात करते हो वह आप कलेक्ट कर सकते हो तो वह अनुच्छेद 27 की बात करता है
यानी लोगों से आप जाकर ले सकते हो एक धन जुटा सकते हो आप इस तरीके से ठरकी है मैं या कर सकते हो राजकीय शिक्षण संस्थाओं में
धार्मिक शिक्षा जो है निषिद्ध कर ली गई है यानी धर्म की शिक्षा नहीं दी जाएगी चाहे फिर वह कोई भी धर्म हो यानी कोई धार्मिक
शिक्षा अलग से नहीं दी जाएगी यह निषिद्ध है इसलिए इंपॉर्टेंट बन जाता है सबसे ज्यादा इंपोर्टेंट स्टार लगा कर लीजिएगा
इस टा किल्ली लगा कि अगर पूछा जाए कि धर्म के लिए शिक्षा नहीं दी जा सकती है तो कौन सा
अनुच्छेद होगा तो अनुच्छेद 28 होगा और अगर आप पांचवा जो हमारा है मूल अधिकार फंडामेंटल राइट्स वह संस्कृति और शिक्षा
संबंधी अधिकार जो आप सभी को शिक्षा एजुकेशन का महत्व समझा जाता है यह आपको जानना चाहिए तो याद रखना है कि अनुच्छेद
29 में कहा गया है कि नागरिकों के प्रत्येक वर्ग को अपनी भाषा-लिपि या संस्कृति को सुरक्षित रखने का पूर्ण
अधिकार है मतलब हमारी जो एजुकेशन है हमारी जो अपनी भाषा है हमारी भाषा क्या है हमारा जो राष्ट्र है वह हिंदुस्तान है लिपि
हमारी देवनागरी की बात करते हैं जो हिंदी की बात करें संस्कृति भाषा में अच्छा भाषाएं हमारा तो देश है ऐसा बहुत विभिन्न
भाषाई क्षेत्रों की बात करता है जिसमें पंजाबी है जो गुरूमुखी लिपि की बात करता है क्षेत्रीय भाषाओं में भी अपन लोग रहते
हैं इसलिए हमें अपनी मातृभाषा और भाषा और लिपि और संस्कृति को अभिषेक रखने का पूरा अधिकार है आप सभी को
अधिकार है हम सभी को अधिकार है जिससे कोई दूसरा दोहन नहीं कर पाए अनुच्छेद 3 से कहता है कि धर्म या भाषा पर आधारित सभी
अल्पसंख्यक वर्गों को अपनी रुचि की शैक्षणिक संस्थाओं की स्थापना और प्रशासन का अधिकार होगा यह भी आपको याद रखना है कई
बार एग्जाम में इंपोर्टेंट पॉइंट से पूछा गया है 2934 और सबसे इंपोर्टेंट फंडामेंटल राइट्स में रोता है वह भारतीय संविधान में
बाबा भीमराव अंबेडकर साहब ने कहा है कि भारतीय संविधान का जो मूल ढांचा है अनुच्छेद 32 है जोन याद रखिएगा इसी को
उन्होंने कहा है कि भारतीय संविधान की आत्मा है तो स्टार बना कर दो चीजें आप लिख लो जब कुछ मन में यह पूछा जाए कि भारत की
संविधान की आत्मा किसे कहा जाता है तो आंसर होगा प्रस्तावना पहला क्वेश्चन हो गया और जब कुशन में यह पूंछा जाए कि
डॉक्टर भीमराव अंबेडकर साहब ने किसको भारतीय संविधान यह माना है तो आंसर होगा अनुच्छेद 32 याद
आ गया याद है न हम फिर से रिपीट करेंगे जब केवल नाम ना लिया जाए मेडिकल साहब का जब केवल क्वेश्चन पूछा जाएगा कि भारतीय
संविधान की आत्मा किसे कहा जाता है तो आप प्रस्तावना आंसर होगा जब कुछ समय यह पूंछा जाए बाबा भीमराव अंबेडकर साहब का नाम लेकर
कि इनके अनुसार किसको कहा जाता है आत्मा तो संविधान की आत्मा अनुच्छेद 32 को कहा जाता है अब इसमें है क्या 32 में जितने भी
हमने ऊपर पहुंच अभी संविधान में मौलिक अधिकार पड़े हैं फंडामेंटल राइट्स पड़े हैं यह सारे हमने आपको बता दें कि यह आपके
अधिकार है धर्म की स्वतंत्रता कितनी सीमित है आपको स्वतंता कितनी सीमित है समानता कितनी सीमित है बच्चों में जो निषेध वर्क
है वाले श्रम कितना सीमित है यह सब बताया तो यह जो ऊपर मैंने पांच आपको फंडामेंटल राइट्स बताए हैं यदि आपको इनमें से कोई
अधिकार नहीं मिल रहा है तो छठ में आ गया है उससे 32 में संवैधानिक उपचारों का अधिकार यह कहा गया है कि यह एक मौलिक
अधिकार है जो भारत के प्रत्येक नागरिक को संविधान द्वारा मान्यताप्राप्त अन्य मौलिक अधिकारों को लागू करने के लिए सर्वोच्च
न्यायालय के समक्ष यह याचिका दायर करने का अधिकार देता है मतलब जितने मैंने ऊपर अभी 5 मौलिक अधिकार पड़े हैं इनमें से अगर कोई
भी आपको नहीं मिलता है तो आप अपना पक्ष रखने के लिए न्यायालय जा सकते हैं तो एक बात तय हो गई कि मौलिक अधिकार को लागू
कराने के लिए न्यायालय में शरण ली जा सकती है या ने यह बाद योग्य होते हैं आपसे कई बार क्वेश्चन पूछता है कि नीति निदेशक
तत्वों को क्या न्यायालय में चुनौती दी जा सकती है तो जी नहीं नीति निर्देशक तत्वों को चुनौती नहीं दी जा सकती है क्या मूल
अधिकारों को दी जा सकती है बिल्कुल दी जा सकती है मूल अधिकारों को न्यायालय में लागू करवाया जा सकता है ठीक है यह बात
आपको याद रखना है अब हमारा पॉइंट आता है नेक्स्ट हैं नेक्स्ट पॉइंट यह आता है कि नीति
निदेशक तत्वों अनुच्छेद अब आगे की बात करें तो 36 से 51 के बीच में हम से यह कहा गया है दोस्तों कि भारत
के संविधान में नीति निर्देशक तत्व होंगे और नीति निदेशक तत्व क्या होते हैं यह दोस्तों राज्यों की आधारशिला माने जाते
हैं याद रखिएगा मूल अधिकार नागरिकों के लिए होते हैं जो डायरेक्टर अधिकार मिल जाते हैं नागरिक को नीति निदेशक तत्व
राज्य को सबसे पहले मिलते हैं और राज्यों अपने अनुसार नागरिकों को देती है राज्य सरकार अगर चाहे घी तो आपको देगी राज्य
सरकार आपको अगर नहीं चाहेगी तो वह अधिकार नहीं देगी और अगर नहीं देगी तो आपको यह लगेगा कि हम आधिकारिक पाने के लिए हमने यह
लें तो आपको न्यायालय जाने का अवसर ही नहीं होगा क्योंकि मैं बता चुका हूं कि न्यायालय नहीं जा सकते लिखा है न्यायालय
की शरण संभव नहीं है दोस्तों यह याद रखिएगा तो राज्य में नीति निर्देशक तत्व को न्यायालय नहीं ले जा सकते हैं
आपके मूल अधिकार न्यायालय जा सकते हैं अगला पॉइंट है कि नीति निर्देशक तत्व किस संविधान से लिए गए हैं तो आयरलैंड के
संविधान से उत्प्रेरित हैं तो यह इंपोर्टेंट पॉइंट है अच्छी तरीके से जाननी जाएगा अगला पॉइंट ये जाता है कि छत पर
अनुच्छेद 136 में क्या कहा जाता है कि अनुच्छेद 136 में राज्य की परिभाषा का वर्णन है जितने भी स्टेट है उनकी जो
फंडामेंटल राइट से अलगाव की बात करें तो फंडामेंटल राइट्स है एक अलग चीज है नीति निदेशक तत्व राज्य के ऊपर डिपेंड होते हैं
पूरे राज्य की आधारशिला पूरे राज्य की परिभाषा बताते हैं अनुच्छेद 36 में 37000 लगा लेना इंपोर्टेंट है क्या नीति निदेशक
तत्वों को न्यायालय में शरण संभव है जी नहीं अनुच्छेद 370 कहता है कि इनको न्यायालय में नहीं आपने जा सकते अनुच्छेद
38 कहता है कि लोग कल्याणकारी राज्य तथा उसकी नीतियों का गठन किया गया है यानि जो भी राज्य चाहेगा
तो वह आपको सेवाएं देगा अगर नहीं चाहेगा तो वह आपको सेवाएं नहीं देगा अब देखिए बहुत इंपोर्टेंट है 40 41 4448 5051 यह
सारे इंपोर्टेंट है इसलिए इनको भूलना नहीं मेरे भाई बहुत ज्यादा इंपोर्टेंट है मैं गुजारिश करूंगा इनको जरूर लेना बहुत सारे
बच्चे होंगे जो पूरी तरीके से थक जाएंगे मैं नहीं सकूंगा क्योंकि मैंने वादा किया है कि यह वीडियो जीरो से टॉप लेवल तक
जाएगी ज्ञान अधूरा नहीं देंगे पूरा देंगे एक बार लिख लोगे सब कुछ और फिर दोबारा अगर आप रिवीजन करोगे तो वह बाहर आएगी दोस्तों
कि आप कहीं समाज में खड़े हो जाओगे एक्जाम हॉल में बैठ जाओगे तो आप कभी हारोगे नहीं देगी दोस्तों अनुच्छेद 40 है कहता है कि
ग्राम पंचायत बहुत इंपोर्टेंट है ग्राम पंचायतों का विवरण क्वेश्चन में कई बार अकेले कुछ
पूछ लेता है यह बताओ कि अनुच्छेद 40 में क्या है तो अनुच्छेद 40 में ग्राम पंचायतों का विवरण है अनुच्छेद किस समय
ग्राम पंचायतों का विवरण है तो अनुच्छेद 40 आंसर हो जाएगा अनुच्छेद 41 में क्या है राज्य आर्थिक और शैक्षिक दृष्टि से पिछड़े
वर्गों का विशेष ध्यान रखिएगा का यह राज्य की परिभाषा में सम्मिलित किया गया है कि जो राज्य होगा जो स्टेट होगा वह पिछड़े
वर्ग है उनके विशेष ध्यान विशेष दायित्व को ध्यान रखने का प्रावधान किसका है यह स्टेट गवर्नमेंट का है क्लियर है अनुच्छेद
44 मोस्ट इंपोर्टेंट राज्य समान रंग नागरिकता संहिता यानि जो समान सिविल संहिता है समान नागरिक संहिता है उसको
लागू करने का प्रयास करेगा बहुत इंपोर्टेंट है दोस्तों याद रखिएगा और काफी ज्यादा बार एग्जाम में पूछा गया है और एक
तो क्वेश्चन आपको हमेशा मिलेगा जो 48 का है बहुत बार पूछा गया है क्योंकि जो पर्यावरण हमारा यानि जो हमारा एनवायरनमेंट
है ना हमारा जो इन पेमेंट है वह कहा गया है यह पहले उसको संविधान से दायित्व मिला है किसको स्टेट
गवर्नमेंट को कहा गया है कि राज्य पर्यावरण संरक्षण और संवर्धन का प्रयास करेगा कौन से आर्टिकल में है आर्टिकल है
48 का है 48 में कहा गया है कि राज्य का दायित्व बनता है कि वह एनवायरनमेंट को सुचारु रूप से देखभाल करेगा और अनुच्छेद
50 राज्य कार्यपालिका और न्यायपालिका का पृथक्करण वेरी वेरी मोस्ट इंपॉर्टेंट कई बार पूछा गया है कि न्यायपालिका और
कार्यपालिका का पृथक्करण कि संविधान के अनुच्छेद में है तो आर्टिकल मिट्टी में है आर्टिकल 341 इंपोर्टेंट है दोस्तों
क्योंकि कहता है कि अंतरराष्ट्रीय शांति आपको केवल एक लेना है 51 लिखकर क्या लिखना है अंतरराष्ट्रीय शांति अंतरराष्ट्रीय
शांति इतना लिख कर छोड़ देना अपने कॉपी में तो क्वेश्चन में 51 में रहता है अनुच्छेद 51 यह है कि भारत के विदेशी नीति
विदेशी ने इसका मतलब अंतरराष्ट्रीय जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जो अंतरराष्ट्रीय सा
कि है वह किस अनुच्छेद में है अनुच्छेद 51 में ठीक है यह बात आपको याद रखना है पूरी तरीके से यह वाला आपका पाठ खत्म हो गया
अन्यथा और याद रखना भाग 4 में आपका हमने पिछला जो है वह पूरा पढ़ा है आयरलैंड वाला भाग 4 के अंतर्गत आता है अब हम आगे
बढ़ेंगे नेक्स्ट चैप्टर को ठीक है चलिए तो भैया मूल कर्तव्य की बात करें तो यहां पर क्या है यहां पर मूल कर्तव्य का मतलब है
फंडामेंटल ड्यूटीज क्लियर है ड्यूटीज का और फंडामेंटल राइट्स में जमीन-आसमान का अंतर है कुछ समय कहता है कि बताओ कि मूल
कर्तव्य किस संविधान संशोधन से आए हैं पहला क्वेश्चन मूल कर्तव्य किस देश से लिए गए हैं दूसरा क्वेश्चन मूल कर्तव्य किस
भाग में है तीसरा क्वेश्चन मूल कर्तव्य किस अनुच्छेद में है चौथा क्वेश्चन और मूल कर्तव्य कितने हैं पांचवा क्वेश्चन मूल
कर्तव्य मूल संविधान में कितने थे छटा कुशन और मूल कर्तव्य वर्तमान संविधान में कितने हैं सातवां कुशल यह सात प्रकार के
क्वेश्चन आपको याद रख है तो पहला पॉइंट है कि जो मूल कर्तव्य है विदित है कि आपातकाल के दौरान भारतीय
संविधान के भाग 4 में वर्णित मौलिक कर्तव्य है पहला स्टार बनाकर पॉइंट किलो स्टार के पॉइंट को लिए कहता है कि मूल
कर्तव्य जो है 42वें संविधान संशोधन के द्वारा लाए गए हैं जो 1976 में संशोधन हुआ यह बात याद रखिएगा 44 वें संविधान संशोधन
के तहत संपत्ति के अधिकार को मूल अधिकार से हटाया गया था याद आया अभी पहले बढ़ाया है और मूल कर्तव्यों का जो संशोधन है वह
42वां है कुच और इसमें था यह विवादित सीमा है दोनों में फर्क याद रखना है तो आप कंफ्यूज वो इधर उधर मिक्स कर दो है ना तो
यह बात आपको याद रखना है अगला पॉइंट यह है कि इससे पूर्व मूल संविधान में मौलिक अधिकारों की अवधारणा को तो रखा गया था
लेकिन मूल कर्तव्य को शामिल नहीं किया गया था मतलब यह पूरी तरीके से बात फाइनल हो जाती है कि पहले जो संविधान बना था
अपने मूल अधिकार थे और संविधान जो बना है उसमें इनको संशोधन करके अनुच्छेद कितने-कितने में 151 में डाल दिया गया है
और यह बाद में शामिल किए गए हैं जिसमें 42वें संविधान संशोधन बहुत देर में किया गए पहला हुआ दूसरा संविधान संशोधन तीसरा
चौथा पांचवा सभी वाले संविधान संशोधन में लेकर तो कुल मिलाकर बहुत लेट डालेंगे मूल कर्तव्य किस देश से लिए गए हैं रोज से या
सोवियत संघ रूस आ जाए तो ऑप्शन मर देना वर्तमान में कौन से क्षेत्र में है तो 5151 काम में लिए गए आर्टिकल 510 में जो
है मूल कर्तव्य को रखा गया है फंडामेंटल ड्यूटीज में कितने मौलिक कर्तव्य है दोस्तों तो वर्तमान में अगर क्वेश्चन में
पूंछा जाए कि वर्तमान में कितने हैं तो 11 है जिनमें से 10 को 42वें संविधान संशोधन में जोड़ा गया था तो यह कुछ से यहां से बन
जाता है कि वर्तमान में मौलिक कर्तव्य 11 है जबकि मूल संविधान में मौलिक कर्तव्य कितने थे 10 थे
11वां कौन से जोड़ा गया है दिमाग में भी आता है जैसे मूल अधिकार में छठा जो है 6 रखे गए साथ में हटा दिया गया था संपत्ति
का अधिकार न्यायिक अधिकारी बना दिया गया विधिक अधिकार कानूनी अधिकार बना दिया गया ऐसे आपके दिमाग में भी तो आता होगा कि अगर
10 है तो 11 में कौन सा जोड़ा गया तो यही तो दोस्तों बहुत इंपोर्टेंट है कई बार एग्जाम में पूछा गया और वहां से कुछ नहीं
आता है कि 11वां जोड़ा गया ना यह कौन से संविधान संशोधन से जोड़ा गया और यह है क्या तो आपको मैं बता देता हूं यह 11वां
जो मौलिक कर्तव्य है वह याद रखिएगा वर्ष 2002 में 86वें संविधान संशोधन के जरिए जोड़ा गया इसलिए 11 मौलिक कर्तव्य हो गया
और दोस्तों उसका नाम क्या पता है 6 से 14 वर्ष के बच्चों को निशुल्क शिक्षा दी जाएगी यह 11वां मौलिक कर्तव्य कर्तव्य है
जिसको आपको रत्ना चाहिए दिमाग में फिट कर लेना कुछ संकल्प को आ सकता है कि 11वां जो मौलिक अधिकार है उसका नाम क्या है तो
निशुल्क शिक्षा 614 पर दूसरा क्वेश्चन कितने से कितने बरस को जो है निशुल्क शिक्षा मिलेगी ऐसे
शुक्र में प्रावधान किया है तो आंसुओं का 614 बस कौन सा संविधान संसोधन सीमा संविधान संशोधन कब आया 2002 में आया यह भी
आपको याद रखना है अब मैं इन गद्दारों को देख लेता हूं एक तरीके से जिसमें से आपको यह वाला तो भूलना नहीं है यही वाला अगर
आपको याद है तो समझ लो क्वेश्चन पेपर यह बिल्कुल से निकल जाएगा इस्लाम में संविधान का पालन तथा उसके आदर्षों संस्थाओं और
राष्ट्रीय प्रतीकों का सम्मान से पहले से संविधान में था राष्ट्रीय आंदोलन के प्रेरक आदर्शों का पालन करना जितने भी
आंदोलन में सदस्य रहे सक्रिय रूप से उनका पालन करना भारत की संप्रभुता एकता और अखंडता की रक्षा करना जिससे कोई राष्ट्र
को तोड़ना पाए देश की रक्षा ओर राष्ट्र सेवा करना यह हम सभी का दायित्व है भारत के लोगों में असमर्थता और भक्तों की भावना
रखना यानि हमको मेल बनाकर चलना चाहिए तभी अंगों की नहीं होने सोचना चाहिए समन्वित संस्कृति की गौरवशाली परंपरा की रक्षा
करना जो हमारी भारतीय संस्कृति है परंपरा है उसको हमें जीवित रखना है अच्छा रखनी है उसकी हमारा जो एनवायरनमेंट
है प्राकृतिक पर्यावरण उसको हमारा दायित्व बनता है कि हम उसका खुद रक्षा करें और उसमें रहने वाले प्राणी है जैसे जीव जंतु
हैं पक्षी है उन सभी की रक्षा करने का दायित्व किसको है हमारा है ठीक है अगर आप पॉइंट जाता है कि वैज्ञानिक दृष्टिकोण
मानवतावाद और ज्ञानवर्धन का विकास करना एक ऐसी पहल जो एक शिक्षक और एक स्टूडेंट कर सकता है तो एक कहीं ना कहीं साइंटिफिक
रीजन से हम सभी को आगे बढ़ना पड़ेगा सार्वजनिक संपत्ति की सुरक्षा करना हमारी जितनी भी धरोहर है सामाजिक अदृश्य से अगर
देखा जाए जितने भी जो है सरकारी दृष्टियां है सार्वजनिक संपत्ति हैं इनको क्या है इनका दायित्व है कि इनको हम तोड़फोड़ के
जरिए या नष्ट करने के जरिए से न देखें बल्कि में रक्षा करने का दायित्व रखें व्यक्तिगत तथा सामूहिक उत्कर्ष का प्रयोग
प्रयास करना यानि हम सभी को यह सोचना चाहिए कि हमारा जो समाज एवं उत्थान की तरफ बढ़े गर्त में न जाएं नीचे की तरफ न जाएं
और यह अगला नेक्स्ट पॉइंट बहुत इंपोर्टेंट पीछे से 14 वर्ष के बच्चों को अपने शिक्षा के अवसरों को उपलब्ध कराना है जो अनुच्छेद
हम कह सकते हैं संविधान संशोधन 86 में दिया गया है अब देखिए वास्तविक संविधान है वह दोस्तों यहां से स्टार्ट होता है यह
संविधान में अगर देखा जाए तो 30 पर सेंट हम संविधान को लगभग-लगभग क्लियर कर चुके हैं हम पूरी तरीके से बचा हुआ 70 पर सेंट
संविधान अब जाएगा जहां से कुछ क्षण बनते हैं कि राष्ट्रपति क्या है उप-राष्ट्रपति क्या है यह सारी चीजें आपको जाननी पड़ेगी
ठीक है तो पूरी तरीके से फोकस करना है कि संघीय कार्यपालिका राष्ट्रपति एवं उपराष्ट्रपति घर पर लिया तो समझ लो चीजें
बहुत आसान हो जाएगी ठीक है अब देखिए संघ और राज्य पालिका जो है संघीय कार्यपालिका जो है उसमें राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति
के पद में सबसे पहला जो पद आता है वह राष्ट्रपति का आता है भारत में एक कुशल बनता है एग्जाम की दृष्टि जितने भी भारती
एक्जाम होते हैं उसमें क्वेश्चन बनता है यह कहता है कि भारत के किस अनुच्छेद में राष्ट्रपति होगा यह
पैसा विवरण दिया गया है जल्दी से बताइएगा तो आंसर होगा अनुच्छेद 53 में अनुच्छेद 253 में यह कहा गया है कि भैया भारत का जो
कार्यपालिका शक्ति है वह अनुच्छेद 53 का एक में होगा तो क्या इसका मतलब यह है कि भारत का राष्ट्रपति अनुचित रेपर एक में का
यही नहीं मात्र कि इसमें होगा मात्र दोस्तों 58 के अनुसार जो है वह योग्यता ग्रहण करता है और अच्छे त्रेपन के तहत एक
राष्ट्रपति होगा 531 के तहत राष्ट्रपति की शक्तियां होंगी कार्यपालिका में होंगी यह बात को याद रखिए भारत में संसदीय व्यवस्था
को अपनाया इंपोर्टेंट है शीघ्र व्यवस्था को अपनाया गया है संसदीय व्यवस्था को राष्ट्रपति नाम मात्र की कार्यपालिका तथा
प्रधानमंत्री तथा उनके मंत्रिमंडल वास्तविक कार्यपालिका है तो कल को शर्मा ने दोनों स्टार बना लेना
अ क्वेश्चन यह बनेगा कि राष्ट्रपति नाम मात्र की कार्यपालिका का सदस्य है प्रधान कौन होता तो राष्ट्रपति और कुछ यह पूछ
लेना कि मंत्रिमंडल का वास्तविक कार्यपालिका कौन होता है तो प्रधानमंत्री क्वेश्चन यह भी पूछा जा सकता है कि
मंत्रिमंडल के कार्यपालिका का प्रमुख कौन होता है तब भी राष्ट्रपति होगा जब तक उच्च सदन में वास्तविक लगाकर ना आए तो तब तक
प्रधानमंत्री नहीं मारेंगे तो याद रखिएगा मंत्रिमंडल के कार्यपालिका का जो प्रमुख होता है वह राष्ट्रपति है और मंत्रिमंडल
के कार्यपालिका का वास्तविक प्रमुख कौन होता है वह प्रधानमंत्री है तो जब वास्तविक पूंछा जाए तो प्रधानमंत्री और जब
नाम मात्रा नाम मात्र न पूछा जाए तो राष्ट्रपति राष्ट्रपति देश का संवैधानिक प्रधान होता है यह बहुत इंपोर्टेंट पॉइंट
है राष्ट्रपति भारत का प्रथम नागरिक होता है नेक्स्ट इंपोर्टेंट पॉइंट है और राष्ट्रपति का निर्वाचन समानुपातिक
प्रतिनिधित्व प्रणाली और एक्शन व्यक्ति द्वारा किया जाता है बहुत इंपोर्टेंट है यह बड़ा इंपोर्टेंट स्टार
हो ना कि स्टार लगा लेना है यह अगर क्वेश्चन पूंछा जाता है यह भारत का राष्ट्रपति चुना जाता है वह किस पद्धति के
द्वारा चुना जाता है तो एकल संक्रमणीय पति के द्वारा चुना जाता है भारत का जो राष्ट्रपति होता है प्रेसिडेंट होता है वह
पहला नागरिक होता है पहला संवैधानिक सुधार होता है और सर्वोच्च सेनापति होता है यानि कि तीनों सेना का सेनापति तीनों सेनाओं का
चीज होता है कौन प्रेसिडेंट होता है क्लियर है यह बात आपको दिमाग में फिट रखनी है राष्ट्रपति पद की योग्यता अनुच्छेद 58
में दोस्तों यह कहा गया है कि कोई भी व्यक्ति यदि प्रेजिडेंट बनना चाहता है यदि राष्ट्रपति बनना चाहता है तो वह निम्न
योग्यता रखता हो तभी बन सकता है कि वह भारत का नागरिक होना चाहिए वह 35 वर्ष की आयु पूरी कर चुका हो लोकसभा का
सदस्य निर्वाचित किए जाने का योग्य जो रखना रखता है वह होना चाहिए यानि कि लोकसभा है ना जिसको निम्न सदन कहते हैं
आगे हम पढेंगे लोकसभा होता है उसमें निर्वाचित होने के लिए वह इनविजिबल हो योग्य है तो दोस्तों यह योग्य होगा चुनाव
के समय लाभ का पद धारण नहीं करना होगा करता हो और याद रखिएगा हमारे संविधान में ऐसा कोई प्रावधान नहीं किया गया है जिसमें
कोई शिक्षा का प्रधानों व प्रावधान हों मतलब कोई भी व्यक्ति एजुकेशन की बात करें तो एजुकेशन का जिक्र ही नहीं है तो आपको
याद रखना है कि एजुकेशन का वर्ड यूज़ नहीं किया गया है कि मतलब इतना व्यक्ति अगर पढ़ा लिखा होगा तो वह राष्ट्रपति चुना
जाएगा ऐसा कुछ नहीं प्रावधान है लेकिन हम लोगों की नौकरियों में बहुत कुछ होता है तो इस पर भी आप मेरा यह दें कि क्या आप की
राय है कि यहां पर ऐसा सिस्टम है और हमारे जीवन में हम लोगों के जीवन में कैसे सिस्टम होता है ठीक है यह भी हमें राय दें
हुआ है कि राष्ट्रपति के योग्यता के बाद बहुत इंपोर्टेंट पॉइंट आता है कि निर्वाचन
दोस्तों याद रखिएगा कि जो राष्ट्रपति का निर्वाचन और उपराष्ट्रपति का निर्वाचन है उसमें जमीन-आसमान का अंतर है कुछ ऐसे
मिलते जुलते बड़ों से आपके ऑप्शंस गलत हो सकते हैं इसलिए दोनों को बहुत ध्यान से पढ़िएगा दिखेगा राष्ट्रपति का निर्वाचन
होता होता तो लोकसभा-राज्यसभा सही है और उसमें भी लोकसभा-राज्यसभा लेकिन फर्क क्या होता है एक शब्द का अंतर होता है इसमें
राज्यसभा लोकसभा और राज्यों की विधानसभाओं के निर्वाचित सदस्य होते हैं अब देखिए यह वर्ड है ना निर्वाचित यह निर्वाचित सदस्य
याद रखना है जब भी निर्वाचित सदस्य होगा तो वह राष्ट्रपति में होगा यानी हमेशा याद रखिएगा कि सभी सदस्यों के द्वारा ना होकर
राष्ट्रपति का जो चुनाव होता है वह सभी विधानसभा राज्यसभा लोकसभा के निर्वाचित मतलब पूरी तरीके से जो निर्वाचित होकर आते
हैं ठीक है ना है तो वह सदस्य होते हैं नवीनतम व्यवस्था के अनुसार पांडिचेरी विधानसभा तथा दिल्ली
की विधानसभओं के निर्वाचित सदस्य को भी सम्मिलित किया गया है यानी दो एक केंद्र शासित प्रदेश है जिसमें दिल्ली और पंडित
चेहरे को शामिल किया गया है यह भी कैसे होते हैं निर्वाचित होते हैं तो कुल मिलाकर यह बात दिमाग में फिट कर लेना है
कि जब भी आप को राष्ट्रपति का ऑप्शन देखना है टिप करना है तो उसमें संसद व विधानसभा दिल्ली वास पांडिचेरी के निर्वाचित सदस्य
होना बहुत जरूरी है क्लियर है यह पॉइंट आपको याद रखना है अगला पॉइंट ये है कि राष्ट्रपति पर महाभियोग की प्रक्रिया
महाभियोग से दो क्वेश्चन मानते हैं राष्ट्रपति पर महाभियोग से दो क्वेश्चन जो सबसे अधिक पूछे गए हैं वह यह है स्टार बना
कर रख लेना कि महाभियोग की प्रक्रिया भारत में किस संविधान से प्रेरित है आंसर होगा अमेरिका यानि यूएस है अमेरिका से महाभियोग
की पद्धति ली गई है अगर आप उस से पूछता है कि राष्ट्रपति महाभियोग की प्रक्रिया भारत के किस
संविधान के अनुच्छेद के अंतर्गत आती है तो वह है अनुच्छेद 6 अनुच्छेद 161 के तहत भारत के सिस्टम यह है कि राष्ट्रपति को
हटाया जा सकता है यदि वह संविधान की अवहेलना करता है तो आपको याद आता है कि अनुच्छेद 6 का उपयोग कैसे करना है
अनुच्छेद 6 के अनुसार राष्ट्रपति द्वारा संविधान का अतिक्रमण या अवैध है न किए जाने पर उसके विरुद्ध महाभियोग चलाया जा
सकता है राष्ट्रपति के विरुद्ध महाभियोग संसद द्वारा चलाई जाने वाली एक अर्ध न्यायिक प्रक्रिया है अब क्वेश्चन यह भी
बनता है कि क्या संसद के राज्यसभा या लोकसभा में चला जाएगा बिल्कुल चला जाएगा तो दूसरा कुछ यह भी बनता है कि क्या राज्य
सभा में पहले ले जाया जाएगा यार लोकसभा में तो आंसर होगा कि महाभियोग चलाने के लिए आप किसी भी सदन में उसे ले जा सकते
हैं अब बात आती है प्रक्रिया क्योंकि प्रक्रिया में है अपने बच्चे परेशान रहते तो यहां से बनते
हैं तीन क्वेश्चन इंपोर्टेंट क्या टीम क्वेश्चन इंपोर्टेंट है तीन क्वेश्चन में पहला क्वेश्चन यह इंपोर्टेंट है महाभियोग
का प्रस्ताव किसी भी सदन में प्रयोग या प्रस्तुत किया जा सकता यह मैंने बताया है या निम्न सदन जिसको लोकसभा कहते हैं उच्च
सदन जिसको राज्य सभा कहते हैं तो जो राष्ट्रपति पर महाभियोग चलाने की प्रक्रिया है वह किसी भी सदन में स्टार्ट
कर सकते हैं ठीक है यह बात तो एक तय हो गई दूसरा पॉइंट यह है कि अगर हम महाभियोग चला रहा है जब भी हम किसी पद्धति को चलाते हैं
ठीक है न तो उससे पूर्व हम राष्ट्रपति को क्या करेंगे सूचित करेंगे अब बात आती है कि जब हम महावियोग लगा रहे होंगे तो
प्रस्ताव के कितने दिन पूर्व यानी 14 दिन पहले हम राष्ट्रपति को बताएंगे कि भैया तुम्हें महाभियोग के द्वारा हटाने की
कोशिश है यानी प्रस्ताव राज्यसभा या लोकसभा में जाया जा रहा है प्रस्ताव की सूचना पर उच्च सदन में
में कम से कम एक बटे चार सदस्यों के हस्ताक्षर होने चाहिए मतलब लोकसभा राज्यसभा में अगर जिसमें भी आप ले जा रहे
हो वह तभी पारित समझा जाएगा तभी उस प्रस्ताव को यहां पर क्या आगे बढ़ाया जाएगा जब उच्च सदन के एक बटे चार सदस्य उस
पर हस्ताक्षर कर देंगे ठीक है ना तो यह बात तय होनी चाहिए कि अगर सदन में ले जाया जा रहा है राज्यसभा या लोकसभा तो उसमें एक
बटे चार के सदस्यों के हस्ताक्षर होने चाहिए अब देखो एक बटे चार के सदस्यों के हस्ताक्षर हो तो गए लेकिन अगला पॉइंट बहुत
इंपोर्टेंट करता समस्त सदस्यों के कम से कम दो बटे तीन से बहुमत पारित होना चाहिए तभी वह आगे जाया जाएगा मतलब क्या है कि
अगर दो बटे तीन अनुदान का ऑप्शन में एक बटे तीन दो बटे तीन चार बटे तीन हिस्सों में तो बच्चा परेशान हो जाएगा तो आपको
इसमें कंफ्यूजन होना एक बटे चार सदस्य के हस्ताक्षर और जबकि पूछे कितना बहुमत तो दो बटे तीन बहुमत से पारित होगा तब
कि वह आगे के लिए दूसरे सदन में जाएगा यदि आपने पहले सदन में राज्य सभा में पारित किया था प्रेषित किया था तो वह दूसरे में
लोकसभा में जाएगा का यह पहले लोकसभा में किया था तो दूसरे सदन में राज्य सभा में जाएगा लेकिन जाएगा कब दो बटे तीन बहुमत से
पारित होने के बाद राष्ट्रपति को दूसरे स्तन में स्वयं अथवा वक्त अपने किसी प्रतिनिधि के माध्यम से स्पष्टीकरण देने
का अधिकार है यह भी आपको याद रखना है कि देखिए अपनी बात को रखने का भी अधिकार भारत के प्रेसिडेंट होता है यदि द्वितीय सदन भी
प्रथम सदन की भांति महाभियोग के प्रस्ताव को समस्त सदस्यों का दो बटे तीन बहुमत से पारित कर लेता है पहले वाले सदन ने दो बटे
तीन मोहम्मद दूसरे वाले सदस्य दो बटे तीन बहुमत से पारित कर लिया तो यार याद रखो कि उस प्रेसिडेंट को हटाया जा सकता है उस
प्रेसिडेंट का रिक्त पद संभाला जाएगा यानी आपको याद रखना है कि चौधरी दिन पूर्व जो है हम किसी राष्ट्रपति को सूचित करेंगे के
भैया तुम्हें हटाया कहां है देख बटे चार सदस्यों के हस्ताक्षर होने चाहिए दो बटे तीन बहुमत से पारित
होना चाहिए दूसरे सदन में भेजेंगे और फिर दो बटे तीन बहुमत से पारित होना चाहिए दोस्तों और समझ लो राष्ट्रपति को
प्रेसिडेंट को हटाया जा चुका है क्या भारत में अभी तक पर महाभियोग लगा है यदि लगा है तो कितने बार लगा है और किस-किस
राष्ट्रपति को महाभियोग से हटाया गया है तो जी नहीं बिल्कुल नहीं अभी तक महावियोग नहीं लगा है भारत में ऐसा कोई अवसर नहीं
आया है जिस पर राष्ट्रपति पर अनुच्छेद 61 का प्रयोग हुआ हो और हटाया गया हो यह भी बात तय है हां कोशिश जरूर हुई है पिछले
सेशन में भी आप जानते हो कि कोच कोशिश हुई है तो इस चीज को आपको याद रखना है ठीक है कि चलो
हैं तो देखिए जैसे यहां पर अगला पॉइंट बनता है कि भारत में चुप प्रेसिडेंट होता है उसकी शक्तियां भारत में जो प्रेसिडेंट
है उसकी शक्तियां कौन-कौन सी होती हैं इन पर थोड़ा सा हम नजर डालते हैं इधर क्या है 300 के अनुसार राष्ट्रपति भारतीय संसद का
अभिन्न अंग है अ बहुत इंपोर्टेंट पॉइंट अ बहुत ध्यान से समझना इस चीज को देखिए जब भी संसद बनती है ना संसद संसद बनती है तो
संसद क्या है संसद तीन लोगों से बनती है एक लोकसभा एक राज्य सभा एक प्रेसिडेंट लोकसभा राज्यसभा और राष्ट्रपति से बनती है
संसद का निर्माण होता है तो आप याद रखना है तो क्वेश्चन आता है कि संसद का भारत का जो प्रेसिडेंट होता है इस अनुच्छेद का
अभिन्न अंग होता है तो 60 के तहत भारत का प्रेसिडेंट संसद का अभिन्न अंग होता है इस रूप में उसे विधाई शक्तियां प्राप्त हैं
यह बहुत इंपोर्टेंट है अब में बहुत बार तो यह क्वेश्चन यह जो देख रहे हैं 25 पॉइंट है इन पॉइंट्स में हर बार
क्वेश्चन बनता है कई बार एग्जाम में बच्चे गलत करके जाते हैं सुनिएगा यह वाला पॉइंट मैंने पूरी तरीके से आपको बता दिया कि
संसद का अभिन्न अंग किस अनुच्छेद के द्वारा होता है दूसरा क्वेश्चन यह बनता है कि यह बताओ कि जो राष्ट्रपति लोकसभा और
राज्यसभा का जो 17 वाहन और आवाहन या 17वां स्थान ऐसे शब्द के प्रयोग होते ना मतलब यह होता है कि जब भी साल के दौरान साल नया
स्टार्ट होता है तो दोनों सदनों की कार्यवाही को सबसे पहले कौन शुरू करता है तो आंसर होगा राष्ट्रपति दोनों सदनों की
कार्यवाही को कौन लास्ट में व्यतीत करता है तो कौन होगा तो भी राष्ट्रपति मतलब क्या है अगर कुछ क्षण में पूछा जाए कि
दोनों सदनों को भंग करने का सकती है में किसको है तो क्या राष्ट्रपतियों का बिल्कुल नहीं राज्य सभा को भंग नहीं किया
जा सकता लोकसभा याद रखिएगा दोनों सदनों को स्थगित करने का जो आ जाती है वह किस में है वह है दोस्तों
राष्ट्रपति में संयुक्त सदान बुलाने का जो अधिकार है वह किसको है राष्ट्रपति को है याद रखिएगा तो यह पॉइंट इंपोर्टेंट है
शुरुआत के साल में दोनों सदनों की बैठक कौन बुलाता है तो आंसर होगा राष्ट्रपति अंत में अगर क्वेश्चन पूंछा जाए दोनों
सदनों को बंद करने लोकसभा को भंग करने आंसर होगा राष्ट्रपति ठीक है प्रत्येक चुनाव के बाद प्रत्येक वर्ष में प्रथम
अधिवेशन को राष्ट्रपति संबोधित करता है यह वही पॉइंट है जो बार-बार रिपीट कर रहे हैं संसद के दोनों सदनों की बैठक आता है
राष्ट्रपति ने बताया लेकिन यह बताओ कि यह जो है किस अनुच्छेद में है तो आपको याद रखना है कि अनुच्छेद 61 कहता है कि भारत
का जो प्रेसिडेंट है राष्ट्रपति है वह संसद के दोनों सदनों की बैठक एक साथ एक छत के नीचे और यह होता है यह तब होता है जब
दो उन्होंने गतिरोध हो रहा हो यानी को यह कह रहा हूं कि हम नहीं मानते कोई वगैरह हम यह
पारित नहीं करेंगे तो यह यॉर्क यह बिल पारित नहीं करेंगे तो दोनों सदनों को हम एक साथ में बैठक कर क्या करेंगे हम कहीं
ना कहीं चर्चा कर लेंगे और एक बेहतर रिजल्ट पड़ जाएंगे लेकिन कुछ समय यहां पर दो बनते हैं इस पॉइंट को सबसे ज्यादा
समझेगा संसद के दोनों सदनों की बैठक कौन बुलाता है तो आंसर होगा प्रेसिडेंट संसद के दोनों सदनों की कौन अध्यक्षता करता है
तो वहां पर होगा लोकसभा का अध्यक्ष यानि स्पीकर महोदय यह बात इंपोर्टेंट है दो क्वेश्चन हो गए जब अध्यक्षता करने की बात
आए तो स्पीकर हो जाएगा बुलाने की बात आ जाए तो राष्ट्रपति बुलाने के बाद राष्ट्रपति का काम खत्म और तीसरा क्वेश्चन
कि किस अनुच्छेद में है 108 में है राष्ट्रपति राज्य सभा के कितने सदस्य को मनोनीत करता है तो उच्च सदन यानी राज्यसभा
में भरा करता है और लोकसभा में दो करता है वो रूम से होते एंग्लो-इंडियन और यह दुबारा
होते यह साहित्य कला विज्ञान के क्षेत्र में पारंगत होते हैं ठीक है चले आगे चलेंगे यह तीन पॉइंट्स और समझ लो फिर चलते
हैं अगले चैप्टर पर राष्ट्रपति आपात उपबंध अब तीन क्वेश्चन कई बार पूछे जाने वाले प्रश्न है भारतीय संविधान में आपात उपबंध
को तीन भागों में बांटा गया है पहला है राष्ट्रीय आपात जिसको 352 कहा जाता है क्वेश्चन में कई बार पूछा गया है कि भारत
के राष्ट्रीय आप रात को किस अनुच्छेद में रखा गया है आंसर होगा 352 राज्यों में संवैधानिक तंत्र की विफलता या राष्ट्रपति
शासन किस अनुच्छेद में है आंसर 356 क्वेश्चन में कई बार पूछा गया है कि भारतीय संविधान में राष्ट्रपति शासन जो
राज्यों में लगता है वह किस अनुच्छेद में है तो आंसर होगा 356 राष्ट्र में वित्तीय आपात किस अनुच्छेद में है तो आंसर होगा 3
एक पाठ याद भी आसानी से कर सकते हो 352 में चार जोड़ दो 356 356 में चार जोड़ दो 360 है ना 5256 60 अब एक में राष्ट्रीय
आपात बीच में हमेशा राष्ट्रपति शासन और राष्ट्र में सब वित्तीय आपात यह तीन चीजें आपको याद रखनी है आप रात वध कहां से लिए
गए हैं अधिकतर आपात उपबंध भारतीय शासन 1935 से लिए गए हैं यह बात दिमाग में रखना है और जर्मनी भी आपात उपबंध के लिए जाना
जाता है भारतीय संविधान के अनुच्छेद 21 यह वाला बहुत इंपोर्टेंट है हमने आपसे कहा है जब कुछ क्षण में यह पूछ है अलग-अलग कि
राष्ट्रीय आपात तो आंसर मारो 352 राष्ट्रपति शासन तो आंसर मारो 356 वित्तीय आपात वह अनुसार मारो 360 लेकिन क्वेश्चन
यह पूछें कि भारतीय संविधान में आपातकालीन सेवा है वह शक्तियां हैं राष्ट्रपति जिसका उपयोग करता है वह किस अनुच्छेद से किस
अनुच्छेद तक है तो आंसर होगा अनुच्छेद 352 से 360 के बीच में ठीक है एनी डोंट नो डाउट यह प्रावधान
केंद्र को किसी भी असामान्य स्थिति से प्रभावी रूप से निपटने के लिए सक्षम बनाती है याद रखिएगा जब राष्ट्र में कोई दिक्कत
हो रही हो तो अनुच्छेद 352 लगाते हैं जब कोई राज्य में दिक्कत हो रही हो तो राज्यपाल राष्ट्रपति लगाता है वहीं
राष्ट्रपति की सहमति पर राज्यपाल ध्यान से सुनिएगा राष्ट्रपति शासन कौन लगाता है राज्यपाल योनि भारत का गवर्नर लगाता है जो
इस राज्य में नियुक्त होता है राष्ट्रपति के द्वारा और वित्तीय आप जो अभी तक नहीं लगा है भारत में आगे संभावना है याद
रखिएगा आने वाले समय में अगर लग जाता है तो उसमें अपडेट कर लेना भैया को रोने अकाल जैसी समस्याओं से भारत गुजरा है तो कहीं
ना कहीं पॉसिबिलिटी है ठीक है संविधान में इन प्रावधानों को जोड़ने का उद्देश्य देश की संप्रभुता एकता अखंडता लोकतांत्रिक
गणराज्य की बात करें तो यहां पर राजनीतिक व्यवस्था व विज्ञान की सुरक्षा करना है जिससे कोई भी
अगर देश में दिक्कत आती है तो राष्ट्रपति शासन लगा दे राष्ट्रीय आपात लगा देंगे राज्य में आती है तो राष्ट्रपति शासन और
वित्तीय आपात की बात करें जो वित्तीय आपात का मतलब होता है अगर भारत में धन की कमी हो जाए ठीक है अब बहुत इंपोर्टेंट पॉइंट
पर आएगा उप-राष्ट्रपति देखिए उप-राष्ट्रपति में बहुत इंपोर्टेंट क्वेश्चन यह पूछेगा हैं कि उपराष्ट्रपति
की नियुक्ति कौन करता है उपराष्ट्रपति की नियुक्ति कौन करता है उपराष्ट्रपति को जो है कैसे चुना जाता है कई बार एग्जाम में
क्वेश्चन पूछा गया है बच्चे ग्रहण करते अक्सर और राज्यसभा के पदेन सभापति कौन होता है तो 34 पॉइंट पर हम जान लेते हैं
संविधान के अनुच्छेद 63 याद रखो अनुच्छेद 161 के तहत हमने कहा था महाभियोग होगा अनुच्छेद 63 में कहा कि भारत का एक
उप-राष्ट्रपति होगा जिसको वाइस प्रेसिडेंट बोलेंगे क्वेश्चन में यह भी याद रखना है कि भारत के जो राष्ट्रपति हैं एक नोट
पॉइंट लिख लो आपसे क्वेश्चन पूछा जा सकता है कि क्या भारत का राष्ट्रपति सीमित समय के लिए चुना जा सकता
है या दूसरा क्वेश्चन आपसे पूछा जा सकता है कि भारत का राष्ट्रपति एक राष्ट्रपति एक व्यक्ति कितने बार चुना जा सकता है तो
आपको मार देना है कोई सीमा नहीं और यूएसए में अमेरिका में एक व्यक्ति मात्र दो बार सुना जा सकता है दोनों कुशल निकलेगा नीचे
स्टार बनाकर तो मतलब कोई एक व्यक्ति है अगर चुनाव लड़ना चाहता है जितना जीता है तो कितनी बार लड़ सकता है तो केवल दो बार
अमेरिका में और भारत में हमेशा जितनी बार लड़ते रहो योग्यता होनी चाहिए बस ठीक है ना 35 वर्ष होनी चाहिए और बस यह होना
चाहिए लोकसभा की बात करें या राज्य सभा की बात करें तो यह चीज यह आपको पता होना चाहिए इसमें एजुकेशन में जो कसम कुछ नहीं
है मैंने पहले बताया था हैं तो आपको यहां पर याद रखना है कि उपराष्ट्रपति होता है उसका कार्यकाल 5
वर्ष होता है राष्ट्रपति कभी कार्यकाल 5 वर्ष होता है संविधान में उपराष्ट्रपति से संबंधित प्रावधान अमेरिका के संविधान से
ग्रहण है और राष्ट्रपति का प्रावधान वह भी अमेरिका से ग्रहण है यह भी आपको बात दिमाग में फिट रखने है अब एक बात और याद रखना है
उसमें क्या था राष्ट्रपति में लोकसभा का जो है नेता चुने जाने की औपचारिकता व हैसियत रखता हो कोई व्यक्ति तभी
राष्ट्रपति बने काया और इसमें क्या होता है कि भारत का जो उप-राष्ट्रपति होता है वह राज्यसभा का सभापति नहीं होता ना सदस्य
होता है लेकिन राष्ट्रपति जो है उप राष्ट्रपति जो है राज्यसभा का पदेन सभापति होता है और वह राज्यसभा का सदस्य नहीं
होता है अतः मतदान का अधिकार भी नहीं होता है किंतु सभापति के रूप में निर्णायक मत देने का अधिकार उसे प्राप्त होता है तो
कुल मिलाकर याद रखना है कि उपराष्ट्रपति राज्य सभा करना तो सदस्य होता है ना ही वह मतदान कर सकता है लेकिन
राज्य सभा का पदेन सभापति होता है यह बात इंपोर्टेंट है अच्छे से याद रखना है राष्ट्रपति के पद खाली रहने पर
उपराष्ट्रपति राष्ट्रपति के हैसियत से कार्य कर सकता है और याद रखिएगा दोस्तों कई बार पूछा जाता है कि कितने दिनों तक
राष्ट्रपति का कार्यभार उप-राष्ट्रपति संभाल सकता है तो मात्र छह महीनों के भीतर ही दूसरे चुनाव हो जाने चाहिए या कोई
राष्ट्रपति आना चाहिए तो कोई भी उप-राष्ट्रपति कितने दिनों तक राष्ट्रपति के पद पर रह सकता है तो आपको याद रखना है
मात्र छह महीने के दौरान तक क्लियर है कोई डाउट नहीं हो सकता आउट अब बात करते हैं कि जो संसद है कई बार एग्जाम में पूछा जाने
वाला प्रश्न है देखिए लोकसभा राज्यसभा से बहुत अच्छा क्वेश्चंस बनते हैं बड़े ध्यान से देखना एक पॉइंट को ठीक है देखिए संघीय
विधायक या संसद संसद को संघीय विधायिका कहा जाता है भारतीय शासन प्रणाली का दूसरा आधा आधार
स्तंभ है वह क्या है संसद है संसद का निर्माण फिर से मैं बताऊंगा हीरो बना कर रख लेना संसद का निर्माण होता है लोकसभा
राज्यसभा और किससे प्रेसिडेंट है तीनों चीजों से मिलकर बनता है यह बात दिमाग में रखना ऐसा ही आपको संसद के नीचे और लगाकर
यह लार पी लेना है यह लार पिया हिंदी में लिख लेना है लोकसभा राष्ट्र राज्य सभा और राष्ट्रपति ठीक है अब बात आती है कि इसका
उपबंध संविधान के किस भाग में है तो भाग-5 में है अनुच्छेद कितने से कितने तक का 79 से 123 तक का एक बार यह भूल जाना लेकिन
अलग-अलग वाले जो अभी मैं आगे बताऊंगा वह मत भूलना वह केवल दो आपको याद रखना है दोनों 6 ठीक है कुछ क्षण में आपको केवल
तीन अनुच्छेद याद रख हैं बहुत इंपोर्टेंट तरीके से है कि भारत में भारतीय संविधान में भारत की जो संसद है वह कितने अनुच्छेद
की बात करती है तो 79वें कहा गया है कि भारत में एक संसद होगी ठीक है इतना ध्यान रखो
केवल भारत में एक संसद होगी कितने अनुच्छेद में है शून्य है संघ के लिए एक संसद होगी मैंने बताया राष्ट्रपति और
दोनों सदनों से मिलकर बनेगी अभी मैंने बताया यह लार पी है ना यह का मतलब लोकसभा आर का मतलब राज्यसभा टीवी का मतलब
प्रेसिडेंट दोनों सदनों का मतलब लोकसभा राज्यसभा राष्ट्रपति हैं तो यह इससे जो है या न प्लस आफ प्लस पीस बराबर क्या होगा
संसद होगा तभी बनेगी नहीं तो आप प्रेसीडेंट को भूल ना हो तो पी का मतलब प्रेसिडेंट है जिन्हें क्रमशः राज्यसभा और
लोकसभा होंगे यह दोनों सदनों की बात करें 1935 के भारतीय शासन अधिनियम में केंद्र में द्विसदनात्मक व्यवस्थापिका की स्थापना
की गई थी द्विसदनात्मक व्यवस्थापिका का मतलब है कि लोकसभा और राज्यसभा ठीक है कोई डाउट नहीं होना चाहिए अभी मैंने एक आपको
ऊपर स्टार पॉइंट में बताया है कि 729 बराबर संसद यानी भारत के समय घर में जो पार्लियामेंट होगी वह अनुच्छेद
कितने से कितने तक का वह आप भूल जाओ केवल आपको याद रखना है कि एक पालियों में होगी अनुच्छेद 79 कोई दिक्कत को डाउट नहीं होना
चाहिए अब बात आती है कि उसके आगे उसके आगे हमें पढ़ना है लोकसभा और राज्यसभा याद रखिएगा कि सबसे जबरदस्त क्वेश्चन आते हैं
लोकसभा और राज्यसभा से यानि इंफॉर्मेशन ऑफ लोकसभा लोकसभा के गठन के बारे में प्रावधान संविधान के अनुच्छेद 51 आर्टिकल
81 तो आपको अपनी कॉपी में एक बार फिर से 600 800 आपने संसद लिया है कोई दिक्कत नहीं है आप छोड़ दीजिए और आप में लोकसभा
कोई दिक्कत कि आपको याद रखें कि जब लोकसभा का गठन तो भारत के संविधान के अनुच्छेद 80 कहा गया है कि
व्रत में एक्शन होगा जिसको निम्न सदन कहा जाएगा वह लोकसभा का यह ठीक है अनुच्छेद 21 के तहत मूल संविधान में लोकसभा के सदस्यों
की संख्या 500 निश्चित की गई थी लेकिन समय-समय पर इसकी वृद्धि हुई और 31 वें संविधान संशोधन 1974 के दौरान 525 से
बढ़ाकर 545 कर दी गई तो कुल मिलाकर आपको याद रखना है यहां पर दो क्वेश्चन पूछे जाएंगे दो क्वेश्चन पूछे जाएंगे कि आपसे
क्वेश्चन पूछा जाएगा कि मूल संविधान में भारत की लोकसभा में कितने सदस्य थे 500 और अगर क्वेश्चन में पूछा जाए कि वर्तमान में
अधिकतम संख्या कितनी हो सकती हैं 552 और क्वेश्चन नंबर तीसरा पूछा जाए कि वर्तमान में जो अभी वर्तमान में संख्या है वह
कितनी है तो आपको याद रखना है 545 है ₹500 48 है याद रखना है कि अभी वर्तमान में सदस्यों की संख्या कितनी है 545 अधिकतम
संख्या कितनी हो सकती है 552 हो सकती है लोकसभा में राष्ट्रपति कितने लोग नामित करते हैं जो मैंने ऊपर बताया था
एंग्लो-इंडियन के सदस्य दो करता है कौन से लोकसभा में लोकसभा के सदस्यों का चुनाव प्रत्यक्ष रूप से होता है यानी यहां पर
व्यस्त मताधिकार का जो सब यूज होता है वह आपको याद रखना है अब देखो लोकसभा कैसा होता है यह इंपोर्टेंट है अच्छे से याद
रखना है देखो लोकसभा लोकप्रिय सदन होता है पहला पॉइंट आप यह लिख लीजिएगा लोकप्रिय इसमें लिखा हो तो कोई दिक्कत नहीं है मैं
अपनी आपसे एक बार हूं लोकप्रिय सदन किसे कहते हैं लोकसभा लोकसभा को निम्न सदन कहा जाता है तीसरा कुछ पॉइंट्स लीजिएगा लोकसभा
एक भंग होने वाला सदन है भंग होने वा क्वेश्चन है लेकिन हम यह वाला तीनों चीजें आपको दिमाग में रखनी है लोकसभा संसद के
निम्न सदन है किंतु वह राज्यसभा से अधिक शक्तिशाली है यह जनता का वास्तविक प्रतिनिधित्व करने वाला सदन है इसकी
शक्तियां एवं कार्यों का उल्लेख हम कर रहे हैं बड़े ध्यान से सुन है तो तीन पॉइंट हमने बताया है कि लोकप्रिय सुधर कौन है
लोकसभा है निम्न सदन कौन है लोकसभा है भंग होने वाला स्वयं कौन है लोकसभा है इसकी शक्तियां व्यवस्थापिका संबंधी सकती है
कार्यपालिका संबंधित हो सकती है राज्यसभा से कहीं ज्यादा 19th घड़ी है व्यक्ति संवैधानिक शक्ति जो संविधान में संशोधन
करते हैं 368 के तहत और अन्य शक्तियां जैसे बिल पारित करने की शक्ति कोई भी मिल रहा है तो वह लोग एक-एक तो है जैसे की बात
करें संसद के दोनों सदनों में कोई भी राष्ट्रपति के विरुद्ध अभियोग लगा सकती है राज्य सभा व लोक सभा
तु की जांच करते हैं यह तो सब कोई है हमने आपको पहले बताया कि राज्यसभा या लोकसभा में दोनों में आर्टिकल 61k तहत भारत का
महावियोग ले जाया जा सकता है अनुच्छेद 124 4 के तहत लोकसभा राज्यसभा के साथ मिलकर उच्चतम न्यायालय अथवा उच्च न्यायालयों के
न्यायाधीशों का कदाचार असमर्थता के आधार पर उसको हटाया जा सकता है मतलब 124 ये कहता है कि भारत में जो जितने भी आपके
न्यायधीश होते ना उनको हटाया जा सकता है जिस तरीके से राष्ट्रपति को हटाया जा सकता है राष्ट्रपति अगर भारत के संविधान को
अतिक्रमित करें या अव्हेलना करें ऐसे ही भारत का न्यायधीश अगर जो है इसमें लिप्त में पाया जाता है तो उसको भी इसी
प्रक्रिया से हटाया जा सकता है तो अनुच्छेद 124 होता है उसका और इधर कितना होता है आर्टिकल sixty-one होता
राष्ट्रपति में उपराष्ट्रपति को हटाने के लिए प्रस्ताव जो है राज्य सभा में प्रस्तुत किया जाता है लोकसभा में नहीं यह
भी आपको बात याद रखनी है अब बात आती है राज्यसभा की बहुत अच्छा पॉइंट है याद रख लीजिएगा देखिए राज्य सभा
को कई नामों से जानते हैं जैसे राज्य सभा को उच्च सदन के नाम से जानते हैं जो मैं बोलो फटाफट 3 से 4 स्टार में लिख लो तो
बनता है कि बताओ कि विद्वानों का सम्मान किसे कहा जाता है तो आंसर होगा और राज्यसभा दोनों स्टार उच्च सदन राज्यसभा
का यह तीसरा भंग ना होने वाला सदन राज्य सभा राज्य सभा हो गया चेंबर राज्य सभा हो गया तो यह सारी चीजें आपको याद रखना है
राज्यसभा को भारतीय संसद का द्वितीय या उच्च कहा जाता है यह किसे कहते हैं राज्यसभा को कहते हैं विद्वानों का पेनल
राज्य सभा को कहते हैं और इसमें राज्यों के सदस्य होते हैं यह सदस्य राज्यों और संघ राज्य क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करते
हैं और आपको यह कहना है कि राज्य सभा कभी भी विघटित नहीं होती है और यह भी याद रखना है एक चीज और
भूल गए यहां पर लोकसभा में लोक सभा के सदस्यों का कार्यकाल लोक सभा के सदस्यों का कार्यकाल होता है 5 वर्ष और लोकसभा का
जो सदस्य होता है वह कितनी आयु की बात करता है तो 25 साल ठीक है न तो लोकसभा के सदस्य होंगे वह बच्चे इस साल के होंगे और
जबकि राज्यसभा के जो सदस्य होंगे वह 30 साल के होंगे फटाफट लिख लो हुसैन कई बार एग्जाम में पूछा गया है ठीक है अब मैंने
ऊपर एक क्वेश्चन छुड़वाया था कि 79 के तहत एक संसद होगी भारत में 80 पॉइंट छुड़वाया था तो 80 में राज्य सभा लिप लॉक भारत में
राज्य सभा होगी 80 के तहत और 81 में मैंने बताया था कि भारत में लोकसभा होगी तो यह तीनों पॉइंट्स आपको याद रखने हैं कि भारत
में संसद 79 के तहत भारत में 80 के तहत राज्य सभा भारत में 81 के तहत लोक सभा होगी राज्य सभा के
क्वीन न्यूनतम आयु कितनी होनी चाहिए 30 वर्ष होनी चाहिए राज्यसभा में जो आपके सदस्यों का जो नियुक्त होने का समय कितना
है लोकसभा में पांच साल मैंने बताया था और राज्यसभा में छह साल यह दोनों पॉइंट एक साथ में लिख लेना है ठीक है न बहुत बार
पूछे जाते हैं अनुच्छेद 80 के तहत भारत में एक राज्य सभा होगी अनुच्छेद 80 एक के तहत भारत में जो राज्य सभा के सदस्यों की
अधिकतम संख्या होगा वह 28 हो सकती है कई बार एग्जाम में पूछा गया है पॉइंट इंपोर्टेंट है याद रखो क्वेश्चन दोनों
स्टार बनाकर ले लो दोनों एक साथ में अधिकतम संख्या राज्यसभा की पूछा कितनी हो सकती है तो आंसर होगा 250 वर्तमान में अगर
पूछे कितनी है तो आंसर होगा 245 तीसरा और निकालो राज्यसभा में कितने सदस्य भारतीय संविधान में राष्ट्रपति मनोनीत करता है तो
12 करता है और 12 व सदस्य कैसे होते हैं कला साहित्य विज्ञान समाज सेवा सहकारिता के क्षेत्र में जिनको अनुभव प्राप्त
है वह करते हैं और जो लोकसभा में दो होते हैं वह कैसे होते हैं वह एंग्लो-इंडियन होते हैं आंग्ल भारतीय समुदाय के क्लियर
है न तारिफ है 233 सदस्य आते हैं विभिन्न राज्यों से निर्वाचित होकर और 12 सदस्य होते हैं वह राष्ट्रपति द्वारा मनोनीत किए
जाते हैं लेकिन यह बात आप दिमाग में रखिए का यह बहुत बार एग्जाम में पूछा जाता है क्वेश्चन ठीक है चलिए अब इन सदस्यों का
चुनाव होता है वह किस तरीके से होता है तो एक काले संक्रमण पद्धति के द्वारा सिंगल ट्रांसफरेबल वोट सिस्टम के द्वारा यानि
अनुपातिक प्रतिनिधित्व की पद्धति के अनुसार खुले मतदान से संघ के विभिन्न राज्यों और संघीय क्षेत्रों की विधानसभओं
के होती हैं उनसे निर्वाचित सदस्य आते हैं बहुत इंपोर्टेंट है इस पॉइंट को मत भूलना एकल संक्रमणीय पद्धति अनुपातिक
प्रतिनिधित्व यह दो पॉइंट आपको याद रखना है ठीक है तो कई बार एग्जाम में पूछा जाने वाला पॉइंट है वह राज्यसभा का उपसभापति
होता है ने चेयरमैन और उधर राज्यसभा तो गुस्सा आ सकता है कि राज्यसभा का जो पदेन सभापति
होता वह कौन होता है तो आप कहोगे कि राज्य सभा कर दो प्रमुख पदाधिकारी होते हैं एक चेयरमैन होता है और एक सु सभापति होता है
भारत का राष्ट्रपति या उपराष्ट्रपति होता है और आज राज्यसभा का पदेन सभापति होता जो मैंने ऊपर अभी बताएं है यह वाइस
प्रेसिडेंट जो इंडिया का वाइस प्रेसिडेंट होता है वह कपड़ा हुसैन राज्य सभा का पदेन सभापति होता है उसका कार्यकाल 5 वर्ष होता
है जबकि राज्यसभा के अपने सदस्यों का कार्यकाल है बस होता है यह बात दिमाग में फिट रख लेना जो मैंने बताया लोकसभा का 5
साल है राज्यसभा का छह साल है और उपराष्ट्रपति का 5 साल है और राष्ट्रपति का 5 साल है ठीक है यह बात दिमाग में फिट
कर लेना है अब कई बार एग्जाम में अपर हाउस की कुछ शक्तियां हैं जो कई बार एग्जाम में पूछ लिया जाता है वित्तीय शक्ति से
क्वेश्चन आता है फिर हम चलेंगे क्या हम फिर चलेंगे यहां पर संशोधन की शक्ति पर और फिर चलेंगे प्रधानमंत्री
ठीक है बेटी शक्ति क्या है संविधान के अनुच्छेद 19 में यह स्पष्ट है यह उपबंधित किया गया है कि राज्यसभा में धन विधेयक
प्रस्तुत नहीं किया जा सकता कई बार एग्जाम में पूछा गया है कि क्या धन विधेयक राज्यसभा में लाया जा सकता है बिल्कुल
नहीं और दूसरी तरीके से यह क्वेश्चन आपको स्टार बना कर रख लेना है कि क्या धन विधेयक केवल लोकसभा में जी हां तो कुछ
शर्म यह भी आ सकता है कि हर व्यक्ति सदन में लाया जा सकता है तो आंसर तुरंत लोकसभा मार देना राज्य सभा मत मारना धन विधेयक को
केवल लोकसभा स्पीकर है प्रस्तावित करते हैं आगे के लिए तो आपको याद रखना है कि धन विधेयक केवल कहां पर आ जाता है धन विधेयक
केवल लोकसभा में लाया जाता है लोकसभा में राज्यसभा में नहीं लाया जा सकता है वह केवल लोकसभा में प्रस्तुत किया जाता है जब
लोकसभा किसी धन विधेयक को पारित कर देती है तो वे राज्यसभा के पास सिफारिश के लिए भेजा जा सकता है राज्य सभा 14 दिन तक घर
भी देखो अपने पास रोक सकती है और अगर आप कि कर देती है तो कोई भी प्रभाव नहीं पड़ेगा क्योंकि राज्यसभा के अधिकार
क्षेत्र नहीं है और 14 दिन के बाद अगर भेजती है ना भेजती है तो भी वह पारित माना जाएगा क्लियर है यह बात आपको दिमाग में
रखनी है संविधान में संशोधन की प्रक्रिया अनुच्छेद 368 के तहत मैंने कई बार आपसे रिपीट किया है संविधान में संशोधन की
प्रक्रिया किस देश से प्रेरित है दक्षिण अफ्रीका से संविधान संशोधन की प्रक्रिया भारत में ली गई है चिकना द पावर ऑफ पेमेंट
थ्रू र कांस्टीट्यूशन संविधान संशोधन के संबंध में राज्य सभा quora लोकसभा के समान सकती प्राप्त है लोकसभा से पारित संशोधन
विधेयक तभी स्वीकृत अनुसार समझा जाएगा जब वह राज्यसभा द्वारा पारित कर दिया था कितनी अच्छी बात है बिल्कुल देखिए एक अप
लोअर हाउस है यानी हम कैसे तक लोकसभा एनिमेशन है और एक पहुंचता है इसको राज्य सभा कहते हैं हमने कोई भी प्रस्ताव यहां
पर पारित करने के लिए भेजा और सहमति के द्वारा हमें आगे तो बताना पड़ेगा ना धर्मदास को छोड़कर तो हमें याद रखिएगा
संविधान में संशोधन करने होते हैं तो हमें दो भीलों का सहमत होना बहुत इंपोर्टेंट है जब
तक दोनों सदनों की स्वीकृत नहीं होगी तब तक वह संशोधन नहीं होगा संशोधन विधेयक पर राज्यसभा की असहमति होने पर संशोधन विधेयक
अस्वीकार समझा जाएगा यह ब्लैक ब्लैक इंपोर्टेंट है नहीं तो आप भी इस तरीके से इसको भी ऐसा नहीं है लोकसभा की शक्ति है
वह उसी की रहेगी लेकिन संशोधन में बराबर का हिस्सा है राज्यसभा और लोकसभा का आपातकालीन सकती है राज्यसभा की राष्ट्रपति
की आपातकालीन घोषणा की दोनों सदनों के द्वारा अनिवार्य है यह दोनों को बराबर घृत हो गई है तो उस समय घोषणा राज्य सभा
द्वारा स्वीकृत होना अनिवार्य है अगर उस समय लोकसभा अब क्वेश्चन आता है कि लोकसभा को भंग लोकसभा को करता है राष्ट्रपति
प्रेसिडेंट होगा और उस समय अगर लोकसभा कार्य न करें का यह ऑप्शन है दिसंबर करेगी खर्च चीजें आपको याद रखनी है
अगला पॉइंट आता है प्राइम मिनिस्टर प्राइम मिनिस्टर से बहुत एग्जाम में क्वेश्चन बन जाते हैं एग्जाम में क्वेश्चन अनुच्छेद
सही बनते हैं और कई बार एग्जाम में क्वेश्चन बनता है कि यह बताओ कि भारत की जो कार्यपालिका है उसका वास्तविक प्रधान
कौन होता है तो संविधान में प्रधानमंत्री के निर्वाचन आयुक्त के लिए कोई विशेष प्रक्रिया नहीं है जी रही कोई भी विशेष
प्रक्रिया नहीं लेकिन एक ऑप्शन और इंपोर्टेंट है यह क्वेश्चन बहुत बार पूछा जाता है कि भारत के किस संविधान अनुच्छेद
के द्वारा यह कहा गया है कि भारत में एक प्राइम मिनिस्टर होगा प्रधानमंत्री होगा तो अनुच्छेद 75 यह कहता है यह व्यवस्था
करता है कि भारत में एक राष्ट्रपति और राष्ट्रपति के द्वारा प्रधानमंत्री चुना जाएगा याद रखिएगा राष्ट्रपति के द्वारा
प्रधानमंत्री तो यहां पर एक पॉइंट बन गया है कि प्रधानमंत्री की नियुक्ति कौन करता है तो राष्ट्रपति करता है लेकिन क्या
राष्ट्रपति डायरेक्ट लेता है बिल्कुल नहीं प्रधानमंत्री बनने के लिए संसद में किसी दल को स्पष्ट बहुमत
मिलता है तभी वह बनाता है और अगर नहीं मिलता है तो राष्ट्रपति अपने स्वविवेक से प्रधानमंत्री की नियुक्ति करता है वह सबसे
बड़े दल का नेता या गठबंधन को सरकार बनाने हेतु आमंत्रित करता है और उन्हें एक माह के भीतर संसद में विश्वास मत हासिल करने
का आवाहन देता है आश्वासन देता रहता है कि अगर आपके पास पूरी तरीके से है पूरी तरीके से क्या है सरकार बनाने के लिए इतने इतने
क्राइटेरिया में है तो आप एक महीने के अंदर संसद के अंदर विश्वासमत हासिल करिएगा तब आपको प्रधानमंत्री बना देंगे
प्रधानमंत्री अपॉइंट बहुत इंपोर्टेंट है प्रधानमंत्री मंत्रि परिषद का अध्यक्ष होता है बहुत इंपोर्टेंट है प्रधानमंत्री
होता है वह मंत्री परिषद का अध्यक्ष होता है और कुछ समय में कई बार ऑप्शंस में होते हैं कि क्या सर्वोच्च न्यायालय का
न्यायाधीश होता मंत्रिपरिषद का या राष्ट्रपति होता तो ऐसे ऑप्शंस हो है तो प्रधानमंत्री जो है मंत्री परिषद का
अध्यक्ष होता है यह बात दिमाग में फिट कर लेना है कई बार एग्जाम में पूछा जाता है भारत के संविधान में अनुच्छेद 74 75 के
अंतर्गत केंद्रीय मंत्रिपरिषद के गठन और उसके कार्यों का वर्णन किया गया है यह बात दिमाग में फिट रखना है कि जो इंपॉर्टेंट
पॉइंट है जहां से ज्यादा कुछ नहीं बनते हैं केवल एक दो क्वेश्चन मानते हैं कि भैया क्या राष्ट्रपति डायरेक्ट कर देता है
नहीं राष्ट्रपति उसी को करता है जिसको बहुमत मिलता है अगर बहुमत नहीं मिलता है तो वह स्वविवेक से कार्य लेता है कौन
राष्ट्रपति रहता है प्रधानमंत्री मंत्रि परिषद का अध्यक्ष होता है यह भी आपको याद रखना है राज्यपाल से कई कोई संबंध हैं
जैसे हम राष्ट्रपति शासन किसी राज्य में लगाते हैं तो आप सभी को पता होगा यह कहीं ना कहीं मैंने अभी ऊपर जिक्र किया है कि
राज्यपाल का कार्य वहां पर क्या होता है अति सक्रिय के रूप में आगे लाया जाता है राज्यपाल की नियुक्ति का मतलब है कि
अपॉइंटमेंट ऑफ गवर्नर दैनिक भी करता है पहला तो कुछ नहीं बन जाता है कि राज्यपाल की नियुक्ति कौन करता है तो
दिमाग लगाईए कौन करता है तब तक मैं आगे बढ़ता हूं दोस्तों तो भाग 6 में यह रहता है और अनुच्छेद 153 से 167 के बीच में
रहता है कि भारत का एक राज्य पाल होगा और राज्य की कार्यपालिका में जो प्रमुख होगा वह कौन होगा वह गवर्नमेंट होगा वह राज्य
उप राज्यपाल होगा याद रखिएगा या निभाएगी 6 में और भाग 6 के अतिरिक्त अनुच्छेद 153 667 के बीच में यह वर्णन किया गया है जो
राज्य का जूस सिस्टम है राज्य किस तरीके से बैलेंस करेगा राज्य किस तरीके से वर्क करेगा वह पूरी तरीके से इतने इतने नक्शे
के भीतर है राज्यपाल कौन है राज्य कार्यकारणी कार्यपालिका में प्रमुखता यानि मुख्य माना गया है और वास्तविक कौन है
वास्तविक कार्यपालिका का प्रमुख है वहीं मुख्यमंत्री जब वास्तविक वर्ड लग जाए संघीय कार्यपालिका का जो प्रमुख होता है
वह राष्ट्रपति होता है लेख कि अगर संघीय कार्यपालिका का जो वास्तविक प्रधान पूछ रहा है तो प्रधानमंत्री होता
है ऐसे ही राज्य कार्यपालिका का जो प्रमुख होता है वह राज्य पास होता है लेकिन कुछ नहीं पूछ लेना है कि राज्य की कार्यपालिका
में वास्तविक प्रधान कौन होता है तो वह होता है मुख्यमंत्री होता है तो राज्य कार्यपालिका में मुख्यता कौन होते हैं
राज्यपाल मुख्यमंत्री मंत्री परिषद व राज्य का महा अधिवक्ता शामिल होते हैं अनुच्छेद 194 में राज्यपाल कार्यपालिका का
प्रधान होता है और राज्यपाल कार्यपालिका का प्रधान तो होता है लेकिन वास्तविक कार्यपालिका का प्रधान कौन होता है मैं
फिर से रिपीट करूंगा तो सीरम होता है यानी मुख्यमंत्री होता है अतह वह यह कार्य स्वयं ने अपने अधीनस्थों द्वारा करवाता है
या कराता है अनुच्छेद 61 62 यह कहता है कि राज्यपाल के कार्यपालिका शक्ति का विस्तार है और राज्य सूची पर बने विधियों तक ही है
राज्य का 70 संचालन करता है वह राज्यपाल के नाम से होता है लेकिन वह तो नाम मात्र का ही राज्यपाल होता है जैसे
नाम मात्र का ही एक शासन में बैठा हुआ सबसे ऊपर राष्ट्रपति होता है और कार्य कौन करता है सारे प्रधानमंत्री करता है और
राज्य में क्या होता है राज्यपाल जो है नाम मात्र का होता है और संचालन कौन करता है मुख्यमंत्री करता है ना तो वहां राज्य
प्रशासन का अध्यक्ष होता है बाद बाकी सारे काम सीरम करता है राज्यपाल की शक्तियां कि राज्य सरकार के सभी शासन संबंधी कार्य
राज्यपाल के नाम पर किए जाते हैं यह बात इंपोर्टेंट है अच्छे तरीके से दिमाग में फिट कर लेना जितने भी राज्य में स्टेट
गवर्नमेंट में वर्क होते हैं वह सभी कार्य चाहे वह कोई सीएम ही क्यों न करता हो वह राज्यपाल ही करेगा यह राज्यपाल के नाम से
ही होंगे राज्यपाल मुख्यमंत्री की नियुक्ति करता है और उसकी सलाह पर अन्य मंत्रियों की नियुक्ति करेगा अब बात यह
आती है कि राज्यपाल की नियुक्ति कौन करेगा तो राज्यपाल की नियुक्ति राष्ट्रपति करेगा क्या राज्यपाल की नियुक्ति राष्ट्रपति
करेगा बोलो हां करेगा क्या राष्ट्रपति राज्यपाल की नियुक्ति एक से अधिक राज्यों में कर सकता है बिल्कुल कर सकता है एक से
अधिक राज्यों में दो राज्यों में कर सकता है एक ही राज्यपाल तीन राज्यों में हो सकता है एक ही राज्यपाल मध्यप्रदेश
राजस्थान गुजरात मुंबई कलकत्ता जितने भी ऐसे से राज्य की बात करता है मुंबई कोलकाता को राज्य नहीं है लेकिन हां
महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल कि यह तो राज्य है ना तो यह चार से पांच अगर राज्य ले लो और एक बंदे को बना दिया
जाए कि वह सभी राज्यों को देखना है क्या कर सकता है बिल्कुल कर सकता है तो यह भी याद रखना है कि राज्यपाल एक से अधिक
राज्यों का भी राज्यपाल हो सकता है ठीक है राज्यपाल द्वारा राष्ट्रपति से राज्य में संवैधानिक आपातकाल के लिए सिफारिश करता है
और राज्य से प्रशासनिक कार्यो संबंधी जानकारी की मांग करता है याद रखिएगा अगर राज्य में विफलता है तो राष्ट्रपति शासन
में कौन लगाएगा राष्ट्रपति की सहमति पर राज्यपाल लगाएगा राज्यपाल विधानमंडल का अभिनय होता है अतः इसे विधाई शक्तियां
अमित प्रदान है यानी विधाई शक्तियां भी प्राप्त है राज्यपाल संसद के दोनों सदनों का आव्हान बहुत इंपोर्टेंट है दोनों सदनों
का आवाहन 17 वाहन करता है विधानसभा को विघटित कर सकता है यह वही पॉइंट है दोनों सिरों का मतलब रहे हो विधानसभा और
विधानपरिषद जिस तरीके से केंद्र में राष्ट्रपति लोकसभा रा प्रभा की बात करता था वहां पर सत्र को
बुलाता था आवाहन करता था और उनको खत्म करता था ऐसे ही राज्य में विधान सभा विधान परिषद होती है वह Bigg Boss अदम कहलाते
हैं उनको भी बुलाने का काम और उनको भी चालू करने का काम और विधानसभा को विकसित करने का काम कौन करता है राज्यपाल उधर
लोकसभा विकृत होती है इधर विधानसभा गठित होगी उधर राज्यसभा विकृत नहीं होती थी झगड़े होते थे इधर विधान परिषद भंग नहीं
होगी क्योंकि इस ही सदन है धन निवेश यानि मनी विल राज्यपाल की पूर्व अनुमति से ही संसद में प्रयोग किया जाता है प्रस्तुत
किया जाता है और कि सदन में हम कह सकते हैं दोस्तों लोकसभा में ठीक है ना अनुदान या व्यक्ति की कोई भी मांग राज्यपाल की
सिफारिश के बिना नहीं की जा सकती है उच्च न्यायालय की सलाह से ने जिला न्यायाधीशों की नियुक्ति करता यह बहुत इंपोर्टेंट
पॉइंट है कि जब भी उच्च न्यायालय की बात करें हाई कोर्ट एक सुप्रीम कोर्ट होता है जिसको दिल्ली की बात करें तो यहां पर क्या
होता है कि सुप्रीम कोर्ट में जो मुख्य यह बताया अन्य न्यायाधीश होते उनकी नियुक्ति राष्ट्रपति द्वारा लेकिन जो हाई
कोर्ट होता है यानी सुपर उच्च न्यायालय होता इसको उच्चतम न्यायालय कहते हैं सर्वोच्च न्यायालय कहते हैं और जो हाई
कोर्ट होता है इसको उच्च न्यायालय कहते हैं तो जो राज्य में हाई कोर्ट होता उसके जो न्यायाधीश की नियुक्ति है वह कौन करेगा
वह राज्यपाल करेगा उच्च न्यायालय की सलाह से जिला न्यायाधीशों की कौन करेगा नियुक्ति कौन करेगा भैया न्यायाधीशों की
नियुक्ति कौन करेगा जिला न्यायाधीशों की नियुक्ति की बात कर रहा है हम तो वह भैया कौन करेगा राज्यपाल करेगा
कि चीफ मिनिस्टर देखना चीफ मिनिस्टर बहुत इंपोर्टेंट फैक्ट से आपको याद रखे नायक केवल दो-तीन पॉइंट है और फिर हम राज्य
विधानसभा और फिर इसके कार्य अवधि को जाएंगे और सबसे इंपोर्टेंट आता है पंचायती राज तय बहुत अच्छी तरीके से सारी चीजों को
जाएंगे तो यहां से दोस्तों बहुत अच्छे क्वेश्चंस बन जाते हैं तो दो तीन लाइनें इंपोर्टेंट होते हैं चीफ मिनिस्टर में जो
बच्चा हर बच्चा छोड़ने का प्रयास करता है उसे लगता है क्वेश्चन कहां से बनेंगे यहां से 2 बने रहे तो याद रखिएगा अनुच्छेद 161
के तहत राज्यपाल सदन में बहुमत दल के नेता को मुख्यमंत्री नियुक्त करेगा दोनों पॉइंट याद रखना है कि राष्ट्रपति प्रधानमंत्री
को बहुमत नेता का जो व्यक्ति होता है उसको नियुक्त करता है ऐसे ही राज्यों में क्या होता है कि राज्यों में राज्यपाल एक ऐसे
व्यक्ति को नियुक्त करता है मुख्यमंत्री के पद पर जो बहुमत दल का नेता होता है ठीक है किंतु सदन में किसी को अगर स्पष्ट
बहुमत न मिले तो फिर वह राष्ट्रपति की भांति कौन अजयपाल विवेकाधिकार यानि स्वविवेक का
इस्तेमाल करेगा और बड़े दल या दलों के समूह के नेता को मुख्यमंत्री नियुक्त करेगा सेम प्रोसेस है जैसे राष्ट्रपति
प्रधानमंत्री को नहीं करता ऐसे ही राज्यपाल मुख्यमंत्री को यह इस सीरम को नियुक्त करता है क्लियर है याद हो जाएगा
कोई दिक्कत कोई डाउट नहीं होना चाहिए कार्यवाह सत्य राज्यपाल मुख्यमंत्री की नियुक्ति करता है बहुत इंपोर्टेंट
क्वेश्चन है पहला शहर उसके सलाह से अन्य मंत्रियों की नियुक्ति करता है और मुख्यमंत्री की सलाह से उससे परिचित कर
सकता है याद रखिएगा अन्य मंत्रियों की नियुक्ति करता है बाह मंत्रियों को पद दीक्षित का मतलब होता है कि अलग करने के
लिए मुख्यमंत्री की सलाह लेना पड़ेगा क्लियर है या रखना है और याद रखिएगा अगला पॉइंट मुख्यमंत्री राज्यपाल मंत्रिपरिषद
के मध्य संवाद का मुख्य तंत्र है नितिन इंपोर्टेंट होते हैं यहां पर क्या होते हैं यह तीन इंपोर्टेंट होते हैं जैसे संघ
में राष्ट्रपति प्रधानमंत्री और मंत्रिपरिषद है ऐसे ही राज्य मुख्यमंत्री राज्यपाल और मंत्रिपरिषद् है
मुख्यमंत्री राज्यपाल को विधानसभा का सत्र बुलाने 17 व शांत करने का सहारा देता है तो याद रखना है कि मुख्यमंत्री जो होता है
राज्यपाल को विधानसभा का सत्र बुलाने विधानसभा का विशेष सत्र बुलाए का वह कौन बुलाएगा एग्जाम में क्वेश्चन आ जाए तो
राज्यपाल लोकसभा का सत्र कौन बुलाएगा राष्ट्रपति राज्य सभा का सत्र कौन बुलाएगा राष्ट्रपति लोकसभा को भंग कौन करेगा
राष्ट्रपति विधानसभा को भंग कौन करेगा राज्यपाल मुख्यमंत्री क्या सलाह अनुसार राज्यपाल किसी भी समय विधानसभा को विकसित
कर सकता है वहीं है विधानसभा को भंग करना विधानसभा को म्यूट करना क्लियर है कोई डाउट नहीं होना चाहिए दोस्तों बहुत अच्छी
तरीके से सारी चीजों को बारीकी से समझा रहे हैं हम ऐसा कोई पॉइंट नहीं लेना चाहते हो आजकल किताबें मार्केट में आ रही है और
उनमे क्या होता है कुछ-कुछ पॉइंट लिए जाते हैं बाकी अधूरा ज्ञान दे दिया जाता है ऐसा कोई भी पॉइंट हम नहीं छोड़ेंगे राज्य
विधानसभा यानी जिस समय में लोकसभा पड़ा था यानी केंद्र स्तर पर ऐसे ही हम स्टेट लेवल पर स्टेट असेंबली
लेंगे राज्य विधानसभा के सदस्य के प्रतिनिधि होते हैं वह जनता के द्वारा चुने जाते हैं जनता के द्वारा कैसे जोड़े
जाते हैं प्रत्यक्ष रूप से जिस तरीके से हम वोट डालने जाते हैं दोस्तों ऐसे ही और राज्य विधानसभाओं में चुनकर जाते हैं जैसे
हम विधायक की बात कर लेते हैं ना तभी जब हम विधायक की बात करते तो विधायक हम लोग सुनते हैं तो हमारा जो सीरम बनता है वहीं
की वोटों की गिनती के अनुसार ही तो बनता है कितने विधायक निकलें हरा तो यह आप याद रख लीजिएगा कि जो विधानसभा होता है
विधानसभा में जनता के द्वारा इंपोर्टेंट है यह इंपोर्टेंट पैक आपको याद रखना है विधानसभा में प्रतिनिधियों की संख्या
राज्य की जनसंख्या के आधार पर निर्धारित होते हैं यह इंपोर्टेंट है आपसे क्वेश्चन पूछता है कि कई बार एग्जाम में क्वेश्चन
पूछा गया है कि हम डालते हैं वह किस तरीके से वोटिंग होती है किस तरीके से प्रत्याशी खड़े होते हैं तो जनसंख्या के आधार पर
निर्धारित होती है विधानसभा में प्रतिनिधियों की अधिकतम संख्या 500 इस तरीके से लोकसभा में 552 थी और वर्तमान
में कितनी है 545 ऐसे ही अधिकतम संख्या 500 विधानसभा में है और कितनी अधिकतम कर गए निर्धारित सेट कर ली गई है
कि तो कुछ राज्यों में हेतु विशेष प्रावधान प्रावधान किया गया है इसके अलावा प्रदेश सिक्किम गोवा विधानसभा की संख्या
कितनी है न्यूनतम 30 और मिजोरम नागालैंड के लिए 40 व 46 है एक बार स्क्रीनशॉट ले लो कई बार एग्जाम में फ्रेंड करते हैं
क्वेश्चन ट्रेंड यहीं पर छूट जाएंगे ज्यादा यहां से टिप्पणी में गुस्सा नहीं आएगा यह दो पॉइंट यह तीसरा पॉइंट आपको याद
रखना है ठीक है अनुच्छेद 173 के तहत राज्य राज्य में जो विधानसभा का कार्यकाल होता है वह 5 वर्ष का होता है जैसे लोकसभा का
कार्यकाल 5 वर्ष होता है ऐसे ही विधान सभा के सदस्यों का कार्यकाल होता है यानी पूरे कार्यकाल की बात करें तो 5 वर्ष होता है
यह तो इसे निश्चित पूर्व राज्यपाल द्वारा विकसित किया जा सकता है कि सिंपल सी बात है कि विधानसभा को निम्न सदन कहा जाता है
इस तरीके से लोकसभा को मिशन कहा जा सकता है लोअर हाउस कहा जा सकता है उसी तरीके से विधानसभा भी निम्न सदन या लोअर हाउस है
राज्य की और राज्यपाल द्वारा इसे विकसित किया जा सकता है भंग किया जाता है व और उसके ऊपर डिपेंड करेगा ठीक है राज्य
संबंधी जो संवैधानिक प्रावधान है अनुच्छेद 246 248 250 यह 3 अनुच्छेद आपको याद रख हैं और फिर 4 अनुच्छेद यहां पर भी बताएंगे
यहां से क्वेश्चन बहुत बनता है नहीं 5 से 6 अनुच्छेद आने वाले हम जो साइड में देखिए बहुत इंपोर्टेंट है राज्यों से पूछे जाते
हैं क्योंकि स्टेट लेवल के एग्जाम से लेकर सारे एग्जाम को कवर करेंगे अनुच्छेद 246 में कहा गया है कि संसद को सातवीं अनुसूची
दी गई है और सूची एक में उप्र गणित विषयों पर विधि बनाने की शक्ति है तो साथ में अनुसूची में क्या है साथ में सूची में
समवर्ती सूची भी आती है भैया और समवर्ती सूची आती है संघ सूची राज्य सूची आती जो मैंने ऊपर पड़ा है संघ सूची राज्य सूची
समवर्ती सूची यह तीनों अनुसूचियां इसमें है साथ में है अनुच्छेद 248 में अवशिष्ट शक्तियां संसद के पास प्राप्त है 249 के
तहत अगर हम बात करें तो राज्य सूची के विषय में संबद्ध राष्ट्रीय हित में वृद्धि बनाने का जो सकती है वह किसके पास है सन
आपके पास है और वह किसके पास है राज्यसभा के पास यह क्वेश्चन बहुत बार पूछा गया है अनुच्छेद 249 और उसे 249 को आप स्टार बना
कर लीजिएगा कुछ समय में कई बार पूछा गया कि राज्य सूची पर राज्य सभा अपना कानून बना सकती है वह किस अनुच्छेद में है 249
बहुत जबरदस्त क्वेश्चन है 249 में क्या है कि राज्य सभा राज्य सूची पर राज्य सूची मतलब अस्तित्व स्टेट लेवल पर अपना कानून
बनाने का अधिकार रखती है यह पॉइंट इंपोर्टेंट है अनुच्छेद 250 से लिए आपातकाल की घोषणा प्रवर्तक जो प्रवर्तन
में हो जाए ने आपातकाल लग जाए भारत में और राज्य सूची के विषय संबंध में बिजली बनाने की संसद की शक्ति इस पर आएगी यानी आप याद
रखिएगा जो विधि बनाया जाएगा वहां पर फिर राज्य नहीं बनाएगा आपातकाल के दौरान और संसद बनाएगी ठीक है अनुच्छेद 252 अनुच्छेद
252 यह रहता है कि दो या अधिक यानी दो या दो से अधिक राज्यों के लिए उनकी सहमति से विधि बनाने का अधिकार भी
के पास संसद के पास है और अच्छे 257 यह कहता है इस संघ की कार्यपालिका किसी राज्य को निर्देश दे सकती है संघीय कार्यपालिका
किसी राज्य को इन केंद्र जो है ऊपर केंद्र बैठा है वह किसी भी व्यक्ति को उत्तर प्रदेश को राजस्थान को निर्देश देगी कि
भैया यह कार्य ऐसे किया जाएगा और उसे 257 कहता है यह इंपोर्टेंट है मिस्टर लगा देता हूं इतने इंपोर्टेंट यह वाले का गुम जाता
कोई दिक्कत नहीं है और यह 257 है दोस्तों तरह से आपको याद रखना है यह वाले पॉइंट और याद रखना है आपको कौन से बाद अपने है एक
यह वाला याद रखना है ठीक है ना और एक यह वाला याद रखना है और यह वाला 257 काम है कि संघ के सशस्त्र बलों या अन्य बलों के
अभियोजन द्वारा राज्यों की सहायता प्राप्त करना चिकना जो शस्त्र-बल है ना वह इंपोर्टेंट है और अंतर राज्य परिषद का
प्रावधान अनुचित दूसरे सत्र में किया गया है पंचायती राज को बहुत अच्छे से पढ़ लेना क्योंकि कई बार एग्जाम में पंचायतीराज
सकुशल बनता है पंचायती राज्य की सरकार में आए तथा पंचायती राज मैं बोला था किस जिले में आया और कहां
कहां पर आया कौन से राज्य में आया तो इस चीज को आपको याद रखना है कौन से संविधान संशोधन के द्वारा या ठीक है पंचायती राज
राजीव गांधी सरकार कि हम सबसे पहले बात कर लेते हैं तो राजीव गांधी सरकार की बात करें तो पंचायतों को संवैधानिक मान्यता
दिलाने हेतु बस 1989 में सरकार द्वारा विधेयक संसद में पेश किया गया चल लोकसभा में तो पारित हो गया लेकिन राज्यसभा में
पारित नहीं हो सका क्योंकि इसमें केंद्र को मजबूत बनाने का प्रावधान नहीं था यह प्रावधान था यह कुल मिलाकर कहा जाए कि
पंचायती राज के बल केंद्र पर ही क्या उक्त करता था डिपेंड करता था तो पॉइंट याद रखिएगा पहला कुछ यहां से बनेगा कि पंचायती
राज में सबसे पहले किस सरकार ने पहल करी और किस सन में करी तो राजीव गांधी सरकार ने सबसे पहले जो है पंचायती राज्य की जो
है पहल करें और 1989 में करें समय दोस्तों बदला समय बीत गया वीपी सिंह की सरकार आई है और 1995 में पंचायतों से संबंधित एक
विधेयक लोकसभा में पेश किया गया किंतु सरकार गिर जाने के कारण फिर से जो है क्या हुआ विधायक समाप्त हो गया तो दूसरी पहल
किसने करी वीपी सिंह सरकार ने अब आगे कि बात करे कि इस अधिनियम के अंतर्गत भारतीय संविधान में एक नया भाग नाइन जोड़ा गया और
पंचायती राज अनुच्छेद 243 के अंतर्गत यह बहुत इंपोर्टेंट है अनुच्छेद 243 के अंतर्गत जो है पंचायतीराज शामिल किया गया
अधिनियम के द्वारा बहुत इंपोर्टेंट नाइस वेरी वेरी मोस्ट इंपोर्टेंट यार में अनुसूचि में अ यह ऊपर बताया था आपको
ग्यारहवीं अनुसूची मैं क्या है 73वें संविधान संशोधन की बात करते हैं क्या जल्दी से बताओ ग्यारहवीं अनुसूची में
पंचायती राज को रखा गया है ग्राम पंचायतों का गठन किया गया है और जब कि भाड़ में अनुसूची में नगरपालिका न्यायपालिका की बात
कही गई है नगर पालिका या नगर निकाय की बात करी है जो मैंने ऊपर भी बताया था तो ग्यारहवीं अनुसूची के से संबंधित है
पंचायती राज विभाग व सरकार की पहली पहल पंचायतीराज वीपी सिंह सरकार की पंचायती राज्य
अपने 245 पंचायती राज और भाग-9 पंचायतीराज कोई दिक्कत ना यह बात आपको याद रखनी है पंचायती राज यहां से बहुत इंपोर्टेंट याद
रखिएगा कि पंचायती राज की प्रमुख विशेषताएं क्या है ग्राम सभा का गठन यानी जिस गांव में आप रहते हैं उसका गठन होना
चाहिए त्रि-स्तरीय बना लेते यस्टरडे का मतलब है कि पूरी तरीके से जिला क्षेत्र राज्यक्षेत्र तहसील क्षेत्रफल क्षेत्र ऐसे
से पार्टी में भरता था सदस्यों का अध्यक्ष का चुनाव होना चाहिए और आरक्षण की बात करी गई पंचायती राज का विकास अब यह पॉइंट है
जो एक समिति है बलवंत राय मेहता समिति इसको समझिए बात इशारे 1957 में भारत सरकार द्वारा बलवंत राय मेहता की अध्यक्षता में
सातवां दायित्व है विकास केंद्र के द्वारा एक कार्यक्रम लांच कर आ गया जिसका नाम बलवंत राय मेहता समिति 1952 में इसे लांच
किया गया याद रखिएगा राष्ट्रीय विस्तार सेवाओं 1953 के कार्यों की समीक्षा व उनके बेहतर ढंग से कार्य करने के लिए इस समिति
का गठन क्विक इसके लिए जितने भी कार्य हो रहे थे राष्ट्रीय स्तर पर उनको बेहतर ढंग से करने
के लिए इस समिति का गठन किया गया इस समिति ने नवंबर 1957 में इतने दिन कार्य किया और नवंबर 1957 में अपनी रिपोर्ट को पेश किया
रिपोर्ट पेश की और लोकतंत्रात्मक जो विकेंद्रीकरण की सिफारिश की जिसे पंचायती राज के रूप में यह जाता है तो उस पर क्या
बनेगा कि बलवंत राय मेहता समिति के ने अपना जो रिपोर्ट में इस प्रेषित किया था वह कब किया 1957 में और क्या कहा पंचायती
राज के रूप में इन्होंने विकेंद्रीकरण की सिफारिश की यह बात तय है कुछ क्षण में एग्जाम में पूछा जा सकता है ठीक है अब कुछ
संतों यहां से बनेंगे क्योंकि क्वेश्चन आपको दिख जाएगा जहां पर ब्लैक ब्लैक है तो त्रिस्तरीय जो पद्धति थी मैंने आपको बताया
था जनपद यानि जिला स्तर पर गांव स्तर पर और ब्लॉक स्तर पर जो भी मैंने ऊपर बताया था कि त्रिस्तरीय पंचायत राज चुनाव पद्धति
है वह भारत में तीन चीजें ब्लॉक जिला और गांव को लागू किया गया समिति की इन सिफारिशों
को एनी वन मंत्रालय सैमसंग जोंस है बलवंत राय मेहता समिति ने 1957 में अपनी रिपोर्ट प्रेषित करें नंबर में उसमें यह कहा कि
तीन स्तरीय क्या होगी पद्धति होंगी पंचायती राज की पद्धति होगी समिति होंगी गांव ब्लैक चिला और इस समिति ने राष्ट्रीय
विकास परिषद द्वारा 1958 में स्वीकार किया 2 अक्टूबर 1969 अपडेट आपको याद रखनी है 2 अक्टूबर 1969 नागौर जिला जयपुर राजस्थान
देश का पहला राज्य बना जिसने सर्वप्रथम पंचायती राज व्यवस्था शुरू की तो क्वेश्चन है यही समझ जाता है कि सबसे पहले पंचायती
राज लागू लागू करने वाला कौन सा राज्य है कौन सा स्टेट है वह l राजस्थान कौन सा जिला है वह नागौर जिला कौनसा जिला है
नागौर जिला याद रखिए दोस्तों बहुत इंपोर्टेंट है कौन सा जिला है नागौर जिला है कब 2 अक्टूबर 1969 को 2 अक्टूबर को
क्या होता है महात गांधी जयंती सर्वप्रथम पंचायती राज व्यवस्था लागू कहां की गई तो आंसर है लगाओ
करना बिल्कुल लगा लोगे इसके बाद कहां पर हुई आंध्र प्रदेश में हुई आंध्र प्रदेश और तेलंगाना की बात करें तो अलग हुए आप सभी
जानते हों कि आंध्रप्रदेश 1956 में सबसे पहले भाषाई आधार पर अलग हुआ था इधर है याद आपको रखना है अब देखिए दोस्तों नगर पालिका
नगर पालिका और उच्च न्यायालय उच्चतम न्यायालय सर्वोच्च न्यायलय जो भी आप पढ़ते हो इन सभी को जानना चाहिए बहुत इंपोर्टेंट
है यह लास्ट में जो हम बताने वाले हैं मतलब समझ लो गोल्डन गोल्डन वीडियो आने वाली है यानी आने वाले 10 से 20 मिनट की
और क्लास है जिसमे क्या है आपको उच्च न्यायालय और उच्चतम न्यायालय जो भी पद्धति है वह सभी आपको जानी पड़ेगी ठीक है चलिए
है कि नगरपालिका यहां पर हम जानेंगे नगरपालिका से संबंधित पॉइंट टू बहुत
इंपोर्टेंट है जिस तरीके से हमने ग्राम पंचायत का संगठन देखा उस तरीके से मात्र एक स्लाइड फिल्म चलेंगे उच्च न्यायालय पर
टिक न तो नगरपालिका को हम देखेंगे कि भैया 74वां संविधान संशोधन आया था 1992 में तो इसमें नगरपालिका का क्या किया गया जो कर
किया गया कई बार एग्जाम में पूंछा गया मैंने आपको जब अनुसूची पड़ा है उसमें 73वें और 74वें संविधान संशोधन सूची 11 और
12 के तहत जिक्र किया ठीक है ना और आगे भी संशोधन कुछ बताएंगे तो याद रखना है वीडियो के लास्ट स्टैंड पर यानि हम चार से पांच
स्लाइड के बाद हम कुछ मैंने के लिए है प्रमुख संविधान संशोधन जो आपको याद रखने होंगे वह आपको याद करने एग्जाम क्लियर हो
जाएगा 74वें संविधान संशोधन अधिनियम 1992 में यह बताया गया है कि नगरपालिका होगी और इस अधिनियम में एक नया भाग-9 जोड़ा गया
नगरपालिका के लिए अनुच्छेद 243 के अंतर्गत यही सम्मिलित किया गया है यह आपको याद रखना है इस तरीके से मैंने आपको यहां पर
बताया है कि देखिए ग्राम पंचायत के कि तौर-तरीकों में क्या है ग्राम पंचायत के तौर-तरीकों में 243 अनुच्छेद के तहत
भावनाओं तथा ऐसे ही 248 के तहत क्या है आपका भाग-9 है इस अधिनियम के द्वारा बारहवीं अनुसूची जोड़ी गई ग्यारहवीं
अनुसूची 73वें संविधान संशोधन बारहवीं अनुसूची 74वें संविधान संशोधन यह बात आपको याद रखनी है और इसके अंतर्गत जो 18
कार्यकारी जो विषय वस्तु है उसको शामिल किया गया इतना इंपोर्टेंट नहीं है लेकिन यह आपको याद रखना है कि 74वें संविधान
संशोधन नगरपालिका से है अनुसूची बार में है 73वां कैरियर सूची है और ग्राम पंचायत से है नगर पंचायत वह क्षेत्र है जो
ग्रामीण क्षेत्रों से शहरी क्षेत्र में परिवर्तित हो रहे हैं नगर पालिका व क्षेत्र है जो छोटे शहरी क्षेत्र हैं पर
नगर निगम वह क्षेत्र है जो बड़े शहरी क्षेत्र है यह भी तीन इस्त्री चीजों पर डटे हुए हैं ठीक है ना एक बार स्क्रीनशॉट
ले लो यहां से हुसैन बनता है ठीक है चले आओ और कोई दिक्कत हो कोई डाउट हो नीचे कमेंट
जरूर करेगा और देखा जब चीजों को आप लिखते हो और उसके बाद क्या करते हो उसको रिवीजन मिलाते हो तो कठिन चीजें आसान हो जाती हैं
यह कभी भी कोई चीज कठिन नहीं होती और याद रख लो कि कठिन अगर चीज हम मान लेते हैं तो वह जाती है और नहीं मानते हैं तो होती ही
नहीं है यह रियलटी है अगला चैप्टर है उच्च न्यायालय यानि हाई कोर्ट फिर अपन जानेंगे उठने के बाद सुप्रीम कोर्ट संविधान के भाग
6 में अनुच्छेद 214 से 231 तक हाई कोर्ट का प्रावधान है अगर हम बात करें कि उच्च न्यायालय एवं उच्च न्यायालयों होता है वह
उच्च न्यायालय क्या होता है उच्च न्यायालय जो होता है वह दोस्तों राज्य का होता है राज्य का अनुच्छेद 14 में यह कहा गया है
कि भारत में एक उच्च न्यायालय ने भारत के प्रत्येक राज्य में भारत के प्रत्येक राज्य में सुप्रीम कोर्ट में एक है
सुप्रीम कोर्ट तु सितम कहा जाता है इसमें बच्चे कंफ्यूज होते हैं उच्चतम और उच्च में फर्क है या
श्रॉपशायर यादव के गायक सर्वोच्च न्यायालय और उच्चतम न्यायालय सुप्रीम कोर्ट होते हैं जो भारत में मात्र एक है दिल्ली में
है न्यू दिल्ली में है और केवल उच्च न्यायालय नोट उच्चतम न्यायालय उच्च न्यायालय अलग है जो हर राज्य में होता है
या एक राज्य या अनेक अनेक राज्यों में एक ही कर दिया जाता है मतलब प्रत्येक राज्य का एक उच्च न्यायालय होगा क्लियर है तो
2214 के अनुसार भारत में प्रत्येक राज्य के लिए एक उच्च न्यायालय होगा 230 के अनुसार संसद विधि बनाकर किसी उच्च
न्यायालय की अधिकारिता का विस्तार संग राज्य तक कर सकता है यानी एक विधि बनाएगी और यह तय करेगी कि उच्च न्यायालय की सीमा
कहां से कहां तक है ठीक है ना यह बात याद रखिएगा इसमें इंपोर्टेंट जो अनुचित है वह यह वाला है यह वाला याद रखिएगा यह वाला
भूल मत जाना और यह वाला इंपोर्टेंट है 231 231 के अनुसार संसद ने यह कहा है कि संसद विधि बनाएगी दो
अधिक राज्यों से आने दो या दो से अधिक राज्यों के लिए एक हाई कोर्ट की व्यवस्था कर सकती है मतलब अगर यूपी है तो यूपी में
जो हाई कोर्ट है वह इलाहाबाद है और अगर माना कि एमपी का कोई हाई कोर्ट कल को नहीं है कि नकुल वह अलग है कि है सभी का लेकिन
अगर मैं मान लेता हूं कि एमपी का थोड़ी देर के लिए नहीं है तो वह क्या करेगी संसद में कानून बनाकर कहते कि एमपी और यूपी का
एक ही जो है क्या रहेगा हाई कोर्ट इलाहाबाद रहेगा तो सारी सुनवाई हाईकोर्ट इलाहाबाद में होंगी तो कभी भी बहुत सारी
जैसा जगह पर है आप सभी को बताया तो आपको याद रखना है जैसे अभी आंध्र प्रदेश तेलंगाना में कहना है ना तो हम यह कह सकते
हैं कि 2231 के तहत दो या दो से अधिक राज्यों के लिए एक हाई कोर्ट हो सकता है यह कौन सा है उससे 231 अनुच्छेद 215 के
तहत यह कहा गया है कि उच्च न्यायालय अभिलेखीय अध्ययन होगा बड़ा जबरदस्त क्वेश्चन पिछली बार एग्जाम में ट्रेन हुआ
था पीस लेवल में कुशल पहुंचाया जा चुका है तो आपके दिमाग में भी पूछना सकता है 216 के अनुसार प्रत्येक उच्च न्यायालय के
मुख्य न्यायाधीश ऐसे अनेक देशों से मिलकर बनेगा जिन राष्ट्रपति समय-समय पर नियुक्त करने की
बात करेंगे आप सभी जानते हो कहीं ना कहीं आपको यह बात पता होगी कि अगर कोई उच्च न्यायालय होगा तो उसमें न्यायधीश भी होंगे
और उसमें मुख्य न्यायाधीश भी होंगे और ऐसे अनहद इस भी होंगे ठीक है यह लीजिए आपको याद रखनी है अब देखिए का या कुछ
इंपोर्टेंट बहुत डिप में हम बताने वाले हैं जो आपको गेम करने वाली हूं गेम कर लेना और फिर हम चलेंगे उच्चतम न्यायालय पर
217 के तहत यह कहा गया है कि राष्ट्रपति जी उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश की नियुक्ति और हाई कोर्ट के न्यायाधीश की
योग्यता के अनुसार करेंगे यह इसमें कहा गया है 217 बहुत इंपोर्टेंट है नियुक्ति करेंगे जबकि सफेद कोई और दिलाएगा यह बात
याद रखिएगा 222 के अनुसार हाई कोर्ट के जजों का स्थानांतरण कौन कर सकता है राष्ट्रपति जी कर सकते हैं 222 के अनुसार
भारत का राष्ट्रपति हाई कोर्ट के जजों का स्थानांतरण कर सकते हैं जैसे कोई भी अगर है तो इलाहाबाद का है तो इलाहाबाद से
आ सकता है कहां मध्य प्रदेश कर सकता है राजस्थान हाई कोर्ट कर सकता है तो मतलब एक जगह से दूसरी जगह भेज सकते हैं उसके
दोस्तों 226 न टू टू टू फत इंपोर्टेंट है याद करने में आसानी रहेगी अनुच्छेद-226 से कहता है कि हाई कोर्ट के कार्यों में
आस्था से वृद्धि होने की स्थिति में राष्ट्रपति जी दो वर्षों के लिए अतिरिक्त यहां पर या एडिशनल न्यायाधीश की नियुक्ति
कर कर सकते हैं मतलब क्या है कि अगर कोई भी जो है हाई कोर्ट में उस समय क्या है उस समय कमी है पदों की तो उस समय वह अतिरिक्त
जो एडिशनल न्यायाधीश की नियुक्ति कर सकते हैं यह आपको याद रखना है अगर कार्यों में वृद्धि हो जाती है अगर हाई कोर्ट में बहुत
ज्यादा हो गया है तो राष्ट्रपति करें कि दो वर्षों के लिए एडिशनल न्यायाधीश की नियुक्ति कर सकते हैं कौन करेगा
राष्ट्रपति करेंगे 224 में और यह भी कहा गया है कि इस स्थिति में राष्ट्रपति जी कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त करेंगे इसे
कि आप सभी जानते हो कि क्या राष्ट्रपति कर सकता है बिल्कुल क्योंकि न्यायधीश हो सकता है क्या अनुपस्थित हो जाए कभी-कभी 224 के
कहा गया है कि हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश राष्ट्रपति जी की सहमति से सेवानिवृत्त न्यायाधीश की सेवा ले सकते
हैं यह बहुत इंपोर्टेंट है अगर मुख्य न्यायाधीश राष्ट्रपति जी की सहमति से सेवानिवृत्त न्यायाधीश लेंगे तो बिल्कुल
नहीं सकते हैं लेकिन किसकी होनी चाहिए सहमति राष्ट्रपति की होनी चाहिए अब बात यह भी आती है कि यहां पर एक और इंपोर्टेंट है
कि आपको लेना है कि वर्तमान समय में हाई कोर्ट की संख्या कितनी है तो 225 है वर्तमान समय में भारत में हाई कोर्ट कितने
हैं तो 25 है यह बात आपके दिमाग में फिट होने चाहिए यह बात दिमाग में रख लेना है ठीक है 25 है कि बढ़ती रहती है 25 26 27
हो जाएगी कोई दिक्कत नहीं है उच्चतम न्यायालय जाने के सुप्रीम कोर्ट तो भारत में केवल एक है न्यू दिल्ली भारत में एकल
न्याय व्यवस्था है जिसमें सिर्फ स्थान पर सर्वोच्च न्यायालय सुप्रीम कोर्ट या उच्चतम न्यायालय है तो पहले
क्वीयर कर देता हूं कि सर्वोच्च न्यायालय और उच्चतम न्यायालय सुप्रीम कोर्ट यह एक ही नारा एक ही गलती मत करना उच्च न्यायालय
अलग होता है शीघ्र ही यहां पर सुप्रीम कोर्ट होता है यह आपको भारत में व्यवस्था है जिसमें सिर्फ स्थान पर सर्वोच्च
न्यायालय ने सुप्रीम कोर्ट उसके पति ने यह मैंने आपको बताया था कि जो है वह 25 पर यह किसके अधीन है यह भारतीय संविधान में जब
हमने उच्च न्यायालय के अनुच्छेद 14 और जब हम आपसे कह रहे हैं कि सर्वोच्च न्यायालय 634 यह याद रखना कि अनुच्छेद 124 दोस्तों
अगर देखा जाए तो इसमें भी 24 है 24 है 24 के तहत भारत में सुप्रीम कोर्ट का यह और 214 के तहत
भारत में प्रत्येक राज्य का हाई कोर्ट का यह बात मैंने अभी ऊपर बताई थी 124 147 तक उच्चतम न्यायालय के गठन स्वतंत्रता
न्यायक्षेत्र शक्तियां प्रक्रिया आदि का उल्लेख किया गया है तो यह तो आपको भूल ही नहीं है कि भाग-5 में उच्चतम न्यायालय और
भाग-5 के अतिरिक्त 124 में उच्चतम न्यायालय है और 314 में क्या है उच्च न्यायालय है यह बात याद रखना है हाई कोर्ट
214 और 124 में सुप्रीम कोर्ट या उच्चतम न्यायालय और उच्चतम न्यायालय का गठन संविधान के अनुच्छेद 324 के तहत 1950 में
उच्चतम न्यायालय की स्थापना हुई यहां से बहुत क्वेश्चन पूछे जाते तो तीन पॉइंट अगर आपने समय लिए तो चीजें बहुत आसान हो
जाएंगे इसमें एक क्वेश्चन तो पूछेगा क्योंकि अभी इनका बदला हुआ है यानी संविधान में 124 के तहत 1950 में उच्चतम
न्यायालय की स्थापना की गई उस समय उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीशों की संख्या आठ थी और सात अन्य
हु इस थे आपको याद रखना है यह न्यायाधीशों की संख्या कितनी थी मीणा भट्ठी आठ न्यायाधीश थे कौन-कौन से वनप्लस सेवंथ
यानी एक मुख्य न्यायधीश होता था और सात अन्य न्यायाधीश होते थे तो बराबर आठ हो जाते थे तो कुल मिलाकर उससे यह पूछा जाएगा
कि जब संविधान बना था उस समय भारत में कितने न्यायाधीश स्थित कुल टोटल कितने नदी स्थित तो आंसर होगा आठ और जब कुछ मन में
पूछे कि वर्तमान समय में उच्चतम न्यायालय में कुल कितने न्यायाधीश हैं तो आंसर होगा 34 अभी बड़ा है 30 प्लस 1 आपको याद होगा
तो आप अपडेट हो जाओ पर तुरंत अपडेट हो जाओ तुरंत अपडेट हो दोस्तों यहां पर क्या हुआ कि 2009 में इकत्तीस से बढ़ाकर 34 कर दी
गई है याद रखो फटाफट याद रखिए दोस्तों कि यहां पर जो संख्या है वह बढ़ाकर क्या कर दी गई है 34 कर दी गई है पहले मुख्य अतिथि
17 अन्य दूसरे कि अब वो खुद चाहेगी रहेगा लेकिन 33 अन्य रहेंगे तो कुल मिलाकर मूल संविधान में
पूछे तो 8 मारिए का आंसर वर्तमान संविधान में पूछे तो 34 ठीक है बाकी आपको यह सारी चीजें नहीं है भारतीय नागरिकता बहुत
इंपोर्टेंट है भारतीय नागरिकता अगर क्वेश्चन पूछ लिया कि भारत में किस तरीके की नागरिकता है तो भारत में नागरिकता
फटाफट स्टार भारत में नागरिकता है और यह जो अमेरिका घृता नागरिकता और इससे जुड़े हुए कानून केंद्र सूची के विषय इसलिए उन
पर कानून बनाने का अधिकार केवल केंद्र सरकार के पास है भारतीय संविधान के अनुच्छेद से 11 तक नागरिकता के बारे में
यह बहुत इंपोर्टेंट है अच्छा पॉइंट याद कर लेना है कई बार एग्जाम में ट्रेंड करने वाला पॉइंट है याद रखिएगा लोक सेवा आयोग
चीन ने सर्वप्रथम प्रतियोगी परीक्षाएं अधत इंपोर्टेंट है लोक सेवा आयोग आज हम आईएएस पीसीएस की बात करते हैं संघ लोक
सेवा लोक सेवा आयोग वहीं क्वेश्चन पूछा जा रहा है कि सबसे पहले सर्वप्रथम किस देश ने परीक्षा करवाई तो चीन ने करवाई 18 253 में
जो एक्स्ट्रा या इंग्लैंड में प्रतियोगी परीक्षा का प्रावधान था 1919 में एकता या तो केंद्र से राज्यों के लिए अलग-अलग
आयामों का प्रावधान था यह तीन पॉइंट इंपोर्टेंट है अच्छे हैं और बहुत डिपॉजिट है इनको कोई नहीं कितना बताएगी लेकिन मैं
आपको बता देता हूं ठीक है तो यह भी आपको याद रखने हैं वह इंपोर्टेंट है चलिए कि संविधान में तीन प्रकार के आयोग है एक
है संघ लोक सेवा आयोग राज्य लोक सेवा आयोग संयुक्त लोक सेवा आयोग संघ और राज्य के अधीन सेवाओं अनुच्छेद 360 से अनुच्छेद 335
वेरी वेरी मोस्ट इंपोर्टेंट कई बार एग्जाम में पूछा जा चुका है अनुच्छेद 315 के तहत तीन आयोग होंगे संघ राज्य संयुक्त और 308
323 ये कहता है कि संघ और राज्य की अधीनस्थ सेवा एवं कितने अनुच्छेद में 360 323 तक यह बहुत इंपोर्टेंट है अच्छी तरीके
से आप देखना है भारत में मुख्यतः तीन प्रकार की लोक सेवा पाई जाती है अखिल भारतीय सेवाएं केंद्रीय सेवा और राज्य
सेवा एक बार स्क्रीनशॉट लोग कई बार एग्जाम में क्वेश्चन इस साइड से पूछे जाते हैं और बच्चे कम से कम जो है इन क्वेश्चंस को थूक
लगाकर चले जाते हैं तो लगाने की कहीं ना कहीं आदत आपको छोड़नी पड़ेगी क्योंकि तुम का आपको पूरी तरीके से ब्रह्मांड डोलता है
और तू का आपको कितना सही होता है मुझे भी पता है तो कि आपका एक परसेंट भी सही नहीं होता है
इस वक्त सच है कि ना बहुत बढ़िया है के अध्येता भारत के प्रमुख संविधान संशोधन है जो तीन साइड में हम जानेंगे तीन से चार
स्लाइड है बची हैं इनको हम जानेंगे और पूरी तरीके से खत्म हो जाएगा यहां पर यहां पर यह वीडियो खत्म हो जाएगा तो अब हम दो
है भारत के प्रमुख संविधान संशोधन केवल ध्यान से सुनना है भले ही आपको याद ना हो और कुछ संविधान संशोधन जिस पर हम स्टार
लगाने वह तुरंत आपको सारे नहीं मैं बताऊंगा तो बहुत ही इसमें क्या रेयर केस 114 और 42 और सियासी और 104 मतलब बहुत तीन
साइड में हमने चार लिए हैं और उसमें भी हम आपको निचोड़ बताएंगे कि आपको लगभग 7 से 8 याद करने हैं जिस पर स्टांप लगा तो वह
इंपोर्टेंट है वैसे बहुत ध्यान से जुड़ना संशोधन से पोर्शन एक बनता है और इन 7 से 8 क्वेश्चन में आपको एक ऑप्शन मिलेगा आने
वाले एग्जाम में ठीक है चलिए पहला संविधान संशोधन 1951 में हुआ जो काफी इंपोर्टेंट है स्टार बना लेना है क्योंकि यह संविधान
संशोधन पहला था और इसमें नौंवी अनुसूची को जोड़ा गया था क्योंकि मूल संविधान में भारत में
घुमेर सूची में यहां पर नार्मल सूची को जोड़ा गया था तो उन्होंने सोच नहीं थी तो हमने 2 स्टार आपको लिखना थे स्टार्टिंग
में कि भारत के मूल संविधान में कितनी अनुसूचियां थी थी और दूसरा यह भी लिखा था कि भारत के वर्तमान समय में कितने हैं कोई
नहीं होना चाहिए तो सब्सक्राइब नहीं आ सकता कि किस संविधान संसोधन किया है तो सब्सक्राइब बहुत इंपोर्टेंट है सेवंथ
संविधान संशोधन में कहा गया है कि राज्यों का पुनर्गठन कर के राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों का नया-नया को पुनर्गठित किया
गया संविधान संशोधन के तहत तो यह आपको याद रखना घृत बिल्लियों की चिंता से मुक्त हुए दादरा और नगर हवेली दादरा नगर हवेली की
बात करते हैं यह दक्षिण भारत है और इसमें क्या हुआ कि जो पुर्तगाल ने इन पर जो है कब्जा रखा था और उससे जो है
भारतीय लोगों ने मुक्त कराया और यह दोस्तों फिर भारतीय संघ में यानी केंद्र शासित यूनियन टेरिटरी ये टीम में शामिल
किए गए 12 वां संविधान संशोधन है इसके द्वारा दमन और भारतीय संघ में विलय और संविधान संशोधन है कि इसके द्वारा
पांडिचेरी को केंद्र शासित प्रदेश के रूप में मिले तो सब्सक्राइब नहीं है अगला संविधान संसोधन है अब यहां से आपको दो
संविधान संशोधन विधेयक संविधान संसोधन आपको इस साइड से 18 वां संविधान संशोधन 1968 में इसके द्वारा पंजाब राज्य का
पुनर्गठन कर पंजाब हरियाणा और चंडीगढ़ को केंद्र शासित प्रदेश बनाया गया यह पॉइंट इंपोर्टेंट है क्योंकि दोनों की राजधानी
है इसलिए पूछा जा सकता है कि संविधान संशोधन 1968 हुआ और इसमें आठवीं अनुसूची में सिंधी
भाषा को शामिल किया गया यह बात याद रखिएगा आठवीं अनुसूची किस से संबंधित है लैंग्वेज से संबंधित है तो यह पूछा जा सकता है कि
भारतीय संविधान में कितने कृतघ्न और किस अनुसूची में आठवीं अनुसूची में घृत 24 संविधान संशोधन 1971 इसके द्वारा मौलिक
अधिकार सहित संविधान के किसी भी भाग में संशोधन करने का अधिकार दिया गया है इंपोर्टेंट है बहुत इंपोर्टेंट है कि
संविधान में संशोधन किया जा सकता है तो वह किस संविधान संशोधन द्वारा किया गया तो सब्सक्राइब संविधान संशोधन की प्रक्रिया
भी शीघ्र इसके द्वारा सिक्किम को भारतीय संघ में इतना ही नहीं है लेकिन हो सकता तो मेरा काम में आपको कुछ होना चाहिए और
ज्यादा करने होंगे ओक 36 वां संविधान संशोधन 1975 में हुआ इसके द्वारा सिक्किम को भारतीय संघ में 22
में राज्य के रुप में सम्मिलित किया गया 1975 एक ऐसा संस्थान तबाही ही भारत के राजदूत है कि गलत यह बात याद रखिएगा और
सबसे इंपोर्टेंट पॉइंट यह है इसको तो भूल गए तो फिर पूरा संविधान में कार 42 वां संविधान संशोधन कब हुआ तो आंसर होगा 1978
में यह संविधान संशोधन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के काल में हुआ तो याद रखना है यह इंपोर्टेंट पॉइंट है कि इंदिरा
गांधी के समय हुआ और कब हुआ 1978 में और कौन सा 42वां इसको मिनी संविधान भी कहा जाता है उस समय स्वर्ण सिंह आयोग की
सिफारिशों के आधार पर किया गया था पर याद रखना है कि इसी 42वें संविधान संशोधन से मैंने ऊपर बताया था कि मूल कर्तव्य आए थे
भारत में मूल कर्तव्य कि संविधान से आए हैं तो मूल कर्तव्य स्वर्ण सिंह समिति से संबंधित है और जिनकी संख्या वर्तमान में
11 है और याद रखना है 42वें संविधान संशोधन से ही आए हैं अभी तक का सबसे लिखित संविधान संशोधन कौन सा अगर क्वेश्चन
पूंछा जाए कि सबसे बड़ा संविधान संशोधन तो दोस्तों याद रखना है यही है यार इसमें है इस संविधान संशोधन को लागू संविधान कहां
जाता है मिनी संविधान कहां जाता है इस संविधान संशोधन में लगभग 1968 प्रावधान है तो इसलिए यह अभी तक का सबसे बड़ा संविधान
संशोधन है अच्छा है जबरदस्त है हर क्वेश्चन पूछा जा सकता है चार सबस्क्राइब नाउ संविधान किसे कहा जाता है घृत कौन सी
तिथि है मूल कर्तव्य कौन से संबंधित घ्र घ्र टॉप लेवल के दोस्तों आते हैं मतलब कुछ कहना ही नहीं और आपको दलबदल से संबंधित है
दल बदल जाता है जो दसवीं अनुसूची में है या अपने आप से घृणा का संविधान संशोधन दोस्तों
होंठ में सूची में कोंकणी मणिपुरी और नेपाली भाषा को जोड़ा गया है जो 73 74 और बहुत इंपोर्टेंट है जो मैंने आपसे बोला है
कि 71 72 73 74 यह तीनों आपको याद रखना है 73 73 74 और 186 बहुत इंपोर्टेंट है जो मूल कर्तव्य 11 में की बात करता है क्या
जबरदस्त को संस्था मैंने आपको बताया था वहां पर 11वां जो मूल कर्तव्य जो रूप से लिए गए हैं स्वर्ण सिंह समिति के आधार पर
तुम मूल कर्तव्य कुछ है जोड़ा गया था 86वें संविधान संशोधन करके जिसमें बच्चों को निशुल्क शिक्षा 614 वर्ष के बच्चों को
यौन शिक्षा दी जाएगी याद आया कुछ ऊपर याद आया तो इसने 71 73 74 और 76 संविधान संशोधन आप भूल नहीं सकते कतई नहीं बोल
सकते हैं याद रखिएगा अजय 44 वें संविधान संशोधन मैंने मेंटेन नहीं किया है तो आपको याद ही होगा यार के 44 वें संविधान संशोधन
संपत्ति का अधिकार को हटाकर कानूनी अधिकार अटक बना दिया गया यह तो याद होगा ना मैंने ऊपर बताया था कई बार तो इसको अगर याद नहीं
तो इसको भी लिखिए और 52 वें संविधान संशोधन ली है दलबदल से तो इसको भी लिखिए क्लियर है यह सारे
कि आपको बेसन करनी है 71 वां संविधान संशोधन में कुछ भाषाएं जोड़ी गई उनको बताया 73वां और 74वां टॉप लेवल के मैंने
अभी आपको ऊपर बाद अब ग्राम पंचायत पड़ा तब ग्यारहवीं अनुसूची में पंचायती राज को जोड़ा गया बारहवीं अनुसूची में नगर
निकायों नेहरू नगर पालिका को जोड़ा गया संविधान संसोधन 74 मां है अनुसूची बार मी है संविधान संशोधन 11वां है यानी 74वां है
और अनुसूची कौन सी है 11 है क्या है पंचायती राज है पंचायती राज सबसे पहले कहा आया नागौर जिले में आया है कहां राजस्थान
में है इस सारी चीजें आपको याद होना चाहिए ठीक है चौरासी 84 वां संविधान संशोधन 2001 में है तो 1991 की जनगणना के आधार पर
लोकसभा और विधानसभा क्षेत्रों की बात करें तो परिसीमन के अनुरूप जो है अनुमति प्रदान की गई और 86वां मोस्ट इंपॉर्टेंट गैस कि
2003 में आया था और 2003 में इसको यहां पर लागू कर आ गया 2002 और 2003 के दशक में और कहा गया कि प्राथमिक शिक्षा एक बच्चे का
मौलिक अधिकार है इसको छीना नहीं जा सकता है और यह मूल कर्तव्य की श्रेणी में रखा गया है याद रखिएगा 100 वां संविधान संशोधन
अब यह हमारे चार से पांच पॉइंट है लास्ट है ठीक है न इसके बाद जो हमारी अंतिम साइड होगी वो यह होगी 100 वां संविधान संशोधन
2015 को किया गया और भारत और बांग्लादेश के बीच में जो सीमा का जो संशोधन हुआ दोस्तों यह भारत और बांग्लादेश के बीच में
जो संधि हुई वह पूछा जाए तो ठंड तो याद करना है यह सब तक है इसको यूज करने के लिए बहुत आसान है क्योंकि हंटेड आप सभी जानते
हो शतक होता है और तक कहीं ना कहीं बांग्लादेश भारत के बीच में आपको दिमाग में कोई भी ठीक लगा लेनी है बहुत
इंपोर्टेंट है जबरदस्त पॉइंट है 101 वां संविधान संशोधन कई बार एग्जाम में पूछा जाएगा स्टार बना लेना दोस्तों जीएसटी
जीएसटी का फुल फॉर्म क्या होता है गुड सर्विस टैक्स होता है 2016 में आया था 2017 में लागू किया गया 108 संविधान
संशोधन था और जीएसटी का फुल फॉर्म गुड सर्विस टैक्स है प्रधानमंत्री कौन था प्रधानमंत्री मोदी उस समय थे याद रखना है
अभी क्या होता है आगे आगे देखा जाएगा 102 संविधान संशोधन 2008 ताकि बात कर दोस्तों तो इस संविधान संशोधन
द्वारा राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग यानी ओबीसी का संवैधानिक दर्जा दिया गया बहुत इंपोर्टेंट है 103 वां संविधान संशोधन हुआ
यह बहुत इंपोर्टेंट है GST वाला और अभी दस परसेंट का जो आरक्षण दिया गया वह दोस्तों जनरल कैटेगरी में दिया गया है जो कमजोर
वर्ग के सामान्य वर्ग के हैं उनको दस प्रतिशत आरक्षण मिला है वह किस में आएगा 103 संविधान संशोधन के तहत 104 वां
संविधान संशोधन हुआ है जो 2019 में हुआ है 126 वां संविधान संशोधन विधेयक का ही एक रूप है दिसंबर 2019 को राज्यसभा में
भारतीय संविधान को 126 वां संविधान संशोधन विधेयक 2019 पारित किया गया यह आपको इतना इंपोर्टेंट नहीं है ज्यादा इंपोर्टेंट याद
करने की जरूरत नहीं है ठीक है रखो अब बात आती है कुछ भाग जो आपको देखने होंगे दोस्तों वीडियो को हमें बहुत तेजी से
भगाया है लेकिन आप देख सकते हो इस समय समय आपको दिखा देता हूं 2 मिनट 1622 घंटे 16 मिनट यानि हम कह सकते हैं लगभग यह 2 घंटें
20 मिनट तक जाएगी यह वीडियो पूरे संविधान को देखा है है और बस इतना है कि लगातार इस वीडियो को
2 घंटे पढ़ाया है तो मैं कह सकते हैं दोस्तों कि आप सभी बच्चे प्यार बहुत देना बहुत ज्यादा प्यार देना क्योंकि यह वीडियो
आप आने वाली पीढ़ियां तक देखेंगे आपके बच्चे भी देखेंगे कि आपका यह बहुत ही बड़ा क्या है आप समझ लो कि मतलब आपका बहुत बड़ा
गोल्डन समय कि आप किस समय में यह वीडियो बन रही है यह वीडियो कभी हटाई नहीं जाएगी हमारे मरने के बाद जो यह वीडियो नहीं हटाई
जाएगी बहुत बड़ा सौभाग्य हमारा और आप कहें कि हम आपको पड़ा है और आप हमसे पढ़ रहे हैं कि मैं पिछले वीडियो को बहुत ज्यादा
प्यार देना अपने पांच दोस्तों को शेयर बहुत जरूर करना कि ना और लाइक कर देना पहला काम और बढ़िया सा कमेंट करना और
सब्सक्राइब कर लेना अगर आप नए हैं भाग एक में क्या है भाग एक में दोस्तों आपको याद रखना है कि संघ व उसके राज्य क्षेत्र और
अनुच्छेद 14 के बीच में वर्णित है कल को क्वेश्चन पूछा गया था कि नागरिकता का अनुच्छेद कौन सा है तो 5 से एक 11 में जो
है नागरिकता का पूरी तरीके से मैंने बड़ा है आपको की नागरिकता भारत में एकल है जबकि अमेरिका में दोहरी नागरिकता है मौन
अधिकार भाग कितने में है तो अनुच्छेद जो है 12 से 35 में है और भाग-3 में है भाग-3 को भारतीय संविधान का मैग्नाकार्टा कहा
जाता अगर आपने नहीं लिखा है तो इस तरह बनाकर लीगल और मौलिक अधिकार भारत के 12 से 35 के क्षेत्र के अंतर्गत आते हैं ठीक है
भाई विचार में 3651 तक राज्य के नीति निदेशक तत्व है जो राज्यों के लिए होते हैं जिससे लोक कल्याणकारी राज्य की
स्थापना होती है 44 में अनुच्छेद 51 के तहत मौलिक कर्तव्य है जरूर से लिए गए हैं मौलिक अधिकार है आपके अमेरिका से नियुक्त
किए गए हैं आपके कहां से आयरलैंड और मौलिक कर्तव्य लिए गए हैं आपके फंडामेंटल ड्यूटीज दिए गए हैं आपके लिए हैं आप के
रूप से लिए गए हैं ठीक है यह याद रखना कि भाजपा की अगर हम बात करें तो दोस्तों याद रखिएगा बाबुल से 151 तक समय सरकार की भर
जो है वर्णन किया गया है अनुच्छेद 352 से 237 के बीच में इस राज्य सरकार से संबंधित प्रावधान किया गया है भाग साथ में जो एक
बार स्क्रीनशॉट ले लें और अच्छे तरीके से देख लेना है के साथ में अनुच्छेद 248 के तहत सात में
संविधान संशोधन द्वारा जो है इसको हटा दिया गया कि न याद रखिएगा बहुत इंपोर्टेंट है 238 घाट के द्वारा अनुच्छेद 239 242 का
बटन है जो केंद्र शासित प्रदेशों का जो प्रशासन है जैसे दिल्ली है पांडिचेरी है दबंगई पर इनके प्रशासन के बारे में जिक्र
किया गया अनुच्छेद 243 से 245 एक के बीच में पंचायतें हैं जो भाग में है अनुच्छेद 243 है पीछे और 245 जेड तक की बात करें तो
नगरी निकाय है यानी यह भी किसने आएंगे उन्होंने आएंगे और यह जो आपका ग्यारहवीं अनुसूची में है और यह आपका है बार में
सूची में है यह आपका कितने संविधान संशोधन मैं अभी मैंने आपको बताया था तो जल्दी से बताओ 73 74 की बात करती है ना त्यौहार जी
आप बात उबाल न आ में है जो जर्मनी से लिए गए हैं और जो आप अगर ऑप्शन में ना आए तो फिर क्या मारेंगे 1935 भारत शासन अधिनियम
ऑप्शन है तो ऑस्ट्रेलिया मारेगा मैसेज जर्मनी आपको मिलेगा अनुच्छेद 352 से 360 की बात करता है आप उत्सुक बंद ठीक है
जिसमें राज्य व्यापर राष्ट्रपति शासन अगर बात करें यहां पर अनुच्छेद 368 संविधान संशोधन कई बार
एग्जाम में पूछा गया भाग बीच में है कहां से लिया गया है दक्षिण अफ्रीका से लिया गया है अनुच्छेद 353 से 352 तरह 395 तक
संक्षिप्त नाम प्रारंभ और निर्धन हिंदी में प्राधिकृत पाठ आप सभी जानते हो अगर हम एक क्वेश्चन आपसे पूछें है यहां पर यह
बताओ कि अनुच्छेद 343 में क्या है तो भारत की राजभाषा दी गई है कि उन्नत भारत की राजभाषा होगी हिंदी होगी यह भी आप अपने
पॉइंट्स में लिख लीजिएगा लिपि होगी देवनागिरी तो आप समझ रहे होंगे कि दोस्तों 123456789 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19
20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 इस 41 42 43 44 45 46 47 48 उन अधीन
सब्सक्राइब हमने इस वीडियो को 2 घंटे 1 मिनट में खत्म किया अब आप समझ लीजिए कि पूरा संविधान कैसे दोस्तों इस तरफ मतलब
अंदर लगाओ कि किस तरीके से एक-एक एक-एक को एक फोटो को कैसे लगाया कैसे टाइप की रात दिन लगे इसलिए पूरी तरीके से टाइप करने और
पूरी तरीके से 2 घंटे में आपने फाड़ आपके सामने रख दिए लगातार को ऐड किया है हम चाहते हैं कि वे अपने घर लौट ढक में जितने
बच्चों को स्टार्ट करें और उसमें से मात्र तीन से चार परसेंट बच्चे ऐसे होंगे इस वीडियो पर यही होता है
तो यह भी आपको याद होगा तो मैं गुजारिश करूंगा जिसे बच्चे ने पूरी वीडियो देखिए है वह बच्चे अपने नोट्स को रिपीट और
रिवीजन के तौर पर जब भी सोएं तो इसको रिवीजन जरूर करें समाज से लेकर आप एग्जाम में बैठ जाओगे तो आप अपने एग्जाम में
क्वेश्चन को छोड़ दोगे और एग्जाम को तोड़ दोगे ठीक है ना तो सभी बच्चे गुरूवार डूम्सडे को जो प्यार दिया है उन सभी के
लिए बहुत आभार व्यक्त करता हूं टेलीग्राम पर पीएम को प्राप्त करने के लिए गुरुजी बर्ड ऑन करें और पूरी तरीके से अगर आपको
ज्योग्राफी चाहिए तो ज्योग्राफी का फुल वीडियो का चाहते हैं तो नीचे लिंक में हमने दे दिया है जो ग्राफी का पूरा वीडियो
ज्योग्राफी भी मैंने दो घंटे में पढ़ाई है उस जगह लेफ्ट को देख लिया तो ज्योग्राफी खत्म पॉजिटिव को देख लिया तो पॉजिटिव खत्म
हिस्ट्री को देख लिया तो हिस्ट्री खत्म बताइए कहां से जाएंगे क्वेश्चन यही तो होते हैं करंट अफेयर पूरे साल का तो कराई
रहे हैं दोस्तों तो आप यह बताओ ना कुछ हम कहां से जाएंगे अब बताओ ना कुछ हम कहां से जाएंगे हिंदी पूरी तरीके से कराई रहे हैं
तो क्वेश्चन बताओ कहां से जाएंगे वीडियो सारी मिलियन में जा रही है तो कुछ क्षण बताओ कहां से जाएंगे साहब कहीं ना कहीं आप
सभी का प्यार ही तो है जो सबसे ज्यादा यूट्यूब पर वीडियो जो है अपने क्षेत्र की मिलियन में वीडियो हैं आप जाइए देखिए जाकर
लगभग 10 से 15 वीडियो हैव मिलियंस में जा चुके हैं जो दो-दो तीन-तीन मिलियन वीडियो पार कर चुके हैं इसलिए इस वीडियो को बहुत
प्यार देना और यह वीडियो आने वाले एक महीने के अंदर दो महीने के अंदर मिलियन में जाना चाहिए या आपसे हम कहते हैं
गुजारिश करते हैं सभी बच्चे पांच दोस्तों को शेयर जरूर करें यह हमें देखना होगा कि कितनी जल्दी आप इस वीडियो को मिले हमें
पहचानते हो ठीक है ना जी हां हम यही आशा करते हैं कि आप अपने पूरे जोड़-तोड़ के साथ पूरे जोड़-तोड़ के साथ दोस्तों क्या
करेंगे इस पूरे चैप्टर को पूरे इंडियन कांस्टिट्यूशन को इतना ज्यादा रिपीट करेंगे कि हर जवान पर एक वर्ड आपका याद हो
जाएगा कोई भी बच्चा कोई भी डाउट्स लेकर अगर बैठता है तो नीचे कमेंट करें हम सारे कमेंट को पढ़ते हैं अपने राज्य को लिखें
अपने तो लिख कि आप कहां से आती है कहां से आते हैं हर शहर हर शहर में का एक ही सपना इस
बार होना चाहिए कि क्या सेलेक्शन को लेना क्योंकि हर घर में खुशियां आनी चाहिए मेरा एक मकसद है दोस्तों कि आपके घर में भी
रोशनी होनी चाहिए रोशनी दीपक की तो हो रहे हैं आज लेकिन सलेक्शन की रोशनी उस दिन होगी जिस दिन हम अपने आने वाले त्योहार भी
अच्छे से मना पाएंगे तो इसलिए याद रखिए दोस्तों कहीं ना कहीं पूरी तरीके से आपको क्या करना है अपने एग्जाम पर फोकस करना है
और अपने नोट्स पर रिपीट का एक दौर है वह चला देना है और उसी वार्ड एक्जाम स्टडी प्लेटफार्म में सभी बच्चों का हार्दिक
स्वागत था ऐसे ही आप सभी के सामने समक्ष उपस्थित होते रहेंगे और बड़ी वीडियो के साथ पूरे फुल चैप्टर के साथ वंदे मातरम
फिर मिलेंगे नेक्स्ट वीडियो में तब तक के लिए आदाब सत श्री अकाल ताल ठोककर जय महाकाल इंकलाब जिंदाबाद कोई भी बच्चा
मायूस नहीं होगा पर याद रखिएगा मायूसी से ढक देंगे तो फिर शेर शेरनी लाएंगे लव यू साय थैंक्स फॉर वाचिंग
वीडियो गुरुजी बोर्ड एक्जाम स्टडी फटाफट टेलीग्राम पर आपको मिल जाएगी पीडीएफ ज्वाइन करें टेलीग्राम ग्रुप जय हिंद वंदे
मातरम है
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