Chapter 7.1: Understanding Money in Microeconomics
Overview
In this video, we delve into Chapter 7.1 of introductory microeconomics, focusing on the asset market, money, and price. We explore the importance of money as a medium of exchange, unit of account, and store of value, along with its functions and historical context.
Key Points
- Asset Market: Discussion on trading real and financial assets such as gold, houses, stocks, and bonds.
- Importance of Money: Money is crucial for expressing prices in a single unit, facilitating easier study of price fluctuations and inflation. For a deeper understanding of inflation, check out our summary on Understanding Inflation: Meaning, Types, and Effects.
- Functions of Money:
- Medium of Exchange: Money simplifies transactions compared to barter systems, allowing for efficient trade.
- Unit of Account: Money provides a standard measure for valuing goods and services, making economic transactions clearer.
- Store of Value: Money allows individuals to hold wealth over time, unlike perishable goods.
- Historical Context: The evolution of money from barter systems to modern forms, including coins, paper money, and digital transactions. To explore the historical significance of economic theories, see our summary on Understanding Alfred Marshall's Economic Theories and Their Impact on Price Determination.
- Monetary Aggregates: Explanation of M1 and M2 monetary aggregates, detailing what constitutes money supply in an economy. For more on how money supply is managed, refer to Understanding Monetary Policy: Objectives and Instruments Explained.
- Central Bank's Role: The central bank controls money supply through open market operations, influencing economic stability. To understand the broader implications of monetary policy, you might find our summary on Understanding the Quantity Theory of Money: Fisher's Approach Explained helpful.
FAQs
-
What is the primary function of money?
Money serves as a medium of exchange, unit of account, and store of value. -
How does money facilitate trade?
Money eliminates the inefficiencies of barter systems by providing a universally accepted medium for transactions. -
What are monetary aggregates?
Monetary aggregates are measures of the total money supply in an economy, such as M1 and M2. -
Why is money important for measuring economic value?
Money provides a standard unit for valuing goods and services, making it easier to compare prices and assess inflation. -
How does the central bank influence money supply?
The central bank uses tools like open market operations to increase or decrease the money supply in the economy. -
What historical forms of money were used before modern currency?
Historical forms of money included barter systems, gold and silver coins, and other commodities like cigarettes. -
Why do some countries hold foreign currency?
Countries may hold foreign currency as a stable store of value, especially during periods of high inflation in their local economy.
हाय और वेलकम बैक तू मी युटुब चैनल तो आज के इस वीडियो में हम स्टार्ट करने जा रहे हैं अपने इंट्रोडक्टरी माइक्रो इकोनॉमिक्स
के चैप्टर 7 को ये हमारे यूनिट तू का पैटर्न अगर हम बात करें सिलेबस की तो चैप्टर 7 में से सिर्फ 7.1 ही हमारी
सिलेबस का पार्ट है तो इस वीडियो में हम सिर्फ 7.1 को ही कर करेंगे तो स्टार्ट करते हैं चैप्टर 7 से डी ऐसेट मार्केट मनी
और प्राइस अगर हम बात करें इस चैप्टर की तो यहां पे हमें ऑलरेडी जिवन है की हम इस चैप्टर में ऐसेट मार्केट के बड़े में बात
करेंगे अगर हम बात करें लेट सपोज मार्केट की तो हमने ऑलरेडी इन डक माइक्रो इकोनॉमिक्स में सेमेस्टर वन में गुड्स की
मार्केट को तो बहुत अच्छे से स्टडी कर था गुड्स के मार्केट में बेसिकली हमने देखा था की किस तरीके से गुड्स की ट्रेडिंग
होती है किस तरीके से गुड्स खरीदे बेचे जाते हैं फिर हमने एक और मार्केट को देखा था ज्योति हमारी लेबर मार्केट इसको डिटेल
में नहीं देखा था बट ऐसे थोड़ा बहुत तो तथा लेबर मार्केट में क्या होता है की लेबर की सप्लाई करता है फॉर्म्स लेबर को
हायर करती और इन रिटर्नओं में वेजेस प्रोवाइड करती है ऐसे ही से इस चैप्टर में हम बात करेंगे ऐसेट के मार्केट की अब अगर
हम ऐसे की मार्केट की बात करें तो क्वेश्चन आता है की ऐसेट मार्केट में हम ट्रेड क्या करते हैं किस चीज को खरीदने
बेचते हैं तो यहां पे हमें जिवन है की इस मार्केट में जो लोग हैं वो क्या खरीदने बेचते हैं रियल और फाइनेंशियल असेट्स को
तो यहां पे एकदम एग्जांपल जिवन है जैसे हमारा गोल्ड हो गया हाउसेस हो गया स्टॉक हो गए और हमारे बॉन्ड हो गए दें यहां पर
हमें जिवन है आगे की हमारा जो एक टाइप ऑफ एसिड है हमारे माइक्रो इकोनॉमिक्स में वह है मनी मनी को हम अजान सारे एसिड को
कंबाइंडली मनी बोलते हैं यहां पर हमें जिवन भी है की हमारे सारे असेट्स को इकोनॉमिक्स टर्म में हम मनी बोलते हैं
क्यों बोलते हैं हम इसको सिंपली उसे कर सकते हैं मनी को हम सिंपली उसे कर सकते हैं तो मेक पेमेंट्स
आप किस तरीके की पेमेंट कैसे भी पेमेंट हम मनी के थ्रू कर लेते हैं अब हो सकता है की थ्रू कैश कर दे हम या फिर हमारे थ्रू
चेकिंग अकाउंट्स हो जाए मतलब की बैंक के थ्रू या फिर बैंक डिपॉजिट के थ्रू चैकेबल डिपॉजिट के थ्रू भी हम पेमेंट कर सकते हैं
इन टर्म्स ऑफ मनी तो यहां पर हमारा जो असेट्स है उसको इकोनॉमिक्स टर्म में बोला गया है मनी दें यहां पर हमें आगे दो रीजंस
के मैंने की मनी क्यों इंपॉर्टेंट है हम उसे पढ़ने क्यों हैं तो यहां पे अगर हम बात करें फर्स्ट रीजन की तो उसमें बताया
हुआ है की मनी इसलिए इंपॉर्टेंट है क्योंकि हमारे जितने भी प्राइस है वो एक्सप्रेस हो पाते हैं सिंगल यूनिट में
मनी में तो अगर हम लेट सपोज अपनी कंट्री की ही बात करें तो उसमें हम जो भी चीज खरीदने हैं वह साड़ी ही उनके जो प्राइस
होते हैं वो एक सिंगल यूनिट में मनी के टर्म्स में एक्सप्रेस जैसे की रुपीस में अगर हम बात करें की रुपीस में होने से
क्या क्या फायदा हो रहा है इससे ये इंपॉर्टेंट क्यों है तो यहां पे हमें बताया हुआ है की जब हम प्राइसेस को मेजरड
कर पाते हैं इन टर्म्स ऑफ मनीष सिंगल यूनिट में तो उससे क्या होता है की हम अपनी फ्लकचुएशंस को और अपने प्राइस लेवल
को इजीली स्टडी कर पाते हैं एक सिंगल मेजरमेंट में एक सिंगल यूनिट में उससे क्या होता है जब हम अपने प्राइस लेवल को
स्टडी कर पाते हैं तो उससे हम पता लगा सकते हैं की कितना इन्फ्लेशन हो रहा है और उसके कैसे क्या मतलब कितनी महंगाई हो रही
है और क्यों वो हो रही है दूसरे अगर हम रीजन की बात करें तो यहां पर अब बोला गया है की हमारा जो मनी है वो एक काफी
इंपॉर्टेंट फैक्टर है इसलिए है क्योंकि यहां पर हमारे कुछ इकोनॉमिक्स यह मानते हैं की जितना ज्यादा अमाउंट ऑफ मनी होगा
इकोनामी में या फिर जितना भी अमाउंट ऑफ मनी होता है इकोनॉमिक्स के अंदर वह कहानी ना इफेक्ट तो करता है रियल इकोनामिक
वेरिएबल को सच आउटपुट और एंप्लॉयमेंट मतलब की इसका क्या हुआ की जितनी भी हमारी इकोनामी के अंदर मनी की सरकुलेशन होती है
मतलब की जितनी भी मनी की सप्लाई होती है वो हमारी इफेक्ट करती है आउटपुट को भी और एंप्लॉयमेंट को भी के दोनों ही चीज मतलब
की ये हमारा एक इन्फ्लेशन वाला पॉइंट और ये हमारा आउटपुट और एंप्लॉयमेंट यह हम अपने आने वाले चैप्टर में और डिटेल में
अच्छे से पढ़ेंगे बट बेसिकली इस चैप्टर में हम सिंपली बात करेंगे मनी की की मनी क्यों इंपॉर्टेंट है क्या होती है मनी के
फंक्शंस क्या है और किन-किन चीजों को हम मनी के अंदर कंसीडर कर सकते हैं तो स्टार्ट करते हैं सबसे पहले बेसिकली की
मनी होता क्या है 7.1 व्हाट इस मनी तो मनी बेसिकली क्या होता है यहां पर हमें बताया हुआ है मनी
कोई भी ऐसेट हो सकता है जो वाइडऐली उसे हो रहा हूं मतलब की सभी लोगों से उसे कर रहे हो ऐसा नहीं की सिर्फ एक दो बंदे उसे कर
रहे हैं सारे ही लोगों से उसे कर रहे हो दूसरा पॉइंट है की वो एक्सेप्टर होना चाहिए एस पेमेंट मतलब की अगर तुम एन कुछ
खरीद रहे हो और इन रिटर्न उसे पे कर रहे हो तो वो चीज एक्सेप्टेड हनी चाहिए ऐसे दुकानदार या जिससे भी ले रहे हो कोई ये
नहीं बोल सकता की नहीं मैं यह नहीं एक्सेप्ट करूंगा तो हर वो चीज हर वो एसिड जो एक्सेप्टेड वैसा पेमेंट और जो वाइडऐली
उसे हो रहा हो सब उसको उसे कर रहे हो अगर हम बात करें हिस्टोरिकल पुराने जमाने में बेसिकली क्या होता था तो मनी किस तरीके से
होती थी तो यहां पे हमें बताया हुआ है की जो मनी है वह रेंज होती थी बिटवीन टाइम के फॉर्म में भी होती है और अब तो
कार्ड और जो सब कुछ ऑनलाइन भी चला है तो इस टाइम पर लेट सपोज कोइंस की और पेपर की ही बात करें स्पेसिफिकली तो हमारी जो रेंज
है लाइक छोटे कोइंस दें बड़े नोट्स जैसे 10 20 50 फिर 100 हो गया 10000 हो गया 500 हो गया तो हमारी जो रेंज है वो इस तरीके
से या नोट्स की और कॉइन की भी अगर हम बात करें तो 1 2 5 10 20 भी है अगर हम बात करें हिस्टोरिकल पुराने जमाने में किस
तरीके से पैसों की रेंज होती थी तो वो हमारी बीड और शेल्स के बेसिस पर होती थी अगर हम हाय में बात करें तो गोल्ड और
सिल्वर कोइंस के बेसिस पर प्राइस को रेंज किया जाता था की इसकी वैल्यू लाइक गोल्ड के सबसे ज्यादा है सिल्वर की उससे कम ऐसे
करके ठीक है अगर हम बात करें अच्छा यहां पे बताया हुआ है इवेंट तू सीक्रेट तो इसका अभी हम आगे एग्जांपल देखेंगे की सिगरेट को
किस तरीके से इन डी फॉर्म ऑफ मनी उसे किया जा रहा था पहले के टाइम पर दें अगर हम पास करें मॉडर्न इकोनॉमिक्स की तो उसमें क्या
होता है उसमें जो मनी है वह कॉइन और पेपर मनी के फॉर्म में उसे की जाति है एवं ई भी हम उसे बोल सकते हैं हम आज के टाइम पर भी
कोइंस और पेपर्स को उसे कर सकते हैं अगर हम भारत करें लेकिन आज के टाइम पर और भी बहुत साड़ी चीज जिसको हम मनी बोल सकते हैं
क्योंकि अब यहां पर हमारे क्रेडिट और डेबिट कार्ड भी आते हैं जैसे हमें यहां पे बताया हुआ है अगेन आगे थोड़ा सा और की
अंदर आम फॉर्म ऑफ मनी क्या है चेक केवल डिपॉजिट लाइक जो हम बैंक से डिपॉजिट करवाते हैं और उन्हें विड्रॉ भी कर देते
हैं थ्रू चेक्स पेमेंट भी कर देते हैं वो साड़ी चीज तो अब तो मनी की फॉर्म इस अलग इस टाइम पर बहुत ज्यादा ब्रेड है की बहुत
साड़ी चीज हैं जिसको हम इन डी फॉर्म ऑफ मनी और मनी के फॉर्म में कंसीडर कर सकते हैं वाइडऐली उसे होती है और एक्सेप्टेड भी
होती है पेमेंट लेकिन पहले के टाइम पर क्या होता था यहां पर गोल्डन सिल्वर होता था
कॉइन और पेपर्स या फिर हम बोल सकते हैं सिंपली ई कहते हैं तो यह था हमारा पूरा की मनी क्या
है तो मनी क्या है बेसिकली की हम उसे एक्सेप्ट कर पे ऐसा पेमेंट और वाइडऐली उसे कर पे अब यहां पे हमें एक छोटा सा
विद डाटा चीजें जिवन है बट मैं इसे छोटे से साइंस में सुम्मराइज कर देती हूं की यहां पे जो सीक्रेट्स का एग्जांपल जिवन है
इन डी फॉर्म ऑफ मनी वो कैसे था तो यहां पे हमें जिवन है मनी इन एन प्रिजनर ऑफ वार कैंप तो जब वर्ल्ड वार 2 का और चल रहा था
तो हमारे जर्मन प्रेसिडेंट ऑफ वर्ल्ड कैंप से जो एलाइड सोल्जर लिब्रेट हो रहे थे उनमें से एक यंग मां था जिसका नाम था आर ए
रेड फोर्ट जो की ट्रेन था इकोनॉमिक्स में से तो जब वो वहां से लोट आना तो उसने एक आर्टिकल लिखा था इकोनामिक ऑर्गेनाइजेशन ऑफ
डी पर्सनल वहां की लाइफस्टाइल पर ही चीजों को शो किया की किस तरीके से सोल्जर और प्रिजनर्स
वहां पे रहते थे लेकिन बेसिकली उन्होंने आ फॉक्स किस चीज पे कर तो वो था प्रिमिटिव इकोनॉमिक्स वहां की जो खुद ही गो हो गई
लाइक खुद ही गो मतलब की बहुत ही अनएक्सपेक्टेड खुद से ही ग्रा होने ग गई प्रिमिटिव इकोनॉमिक्स का बेसिकली क्या
मतलब है प्रिमिटिव इकोनॉमिक्स को हम ऐसे समझ सकते हैं की जो हमारी अंदर डेवलप अंदर डेवलप इकोनॉमिक्स होती है मतलब की वहां पर
जो भी प्रैक्टिसेज चल रही है मतलब की जो भी एक्टिविटीज जो भी वो खुद से क्रिएट कर कर चीजों को क करवा रहे हैं उसे तरीके से
जो हमारी अंदर डेवलप्ड इकोनामी है वो गो होने लगी और वो अच्छे से क भी करने लगी वो साड़ी चीज उन्होंने अपने आर्टिकल में शो
कारी तो हम उसे चीज को यहां पर स्टडी करेंगे उसमें बेसिकली क्या है की सीक्रेट्स को किस तरीके से उसे कर इन डी
फॉर्म ऑफ मनी तो यहां पर हमें जिवन है की कैंपस के अंदर थोड़ी बहुत गुड्स की ही प्रोडक्शन हो पाती
थी अगर हम बात करें सर्विसेज की तो कुछ सर्विसेज के ट्रेड भी होती थी जैसे यहां पे लॉन्ड्री हो गया हमारा तेल रिंग
सर्विसेज हो गया पोट्रेटर हो गया अगर हम बात करें प्रिजनर्स की तो उनको अलाउ था की वो फ्रिली विदीन डी कंपाउंड के अंदर कहानी
भी घूम फिर सकते हैं फ्रिली मूव कर सकते हैं और यहां पे जिवन है की और एक्टिवली ट्रेड गुड्स वहां पर वो एक्टिवली ऑन
रेगुलर बेसिस जब बन जाए तब ट्रेड करते थे गुड्स का कौन से गुड्स का कहां से आए उनके पास गुड्स तो वो बताओ की जो रेड क्रॉस से
जर्मन से और अदर सोर्सेस से उनको गुड्स प्रोवाइड होते थे ऑब्टेंड होते थे उनको वो आपस में एक्सचेंज करते थे ट्रेड करते थे
यहां पर हमें बताएं भी हुआ है की कौन-कौन सी कमोडिटीज को एक्सचेंज करते थे कौन-कौन से गुड्स को खरीदने बीच देते थे वह सारे
गुड्स फिर हमें यहां पर सबसे इंपॉर्टेंट जो क्वेश्चन आता है वह यह की जो यह चीज आपस में ट्रेड कर रहे हैं गुड्स की ये
गुड्स के जो प्रैक्टिस चल रही है ये जो हमारी ट्रेडिंग ऑर्गेनाइज हो रही है खरीद बीच रहे हैं ये किस बिहेव पे खरीद बीच रहा
है क्योंकि उसे टाइम पर उनके पास कोई मनी आगे ए मीडियम तो है नहीं तो वो खरीद बीच कैसे रहे हैं ये प्रैक्टिस वहां पर पॉसिबल
कैसे हो का रही है तो यहां पे बताया हुआ है की आते फर्स्ट हमारे जो कैंप इकोनॉमिक्स थे वो क्या उसे करते थे वो
वाटर उसे करते थे तो बतौर सिस्टम हमने ऑलरेडी अपनी छोटी क्लासेस में भी पढ़ा हुआ है उसमें भी क्या होता है की गुड्स के
बदले हम गुड्स को एक्सचेंज करते हैं लेट सपोज की अगर मेरे पास जाम है ओके मुझे जानना चाहिए भी नहीं है बहुत पसंद भी नहीं
है और मुझे चाहिए बिस्कुट कैसे से एक्सचेंज करना है तो उसे कैसे में क्या होता है की मैं बिस्कुट वाले से क्या
बोलूंगी की तुम मेरा जो है ये जाम ले लो और मुझे इन रिटर्न क्या दे दो बिस्कुट दे दो तो हम गुड्स के बदले जब गुड्स को
एक्सचेंज करते थे तो ए जाता है वाटर में अगर हम बात करें यह तो उन्होंने बताया की पहले इनिशियली तो वह बटर सिस्टम उसे कर
रहे थे बट क्या हुआ हमने देखा की वो जो प्रैक्टिस है यह वाटर सिस्टम है ये बिल्कुल ही इन एफिशिएंट है इन एफिशिएंट
क्यों है सिंपल सी बात है अब यहां पर अगर हम देख सकते हैं की मैं जो है जान देख रही हूं मतलब मैं
जयमाला चेंज कर रही हूं और आगे वाले से मुझे बिस्कुट चाहिए अब लेट सपोज की मैं तो इससे बोल रही हूं की मुझे बिस्कुट दे दो
इन रिटर्न मेरे से जाम ले लो हो सकता है की वो जान लेने में इंटरेस्टेड ही ना हो तो सिंपली इन एफिशिएंट क्यों है क्योंकि
ये बहुत ज्यादा टाइम कंजूमिंग है और हो सकता है कभी-कभी क भी ना करें अगर मेरे को बिस्कुट चाहिए तो मुझे एक ऐसा बिस्कुट
वाला परसों ढूंढना पड़ेगा जो मेरी जाम को एक्सेप्ट कर पे तभी तो एक्सचेंज करेगा अगर उसे बंदे को गर्भवती नहीं होगी जानकी तो
वो मेरे से ट्रेडिंग भी नहीं करेगा बिस्कुट की तो सिंपल तो यहां पर उन्होंने पहले इनिशियली वाटर को उसे कर बट देखा की
वो जो है काफी इंफेक्शन है धन उसके बाद डिवाइस को एक आइडिया हिट हुआ और उन्होंने सीक्रेट्स को आजम मनी उसे किया और
सीक्रेट्स को ऐसा पेमेंट उसे करने लगे तो यहां पे हमें जिवन है की उसके बाद क्या कर उन्होंने सारे ही गुड्स का जो प्राइस है
वो इन टर्म्स ऑफ सीक्रेट कर दिया मतलब ये हो सकता है की जाम का प्राइस उन्होंने कर दिया हो फाइव सीक्रेट या फिर अगर हम बात
करें बिस्कुट का प्राइस उन्होंने कर दिया हो 6 सिगरेट तो जितने भी गुड्स थे उन सब का जो प्राइस है वो सीक्रेट के टर्म्स में
सिगरेट के यूनिट में डिसाइड कर लिया यहां पे हमें बताया हुआ है की जो सीक्रेट है वो सभी एक्सेप्ट कर रहे थे और सीक्रेट से सभी
एक्सेप्ट भी कर रहे थे सब न्यूज़ भी कर रहे थे वाइडऐली तो वो आगे एन मीडियम ऑफ एक्सचेंज बन गया इनका मतलब सीक्रेट को ऐसा
मनी वो उसे करने लगे यहां पे बताया हुआ है दें की एवं जो नॉन स्मोकिंग प्रिजनर्स थे वो भी खुश थे सीक्रेट को ऐसा पेमेंट
एक्सेप्ट करने में क्योंकि उन्हें पता है की सीक्रेट अगर मैं लेट हूं तो जो मुझे सीक्रेट रिसीव हुई है उसे मैं कोई और अदर
थिंक ले सकता हूं जो मुझे चाहिए लेकिन वाटर सिस्टम में क्या था वाटर सिस्टम में हम सिंपली देख सकते हैं की अगर मैं नॉन
स्मोकर हूं और कोई मेरे को सीक्रेट एक्सचेंज कर रहा है तो मैं तो उसे अपने गुड नहीं दूंगी बट यहां पर नॉन स्मोकर को
कोई प्रॉब्लम नहीं थी क्योंकि सीक्रेट रिसीव करने से उसको वो आगे किसी और पर पास ऑन कर सकते हैं क्योंकि वो हाली एक्सेप्ट
एड है आज एन पेमेंट तो यहां पर नॉन स्मोकल को भी कोई प्रॉब्लम नहीं हुई और इसी तरीके से जो उनकी प्रॉब्लम थी आ ट्रेड करने की
आपस में वो सीक्रेट के उसे से काफी ज्यादा एफिशिएंट और स्मूथली क करने लगे यहां पे हमें जिवन है की जो कैंप की इकोनामी है वो
फंक्शन करने लगी मैच मोर स्मूथली नो अब यहां पर बताया हुआ है की हमने सीक्रेट्स को ही के उसे कर हमने किसी और
अगर गत को क्यों नहीं उसे कराया एक्सचेंज तो यहां पे हमें बताया हुआ है क्योंकि हमारी जो मनी है उसकी जितने भी हमारे नंबर
ऑफ क्राइटेरिया हैं की इस तरीके से मनी हनी चाहिए वो सीक्रेट हमारे सारे ही क्राइटेरियास को फुलफिल तो करती है तो
यहां पे हमें बताया हुआ है कौन-कौन सी चीज जैसे की हमारी स्टैंडर्ड डायस कम ऑडिट है जो की हमारे दोनों वायरस और सेलर्स उसकी
वैल्यू को इजीली मेजर भी कर पाते हैं और समझ भी पाते हैं अगर हम बात करें इंडिविजुअल सिगरेट की जो हमें बताया हुआ
है की उसकी इतनी लो वैल्यू होती है की उसे हम इजीली चेंज कर पाते हैं लाइक चेंज इन डी साइंस की जब हम रुपीस में भी इजीली
चेंज कर पाते हैं मनी को की इंडिविजुअल जो हमारी सीक्रेट है लाइक एक सिंगल सीक्रेट के उनकी इतनी लो वैल्यू है जिससे वो इजीली
चेंज कर पाते हैं और उसमें भी उनको प्रॉब्लम नहीं होती है अगर हम बात करें बाकी चीजों की तो हमारी जो सीक्रेट है वो
पोर्टेबल होती है हम उसे इसलिए मूव कर सकता है इधर से उधर तक फिर अगर हम बात करें तो आप बताओ की हम उसे हैंड तू हैंड
इजीली पास कर सकते हैं एक दूसरे के ऊपर और वह जल्दी से खराब भी नहीं होती है ये सारे तो ए गए प्लस पॉइंट अगर हम बात करें
नेगेटिव पॉइंट की ड्रॉबैक की ड्रॉबैक क्या है अगर हम उसको आगे एन मनी उसे करें तो हमारा सिंपल सा ड्रॉबैक है की अगर हम
सिगरेट को आज एन मनी उसे करते हैं तो उसकी एक रिसोर्स कॉस्ट होती है रिसोर्स कॉस्ट क्या है की अगर हम सीक्रेट को मनी का दर्ज
दे रहा है क्योंकि हम उसे मनी ट्रेड कर रहे हैं तो अब उसे टाइम पर हम उसे स्मोक तो नहीं कर सकते कंज्यूम तो नहीं कर सकते
इन एन से वे हमें बताया हुआ है की ट्रेडिशनल जो उसे था हमारा गोल्डन सिल्वर का आएगा मनी तो वह भी काफी कॉस्टली था
क्योंकि अब हम मेटल को अल्टरनेटिव यूजेस में नहीं उसे कर सकते जैसे अब हम अगर गोल्डन सिल्वर को इन टर्म्स ऑफ मनी उसे कर
रहे हैं गोल्ड कोइंस को सिल्वर कोइंस को तो अब हम अल्टरनेटिव यूजेस मिनी लगा सकते की हम
उन्हें ज्वेलरी बना ले जो भी हमारे पास मनी है इन टर्म्स ऑफ गोल्डन सिल्वर तो यहां पर जो भी उनके अल्टरनेटिव यूजेस थे
वो अब यहां पर हम नहीं कर का रहे हैं तो वो सारे इनके ड्रॉबैक्स हो गए तो हमने अभी तक बेसिकली क्या देखा की जो हमारी मनी है
वो उसकी दो क्या प्रॉपर्टीज हमने अच्छी की हमारा मनी हर वो ऐसे है जिसको हम इजीली एक्सेप्ट कर सकते हैं ऐसा पेमेंट और वो
वाइडऐली उसे हो रहा हो तो उसके अंदर हमने हिस्टोरिकल चीज देख ली सीक्रेट्स की और जो हमारे शेयर्स उसे होते थे गोल्ड कोइंस उसे
होते थे और जो फिर हमने देखा की अब अगर हमारी मॉडर्न इकोनामी की हम बात करें तो उसमें हम पेपर्स और कोइंस और करेंसी को
उसे करते हैं और हम अपने चेक केवल डिपॉजिट को भी उसे करते हैं अब हम बात करते हैं तब फंक्शंस ऑफ मनी तो उसे हम आगे देखते हैं
डी फंक्शन ऑफ मनी तो हमारा जो फर्स्ट फंक्शन है वह है मीडियम ऑफ एक्सचेंज तो यहां पे हम इनिशियली बात करते हैं चलो एक
ऐसी इकोनामी के जिसमें कोई मैन ही नहीं है कोई पैसा ही नहीं है तो उसे कैसे में हम बेसिकली आपस में एक दूसरे से लेनदेन कैसे
करें देंगे कैसे खरीदें बेचेंगे कैसे एक्सचेंज करेंगे तो बताया हुआ है की जब ऐसी इकोनामी की अगर हम बात करें जिसमें
कोई मनी ही नहीं है तो उसे कैसे में हम क्या करते हैं हम ट्रेड करते हैं थ्रू वाटर वाटर अभी हमने बात कारी जब हम गुड तू
गुड एक्सचेंज करते हैं तो यहां पे हमें पता है की जब हम डायरेक्टली एक्सचेंज करते हैं सर्टेन गुड्स को पर अदर गुड्स तो वो
आता है हमारे वाटर में मतलब की जो गुड में प्रोड्यूस कर रही हूं मैं इस से पेमेंट कर रही हूं और इन रिटर्न में क्या रिसीव कर
रही हूं कोई दूसरा गुड तो यहां पे बता हुआ है इवेंट टुडे जो कुछ लोग हैं वो ऐसे ही चीजों को आज भी प्रैक्टिस करते हैं वो एक
वाटर क्लब से बिलॉन्ग करते हैं और वहां के जो मेंबर्स होते हैं वो आपस में करते हैं गुड्स और सर्विसेज को
दूसरे के साथ अगर हम बात करें लेट सपोज जनरली इसमें प्रॉब्लम क्या है तो हमें बताओ
काफी इन एफिशिएंट वे है ट्रेड करने के लिए तो इसके दो इंपॉर्टेंट रीजन है जो हमें समझना हैं पहले क्या की अगर हमें ट्रेड
करना है गुड तू गुड क्योंकि वाटर में तो गुड्डू गुड एक्सचेंज होता है मनी तो होता नहीं है तो उसे कैसे में प्रॉब्लम क्या आई
है की अगर मुझे लेट सपोज बिस्कुट चाहिए तो मुझे एक ऐसा परसों ढूंढना पड़ेगा जो बिस्कुट बेस्ट जिसके पास वो आइटम हो दूसरे
प्रॉब्लम क्या है की अगर वो बिस्कुट चलो कोई मुझे मिल गया जो बिस्कुट बेस्ट है अब मुझे उससे बिस्कुट एक्सचेंज करना है लेट
सपोज मेरे पास क्या है जाम है तो अब मुझे दूसरी चीज क्या देखनी पड़ेगी की अगर मैं उससे बिस्कुट ले रही हूं तो क्या वो
बिस्कुट के बदले मेरी जान को एक्सचेंज करेगा वो भी तो देखना पड़ेगा की क्या वो जाम में इंटरेस्टेड है एक्सचेंज करने के
लिए की नहीं है हो सकता है उसे जाम चाहिए ना तो वो मुझे अपना बिस्कुट भी नहीं देगा तो हम देख सकते हैं की एक तो हमें वो
बांदा ढूंढना जिसके पास हमारा गुड है दूसरा की क्या वो मिलेंगे हमारे गुड को भी एक्सचेंज करने में यह दोनों ही चीज बहुत
ज्यादा डिफिकल्ट है और टाइम कंजूमिंग है इसलिए हमारा जो बटर सिस्टम है जो यह वाटर प्रेक्टिस हम करते हैं गुड तू गुड ये काफी
इन एफिशिएंट वे है अब लेट सपोज हमें से चीज को कंपेयर करें जैसे इकोनामी से जहां पर अब बनी है तो उसे
कैसे में हम सिंपली देख सकते हैं की मनी क्या करती है मनी हेल्प करती है लोगों को की वह सिंपली इजीली ट्रेड कर पाएं क्योंकि
वहां पर उनका लेस कॉस्ट ग रही है इन टाइम क्योंकि उन्हें ढूंढना नहीं पद रहा है कोई और एफर्ट्स भी कम ग रहे हैं क्योंकि
उन्हें आगे वाले बंदे को मानना भी नहीं पद रहा की प्लीज अब हमारा हमारा जो गुड है उसको एक्सचेंज कर लो तो उसे कैसे में हम
देख सकते हैं की ये ली टाइम कंजूमिंग भी है और इसमें हमारे एफर्ट्स भी कम ग रहे हैं तो हम सिंपली देख सकते हैं की मनी जो
है मनी जो अगर हम बात करें मीडियम ऑफ एक्सचेंज ये बटर ऑप्शन है एस कंपेयर तू हमारा बटर अगर हम लेट सपोज इसका एक
एग्जांपल के थ्रू समझे एक सेकंड तो यहां पर हम एग्जांपल ले लेते हैं वाटर कई हमने बटर में क्या देखा की कोई मनी तो
है नहीं हम गुड तू गुड और सर्विसेज तू सर्विसेज जो है एक्सचेंज कर रहे हैं और हमने देखा की ये काफी इन एफिशिएंट वे है
तो इसे इसको समझना है एग्जांपल के थ्रू यहां पर मैंने दो लोगों का एग्जांपल लिया है लेट सपोज ये एक परसों है ये मैंने अपने
आपको ले लिया दूसरा मैंने यहां पर एक और परसों बनाया इसको मैंने ऐसा क्या ड्राइवर ले लिया क्योंकि मैंने इसी का एग्जांपल
लिया है तो यहां पर मैं सर्विसेज तू सर्विसेज वाले एग्जांपल देना चाहती हूं यहां पे लेट सपोज की जो मैं हूं वो क्या
सर्विसेज प्रोवाइड कर रही है ट्यूशन सर्विसेज प्रोवाइड कर रही है मैं अपनी नॉलेज शेर कर रही हूं अगर हम बात करें कब
ड्राइवर की तो वो क्या सर्विसेज प्रोवाइड कर रहा है वो राइट की सर्विसेज प्रोवाइड करना है जहां पर भी तुम्हें ट्रैवल करना
है वो तो मैं वहां तक राइट दे देता है तो इस कैसे में लेट सपोज जो मैं हूं मुझे जो है अर्जेंटली कहानी ट्रैवल करके जाना है
तो उसे कैसे में मुझे राइट सर्विसेज चाहिए ही चाहिए तो हमने बटर में क्या देखा की पहले तो हमें ढूंढना पड़ता है वो इंसान
जिसकी तुम्हें नीड है तो यहां पर मुझे जी सर्विस की नीड है वो इंसान मैंने ढूंढ लिया दूसरा पॉइंट क्या होता है की हमें
देखना होता है की क्या वो बिलिंग है एक्सचेंज करने के लिए या फिर नहीं है तो सिंपली हम देख सकते हैं यहां पर वाटर
सिस्टम में जो प्रॉब्लम आई है वो ये है की मुझे तो इसके राइट सर्विसेज के नीड है और मैं काफी ज्यादा विलेन हुए इसको लेने के
लिए बट क्या कब ड्राइवर विलिंग है मेरी ट्यूशन सर्विसेज को लेने के लिए नेक्स्ट चेंज नो तो हम यहां पर देख सकते हैं
सिंपली की यहां पर मैं तो इंटरेस्टेड हूं एक्सचेंज करने के लिए बट वह आगे वाला परसों इंटरेस्टेड नहीं है क्योंकि उसे कोई
भी नीड नहीं है इकोनॉमिक्स की नॉलेज को रिसीव करने के लिए तो इस कैसे में हम देख सकते हैं की बटर जो है वह काफी ज्यादा इन
एफिशिएंट है सिंपली हम देख सकते हैं लेकिन अगर हम यहां पर मनी की बात करें 1 अगर हम यहां पर मनी के बात करें तो हमने क्या
देखा की मनी जो है वो हमारी काफी ज्यादा एफिशिएंट वे है एफिशिएंट वे क्यों है क्योंकि वो मीडियम ऑफ एक्सचेंज सब इजीली
एक्सेप्ट कर सकते हैं यहां पर इसने तो मेरी ट्यूशन सर्विसेज को एक्सेप्ट ही नहीं कर वो बिलिंग भी नहीं था बट मनी आगे एन
मीडियम ऑफ एक्सचेंज सब इजीली एक्सचेंज करने के लिए तैयार हो जाते हैं तो इस कैसे में क्या होगा अगर हम मनी को इंट्रोड्यूस
कर दे से एग्जांपल में तो क्या होगा जो मेरी ट्यूशन सर्विसेज है अब मुझे जो भी चीज चाहिए उसके लिए मुझे ट्यूशन सर्विसेज
को प्रोवाइड नहीं करना पड़ेगा हर परसों को बट उन्हें परसों को प्रोवाइड करना पड़ेगा जिसको नीडल तो लेट सपोज यहां पर हम ले
लेते हैं स्टूडेंट तो स्टूडेंट को मैं अपनी ट्यूशन सर्विसेज प्रोवाइड करूंगी और इन रिटर्न वह मुझे क्या देंगे अब वो अपनी
सर्विसेज तो नहीं देंगे बट वो क्या देंगे मुझे मनी अब इस मनी से मैं क्या करूंगी मैं यहां पर इस मनी से राइट ले सकते हो
जिसकी मुझे नीड है तो मैं इस मनी से राइट ले लूंगी और मनी को पेमेंट कर दूंगी कैप ड्राइवर को अब जो कैप ड्राइवर है हो सकता
है की वो इस मनी से अपनी जो भी उसकी विशेष है उसको फुलफिल करें तो हम सिंपली देख सकते हैं की मनी को सब इजीली एक्सेप्ट कर
लेते हैं आगे एन पेमेंट और हम इसको वाइडऐली उसे भी कर सकते हैं तो हम सिंपली देख सकते हैं की हमारा जो मनी है वो काफी
एफिशिएंट है और हमारा जो वाटर है वो बिल्कुल भी एफिशिएंट नहीं है अगर हम बात करें अपने सेकंड पॉइंट की ये
तो हमारा फर्स्ट पॉइंट हो गया की मनी आगे डी मीडियम ऑफ एक्सचेंज हमारा काफी ज्यादा एफिशिएंट है कंपेयर तू बटर अगर हम दूसरे
प्लस पॉइंट की बात करें तो हमें बता हुआ है हेविंग एन मीडियम ऑफ एक्सचेंज अलसो प्रोडक्टिविटी प्रोडक्टिविटी हमारी इससे
बढ़नी है क्योंकि यह हमारे लोगों को अलाउ करता है की वह स्पेशलाइज्ड एक एक्टिविटीज में जिसमें वह मोस्ट
स्किल्ड है इसका क्या मतलब हुआ तो अगेन इसमें हम कंपैरिजन के थ्रू ही समझते हैं तो बटर में हमने क्या देखा था की हमारा जो
गुड्डन सर्विसेज का एक्सचेंज हो रहा था वो काफी डिफिकल्ट था क्योंकि हर बांदा एक्सचेंज को एक्सेप्ट नहीं करता गुड तू
गुड एक्सचेंज नहीं करता सर्विसेज तू सर्विसेज एक्सचेंज नहीं करता उनके विलिंग्नेस जो है वो मटर करती है वहां पे
जो की प्रॉब्लम देती है तो हर चीज तो कोई एक्सचेंज नहीं करता है इजीली तो उसमें एक्सचेंज में प्रॉब्लम आई है तो बॉटम में
बेसिकली क्या करते हैं की हम उन गुड्स को भी प्रोड्यूस करते हैं जिसमें हम अच्छे नहीं हैं और बेसिकली वो गुड्स वह गुड्स
होते हैं जो हमारे बेसिक नेसेसरी गुड्स हैं जैसे की हम मां सकते हैं उसमें हमारा फूड ए गया या फिर हम बोल रहे हैं हमारा
क्लॉथ ए गया या फिर हमारा शेल्टर ए गया तो ये साड़ी चीज अगर इजीली एक्सचेंज नहीं हो का रही तो लोगों को खुद से प्रोड्यूस करनी
पड़ती है सिंपली तो यहां पर जिसमें हम अच्छे हो सकता है की उसको हम कम टाइम क्योंकि हमें बाकी चीज भी खुद से
प्रोड्यूस करनी पड़ती है क्योंकि हम इजीली एक्सचेंज बटर में नहीं कर पाते लेकिन अगर हम बात करें अगेन मनी की तो मनी में ऐसा
मीडियम ऑफ एक्सचेंज इजीली जो है वो एक्सेप्टेड होता है हर बांदा उसे इजीली एक्सेप्ट कर होता है ऐसा पेमेंट तो उसे
कैसे में हमें हर चीज तो प्रोड्यूस नहीं करनी पड़ती तो उसमें हम वो ही चीज को प्रोड्यूस करते हैं या फिर हम बोल सकते
हैं की वो ही चीज को हम प्रोवाइड करता है अगर हम सर्विस की बात कर रहे हैं जिसमें हम अच्छे हैं तो उसे कैसे में जिसमें हम
अच्छे हम इस चीज को कर रहे हैं तो हम पहले से ज्यादा स्पेशलाइज्ड पे होता है और हमारी प्रोडक्टिविटी जो है वो और इंक्रीज
भी होती है तो ये था हमारा कंपलीटली मीडियम ऑफ एक्सचेंज नो डी सेकंड फंक्शन ऑफ मनी यूनिट ऑफ
अकाउंट तो यूनिट का अकाउंट का काफी सिंपल सा मीनिंग है की हमारी हर चीज का एक आम यूनिट होना चाहिए जिसमें हम अपनी साड़ी ही
चीज इजीली मेजर कर पे और उनकी वालुज को देख पाएं तो यहां पे अगेन हमें बताया हुआ है की हमने मनी को ही ट्वीट कराया आज एन
आम यूनिट मैन इस डी बेसिक यूनिट फॉर्मेशन जो डी इकोनामिक वालुज अगर हम बात करें लेट सपोज इंडिया की तो इंडिया में हमारा जो भी
एक आम यूनिट है जिसमें हमने साड़ी ही वालुज को मेजर किया हुआ है वो क्या है रुपीस तो हम देख सकते हैं हर चीज को हम इन
टर्म्स ऑफ रुपीस वैल्यू कर सकते हैं की किसकी कितनी कीमत है तो यहां पर यूनिट ऑफ अकाउंट में हमारे जो सिंपल सा मीनिंग है
वो है की आम यूनिट होना चाहिए जिसमें हम साड़ी चीजों को इजीली मेजर कर पे और उनकी वालुज को पता कर पे अगर लेट सपोज हम बात
करें वाटर सिस्टम की तो बटर सिस्टम में क्या होता था तो उसे कैसे में तो हमारा कोई भी सिंगल
यूनिट यह हमारे तीन परसों है यहां पर जो हमारा पहले परसों है मैंने इसको ले लिया की यह
अनियन बचता है इसके पास अनियन गुड है दूसरा मैंने ले लिया की इसके पास यहां पर मैंने लेती हूं
आलू है की टमाटर तो यहां पर अगर हम इनके प्राइसेस की बात
करें इनके वालुज की बात करें लेट सपोज आलू की बात करें तो यहां पर अगर हम एक आलू की वैल्यू की बात करें की एक आलू की वैल्यू
कितनी है तो इन टर्म्स ऑफ मनी की तो बात नहीं करेंगे क्योंकि बटर में तो कोई मां ही नहीं थी गुड तू गुड था तो हम एक आलू की
वैल्यू इन टर्म्स ऑफ अदर गुड ही बता सकते हैं क्योंकि वहां पर तो गुड्डू गुड एक्सचेंज कर देते तो हो सकता है की एक आलू
की वैल्यू क्या हो हमारे तीन ओनियन मतलब की हमारा एक आलू तीन प्याज के बराबर है या फिर हम बोल सकते हैं की हमारा एक आलू दो
टमाटर के बराबर है तो यहां पर हम वाटर सिस्टम में देख सकते हैं की कोई भी एक सिंगल आम यूनिट तो नहीं इनके जो वैल्यू है
यह जो वालुज आई है एक आलू की वह दोनों की कोई भी आम यूनिट में तो नहीं है तो यहां पर वाटर सिस्टम में तो कोई भी आम यूनिट
नहीं था तो यहां पर यूनिट ऑफ अकाउंट का सिंपल यूनिट होना चाहिए जिसमें हम अपनी साड़ी
चीजों को इजीली मेजर कर पाएं और वालुज को देख पाएं अब अगर हम बात करें आगे तो यहां पर हमें जिवन है की जो हमने मीडियम ऑफ
एक्सचेंज देखा था अपना फर्स्ट फंक्शन और हमारा जो यूनिट ऑफ अकाउंट हम अभी पढ़ रहे हैं यह दोनों हमारे काफी ज्यादा क्लाजली
लिंक्ड आपस में क्योंकि अगर हम बात करें मीडियम ऑफ एक्सचेंज की जहां पर हम खरीद रहे और बीच रहे थे तो उसे कैसे में
बेसिकली क्या हो रहा था की हम इन टर्म्स ऑफ मनी चीजों को खरीद रहे और बीच रहे थे जब हमने अभी पढ़ा पीछे और हमने देखा की
अगर हम इन टर्म्स ऑफ मनी ही खरीद रहे हैं और यहां पर हमने इन टर्म्स ऑफ मनी ही इकोनॉमिक्स वालुज को मेजर किया हुआ है तो
हम देख सकते हैं की यहां पर ये दोनों क्लाजली लिंक क्यों है क्योंकि हम खरीद बीच भी मनी में रहे हैं और हमारी जो
इकोनामिक वालुज है उनको भी हम एक्सप्रेस कर रहे हैं मनी के टर्म्स में लेकिन ऐसा भी हो सकता है की हम अपने इकोनॉमिक्स
वालुज को किसी और टाइम में भी मेजर कर सकते हैं मतलब की अगर हम अपनी हर चीज को इन टर्म्स ऑफ वीट मेजर कर दे या फिर लेट
सपोजिट के जगह अगर हम दोबारा से बोल दे की इन टर्म्स ऑफ आलू मेजर कर दें की हमारा लेट सपोज एक टीवी जो है उसकी वैल्यू है 50
आलू या फिर अगर हम बात करें एक हमारी जो बॉर्डर है उसकी वैल्यू है अब कर आलू तो हम आलू के टर्म्स में या फिर
रिपीट हाउस में भी सबको मेजर कर सकते हैं सबकी इकोनामिक वालुज को निकाल सकते हैं बट अगेन यह जो दोनों चीज यह स्टोर ऑफ वैल्यू
प्रॉपर्टी को डिफाइन नहीं कर शक्ति क्योंकि यह कुछ टाइम बाद जो है सब जाएंगे तो मनी कोई रहने देते हैं तो यहां पे हमें
बताया हुआ है की एक क्लाजली लिंक्ड है बट अगर हम दूसरी चीज की बात करें तो ये हर टाइम जो है वो से नहीं होती है से क्यों
नहीं होती है ये काफी अच्छा पॉइंट एक सेकंड में नीचे का इरेज़ कर देती हूं तो हमारा जो मीडियम ऑफ एक्सचेंज और यूनिट
ऑफ अकाउंट है वह हमेशा से नहीं होते तो कब से नहीं होते हैं तो यहां पे हमें बताया हुआ है की जब कंट्रीज में बहुत ज्यादा ही
महंगाई बाढ़ रही होती है और बहुत ही जल्दी-जल्दी चेंज हो रही होती है तो उसे कैसे में क्या होता है की हमारा देखो जब
महंगाई बाढ़ रही है तो प्राइस भी बहुत जल्दी-जल्दी चेंज हो रहा है बहुत ज्यादा उसमें भी फ्लुएशन हो रही है तो उसे कैसे
में हम सिंपली देख सकते हैं की जब इतनी ज्यादा फ्लकचुएशन होती है प्राइसेस में भी तो प्राइस चेंज हो रहा है मतलब की सबकी
वालुज भी जल्दी-जल्दी चेंज हो रही है इतनी ज्यादा फ्लग्ज़ेशन होती है जब ई की वालुज में तो उसे कैसे में हम सिंपली देख सकते
हैं की हमारा जो मैंने है वो काफी पुर यूनिट ऑफ अकाउंट होता है हम उसमें अब चीजों को मेजर नहीं कर सकते क्योंकि इतनी
ज्यादा उसमें बार-बार वालुज में फ्लकचुएशन हो रही है तो उसे कैसे में हम क्या करते हैं की हमारा मीडियम ऑफ एक्सचेंज जो है
उसको तो हम मनी रखते हैं मतलब की हमारी जो खुद की ई है उसको हम रखते हैं लेकिन जो हमारा यूनिट ऑफ अकाउंट है
तो हम जो है चेंज कर देते हैं की हमारी जो विदिन तक कंट्री ट्रांजैक्शन हो रही होती है उनको तो हम अपनी लोकल ई
में मतलब जो कंट्री के अंदर ई है उसको चला लेते हैं उसमें लेकिन अगर हम बात करें इकोनामिक वैल्यू की तो उनको हम जो है चेंज
कर देते हैं उनको हम मोर स्टेबल यूनिट ऑफ अकाउंट में कन्वर्ट कर देते हैं और उन्हें में मेजर करते हैं तो यहां पे हमें
एग्जांपल जिवन है जैसे की अगर हम डॉलर में मेजर कर लेने या फिर गोल्ड में मेजर कर लेने तो अगर हम इसे एक बार समारीज करें तो
हमने देखा की यूनिट ऑफ अकाउंट में हमारा एक आम यूनिट होना चाहिए जिसमें हम साड़ी ही इकोनामिक वालुज को मेजर कर पे तो हमने
देखा की हमारा मीडियम ऑफ एक्सचेंज और हमारा यूनिट ऑफ अकाउंट क्लाजली लिंक कैसे है प्लस हमने देखा की अगर हम बात करें
दोनों फंक्शंस की तो वो हमेशा से नहीं होता है कब से नहीं होता है जब कंट्रीज में बहुत ज्यादा इन्फ्लेशन हो रहा होता है
और बहुत ज्यादा अनकंट्रोलेबल और बहुत जल्दी जल्दी उसमें चेंज ए रहे हैं बहुत ज्यादा इन्फ्लेशन में चेंज ए रहे होते हैं
मतलब बहुत ज्यादा प्राइस इस फ्लकचुएट हो रहे होते हैं जिसकी वजह से ई की वैल्यू है वो भी बहुत ज्यादा फ्लकचुएट होती है और
हमारी जब वालुज ही बार-बार बार-बार चेंज हो रही है डेट मेंस हम बोल सकते हैं की वो हमारा पुर यूनिट ऑफ अकाउंट है तो उसे कैसे
में हम जो ट्रांजैक्शन करते हैं विद इन डी कंट्री तो उन साड़ी ट्रांजैक्शंस को हम लोकल ई से मतलब जो हमारी कंट्री के अंदर ई
चल रही है मां लो इंडिया के अंदर रुपेश चल रहा है तो उससे कर लो लेकिन जो इकोनॉमिक्स वालुज है उनको तुम आम लिए स्टेट कर दो मोर
स्टेबल यूनिट ऑफ अकाउंट से जैसे की डॉलर या फिर गुड नो अब थर्ड फंक्शन को हम आगे देखते हैं
मनी आगे एन स्टोर ऑफ वैल्यू तो हमारा स्टोर ऑफ वैल्यू हम अपनी वेल्थ को हॉल कर सकते हैं अब हो
सकता है की वह शॉर्ट पीरियड के लिए कर लेने या फिर लॉन्ग पीरियड के लिए करें तो शॉर्ट में हम एग्जांपल दिया हुआ है की लेट
सपोज अगर एक परसों अपनी पुरी लाइफ की सेविंग बच्चा कर रखना है तो वो लॉन्ग पीरियड के लिए उसने अपनी वेल्थ को हॉल
करके रखा अगर हम बात करें एक ऐसे परसों की ऑन डी अदर हैंड की जिसको 15 मिनट पहले ही इमेज मिले और उसने 15 मिनट तक हॉल करके
रखा दान उन्हें उसे कर लिया तो अगेन यह ए गया हमारे शॉर्ट पीरियड के लिए तो शॉर्ट या फिर लौंग हम अपने मनी को हॉल कर सकते
हैं अपनी वेल्थ को हॉल कर सकते हैं उसको स्टोर कर सकते हैं की ज्यादातर केसेस में हमारा सिर्फ मनी ही
जो है वह फंक्शन करता है मीडियम ऑफ एक्सचेंज और हमारा यूनिट ऑफ अकाउंट यह काफी इंपॉर्टेंट है लेकिन अगर हम बात करें
तो जैसे यह सारे सेट्स है इन सब को हम स्टोर कर सकते हैं अगर हम बात करें इनके रिटर्न की तो इनका रिटर्न भी हमें काफी
ज्यादा मिलता है इस कंपेयर तू मनी तो क्वेश्चन आता है की हम मनी को स्टोरी क्यों करते हैं बाकी सारे एसिड को ही
स्टोर कर लो ना क्योंकि उसमें तो ज्यादा रिटर्न है एवं मनी में हमारा इतना लो रिटर्न मिलता है तो हम उसे हॉल ही क्यों
करते हैं तो अगेन वही से पॉइंट क्योंकि सिर्फ मनी ही जो है वो फंक्शन करता है जब मीडियम ऑफ एक्सचेंज और आगे एन यूनिट ऑफ
अकाउंट तो अगर हम मनी को हॉल करके रखते हैं एवं दो उसका रिटर्न जो है वो लो है हमें पता है स्टाइल वो क विले है क्योंकि
वो हमारा मीडियम ऑफ एक्सचेंज भी तो है मीडियम ऑफ एक्सचेंज का क्या मतलब हुआ उससे हम पेमेंट्स भी तो करते हैं अगर हम उसे
हॉल ही नहीं करके रखेंगे तो जब हमें कुछ खरीदना होगा तो हम कैसे खरीदेंगे नहीं खरीद पाएंगे तो इसलिए हम मनी को हॉल करते
हैं क्योंकि वह हमारा मीडियम ऑफ एक्सचेंज है उससे हम गुड्स और सर्विसेज को भी खरीदने हैं तो हम उसे इसलिए हॉल करते हैं
क्योंकि इसे हमें पेमेंट भी करनी होती है गुड्डन सर्विसेज को खरीदना होता है वह हमारा मीडियम ऑफ एक्सचेंज की तरह क करता
है अब नो लेट सपोज अगर हम बात करें वाटर सिस्टम की तो बतौर सिस्टम में हमारे जो गुड्स हैं उसको तो हम शो नहीं कर सकते
गुड्स की क्यों बात करें क्योंकि अगेन वाटर में क्या होता था हम गुड तू गुड जो है एक्सचेंज कर देते कोई मनी तो नहीं होती
थी तो बटर मैं आगे हम किसी भी गुड को स्टोर नहीं कर पाते क्योंकि जो गुड्स है वो एक टाइम बाद खराब हो जाएंगे अगर लेट
सपोज हम बात करें अगेन किसी भी वेजिटेबल को नहीं कर सकते किसी भी एनिमल को हम स्टोर नहीं कर सकते हमारी जो जितनी भी
वहां पर ज्यादातर चीज होती है वह हमारी पेरिशेबल इन नेचर होती है मतलब की एक टाइम बाद वो खराब हो जाएगी तो उसे कैसे में हम
वाटर सिस्टम में हम गुड्स को जो है स्टोर नहीं कर सकते तो यहां पर मनी का जो फीचर है वह क्या है
की वह हमारा स्टोर ऑफ वैल्यू कर सकते हैं हम उसे खरीद भी सकते हैं इसलिए हम उसे हॉल भी करते हैं तो यह तो
हमारा तीन फंक्शन ऑफ मनी नो मेजरिंग मनी और डी मॉनिटरी एग्रीगेट तो इसमें हम बेसिकली देखेंगे की हम मानिक को
कैसे मेजर कर सकते हैं मतलब की कौन-कौन सी चीज हैं कौन-कौन से एसिड हैं जो मनी के अंदर इंक्लूड है जिसको हम मनी बोल सकते
हैं तो स्टार्ट करते हैं डेफिनेशन से अगर हम डेफिनेशन को एक बार रिमाइंड करें तो यहां पे हमने देखा था की हमारे वो सारे
एसिड जो वाइडऐली उसे भी होता है मतलब हर जगह उसे भी होते हैं और एक्सेप्टेड भी होते हैं इन पेमेंट्स मतलब की सब लोग उससे
एक्सेप्ट करते हैं जब पेमेंट कोई माना नहीं करता लेने से तो उन सारे ही एसिड को हम बोलते हैं मनी बट इस डेफिनेशन से ये
चीज क्लियर नहीं होती की कौन से एसिड जो है वो इंक्लूड है और कौन से एसिड जो है वो इंक्लूड नहीं है अगर हम स्पेसिफिकली बात
करें तो यहां पे बताया हुआ है की हमारे मॉनिटरी असेट्स और नॉन मॉनिटरी असेट्स जो है वो क्लियर नहीं किया गए की वो एक्चुअल
में इंक्लूड है या फिर नहीं है तो अगर लेट सपोज हम बात कर रहे हैं यहां पे मॉनिटरी किड्स की तो दोनों का डिफरेंस काफी सिंपल
सा है सॉरी मॉनिटरी असेट्स वो एसिड होते हैं जिनको हम इजीली कन्वर्ट कर सकते हैं गैस
में शॉर्ट पीरियड ऑफ टाइम में और नॉन मॉनिटरी होते हैं जिनको हम इजीली कन्वर्ट नहीं कर सकते कैश में तो यहां पे क्लियर
नहीं है की कौन से एसिड इंक्लूड है कौन से नहीं है मॉनिटरी इंक्लूड है या फिर नहीं है तो यहां पे एग्जांपल भी जिवन है उसको
देखते हैं तो यहां पर हमें एग्जांपल जिवन है मनी मार्केट म्युचुअल फंड्स का तो अगर हम बात करें लेट सपोज म्युचुअल फंड्स के
तो इसमें सिंपली क्या होता है की म्युचुअल फंड्स जो है वो अपने शेयर्स पब्लिक को बचती है पब्लिक उनसे उनके शेयर्स जो है वो
खरीदता है पब्लिक उन पर पैसा लगती है वो उनके पैसे इन्वेस्ट करते हैं उसे प्रॉफिट और करते हैं और उनको रिटर्न प्रोवाइड करते
हैं तो जो पब्लिक है जो शेयर्स को खरीदता है उनको हम बोलते हैं शेर होल्डर ठीक है तो हमारे जो म्युचुअल फंड्स के लोग हैं वो
शेर होल्डर को हाय रिटर्न जो है वो प्रोवाइड करते हैं तो यहां पर अगर हम भारत करें लेट सपोज एक इंपॉर्टेंट चीज की जो
यहां पे हम लिक्विडिटी की बात कर रहे हैं की एसिड को कन्वर्ट कर सकते हैं की नहीं इजीली इन टर्म्स ऑफ मनी तो उसकी बातें
यहां पे बताई हुई है की आते डी से टाइम जो म्युचुअल फंड्स वाले हैं वो अपने शेरहोल्डर्स को अलाउ कर देते हैं की वो हर
महीने कुछ नंबर ऑफ चेक से पेमेंट कर सकते हैं म्युचुअल फंड्स के नाम पर मतलब अपने अकाउंट्स के नाम पर बट उसके आ ये करने से
वो उनसे फीस भी चार्ज करते हैं तो यहां पर हम देख सकते हैं की हंस हमारे जो मनी मार्केट म्युचुअल फंड्स के शेयर्स है उससे
भी हम अपनी पेमेंट कर सकते हैं तो क्या यह जो चीज है इसको हम मनी में इंक्लूड करेंगे की नहीं करेंगे तो अगेन इसका जो आंसर है
वह अभी भी क्लियर नहीं है की इंक्लूड है की नहीं है तो यहां पर हम देख सकते हैं की हमारा जो मनी है
उसका कोई सिंगल मेजर ऑफ अमाउंट नहीं है हमें नहीं पता कितने एसिड उसमें इंक्लूड है कितनी चीज उसमें इंक्लूड है और कितनी
नहीं है तो पर दिस रीजन हमें यहां पे एग्जांपल जिवन है की हमारी जो कंट्रीज के इकोनॉमिक्स होते हैं और पॉलिसी मकर होते
हैं वो काफी ज्यादा डिफरेंट मेजर्स ऑफ मनी स्टॉक जो है वो क्रिएट करते हैं और उसको ही हम बोलते हैं मॉनिटरी एग्रीगेट तो हम
यहां पर देखेंगे मॉनिटरी एग्रीगेट हमारा उस का ही की उसमें हमारे जो बने हैं वो किस तरीके से मेजर की गई है कौन-कौन सी
चीज मनी में इंक्लूड है और कौन-कौन सी नहीं है तो यहां पर यूनाइटेड स्टेटस के दो मॉनिटरी एग्रीगेट हैं m1 और M2 तो हम मनी
वन और मनी तू को हम आगे देखते हैं की उसमें कौन सी चीज इंक्लूड है और कौन सी नहीं है
तो यहां पर अगर हम बात करें तो वह है पहले ई ई तो सबको पता है क्या होता है दें अगर हम बात करें ट्रैवल सेक्स
की तो वो भी इसमें इंक्लूड है ट्रैवल चेक्स बेसिकली क्या होता है की ये लाइक शायद पहले के टाइम पे होता था बट अभी भी
होता है बट कम होता है तो इसमें क्या होता है की बेसिकली लाइट सपोज कोई भी जो परसों होता
है वो अपनी कंट्री से अगर भाग घूमने जाता है तो वहां पर वो उनकी तरह से इसको ना उसे करके ट्रेवल्स टैक्स को भी उसे कर सकता है
और उससे पेमेंट कर सकता है तो इसका ये इस सीन होता था तो मतलब जो भी भर घूमने जाते हैं फौरन कंट्रीज में वो ट्रैवल सेक्स को
उसे कर सकते हैं और उससे पेमेंट कर सकते हैं फिर डिमांड डिपॉजिट हमें पता है जो हम बैंक में डिपॉजिट्स करवाते हैं और उसको हम
विड्रॉ भी कर लेते हैं इसलिए और अगर डिपॉजिट अगर हम बात करें अपनी सेकंड कैटिगरी की तो उसमें हमें बताया हुआ है की
जो भी हमारे कॉम्पोनेंट्स थे m1 के मतलब की ये चारों चीज ये तो M2 में इंक्लूड है उसके बाद क्या इंक्लूड है हमारे सेविंग
डिपॉजिट अगेन यह भी हमें पता है मतलब पैसे दाल सकते हैं ओके तो यहां पर अगर हम बात करें नॉन
इंस्टीट्यूशन के तो नॉन इंस्टीट्यूशन क्या होती है की यहां पर इंस्टीट्यूशन तो देखो बेसिकली क्या होता है की जो भी चीज
प्रोवाइड हो रही है वो थ्रू बैंक्स हो रही है मतलब कमर्शियल बैंक या फिर आरबीआई वगैरा लेकिन अगर हम बात करते हैं नॉन
इंस्टीट्यूशन तो वो होती है लीगल सेपरेट एंटिटीज कुछ भी हो शक्ति है चाहे हो सकता है वो ट्रेडर्स हो लैंडलॉर्ड हो मनी लैंडर
हो या फिर हमारे कमीशन एजेंट सो बट वो कमर्शियल बैंक्स और सेंट्रल बैंक नहीं होते हैं तो यहां पर अगर हम लेट सपोज इसकी
भी बात करें हमारी मनी मार्केट डिपॉजिट अकाउंट और हमारा मनी मार्केट म्युचुअल फंड्स ये दोनों ही आम है बिल्कुल
से है बस फेयर कितना है की इसको हमारे कमर्शियल बैंक और आरबीआईटीई कर सकते हैं अदर इंस्टीट्यूशन प्रोवाइड कर सकते हैं
बैंक से लिंक दी लेकिन अगर हम बात करें इसकी तो यहां पर हमारी लीगल सेपरेट एंटिटीज प्रोवाइड करती है जैसे की हमारे
ट्रेडर्स लैंडलॉर्ड मनी लैंड कमीशन एजेंट तो ऐसे लोग तो नॉन इंस्टीट्यूशन में आता है यह साड़ी चीज और इंस्टीट्यूशन में आते
हैं हमारे कमर्शियल बैंक्स और हमारी सेंट्रल बैंक नो डी मनीष अप्लाई तो मनी सप्लाई का काफी
सिंपल सा मीनिंग है हम देखते हैं की हमारी इकोनामी के अंदर टोटल अमाउंट ऑफ मनी कितने अवेलेबल है जितनी भी हमारी टोटल अमाउंट ऑफ
मनी इकोनामी के अंदर अवेलेबल होती है उसको हम बोलते थे मनी सप्लाई अगर हम बात करें इन मॉडर्न इकोनामी तो हमारी जो मनी सप्लाई
है वो डिटरमाइंड होती है बाय डी सेंट्रल बैंक सेंट्रल बैंक बताता है की कितनी मनी सप्लाई हनी चाहिए अगर हम लेट सपोज बात
करें इंडिया की तो इंडिया में हमारा सेंट्रल बैंक क्या है आरबीआई तो आरबीआई बताया की इकोनामी के अंदर हमारी मनी
सप्लाई कितने होने चाहिए हम इसको सिंपली ऐसे भी बोल सकते हैं की जो सेंट्रल बैंक है वो कंट्रोल करते हैं मनी की सप्लाई को
मतलब हर कंट्री का जो सेंट्रल बैंक है वो उसे कंट्री की मनी सप्लाई को कंट्रोल करता है कम ज्यादा करता है जितनी हनी चाहिए
उतनी रखना है यहां पर बताओ इंडिया की बात करें तो इंडिया में ओनली फॉर्म ऑफ मनी क्या होगा रुपीज तो अगर हम
यहां पर बात कर रहे हैं की हम अपने मनी सप्लाई को किस तरीके से इंक्रीस कर सकते हैं आरबीआई कंट्रोल कर रहा है मतलब
सेंट्रल बैंक कंट्रोल कर रहा है तो सेंट्रल बैंक किस तरीके से मनी सप्लाई को इंक्रीज कर सकता है उसको क्या करना पड़ेगा
उसको इंक्रीज करना पड़ेगा अमाउंट ऑफ ई इन सरकुलेशन मतलब अमाउंट ऑफ रुपीस इन सरकुलेशन इन डी इकोनामी तो यहां पर अब हम
देखेंगे की किस तरीके से हमारा जो सेंट्रल बैंक है या फिर हम बोल देते हैं की आरबीआई है वो किस तरीके से मनी की सप्लाई को कम
करता है और ज्यादा करता है एक इकोनामी के अंदर तो अगर हम बात करें अपनी फर्स्ट पे और अपनी सेकंड वे की तो वो आई है हमारी
ओपन मार्केट ऑपरेशन के अंदर इसको मैं एक बार ए गया एक्सप्लेन कर देती हूं ओपन मार्केट ऑपरेशन में बेसिकली क्या होता
है ओपन मार्केट ऑपरेशन में हमारी दो तरीके की मार्केट होती है एक होती है हमारी ओपन मार्केट सेल एक होती है हमारी ओपन मार्केट
परचेज अब हम इन दोनों की हेल्प से मनी सप्लाई को कम ज्यादा कर सकते हैं तो अगर हम बात करें ओपन मार्केट सेल से तो ओपन
मार्केट सेल में हम अपनी मनी की सप्लाई को कम कर सकते हैं ओपन मार्केट परचेज की हेल्प से हम अपनी मनी की सप्लाई को ज्यादा
कर सकते हैं अब हम दोनों को एक-एक बार इसे स्टडी करेंगे और देखेंगे की किस तरीके से हम इकोनॉमिक्स के अंदर मनी सप्लाई को कम
ज्यादा कर सकते हैं तो स्टार्ट करते हैं हम ओपन मार्केट सेल से लेट सपोज यहां पर हम बात कर रहे हैं सेंट्रल बैंक की
क्योंकि वही कंट्रोल करता है मनी सप्लाई को तो सेंट्रल बैंक ने देखा की इकोनामी के अंदर हमारा जो मनी सप्लाई है वह बहुत
ज्यादा है तो आप बहुत ज्यादा है तो मतलब उन्हें कम करनी है तो सेंट्रल बैंक कैसे कंट्रोल करेगा अपनी मनी को
वह देखेगा की ओपन मार्केट सेल से वो अपनी मनी सप्लाई को कम कर सकता है तो ओपन मार्केट सेल में जो हमारी सेंट्रल बैंक है
वो क्या सेल करती है तो वो हमारी गवर्नमेंट बॉन्ड को सेल करती है पब्लिक को इसका क्या मतलब हुआ की यहां पर हमारी जो
सेंट्रल बैंक है वो गवर्नमेंट बॉन्ड को सेल कर देती है पब्लिक को और पब्लिक उनके गवर्नमेंट बैंक्स बॉन्ड को खरीद लेती है
अब यहां पे अगर हम बात कर रहे हैं पब्लिक की तो पब्लिक का मतलब ये नहीं है की जो जनरल पब्लिक है जैसे की हम हो गए लेकिन
यहां पे पब्लिक में साड़ी चीज आई हैं हमारे कमर्शियल बैंक्स इंस्टीट्यूशन प्राइवेट सेक्टर नॉर्मल पब्लिक सब ए सकते
हैं बट बेसिकली यहां पर अगर हम बोलते हैं पब्लिक तो इसमें ज्यादातर जो हमारे गवर्नमेंट बॉन्ड को खरीदने हैं वो होते
हैं हमारे बैंक्स तो अगर हमारे लेट सपोज जो बैंक है वह गवर्नमेंट बॉन्ड को खरीदेंगे तो उससे क्या
होगा जो बैंक है उनके पास क्या हो जाएगा यहां पर गवर्नमेंट ए जाएंगे अब जब गवर्नमेंट को परचेज करेंगे तो इन
रिटर्न वह सेंट्रल बैंक को क्या देंगे मनी तो मनी जो है वह सेंट्रल बैंक के पास चली जाएगी इकोनामी से हटकर तो उसे कैसे में
क्या होगा हमारी जब मनी सेंट्रल बैंक के पास चली जाएगी तो हमारी जो मनी की सप्लाई इकोनामी के अंदर से कम हो जाएगी अच्छा अगर
हम बात करें की जो ये बैंक्स है ज्यादातर जो बैंक्स है वो गवर्नमेंट बॉन्ड को क्यों खरीदने हैं क्यों खरीदना है उन्हें क्या
फायदा होता है तो सिंपली हम देख सकते हैं की बैंक क्या करता है वो हमारे पैसे रखना है विड्रॉ करता है हमें लोन प्रोवाइड करता
है तो यहां पर जब बैंक किसी पब्लिक को साड़ी चीज प्रोवाइड करता है तो पब्लिक इतनी ट्रस्टी नहीं हो शक्ति हो सकता है की
वह पैसे डूबा दे मतलब उन पर ट्रस्ट करना इतना इजी नहीं हो सकता क्योंकि वहां पर जो बैंक से उनको बहुत ज्यादा वेरीफाई करना
पड़ता है लोगों को की यह एक्चुअल में हमारे पैसों को वापस लोटा पाएंगे या फिर नहीं लेकिन गवर्नमेंट अंतर्गत सॉरी लेकिन
अगर हमारे बैंक्स कमर्शियल बैंक सेंट्रल बैंक को अगर देते हैं लोन या फिर उनसे बंद खरीद कर पैसे देते हैं तो उन्हें पता है
की इन रिटर्न जब हम यह बॉन्ड इन्हें वापस करेंगे तो ये हमारे पैसे हमें लोटा देंगे यहां पर बैंक सेंट्रल बैंक पर अंधा ट्रस्ट
कर सकते हैं एस कंपेयर तू पब्लिक तो जो बैंक्स है वो परचेज कर लेते हैं सेंट्रल बैंक से गवर्नमेंट बॉन्ड और उन्हें इन
रिटर्न मनी दे देते हैं क्योंकि तभी तो खरीदेंगे मनी के डांस में ही तो खरीदेंगे जिसकी वजह से हमारी जो मनी सप्लाई है
इकोनॉमिक्स के अंदर वो कम हो जाति है अब इसी का ये उल्टा हमारा आता है ओपन मार्केट परचेज में
1 सेकंड तो यहां पर हमारी ओपन मार्केट परचेज अगेन सेंट्रल बैंक से स्टार्ट करते हैं तो सेंट्रल बैंक में इस बार देखा की
इकोनामी के अंदर जो मनी की सप्लाई है वह काफी ज्यादा कम है तो इस कैसे में हमारी सेंट्रल बैंक को मनी की सप्लाई इंक्रीज
करनी है की परचेज शब्द उसे हो रहा है तो उसे कैसे में अब हम परचेज करेंगे तो इस कैसे में
क्या होता है की जो हमारे सेंट्रल बैंक है वह परचेज करती है क्या परचेज करती है ओके तो यहां पर अब क्या होगा की जब
गवर्नमेंट बॉन्ड को वह परचेज कर रही है पब्लिक से मतलब की जिन-जिन लोगों ने गवर्नमेंट बंद पहले खरीदे थे बैंक से अब
जब उनसे वो वापस परचेज कर रही है तो यहां पर वह साड़ी ही पब्लिक वापस से रिटर्न कर देगी सेंट्रल बैंक को उनके बॉन्ड और जब वो
रिटर्न करेगी तो इन रिटर्न सेंट्रल बैंक उन्हें क्या करेगा यहां पर सेंट्रल बैंक के पास अब क्या आएंगे उनके गवर्नमेंट
बॉन्ड वापस जो उन्होंने क्रिएट कर रहे थे और जब वह उनसे वापस परचेज कर लेंगे तो इन रिटर्न वह
पब्लिक को क्या देगी मनी तो इस कैसे में जब पब्लिक के पास वापस से मनी ए जाएगी तो अगेन इकोनामी के अंदर जो मनीष सप्लाई है
वो ऑटोमेटेकली इंक्रीज हो जाएगी तो यह हमारा फर्स्ट मेथड था जिसकी वजह से हमारी जो मनी सप्लाई है वह इकोनॉमिक्स के अंदर
कम ज्यादा हो शक्ति है वह आता है हमारा ओपन मार्केट ऑपरेशन से अब हमारा दूसरा मेथड को हम आगे देखते हैं
तो यहां पर हमें बेसिकली पहले तो ओपन मार्केट परचेज का एग्जांपल जिवन है ओपन मार्केट परचेज में हम क्या करते थे की जो
हमारा सेंट्रल बैंक है वह गवर्नमेंट बॉन्ड को परचेज करता था पब्लिक से और हमारी इकोनामी के अंदर सप्लाई को इंक्रीज करता
था बट यहां पर हम बोलते हैं की इसके साथ-साथ हम एक और चीज कर सकते हैं क्या की सेंट्रल बैंक जो इंक्रीज कर रहा है मनीष
सप्लाई वो कैसे कर सकता है की वो गवर्नमेंट बॉन्ड पब्लिक से ना खरीद के डायरेक्टली फ्रॉम डी गवर्नमेंट आईटी सेल्फ
मतलब डायरेक्टली गवर्नमेंट से ही खरीद लेने गवर्नमेंट से ही गवर्नमेंट बॉन्ड खरीद ले और मनीष सप्लाई को इकोनॉमिक्स के
अंदर इंक्रीज कर दे तो इसमें क्या आएगा तो यहां पर हम एग्जांपल जिवन है की लेट सपोज अगर हमारी कंट्री को आ फाइटर प्लेन की नीड
है मतलब की डिफेंस के लिए फाइटर प्लेन चाहिए और उसके लिए उन्हें $1 बिलियन जो है पैसे चाहिए नीड है उसकी तो गवर्नमेंट क्या
करेगी गवर्नमेंट गवर्नमेंट डिलीट कर देगी और उसको सेंट्रल बैंक को दे देंगे सेंट्रल बैंक जो है वह गवर्नमेंट
बंद को परचेज कर लगा इन एक्सचेंज होने क्या दे देगा वही एग्जैक्ट अमाउंट प्रिंट करके जिसकी उन्हें नीड तो जब वो इतना
अमाउंट प्रिंट करके उन्हें दे देगा तो उसे कैसे में वो फाइटर प्लांस जो है वो रख लेंगे बट इन फ्यूचर जो गवर्नमेंट है
उन्हें वापस से अपने गवर्नमेंट बॉन्ड को परचेज करना पड़ेगा सेंट्रल बैंक से और उन्हें से अमाउंट जो है फ्यूचर में पे
करना पड़ेगा बट पर नो इतना अमाउंट जो हमारे सेंट्रल बैंक में प्रिंट कर है परचेज करके गवर्नमेंट बंद इससे हमारी जो
मनी सप्लाई है वो इतने से पूरे इकोनॉमिक्स के अंदर इंक्रीज हो गई ज्यादातर यहां पे बताया होगा की ऐसा कौन सी कंट्रीज करती
हैं पुर कंट्री जिनके पास इतना मनी सप्लाई नहीं होता है दूसरा हमें पता होगा जैसे यहां पर स्पेसी इसलिए बताया हुआ है
की उन कंट्रीज में जहां पर गवर्नमेंट स्पेंडिंग जो है वह कम पद जाति है एस कंपेयर तू जितना वो टैक्स रेस कर पाते हैं
मतलब की टैक्स से जितना भी वो रिवेन्यू इंक्रीज कर पाते हैं उससे ज्यादा ही अगर खर्च हुए लगता हैं तो उसे कैसे में वो इसी
तरीके से गवर्नमेंट से ही गवर्नमेंट बॉन्ड को परचेज करके मनीष सप्लाई को इकोनॉमिक्स के अंदर इंक्रीज करते हैं अब यहां पर
हमारी जो चैप्टर के कॉन्सेप्ट है 7.1 तक वह कंपलीटली ओवर होते हैं बट इसमें हमारा एक डाटा और रिसर्च में काफी अच्छा टॉपिक
है तो उसे भी जल्दी से एक बार कर कर लेते हैं वेयर हैव डी जो डॉलर गान तो इसमें हम
लास्ट पैराग्राफ में सबसे ज्यादा फॉक्स रखेंगे तो स्टार्ट करते हैं जल्दी से 2019 में जून में जो हमारी उस के मनी सप्लाई
बोलो वो कितनी थी पुरी इकोनॉमिक्स 852 बिलियन इसके हिसाब से माना जाता है की उसे टाइम पर उस की पापुलेशन में हर परसों
के पास आते लिस्ट इतनी मनी तो हनी चाहिए थी हॉल करने के लिए लेकिन जब उन्होंने इस पर रिसर्च कारी स्टडी करो तो उन्हें पता
चला की ऑन एवरेज जो उस के लोग हैं वो $100 से ज्यादा तो हॉल ही नहीं करते अब $100 से ज्यादा तो हॉल नहीं करते बट हमें बोल रहे
हैं की इतना तो हॉल करना चाहिए 2800 तो हॉल करना चाहिए बट वह सिर्फ $100 ही हॉल कर रहे हैं तो बाकी के
₹700 जो डॉलर है पर परसों वह कहां पर जान है तो वो हमारा जो मनी सप्लाई है वो किसके पास है तो यहां पर पता होगा
इस स्पेशली जो रिटेलर्स हैं वह उसे ई को हॉल करते हैं बट दें अगेन इस पर आ रिसर्चरी और स्टडी ने बताया की वह भी ली
दें आ $100 ही हॉल कर रहे थे फिर उन्होंने अगेन और देखा और बताया की हो सकता है की अंडरग्राउंड इकोनामी जो है वहां पर हॉल
करते हो बट वहां पे भी जो डाटा था उन्होंने बताया था की वो ली दें आ 125 पर परसों ही करता है इससे ज्यादा तो वहां पे
भी कोई नहीं करता दें उसके बाद एक और स्टडी हुई और उन्होंने फाइंड कर की जो ये इनके मिसिंग ई है उस की जितने भी डॉलर्स
हैं उनमें से ज्यादातर जो डॉलर्स है 5270% ऑफ डी ई जो है उनकी वह हॉल करते हैं बाकी अगर कंट्रीज मतलब एब्रॉड में जो लोग
हैं वो लोग उनकी ई को हॉल करते हैं तो यहां पे अब उनकी कंट्रीज को बाहर के लोग क्यों हॉल करते हैं तो उसे हम आगे
समझते हैं तो यहां पर वही से क्वेश्चन है की हमारी अदर कंट्रीज के जो लोग हैं वह उस डॉलर को
क्यों हॉल करके रखना है क्यों उनके पास है 5270% उस से बाहर बाकी कंट्रीज के लोगों ने उस डॉलर को क्यों हॉल किया हुआ है एवं
दो वो उनका मीडियम ऑफ एक्सचेंज भी नहीं है मीडियम ऑफ एक्सचेंज भी नहीं है का क्या मतलब हुआ की जैसे लेट सपोज इंडिया है ओके
तो इंडिया में डॉलर तो चला नहीं है अगर मैं डॉलर को हॉल करके रखती हूं अपने पास तो मेरा क्या फायदा उसमें मैं डॉलर से कुछ
खरीद तो शक्ति नहीं हूं बाहर जाकर मार्केट में तो रुपीस ही चला है तो मैं उसे क्यों हॉल करूंगी तो ऐसे ही बताओगे की बाकी
कंट्रीज में मीडियम ऑफ एक्सचेंज डॉलर है ही नहीं तो उन्होंने वो हॉल क्यों करके रखा हुआ है क्यों उसको स्टोर करके रखा हुआ
है तो यहां पे उसका बहुत ही अच्छा रीजन बताया हुआ है की जिन कंट्रीज में काफी ज्यादा हाय रेट ऑफ इन्फ्लेशन होता है मतलब
बहुत ही ज्यादा महंगा ही होती है तो उसे कैसे में क्या होता है की उनके खुद की लोकल ई की जो वैल्यू है वो बहुत ज्यादा कम
हो है तो इसका सिंपल सा क्या मतलब हुआ कंट्री में बहुत ज्यादा महंगा ही हो रही है और बहुत ही ज्यादा ज्यादा जल्दी-जल्दी
जो इन्फ्लेशन है वह फ्लकचुएट का और बहुत ज्यादा महंगा ही हो रही है तो हो सकता है की जो चीज मुझे आज थाउजेंड रुपीज में मिल
रही हो कल को ना मिले क्योंकि महंगा ही ज्यादा हो रही है तो दिन पे दिन जो मेरी 1000 रुपीस की वैल्यू है वो तो डॉ हो ही
रही है ना तो उसे कैसे में जी कंट्रीज में बहुत ज्यादा इन्फ्लेशन रेट इंक्रीज होता ही राहत है होता ही राहत है तो उसे कैसे
में उनकी खुद की लोकल ई मतलब की जो उनकी खुद की कंट्री में ई है उसकी वैल्यू जो है वह डॉ होती रहती है इस कैसे में वह क्या
करते हैं यह हमने अभी पीछे भी पढ़ा था की जब ऐसा कुछ होता है तो क्या करना चाहिए जब बहुत ज्यादा फ्लुएशन होती है तुम्हारी खुद
की ऑन कंट्री की ई में तो तुम्हें एक मोस्ट स्टेबल यूनिट ऑफ अकाउंट चाहिए होता है तो वहां पर भी हमने बात कारी थी डॉलर
की डॉलर में इतनी फ्लकचुएशन कभी उसे होता है वह कंट्री ही एडवांस्ड है तो डॉलर काफी सेफ है जैसे हमने पढ़ा था गोल्ड
भी बहुत सेफ है तो इसलिए हमारे जो लोग हैं वो क्या करते हैं मतलब जो अदर कंट्रीज के लोग हैं वो डॉलर को हॉल करना काफी ज्यादा
सही मानते हैं क्योंकि उसे कैसे में उनकी खुद की लोकल कंट्री की तो ई डॉ हो जाएगी बट डॉलर जो है वो तो स्टेबल ही रहेगा उसकी
वैल्यू कम नहीं होने वाली लेकिन अगर इन कैसे बहुत ज्यादा ही कुछ कंट्री में मेजर हो जाते हैं और उन्हें अपनी कंट्री छोड़ने
भी पढ़ शक्ति है तो उसे कैसे में भी उनको डॉलर कम आता है वह बाहर जा सकता है तो इजीली इन्होंने बताया हुआ है की वो सिंपली
एक अच्छी रहते हैं रदर थान के अपनी खुद की लोकल ई को हॉल करना जिसकी वैल्यू जो है वह डॉ हो
रही है दूसरे यहां पर रीजन बताओ की अगर लेट सपोज कुछ ऐसा हो जाता है जिसमें हमें अपनी कंट्री को छोड़कर जाना पद सकता है तो
उसे कैसे में भी हमारा सबसे इजिएस्ट वे है ताकि हम अपनी वेल्स को इजीली करी जैसा की अपने साथ और उसकी वैल्यू तो वैसे भी इतनी
फ्लकचुएट नहीं होती है तो यहां पर हम सिंपली बोल सकते हैं की मोर स्टेबल यूनिट ऑफ अकाउंट पर शिफ्ट हो जाते हैं यही इसका
में रीजन है बट अब यहां पर हम बात करेंगे अच्छा इससे पहले अगर हम बात करें ई जो है वो मटर करती है की वो कहां पे है
मतलब कितनी ई कहां पे है कितनी भारत कितने बजे तक है कितनी किसके पास है क्योंकि वो सारे ही फैक्टर एवं एब्रॉड के पास जो भी ई
है वो भी मतलब जो हमारी फॉरेन डिमांड होती है ई को लेकर वो भी हमारे मॉनिटरी एग्रीगेट में चेंज आई है तो से बताया हुआ
है की उस के मॉनिटरी एग्रीगेट में जो है जो जो हमारी होल्डिंग है बाहर जितने डॉलर्स है कंट्री के अंदर जितने डॉलर्स
हैं फॉरेन इंटरेस्ट के बाद इतने डॉलर्स हैं वो भी हमारी उस के मॉनिटरी एग्रीगेट में चेंज ला सकते हैं
नवभारत हम यहां पर बात करेंगे फायदे और नुकसान की उस को क्या फायदा और नुकसान होता है अगर कंट्रीज
को हॉल करके रखती है तो यहां पे बताया हुआ है की क्या होता है की ये उनकी रिलायबिलिटी को रिड्यूस कर देता है ऑफ
मेजर मॉनिटरी एग्रीगेट सिंपल सी बात है मॉनिटरी एग्रीगेट का अगर हम टेबल देखें तो उसमें हमारे डिपॉजिट्स कम होंगे हमारे
फंड्स खुद की कंट्री में कम होंगे इन्वेस्ट इतना नहीं कर पाएंगे मतलब एस कंपेयर तू की जितना हमारी कंट्री में टोटल
होता पर टोटल तो है नहीं ई क्योंकि आदि से ज्यादा तो एब्रॉड है तो उसे कैसे में हमारे मॉनिटरी एग्रीगेट में जो वैल्यू हो
जाति है वो रिड्यूस हो जाति है बट पता हुआ है की ऑल्टो वो रिड्यूस होती है हमारी रिलायबिलिटी रिड्यूस होती है बट जो हमें
बेनिफिट रिसीव होता है बाहर बाहर की कंट्रीज के लोगों के हॉल करने से वह बहुत ज्यादा होता है बेनिफिट क्या होता है तो
सिंपली यहां पर बताया हुआ है की देखो जो हमारी उस डॉलर है उस डॉलर को कौन प्रोवाइड कर रहा है
ना तो सेंट्रल बैंक की वह एक लायबिलिटी है जो हमें पे करनी है उन्हें ओके एक सेकंड तो सेंट्रल बैंक के आगे एन लायबिलिटी में
यह शो किया जाता है क्योंकि हमें उन्हें ये चीज पेबैक करनी है सेंट्रल बैंक में हमें उस डॉलर प्रोवाइड किया है हमें
उन्हें कभी ना कभी पेबैक करना है तो सिंपल सी बात है अगर ऐसी सिचुएशन होती है तो उसे कैसे में जब हमारी उस फॉरेन एन होल्डर से
मतलब की दूसरी कंट्रीज के लोगों से दूसरी कंट्री से लोन जब लेती है तो उसे कैसे में जो यूनाइटेड स्टेट है उसको इंटरेस्ट फ्री
लोन जो है दिया जाता है क्योंकि वो ऑलरेडी उनके कंट्री के बहुत सारे उस डॉलर को हॉल करके रखते हैं जब उन्हें इंटरेस्ट फ्री
लोन मिलता है मतलब की जो वो लोन ले रहे हैं उससे अब उन्हें बाद में जाके सिर्फ लोन ही पे करना है उसके ऊपर इंटरेस्ट तो
पे नहीं करना तो उसे कैसे में जब वो लोन लेते हैं उसे वो काफी इरादा रिवेन्यू जेनरेट करते हैं प्रॉफिट और करते हैं और
उन्हें हर साल बिलियन डॉलर्स का प्रॉफिट होता है और वह काफी ज्यादा मनी को क्रिएट कर पाते तो
सिंपली देख सकते हैं की यहां पर जो इनका यह इंटरेस्ट से हो रहा है इससे ये काफी ज्यादा ऑन कर दी है उस गवर्नमेंट इसलिए
इनको ये बहुत ज्यादा बड़ा फायदा है एस की इनका जो रिलायबिलिटी है वह रिड्यूस हो रही है तो यह था हमारा सेवंथ चैप्टर आई होप की
आज की वीडियो में आपको सब कुछ अच्छे से समझ आया होगा अगर आपको कोई भी डाउट है तो आप नीचे कमेंट सेशन में अपना डाउट कमेंट
कर सकते हैं अगर आपको मेरी वीडियो पसंद आई है तो इसे लाइक शेर और सब्सक्राइब जरूर करें मिलते हैं हम अब अपनी नेक्स्ट वीडियो
में तब तक के लिए बाय
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