परिचय
- यह वर्कशॉप "ऑडिट का पावर प्ले" CA फाइनल और ICAP के छात्रों के लिए डिज़ाइन किया गया है।
- दो दिन के लाइव सेशन में ऑडिट के लगभग 70-80% चैप्टर्स और स्टैंडर्ड्स को कवर किया जाएगा।
- परीक्षा तक निरंतर सपोर्ट और क्विज़ के माध्यम से तैयारी को मजबूत किया जाएगा।
वक्ता का परिचय
- वक्ता एक अनुभवी चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं, जिनका अनुभव इंटरनल और एक्सटर्नल ऑडिट, फाइनेंस, और कंप्लायंस में है।
- नेशनल बैंक, JS बैंक, पाकिस्तान स्टील जैसी बड़ी कंपनियों का ऑडिट कर चुके हैं।
- ICAP की प्रोफेशनल कमेटी के सदस्य भी हैं।
परीक्षा की तैयारी के लिए मुख्य बिंदु
समय प्रबंधन और मेहनत
- परीक्षा के लिए रोजाना 6-7 घंटे ऑडिट की पढ़ाई जरूरी है।
- समय का सही आवंटन और नियमित अभ्यास से बेहतर परिणाम मिलेंगे।
परीक्षा में सफलता के लिए रणनीतियाँ
- सभी चैप्टर्स को कवर करें, सिलेक्टिव स्टडी से बचें।
- प्रश्नों की आवश्यकताओं को ध्यान से पढ़ें और उसी के अनुसार उत्तर दें।
- थ्योरी के साथ-साथ प्रैक्टिकल और सिनेरियो-बेस्ड प्रश्नों पर विशेष ध्यान दें।
- मार्किंग स्कीम और एग्जामिनर के कमेंट्स को समझकर अभ्यास करें।
ड्राफ्टिंग और उत्तर लेखन
- उत्तरों को संक्षिप्त, स्पष्ट और स्टैंडर्ड के अनुसार लिखें।
- अनावश्यक विस्तार से बचें, केवल आवश्यक बिंदु लिखें।
- ऑडिटिंग स्टैंडर्ड्स के अनुसार उत्तरों की ड्राफ्टिंग करें।
परीक्षा में आम गलतियाँ
- प्रश्न की आवश्यकताओं को ठीक से न पढ़ना।
- थ्योरी को केवल रट्टा लगाना और प्रैक्टिकल एप्लीकेशन में कमी।
- अनावश्यक और अप्रासंगिक उत्तर देना।
- स्कोप लिमिटेशन और मटेरियलिटी की गलत समझ।
ऑडिट के महत्वपूर्ण विषय
ऑडिट की परिभाषा और उद्देश्य
- ऑडिट एक स्वतंत्र परीक्षा है जो वित्तीय विवरणों की सत्यता सुनिश्चित करती है।
- ऑडिटर का उद्देश्य उचित आश्वासन प्रदान करना है कि वित्तीय विवरण मटेरियल मिसस्टेटमेंट से मुक्त हैं।
ऑडिट प्रक्रिया के चरण
- प्रीलिमिनरी इंगेजमेंट: क्लाइंट की पृष्ठभूमि जांच, पूर्व ऑडिटर से संपर्क।
- योजना बनाना: ऑडिट रणनीति, रिस्क असेसमेंट, संसाधन आवंटन।
- निष्पादन: टेस्ट ऑफ कंट्रोल्स, सब्सटेंटिव प्रोसीजर, डेटा विश्लेषण।
- रिपोर्टिंग: ऑडिट रिपोर्ट और ओपिनियन देना।
महत्वपूर्ण ऑडिट स्टैंडर्ड्स
- 500: ऑडिट एविडेंस
- 700: ऑडिट रिपोर्टिंग
- 705: ओपिनियन में संशोधन
- 240: फ्रॉड से संबंधित स्टैंडर्ड
रिपोर्टिंग के प्रकार
- अनमॉडिफाइड ओपिनियन
- क्वालिफाइड ओपिनियन
- एडवर्स ओपिनियन
- डिस्क्लेमर ऑफ ओपिनियन
परीक्षा के लिए सुझाव
- पास्ट पेपर की नियमित प्रैक्टिस करें और मार्किंग स्कीम के अनुसार अपने उत्तरों का मूल्यांकन करें।
- समय प्रबंधन के लिए 1.5 मिनट प्रति अंक का नियम अपनाएं।
- लाइव सेशंस और व्हाट्सएप ग्रुप में सक्रिय भागीदारी से संदेह दूर करें।
- कठिन विषयों के लिए विशेषज्ञों से मार्गदर्शन लें।
निष्कर्ष
- ऑडिट की तैयारी में निरंतरता, सही रणनीति, और स्टैंडर्ड के अनुसार उत्तर लेखन आवश्यक है।
- परीक्षा में सफलता के लिए थ्योरी और प्रैक्टिकल दोनों का संतुलित अभ्यास करें।
- इस वर्कशॉप के माध्यम से छात्रों को परीक्षा तक पूर्ण मार्गदर्शन और सपोर्ट मिलेगा।
यह सारांश CA फाइनल और ICAP के छात्रों के लिए ऑडिट विषय की गहन समझ और परीक्षा की तैयारी के लिए एक व्यापक मार्गदर्शिका प्रदान करता है।
अतिरिक्त संसाधन
बिस्मिल्लाह रहमा रहीम। वेलकम टू दिस कैफ 8 वर्कशॉप जिसका नाम है ऑडिट का पावर प्ले। अब ऑडिट का पावर प्ले जो है ना जैसे
मैंने आपको बताया अपने ब्रीफ से ऑडियो में और WhatsApp ग्रुप पे भी कि ये पावर प्ले जो है ना दो दिन का लाइव सेशन नहीं है। आज
एक सेशन है 2:00 से लेके रात 10:00 बजे तक। कल भी एक और सेशन होगा 2:00 बजे से रात 10:00 बजे तक और उसके अंदर कोशिश
करेंगे कि 70 टू 80% आपके ऑडिट के जितने भी स्टैंडर्ड्स हैं, चैप्टर्स हैं, वो सारे के सारे हम रिवाइज भी करें और उनप
अच्छे सवालात भी देखें और यह जो पावर प्ले का सेशन है, ये सिर्फ यहां तक कंक्लूड नहीं रहेगा टिल योर एग्जाम्स। 8 सितंबर को
है आपका पेपर? 8 सितंबर को है। इंशाल्लाह ताला 8 सितंबर की सुबह तक हम लोग साथ में रहेंगे। ठीक है? उसके बाद आप पेपर में जब
जाएंगे तो बस फिर आई कैप भी और अल्लाह ताला आपके साथ होगा। अभी भी अल्लाह ताला आपके साथ हैं। बस उस वक्त वही साथ होंगे।
उस वक्त मैं साथ नहीं हऊंगा। ठीक है? तो आप जो आप अब जो कारनामे आप करेंगे वो आपको याद रहेंगे। तो इंशाल्लाह ताला आप भी
मेहनत करें। हम लोग भी करते हैं। आवाज नहीं आ रही है अभी भी। मास अपना मोबाइल या लैपटॉप वगैरह जो भी है
उसको रीस्टार्ट कर लो या ज़ूम को रीस्टार्ट कर लो। आवाज आ रही है और अगर बस पकड़ के आ सकते हो तो आ जाओ। बाकी सब लोगों को आ रही
है। ठीक है? तो कुछ टॉपिक से रिलेटेड कुछ एडवांस सवालात निकाले। फाइनल के भी हैं,
दूसरी बॉडीज के भी हैं। और इंशाल्लाह ताला बहुत सारे सवाल इकट्ठा किए हैं इस ड्यूरेशन में जब मैं प्रिपेयर कर रहा था
चीजों को और कुछ शॉर्टकट्स भी निकाले हैं। ऑब्वियसली इतना टाइम हमारे पास नहीं होगा कि हम डिटेल लेवल में टॉपिक्स को देखें और
समझें। बस जल्दी-जल्दी तैयारी करनी होगी। आप लोग में से बहुत सारे लोग ऐसे हैं जो अभी जागे होंगे। सही है? स्टार्ट में जागे
थे। कब जागे थे? जब पेपर रिजल्ट आया था। उस वक्त जागे थे कि अब हम दुनिया तबाह कर देंगे। सब कुछ हिला देंगे। सारी दुनिया
जला देंगे। उसके बाद वो खुद सो गए लेट गए। उन्होंने बोला अभी बहुत टाइम है कर लेंगे आराम से। अब रिक्वायर्ड रन रेट बहुत
ज्यादा बढ़ चुका है। उस वक्त अगर आपके पास रिक्वायर्ड था कि यार 30 मिनट आप दिन का ऑडिट का दो हो जाएगा आपका काम। फिर
स्लोस्लो करके एक घंटा ले आओ और आप रेगुलर करते आ रहे होते तो अभी तक 1 घंटा डेढ़ घंटे से मैक्सिमम ऑडिट मांगता नहीं। अगर
कंसिस्टेंट एफर्ट होती। वो यही बात है कि आपने टुकटुक करना शुरू किया और आपने जो है ना सिंगल डबल भी नहीं लिए। अब क्या हुआ?
अब स्ट्राइक रेट बढ़ चुका है आप लोगों का। अब आपको मिनिमम मिनिमम अगर कोई बंदा बिल्कुल सो रहा था ना उसको छ से सात घंटे
डेली चाहिए ऑडिट के लिए डेली उसके अंदर कोई क्योंकि ऑडिट के अंदर कोई गुंजाइश नहीं है ना ऑडिट के अंदर सारी लिंकिंग है
अब तो वो 15 से 20 मार्क्स की उठा के थ्योरी भी पूछता है वो प्रैक्टिकल चीजें भी पूछता है और वो लिखता है क्वेश्चन के
अंदर कि भाई थ्यरेटिकल नॉलेज तो स्टूडेंट को है प्रैक्टिकल नॉलेज नहीं है प्रैक्टिकल नॉलेज है ड्राफ्टिंग नहीं है
ड्राफ्टिंग है उसको समझ में नहीं आती है क्यों क्योंकि आप जो लिखते हो वो आप अपने हिसाब से लिखते हो और वो जो आंसर मांग रहे
हो वो किसी और तरीके से आंसर मांग रहा है तो तो कुछ ऐसे सीधा-सीधा नुकात हैं जो मैंने सेशन के बिल्कुल स्टार्ट में रेगुलर
वाले बच्चों को बताए थे। तो वही वहीं से बातों का आगाज़ करते हैं क्योंकि वो भी भूल गए होंगे चीजें इतने अरसे में कि सर ने
क्या बताया था पहले क्लास में तो पहले क्लास का थोड़ा सा ग्लिं्स लेंगे कि क्या था उसके बाद हम चलेंगे अपने टॉपिक्स की
तरफ। ठीक है? और एकदम से जैसे मैं चला रहा था ना सेशन के स्टार्ट में कि जहाज उड़ रहा है। स्लो स्लो करके मैं फ्लाइट ऊपर ले
जा रहा था। अब रॉकेट की तरह यूं फ्लाइट ऊपर जाएगी। ठीक है? अच्छा जी। तो स्टार्ट करेंगे बिल्कुल उसी दुआ से जिस दुआ के साथ
हम लोग हर क्लास का आगाज़ करते हैं। अल्लाह रब्बली सदरी वसली अमरी वसानी य कली और ये दुआ आप लोगों ने पढ़नी है जब आप पेपर देने
जा रहे हो या पढ़ लो जब भी आपने ऑडिट का स्टार्ट करना है कोई भी आप चैप्टर पढ़ लो कोई भी सिलेबस पढ़ लो कोई भी सब्जेक्ट पढ़
लो आप लोगों ने यह दुआ लाजमी पढ़नी है कोई भी नहीं पता कि यार कब वो कबूलियत का घड़ी हो कब वो कबूलियत का वक्त हो अल्लाह ताला
कबूल कर ले इस चीज को अच्छा जी तो
अपने बारे में छोटा सा एक इंट्रोडक्शन करवा दूं जो लोग पहली बार जो है ना इस सेशन को अटेंड कर रहे हैं। अ आई एम अ
चार्टर्ड अकाउंटेंट और एज अ डायरेक्टर काम कर रहा हूं बीडीन कंपनी में। दो साल मुझे वहां पर हो गए हैं। उससे पहले मुफाक में
एज अ सीएफओ एंड कंपनी सेक्रेटरी काम करता रहा हूं। पीएनएससी में इंटरनल ऑडिट डिपार्टमेंट में काम किया है। पार्कर
रैंडल में एज अ ऑडिट सुपरवाइजर सर्व किया है। आर्टिकलशिप मेरी डलॉयड पाकिस्तान से थी और ग्रैंड थॉटर में भी काम कर चुका
हूं। तो एक एक्सटेंसिव एक्सपीरियंस है और उसके अंदर आर्टिकलशिप जो है उसमें से गवर्नमेंट का एक्सपीरियंस भी रहा है।
इंटरनेशनल एक्सपोज़र भी है। तो अगर आप ओवरऑल इस सीवी की समरी को देखें तो एक्सटर्नल ऑडिट का एक ठीक-ठाक एक्सपोज़र
आपको मिलेगा। आपको इंटरनल ऑडिट की साइड मिलेगी। आपको फाइनेंस की साइड मिलेगी। आपको कंप्लायंस की साइड मिलेगी। ठीक है?
और एंड टॉप ऑफ दैट आपको एक परफेक्ट ऑडिटर की साइड मिलेगी। ठीक है? क्योंकि आप जब टिपिकल ऑडिटर को देख रहे हो तो लोग
ऑडिटर्स इंडस्ट्री के अंदर होते हैं। फर्म के अंदर बैठे हुए हैं। आर्टिकलशिप से बिल्कुल लगा दिया पार्टनर बन गए। तो इतना
ज्यादा इंडस्ट्री का एक्सपोज़र नहीं आता। टेबल के उस साइड क्या चल रहा है। वो सिर्फ किताबी हद तक आते हैं या जो चीजें पता लग
गई है वो आती हैं। तो मुझे ये भी पता है कि भाई टेबल के उस साइड पे क्या चल रहा है। सही है? तो जब मैं ऑडिट करता हूं तो
मुझे पता है उस साइट पे क्या चल रहा है और इस साइट पे मैंने उस चीज को किस तरीके से लाना है। तो वही चीजें मैंने कुछ कोशिश की
थी कि इस बैच में ट्रांसफर करें। तो इंशाल्लाह ताला उस पे भी बात करेंगे। मेजर क्लाइंट्स की बात करूं तो नेशनल बैंक अभी
मैं देख रहा हूं। JS Bank, SGC, Pakistan Steel, एनआईसीएल, Reliance Industries, इत्तहाद एयरवेज इन सब इंडस्ट्रीज का मैं
ऑडिट कर चुका हूं। और इसके साथ-साथ बेशुमार बहुत सारी ऐसी कंपनीज़ हैं जिनका एक्सपीरियंस एक रहा है मेरे साथ। अच्छा
जी। आईकैप की प्रोफेशनल कमेटीज में भी हूं मैं। साथ में आईकैप की सीपीडी कमेटी का मेंबर हूं। पीआईबी कमेटी में रह चुका हूं।
और जो मेंबर्स प्रैक्टिसिंग कमेटी है स्मॉल एंड मीडियम प्रैक्टिस ऑर्गेनाइजेशन जो आपकी फर्म्स होती हैं। तो उनमें ऑडिट
किस तरीके से हो, किस तरीके से इंप्रूवमेंट लाई जाए उन फर्म्स के अंदर उस कमेटी का भी मैं पार्ट हूं।
तो यह कुछ तस्वीरें हैं आई कैप के फंक्शनंस वगैरह की जिसका मैं पार्टिसिपेट जिसको मैंने पार्टिसिपेट किया है। अब
थोड़ा सा आप लोगों के बारे में एक इंट्रोडक्शन ले लेते हैं के चैट पे जल्दी-जल्दी इस्तेमाल करें। आप लोग देख
रहा हूं दैत के भी मैसेज आ रहे हैं। अच्छा जी। तो अपने बारे में जरा बता दें कि यार अभी जो सितंबर 2025 की अटेम्प्ट है ये कौन
सी अटेम्प्ट होगी आपकी ऑडिट की? फिजिकल वाले बच्चों से स्टार्ट करते हैं। पीछे से स्टार्ट करते हैं।
>> सर फर्स्ट >> फर्स्ट अटेम्प्ट होगी। सेकंड >> सेकंड अटेम्प्ट
>> थर्ड अटेम्प्ट >> थर्ड अटेम्प्ट >> सेकंड अटेम्प्ट
>> हां >> थर्ड अटेम्प्ट आपकी >> सेकंड अटेम्प्ट हो गई आप कहां गायब हो गई
थी बीच में >> आई वास फीलिंग >> नॉट फीलिंग वेल ओके चल उम्मीद है कि आप अब
सही हो गई हो और पेपर के लिए आप बिल्कुल परफेक्ट हैं ठीक है तो ऐसा होता है ना वर्ल्ड कप आने वाला होता है तो हमारा जो
बहुत इंजर्ड प्लेयर होता है ना काफी अरसे से वो एकदम फिट होकर आ जाता है और वो सिर्फ वर्ल्ड कप से पहले फिट होता है जैसे
ही वर्ल्ड कप आता है खेलता है खत्म होता है बीमार हो जाता है इंजर्ड हो जाता तो आई होप कि आप वर्ल्ड कप के लिए बिल्कुल फिट
हैं। अच्छा जी। फर्स्ट अटेम्प्ट फर्स्ट अटेम्प्ट सर सेकंड अटेम्प्ट है। 47 पे फेल हुई लास्ट टाइम भी इस बार तैयारी सही से
नहीं कर पाई। ठीक है जी। फर्स्ट अटेम्प्ट और भाई फर्स्ट अटेम्प्ट वाले भी हैं। सेकंड अटेम्प्ट वाले भी हैं।
चौथी अटेम्प्ट वाले भी हैं। ओके जी। सीए फाइनल के कुछ लोग भी प्रेजेंट हैं इस क्लास में। माशा्लाह।
जबरदस्त। तो चकदेडी आप लोगों ने देखी है मूवी? देखिए कितनी अच्छी जबरदस्त मूवी थी ना तो उसमें क्या होता है जब शाहरुख खान
आता है वह कोच तो वह इंटरव्यू लेता है पूरी टीम का तो भाई तुम किस टीम से खेलते हो कहता है कोई कहता है हरियाणा कोई कहता
है पंजाब कोई कहता है दिल्ली कहता है इस टीम से इस टीम से वो सबको बाहर निकाल देता है कहता है आउट तुम लोग की जरूरत ही नहीं
है एक बंदी एंड में बचती है वो कहता है तुम किस टीम से कहती है इंडिया तो कहता है कि यह जो है ना यह जज्बा चाहिए कि मैंने
इस टीम से खेलना है तो जब मैंने पूछा ना आप लोगों को कौन सी अटेम्प्ट है सितंबर 2025 की आप सबको कहना चाहिए था सर आखिरी
अटेम्प्ट पहली और आखिरी अटेम्प्ट। यह नहीं कहोगे यार पहली अटेम्प्ट है। यह नहीं कहो दूसरी
अटेम्प्ट है। तीसरी बोला आखिरी अटेम्प्ट है। इस जज्बे के साथ तैयारी करनी है। तो आपसे कोई भी पूछा बोला आखरी अटेम्प्ट है।
ऐसा नहीं है कि अटेम्प्ट दी। खुदा ना खास्ता फेल हो गया तो सीए छोड़ दिया। उसके बाद एक और अटेम्प्ट है। उसको कह देना
आखिरी अटेम्प्ट है। ये सेमीफाइनल अटेम्प्ट कर लेना। ठीक है? तो अभी यही सोच के चलो कि यार ये तुम्हारी आखिरी अटेम्प्ट है और
इसके बाद तुमने अटेम्प्ट नहीं देनी ऑडिट की पेपर पास हो जाएगा। ठीक है? जी जी बिल्कुल। अच्छा तो एग्जामिनेबल
एरियाज इसको क्विकली जरा हम स्किप कर देते हैं। अच्छा यहां पर देखें कि फोकस किस चीज पे
कर रहा है? एग्जामिनर जो है फोकस किस चीज पे कर रहा है? क्योंकि ऑडिट इंतहाई एक प्रैक्टिकल सब्जेक्ट है। जो ऑडिट के अंदर
चीजें टेस्ट हो रही होती है, प्रैक्टिकिटी को मद्देनज़र रखते हुए होती हैं। भले हम बात करें कि C5 की बात करें या एमएसए वन
जो अभी सीन उसका बढ़ गया है और आपका जो सीफैप है उसमें भी किस तरीके से टेस्ट हो रही थी यार आपको डेटा दे देता है। आपने
उसको इवैलुएट करना है। लाइक एनालिटिकल प्रोसीजर्स उसकी बेसिस पे आपको करना है। गोइंग कंसर्न के अंदर रेशियोज़ वगैरह यूज़
होते हैं आपके ठीक-ठाक। क्रिटिकल थिंकिंग एक तो आपने थ्योरी पढ़ ली। रट्टा लगा लिया। सर क्राइमिंग कैसे करें? क्रमिंग कैसे
करें? वो आ गया भाई किसी इंस्टट्यूट से दो पेज का नोट आ गया। ये पैर है बेटा रट्टा लगा लो। अब वो लगा वो उसी में रट्टा लगाने
में रट्टा लगा के चला गया। एग्जाम में बैठा तो 15 नंबर के सवाल थे उस रट्टे से बस। और उसके बाद क्रिटिकल थिंकिंग कहां गई
कुछ नहीं पता। तो क्रिटिकल थिंकिंग रखना जरूरी है भाई। कांसेप्ट पढ़ लो ना अगर अगर तुम्हारी बेसिक स्ट्रांग है ना तो फिर
जितने भी कांसेप्ट उसके ऊपर ऐड करते रहोगे, जितनी क्रमिंग करते रहोगे, जितनी प्रैक्टिस करते रहोगे वो वाली एडिशन है।
ठीक है? गुड में जो है वो चाय में जितना गुड डालोगे उतनी मीठी होगी। अब लोगों की चाय नहीं होती। सिर्फ गुड होता है तो
उसमें कुछ बचेगा नहीं फिर। ठीक है? जजमेंट्स इन्वॉल्व होती हैं। रीज़न कंक्लूजन सबसे ज्यादा इंपॉर्टेंट चीज क्या
होती है कि भाई कोर्ट ऑफ़ किसका सवाल आया? आपको नहीं पता कि यार थ्रेट किस तरीके से लग रहा है? सेफगार्ड किस तरीके के हैं?
कंपनी के अंदर क्या चल रहा है? इनका रिश्ता कितना मजबूत है? मतलब सिग्निफिकेंस ऑफ़ दैट रिलेशनशिप कितनी है? आपको किस
तरीके से एक्ट करना है? तो आप उस कंक्लूजन तक नहीं पहुंचोगे कभी। तो आपको इस तरह से चीजों को एनालाइज करना है। ऑडिट
रिपोर्टिंग के अंदर बड़ी इंपॉर्टेंट चीजें होती हैं। गोइंग कंसर्न में बड़ी इंपॉर्टेंट चीजें होती। रीज़ कंक्लूजन आपने
देना है कि आपका ये जो सिर्फ कंक्लूजन आया ना कि यार ये मिस स्टेटमेंट है इसको क्वालीफाई कर दो। ये नाकाफी है। वो कहता
है कि इवैल्यूएट दी अबव सिचुएशन। फिर बीच में भी कभी कहता है कहता है कोर्स ऑफ़ एक्शन बताओ अपना। फिर कहता है रिपोर्टिंग
इम्लिकेशन बताओ। तो हम सिर्फ इवैलुएट करते हैं। इवैलुएट में भी क्या होता है? अच्छा सबसे ज्यादा भंड बच्चे क्या मारते हैं
इवैल्यूएशन में? यह जो क्वेश्चन के अंदर चीजें गिवेन है ना उसी को उल्टा के लिख देते हैं। भाई वो चीजें थोड़ी मांग रहा
है। आपकी अपनी क्रिटिकल थिंकिंग क्या है उसके अंदर कि भाई क्या क्या गलत होने जा रहा है उसके अंदर? तो थोड़ा सा इसको भी हम
डिस्कस करेंगे आज क्लास में। अच्छा कम्युनिकेट कंसाइसली। अब कोई बोलता है कि सर ये फ्रॉड का सवाल है। पास्ट पेपर में
सवाल है 10 नंबर का। सर इस पे मैंने दो पेज लिख दिए। काफी है। अब मुझे खुद बताओ। दो पेज में क्या लिखा है उसने? वो काफी
होगा। भाई ऑडिट का पेपर दो पेज तीन पेजेस से नहीं होता है। ऑडिट का पेपर होता है कि भाई आधे पेज के अंदर भी लिखा है ना अगर तो
कांसेप्ट्स तुम्हारे पूरे हैं कि नहीं है? सही है? तो जितनी बातें उतनी करो और घर जाओ। रिसोंड टू चेंज इन सरकमस्ट्ससेस।
अच्छा अब भाई आपने एक सवाल देखा। सवाल ने आपको देखा। सही है? और आपने अगली अटेम्प्ट देखना शुरू कर दी।
उसके अंदर भाई कुछ फैक्टर्स इस तरीके के गिवन हो जाते हैं के वक्त बदल जाते हैं, हालात बदल जाते हैं तो आपको अडॉप करना
पड़ता है चीजों को। लेट्स से कि यार एक बड़ा जबरदस्त सवाल है। हम डिस्कस भी करेंगे और हर अटेम्प्ट का बच्चा करता भी
है। स्टार्ट से कराते आ रहे हैं कि यार एफबीआर ने रिकॉर्ड सीज़ कर दिया। सही है? एफबीआर ने रिकॉर्ड सीज कर दिया। रेवेन्यू
का डाटा सारा एफबीआर ने जप्त कर लिया। आजकल तो एफबीआर जगह-जगह छापे मार रहा है ना। छोटी-छोटी दुकानें ही बंद कर रहा है
कि भ टैक्स नहीं दे रहा है। तो क्या हुआ? रिकॉर्ड जब्त कर लिया। अब जो नॉर्मल बच्चा होगा ना वो देखेगा कि यार ये तो रिकॉर्ड
जब्त कर लिया ये डिस्क्लेमर की तरफ जा सकती है बात। लेकिन जो एब्नॉर्मल बच्चा होगा ना जिसने रातें काली की होंगी इस
पेपर के अंदर और दिन में भी पढ़ा होगा। ऐसा नहीं है जब रातें काली की हैं। तो वो कहेगा कि यार ये तो फ्रॉड की बात भी इसके
अंदर आ सकती है। हो सकता है कि कंपनी ने टैक्स चुराया हो, चोरी किया हो। तो मैनेजमेंट की इंटेग्रिटी पे भी डाउट आ
सकता है। तो कहां आप एक सिंपल 705 वाले स्टैंडर्ड से जंप मार के चले गए 240 पे पता भी नहीं लगेगा। अब 705 और 240 के
चैप्टर कौन से हैं यार मुझे नहीं पता। सही है? मैं ऑडिट पढ़ाता हूं। मैं स्टैंडर्ड से पढ़ाता हूं। मैं चैप्टर वाइज नहीं चलता
चीजें। मैं आपको बता देता हूं। 705 अगर आप क्वालीफाई कर रहे हो या एडवर्स डिस्क्लेमर दे रहे हो तो 705 के अंदर चीजें कवर होती
हैं। और अगर आप फ्रॉड की बातें करो तो 240 फ्रॉड का स्टैंडर्ड है जो कि 420 को उल्टा दिए। 420 लिखते तो थोड़ा सा मसला हो जाता।
तो स्टैंडर्ड ने बोला इसको 240 कर देते हैं। ठीक है? अच्छा ये आपका सिलेबस है। आजकल ये सिलेबस आपका चल रहा है। ग्रेट।
ऑडिट फ्रेमवर्क से कोई 15 से 25 नंबर के सवालात एक्सपेक्टेड होते हैं। प्लानिंग एंड रिस्क असेसमेंट में 15 से 20 मार्क्स
और ऑडिट एविडेंस और इंटरनल कंट्रोल्स सबसे ज्यादा इंपॉर्टेंट। अब ये ऑडिट एविडेंस इंटरनल कंट्रोल के तो चलो अलग से चीजें
गिवन होती है ना एग्जाम के अंदर। ऑडिट प्रोसीजर्स किसी भी स्टैंडर्ड के साथ मिलके आ जाता है। अलग से भी आ जाता है।
किसी भी स्टैंडर्ड के साथ मिलके आ जाता है। जिंदगी आराम हो जाती है। 560 के साथ भी आ जाता है। 570 के साथ भी आ जाता है।
700 के साथ भी आ जाता है। 701 के अंदर तो है ही। 706 में भी आ जाएगा और 705 में भी आ जाएगा। सर ये तो स्टैंडर्ड के नाम ही आप
ले जा रहे हैं। तो बेटा स्टैंडर्ड के नाम ही मैं लेता जाऊंगा। अपने साथ नोट करते रहो। किसी भी स्टैंडर्ड के अंदर कंफ्यूजन
हो ना ये क्या है? मुझसे पूछ लेना बता दूंगा इंशाल्लाह। ठीक है? एंड में रिपोर्टिंग एंड कंक्लूजन
रिपोर्टिंग एंड कंक्लूजन के सबसे कम मार्क्स दिए गए हैं और हमेशा से होता है। ऐसा क्यों?
ऐसा क्यों है? क्योंकि भाई सारा काम तो आपने ऊपर किया। प्लानिंग रिस्क असेसमेंट आपने की वो सबसे ज्यादा इंपॉर्टेंट थी।
ऑडिट प्रोसीजर्स आपने परफॉर्म किए। वो प्रोसीजर्स परफॉर्म करके वो प्लानिंग करके जो आप कंक्लूजन सिर्फ वो कंक्लूजन ही रह
गया ना। बेसिस तो तभी बन चुकी होती है जब आप प्रोसीजर कर रहे होते हैं। आपको वक्त और हालात का पता लग जाता है कि यार
ओपिनियन क्या चल रही है मेरी? तो ओपिनियन किस लिए ज्यादा नंबर नहीं होता है। अब जब बाहर निकल के बच्चे आते हैं रिपोर्टिंग का
सवाल देके तेरे भाई ने डिस्क्लेमर दे दिया। तेरे भाई ने एडवर्स दे दिया। क्वालीफाई कर दी तेरे भाई ने। सही है? तो
ऐसा नहीं है भाई क्वालीफाई कर दी। अब किसी ने पूछा भाई क्यों क्वालीफाई की? यार ये नहीं पूछ मुझसे। बस कर दी। फीलिंग आ रही
थी। सही है। सजेस्टेड आंसर आया। सर के पास पहुंच गए। सर देखें मैंने भी क्वालीफाई किया था। अब भाई क्वालिफिकेशन के रीज़न
क्या दिए थे तुमने? तुमने सरकमस्ट्ससेस को क्या अच्छे से इवैलुएट किया था या सवाल से चिपका के जो है ना चीजें मार दी तुमने
अपनी आंसर स्क्रिप्ट पे किस तरीके से कोर्स ऑफ़ एक्शन क्या डिफाइन किया था तुम प्रोसीजर क्या करूंगा मैं ये लिखा था नहीं
सर ये बातें तो करी ही नहीं है आप बस लिख दिया मैंने क्वालीफाई हो रही है एडवर्स हो रही है बात खत्म तो उसके अंदर मार्किंग
स्कीम में भी काफी कम मार्क्स होते हैं जिसके अंदर इधर दिख रहा है ना कि सबसे कम मार्क्स इसके रखे हैं एग्जामिनर ने
मार्किंग स्कीम में भी कम मार्क्स होते हैं क्वालीफाई एडवर्स अगर पांच नंबर का सवाल है तो दो मार्क्स देगा वो डेढ़ नंबर
देगा एक नंबर देगा रहेगा सिर्फ इस चीज़ के कि ओपिनियन को क्वालीफाई कर दो, एडवर्स कर दो। इवन जब एग्जामिनर कमेंट्स आप देखोगे
मार्किंग स्कीम आप अभी तो शायद इतना टाइम आपके पास ना हो। तो एक ही सवाल के अंदर दो बार मटेरियलिटी कैलकुलेट करवा रहा है वो
मतलब दो पार्ट्स में। एक सवाल के अंदर मटेरियलिटी के वो दे रहा है एक नंबर। एक सवाल के अंदर मटेरियलिटी के अंदर दे रहा
है दो नंबर। सही है? उसके अंदर कुछ ज्यादा वर्किंग उसने करवानी थी। तो इसका मतलब बेसिस होती
है पीछे कोई। सीधा सा पीबीटी को 5% जब मल्टीप्लाई कर देना इज़ नॉट अ मटेरियलिटी। आपको क्वेश्चन के अंदर और भी चीजें देखनी
है। फिर जो आप मटेरियलिटी निकाल रहे हो उसको आपने जस्टिफाई भी कराना होता है कि भाई इस मटेरियलिटी के बेसिस क्या है? तो
बहुत ही रीज़नेबल बेसिस पे जाके आपको ऑडिट का पेपर करना होता है। अगर आप वो चीजें प्रोड्यूस नहीं करोगे जो एग्जामिनर आपसे
चाह रहा है तो आपका मार्क्स नहीं बनेंगे। इट्स लाइक बारगेनिंग। ठीक है? आप दुकान पे जाते हो कुछ सौदा परचेस करने आटा खरीदने
जाते हो तो आप उसको पैसे देते हो। उसको पैसे देते हो उतने ही पैसे का आटा आपको देगा। अगर आप पैसे कम दोगे तो वह उतना आटा
आपको नहीं देगा। इसी तरह से आप जितना आप मंजन एग्जाम में दोगे जो उसको रिक्वायर्ड है तो उस हिसाब से आपको मार्क्स देगा। अगर
आप वो रिक्वायर्ड उसकी रिक्वायरमेंट पूरी नहीं करोगे तो आपको उतने मार्क्स भी नहीं मिलेंगे। ये सेम इसी तरीके से सिंपल सा
बाटर सिस्टम है। तो हमने अब जो अपनी स्टडीज है ना उसको इस तरीके से लेके जाना है। अभी जितना भी टाइम बचा है। कितना बचा
है? 1 महीना बचा है अभी पूरा वैसे। है ना? 1 महीना बचा है। तो आज का हमारा हर दिन ऐसा होगा कि यार ऑडिट के लिए बिल्कुल
डेडिकेटेड होगा और 6 से 7 घंटे हम ऑडिट को लेके चलेंगे। ठीक है? कुछ स्ट्रेटजी बताऊंगा। इसके बाद डेली क्विज वगैरह भी हम
लोग करेंगे ग्रुप के ऊपर। मैं डेलीबेटली रुका हुआ था क्योंकि बहुत ही अजीबोगरीब किस्म के आंसर्स आ रहे थे सबके। कोई
पॉइंटर फॉर्म में सिर्फ लिख के दे रहा था। कोई किसी का पैटर्न ही बिल्कुल उल्टा हुआ था। तो मैंने फिर ये सोचा यार इस चीज को
अभी मैं रोक देता हूं। क्लास के अंदर प्रैक्टिस कराऊंगा। एक पैटर्न बता दूंगा। उस पैटर्न के हिसाब से आप जब आंसर्स लिख
के दोगे वो आंसर इंशाल्लाह ताला आई कैप को भी काबिले कबूल होगा। ठीक है? क्योंकि वो उसी स्ट्रेटजी से आंसर की ड्राफ्टिंग कहां
से निकली है भाई? स्टैंडर्ड से निकली है। किसी के घर से नहीं आई है। स्टैंडर्ड से निकली है। किसी चैप्टर से नहीं आई है।
स्टैंडर्ड से आई है। सही है? तो वही ड्राफ्टिंग आप लोगों के साथ डिस्कस करेंगे। जो रेगुलर वाले बच्चे बैठे हुए
हैं उन लोगों के साथ डिस्कस की थी। अच्छा जी। अब न्यू स्कीम में क्या आ रहा है वो आप लोगों ने मुझसे बेहतर आप लोगों
ने रिसर्च कर ली होगी कि आप लोगों को अब आगे क्या पेपर देना है। ठीक है? ठीक है? तो ये क्विकली स्किप करते हैं।
अच्छा रिजल्ट ट्रेंड की अगर बात करें कैफेट की तो ऑटम 2019 और 25% फिर 41% पे गया। 27% रिजल्ट आया। 41% रिजल्ट आया। 35%
रिजल्ट आया। 33 आया। फिर 33 आया। फिर 34 आया। 36 आया, 37 आया और फिर स्प्रिंग 2025 में रिजल्ट आया 38%। इसका मतलब अभी जो
रेंज कर रहा है ना रिजल्ट वो 36 से 38% के बीच में वेरीरी कर रहा है। और लास्ट अटेम्प्ट का पेपर जो था वो बिलीव मी और
नॉट जिनकी पहली अटेम्प्ट थी अभी जो पहली अटेम्प्ट है वो तो खैर है कोई मसला नहीं है। लेकिन जिन्होंने लास्ट टाइम अटेम्प्ट
दी है आप लोगों को सही तरीके से रीअसेस करने की जरूरत है कि पेपर के अंदर हुआ क्या आप लोगों के साथ। अगर अभी तक रीअसेस
नहीं किया तो बेटा रीअसेस कर लो। तो पेपर बहुत आसान था। वो पेपर भी बहुत आसान था और इस बार जो सीए फाइनल का पेपर आया वो भी
बहुत आसान था। मुझे नहीं पता ऐसा क्या हुआ था लेकिन बहुत आसान पेपर था। हलवा पेपर था। लग रहा था कि एग्जामिनर चाह रहे हैं
कि आप पेपर पास करो। सम हाउ नहीं हुआ। आप लोग मुश्किल चीजों के लिए बने होगे। मुश्किल पेपर आएगा अगले टाइम में आप वो
पास कर जाओगे इंशाल्लाह। ठीक है? तो ये तो अल्लाह ताला ने लिखा जो नसीब में होगा वो लोग आप आपको वो मिल जाएगा। अच्छा वजूहात
क्या-क्या रही हैं? बेटर परफॉर्मेंस वाज़ ऑब्जर्व इन दिस सिनेरियो। अच्छा मैं जो ये चीजें रिपीट करा रहा हूं बार-बार। ये पहले
सेशन में तुम लोगों को बताई थी। इन लोगों को बताने का मकसद यह है कि यार आप कर रहे हो ना यह ज़हन बना के आप लोगों ने पढ़ना
है। क्योंकि अब जो 4 महीने पहले बताया था, तीन महीने पहले बताया था, वह भूल जाते हैं लोग। अब फ्रेश बता रहा हूं। अब याद रखना
और इसी तरीके से तुम लोगों ने ऑडिट की तैयारी करनी है। मेन रीज़न फॉर बिलो एवरेज परफॉर्मेंस 25% रिजल्ट था। सीम टू बी
इनेबिलिटी ऑफ़ एग्जाम टू इंप्लीमेंट थ्योरेटिकल नॉलेज टू सिनेरियो बेस्ड क्वेश्चन। और यही सेम फीडबैक जो है ना सीफ
वाले बच्चों के लिए भी आता है। सर क्रमिंग बता दें। क्रमिंग बता दें। क्रमिंग इतनी कर लेते हैं ना कोई बच्चों को चैप्टर नंबर
याद है उसके पीछे कांसेप्ट इतने याद नहीं है। ये ये हाल हो गया है। तो क्रमिंग कर लेते हैं। अब सिनेरियो बेस्ड क्वेश्चन को
जज करना आता ही नहीं है कि भाई किस तरीके से वहां पे काम करें। एग्जामिनस आर एडवाइस टू प्रैक्टिस द एप्लीकेशन ऑफ कांसेप्ट्स
बाय अटेमप्टिंग सिनेरियो बेस्ड क्वेश्चंस ऑफ़ पास्ट एग्जामिनेशन। एग्जामिनर खुद बोल रहा है कि भाई नहीं है तुम्हारे पास।
पास्ट पेपर उठाओ और सॉल्व करना शुरू कर दो। इट वाज आल्सो कॉमनली ऑब्जर्व दैट एग्जामिन डिड नॉट रीड द रिक्वायरमेंट ऑफ द
क्वेश्चन प्रॉपर्ली। यह वही बार सिस्टम वाला है। अगर आप रिक्वायरमेंट सही से रीड नहीं करोगे गया। अब किसीकिसी सवाल में वो
लिख के भी देने लगेगा यार गोइंग कंसर्न वाली चीजें छोड़ दो। ऑडिट रिपोर्ट की इम्लीशन छोड़ दो। ऑडिट प्रोसीजर छोड़ दो।
ये लिख रहा है वो। जहां पे नहीं लिख रहा वहां मार्क्स के हिसाब से आपको देखना पड़ेगा। यार यहां पे प्रोड्यूस करना
पड़ेगा मुझे। रिक्वायरमेंट को अच्छी तरीके से रीड करना पड़ेगा। ठीक है? एक तो ये चीज़ सिनेरियो बेस्ड क्वेश्चन अपनी जो जो रट्टे
वाली चीज़ है ना उसको अप्लाई करने की कोशिश करो। और दूसरा क्वेश्चन की रिक्वायरमेंट को अच्छी तरीके से रीड करो।
बेटर परफॉर्मेंस आई। फिर इट वाज़ कॉमनली ऑब्जर्व दैट एग्जामिनस परफॉर्म वेल इन दिस क्वेश्चन व्हिच इनवॉल्व रोड लर्निंग वेयर
एस दे स्ट्रगल्ड इन द क्वेश्चंस व्हिच रिक्वायर्ड एप्लीकेशन ऑफ़ नॉलेज। सही है? फिर जहां पर नॉलेज की एप्लीकेशन की बात
आई, फिर वहां पे बंड मार दिया। अब आगे आ जाओ। ओवरऑल पासिंग परसेंटेज 27% एग्जामिनी डिड
नॉट रीड केयरफुली द रिक्वायरमेंट्स ऑफ द क्वेश्चन एंड देयर फॉर मिस्ड आउट की एस्पेक्ट्स ऑफ द आंसर फिर फर्दर मेजॉरिटी
ऑफ़ द एग्जामिनस परफॉर्म वेल इन स्ट्रेट फॉरवर्ड क्वेश्चन। अब ये कोई तीसरी अटेम्प्ट हम लोग पढ़ रहे हैं ना अभी तीसरी
अटेम्प्ट के पढ़ रहे हैं ना। तो ये बच्चे तो पढ़ के आए होंगे। एग्जामिनर कमेंट तो देखे होंगे। फिर से आके वही बट मार रहा
है। कोई चेंज हुआ है इसके अंदर? इसका मतलब वो रिपीटेटिव मिस्टेक बार-बार हो रही है इस पेपर के अंदर। जिसकी वजह से ये फेलियर
आ रहा है। तो जब तक ये मिस्टेक सही नहीं होगी मेजॉरिटी बच्चों की ये मिस्टेक है। तो आगे हालात सही नहीं होंगे।
अच्छा फिर आ जाओ यहां पे क्या कह रहा है? राइटिंग आंसर्स विदाउट फुल्ली कॉम्प्रिहेंडिंग द
रिक्वायरमेंट्स ऑफ़ द क्वेश्चन। फिर से वही बात कर रहा है। डिज़ नॉट नीचे नीचे थर्ड लास्ट लाइन देखो। मोस्ट एग्जामिनीज़ डिड
नॉट डिस्कस द इवैल्यूएशन ऑफ़ थ्रेड। ऑल एग्जामिनस आर वंस अगेन एडवाइस टू रीड द रिक्वायरमेंट ऑफ़ द क्वेश्चन प्रॉपर्ली
बिफोर राइटिंग एनी आंसर्स। तो फिर से वही बात कर रहा है। इसका मतलब पिछले अटेम्प्ट में जिन बच्चों ने पेपर दिए थे उन बच्चों
ने वापस से सही से ये चीजें नहीं पढ़ी। उसने फिर से दे दिया क्योंकि फिर से मसले मसाला आए। ऑलदो रिजल्ट कितना था? 41%
रिजल्ट था इस अटेम्प्ट में। जो फेल हुए उनके साथ ये रीज़न था। फिर 34% रिजल्ट आया। अब क्या कह रहा है? इट वास कॉमनली ऑब्जर्व
दैट एग्जामिनस आंसर्ड द क्वेश्चन विदाउट केयरफुली रीडिंग द रिक्वायरमेंट ऑफ द आपको लग रहा होगा मैं कॉपी पेस्ट कर रहा हूं।
चैट जीपीटी से मैंने डाले अल्फाज़ बदल दो और उठा के कॉपी पेस्ट कर दिया। ऐसा नहीं है भाई। आईकैप की वेबसाइट पे अभी भी ये
अवेलेबल है। आप चाहे तो जाके उसको कॉरबोरेट कर सकते हैं। अब कॉरबोरेट क्या है ये? आगे डिस्कस करेंगे इसको। ठीक है?
अच्छा जी। यहां पर आ जाओ। ओवरऑल पासिंग परसेंटेज 35 थी। अब 33 हो गई। द मेन रीज़न ऑफ़ दिस
डिक्लाइन वाज़ सिलेक्टिव स्टडी। नया आया भाई। सर इंपॉर्टेंट टॉपिक्स बता दें इस टाइम के। सर इंपॉर्टेंट चैप्टर्स बता दें।
भाई मैं क्या बताऊं? जो बता रहा है उसको खुद नहीं पता। खुदा की कसम जो जो बता रहा है उसको खुद नहीं पता इंपॉर्टेंट टॉपिक है
तो मैं कैसे बताऊं। फिर भी आप लोगों की तसल्ली के लिए दो दिन पहले, दो रातों पहले, तीन रातों पहले मैं दे दूंगा
इंपॉर्टेंट। आप लोग खुश हो जाओगे यार क्या टीचर है। जागो इस चीज से। भाई उठो। यह आईकैप का पेपर है। यह बीकॉम नहीं है। यह
इंटरमीडिएट नहीं है। आई कैप है। आई कैप वहां से सवाल निकालेगा जहां तक तुम्हारी सोच जाती नहीं है। यह क्रमिंग सब कचरा है।
ये क्रमिंग ये एरिया क्रम कर लो हो जाएगा पेपर। ये टॉपिक्स कर लो हो जाएगा। नहीं ऐसा नहीं है। मैं बता अब बच्चे ने पूछा
मैं तंग आ गया था इन सवालों से। मैंने बोला भाई रिपोर्टिंग कर लो। अब रिपोर्टिंग के अंदर सारे स्टैंडर्ड आ जाते हैं। आपको
पता है रिपोर्टिंग से मैं 210 पे भी पहुंच सकता हूं? कभी सोचा है इस चीज पे? रिपोर्टिंग से मैं
210 पे भी आराम से पहुंच सकता हूं। भाई क्या हो गया? अगर तुम्हारा फ्रेमवर्क एक्सेप्टेबल नहीं है। ओपिनियन पर इंपैक्ट
आता है नहीं आता है? पहुंच गया। फाइनेंसियल रिपोर्टिंग फ्रेमवर्क एक्सेप्टेबल नहीं है। फिर भी ऑडिटर ने
एक्सेप्ट करना है ऑडिटर को। अब क्या करेगा? इंगेजमेंट लेटर में एडिशनल लाइन डालेगा। डालेगा। दो बातें डालेगा।
एम्फेसिस भी डालूंगा और डिस्क्लोज़र भी डालोगे। इसका रेफरेंस मैं डालूंगा। नहीं होगा तो क्वालीफाई करूंगा। तो ये क्या है?
मैं रेफरेंस दे रहा होता हूं ना। तो 700 में पहुंच गया। 706 में पहुंच गया। अब बच्चा सिर्फ देखता है रिपोर्टिंग को। उसे
रिपोर्टिंग जब देखता है तो आता है 705 मॉडिफिकेशन ऑफ़ ऑडिटर्स ओपिनियन या 700। वो इग्नोर कर देता है 701 भी रिपोर्टिंग का
स्टैंडर्ड है। वो भी रिपोर्टिंग का पार्ट है। और जब मैंने 701 की बात कर दी तो मैं चला गया ऑडिट प्रोसीजर्स के साथ क्योंकि
उसके अंदर की ऑडिट प्रोसीजर्स आप लिख रहे होते हो। और उसके बराबर वाले कॉलम में क्या आती है? रिस्क असेसमेंट आ रही होती
है। सिग्निफिकेंट हाई जजमेंटल एरियाज आ रहे होते हैं। जिसके बेसिस पे आपका की ऑडिट मैटर बनता है। तो ये तो ऑडिट तो सारा
लिंक्ड है। तो अगर कोई बंदा आपको बोले कि यार ये टॉपिक कर लो पेपर पास हो जाएगा। सॉरी यार आप अपने साथ जुल्म कर रहे हो ये
देख लो। ये मैं नहीं कह रहा ये आईयक कैप कह रहा है। आई कैप वाली बातों पर चलना। जो आई कैप कह रहा है। सिलेक्टिव स्टडी नहीं
करनी है। इसलिए मैं कह रहा हूं 20 से सात घंटे। वरना मैं कहता हूं 2 घंटे रोज के दो हो जाएगा। ये टॉपिक पढ़ लेना। अगले टाइम
में आप मेरे पास ही आते रोते हुए कि सर यह पेपर रह गया। अब बताओ क्या करना है? मैं बोलता हूं अब आ जाओ बैठ जाओ रेगुलर क्लास
में। सही है? तो मैं चाहता हूं भाई पेपर पास हो आप लोगों का। जितना जल्दी ये परसेंटेज बढ़े ना उतनी मुझे खुशी होगी कि
यार जल्दी-जल्दी बच्चा पेपर पास कर रहा है ऑडिट का। ठीक है? अच्छा इट वाज़ कॉमनली ऑब्ज़र्व दैट एग्जामिनस आंसर्ड दिस
क्वेश्चन विदाउट केयरफुली रीडिंग द रिक्वायरमेंट। अब ये लग रहा होगा आपको रिपीट कर रहा हूं मैं। ऐसे ही लग रहा है
ना? यह बार-बार आ रहा है क्योंकि बच्चे यही भंड मार रहे हैं बार-बार। अब आगे आ जाओ। स्प्रिंग 2023 क्या लिख रहा है?
सिलेक्टिव स्टडीज। फिर से आ गए। इट वाज़ आल्सो ऑब्ज़र्व्ड दैट एग्जामिनस डू नॉट केयरफुली रीड द रिक्वायरमेंट ऑफ़ द
क्वेश्चन एंड प्रोवाइडेड इररेिलेवेंट आंसर्स। तो सब भंडों का मजमआ जो है ना स्प्रिंग 2023 के बच्चों ने मारा है। ठीक
है? रिक्वायरमेंट अच्छी तरीके से रीड नहीं की। सिनेरियो बेस्ड सवाल किए, सिलेक्टिव स्टडी की। ये बार-बार आप लोगों को मैं बता
रहा हूं। हूं भाई उन चीजों के पीछे मत भागना कि ये इंपॉर्टेंट है। ये हर चीज़ इंपॉर्टेंट है। अगर पेपर पास करना है ना
और आखिरी बार पढ़ना है तो सब पढ़ लो। वरना जो टॉपिक तुम छेड़ छोड़ रहे हो ना वो अगले टाइम में तुम्हें पढ़ना पड़ेगा। भले रोते
हुए पढ़ो, हंसते हुए पढ़ो, गाते हुए पढ़ो तुम्हें पढ़ना पड़ेगा। वो तो छोड़ना कुछ भी नहीं है। छोड़ना हराम है। ये समझ लो। आ
जाओ। ऑटम 2023। इट वाज़ कॉमनली ऑब्ज़र्व्ड दैट एग्जामिनस आंसर्ड द क्वेश्चन केयरफुली विदाउट विदाउट केयरफुली रीडिंग द
रिक्वायरमेंट ऑफ़ द क्वेश्चन। फर्दर मोर प्रीवियस एग्जामिनर कमेंट्स हैव हाईलाइटेड द इशू दैट एग्जामिनीज़ मेंशन ऑल सॉर्ट ऑफ़
ओपिनियन इन अ क्वेश्चन रिलेटेड टू रिपोर्टिंग इंप्लिकेशन कि भाई ये हुआ तो ये कर लेना ये हुआ तो ये कर लेना व्हेन
देयर इज़ सफिशिएंट इनफेशन अवेलेबल इन अ क्वेश्चन टू डिटरमाइन मटेरियलिटी एंड अराइव द करेक्ट ओपिनियन अब ये किस चीज़ की
बात कर रहा है भाई मटेरियल एंड परवेसिवनेस की बात कर रहा है अब उस अटेम्प्ट में सवाल दिया कि भाई एक मिसटमेंट है अब वो
मिसटमेंट इमटेरियल है देख के पता लग रहा है यार पीबीटी का 5% निकालो जो अमाउंट वो बता रहा है बहुत ही इमटेरियल ही है। फिर
भी बच्चा क्या लिख के आ रहा है कि अगर यह मटेरियल है तो अनकरेक्टेड में डाल देना। देख लेना एग्रीगेशन पे एक्सीड तो नहीं कर
रहा है। सही लिख रहा है। फिर आगे लिख रहा है अगर ये मटेरियल है तो क्वालीफाई कर देना। अगर ये मटेरियल प्लस परवेजिव है तो
एडवर्स कर देना। भाई आपको पता होना चाहिए मटेरियल क्या है? मटेरियल प्लस परवेजिव क्या है? तो इससे बड़ा असर पड़ता है।
ठीक है? अच्छा दिस मिस्टेक वास आल्सो कॉमनली ऑब्जर्व्ड इन द एग्जाम सेशन। आ जाओ। स्प्रिंग 204 क्या कहता है? अ इट
वाज़ कॉमनली ऑब्ज़र्व्ड दैट एग्जामिनीज़ बिगेन राइटिंग देयर आंसर्स विदाउट कॉम्प्रिहेंडिंग द रिक्वायरमेंट्स ऑफ़ यार
ये तो फिर वही बात कर रहा है। मतलब बार-बार आप लोग बोर नहीं हो रहे इस चीज़ को देख के। हां, उगता नहीं रहे कि यार ये ये
बंड मार रहे हैं। पिछले वाले हमारे जो सीनियर्स थे वो ये बंड मार के गए हैं। और बार-बार भंड मार रहे थे। हो सकता है वो
सीनियर आपके साथ ही क्लास के अंदर बैठा हो भी चौथी पांचवी अटेम्प्ट दे रहा हो सही है तो वो ये भंड हर अटेम्प्ट में मार रहा है
हर अटेम्प्ट के अंदर और उसको पता है वो ये मार रहा है लेकिन फिर भी खुशी से मार रहा है क्या मार रहा है है ना चेंज करने की
जरूरत है मेनी एग्जामिनीज़ फेल टू डिस्कस इवैल्यूएशन ऑफ़ थ्रेट रिक्वायरमेंट में लिखा है इवैल्यूएशन करना भूल गया या आती
नहीं थी मेनी एग्जामिनीज़ मेंशन जनरल प्रोसीजर रिलेटेड टू वेरिकेशन ऑफ़ डेटर बैलेंस जनरल प्रोसीजर क्या होता है भाई
पांच नंबर का सवाल है डेटर वेरीफाई करना है अब ऑब्टेन स्केडुअल फ्रॉम क्लाइंट। मेक श्योर दैट क्लाइंट प्रोवाइडेड स्केजुअल इज़
अ मूवमेंट स्केजुअल। कॉम्प्राइजिंग ऑफ़ ओपनिंग, एडिशन, पेमेंट्स एंड क्लोजिंग। मैच दी ओपनिंग बैलेंस विद लास्ट ईयर
ऑडिटेड फाइनेंसियल स्टेटमेंट। मैच दी क्लोजिंग बैलेंस विद जनरल लेजर एंड मेक श्योर देयर इज़ नो डिफरेंस। इफ देयर इज़
डिफरेंस डिस्कस विद द क्लाइंट। परफॉर्म वाचिंग ऑन द मोमेंट। ये पांच प्रोसीजर उसने लिखे हैं। बोला पांच नंबर पूरे हो
गए। ऐसा होता है भाई। ऐसे बच्चे एक्सिस्ट करते हैं। इससे भी माठे प्रोसीजर लिखते हैं। अब तुम लोग बोलोगे यार ऐसा कैसे होता
है? होता है भाई। मैं आंसर चेक करता हूं। मुझे पता है। आप एक तो क्लास में होता है ना बच्चा वो एक अलग होता है। एक होता है
कि बाहर रोता हुआ आता है। अब मैं चेक कर लें सर। ये मसला हो गया इस सवाल के अंदर। मैं अब कहता हूं यार ये लिख के दो। जब वो
लिख के देता है मैं कहता हूं क्या लिखा है ये? इससे अच्छा ना लिखते। हो सकता है सफाई के नंबर मिल जाएंगे। इस इस पे भी मुहिम
चलाएंगे। भाई किसी बच्चे ने नहीं लिखा तो एटलीस्ट सफाई के नंबर तो मिलने चाहिए ना उसको बजाय इसके कि जीरो उससे पिछले
अटेम्प्ट में जीरो ज़ीरो मार्क्स भी आए थे। आए थे ना इस अटेम में भी हैं। वो मैंने फॉर्म भरवाया ना बच्चों से रजिस्ट्रेशन
वाले उसके अंदर काफी सारे बच्चे ऐसे थे जिन्होंने लिखा वाकई में जीरो मार्क्स आए और उन बच्चों को नहीं पता जीरो मार्क्स
क्यों आए तो भाई अब सुन रहे होंगे ज़ीरो मार्क्स क्यों आए वो इस पे कौन नंबर देगा वेरीफाई हो गया तुम्हारा ट्रेड डेट्स से
हो गया कुछ भी वेरीफाई नहीं हुआ बल्कि शेड्यूल भी टाई नहीं करवा सके तुम उसके अंदर ठीक है एग्जामिनीज़ इंक्लूडेड मैटर्स
दैट वर नॉट मैंडेटरी रिक्वायर्ड टू बी पार्ट ऑफ इंगेजमेंट लेटर अब कोई रिक्वायरमेंट थी उसमें उन्होंने डाल दिए
क्योंकि रट्टा लगवाया होता था 12 पॉइंट है बेटा ये आए है लिख देना। सही है? तो मैंडेटरी पॉइंट पांच हैं वो अलग होते हैं।
एडिशनल पॉइंट तो जितने डालो उतना अच्छा है। सही है? या ऑल एग्जामिनस आर अगेन एडवाइस टू केयरफुली रीड द रिक्वायरमेंट
एंड अंडरस्टैंड द रिक्वायरमेंट ऑफ़ ईच क्वेश्चन बिफोर राइटिंग देयर आंसर। ये हाथ भी जोड़ लिए उसने। सही है? कि भाई
आपने ये काम करना है। ओवरऑल परफॉर्मेंस ऑफ़ द एग्जामिनस इन दिस पेपर शोड स्लाइट इंप्रूवमेंट। भाई 37% रिजल्ट था। अब क्या
कर दिया? हाउएवर देयर वर कॉमन एरियाज़ ऑफ़ कंसर्न पर्टिकुलरली विद एक्यूरेटली आइडेंटिफाई एंड एक्सप्लेनिंग द रिस्क एंड
मिसअंडरस्टैंडिंग सिनेरियो बेस्ड क्वेश्चन रिलेटेड टू ऑडिट प्रोसीजर्स एंड इंटरनल कंट्रोल्स मेनी एग्जामिनीज़ प्रोवाइडेड
जेनेरिक और इररेलेवेंट रिस्प्ससेस इंडिकेटिंग इनएट प्रिपरेशन एंड लैक ऑफ़ फोकस ऑन दी स्पेसिफिक रिक्वायरमेंट ऑफ़ द
क्वेश्चन फॉर स्टांस क्वेश्चन नंबर टू में एग्जामिनीज़ फेल टू आइडेंटिफाई करेक्ट रिस्क। क्वेश्चन नंबर थ्री एंड फाइव में
एग्जामिनीज़ डिड नॉट मेंशन द रेलेवेंट ऑडिट प्रोसीजर एंड कंट्रोल। अब भाई रिस्क लिख दिया।
रिस्क लिख दिया एनआरवी का। देयर फॉर देयर इज अ रिस्क दैट इन्वेंटरी माइट नॉट हैव बीन रिकॉग्नाइज एट लोअर ऑफ कॉस्ट ऑन
एनआरवी। प्रोसीजर किस चीज का लिखना चाहिए था? वैल्यू्यूएशन पे। असर्शन पे कौन सी काम करो? वैल्यूएशन की। वैल्यू्यूएशन
मांगनी चाहिए ना भाई। की कंप्यूटेशन लोगे। सब्सक्वेंट सेलिंग प्राइस देखोगे। एस्टीिमेशन चेक करोगे। कॉस्ट टू सेल का।
प्रोसीजर लिख कर आ गए। वेरीफाई करेंगे। उसकी फिजिकल कंडीशन देखेंगे। फ्लोर टू शीट शीट टू फ्लोर करेंगे। तो मार्क्स मिलेंगे।
भाई आपने जो रिस्क आपने खुद आइडेंटिफाई किया ना रिस्क या मैंने लिखवाया था एग्जामिनर ने लिखवाया आपने खुद आइडेंटिफाई
किया भाई जो रिस्क आइडेंटिफाई किया उसी के अगेंस्ट तो ऑडिट प्रोसीजर परफॉर्म करोगे भाई तुम्हें बुखार होता है तुम जाके ऑपरेट
थोड़ी करवा लेते दिमाग का अपने यार डॉक्टर सारी जो है ना यहां से काटो वैक्यूम से सारी गर्मी बाहर निकालना कैसा लगेगा
रेलेवेंट प्रोसीजर है ये मोटापा आ गया भाई जिम जाओ डॉक्टर के पास चले गए सर कार्ड के चर्बी निकाल दें पूरी भाई रेलेवेंट
प्रोसीजर ही नहीं है ये तो रेलेवेंट रिजल्ट भी नहीं मिलेंगे सही है आपका आपका सीन बढ़ जाएगा उसके अंदर। तो जो रेलेवेंट
रिस्क है उसी के अगेंस्ट आपने प्रोसीजर परफॉर्म करना है। इस चीज का भी आपने ख्याल रखना है। सर ये किस तरीके से देखेंगे आगे
डिस्कस करेंगे डिटेल में ये सब चीजें। ठीक है? छोटे-छोटे जो है ना चूर्ण के पैकेट बना के मैंने रखे हुए हैं। यूं भागते जाना
सही। अच्छा आ जाओ आगे। स्प्रिंग 2025 अभी ये जो आप
लोग तमाशे करके आए होगी। वही वाली अटेम्प्ट है ये। हां। अब देखो क्या कह रहा है। इट वास कॉमनली ऑब्जर्व्ड या नोटेड दैट
एग्जाम वो भी थक गया है ना ऑब्जर्व की वर्डिंग हर बार वो यूज़ कर रहा था। इस बार उसने लिख दिया नोटेड ऑफेन फेल टू
डिस्टिंग्विश बिटवीन सब्सटेंटिव ऑडिट प्रोसीजर एंड ऑडिट प्रोसीजर या अल्लाह ये क्या होता है डिफरेंस होता है इसमें कोई?
>> यस सरस >> हां क्या होता है? >> और वो उसमें आ जाते हैं। प्रोसीजर दोनों आ
जाते हैं। कंट्रोल और >> हां >> और वो सब में वो एनालिटिकल
>> और टेस्ट ऑफ़ डिटेल आया तो सब्सटेंड ये बच्चों को पता ही नहीं है। जो बच्चे लिख के आए पता ही नहीं है। सही है? उसे लिख
दिया और मेजॉरिटी बच्चों के साथ जब इशू आता है ना तब एग्जामिनर कमेंट में आती है वो चीज़। पर्टिकुलरली इन क्वेश्चन टू एंड
थ्री एडिशनली सेवरल रिस्प्ससेस इंडिकेटेड लैक ऑफ़ अटेंशन टू द स्पेसिफिक रिक्वायरमेंट्स ऑफ़ द क्वेश्चन रिजल्टिंग
इन इररेलेवेंट और इनकंप्लीट आंसर। जाहिर सी बात है आप किसी और डायरेक्शन में निकल जाते हो ना। अब ये रिक्वायरमेंट ऑफ द
क्वेश्चन ऐसी है कि जैसे आप बम डिस्पोजल स्क्वाड में काम कर रहे हो और आपने एक जाके बम डिफ्यूज करना है। अब उसके अंदर दो
तार है। एक येलो वाला है, एक रेड वाला है। कौन सा काटोगे? >> हैं?
>> ये तो प्रोफेशनल जजमेंट है आपकी। अल्लाह का नाम लोगे। आपने थोड़ी सी स्टडी वगैरह की हुई है। भाई तार की पोजीशन क्या होगी?
कितना लंबा, कितना चौड़ा होगा? और कितनी जो है ना उसके अंदर डेप्थ होगी। ये वाला तार काटूंगा तो क्या होगा? और आप पूरा सूट
पहन के जाते हो। सही है? रिस्क असेस करके जाते हो। बॉम्ब फट गया तो क्या होगा? बॉम्ब नहीं बहुत इमारत भी उड़ जाती है
फिर। सही है? तो आप तार काटते हो। अब आपने सही तार काटा तो बच गए। आपने गलत तार काटा तो
सही है? सीन बढ़ गया। बॉम्ब फट गया। गए तबाह हो गए। खत्म टाटा बाय-बाय। तो भाई ये रिक्वायरमेंट ऑफ द क्वेश्चन भी ऐसे ही है।
अगर आपने क्वेश्चन की रिक्वायरमेंट को गलत समझ लिया ना, तो आपका आंसर भी कहीं और निकल जाएगा। और फिर एग्जाम के अंदर टाइम
नहीं होता कमबैक का। ये उसी इनिंग्स की तरह आप उस मैच में आउट हो गए ना, फिर अगले मैच का इंतजार करना आप। अगर आपकी सिलेक्शन
हो गई तो आप आ जाओगे। वरना खत्म टाटा बाय-ब सेवरल रिसोंसेस रिफ्लेक्टेड रोट लर्निंग रादर देन अपाइड स्टैंडर्ड
अंडरस्टैंडिंग स्पेशली वेयर एग्जामिन साइटेड जेनेरिक थ्रेट और कंट्रोल डेफिशिएंसी विदाउट टेलरिंग देयर आंसर्स टू
द सिनेरियो ओए होए होए ये क्या हो गया अब भाई मंजन चल रहा है मार्केट में सही है मंजन चलना है भाई ये टॉपिक है ये चीज आए
तो यह प्रोसीजर उठा के चेप देना यह प्रोसीजर है यह उठा के चेप देना यह रिस्क आए यह चेप देना उठा के भाई उसको ऑल्टर भी
करना होता है सही है जो ठीक है आपका स्टैंडर्ड का टेंपलेट है एक उसके हिसाब से आपको
प्रोसीजर बन के आ रहा है लेकिन बीइंग अ स्टूडेंट मुझे क्या देखना चाहिए भाई मैं जो प्रोसीजर लिख रहा हूं वो इस सिचुएशन पे
फिट हो भी रहा है कि नहीं हो रहा इस सिचुएशन को एड्रेस कर भी रहा है कि नहीं कर रहा नहीं कर रहा तो मुझे करवाना पड़ेगा
मैं वो स्टैंडर्ड प्रोसीजर्स भी आप लोगों के साथ डिस्कस करूंगा और उसको टेलर किस तरीके से करते हैं वो भी आपके साथ डिस्कस
करूंगा ठीक है इस बीमारी का इलाज भी बताऊंगा ये बीमारी बता दी बीमारी का इलाज भी बताऊंगा एग्जामिनस आर स्ट्रांगली
एनकरेज्ड टू केयरफुली रीड एंड इंटरप्रेट द रिक्वायरमेंट ऑफ ईच क्वेश्चन बिफोर अटेमप्टिंग एंड आंसर।
ये उसने लिख दिया भाई ये करना आपके लिए जरूरी है। अच्छा कॉमन मिस्टेक हमने क्या देखी है भाई? रोड लर्निंग है। अ सिनेरियो
बेस्ड क्वेश्चन आप जितने ज्यादा डील करें उतना ज्यादा अच्छा है। अ कांसेप्ट बिल्डिंग पे काम करें। ड्राफ्टिंग पे काम
करें। मिसरीडिंग द रिक्वायरमेंट ऑफ द क्वेश्चन। तो दोनों आंखें खोल के 15 मिनट का जो टाइम है अभी भी मिलता है ना 15 मिनट
का। >> उसको अच्छी तरीके से यूटिलाइज़ करें। नहीं तो पूरे 3 घंटे यूटिलाइज करें
रिक्वायरमेंट को पढ़ने में। लेकिन पढ़ें उसके बाद आप आंसर को लिखें। ठीक है? केयरफुली रीड एंड अंडरस्टैंड द
रिक्वायरमेंट ऑफ द क्वेश्चन रेफर मार्किंग स्कीम वेयर नेसेसरी। अच्छा अब आप जब प्रैक्टिस
करोगे ना पास पेपर उठा के तो आप लोग जीते हो। आप लोग बोलोगे यार कर लेते हैं हम पास पेपर। पास पेपर आपने उठाया करना शुरू कर
दिया। अब जरूरी नहीं है कि आपने उठाया और भेज दिया कि यार आप इसको चेक कर लो आंसर को। कर लिया वो अच्छी चीज है। डेली क्विज
के हिसाब से कर लिया वो अच्छी चीज है। भाई आप अपनी सेल्फ प्रैक्टिस कर रहे हो। पास्ट पेपर का सवाल उठाया। आंसर आपने उठाया
सजेस्टेड आंसर। मैच नहीं कर रहा। मैच नहीं कर रहा। आपने उठाया एग्जामिनर कमेंट कि यार मैच क्यों नहीं कर रहा? इसके अंदर
क्या रीज़न है? ऐसा तो नहीं है जो मेजॉरिटी बच्चे भंड मार रहे हैं। मैं भी वही एरर कर रहा हूं। सर लिखा हुआ वो कांसेप्ट मैं
पहुंच गया हूं। लेकिन मार्क्स पूरे नहीं मिल रहे हैं। क्यों? मार्किंग प्लान उठाया। अपने हिसाब से मार्क करना शुरू कर
दिया। मार्किंग स्कीम में लिखा होता है कि भाई आप इतने प्रोसीजर लिखोगे तो इतने मार्क्स हैं। यह कंक्लूजन डालोगे तो यह
है। मटरिटी के इतने नंबर हैं। इसके इतने इसके इतने हर क्वेश्चन का ब्रेकअप होता है। देखी है मार्किंग स्कीम किसी ने?
ऑनलाइन वालों किसी ने मार्किंग स्कीम देखी है? हां ऑनलाइन वालों मार्किंग स्कीम देखी है
तो आपने उसके हिसाब से प्रैक्टिस करनी है और इक्वली यही चीज सी है फाइनल के जो सीफ वाले बच्चे ज्वाइन किए हुए हैं तो उनके
लिए भी यही एप्लीकेबल है भाई कि आप लोगों ने मार्किंग स्कीम को देख के काम करना है उसके बगैर नहीं चलना सिलेक्टिव स्टडी
अच्छा मार्किंग स्कीम से एक और फायदा है ना आप बार-बार उसी चीज की प्रैक्टिस कर रहे होगे तो जब आप एग्जाम में बैठोगे ना
क्वेश्चन को देखोगे आप समझ जाओगे यार वो क्या चाह रहा है एक स्केच ऑटो पे दिमाग में बनना शुरू हो आएगा कि यार मैं यह
लिखूंगा ना तो इतने मार्क्स मिलेंगे। यह लिखूंगा वो जादू है। यह जादू आएगा प्रैक्टिस से। इन्हीं चीजों को रख के
सामने। ठीक है? तो इस चीज पे आप फोकस करना। सिलेक्टिव स्टडी इंपॉर्टेंट टॉपिक कौन से हैं मत पूछना।
तुम लोग पूछोगे मैं बता दूंगा कि इंपॉर्टेंट टॉपिक ये हैं। लेकिन अभी हलफिया बोल रहा हूं मुझे भी नहीं पता। और
जो बता रहा है उसको भी नहीं पता कि इंपॉर्टेंट टॉपिक कौन से हैं। कोर्स की कवरेज तो ऊपर ही करनी है भाई।
प्रैक्टिकल सिनेरियो जितने आपने ज्यादा देखना है। ड्राफ्टिंग लैक ऑफ प्रैक्टिस राइटिंग इज द ओनली कम्युनिकेशन विद
एग्जामिनर। यह हमेशा से मैं बोलता हूं आपके कांसेप्ट कितने ही अच्छे क्यों ना हो लेकिन अगर आपकी ड्राफ्टिंग सही नहीं है।
ऑडिट में सारा गेम ड्राफ्टिंग का है। भाई आपके एग्जामिनर के पास ना ये पेपर जा रहा है।
अब उसको नहीं पता कि भाई वरुण ने कितनी क्लासेस ली हैं पीछे। कौन से टीचर से पढ़ा है, चैप्टर से पढ़ा है, स्टैंडर्ड से पढ़ा
है। एग्जामिनर को नहीं पता। ही इज़ लीस्ट बोदर्ड। वो क्या देख रहा है? वो इस आंसर स्क्रिप्ट को देख रहा है कि यार मेरी जो
रिक्वायरमेंट थी इसके अंदर वो सारी चीजें पूरी हो रही है कि नहीं हो रही हैं। अगर आपने वो सारी चीजें पूरी की हैं उस तरह से
आंसर लिखा है तो वो उसको एक्सेप्टेबल है। अब वो तरीका कौन सा है? वो तरीका वही है जो हमें ऑडिटिंग स्टैंडर्ड ने बताया है।
हर स्टैंडर्ड का अपना एक मुफरित अंदाज है। मुनफरित तरीका है। उसके हिसाब से वो चलता है। मैं फ्रॉड की बात करूंगा तो फ्रॉड में
ड्राफ्टिंग के अलग तरीकेकार हैं। फ्रॉड के अपने इंग्रेडिएंट्स हैं। अब मैं तुमसे बोलूंगा यार खीर बनाओ। खीर में तुम
बिरयानी मसाले नहीं डालोगे उठा के। सब चीजें अपनी है। मैं बोलूं एस्टीिमेश के प्रोसीजर दो तुम 540 पर चले जाओगे। ऑलदो
तुम्हारे सिलेबस में नहीं है। लेकिन प्रोसीजर वहां से उठा के लिखोगे तुम। पढ़ाते भी यही हैं यही बोल के कि भाई
एस्टीिमेशन वाले प्रोसीजर है वो। की ऑडिट मैटर बताऊं तो की ऑडिट मैटर के अलग लावाजमात हैं। वो एक लेवल ऊपर है। ऑडिट
प्रोसीजर्स हैं। क्योंकि हाई लेवल प्रोसीजर्स हैं वो जो आप कम्युनिकेट कर रहे हो तो यूजर ऑफ द फाइनेंसियल स्टेटमेंट
को। एमफेसिस ऑफ़ मेटा पैराग्राफ अपनी वर्डिंग है। मटेरियल अनसर्टेनिटी रिलेटेड टू गोइंग कंसर्न बिल्कुल अलग ही दुनिया
में चल रहा है भाई वो। पहले वो एम्फेसिस और मैटा पैराग्राफ में शुमार होता था। 706 में ही आता था वो। उसके बाद ये जब 570
रिवाइज हुआ उसको उठा के ऊपर ले गया। भाई ये तो बहुत इंपॉर्टेंट कम्युनिकेशन है। इस पे एम्फेसिस नहीं अलग से पैराग्राफ जाएगा।
मटेरियल अनसर्टेनिटी रिलेटेड टू गोइंग कंसर्न। बात को अगर प्रूफ करूं इस तरह तो अभी 2400 या 2410 उठा के देख लो जो रिव्यु
स्टैंडर्ड्स हैं। उसके अंदर अभी भी गोइंग कंसर्न पे एफेसिस ऑफ़ मेटा पैराग्राफ आ रहा होता है।
क्योंकि वह स्टैंडर्ड अभी तक रिवाइज नहीं हुए। तो अगर एग्जाम में एग्जाम में वो लिख के दे यू आर दी ऑडिटर इंगेज्ड इन
परफॉर्मिंग रिव्यू ऑफ गणेश लिमिटेड और उसके अंदर गोइंग कंसर्न के रिस्क आ रहे हैं। ऊपर उसने लिखा है रिव्यू और नीचे
रिक्वायरमेंट लिख रहा है रिपोर्टिंग स्टैंडर्ड बताओ या रिपोर्टिंग रिक्वायरमेंट बताओ। तो सवाल रिव्य्यू
स्टैंडर्ड से आया ऑडिट से नहीं आया। ये क्या थी? गुगली थी। ये क्या थी? गुगली। और इसका शॉर्ट भी आपने किस तरह देना है? कवर
ड्राइव वाला ना इधर ना उधर बीच से बॉल निकल गई तो आपने बताना है कि भाई हम रिव्यु इंगेजमेंट के अंदर हैं इस वक्त और
यहां पर क्या देना है हमें एम्फेसिस ऑफ़ मेटा पैराग्राफ इंगेजमेंट को गौर से देख लेना फाइनल वालों के साथ भी ये बहुत गेम
होता है आप लोगों के साथ प्रैक्टिकल प्रैक्टिकल जो हम लोग ऑडिट कर रहे होते हैं उसके अंदर ट्रेनीज़ बंड मार के आ जाते
हैं। कुछ अच्छे ट्रेनीज़ हैं कुछ बहुत ही अच्छे ट्रेनी हैं। सही है? तो वो क्या कहते हैं? मटेरियल एंड सर्टेनिटी रिलेटेड
टू गोइंग कंसर्न के पैराग्राफ रिव्य्यू रिपोर्ट में डाल के ले आते हैं। फिर उनको बताना पड़ता है भाई ये उसके अंदर नहीं है।
ये ऑडिट की अलग चीज़ है। रिव्यू की अलग चीज़ है। सही है? तो इस तरीके से इसको नोट भी कर लेना अपने साथ जो गोइंग कंसर्न हम लोग
पढ़ेंगे तब भी मैं रिमाइंड करवा दूंगा। ठीक है? तो अगर एग्जाम में सवाल आए तो केयरफुली रीड करना। ऐसे अंधे मत हो जाना।
अगर मैं पेपर बनाऊं तो मैं सिर्फ लिख दूं यू आर इंगेज्ड इन परफॉर्मिंग हाफ इयरली रिव्यू ऑफ़ दिस एंटिटी। और मैं रख के निकल
जाऊं। और क्वेश्चन के अंदर बिल्कुल क्लियर इंडिकेशन दे दूं और लिख के भी दे दूं गोइंग कंसर्न के मसले हैं। आप क्या
बोलोगे? फ्री के मार्क्स उठा लो और रिपोर्टिंग इंप्लिकेशन में दे दूं। रिपोर्टिंग इम्लिकेशन बताओ क्या होगी?
100% आवाम जो है ना 100% हो सकता है कोई इक्का इधर-उधर निकल जाए। 100% आवाम लिख कर आएगी ये मटेरियल अनसर्टेनिटी रिलेटेड टू
गोइंग कंसर्न का पैराग्राफ डाल देंगे। अब मार्किंग स्कीम में क्या लेकर बैठा हुआ है? एम्फेसिस ऑफ़ मैटर पैराग्राफ आएगा। अब
बताओ मार्क्स मिलेंगे? नहीं मिलेंगे। अब आप बोलोगे यार यह तो 10 नंबर तो मिलते हैं। जीरो नंबर आए मेरे।
यार 10 तो मिलने चाहिए थे। यही तो स्टैंडर्ड था जो अच्छी तरीके से किया था। तो सवाल वहां से आया ही नहीं है। हल्की सी
रिक्वायरमेंट से वक्त हालात सब बदल जाते हैं। सही है? तो इस चीज को बहुत गौर से तुम लोगों ने रीड
करना है। ऑडिट का पेपर है। अटेम्प्ट क्वेश्चंस क्विज जो इंशाल्लाह इस सेशंस के बाद हम क्विज जो देंगे पार्टिसिपेट लाजमी
करना उसके अंदर। ठीक है? इस क्विज को इस ग्रुप को मैं कहता हूं इतना यूटिलाइज करो ना इतना फ्लड कर दो यार जैसे सैलाब वगैरह
आते हैं ना सवाल फेंकते जाओ भूल जाओ कि यार छोटा सवाल होगा मैं सर से पूछूंगा शर्म आ रही है शर्म भूल जाओ ये सोचो कि
यार रिजल्ट आएगा फिर से फेल हो गए तो कितनी शर्म आएगी आपको भी आएगी आपके घर वालों को भी शर्मिंदगीगी होगी यार ठीक है
सीए फेल होते हो कितनी बार फेल हो गए कभी तो पास हो गए सही है तो उस चीज को सोचो और ये बोलो कि यार जो भी सवाल है बस मैं
करूंगा और मैं जवाब जवाब दूंगा उसका। ठीक है? अगर मैं बिजी हूं, 1 घंटे में नहीं आ रहा, 2 घंटे में, तीसरे घंटे में आ जाएगा
जवाब। बहुत चैट्स ऊपर चल रही है। आपने वापस से रख के टैग कर दिया। ऐसा नहीं करना सवाल भेज के मिस कॉल मारना शुरू कर दी। ये
भी एक नया ट्रेंड शुरू हुआ है। मैं नंबर चेंज कर लूंगा फिर। सही है? वो फिर मसला हो जाएगा। तो ग्रुप पे ही रहना और
इंडिविजुअली मत भेजना क्योंकि बहुत सारे आ रहे होते हैं। ऑब्वियसली आप जब फार्म में काम करते हो बहुत से क्लाइंट्स भी मैसेज
कर रहे होते हैं। पार्टनर्स करते हैं। हर सबको आप पिन टू टॉप नहीं कर सकते। ठीक है? ठीक है? तो इस ग्रुप को मैंने करके रखा
हुआ है पिन टू टॉप। सिर्फ ग्रुप पिन टू टॉप है। बस इंडिविजुअल बंदे कोई भी नहीं है। तो जो भी सवाल है वो इसी ग्रुप पे आप
भेजना जवाब भी आपको इंशाल्लाह ताला ग्रुप पे मिल जाएगा। ठीक है? अच्छा जी। पावर प्ले में क्या एक्सेप्ट करें? एक्सपेक्ट
करें। भाई फास्ट डिलीवरी ऑफ कांसेप्ट। हां। शोएब अख्तर आया यहां से यूं। शाहिद अफरीदी टक टक टक गए। सही है। प्रोविज़न ऑफ़
स्टडी मटेरियल। अच्छा एक वो स्टडी मटेरियल है जो सर डीएम नहीं कर सकते ना। डायरेक्ट मैसेज क्यों करना है भाई? मैं जब आपको
सामने से जवाब दे रहा हूं तो डायरेक्ट मैसेज आप क्यों करोगे? सही है? नहीं वो वाले मैसेज भी नहीं करने
भाई। अच्छा सॉल्विंग क्वेश्चंस हम लोग एक दूसरे की हेल्प करेंगे इस ग्रुप के अंदर। भाई
फर्ज करो यार फ्रॉड जो है ना वो बिलाल का अच्छा है। बिलाल का फ्रॉड बड़ा अच्छा है। सही है? तो फ्रॉड से रिलेटेड सवाल आया
बिलाल की एक्सपर्टीज है फ्रॉड के अंदर। तो बिलाल ने टक करके जवाब दे दिया फ्रॉड का। अब फ्रॉड में भी तो भंड मार सकता है
बिलाल। ठीक है? तो क्या हुआ भाई? गणेश ने देगा। गणेश ने बता दिया। वरुण ने बता दिया। किसी ने भी बता दिया कि भाई यह मसला
है इसके अंदर। आंसर इस तरीके से होगा। एंड में मैंने देखा मैंने बता दिया कि भाई बिलाल ने जो बताया है अच्छा बताया उसके
अंदर ये इंप्रूवमेंट करनी है। गणेश ने जो इंप्रूवमेंट करवाई है वो सही है। इससे क्या होगा? इसकी भी एप्रिसिएशन होगी। इसको
भी वापस से डबल चेक हो जाएगा। हां मैं सही पेस पे जा रहा हूं। बिलाल की भी करेक्शन हो जाएगी और ये चीजें गणेश जिंदगी भर नहीं
भूलेगा कि यार ठीक है सर ने एप्रिशिएट किया था। ये कांसेप्ट तो मुझे याद रहेगा। ठीक है? या सर ने बोला कि नहीं ये सवाल इस
तरह से नहीं इस तरीके से होगा। अब याद रहेगा। अब एज इट इज़ ये सवाल आया ना तो बंड नहीं मारूंगा। कोई और आया तो बंड पड़ सकता
है। इस पे नहीं बढ़ सकता। फायदा ही होता है उससे। नुकसान कुछ भी नहीं है। ठीक है? मेंटोरशिप एट इंडिविजुअल लेवल। ये
इंडिविजुअल लेवल भी ग्रुप के अंदर ही है। अगर आपको बहुत ज्यादा ये है कि यार नहीं मैं बहुत ज्यादा डिप्रेस हो गया हूं। मुझे
समझ में नहीं आ रहा ग्रुप में चीजें चल किस तरह रही हैं। और आपको अलग से टाइम चाहिए तो आप अलग से फिर मैसेज कर सकते हो।
ठीक है? वो भी एक्सट्रीम रेयर सरकमस्ट्ससेस। स्टैंडर्ड वाली वर्डिंग इन एक्सट्रीमली रेयर सरकमस्ट्ससेस। आप उसमें
बोल दो कि सर कोई टाइम बता दें कि आप फिजिकली एसटीटी में आएंगे आप यहां मुलाकात हो जाए कॉल पे तो फिर वो भी एंटरटेन कराने
के लिए मैं तैयार हूं। ऐसा नहीं है कि यार ग्रुप में 800 750 बच्चा है 750 बच्चा एक साथ मैसेज डालना शुरू हो जाए सर कॉल पे
टाइम दें तो वो पॉसिबल नहीं होता। ठीक है? तो इस तरीके से कर लेंगे कि अगर कोई मुश्किलात हैं और ज्यादा बच्चों के अगर एक
ही टॉपिक से रिलेटेड सवाल आ रहे हैं ना तो ये करेंगे कि भाई उस पे एक और सेशन अरेंज कर लेंगे। लेट्स से कि यार इंटरनल कंट्रोल
कर रहे हैं हम। मजा नहीं आया। सर यह तो आपने प्यासा करके छोड़ दिया है। यह दो तीन सवाल आपने पावर प्ले में और कराएं सर और
कराएं। सर यह मजा नहीं आ रहा। आप ग्रुप पे भेजते हैं आंसर। मजा नहीं आ रहा। सर लाइव बिठाएं सर। लाइव जलील करें आप उसमें करें।
सर ये जो आप जलील करते हैं ना उसके अंदर हमें चीजें याद रहती हैं। आपके जो सरकास्टिक कमेंट्स हैं ना हम भूलते नहीं
है फिर वो। यार लाइव सेशन भी अरेंज करा देंगे। कोई मसला नहीं है। वीक डे में करा देंगे। वीक एंड पे करा देंगे। मकसद ये है
कि बाय हुक और बैकुक किसी तरीके से भी पेपर पास होना चाहिए। भले अप्रोच जो भी हो अल्टीमेट ऑब्जेक्टिव पेपर पास है बस किसी
तरह से भी हो पेपर पास होना चाहिए ठीक है तो अगले एक महीने भूल जाओ खानदान में कोई और भी है तुम्हारे अलावा घर में कोई और भी
है तुम्हारे अलावा कोई कोना पकड़ो चादरवादर फैलाओ वहां पे पड़ जाओ लंबे नहीं पड़ जाना किताबों के साथ पड़ जाना मतलब
किताबों के साथ लंबे नहीं पड़ जाना उठ के बैठना और पढ़ना ठीक है अच्छा जी कंप्लीट गाइडेंस ऑफ़ एग्जाम
अप्रोच एग्जाम अप्रोच तो आपको डे वन से ही मिल रही है और भी मिलना शुरू हो जाएगी क्योंकि ऑब्वियस सी बात है आप सारे अभी
जागे हो तो मिलेगी आपको एग्जाम अप्रोच भी इंटरेक्टिव WhatsApp ग्रुप जिस तरह मैंने बताया भाई हाईली इंटरेक्टिव WhatsApp
ग्रुप है। ठीक है? तो मेरी खुद की इन्वॉल्वमेंट रहती है। आप लोगों ने देखा है कि कोई इसमें टीचर असिस्टेंट भी नहीं
है। जो सवाल हैं आपके वो मैं डायरेक्ट खुद ही जवाब दे रहा होता हूं। और ये सबसे बड़ा एडवांटेज है आप लोगों का कि भाई कोई चीज
अगर करेक्ट करनी होगी तो सामने करेक्ट हो जाएगी। ये शक नहीं रहेगा कि भाई किसी असिस्टेंट ने जवाब दिया। फिर वो बच्चा
कमेंट कर रहा है सर आप भी बता दें इसने सही बोला है या गलत बोला है इसकी शक की कोई गुंजाइश ही नहीं है। आपको फिर भी शक
हो और कोई ऐसी बहस चलती है कि यार बच्चे ने गलत कॉन्सेप्ट जैसे मैंने एक सवाल दिया कि यार आइंदा 700 और 705 में कौन-कौन सी
ओपिनियंस कवर्ड हैं? याद है आप लोग को? >> 36 40 बच्चों ने जवाब दिया सबके जवाब गलत थे। सबके जवाब गलत थे। क्योंकि उसके अंदर
डिस्क्लेमर ओपिनियन नहीं थी। उसके बाद भी एक बच्चे ने पूछा जो कि अच्छी चीज थी कि सर क्या ये डिस्क्लेमर ओपिनियन नहीं होती
है। उसका एक सवाल था मासूमाना लोगों को देख के हंसी आ रही हो। मुझे हंसी नहीं आई। मैंने उसको कांसेप्ट एक्सप्लेन किया।
मैंने उसको स्टैंडर्ड के रेफरेंसेस भेजे ग्रुप पे ही। मैंने ऑडिट रिपोर्ट का वो हाईलाइट करके चीजें भेजी कि यार वी वर
इंगेज्ड। वी वर नॉट बीन प्रोवाइडेड एक्सेस टू सर्टेन इनेशन। देयर फॉर वी आर नॉट वी हैव नॉट बीन एबल टू एक्सप्रेस ओपिनियन ऑन
दिस फाइनेंसियल स्टेटमेंट। उसको मैंने बताया। अब जो उसके कॉन्सेप्ट पक्के हुए हैं ना जिंदगी भर याद रहेंगे। और जो उसके
सवाल पर हंस रहे थे वो हंसते रहेंगे। सही है? तो यह चीज है कि भाई छोटे से छोटा सवाल हो पूछो।
सर पावर प्ले 2 दिन का इनसफिशिएंट नहीं होगा क्या? भाई दो दिन का पावर प्ले है क्या? भाई आप सब लोग जवाब दें। आप ऑनलाइन
वाले बच्चों आप जवाब दें सारे। 2 दिन का पावर प्ले है ये। हां टिल एग्जाम डेट। ठीक है? एग्जाम तक का
पावर प्ले है ये। तो लाइव सेशन अगर आगे भी अरेंज करने होंगे तो कर लेंगे। कोई मसला नहीं है। ठीक है? अच्छा जी। मिनिमम
रिस्पांस टाइम फ्रॉम मायसेल्फ। फौरन रिप्लाई आ जाता है। अवेलेबल होता हूं। रात में सोने से पहले तो मैं लाजमी देखता हूं।
एक घंटा गुजारता हूं मैं ग्रुप पे। इंडिविजुअल चैट पे भी देख लेता हूं। ऐसा तो नहीं है किसी ने ना जाने अनजाने में
मैसेज भेज दिया और वो मेरे मैसेज का वेट कर रहा हूं। तो मैं देख लेता हूं। इसका मतलब यह नहीं कि हर वक्त मैं देखूंगा। कभी
जल्दी नींद भी आ जाती है भाई। ग्रुप देख लिया और सो गया बंदा। ठीक है? फिर सुबह उठ के देखता हूं। यार रात में भी कोई पढ़ रहा
होगा। फिर रात में आंख खुलती है तो रात में भी आप लोगों को जवाब मिल रहे होते हैं। रात में आंख खुल गई। पानी के लिए उठा
हूं। देख लिया ग्रुप भाई आया किसी का जवाब दे दिया। फिर सो गए वापस। फिर दिन में तो मोबाइल चलता रहता है। अभी-अभी चार्जिंग पे
लगा हुआ है क्योंकि सुबह से मोबाइल चल रहा था। डेली क्विज एंड मॉक्स। तो जब डेली क्विज
हो रहे हैं तो डेली क्विज क्या है? ड्राफ्टिंग सेशन है। प्रैक्टिस। तो अब अगर किसी बच्चे को अगर लेना है ना तो वो अभी
आके सेशन अटेंड कर ले। बाद में ये नहीं बोले कि सर गोइंग कंसर्न किस तरीके से सॉल्व करेंगे? सब्सक्वेंट इवेंट के इस
प्रोसीजर के ड्राफ्टिंग किस तरीके से यह स्टैंडर्ड चीजें हैं जो मैं बता रहा हूं। YouTube पे भी अवेलेबल है। भाई मिनिमम
कॉस्ट पर पोर्टल का एक्सेस अवेलेबल है एसटीडी का। उसके अंदर कोई ट्यूशन फी, कोई प्रॉफिट, कोई भी कोई भी चीज शामिल नहीं
है। सिर्फ पोर्टल का एक्सेस है। कस्टमाइज नहीं है। पूरा बैच है। ले लो। पढ़ लो पढ़ना है। कोई मसला नहीं है। तो जो चीजें
बता दी हैं वो बता दी हैं। अगर पूछना है किसी को और आपको लगता है कि यार ये रिपीटेटिव क्वेश्चन आ रहा है तो आप जवाब
दे दो उसका। अच्छा है। कोई मसला नहीं है। रिपीटेटिव क्वेश्चन भी करो। मसला नहीं है। लेकिन देख लो। इंश्योर कर लो कि यार सारी
चीजें कवर कर चुके हो ऑलरेडी कि नहीं क्योंकि हम कोशिश करते हैं कि कवर करा दें ऑलरेडी। अच्छा स्ट्रेटजी क्या है भाई?
स्टार्ट नाउ। यह 4 महीने पहले ही बोला था मैंने स्टार्ट नाउ। उस वक्त नहीं किया तो अब कर दो।
ठीक है? एलोकेट एटलीस्ट 5 आवर्स टू ऑडिट। अच्छा ये प्रेजेंटेशन जो मैं बना रहा था ना दो
हफ्ते पहले बना रहा था। अब रन रेट बढ़ चुका है। अगर अभी भी किसी ने स्टार्ट नहीं किया ना तो अब 7 घंटे हो चुका है। यह
अब अगर एक हफ्ते बाद स्टार्ट करोगे तो यह हो जाएगा 8 घंटे। उसके एक हफ्ते बाद स्टार्ट करोगे तो मत देना पेपर। छोड़ दो।
सही है? अपने साथ जुल्म करोगे। बेटा ऐड कर लेते हैं WhatsApp ग्रुप में। वो हर जगह तो लिंक आ रहा है यार। हर जगह तो लिंक आ
रहा है WhatsApp ग्रुप का। कर देते हैं। एग्जीक्यूट स्ट्रेटजी विद डिसिप्लिन। भाई 4 घंटे पढ़ना है, 5 घंटे पढ़ना है, 6 घंटे
पढ़ना है, 7 घंटे पढ़ना है, टाइम टेबल बनाओ। स्टैंडर्ड की ना सारी लिस्ट डाउन करो। ये ये स्टैंडर्ड्स हैं और उस पे नंबर
ऑफ आवर्स एलोकेट करो। भाई लेक्चर इतने घंटे का है। अब अगर आप मेरे लेक्चर उठाते हो जिन बच्चों ने रेगुलर पढ़ा हुआ है कोई
बकवासियात नहीं है। शॉर्ट शॉट लेक्चर्स हैं। शॉर्ट शॉट नहीं फुल फ्लैज लेक्चर है। सारे कांसेप्ट के साथ। तो अगर वो देखना है
वो जी। >> सर वो किस स्टैंडर्ड के
>> डेली जो भी पढ़ लो हो पांच घंटे ऑडिट को लगाओ। उन स्टूडेंट्स के लिए जनरल लेक्चर्स कंप्लीट करने प्रैक्टिस किया जाए या
>> अगर आपके पास सिर्फ ऑडिट है तो मैं कहता हूं आप 8 घंटे लगाओ। >> हां बाकी है तो उसके हिसाब से एलोकेट करो।
बाकी है तो उसके हिसाब से एलोकेट करो और टाइम अगर कुछ कहते हैं कि यार टाइम नहीं मिल रहा तो टाइम किस तरीके से निकालना है?
एक पेपर उठाओ। मैं ज्यादातर टाइम स्ट्रेटजी में लगा रहा हूं क्योंकि प्लानिंग में ही ज्यादा टाइम लगता है ना
भाई। रिस्क असेसमेंट में ज्यादा टाइम लगता है। जब रिस्क समझ में आ गया तो प्रोसीजर तो आप कर ही लोगे। और जब प्रोसीजर कर लिए
तो रिपोर्टिंग तो हो ही जाएगी जो आई कैप देगा। सही है? तो सबसे ज्यादा टाइम तो रिस्क प्लानिंग में लगता है। तो इसलिए मैं
आपको समझा रहा हूं। तो भाई एक पेपर उठाओ वन से ले 24 तक काउंटिंग। तो ये क्या है? काउंटिंग नहीं है। नंबर ऑफ आवर्स हैं। दिन
में 24 घंटे हैं। 6 घंटे 7 घंटे नींद के लिए इनफ है। ठीक है? वो आपने एलोकेट कर दिए कि यार मैं रात में 12:00 बजे सो
जाऊंगा और 6:00 बजे उठ जाऊंगा। डॉट। अब जब 6:00 बजे आप उठोगे ना तो आप 6:00 बजे से ले क्या करोगे? रात 12:00 बजे तक
नमाज भी पढ़नी है। घर वालों को भी टाइम देना है। खाना भी खाना है। सीजन भी देखनी है। उससे बात भी करनी है। मतलब दोस्त से
पूछना है कि भाई क्या तुम लोग क्या पेपर पढ़ लिए? जो आप सोच रहे हो वो भी सही है। तो भाई हर चीज के लिए टाइम निकालना है ना।
तो आप उसमें एलोकेट करो और ब्रेक्स दो छोटे-छोटे। सही है? आप जब वो आप निकाल के देखोगे ना
तो आपको पता लग जाएगा कि भाई आई हैव इनफ टाइम। तीन पेपर दे रहे हो। दो पेपर दे रहे हो
भाई एक पेपर तो पढ़ लोगे ना कोई स्टार्ट से भले ऑडिट को लावारिस छोड़ दिया तुमने पढ़ लोगे ना किसी पेपर को तो अब उठा के
ऑडिट को टाइम देना शुरू कर दो ऑडिट हो सकता है अभी भी आप डेली अगर छ से सात घंटे डेली ऑडिट को दो तमीज से लेक्चर पूरे
स्टैंडर्ड पूरे छोड़ना कुछ भी नहीं है सही है अच्छा स्टिक टू योर टाइमलाइंस एंड स्ट्रेटजी जो आज डिसाइड कर लिया ना वो कर
लिया उस पे कायम रहो भूल जाओ यार घर में कोई है खानदान में किसी की शादी भी हो रही है तुम्हारी नहीं हो ना बस तुम्हारे लिए
इंपॉर्टेंट वही शादी है जिसमें तुम दूल्हा हो या आप दुल्हन है। सही और कोई इंपॉर्टेंट नहीं है शादी। छोड़ दो।
खाना बाद में बहुत मिल जाएगा। जब जाओगे ना क्वालीफाई होगे तो सब बुला रहे होंगे तुम्हें। के भाई आप आए हैं चार-चार चांद
लग जाएंगे। और बोल रहे होंगे कि यार यह हमारा जो है कज़न है या जो भी है देख रहे हो।
>> क्वालिफाइड चार्टर्ड अकाउंटेंट 5 लाख। >> चलता हुआ जा रहा है। सही है? तो इस तरीके की होंगी। तो वो चीज़ इमेजिन करो भाई। अभी
टाइम तो इन्वेस्ट करो उस चीज में। अभी आप रॉ मटेरियल हो। रॉ मटेरियल हो। रॉ मटेरियल पे ज्यादा मेहनत लगती है। ज्यादा रगड़ा
लगता है। फिर जाके वो फिनिश प्रोडक्ट बनता है। मार्केट में बिकता है। सही है? तो आप रॉ मटेरियल हो। अभी मेहनत करो। एक्टिवली
पार्टिसिपेट इन लाइव सेशन। अब लाइव सेशन तो ये दो ही लाइव सेशन इसके बाद भी अगर होंगे पार्टिसिपेट करो। ग्रुप में
पार्टिसिपेट करो। ठीक है? एक्टिवली अटेम्प्टिंग डेली क्विज एंड मॉक्स फॉर डायरेक्ट फीडबैक एंड यूज़ मार्किंग स्कीम।
ये चीज हम डिस्कस कर चुके हैं। यूज़ WhatsApp ग्रुप वेल। डोंट शाई इफ यू डोंट वांट टू बी एम्बरेस्ड एट द टाइम ऑफ़
रिजल्ट। तो शर्म का बस्ता ना उतार दो। जो भी है WhatsApp ग्रुप पे भेजो खत्म करो। कोई भी
सवाल होगा कर लेंगे। इसको मैक्सिमम तरीके से यूटिलाइज़ कराओ। सर हर रोज एक स्टैंडर्ड करना चाहिए। उसके बाद क्या करोगे?
हैं? अब जैसे 610 की बात करूं 620 की। ये क्या है? यूजिंग द वर्क ऑफ इंटरनल ऑडिटर। ऑडिटर्स एक्सपर्ट 610 620। अब ये एक-एक
घंटे के स्टैंडर्ड है। अब कर लिया। इसके बाद क्या करोगे? सर आपने तो कहा था रोज एक ही स्टैंडर्ड करना है। तो भाई उसके हिसाब
से देखो क्वांटम के हिसाब से अपना टाइम डिसाइड करो। सही है? खुद स्ेड्यूल अपना बनाओ।
हेल्प अदर स्टूडेंट्स इन सॉल्विंग देयर क्वेरीज। अब अगर गणेश बाबू को किसी चीज के अंदर कोई मसला आया है। फ्रॉड के अंदर मसला
आ गया। इन्होंने सवाल पूछा तो हो सकता है एग्जाम के अंदर बैठ के वो आपको भी इशू आए। तो भाई हेल्प गणेश बाबू एंड हेल्प
योरसेल्फ। सही है? हेल्प गणेश बाबू एंड हेल्प योरसेल्फ। क्योंकि वो आपको भी आ सकता है और कोई क्वेरी पूछी है ना तो जवाब
इसी तरीके से वेल ड्राफ्ट मैनर में भेजो। ऐसा नहीं शॉर्ट यार एनआरवी टेस्ट करेंगे इसमें। एनआरवी का रिस्क है। ओ गोइंग
कंसर्न लग गया। नहीं भाई कैसे लगा? एग्जाम में जिस तरीके से ड्राफ्टिंग करोगे ना उसी तरीके से ड्राफ्टिंग करो और ग्रुप पे भेज
दो। तो ये क्या होगी? ये इनडायरेक्ट प्रैक्टिस है। सबकॉन्शियस माइंड आपका चलता रहेगा। यह प्रैक्टिस आपकी होती रहे। एक वो
प्रैक्टिस है जो आप खुद से कर रहे हो। एक ये प्रैक्टिस है जो आप WhatsApp ग्रुप पे चला रहे हो। तो अब आप उसमें भी ड्राफ्टिंग
फॉर्म में आ जाते हो आप। प्रॉपर ड्राफ्ट करके आप आंसर बताओ। भाई एग्जाम में होगा तो इस तरीके से आप दोगे। ठीक है?
कंप्लीट कोर्स कवरेज। वापस से कह रहा हूं। सिलेक्टिव स्टडी मत करना इस टाइम पे भी नहीं करना। जितना कोर्स है वो 100% तुम
लोगों ने कवर करना लाजमी। अच्छा जी। यहां से चीजें खत्म हो गई। कोई सवाल है किसी का? मजीद और किसी में?
कोई सवाल है? ओपन है। अभी फ्लोर ओपन है 5 मिनट के लिए। सर पास्ट पेपर की प्रैक्टिस कैसे करें?
गाइड कर दें। बेटा पास्ट पेपर आपने खोलने हैं। पेन लेना, कॉपी लेना शुरू हो जाना है। सही
यार देखो अगर किसी बच्चे ने अगर लेक्चर्स नहीं लिए ना टॉपिक वाइज तो लेक्चर ले रहा है। अभी अभी भी ले रहा है। तो आप ये काम
कर लोगे अगले 10 दिन तक एक महीना है ना एग्जाम में। अगले 15 दिनों तक टॉपिक वाइज़ पास्ट पेपर की प्रैक्टिस कर ली। लाइक 210
उठाया, 210 के पास्ट पेपर देख लिए। 330 उठाया देख लिए। 315 उठाया देख लिए। 240 उठाया देख लिए। 500 उठाया देख लिए। 550
उठाया, 560 उठाया, 570 उठाया। सही है? 701 उठाया, 706 उठाया। समझ में आ रहा है? सही है चैप्टर नहीं बोल रहा मैं। तो ये उठाया,
देख लिए, कर लिए। आखिरी के जो 15 दिन रह गए ना तुम्हारे, आखिरी के जो 15 दिन रह गए, वहां पर आपने उठाया पूरा-पूरा एक
पेपर, 3 घंटे का। 3 घंटे का पेपर उठाया और उसको उठा के सॉल्व करना शुरू कर दिया। और जो आप पास्ट पेपर की प्रैक्टिस भी करो
ना यह आपने प्रैक्टिस करनी है 1.5 फैक्टर पर। अगर आप डिवाइड करो कितने मिनट्स होते हैं एग्जाम के अंदर? आपके 180 मिनट होते
हैं। 180 मिनट्स होते हैं 100 मार्क्स के लिए। डिवाइड करो तो बनता है 1.8। इसका मतलब आप एक नंबर के लिए भी 1.8 मिनट
से ज्यादा ऊपर स्पेंड नहीं कर सकते। करना ही नहीं है। हराम है। कुल्लू हरामन। आपने प्रैक्टिस किस चीज पे करनी है? 1.5 के
फैक्टर पे करनी है। कि एक नंबर को लेने के लिए 1 1/2 मिनट है आपके पास। उससे ज्यादा का मिनट नहीं है आपके पास। टाइम ही नहीं
है। बढ़ जाओ आगे। तो 1.5 पे कर लो। कुछ बच्चे होंगे जो 1.4 पे भी प्रैक्टिस कर लेंगे। कर लो। इससे क्या होगा? टाइम
बचेगा। अब जिस सवाल पे ज्यादा सोचने का टाइम आपको चाहिए ना उस सवाल पे फिर वापस से आ जाओ। बहुत टाइम बचेगा आपका। सीए
फाइनल का पेपर 9:00 बजे शुरू होता है। 12:15 पे खत्म होता है। जो मैंने पेपर दिया। तो मेरा पेपर कभी जिंदगी में पूरा
नहीं हुआ था। उस अटेम्प्ट में पूरा हो गया। और ऑडिट का कैफ का जो पेपर है तुम लोग का और सीए फाइनल का जो सी5 का पेपर है
वह दोनों पेपर मैंने इस तरीके से अटेम्प किए थे कि क्वेश्चन नंबर वन से लेके क्वेश्चन नंबर 10 तक जो लास्ट क्वेश्चन था
सारे लाइंस अटेम्प्ट किए थे तो कॉन्फिडेंस का वो लेवल था प्रैक्टिस का वो लेवल था तो ये आ जाता है टाइम टू टाइम प्रैक्टिस का
और जब मैं ऑडिट फाइनल का पढ़ भी रहा था तो माइंड में यही था कि यार ये मैं पढ़ नहीं रहा हूं ये मैंने पढ़ाना है आपको जब पता
है जब टीचर एक एग्जाम में बैठता है तो फिर उसकी अप्रोच क्या होती है और जब मैंने वो पढ़ना पढ़ा पढ़ना शुरू किया इस
पर्सपेक्टिव से कि यार ये सब्जेक्ट मैंने आके पढ़ाना है। तो वो वो इंतहाई बेकार किस्म के सवाल आना शुरू हुए ना माइंड के
अंदर जो कभी नहीं आते थे। क्योंकि क्लास में तो हर किस्म का बच्चा होता है। सर ये पूछ लिया तो क्या होगा? वो पूछ लिया तो वो
उस तरह से दिमाग चलना शुरू हो जाता था। फिर दिमाग चलते-चलते ये एग्जामिनर ने पूछ लिया तो क्या होगा? तो सिनेरियोस बनते गए।
प्रैक्टिस होती गई। ऑडिट पूरा तैयार हो गया। जब वो ऑडिट तैयार हो गया। मैं पास हो गया। मैं टीचिंग के अंदर आ गया। क्योंकि
वादा किया हुआ था कि ऑडिट निकल गया तो कोशिश करूंगा हर बच्चे का ऑडिट निकले। किसी बच्चे का ऑडिट ना रुके। ठीक है? तो
ये एक चीज आपने करनी है भाई 1.5 या 1.4 के फैक्टर पे आपने 3 घंटे वाले पास्ट पेपर उठाने हैं करने हैं और जो भी आप पास्ट
पेपर कर रहे हो मार्किंग स्कीम सामने रखना एग्जामिनर कमेंट सामने रखना सजेस्टेड आंसर सामने रखना पॉसिबिलिटी है पॉसिबल ज्यादा
पुराने पास्ट पेपर मत उठा के देख लेना एक बच्चा है 2006 का उसने पास्ट पेपर उठा के देखा उसने बोला एक ऑडिट पार्टनर है कंपनी
का ऑडिट कर रहा है और उसकी बीवी जो है ना वहां की चीफ फाइनेंसियल ऑफिसर है। अब मुझे बताओ कभी मिस्टेटमेंट पकड़ेगा वह? वो मिस
स्टेटमेंट पकड़ेगा वो सीधा उसके बाल पकड़ेगी। तूने मेरी गलती पकड़ी। तू घर आ। तू घर आ मैं बताती हूं। सही है? तो ये
चीजें शुरू हो जाएंगी। उस टाइम पे स्टैंडर्ड कुछ और थे। बाद में ऑडिटर्स की पिटाई लगनी शुरू हुई। सही है? तो
स्टैंडर्ड ने बोला नहीं यार बहुत हो गया। ऑडिटर्स जो है ना वो अजीब-अजीब शक्लें हो रही है। दूसरे दिन आते हैं तो चप्पलों के
निशान होते हैं सर पे। तो अब छोड़ दो भाई। ये क्लोज रिलेशनशिप हो तो आप ऑडिट एक्सेप्ट कर ही नहीं सकते। हैं। यहां तो
इंडिपेंडेंस का इशू आ जाता है। फमिलियरिटी थ्रेट का इशू आ जाता है। आप कर ही नहीं सकते। इसको इस चीज़ का नाम दे दिया।
बैकग्राउंड कुछ और था। ठीक है? वही था जो मैंने बताया आपको। बैकग्राउंड। अब अगर आप 2006 के सात के पांच के पास पेपर उठा के
प्रैक्टिस करोगे और आप बोलोगे कि सर ये तो सजेस्टेड आंसर के साथ मैच नहीं कर रहा हमारा। जो हमने पढ़ा है कांसेप्ट मैच ही
नहीं कर रहा है। तो मैच कैसे करेंगे? आप चले गए हो बहुत पीछे। तो अगर कोई ऐसा सवाल भी है तो आप भेजो। अगर पुराना ठीक है
आपने। उठा लिया सवाल। आप भेजो और लोगों को बोलो कि यार आपकी हेल्प करें कि यार इसका आंसर क्या होना चाहिए? आपको खुद पता है
आंसर क्या होना चाहिए। लेकिन आप कंफ्यूज खुद भी होते हो। आप दूसरों को भी कंफ्यूज करते हो। 2 मिनट तो मैं हैरान हो गया था
यार ये क्या भेजा है? फिर मैंने उसको बोला ये पास्ट पेपर का क्वेश्चन नहीं है। फिर उस बच्चे ने एडमिट किया सर ये 2006 का
सवाल है। अब 2006 तक पहुंचा कैसे भाई? पहले तो यह सवाल है। 2006 तक पहुंचा कैसे? वही पहुंचेगा जिसने सारे पास पेपर कर लिए
हो। और जिसने सारे पास पेपर कर लिए हो तो फिर तो आप पढ़ाने की तैयारी करो कैफ को। सही है। 2006 तक तो जाने की बात ही नहीं
है। किस अटेम्प्ट के करें? किस अटेम्प्ट के करें भाई लेटस से उठाओ शुरू कर दो लेटस से
उठाओ शुरू कर दो कोई मसला नहीं है सही है रोज एक 3 घंटे का सवाल उठाओ करना शुरू कर दो उसके अंदर क्या होगा जब आप चेक करोगे
ना तो आपको पता लगेगा कि यार इस टॉपिक के अंदर वीकनेस आ रही है लाइक सब्सक्वेंट इवेंट का सवाल आया मुझे पता ही नहीं चल
रहा कौन सा ऑब्जेक्टिव से सवाल आया है दो-तीन ऑब्जेक्टिव है ना उसके हैं भाई सब्सक्वेंट टू द रिपोर्टिंग डेट हो गया तो
क्या ऑडिट रिपोर्ट इशू नहीं की है तब क्या ऑडिट रिपोर्ट इशू कर दिए फाइनेंसियल स्टेटमेंट भी इशू हो गया तब क्या तो ये
बड़ा जरूरी है किस स्टेज से सवाल है उसी स्टेज से जवाब दोगे आप सही है? तो अगर यह चीज़ आपको ग्रिप में नहीं हो रही है तो जाओ
560 के वापस से लेक्चर देख लो। स्टैंडर्ड उठाओ, पढ़ना शुरू कर दो। नोट्स से पढ़ना शुरू कर दो। नोट्स प्रोवाइड दैट स्टैंडर्ड
से बनो कंप्लीट हो। ठीक है? तो वो पढ़ना शुरू कर दो। जी बेटा रिकॉर्डिंग अवेलेबल होगी। सेशन
रिकॉर्ड भी हो रहा है। YouTube पे भी अवेलेबल होगा। Facebook पे भी लाइव आ रहा है। एसटी के पेज पे तो आप वो भी देख सकते
हैं। ठीक है। और कोई सवाल है भाई? सर एटलीस्ट कितनी अटेम्प करनी चाहिए?
जितनी कर सकते हो उतनी कर लो। जितनी कर सकते हो उतनी कर लो। इंटरनल कंट्रोल और सस्टेंटिव के लिए आज और कल की
क्लासेस इनफ है। अब हां बेटा इनफ है। ये दो क्लासेस जो है ना वो ऐसी क्लासेस हैं। इसके बाद आपको पढ़ने की जरूरत ही नहीं
होगी। उठाना और किताबें बंद कर देना। ये इतना सेल्फ सफिशिएंट है ना इसके बाद आप सो जाना। नींद की दवाइयां ले लेना और एकदम
एग्जाम से एक रात पहले आप उठना और चले जाना आप। मेरी क्लासेस के बाद जरूरत पड़ेगी नहीं आपको किसी भी चीज की। ठीक है?
अब वही सवाल आते रहेंगे सवाल। कोई मसला नहीं है। जवाब मिल गया ना? सर समरी नोट्स मिल सकते हैं। मिल जाएंगे। सर आप पूरा
ऑडिट डिटेल में पढ़ाएंगे दो क्लास में। बस ये बता। जी बेटा। मैं पूरा ऑडिट डिटेल में पढ़ाऊंगा। एक-एक चीज एक-एक कांसेप्ट आपको
समझाऊंगा। सही है? आ गया ना भाई समझ में? सही है? प्रैक्टिकल आपको एक एग्जांपल भी हम दिखा रहे हैं चीजों की। अच्छा ये जो
पावर प्ले है जो हमारे सेशंस वगैरह चल रहे हैं और ग्रुप में जो भी स्ट्रेटजीस वगैरह चल रही है ऑडियो ऑडियो चल रहे हैं तो
इसमें जो है ना बहुत एक थॉट प्रोसेस है पूरी एक ये नॉर्मल वर्कशॉप नहीं ऑडिट की जिस तरीके से होती है दो दिन हुई एक दिन
हुई और खत्म हो गया ये साथ जो है ना एग्जाम तक चलता रहेगा एंड इट इज़ ट्रूली इंस्पायर्ड बाय सर तारिक टुनियो और उनका
बहुत बड़ा इसके अंदर रोल है जिनका जो चल रहा है 10 से 10 तो आज उनका वो आखिरी सेशन है टेक्स्ट का और ये वो चलाते आ रहे हैं
पिछली काफी अटेम्प्ट से और वो अवेलेबल भी रहते बच्चों के लिए तो वही कांसेप्ट मैंने कोशिश की है कि मैं उसको यहां पर
इंप्लीमेंट करूं ऑडिट के लिए और मैं भी आप लोगों के साथ अवेलेबल रहूं ताकि कोई भी अगर मुश्किलात है वो आपकी सॉल्व कर सके
इसमें तो उनका बड़ा इसमें इनपुट था कि यार इस पूरे वर्कशॉप को इस पावर प्ले को आप किस तरीके से डिजाइन करेंगे चीजों को लेके
चलेंगे उसके साथ-साथ जो एसटीडी एडमिन है जिनसे आप कम्युनिकेशन में होंगे राबते में होगे मारूफ हैं अवैस हैं अली गहर हैं अवैस
सुनियो हैं और अब्दुल वासे हैं हमारे जो जबरदस्त एडिटर हैं वीडियो के आप जो देखते हो आती हैं उनका बहुत बड़ा रोल है अच्छा
अच्छा ये तो आपकी जो एडमिनिस्ट्रेटिव या मार्केटिंग टीम है वो हो गई। इसके अलावा एक छोटा सा मैंने जो है ना वो वर्किंग
ग्रुप अपना बनाया हुआ था। उसमें कुछ ट्रेनीज़ वगैरह भी शामिल है और एक आप लोगों की क्लास की स्टूडेंट भी शामिल हैं। एक तो
तैरीम फातिमा जो जनरल सेक्रेटरी है कासा की उनका बहुत-बहुत शुक्रिया कि भाई उन्होंने कासा के साथ इस चीज को मर्ज
किया। एसटीटी ने जब मुझे अप्रोच किया और तहरीम ने जब अप्रोच किया उसमें आधे घंटे का डिफरेंस था और उस आधे घंटे के डिफरेंस
क्योंकि मैसेज सुपर नीचे थे मैंने देखा यार एसटीटी कासा एसटी का मैंने कहा कोलैबोरेट हो सकता है। ठीक है? ठीक है? और
इसको हम एक बड़ा वो इवेंट बना सकते हैं, चीजें कर सकते हैं। तो वंस अगेन थैंक्स टू तैरीम फातिमा एंड होल कासा और उसके
साथ-साथ जो मेरे साथ रहे हैं इसमें टेक्निकल टीम में हसान मोती एक्टिव मेंबर हैं कासा के और जीटी से आर्टिकलशिप कर रहे
हैं। अर्शला हुसैन मेरे साथ ही काम करती हैं वीडियो में और अलीशबा शमसी आप लोगों के साथ रेगुलर क्लास में वो मौजूद हैं। तो
इन लोगों का काफी इसमें रोल रहा है। जो आप लोग देखेंगे ना छोटे से चूर्ण मैं आपको बना के दूंगा। वो चूर्णन बनाने में ना इन
लोगों को काफी रोल रहा है। तो ये लोग कंपाइल करके चीजें देते रहे और मेरी नोट्स उठा के स्टैंडर्ड देख के पास देख के और वो
मैंने तैयार की इंशाल्लाह ताला वो आप लोगों को देंगे। ठीक है? तो ये भी बहुत एक इंपॉर्टेंट चीज है कि यार जिन लोगों ने
आपको हेल्प की है और जिनके जरिए ये सब चीजें हो रही हैं उनको भी एप्रिशिएट करना बनता है। चलें जी। ऑडिट का स्टार्ट करते
हैं। क्या टॉपिक सबसे पहले स्टार्ट करें? चीख टपा टमटम। यह नहीं बोलूंगा मैं। सही है? अच्छा जी
विज़िबल हो रही है ना स्क्रीन आप लोग को? अच्छा जी। हम तो स्टार्ट करते हैं जरा ऑडिट का थोड़ा सा फ्लेवर लेते हैं
कि भाई ऑडिट है क्या? कलर भी चेंज कर देते हैं और कलर रखते हैं ब्लैक।
ऑडिट क्या है भाई? ऑडिट इज़ एन इंडिपेंडेंट एग्जामिनेशन ऑफ़ फाइनेंसियल स्टेटमेंट। सर, ये तो बेसिक से शुरू कर रहे हैं। मैं
रॉकेट यूं उड़ा दूंगा। अभी चाबी घुमा रहा हूं मैं बस। ठीक है? तो ऑडिट के अंदर सबसे पहले हम देखते हैं भाई थ्री पार्टी
सबसे पहले इस दुनिया में आया शेयरहोल्डर। शेयरहोल्डर अकेला कंपनी नहीं चला सकता था। उसको जरूरत पड़ी किन लोगों
की? मैनेजमेंट की। मैनेजमेंट की जरूरत पड़ी। मैनेजमेंट जो है ना उल्लू बनाने लगी
शेयरहोल्डर्स को कि भाई प्रॉफिट नहीं हो रहा। लॉस हो रहा है और पैसा दो। शेयरहोल्डर ने बोला फाइनेंसियल
स्टेटमेंट्स बनाना शुरू करो। फाइनेंसियल स्टेटमेंट्स बनाने की कोई ना कोई बेसिस होनी चाहिए वो बेसिस क्या बनी?
>> बोलते रहो। आईएफआरएस आईएफआर एस बनी बेसिस। अब शेयरहोल्डर का शक हुआ यार स्टैंडर्ड मौजूद है। हो सकता है कि ये फाइनेंसियल
स्टेटमेंट आईएफआरएस के हिसाब से ना बने। हो सकता है क्या? ये फाइनेंसियल स्टेटमेंट आईएफआरएस के हिसाब से
>> ना बने। देयर इज़ अ रिस्क दैट क्लासिफिकेशन, प्रेजेंटेशन, डिस्क्लोज़र इन द फाइनेंसियल स्टेटमेंट्स हैव नॉट बीन
प्रिपयर्ड और प्रेजेंटेड इन अकॉर्डिस विद एप्लीकेबल फाइनेंसियल रिपोर्टिंग फ्रेमवर्क। इसका मतलब फाइनेंसियल
स्टेटमेंट शुड बी प्रिपयर्ड इन अकॉर्डिस विद आईएफआरएस। यह इक्वल का साइन होना चाहिए बीच में। अगर ये नॉट इक्वल टू का
साइन है ना तो इसका मतलब क्या है? फाइनशियल स्टेटमेंट में सर ये मिसटमेंट्स इमटेरियल भी हो सकती
हैं, मटेरियल भी हो सकती है, मटेरियल प्लस परवेजिव भी हो सकती हैं। आगे देखेंगे। सर रिस्क तो आ गया ना मिसटमेंट है। हो सकता
है फाइनेंसियल स्टेटमेंट आईआरएस के हिसाब से ना बने हो। तो शेयरहोल्डर को जरूरत पड़ी एक इंडिपेंडेंट बंदे की। वो
इंडिपेंडेंट बंदा कौन हुआ? ऑडिटर को अपॉइंट किया कि तुम ऑडिट करो फाइनेंसियल स्टेटमेंट्स का आईएफआरएस के
हिसाब से। और मुझे बताओ कि क्या ये फाइनेंसियल स्टेटमेंट आईआरएस के हिसाब से बने कि नहीं बने? तो ऑडिटर क्या देता है?
>> ऑडिट रिपोर्ट देता है, ओपिनियन देता है? ऑडिट रिपोर्ट देता है या ओपिनियन देता है? आवाज आई थी रीज़नेबल इंश्योरेंस की।
रीज़नेबल इंश्योरेंस क्या है? व्हाट इज़ रीज़नेबल अश्योरेंस? >> कितनी हाई? 15, 15वें फ्लोर की, छठे फ्लोर
की। सातवें हाई लेवल क्या? >> हां। 90% >> 90% और
>> बस >> भाई हाई लेवल ऑफ़ अशोरेंस नॉट एन एब्सोल्यूट लेवल ऑफ़ अशोरेंस। ठीक है? हाई
लेवल ऑफ़ अशोरेंस >> नॉट एब्सोल्यूट लेवल ऑफ़ अशोरेंस। क्यों? >> बिकॉज़ ऑफ़
>> क्या होती है ये इनहेरिट लिमिटेशंस? >> हां बोलो मजा आएगा। हां। मैनेजमेंट >> मैनेजमेंट
>> ओवराइड कर दी। अच्छा मैंने यहां पे तीन छज्ज बनाए। >> 1 2 3 हां बोलो।
>> ह्यूमन एरर और >> टाइम फ्रेम फ्रॉड और >> हां
>> सैंपलिंग और >> आप भी बोल दो हाई लेवल नॉट एन एब्सोल्यूट। हां भाई ऑनलाइन वालों बताओ भाई
भाई नेचर ऑफ़ फाइनेंसियल स्टेटमेंट्स फाइनेंसियल स्टेटमेंट में क्या होता है एस्टीमेट्स होते हैं जजमेंट होते हैं सब
चीजें इसके अंदर आ गई जितने भी पॉइंटर बता रहे थे सब आ गया नेचर ऑफ ऑडिट प्रोसीजर सैंपलिंग मटेरियलिटी कासेप्ट सब इसके अंदर
आ गए एक और बचा क्या टाइम एंड कॉस्ट सर करने के लिए ऑडिट करने के लिए मेरे पास टाइम भी कम है। क्यों? क्योंकि ईयर एंड के
4 महीने के अंदर एजीएम करवानी है। जिन बच्चों ने कंपनी लॉ पढ़ा है उनको पता है कि यार 21 दिन पहले तो नोटिस देना है। सर
21 दिन पहले नोटिस देना है। इसका मतलब दो-ती दिन पहले तो तैयारी करनी है। प्रिंटवेंट होना है। ज्यादा टाइम इसके लिए
भी चाहिए। सर उससे पहले बोर्ड ऑफ़ डायरेक्टर्स की मीटिंग होनी है। सर बोर्ड ऑफ़ डायरेक्टर्स की मीटिंग के लिए 7 दिन का
नोटिस चाहिए। ऑडिट कमेटी होनी है सर। उससे पहले भी मैनेजमेंट और ऑडिटर के बीच में रूबर्स डायलॉग होते हैं। बिफोर
फाइनलाइजिंग द फाइनेंसियल स्टेटमेंट या ऑडिट रिपोर्ट। एक ड्राफ्ट जाता है ना मैनेजमेंट की तरफ से। ऑडिटर क्या कहता है?
उस पे ड्राफ्ट ऑडिट रिपोर्ट देता है। वो ऑडिट रिपोर्ट जाती है बोर्ड ऑफ़ डायरेक्टर या ऑडिट कमिटी के पास। ऑडिट कमेटी रेकमेंड
करती है बोर्ड को। बोर्ड रेकमेंड करता है शेयरहोल्डर को। सर इसके अंदर तो लंबा चौड़ा टाइम चाहिए। 1ढ़ महीना तो उस प्रोसेस के
अंदर चाहिए। टाइम बचा कितना? सर हार्डली कोई 2 महीने, 1ढ़ महीने या बहुत हो गया। बहुत तीर मार लिया। सवा दो महीने बचे हैं।
सर 2 सवा दो महीने के अंदर वो काम आपने करना है जो मैनेजमेंट ने पूरे 12 महीने में बैठ के किया है। और आपने वो काम करके
कहना है फाइनेंसियल स्टेटमेंट्स हैव बीन प्रिपयर्ड इन अकॉर्डिस विद आईएफआरस एंड देयर इज़ नो मटेरियल मिस स्टेटमेंट। ये काम
आपने करना है। तो लिमिटेड टाइम एंड लिमिटेड कॉस्ट। ठीक है? तो ये चीज़ हैं। अच्छा ऑडिट ओपिनियन देने के लिए एक चीज़ की
जरूरत होती है। >> एविडेंस। >> एविडेंस। क्या?
सफिशिएंट एप्रोप्रियट ऑडिट >> एविडेंस >> एविडेंस सर ये ये तो 700 में चला गया ये
चला गया 705 पे चला गया सर सफिशिएंट एप्रोप्रियट ऑडिट एविडेंस का कौन सा स्टैंडर्ड है
>> 500 >> आइजा 500 200 बोल रहे हो >> आइजा 500 ठीक है सफिशिएंट एप्रोप्रियट
ऑडिट एविडेंस का कौन सा स्टैंडर्ड है 500 अच्छा आइजा 500 का ऑब्जेक्टिव उठा के देखोगे ना तो ऑब्जेक्टिव आपको ये बोलेगा
टू फॉर्म अ बेसिस फॉर योर ओपिनियन 700 है स्टैंडर्ड ओपिनियन का 700 का आप ऑब्जेक्टिव उठा के देखोगे वो फेंक देगा
500 पे कि आपने ओपिनियन ले लिया आपने ऑडिट एविडेंस ले लिया फिर आप ओपिनियन दे रहे हो इसका मतलब सर अगर आपने सफिशिएंट
एप्रोप्रियट ऑडिट एविडेंस हासिल नहीं किया है क्वेश्चन के अंदर क्लियरली गिवेन है सफिशिएंट एप्रोप्रियट ऑडिट एविडेंस हासिल
नहीं किया है अब स्कोप लिमिटेशन 705 के तहत स्कोप लिमिटेशन अब जब स्कोप लिमिटेशन आ गई है तो अब अगर तो वो मटेरियल है सर ये
कैसे पता चलेगा मटेरियल है मटेरियल फर्स्ट प्रोविज़िव है। मिस स्टेटमेंट तो पता ही नहीं लगी है।
भाई 705 705 में ओपिनियन दे रहा हूं मैं। सही है। कौन-कौन सी ओपिनियन आती है? >> क्वालिफाइड
एडवर्स डिस्क्लेमर ओपिनियन है। >> डिस्क्लेमर ऑफ ओपिनियन है। ठीक है?
डिस्क्लेमर ऑफ >> ओपिनियन है। अच्छा क्वालीिफाइड मैं दे रहा हूं। जब मैं ऑडिट एविडेंस ऑब्टेन कर चुका
हूं। जब मैं ऑडिट एविडेंस ऑब्टेन यह नजर आ रहा है ना? इसको और मोटा करूं थोड़ा >> समझ में आ रहा है? अच्छा ऑडिट एविडेंस
ऑब्टेन कर चुका हूं या ऑडिट एविडेंस ऑब्टेन नहीं कर चुका। जब मैं ऑडिट एविडेंस ऑब्टेन कर चुका हूं तो मैं क्या देता हूं?
>> क्वालिफाइड ओपिनियन देता हूं। और मैं क्या लिखता हूं? इफेक्ट ऑफ मिस स्टेटमेंट। >> इफेक्ट ऑफ
>> मिस स्टेटमेंट। मटेरियल है या इधर क्या है? मटेरियल प्लस >> परवेसिव है। जब मुझे ऑडिट एविडेंस नहीं
मिला। जब मुझे ऑडिट एविडेंस नहीं मिला और उसका इफेक्ट किसका इफेक्ट? नहीं इसका नहीं यार। कहां गया? इसका इफेक्ट मटेरियल प्लस
परवेज या मटेरियल है। किस चीज का? >> कौन सी मिस स्टेटमेंट? >> कौन सी मिसटमेंट? एविडेंस मिला? कौन सी
मिस्टेटमेंट की बात कर रहे हो? स्कोप लिमिटेशन है। यार यह तो हिला दिया पूरा। हां।
भाई क्या हो गया इसको? कौन सी मिस स्टेटमेंट भाई? जल्दी बताओ। ऑडिट के चीतों एक महीने बाद
पेपर है। हां भाई पॉसिबल इफेक्ट ऑफ़ मिस स्टेटमेंट। सईद अहमद। पॉसिबल इफेक्ट ऑफ़ मिस स्टेटमेंट। क्योंकि मुझे नहीं पता भाई
मिसटमेंट है भी कि नहीं है। लेकिन मेरे अंदाजे के मुताबिक मिसटमेंट अगर होती है इसके अंदर तो इंपैक्ट मटेरियल है या
मटेरियल प्लस परवेजिव है। पॉसिबल इफेक्ट ऑफ मिस बहुत बड़ा फर्क पड़ता है इससे। बहुत बड़ा फर्क पड़ता है कि अगर आप
डिस्क्लेमर दे रहे हो या आप क्वालीिफाइड दे रहे हो। आपको ऑडिट एविडेंस नहीं मिला तो मिस स्टेटमेंट का वर्ड यूज़ नहीं करना।
आपने करना है पॉसिबल इफेक्ट ऑफ मिस स्टेटमेंट्स। उसका इफेक्ट मटेरियल है तो ये होगा। मटेरियल परवेजिव है तो ये होगा।
सर मटेरियल कहां जाके बनता है? प्लस परवेसिव जाके कहां बनता है? ये चीजें हम आपस में आगे जाके डिस्कस करेंगे। ठीक है?
अच्छा जी। सबसे पहले जो ऑडिट के अंदर होती हैं आपकी चीजें वो होती है >> प्रीलिमिनरी
इंगेजमेंट। >> क्या होती है भाई ये? >> हां। और क्या-क्या करते हैं जल्दी-जल्दी।
>> हां। और सारे बच्चे बोलो जल्दी से जल्दी से जल्दी
से जहाज उड़ने वाला है >> सर क्लाइंट का >> कनेक्ट नहीं करोगे लटक जाओगे हम
>> क्लाइंट का बैकग्राउंड >> क्लाइंट का बैकग्राउंड चेक करते हैं >> क्या
>> और >> सर नंबर ए पे मैं लिखता हूं क्लाइंट
एक्सेप्टेंस कंटीन्यूस प्रोसीजर्स सर अगर फर्स्ट ईयर ऑफ क्लाइंट
है तो कौन से प्रोसीजर्स हैं >> एक्सेप्टेंस वाले अगर सेकंड ईयर है रिकरिंग ऑडिट है कौन से प्रोसीजर हैं
>> कंटीन्यूअस वाले सर कौन-कौन से प्रोसीजर होते हैं इसमें कॉम्पी
टेंसी कैपेबिलिटी क्या वेदर दी ऑडिटर या ऑडिट फर्म शुड बी
एबल टू परफॉर्म दैट ऑडिट फर्ज करो एक किसी फर्म के पास बैंक ऑडिट आ गया उसके पास एक्सपर्टीज ही नहीं है आईटी की टीम नहीं
है उसके पास किस तरीके से काम करेगी एक पासवर्ड में इस तरह का सवाल है भाई कि एक फर्म है उसके पास इंश्योरेंस कंपनी का
ऑडिट आ गया और उसके पार्टनर के पास इंश्योरेंस कंपनी की नॉलेज है आया है देखा है?
>> अब बताओ एक्सेप्ट करेगी कि नहीं करेगी? >> एक्सेप्ट करेगी कि नहीं करेगी? >> हां सवाल सबको पता है। जवाब नहीं पता। हां
>> नहीं करेगी। >> करेगी सर। रास्ता है। >> ऑडिट के अंदर हमेशा अल्टरनेट प्रोसीजर
सोचना >> कि ऑडिटर अपने ऑडिट ऑब्जेक्टिव पे किस तरीके से पहुंच सके?
>> सही है भाई। आप ये देखो न्यू हायरिंग भी कर सकते हो। >> मना किया है।
>> आउट ऑफ द बॉक्स सोचो ना भाई। भाई जिनको इंश्योरेंस का एक्सपीरियंस है, एक्सपर्टीज है, आप उनको हायर कर लो। सही है? इस चीज
को देखो यार पार्टनर के पास एक्सपर्टीज है। मैनेजर के पास एक्सपर्टीज है। वो एक्सपर्टीज टीम तक कैसे ट्रांसफर होंगी?
>> टीम को कैसे ट्रेनिंग देंगे? ओवरव्यू मैकेनिज्म किस तरीके से रखोगे? कि यार ऑडिट टीम जो कर रही है उसको कंप्लीट नॉलेज
भी हो इंश्योरेंस सेक्टर की या बैंकिंग सेक्टर की और उसको ये फील भी ना हो कि यार उसको पता नहीं है बैंकिंग सेक्टर के बारे
में। वो जब जाए तो उसको पता हो कि यार यह काम किस तरीके से होता है। सर यह प्रोसीजर कर लोगे आप। मना नहीं करना कभी। बीइंग एन
ऑडिटर आप कभी मना नहीं करते। आप हमेशा सोचते हो हां अगर इन सब चीजों के बाद आपको लगता है कि यार रास्ता नहीं है मेरे पास।
अदर दैन क्विटिंग तो फिर आप क्विट करोगे। आप बोलोगे यार मैं आपका ऑडिट एक्सेप्ट नहीं कर सकता। मजीद बंदे हाय नहीं कर
सकता। मैकेनिज्म नहीं बना सकता। पॉलिसी प्रोसीजर नहीं बना सकता। ट्रेनिंग नहीं करवा सकता। ट्रेनिंग्स नहीं करवा सकता।
मैं मीटिंग्स अटेंड नहीं करवा सकता। तब मैं ऑडिट एक्सेप्ट कर ही नहीं सकता। सॉरी कोई मसला नहीं। लेकिन एक अल्टरनेट
प्रोसीजर चलना चाहिए। वो अल्टरनेट ऑडिट प्रोसीजर सिर्फ कंफर्मेशन में नहीं है। स्कोप लिमिटेशन में नहीं है। ऑडिट
प्रोसीजर जिंदगी भर चलेगा आपकी। सही है? कभी वो बात नहीं करती है तो तुम चले जाते हो ना बात करने। हां। ये क्या है?
अल्टरनेट प्रोसीजर है। और कभी-कभी बात नहीं हो पाती तो क्या आ जाता है? फिर आ जाता है स्कोप लिमिटेशन। लेकिन आप कोशिश
तो करते हो ना अल्टरनेट प्रोसीजर परफॉर्म करने की। सही है? वो भी नहीं हो पाता तो आप किसी और के थ्रू जाते हो। हां कि बात
हो जाए किसी तरीके से। क्लाइंट की बात कर रहा हूं। ऑडिट एविडेंस मिल जाए। यार मुस्कुराहट जो है ना कहीं और बता देती है
मुझे। फिर वो गुम हो गया वो। चला गया था ऑर्डर। तो अल्टरनेट प्रोसीजर हमेशा से ऑन रहता है आपका। अच्छा यार कॉम्पटेंट है कि
नहीं है? एक कॉम्पिटेंसी एक दूसरी चीज है। कैपेबिलिटी एक अलग सी चीज है। दोनों में फर्क है। कॉम्पिटेंसी इज़ अ कोर
कॉम्पिटेंसी। कि भाई फर्ज करो फर्म के अंदर जो है ना वह 100 लोग हैं। एग्जांपल है 100 लोग हैं। और 100 के 100 लोग जानते
हैं कि बैंक का ऑडिट किस तरीके से करते हैं। ठीक है? लेकिन इस फर्म के पास 10 बैंकों
के क्लाइंट हैं। 10 बैंक्स हैं जिसका ऑडिट कर रहे हैं। और हर बैंक पे 10 बंदे हैं। अब मुझे बताओ कॉम्पिटेंट हैं।
>> कैपेबल हैं? >> कैपेबल नहीं है। क्यों? सफिशिएंट रिसोर्सेज अवेलेबल नहीं है। तो दिस इज़ द
डिफरेंस बिटवीन कॉम्पिटेंसी एंड कैपेबिलिटी। आप कॉम्पिटेंट हो लेकिन कोई चीज आपको करने से रोक रही है। शैतान आपको
करने से रोकेगा। तो वो कैपेबिलिटी पे आ जाता है आपका। कॉम्पिटेंट आप हो। कैपेबिलिटी पे बात आ जाती है। ठीक है?
अच्छा जी। नंबर टू इज़ एथिकल। >> इसके अंदर कोड ऑफ़ एथिक्स भी आ जाता है
आपका। इसके अंदर कंपनी लॉ भी आ जाता है। मेनली आ जाता है ऑडिटर इंडिपेंडेंट रहेगा कि नहीं रहेगा? मेनली ये चीज आ जाती है।
ठीक है? इसी पर पूरी दुनिया चल रही है। इंटेग्रिटी ऑफ बैकग्राउंड चेक कि भाई इनके डायरेक्टर,
सीनियर मैनेजर कहीं फ्रॉड में इन्वॉल्व तो नहीं है। भाई सीईओ ने अभी ज्वाइन किया है लेटेस्ट कंपनी को। अभी जॉइन किया है। सर
जो कंपनी सीईओ ने छोड़ी है उस कंपनी के अंदर फ्रॉड हो रहे थे। सीईओ का नाम था उसके अंदर या किसी तरह से इन्वॉल्व था। तो
अब मसला इस कंपनी के साथ भी आ सकता है। तो ऑल्टर चेक कर लेगा। ठीक है? सर पिछली इंगेजमेंट्स में आप रिकरिंग ऑडिट
करते आ रहे थे ना। सर कोई ऐसा मैटर था जो बहुत ही ज्यादा सिग्निफिकेंट था। मैनेजमेंट से बहुत ज्यादा बहस हुई है। कोई
फ्रॉड का इंस्टांस था। कोई एडजस्टमेंट पे बात हो गई थी। रिलेट पार्टी पे बहस हो गई थी। स्ट्रिक्ट टाइमलाइंस थी। मैनेजमेंट
नहीं मान रही कोई भी ऐसा मैटर हो जो आपको लगे कि आपको इस साल इंगेजमेंट कंटिन्यू करते हुए या स्टाफ बदतमीजी से बात करता
था। तो इस साल ऑडिट को कंटिन्यू करने से पहले आपको इन सब बातों को सोचना पड़ेगा कि कोई ऐसे सिग्निफिकेंट ऑडिट मैटर्स तो नहीं
थे। लॉजिस्टिकल इश्यूज तो नहीं थे कि आप ऑडिट ही नहीं कर पा रहे। जब ऑडिट नहीं कर पा रहे तो आप कंटिन्यू करने से मना कर
दोगे। सर एक्सेप्ट करने से ही मना कर दोगे। इस सिनेरियो में किस तरह? सिग्निफिकेंट मैटर फ्रॉम प्रीवियस
इंगेजमेंट। सर ये तो फर्स्ट ईयर ऑफ़ ऑडिट है। अब सर हो सकता है कि आप पिछले किसी सालों में
आपने इस कंपनी को ऑडिट किया हो। सेम वही मैनेजमेंट हो, सेम वही ऑपरेशन हो या वो फर्म के अंदर किसी और का आपका डिपार्टमेंट
का क्लाइंट हो। लाइक कॉर्पोरेट मैटर चल रहे थे उसके या वो किसी जमाने में इंटरनल ऑडिट में रह चुका था। अब वो एक्सटर्नल
ऑडिट में आ रहा है। आप उसको आईटी सर्विज दे रहे थे। आप उसको टैक्स सर्विज दे रहे थे। आप वैसे ही कंसलटेंसी कर रहे थे। ठीक
है? या कोई आपका कॉमन फ्रेंड है या कोई सर्कल है क्योंकि सर्कल बहुत छोटा है चार्टर्ड अकाउंटेंट्स का। तो आपको वहां से
चीजें पता लग गई हैं। आप वो चीजें भी कंसीडर करोगे। ठीक है। अगला सर प्रीडिसेसर ऑडिटर के साथ कम्युनिकेशन।
प्रीडिसेसर ऑडिटर के साथ कम्युनिकेशन। सर ये ये क्यों होती है कम्युनिकेशन रिक्वायर क्यों होती है?
>> प्रोफेशनल क्लीयरेंस के लिए होती है। ठीक है? प्रोफेशनल क्लीयरेंस के लिए होती है कि भाई बिफोर एक्सेप्टेंसिंग दिस क्लाइंट
जो इनकमिंग ऑडिटर है प्रीवियस ऑडिटर को एक लेटर लिखता है कि भाई वी आर बीइंग अपॉइंटंटेड एज एन ऑडिटर ऑफ एसटीडी सलूशंस
लिमिटेड एज अ रिटायरिंग ऑडिटर प्लीज लेट अस नो इफ देयर आर एनी प्रोफेशनल रीज़न एस टू व्हाई वी शुड नॉट एक्सेप्ट दिस
इंगेजमेंट क्या प्रोफेशनल रीज़न भाई उसने तुझे इफ़्तारी पे नहीं बुलाया ये लिख के मत दे देना
प्रोफेशनल रीज़ बताने हैं। मैं एक्सेप्ट क्यों ना करूं? उसके जवाब में वो लिख के देता है। एज अ रिटायरिंग ऑडिटर वी आर नॉट
अवेयर ऑफ एनी प्रोफेशनल रीज़ंस एस टू व्हाई यू शुड नॉट एक्सेप्ट दिस इंगेजमेंट। ये सवाल उसने किया और ये उसने जवाब दिया।
सही है? अब इस इंगेजमेंट के अंदर भी कम्युनिकेशन होती है क्लाइंट के साथ। आप क्लाइंट से बोलते हो कि यार मैं इनकमिंग
ऑडिटर हूं। मुझे प्रीवियस ऑडिटर के साथ कम्युनिकेशन करनी है। अब ऑडिट में दो रास्ते हैं। हर तरह या तो क्लाइंट
एक्सेप्ट करेगा या नहीं करेगा। अगर क्लाइंट ने एक्सेप्ट किया तो आप लेटर लिख दोगे। क्लाइंट ने एक्सेप्ट नहीं किया तो
आप रीज़न पूछोगे। ऐसा नहीं है आप विड्रॉ कर लोगे कि यार मैं दे ही नहीं रहा तुम्हें कंसर्न। ऑडिट कर ही नहीं रहा। आप रीज़न
पूछोगे यार क्यों नहीं करना चाहिए? क्या उसका रीज़न जस्टिफायबल होगा? कि यार फर्ज करो एक ऑडिटर से डिस्प्यूट हो गया या उसको
हटाया जा रहा है इस बार ऑडिट से। मिस्टेटमेंट वगैरह कुछ नहीं थी। मैनेजमेंट का रवैया सही था। सब चीजें सही थी। उसको
हटाया जा रहा है और वो नाराज है इस चीज पे। WhatsApp चैट दिखा दी, ईमेल्स दिखा दी। आप सेटिस्फाई हो गए। क्या जस्टिफायबल
रीज़न है? ऑडिटर की रोटेशन होती है। कोई मसला नहीं है। हम कर लेते हैं। अगर यही रीज़न है। आपने बैकग्राउंड चेक करना था।
आपने किसी और तरीके से कर लिया। ये लिखे हुए हैं ना प्रोसीजर। >> इस तरीके से कर लिया आपने बैकग्राउंड।
अल्टरनेट प्रोसीजर कर लिया आपने। लेकिन अगर जो रीज़न मैनेजमेंट दे रही है, वो कोरबोरेट ही नहीं हो रहा है, जस्टिफायबल
ही नहीं हो रहा है। तो फिर आप एक्सेप्ट नहीं करोगे। दो चीजें हैं कि भाई मैनेजमेंट से आपने पूछा लेटर लिखना है।
मैनेजमेंट ने बोला हां लिख दो। आपने लेटर लिखा। सामने वाला ऑडिटर जवाब ही नहीं दे रहा। वो पार्टनर आपका दोस्त आपने कॉल की।
भाई क्या हुआ? उसने बोला यार तुम्हारी क्लाइंट ने मना कर दिया। जवाब नहीं देना। यहां से मसला आ गया। क्लाइंट के पास गए।
भाई जवाब क्यों नहीं देना? रीज़न जस्टिफायबल है तो पूछो। नहीं है तो पूछो। खत्म। भाई उसको मना कर दिया। जवाब आ गया।
जवाब में मसला आ गया कि भाई यह प्रोफेशनल रीज़न है जिसके हिसाब से हम ऑडिट एक्सेप्ट आपको क्लीयरेंस नहीं दे सकते। अब वो मसला
जस्टिफायबल है कि नहीं है? उस पे अलग कहानी है। तो सिर्फ यही नहीं है कि प्रिडसेसर ऑडिटर से कम्युनिकेशन हो गई और
खत्म हो गया। इसके जवाबों को भी आपको इवैलुएट करना पड़ेगा। सही है? ये कुछ बातें थी 210 से पीछे की बिफोर
एक्सेप्टिंग द न्यू क्लाइंट। ठीक है? इसके बाद क्या होगा? क्लाइंट एक्सेप्ट हो गया, कंटिन्यू हो
गया। इसके बाद क्या होगा? एग्रीइंग द टर्म्स ऑफ़ ऑडिट इंगेजमेंट। बहुत ही स्ट्रेट फॉरवर्ड सा स्टैंडर्ड है।
क्या कह रहे हैं भाई? ऑनलाइन वाले बच्चे इतने लंबे-लंबे मैसेज लिखते हैं।
सर कंपनी लॉ में जो लीविंग ऑडिटर होता है वो एजीएम में रिटन रिप्रेजेंटेशन दे सकता है। बिल्कुल दे सकता है। अल्टरनेटिवली वो
इंस्पेक्ट कर सके डायरेक्ट कम्युनिकेशन बिल्कुल कर सकता है। कर सकता है। उसके पास बिल्कुल अथॉरिटी होती है कि वो
आके अपनी रिप्रेजेंटेशन दे सकता है। लीगल एंड एथिकल रिक्वायरमेंट देखेगा, इंटेग्रिटी देखेगा, प्री कंडीशंस ऑफ एन
ऑडिट तो बाद में देखेगा ना वो तो 10 में 210 में देखेगा। यहां पर देखेगा प्री कंडीशंस ऑफ़ एन ऑडिट प्रीमाइस ऑफ़ एन ऑडिट
इंगेजमेंट अंडरस्टैंडिंग बिटवीन द ऑडिटर एंड मैनेजमेंट जिसकी बेसिस पे उसने ऑडिट कंडक्ट करना है वो तो बाद में देखेगा।
सही है? यहां तक क्लियर है? सही है? ये हो गई ऑडिट की स्टेज वन। अब आ जाओ स्टेज नंबर टू
ऑडिट की स्टेज टू क्या है? >> कर ली ना भाई टू बी कितनी इंगेजमेंट करेगा? हां एक ही होती है।
>> ज्यादा करेगा मसला हो जाएगा। अब इंगेजमेंट होगी। अभी अब काम भी तो करना है। सही है। परफॉर्मेंस फज़ में आ चुके हो।
काम में क्या करोगे? >> हां। >> क्या करोगे?
>> रिस्क असेसमेंट प्रोसीजर करोगे। और क्या करोगे? >> फिर क्या करोगे?
>> टीओसीस करोगे, अंडरस्टैंडिंग लोगे, क्या करोगे? सब्सटेंटिव >> सब्सटेंटिव प्रोसीजर करोगे, टीओडी करोगे,
सैप करोगे, सब्सटेंटिव एनालिटिकल प्रोसीजर। यही है। सर ये स्टेज थ्री है। स्टेज टू
स्टेज टू प्लानिंग >> ऑडिट को प्लान करोगे। सही है? ठीक है?
इसमें क्या करोगे आप? सबसे पहले ऑडिट स्ट्रेटजी क्या होती है? >> क्या होती है भाई? जल्दी से सारे मिलके
बोलो। खोलो नहीं बोलना। हां। >> हां? >> स्कोप होता है। और क्या होता है?
और क्या होता है? >> स्कोप होता है। और क्या होता है? >> नेचर एंड टाइमिंग
>> नेचर एंड >> नेचर एंड टाइमिंग टाइमिंग होगी कब करना है और
>> कैसे करना है? स्कोप, टाइमिंग, डायरेक्शन। ये तीन मेन इंग्रेडिएंट होते हैं। ठीक है? इसके अंदर
आप क्या-क्या देखते हो? सबसे पहले इंगेजमेंट की कैरेक्टरिस्टिक्स। भाई बैंक होगा उसकी अलग प्लानिंग होगी।
म्यूचल फंड का ऑडिट कर रहे हो उसकी अलग प्लानिंग होगी। उसकी टीम कंपोजशन अलग होगी। एक्सपर्टीज अलग होंगी। सर आप किसी
मैन्युफैक्चरिंग कंपनी का रीट का ऑडिट कर रहे हो उसकी प्लानिंग अलग होगी। उसके एक्सपर्ट्स अलग होंगे। इंश्योरेंस कंपनी
का ऑडिट कर रहे हो उसके एक्सपर्ट्स अलग होंगे। उसकी टीम अलग होगी। नेचर ऑफ इंगेजमेंट पर डिपेंड करता है कि ऑडिट
स्ट्रेटजी किस डायरेक्शन में जाएगी। नंबर टू >> रिपोर्टिंग। क्या रट्टा लगा हुआ है?
रिपोर्टिंग। यही तो खूबसूरती होती है जो छठी बार ऑडिट दे रहा है।
रिपोर्टिंग ऑब्लिगेशन सही है। अच्छा जी। यूजर ऑफ़ द फाइनेंसियल स्टेटमेंट कौन है? उसके हिसाब से आपने ऑडिट रिपोर्ट देखनी
है। एंटिटी के हिसाब से लाइक बैंक्स है तो बैंक का अलग फॉर्मेट है। इंश्योरेंस है तो इंश्योरेंस का अलग फॉर्मेट है। म्यूच्यूल
फंड्स की अलग रिक्वायरमेंट है। सही है? इंश्योरेंस सेक्टर है उसकी अलग रिक्वायरमेंट है। एनजीओ एनपीओ है उसकी अलग
रिक्वायरमेंट है। गोइंग कंसर्न है उसकी अलग रिपोर्टिंग रिक्वायरमेंट है। आई कैप ने इशू किया हुआ है गोइंग कंसर्न का
स्टैंडर्ड देखा है किसी ने? देखा है? आई कैप ने इशू किया है गोइंग कंसर्न का। सही है। अच्छा जी।
फिर क्या है? इसके बाद >> हां। >> मेंटेनेंस
>> स्केप्टिसिज्म। इसमें स्ट्रेटजी में देखूंगा। और सिग्निफिकेंट >> सिग्निफिकेंट एरियाज
और >> हां >> बिल्कुल जबरदस्त
और भाई सिग्निफिकेंट फैक्टर है बिल्कुल सही रिपोर्टिंग ऑब्जेक्ट है बिल्कुल सही और
>> वो सब हो गई ना रिसोर्सेज वगैरह में हो गई सब रिजल्ट्स ऑफ प्रीलिमिनरी इंगेजमेंट
एक्टिविटी भाई वहां पे भी तो आपने प्रोसीजर परफॉर्म किया है ना वहां से कोई इनेशन है जो ड्यूरिंग द ऑडिट के लिए आपके
रेलेवेंट हो सकती है। आपने वो इंफॉर्मेशनेशन भी आप यूज़ कर सकते हो। क्लियर है? सही है? ये हो गई आपकी स्टेज
थ्री स्टेज टू सॉरी। और ये कौन सा स्टैंडर्ड था? बाकी सब थ्योरी रह गई। बाकी सब थ्योरी रह
गई। सही है? आगे बढ़े। स्टेज थ्री। स्टेज थ्री में हम आ चुके हैं। परफॉर्मेंस एक्टिविटी। क्या किया सबसे पहले यहां पर?
रिस्क असेसमेंट >> रिस्क असेसमेंट की उधर कर ली। यहां पर क्या है? परफॉर्म करना है ना?
>> इंक्वायरी >> इंक्वायरीज अ रिस्क असेसमेंट प्रोसीजर इंक्वायरी
ऑब्जरवेशन >> इंस्पेक्शन एंड आर्टिकल कर ली। उसके बाद >> उसके बाद टेस्ट ऑफ कंट्रोल्स। टेस्ट ऑफ
कंट्रोल करके हमें पता चला सब्सटेंटिव की क्या एक्सटेंड रखनी है। क्या मतलब हुआ? मैं बात कर रहा हूं किसकी? ऑडिट रिस्क की
इक्वेशन की। ऑडिट रिस्क इज़ इक्वल टू रिस्क ऑफ मटेरियल मिस स्टेटमेंट इंटू डिटेक्शन रिस्क। सर रिस्क ऑफ मटेरियल
मिसटमेंट इज़ बफकेटेड फर्दर इंटू इनहेरेंट रिस्क एंड >> कंट्रोल रिस्क। इनहेरेंट रिस्क वो है
जिसका मैं कुछ भी नहीं कर सकता भाई। वो अपनी जगह पे खड़ा हुआ है। जब तक इनहेरेंट रिस्क है तब तक ऑडिट रिस्क ज़ीरो नहीं हो
सकता। जब तक इनहेरेंट रिस्क है इनहेरेंट लिमिटेशंस भी रहेंगी। ऑडिट रिस्क रहेगा। रिस्क ऑफ मटेरियल मिस स्टेटमेंट कम करने
के लिए मैं क्या कर सकता हूं? >> हां। >> रिस्क ऑफ मटेरियल मिस स्टेटमेंट के लिए।
भाई इसको असेस करने के लिए। >> इसको असेस करने के लिए। चेंज माय वर्ड असेस करने के लिए। इसको क्या कर सकता हूं?
>> परफॉर्म >> यार। मैं इसमें हूं दोस्त। इस खिड़की में हूं। मैं बाहर गया ही नहीं अभी। मैं बाहर
गया ही नहीं। >> कंट्रोल्स को चेक करेंगे। भाई रिस्क असेसमेंट के अंदर आप कंट्रोल्स को चेक
करेंगे। भाई ये कंट्रोल्स जितने अच्छे होंगे उतना ही कंट्रोल लिस्ट मेरा कम होगा। जितना ही कंट्रोल लिस्ट मेरा कम
होगा इसका मतलब कंट्रोल्स पे ज्यादा रिलायंस ले सकता हूं और सब्सटेंटिव प्रोसीजर्स के एक्सटेंट को कम रख सकता
हूं। इसका मतलब सैंपल साइज मेरा कम होगा। ठीक है? जितने ही कंट्रोल्स मेरे माठे होंगे, कंट्रोल रिस्क मेरा हाई होगा, उतने
ही ज्यादा मुझे प्रोसीजर परफॉर्म करने पड़ेंगे। उतने ही ज्यादा मुझे सैंपल उठाने पड़ेंगे। तो जितना ज्यादा मेरा रिस्क ऑफ
मटेरियल मिस स्टेटमेंट होगा, अल्टीमेटली उतना ही ज्यादा मेरा ऑडिट रिस्क होगा। और इस ऑडिट रिस्क को कम करने के लिए मुझे
क्या करना पड़ेगा? डिटेक्शन रिस्क को कम करना पड़ेगा। और डिटेक्शन रिस्क को कम किस तरीके से करूंगा मैं?
>> सैंपलिंग से करूंगा और क्वालिटी ऑफ ऑडिट एविडेंस से कम करूंगा। तो जितना कम मेरा डिटेक्शन डिस्क होगा
उतने ही कम मेरे बात क्लियर है? सही है। अच्छा जी। तो यह आपके सामने जो है ना ऑडिट
की पूरी एक साइकिल आ चुकी है। अब हम स्टार्ट करते हैं रिपोर्टिंग से। अच्छा भाई नजर आ रहा है सबको
हां भाई विज़िबल है अच्छा 705 द ऑब्जेक्टिव ऑफ द ऑडिटर इज़ टू एक्सप्रेस क्लियरली एन एप्रोप्रियटली मॉडिफाइड ओपिनियन। तो इस
स्टैंडर्ड का जो नाम है मॉडिफिकेशन टू दी ओपिनियन इन द इंडिपेंडेंट ऑडिटर्स रिपोर्ट। तो जब आप अपनी ऑडिट रिपोर्ट को
आप अपनी ऑडिट ओपिनियन को मॉडिफाई करोगे तो आप कहां पर आ जाओगे? 705 में आ जाओगे। अच्छा इसके अंदर एक छोटा सा डिफरेंस है।
थोड़ा सा सवाल भी कर लेते हैं। देख लेते हैं कितना आपको पता है। के मॉडिफिकेशन ऑफ ऑडिट ओपिनियन और मॉडिफिकेशन ऑफ ऑडिट
रिपोर्ट में क्या डिफरेंस है? ठीक है। सही है। >> तो क्या कहलाएगी ये?
>> मॉडिफिकेशन ऑफ >> रिपोर्ट में आ जाएगी। और ओपिनियन >> क्वालिफाइड करूंगा
>> या एडवर्स करूंगा और डिस्क्लेम करूंगा तो ओपिनियन में नहीं आएगा। >> ओपिनियन में आएगा।
>> नहीं आएगा। >> रिपोर्ट में आएगा ना? अच्छा क्या मॉडिफिकेशन ऑफ़ ऑडिट ओपिनियन मॉडिफिकेशन ऑफ़
ऑडिट रिपोर्ट कहलाएगी? >> ऑडिट ओपिनियन मॉडिफिकेशन ऑफ़ ऑडिट रिपोर्ट कहलाएगी।
>> कैसे? >> उसी के अंदर आ गया। स्टैंडर्ड
>> जबरदस्त स्टैंडर्ड रिपोर्ट जो है ना वो 700 की है और अगर आप मॉडिफाई कर रहे हैं ओपिनियन को क्वालिफाइड ओपिनियन दे रहा है
तो वो >> उसके अंदर शामिल है। ठीक है? जबरदस्त। अच्छा दो ऑब्जेक्टिव हैं। दी ऑडिटर
कंक्लूड्स बेस्ड ऑन द ऑडिट एविडेंस ऑब्टेन दैट फाइनेंसियल स्टेटमेंट एज अ होल आर नॉट फ्री फ्रॉम मटेरियल स्टेटमेंट। होल
फाइनेंसियल स्टेटमेंट। ऑडिटर इज अनएबल टू ऑब्टेन सफिशिएंट एप्रोप्रियट ऑडिट एविडेंस टू कंक्लूड दैट दी फाइनेंसियल स्टेटमेंट
एज अ होल आर फ्री फ्रॉम मटेरियल मिस स्टेटमेंट जिसके अंदर स्कोप लिमिटेशन है। इसका मतलब ऑब्जेक्टिव नंबर वन में आपको
ऑडिट एविडेंस मिल गया है। ऑब्जेक्टिव नंबर टू में ऑडिट एविडेंस नहीं मिला है। ठीक है? पॉसिबल वेरिएशन क्या होती हैं? ये हम
लोग को पता है। अनमोडिफाइड ओपिनियन है, क्वालिफाइड है, एडवर्स है, डिस्क्लेमर है, अदर मैटर भी आता है और एफेसिस भी आता है
या मटेरियल सर्टेनिटी रिलेटेड टू गोइंग कंसर्न के पैराग्राफ्स आएंगे। अच्छा छोटी-छोटी एग्जांपल्स हैं लाइक मिस
स्टेटमेंट की। मिस स्टेटमेंट किस तरीके से होती है? जैसे मैंने स्टार्ट में आपको बताया मिस स्टेटमेंट क्या है? एनी अमाउंट
क्लासिफिकेशन, प्रेजेंटेशन, डिस्क्लोज़र। आईएफआर के अंदर यही है ना? कोई भी अमाउंट है, क्लासिफिकेशन या प्रेजेंटेशन,
डिस्क्लोज़र दैट हैज़ नॉट बीन प्रिपयर्ड और प्रेजेंटेड एज़ पर आईएफआरएस इज़ अ मिस स्टेटमेंट। सही है? तो मिसस्टेटमेंट किस
तरीके से? तीन चीजों की तरह से मिसटमेंट हो सकती है। एक जो आपने अकाउंटिंग पॉलिसी सेलेक्ट की है वो अल्ट्रा वायर से टू दी
इंटरनेशनल फाइनेंसियल रिपोर्टिंग स्टैंडर्ड। सही है? वो उसके हिसाब से है ही नहीं। दूसरी चीज कि जो आपने अकाउंटिंग
पॉलिसी सेलेक्ट कर ली है, आपने उसको कंसिस्टेंटली अप्लाई नहीं किया है। पहले वाले को क्या कहूंगा? सिलेक्शन ऑफ़
एकाउंटिंग पॉलिसी। मिस स्टेटमेंट अगर कोई हो रही होगी तो मिस स्टेटमेंट ऑन अकाउंट ऑफ सिलेक्शन ऑफ़ अकाउंटिंग पॉलिसी। दूसरे
में अगर हो रही होगी लाइक इनकंसिस्टेंट एप्लीकेशन है तो क्या बोलूंगा? मिस स्टेटमेंट ऑन अकाउंट ऑफ
>> एप्लीकेशन ऑफ अकाउंटिंग पॉलिसी और तीसरी मिस स्टेटमेंट रह जाती है >> प्रेजेंटेशन या डिस्क्लोज़र के हिसाब से जो
कि फंडामेंटल है किसी भी यूजर के फाइनेंसियल स्टेटमेंट को समझने के लिए। क्लियर है ये चीज? अच्छा जी। एग्जांपल के
साथ देखते हैं। ये डेफिनेशन हमने डिस्कस कर ली। सिलेक्शन ऑफ़ एप्रोप्रियट अकाउंटिंग पॉलिसी व्हेन मैनेजमेंट चूज़ एन इनएप्रियट
अकाउंटिंग पॉलिसी दैट इज़ इन नॉन कंप्लायंट विद दी आईएफआरएस। एग्जांपल अ कंपनी चूज़ टू कैपिटलाइज ऑल रिसर्च एंड
डेवलपमेंट कॉस्ट इंस्टेड ऑफ एक्सपेंसिंग इट एस पर आईएस 38 रिजल्ट क्या हुआ? द सिलेक्टेड अकाउंटिंग पॉलिसी वायलेट्स
आईएफआरएस ओवरस्टेटिंग एसेट्स एंड प्रॉफिट्स। इसका इफ़ेक्ट ये हुआ। नंबर टू, एप्लीकेशन ऑफ़ अकाउंटिंग पॉलिसी। अ कंपनी
फॉलोस आईएस 16 फॉर डेप्रिसिएशन ऑफ़ पीपीई बट अप्लाई स्ट्रेट लाइन डेप्रिसिएशन टू मशीनरी दैट इज़ एक्चुअली यूज्ड
मोर कहां गया मोर हैवली इन द अर्ली एयर इयर्स। तो यार पैटर्न ऑफ़ यूजेज के हिसाब से इसके
डेप्रिसिएशन को बुक नहीं किया। तो यहां पर यह मसला डिस्क्लोज़र अ कंपनी हैज़ सिग्निफिकेंट कंटिंजेंट लायबिलिटी फ्रॉम
एन आउटगो ऑनगोइंग लॉ सूट बट फेस टू डिस्क्लोज़ इट इन दी नोट्स टू द फाइनेंसियल स्टेटमेंट एंड दैट नोट वाज़ फंडामेंटल टू
यूजर अंडरस्टैंडिंग ऑफ़ द फाइनेंसियल स्टेटमेंट। अब बताओ कि कंपनी ने गोइंग कंसर्न की असेसमेंट की। सही है? गोइंग
कंसर्न की असेसमेंट की और कंपनी ने कंक्लूड किया कि गोइंग कंसर्न के मसले हैं। इवेंट्स और कंडीशन एक्सिस्ट करते
हैं। लेकिन मैं जो स्टेप ले रहा हूं, मैं जो शेयरहोल्डर से बातें कर रहा हूं, मैं जो बैंकों से बातें कर रहा हूं, पैसा आ
जाएगा। कस्टमर भी आ जाएंगे, खुशहाली आ जाएगी, हरियाली छा जाएगी। सब चीजें खुशहाल मंगल हो जाएंगी। मैंने डिस्क्लोज़र दे
दिया। >> डिस्क्लोज़र एडिक्वेट नहीं है। ओपिनियन क्या दूंगा?
>> क्यों? अब डिस्क्लोज़र में क्या डेफिशिएंसी हो सकती हैं? डिस्क्लोज़र की रिक्वायरमेंट
क्या है? सबसे पहले तो यह समझने की जरूरत है जो मटेरियल अनसर्टेनिटी रिलेटेड टू डिस्क्लोज़र है। अगर आपने यूजर ने ये
कम्युनिकेट करना है कि यार एंटिटी इज़ अ गोइंग कंसर्न मटेरियल अनसर्टेनिटी एक्सिस्ट करती है तो आपको आईएस वन
का पैरा 25 और 26 दो पैरा हैं। वो ये बोलते हैं कि वो सारे इवेंट्स और कंडीशन आपने फाइनेंसियल स्टेटमेंट्स के अंदर
डिस्क्लोज़ करने हैं। क्या स्टेप्स मैनेजमेंट ले रही है? आपने वो डिस्क्लोज़ करना है। एंड ऑन टॉप ऑफ दैट
आपने यह बताना है कि ये इवेंट्स और कंडीशन काज करते हैं सिग्निफिकेंट डाउट ऑन एंटिटीज़ एबिलिटी टू कंटिन्यू एज अ
>> गोइंग कंसर्न। तो ये तीन इंग्रेडिएंट्स हैं। अगर ये तीनों इंग्रेडिएंट आपने पूरा नहीं किया है तो देयर फॉर देयर इज़ अ रिस्क
दैट मैनेजमेंट मे नॉट हैव प्रोवाइडेड एडिक्वेट डिस्क्लोज़र एज़ पर आईएस वन। ठीक है? तो फिर क्या हो जाएगी रिपोर्ट?
>> मॉडिफाई हो जाएगी। मॉडिफाई हो जाएगी। क्या हो जाएगी? क्वालीफाई हो जाएगी। सही है कि डिस्क्लोज़र इनएड है। सही है? अच्छा जी।
स्कोप लिमिटेशन। स्कोप लिमिटेशन किन वजूहात की वजह से होती है? कि यार आपको ऑडिट एविडेंस ही मिला। अभी करते हैं। अभी
करते हैं। ऑडिट एविडेंस ही मिला। ठीक है? अब स्कोप लिमिटेशन हो रही है क्लाइंट इंपोज रेस्ट्रिकशंस। भाई क्लाइंट खुद ही
मना कर रहा है। आपको रोक रहा है काम करने से। क्या-क्या हो सकता है भाई? जो पॉसिबल सिनेरियोस एग्जाम में डिस्कस किए हैं आपके
लेवल पे, सीए फाइनल लेवल पे, दूसरे लेवल पे। मैनेजमेंट डिनाइस एक्सेस टू वेयर हाउस फॉर इन्वेंटरी काउंट। भाई कोविड आ गया था।
बहुत सारे सवाल इसके अंदर आए। आप उस जमाने के उठा के देखो ना 2020-19 के पेपर उसके अंदर यही है। जो कैफ पे पूछा है वही सीफैब
पे पूछा है। मजे की बात कि भाई कोविड आ गया है। इन्वेंटरी काउंट हो ही नहीं पा रहा है। अब क्या करें?
>> स्कोप लिमिटेशन स्कोप लिमिटेशन है। >> हमेशा अल्टरनेट हमेशा अल्टरनेट ऑडिट एविडेंस
>> सोचो कुछ तो हो सकता है। दया सोचो कुछ तो गड़बड़ है। जहां गड़बड़ है वहां सलूशन आ सकता है। सही है? सशन क्या है भाई? आप
वीडियो लिंक के थ्रू कर लो। आप वीडियो लिंक भाई अगर किसी थर्ड पार्टी के पास भी आपका स्टॉक पड़ा हुआ है तो उससे
भी सर्टिफिकेट आप ले काम चलाते हो कि नहीं चलाते? चलाते हो ना? तो आप वीडियो लिंक के थ्रू क्यों नहीं कर सकते? उसके ऊपर भी
एससीपी ने बड़ी सी गाइडलाइन एक निकाली थी कि भाई आपने स्टॉक काउंट करना है किस वजह से? क्योंकि सारी कंपनी की रिपोर्ट्स क्या
होनी थी? क्वालीफाई हो जानी थी या डिस्क्लेमर आ जाना था। तो वहां पर एक अल्टरनेट रास्ता निकाला। भाई मौजूद था। वो
आज भी हो सकता है। कि भाई कहीं पे सैलाब आ गया। अब जैसे गिलगित बल्तिस्तान है। वहां भी कितनी प्रेजेंस होती है। भाई वहां पे
सैलाब आ आगे टीम विजिट नहीं कर पा रही तो क्या होगा भाई? रिपोर्ट्स आ जाएंगी वहां से। आप लाइव जो है ना काउंट कंडक्ट कर
लोगे वहां से। ZM पे कर लो, Google मीट पे कर लो, किसी पे भी कर लो, WhatsApp पे कर लो। एविडेंस मिल जाएगा। ऑडिटर ने तो
ऑब्ज़र्व करना होता है। नंबर टू, मैनेजमेंट रिफ्यूज़ टू अलाउ डायरेक्ट कन्फर्मेशन विद डाटा टू वेरीफाई अकाउंट्स रिसीबल। सर ये
सवाल है 505 का। 505 से 705 के साथ सवाल इस तरीके से आ सकता है। तो भाई अगर कंफर्मेशन वो नहीं दे
रही, मैंने कौन सा स्टैंडर्ड मार्क किया? 505 इसके साथ कौन सा पिलाया मैंने आपको? >> 705 पिलाया। भाई आपको देने नहीं दे रही।
आज तक उस कस्टमर के पास से कभी कोई कंफर्मेशन नहीं आई है। सही है? कभी कोई कंफर्मेशन नहीं आई है। हमेशा बैलेंस बढ़
रहा है। जवाब ही नहीं आ रहा है। और मैनेजमेंट डेलीबेटली आपको कंफर्मेशन भेजने से रोक रही है। जो जस्टिफिकेशन दे रही है
वो जस्टिफिकेशन भी एक्सेप्टेबल नहीं है। क्या करोगे? >> हां?
प्रोसीजर किया >> प्रोसीजर करके क्वालीफाई कर दिया अल्टरनेट प्रोसीजर करोगे क्या करोगे
>> अल्टरनेट प्रोसीजर करोगे सब्सक्वेंट क्लीयरेंस देखोगे >> ऐसा ही है
>> सही है समझ में आ गया अगर वो डेलीबेटली रोक रही है रीज़न जस्टिफायबल नहीं है तो फ्रॉड रिस
फैक्टर है इसका मतलब ये नहीं है फ्रॉड है क्या है >> तो दिमाग चलना चाहिए चाहिए था ना
>> ये क्या है फ्रॉड डिस्पैक्टर भाई वो डेलीबेटली रोक रही है तुम्हें कभी उस कस्टमर से हो सकता है वो फेक कस्टमर हो
सकता है मैंने क्या बोला >> हो सकता है हो सकता है जब मैंने बोल दिया इसका मतलब देयर फॉर देयर इज़ अ रिस्क ऑफ
फ्रॉडल एंड फाइनेंसियल रिपोर्टिंग सही है दो तरीके के रिस्क है ना फ्रॉड में पढ़ेंगे आगे तो क्या है भाई डेलीबेटली रोक
रहा है दिमाग को इस तरह से चलाओ फ्रॉड और गोइंग कंसर्न किसी भी कंपनी की लाइफ में कभी भी आ सकता है
फ्रॉड और गोइंग कंसर्न कभी भी कोई रॉ मटेरियल बैन हो सकता है कभी
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