Introduction to Friedrich Nietzsche
- Overview of Nietzsche as a philosopher and his significance in intellectual history.
- Discussion of his famous declaration "God is dead" and its implications, which can be further explored in the context of Exploring the Meaning of History: Events, Responsibility, and the Role of Christianity.
Early Life and Influences
- Brief background on Nietzsche's life, education, and early influences.
- The impact of his health issues on his philosophical outlook.
Key Philosophical Concepts
- Death of God: Exploration of the implications of this statement for modern society.
- Will to Power: Understanding this concept as a driving force in human behavior and ambition, which resonates with themes in Understanding Dialectical Materialism: A Comprehensive Guide to Marxist Theory.
- Übermensch: The idea of the "Overman" and its relevance to individualism and self-actualization.
Critique of Morality
- Nietzsche's views on traditional morality and its limitations, which can be contrasted with Exploring Schopenhauer's Controversial Views on Gender Differences.
- The distinction between master morality and slave morality.
Cultural Criticism
- Examination of Nietzsche's critique of contemporary culture and its superficiality.
- Discussion on how Nietzsche's ideas challenge societal norms and encourage individual thought, similar to the discussions in Exploring the Future of Humanity: An Interview with Nick Land.
Legacy and Impact
- The lasting influence of Nietzsche's philosophy on modern thought, psychology, and existentialism.
- Reflection on how his ideas continue to resonate in contemporary discussions about morality and existence.
Conclusion
- Summary of Nietzsche's contributions to philosophy and the importance of his work in understanding human nature and society.
डक विल्हेम नीचा एक ऐसे फिलोसोफर लंबी मूछ बिना दाढ़ी के आप जर्मनी में घूम रहे हैं टहल रहे हैं
लोगों को यह बता रहे हैं कि गॉड इज डेड तो ब भी बात तो हो गई ऐसा फिलोसोफर अगर आएगा आदी दुनिया पागल कहती है आदी दुनिया
कहती है वन ऑफ द मोस्ट ब्रिलियंट माइंड मेजोरिटी तो वन ऑफ द मोस्ट ब्रिलियंट माइंड्स ऑफ 18 19 20 सेंचुरी ह्यूमन
इंटेलेक्चुअल हिस्ट्री में अभी यहां पर क्या है हमने इनके ऊपर लेक्चर बनाए हुए हैं बट यहां पर यह थोड़ा
अलग तरीके का लेक्चर होगा अल्टीमेट लेक्चर होगा और हिंदी में रीजनल लैंग्वेज में किसी ने मोस्ट
प्रोबेबली यह लेक्चर ऐसा लेक्चर बनाया हुआ नहीं होगा यहां पर हम लोग इनके माइंड सेट के बारे में बात
करेंगे इनका एक इंट्रोडक्शन देंगे नॉट ऑ हिज लाइफ जिसके ऊपर मैं लेक्चर अलग से बहुत पहले बना चुका हूं ऑ हिज लाइफ बट
इनका काम यह अपने काम में क्या बताना चाहते थे इनका माइंडसेट क्या था इनकी फिलोसोफी क्या थी तो लेक्चर ठहराव के साथ
मैं बनाना चाहता हूं क्योंकि एक बहुत इंपॉर्टेंट फिलोसोफर समवन हु इज वेरी क्लोज टू माय हार्ट
है तो यहां पे कंप्लेंट्स जो भी करने आए हैं वो कंप्लेंट मत करना कि पोजस थे रुक ठहराव था रुक रहे थे आर्म्स और आर्म्स
हटाओ वो है तो जा सकते हो यहां पर लेक्चर इज ग बी वेरी सिंपल और मैं अपनी पेज पर इसको लेके जाना चाहता
हूं जो लोग बोलते हैं सोर्सेस क्या होते हैं लेक्चर के जो भी सोर्सेस होते हैं साइट होती है व मैं नीचे डाल दूंगा बिब्स
पर से अगर आप उसको कहना चाहो कहां से मैं पढ़ रहा हूं कहां से सोर्सेस जमा हो रहे हैं कहां से कंपाइलेशन चल रहा
है पे जो मैंने यह पार्ट रिकॉर्ड किया है जैसे मैं लेक्चर में आगे बढ़ता गया एक चीज रियलाइफ बहुत स्ट्रंग पता लगी स्टार्टिंग
में ना नीचा का काम बहुत ज्यादा सुपरफिशियल है स्टार्टिंग में बहुत ज्यादा बेसिक लगेगा इंटरेस्टिंग नहीं लगेगा
बोरिंग लग सकता है लेकिन जैसे जैसे उन्होंने मैच्योरिटी ली अपने काम में उनके काम में डेप्थ आनी शुरू हो गई तो जैसे
जैसे इस लेक्चर में आगे बढ़ो क्योंकि मैंने खुद ये रिलाइज किया डेप्थ बढ़ती जाएगी उसका एसेंस बढ़ता जाएगा लेक्चर का
की रिचस बढ़ती जाएगी रिच बनता जाएगा लेक्चर तो इसमें स्टार्टिंग में इजी रहेगा आगे जाते-जाते चीजें कॉम्प्लिकेट तो नहीं
कह सकते बट गहराई आ जाएगी बात की तो लेक्चर पे ध्यान जरूर देना और ऐसा इसलिए हो रहा है फर्स्ट हाफ में अपनी लाइफ के
अपने काम के नीचा वाज मोर इन अ जॉली मूड एक खुशी का माहौल था एक मस्ती का माहौल था वागन से चल रहा है वार्तालाप शॉप इनर को
डिस्कवर किया है नया नया प्यार शॉप इनर से फिलोसोफी लव एडमिरेशन आगे बढ़ते बढ़ते वेन ही अंडरस्टूड द रियलिटी ऑफ दिस लाइफ धोखे
मिले रियलिटी हिट हुई थोड़ा सा इंसानिटी की तरफ जाने लग गए तो काम भी उनका कॉम्प्लेक्टेड काम है ना आर्ट से रिलेटेड
पेंटिंग से रिलेटेड ड्रामा से रिलेटेड म्यूजिक से रिलेटेड आगे जाते जाते सोशल क्रिटिसिजम
स्ट्रंग हो गया आल्सो लेक्चर नोट्स नीचे डिस्क्रिप्शन में रहेंगे इं मो जो की स्टोर है मतलब इं मो जो होस्टिंग
प्लेटफार्म है वहां पर मेरी पीडीएफ मिल जाएगी और हो सकता है ना आ पाए किसी इशू की वजह से तो वापस से लिंक चेक कर लेना एक
बार एक दो दिन में हो सकता है अपलोड हो जाए मोस्ट प्रोबेबली मैं कर दूंगा वहां से आप जाकर उसको परचेस कर सकते हैं नोट्स को
जो कंपाइलेशन है नोट्स के साथ अगर देखोगे लेक्चर को तो समझने में आसानी हो क्योंकि ओबवियसली छोटी-छोटी नीटी गटी चीजें डालना
बहुत मुश्किल होता है तो नोट्स के माध्यम से आप फॉलो कर सकते हैं लेक्चर को और भी आसानी से और आने वाले अल्टीमेट लेक्चर में
सब में यही होगा तो इनका एक इंट्रोडक्शन लेते हुए कि भाई एक ऐसा फिलोसोफर एक ऐसा इंसान है फिलोसोफर से पहले वह एक इंसान था
फिलोसोफर तो उसको दुनिया ने कहा उसने भी खुद को क्लेम किया ब दुनिया ने ज्यादा कहा भाई एल्प्स में घूमते हुए फिरते हुए उनको
अपने थॉट्स आते थे दुनिया बदलने के क्रांति लाने के इलनेसेस में बीमारियों में घिरे हुए एक ऐसा
इंसान जो कि लंबे सेच तक बैठ के कुछ लिख नहीं पाता था मतलब ऐसा नहीं कि बैठे तो तीन तीन चार चार घंटा जो कि राइटर्स बैठ
के लिखते हैं इनकी एक प्रॉब्लम थी व यही थी कि भाई दिक्कत होती थी काफी ज्यादा बीमारियों की वजह से हेडेक्स होते थे तो
उन्होंने बहुत एरोगेंट स्टेटमेंट भी दिया च इज व्ट राइटर्स लबरेट इन अ बुक आई कैन लबरेट इन अ सिंगल वर्ड और सिंगल सेंट कि
जो बड़े महान लेखक जिनको तुम महान लेखक कहते हो वह एक किताब में समझाते हैं मैं उसको एक शब्द शब्द में समझा सकता हूं तो
यह इनकी कुछ एरोगेंस इसको एरोगेंस कहो ओवर कॉन्फिडेंस कहो अपने ऊपर भरोसा आत्मविश्वास कोहो जो भी कहना
चाहो ग्राउंड ब्रेकिंग फिलोस फिकल वर्क इन्होंने रखा जो कि उस वक्त इनकी उतनी ज्यादा इंजत उस चीज को लेकर थी नहीं 19
सेंचुरी में 192 सेंचुरी में लोग उनके जो कलीग्स थे बाजल यूनिवर्सिटी में यंगेस्ट प्रोफेसर टिल डेट यंगेस्ट
प्रोफेसर फिलोलॉजी उन्होंने पढ़ी हिस्ट्री उन्होंने पढ़ी पर्टिकुलर फिलोलॉजी पेरेंट्स चाहते थे कि यह कैथोलिक
फैमिली से यू नो एक क्रिश्चन डोमिनेंस इनके ऊपर था कि भाई पूरा क्रिश्चियन व पकड़े कैथोलिक
प्रोटेस्टेंट इधर से पूरा जितना भी तुम्हारा क्रिश्चियनिटी का वो आ रहा है इनके ऊपर बट जैसे जैसे आ आ बढ़ते गए
इन्होंने उसको खारिज करना शुरू किया इंडिविजुअलिज्म के ऊपर बहुत इनका फोकस रहा है रोमांटिक फिलोसोफी का जो बोलबाला शुरू
हुआ था 19 10 20 सेंचुरी में कि भाई रोमांटिक मतलब अभी तक बात चल रही है अपने से बाहर इस दुनिया के बारे में अब बात करो
अपने बारे में दुनिया क्यों एजिस्ट करती है हमारा मुद्दा नहीं है हमारा मुद्दा बन जाएगा अब कि हम क्यों एजिस्ट करते और
हमारा इस दुनिया में क्या रोल है तो हम एक बड़े लेवल पर ना लेकर छोटे लेवल पर बात कर रहे हैं अपने अंदर ही यूनिवर्स को फाइंड
आउट करने की कोशिश कर रहे हैं जो कि और स्कूल ऑफ थॉट्स भी कह रहे थे इंडियन फिलॉसफी में भी कहा जा रहा था बट इन्होंने
उसको एंबॉडी किया वेस्टर्न फिलॉसफी में अभी इनका मेन सीन यह था कि इनकी
फिलोसॉफिकल इंक्वायरी बहुत स्ट्रांग थी जोकि हम आगे पढ़ते जाएंगे जैसे-जैसे पढ़ते जाएंगे फिलॉसफी इंक्वायरी बहुत स्ट्रंग थी
और इनका सवाल करने की जो क्षमता थी वो बहुत स्ट्रंग थी तो इसको समझते हुए आगे बढ़ते हुए मैं यहां
पर एक लेक्चर स्ट्रक्चर देते तो हम लोग लेक्चर स्ट्रक्चर क्या रखने वाले हैं और हम लोग एक क्रोनोलॉजी लेकर चलेंगे
क्रोनोलॉजिकल ऑर्डर में हम लोग लेकर चलेंगे इनके फिलॉसफी वर्क्स हर फिलोसोफर एक फिलोस हर फिलोसोफर का एक अर्ली वर्क
होता है शुरुआत का काम बीच का काम और मैच्योर काम जहां मैच्योरिटी अटेनोक नीचे का भी वैसे ही कुछ लेकर चलेंगे
इंट्रोडक्शन हमने कहीं ना कहीं दे दिया किस तरीके का फिलोसोफर था डंका बजाने वाला फिलोसोफर था आगे हम लोग इनके फिलोसोफी
कॉन्टेक्स्ट के बारे में जानेंगे कि भाई इनका फिलॉसफी कॉन्टेक्स्ट क्या था किस तरीके से यह जो बने वह क्यों बने किन-किन
और फिलोसोफर का इनके ऊपर रुझान था अर्ली वर्क्स इनके पढ़ेंगे शुरुआती काम क्या थे फिर मिडिल पीरियड में इनका काम कैसे डेवलप
हुआ इनके मैच्योर वर्क जो इनके त किताबें च प्रूव मम टू बी द अल्टीमेट जादूगर वोह क्या काम था बाद में क्या काम था लेटर
वर्क्स लेटर वर्क्स में जब ये थोड़ा बीमारी के तरफ और जाने लग गए थे तब उनका क्या काम था कुछ की कांसेप्ट इनके देख
लेंगे कुछ एरिज मस कवर कर लेंगे कुछ कुछ कोटेशंस कवर कर लेंगे और उसको लेकर हम लोग आगे बढ़ेंगे अब क्या है भाई नीचे का क्या
सिग्निफिकेंट था फिलोसोफी के प्रति मतलब अब आप कह लो कि नीचा ही क्यों कुछ लोग उनको एक सोशल रेटर के तरह कहते हैं एक
सोशल क्रिटिक कहते हैं मेरा पॉडकास्ट हुआ था एक एंथ्रोपोलॉजी के साथ और ही वाज अ नीचा नीच स्कॉलर था
मैं लिंक मोस्ट प्रोबेबली नीचे डिस्क्रिप्शन में डाल दूंगा इंग्लिश चैनल बनाया था कोशिश करी थी उस पर डालने की तो
उनके साथ बहुत बड़ा डिस्कशन था उनका नाम रोड्रिगो था काफी उम्र में बड़े साउथ अमेरिका साइड के ब्राजील वगैरह के थे मेरे
को अभी याद नहीं ठीक से कन्वर्सेशन हुआ था बड़े सोफिस्टिकेटेड आदमी हमने ऑन ऑनलाइन काफी लंबी बात करी थी बत ऑफलाइन भी काफी
लंबी ऑफ द कैमरा बात हुई थी तो काफी ज्यादा ही वाज इन टू दिस फिलोस फिकल आइडियो जीी ऑफ नीच तो
उनकी बात है कुछ जो उन्होंने रखा था कि नीच ना सिर्फ एक फिलोसोफर थे बट ही वाज अ हिस्टोरियन ही वाज अ सॉलिड हिस्टोरियन ऑफ
हिस टाइम उन्होंने हिस्ट्री को पकड़ के पलन लिया था पूरी तरीके से जो कि उन्होंने खुद भी अपनी किताबों में
कहा साइकोलॉजी हिस्ट्री पे तो दिया साइकोलॉजी प बहुत ज्यादा डेप था सिगमंड फ्रॉड फ्रॉड बाबा सिगी उन्होंने
खुद अपने मुंह से यह कहा था कि फ्रेडरिक विल्हेम नीचा इज वन ऑफ द ग्रेटेस्ट साइको एनालिस्ट
या साइकोलॉजिस्ट ऑफ आवर टाइम या इन ह्यूमन हिस्ट्री सिमन फ्रॉड मतलब सिमन फ्रॉड यंग यह सब जो है युंग यह सब स्लग बेरस है और
वह इनके तरफ देखते थे डक नीचे क्योंकि ओबवियस सी बात है पिताजी का देहांत होना इतनी कम उम्र में भाई का देहांत होना इतनी
कम उम्र में औरतों के बीच में पैदाइश होना और जब आप औरतों के बीच में रहते हो तो आपका माइंड सेट चकि आप एक मेल हो आपके
अंदर एक मेल एनर्जी होती है मैस्कुलर जीी जिसको फेमिनिन एनर्जी अपनी तरह से टेम करने की मतलब जैसे शेर होता ना शेर को
चोपकर हो मार के वैसे ही तो वह थोड़ा इनके अंदर जनाना पन आ गया एफी मेसी जिसको बोलते हैं मजाक इनका बनता था तो लवेज की भाई कुछ
ना कुछ तो करना है कुछ अलग करूंगा कुछ अलग करूंगा फिजिकल स्ट्रेंथ इनके पास से नहीं आर्मी में बढ़ती हो गई चोट वोट लग गई या
बीमारी सिफिलिस की वहीं से लगी इनको किसी ब्रोत वगैरह से फिर उन्होंने बोला वो नहीं तो किताब ही सही और वहां से ये हटना शुरू
हो गए क्योंकि इन्होंने देखा कि वेस्टन सिविलाइजेशन में जो कि हम आगे बात करेंगे अभी तो हम सिगमंड फ्रॉड की बात कर रहे हैं
कि भाई सिगमंड फ्रॉड ने कहा ही हैज इन डेप्थ साइकोलॉजिकल नॉलेज क्योंकि इन्होंने देखा
है लू सेलोम के साथ किस तरीके से धोखा हुआ है इनका अक्रॉस द कॉन्टिनेंट मूव करे हैं यूरोप में इधर घूमे उधर
घूमे तो ओबवियसली औरतें लड़किया इंप्रेस रहती थी इनसे धोखा मिलना वहां से इनके बेस्ट फ्रेंड के साथ उनका अफेयर चलना और
इधर इनके ऊपर वह दबाव तो कहीं ना कहीं इनको वह साइकोलॉजिकल डेप्थ मिल गई थी जो कि अपने लेटर्स के थ्रू फ्रस्ट्रेशन के
थ्रू निकालते थे अपनी बहन एलिजाबेथ के ऊपर या जो लेटर्स लिखते थे जो भी अपने फ्रेंड्स वगैरह को लिखते थे अपने कलीग्स
को लिखते थे और जैसे-जैसे इनका काम आगे बढ़ता गया कलीग्स तो इनके ज्यादा बचे नहीं बट द पॉइंट इज मार्टिन हाइडेगर जब आए तो
मार्टिन हाइडेगर इज नोन एज द फादर ऑफ फेनोमेनल जिकल स्कूल ऑफ थॉट एंड द फिलोसोफी ऑफ एक्सपीरियंस किस तरीके से
इंसान का माइंड एमपिर कली एक्सपीरियंस को कैप्चर करता है और उसका क्या हिस्ट्री के ऊपर और फ्यूचर के ऊपर प्रेजेंट पे तो
ओबवियसली क्या फर्क पड़ता है दीज आर दीज पीपल आर फेनोमेनल लेक्चर इसके ऊपर भी बनाया जाके देख सकते हो व्ट
फेनोमेनल तो इन्होंने कहा कि ही इ द फ्लैग बीर एपिटोल ऑफ वेस्टर्न वेस्टर्न मेटा फिजिक्स अब यहां प
मेटा फिजिक्स अगर मैं थोड़ा सा एक्सप्लेन कर दूं मेटा फिजिक्स यहां पर जानना बहुत जरूरी है आगे हम लोग मेटा फिजिकल कांसेप्ट
के ऊपर बात करेंगे पलेटो एरिस्टोटल के टाइम तक मेटा फिजिक्स को लिया जाता था इट इज समथिंग चच इज बियोंड स फिजिकल
रियलिटी फॉर एग्जांपल यह बना है ना तो यह बना यह तो माइक था अब ये माइक था
इस माइक से पहले एक सोच आया होगा उस सोच से पहले फर्स्ट कॉज क्या था उस चीज को सोच के आने का फर्स्ट कॉस क्या था या बिग बैंग
हुआ बिग बैंग में एक सिंगुलेरिटी थी या जो भी कहा जाता है मैं ज्यादा फिजिक्स में पढ़ूंगा नहीं अ गलती की गुंजाइश है तो व
फटा है ना टाइम का कोई मीनिंग नहीं था टाइम की कोई वैल्यू नहीं थी वो फटा उससे पहले कुछ पार्टिकल्स थे कुछ था वो यनो
सिंक्रोनाइजेशन में आया तो यूनिवर्स बना तो फर्स्ट कॉज था जो च इ इन एक्सप्लेनेबल जिसको तुम इवे यूज करके नहीं एक्सप्लेन कर
सकते न्यूटोनिन लॉज नहीं लग सकते आइं आइंस्टीन के लॉज नहीं लग सकते उसके ऊपर फिजिकल लॉज नहीं लग सकते वो बियोंड दिस
फिजिकल रियलिटी एक यह जिसको एरिस्टोटल ने अपनी किताबों में मेटा फिजिक्स को बहुत अच्छे से विस्तार से बताया लेकिन बाद में
जब 100 साल बाद उनकी किताबें जो है एडिट होने लग गई बाद में जब वो किताबें एडिट होने लग गई तो वहां पर जो राइटर्स थे
उन्होंने उनकी किताब को कंपाइलेशन करके बोला टा ता मेता ता फिजिका बियोंड दिस फिजिकल वर्ल्ड तो फर्स्ट कॉज कहीं ना कहीं
कह सकते हो कि व्हाट इज फर्स्ट कॉज और उसकी स्टडी को मेटा फिजिक्स कहते हैं अलग-अलग तरीके की मेटा फिजिक्स होती है इस
पर हम जाएंगे नहीं तो इन्होंने कहा कि वेस्टर्न सिविलाइजेशन वेस्टर्न फिजिक्स वेस्टर्न मेटा फिजिक्स के यह पिनेकल प थे
मतलब नीचा टॉप मोस्ट सबसे मजे खिलाड़ी थे वेस्टर्न मेटा फिजिक्स में और चकि नीचे भी फर्स्ट कॉज में जाने
की कोशिश करते थे और उनका क्रोध था कि क्यों वेस्टर्न सिविलाइजेशन में क्रिश्चियनिटी का इतना बोल बाला आ गया
जबकि हमको पता है और सबको पता है कि उसका कोई पुख्ता सॉलिड सबूत नहीं है वो कोई कांसेप्ट नहीं है जिसको पकड़ सकते हो फिर
भी दुनिया उसके वजह से चल रही है तो कैसे बना फर्स्ट कॉज क्या हो सकता है किसी भी ऐसी स्लेव मोरालिटी क्या आने का अपने को
मोरन लेजिस्लेटर तो वो कहते ही थे ये कहते हुए कि ये एक सिविलाइजेशन है जैसे पास्ट में बहुत सिविलाइजेशंस आए हैं ग्रीक
सिविलाइजेशन आए हैं भाई अभी भी कहा जाता है अटलांटिस पोसा इडन का जो घर अटलांटिस कहां है भाई
अटलांटिस लेकिन एक जादुई जगह है अटलांटिस तो वही सब एक्सप्लेन करते हुए उन्होंने कहा कि राइज
एंड फॉल ऑफ सिविलाइजेशंस तो उन्होंने उसकी मेटा फिजिक्स समझने की कोशिश करी कि उसकी क्या थी उसकी नेचर ऑफ रियलिटी क्या थी और
वो हम क्यों नहीं समझ सकते और समझ नहीं सकते तो क्यों नहीं समझ पा रहे तो यह सबके ऊपर इन्होंने कुछ बात करी ऑस्व स्पिंगलर
स्पिंगलर स्पिंगलर जो भी आप कहना चाहे ही वा पॉलीमथ हिस्ट्री फिजिक्स मैथमेटिक्स फिलोसोफी समता कंसीडर नेचर टू बी वन ऑफ द
ग्रेटेस्ट फिलोस फर्स ऑफ ग्रेटेस्ट हिस्टोरियंस ऑफ हि टाइम हिस्ट्री को समझना जो कि हम आगे पढ़ेंगे सिंथेसिस जो
उन्होंने क्रिएट किया गगल का लेक्चर था नाने थीसिस एंटी थीसिस सिंथेसिस थीसिस मतलब किसी चीज को बताना एंटी थीसिस उसका
विरोध करना दोनों के बीच में एक मिडल ग्राउंड फाइंड करके है ना विवाद ना करके संवाद करवा के जो भी बोल रहा हूं दोस्ती
करवा के और सिंथेसिस निकालना तो अपोलो अपोलोनियन एंड डायो फिलोसोफी स्कूल ऑफ थॉट केस एंड ऑर्डर का मिलन करवाया और आगे उसको
एक्सप्लेन किया तो जिनल जीी जिनिल ऑफ मोरल्स और बर्थ ऑफ
ट्रेजेडी में इन्होंने इसी को एक्सप्लेन किया राइ ऑफ सिविलाइजेशन अी इन किताबों को हम लेकर चलेंगे तो अगर कोई शौक के लिए
किताब पढ़ता है कि भाई मेरे को तो स्पॉइलर्स नहीं चाहिए तो भाई स्पॉइलर्स यहां पर किताब के रह सकते हैं बट यहां पर
हम फिलोसोफी उन किताबों को कवर करने की कोशिश करेंगे अभी क्या था
कि हिस्टोग्राम काफी ज्यादा काम रहा जो कि खुद हिस्टोरियंस ने कहा जैसे गिबन मोमसेन ब्रॉडल ब्रदल जो भी
आप कना चा इन लोगों ने कहा कि नीचा वास मोर ऑफ अ हिस्टोरियन देन अ फिलोसोफर जिस तरीके से हिस्ट्री को इंटरप्रेट किया और
उसके इंप्लीकेशंस आगे बताए व बहुत जरूरी था जैसे बता दिया कि एडवेंटम है लिज्म आ रहा है ऐसे ही सिविलाइजेशन जैसे बनी थी
टूटी थी जो भी रीजंस की वजह से महामारी कुछ हुई हमारी सिविलाइजेशन 2021 आगे वाली आने वाली सिविलाइजेशन वो खत्म होंगी बिकॉज
एडेंट ऑफ नाजम साइंटिफिक रेवोल्यूशन आ रहा है खत्म हो रहा है गॉड मर चुका है अगर लेक्चर होग अगेन विस्तार से जानना य पर हम
टच करेंगे बट गॉड मर चुका है अभी अल्टीमेट लेक्चर तो यहीं हमको बताना
पड़ेगा अब एनालिटिकल फिलोसोफर जो थे जो कि फिलोसोफी को बहुत सिस्टमैटिक तरीके से देखते हैं जैसे हिगल हुए बर्टन रसल हुए
स्पिनोजा हुए यह लोग कुछ हद तक इनुल कांड हुए जर्मन आइडियलिज्म जो हुआ पर से यह लोग ना ऐसे फिलोसोफर को फिलोसोफर नहीं सोशल
क्रिटिक कहते थे या गुड पोएट्स कहते थे कि भाई एक अच्छा क कवि लिखता है एक अच्छा कवि है कविताएं लिखता है लेकिन एक सोशल
कमेंटरी कर देता है सोशल क्रिटिक है मतलब क्या हो रहा है दुनिया में उसके ऊप टिप्पणी कर देता है लेकिन इसका मतलब यह
नहीं कि मंझा फिलोसोफर है क्योंकि इसके बातों में कोई कांटेक्ट नहीं है जो कि कांट्रडिक्ट्री थी इनकी कुछ बातें फड नीच
की जिसको हम आगे भी पढ़ेंगे किस तरीके से लॉजिकल फैले निकाली बट एंड रसल जैसे ससल जैसे लोगों ने जिन्होंने कहा कि इनकी
थ्योरी थोरेट्स पर्सनल ओपिनियन दिए कि जैसे जरथुस्त्र जो किताब थी दपोर थस जिसके ऊपर हम जिसके ऊपर
हम कवर कर रहे हैं लेक्चर सीरीज कहा गया कि भाई जबरदस्ती खींची हुई है जबरदस्ती घुमाने वाली बात है जबरदस्ती
बाल की खाल निकाली जा रही है घुमा के गा वापस लाया जा रहा है कुछ ने कहा कि भाई ये इसने हमारे दुख दर्द पीड़ा का संविधान दे
दिया है मतलब सलूशन दे दिया है अभी क्या है सबके अपने मिक्स ओपिनियन से कोई कुछ कह
रहा है कोई कुछ कह रहा है लेकिन बड़े-बड़े फिलोसोफर की जो पैंथन ऑफ फिलोस फर्स कहते हैं जैसे पैंथन ऑफ गॉड्स होता है ना ऐसा
मंदिर जहां पर सारे उच्च कोटि के गॉड्स रहते हैं वैसे जैसे रूसो हो गए प्लेटो एरिस्टोटल
सक्रत ऐसे ही इनको भी गिना जाता है उस उच्च कोटि के दर्जे में दिया जाता है अब यहां पे नीचे को जब भी पढ़ो सबसे
इंपॉर्टेंट चीज है उसको अपने पर्सनल लेवल पर पढ़ के समझो क्योंकि इट्स अ नीचे का पूरा काम मेटाफोरिकल काम है मतलब मुहावरों
के प्रति बात हो रही है है नीचे के काम की तो उसको यह मत समझो कि उसका एक सॉलिड मीनिंग निकलेगा या उसका कन्वर्ट होते हुए
मीनिंग निकलेगा सबके अपने मीनिंग है सबके अपने पर्सनल ओपिनियन है अभी क्या
है आगे बढ़ते हुए थोड़ा सा मैं देख लूं मैं कहां हूं हो ना जाऊ आगे बढ़ते हुए इनकी हिस्टोरिकल
ब्रिलियंस के बारे में जान लेते हैं कि भाई नीचा का क्या हिस्टोरिकल ब्रिलियंस था अब इनका जो था क्लासिकल एजुकेशन में
फिलोलॉजी फिलॉसफी ऑफ लैंग्वेज कह सकते हैं ग्रीक लैंग्वेज लिटरेचर फिलोसोफी और ग्रीक टेक्स्ट से बहुत ज्यादा रुझान था और ग्रीक
भी इनको थोड़ी बहुत आती थी उससे फायदा यह होता है अगर आप कोई भी लैंग्वेज सीखिए तो उसे उससे फायदा यह होता है कि आप
प्राइमरी टेक्स्ट बेहतर तरीके से पढ़ सकते हैं जैसे मैंने फ्रेंच और जर्मन फ्रेंच मेरे को थोड़ी बहुत आती थी जर्मन सीखनी
शुरू करी जिससे कि मैं इन फिलोसोफर का प्राइमरी वर्क पढ़ सकूं जो उनका प्राइमरी इंटरप्रिटेशन है वरना आपको जब वो किताब के
फॉर्म में इंग्लिश में आता है तो बहुत दिक्कत हो जाती है कुछ का कुछ बन जाता है तो इन्होंने वो टेक्स्ट पढ़े इनके ऊपर अगर
इन्फ्लुएंस की बात करें जो कि हम आगे पढ़ेंगे इनका क्या कांटेक्ट था जिन्होंने इनकी इंटेलेक्चुअलिटी को डेवलप किया बहुत
अच्छे से वो था कि भाई वगन और शफेनर जैसे फिलोस वनर तो कंपोजर थे जैसे अ बथ होविन लेवल के
थवन वगैरह है ना बथ हविन मोजार्ट इन लेवल के कंपोजर्स में यह माने जाते थे रिचर्ड वगन और मेरी बातचीत भी हुई थी बट आगे बढ़
नहीं पाई एक रिचर्ड बोगनर का ग्रेट ग्रेट ग्रैंडसन था शायद उसके साथ में पॉडकास्ट करने वाला था बट वो हो नहीं पाया बट हां
बहरहाल कमेंट सेक्शन के थ्रू हमारी बातचीत हुई थी मैं बोगनर के जब गाने सुनता था वहां पर कमेंट में उन्होंने लिखा वाज माय
ग्रेट ग्रेट ग्रैंडफादर तो मैंने बातचीत करी थी कनेक्ट हुए थे बट हां आगे बात बढ़ नहीं पाई जो भी थी मैं बिजी हो गया चीजों
में बट वनर की फिलोसोफी वनर के सोंग्स का इंटरप्रिटेशन वच इज एस्थेटिक्स इन इट सेल्फ चच इज द फिलोसोफी ऑफ एस्थेटिक्स
म्यूजिक के अंदर फिलोसोफी है म्यूजिक आपकी लाइफ को मीनिंग दे रहा है किस तरीके से म्यूजिक आपकी लाइफ को चेंज करने की कोशिश
कर रहा है उसका बहुत ज्यादा इनके ऊपर असर था अभी क्या था ग्रीक माइथोलॉजी ने में
इन्होंने अपना रिजॉर्ट ढूंढा कि ग्रीक माइथोलॉजी ऐसी माइथोलॉजी है बहुत माइथोलॉजी है
दुनिया में इंडियन माइथोलॉजी है चाइनीज माइथोलॉजी है जपनीज माइथोलॉजी है बट ग्रीक माइथोलॉजी वास समथिंग इन्होंने कहा कि
बहुत बहुत सारी कुंजियां उसमें छुपी हुई बहुत सारी चाबियां है तालो की ऐसे ताले जो एक्जिस्टेंशल क्वेश्चन के ऊपर हमारी
एक्जिस्टेंस के ऊपर बात कर रहे हैं उनकी चाबी भया इन्ही इ इ ग्रीक फिलोसोफी और ग्रीक माइथोलॉजी में जिसको पढ़ना हमको
बहुत ज्यादा जरूरी है अभी क्या है व ग्रीक ट्रेजेडी में बहुत ज्यादा इंटरेस्टेड है प्लेटो का है ना ट्रेजेडी क्या है
ट्रेजेडी भाई जैसे थिएटर में हम पैसा देक जाते हैं रोने दैट इज ट्रेजेडी पता होते हुए भी अफसोस
ट्रेजेडी ने अलस अलस सोफो क्लीस इनलो की जो ट्रेजेडी थी उसके ऊपर ध्यान दिया बहुत
ज्यादा पढ़ने की कोशिश करी जिसको हम लोग आगे समझेंगे वैसे इतना डेप्थ में नहीं जाएंगे क्योंकि ऑफ टॉपिक चला जाएगा बट हा
समझना बहुत जरूरी है बाकी अपोलोनियन और डाना सियन डा कोटमी उन्होने समझा कि किस तरीके से इन दोनों चीजों कांसेप्ट का मिलन
हो रहा है केस एंड ऑर्डर में मिलन हो रहा है और इसी के डि की वजह से उन्होने कहा यह सिंथेसिस बहुत जरूरी है अपोलोनियन और
डायनास सिंथेसिस इ वेरी इंपोर्टेंट और इसी इसी के डिक्लाइन की वजह से वेस्टर्न सिविलाइजेशन डूब रहा है और वेस्टन
सिविलाइजेशन डूब के खत्म हो जाएगा उन्होने ट्रैजिक मिथ्स के कांसेप्ट को समझाया ट्रैजिक मिथ्स
मतलब ग्रीक माइथोलॉजी में अगर ट्रैजिक मिथ्स को लेकर चलो तो गॉड्स और ह्यूमंस के बीच में जो वार्तालाप चल रहा है कि भाई
गॉड है उसने एक ह्यूमन के साथ बच्चा कर लिया और वो एक डेमी गॉड है बच्चा जैसे अपने गॉड ऑफ वर
में क्रेटोस हुआ एक डेमी गॉड है या हरकुलिस जो एक डेमी गड क्रेटोस पता नहीं डेमी गड है कि नहीं हरकुलिस का जो
कांसेप्ट है ही डेमी गड जूस का खून है उसके अंदर तो उसके अंदर जो ट्रेजेडी आपकी आ रही है उसके अंदर क्या हो रहा है और
उसकी वजह से जो उसका उसका जो डिक्लाइन हुआ उन ट्रैजिक मिथ्स को जो समझ नहीं पा रहे हैं उसकी वजह से कैसे वेस्टर्न
सिविलाइजेशन का डिक्लाइन हो रहा है ग्रीक्स कैसे अपनी सफरिंग को अर् कर पाते थे उन माइथोलॉजी की वजह से और माइथोलॉजी
क्यों जरूरी है होना उनका डिक्लाइन डिक्लाइन की वजह से उनके क्या हो जाता है क्या हश्र होता है सोसाइटी का वह सब
समझाने की कोशिश करी फिर इन्होंने एनालिसिस दिया ग्रीक गॉड्स का जो कि हम अपोलो और डायनास के बारे में बात करेंगे
जिसमें केस ऑफ प्राइमलूना हूं फिर यहां पे इन्फ्लुएंस इनका बड़े फिलोस फर्स के ऊपर है जन पॉल
साथ अल्बर्ट कामल मार्टिन हाइडेगर मिशल फुको
तो यह सब जो चीजें जब आई और नीचे का बोलबाला हुआ तो इनकी फिलोसोफी और स्ट्रांग होती चली
गई एक्सेप्टेंस ऑफ ह्यूमन एक्जिस्टेंस बिकम वेरी पावरफुल
इंसान एजिस्ट कर रहा है अस्तित्ववाद जो आए एक्जिस्टेंशल फिलोसोफर उनकी श्रेणी और स्ट्रांग होती
चली गई उनकी आइडियो जीी और स्ट्रंग होती चली गई वो और आसानी से एक्सेप्ट होते चले गए नीचे की वजह से मॉडर्न सिविलाइजेशन का
इन्होंने जिस तरीके से क्रिटिसिजम दिया लोगों को लगता है कि ही वास अ वेरी मॉडर्न फिलोसोफर कि भाई वो तो कह रहा है गॉड इज
डेड अपने को कुछ समझता है गॉड तब से आपसे तो उसका फ्रेडरिक नीचे का सिंपल मीनिंग उनका यह था कि भाई
तुम मेरी बातों से डर क्यों रहे हो मतलब मेरी बातों को कठोर क्यों समझ रहे हो आई एम नॉट द ट्रुथ आई एम पॉइंट माय फिंगर
टुवर्ड्स द ट्रुथ मैं तो सिर्फ उंगली दिखा के सत्य की तरफ आपको लेकर जाना चाह रहा हूं तुम तो मुझे ही सत्य मान रहे हो अरे
मैं कोई मजाक थोड़ी कर रहा हूं मुझे कोई मजा थोड़ी आ रहा है गॉड को टट बोलने में मैं तालियां थोड़ी मार रहा हूं मैं खुश
थोड़ी हो रहा हो अरे मैं तो तुमको वार्निंग दे रहा हूं कि वेस्टर्न सिविलाइजेशन डूब रहा है साइंटिफिक
रेवोल्यूशन की वजह से और सिविलाइजेशन का मतलब होता है उसका कल्चर जो उस सिविलाइजेशन को सोसाइटी को बनाता है कल्चर
डूब रहा है क्यों क्योंकि तूने ही अपनाया है किसको साइंटिफिक रेवोल्यूशन को तो तुम खुद ही अपने हाथों से गॉड को मार रहे हो
यह तुम्हारे लिए एक आई ओपनर है इसको आई ओपनर के तरह लो रदर मेरे ऊपर तुम आंखें दिखाओ इनका कहना था यहां पे आगे बढ़ने से
पहले एक छोटी सी सी कहानी जो कहीं पढ़ी थी अभी याद नहीं आ रही बट नीचा के बारे में ही वाज अ वेरी गुड पिया निस्ट पियानो बहुत
अच्छा बना बजाते थे वो अभी क्या था जो फिल्म अगर आप लोगों ने देखी होगी वन नीचा वेप्ट यही नाम है उसका
जिसमें दिखा रहे हैं नीचा पियानो बजा रहा है पागल आदमी दिखाया उसको पागल की तरह पियानो बजा र है नहीं बजा रहा है या उसको
देख के ऐसा लगता है इंटरप्रेट होता है कि नीचे वानर में खुद को देखता था तो वानर पियानो जैसे बजाते थे वैसे ही नीचे भी
पियानो बनाने की कोशिश करें बट नीचा वाज अ ब्रिलियंट पिया निस्ट ऐसे इवेंट हो रहा था और उस इवेंट में नीचा को पियानो बजाना था
पियानो अपना बजा रहे हैं और बिजली कड़कने लग गई उस वक्त तो भाई थिएटर सॉलिड इतने नहीं होते थे कि भाई अच्छे से कोस्टिक
प्रूफ है साउंड प्रूफ है है ना बाहर की आवाज अंदर नहीं आ रही लेकिन अंदर की इको कर रही है अब क्या हुआ बाहर बिजली कड़क
रही है और सब डिस्टर्ब हो गए कि भाई अब तो सुनाई नहीं देगा और नीचा उस बिजली के साथ-साथ अपना प बजा रहे थे अपने को ढाल
लिया जैसे ब्रूसली कहते हैं ना बी वाटर माय फ्रेंड वैसे ही ढाल लिया अपने को सिचुएशन के हिसाब से और लोग तालियां बजा
रहे हैं लोग मजे ले रहे हैं कि भाई क्या ब्रिलियंट ब्रिलियंट पिनिस है बिजली ने इसको रोका नहीं बट बिजली के साथ यह चलता
फिरा बिजली के साथ चलते हुए इसने उसी के म्यूजिक को इनकॉरपोरेट करते हुए उसकी आवाज को उसके नोट्स को इनकोरेट करते हुए पियानो
बजाया तो एक छोटा सा कि भाई जो जीनियस होते हैं ना उनकी एक आदत नहीं होती वो बहुत तरीके के उनकी विभिन्न प्रकार
विभिन्न तर तरीको तरह की आदतें होती है कोई कुछ करता है कोई कुछ करता है आइंस्टीन वायलन ब जाते थे बाकी साइंटिस्ट फिलोस भी
बहुत कुछ करते थे तो जीनियस की पहचान होती है अब आगे बढ़ते हुए हम लोग नेचर के फिलोसॉफिकल कांटेक्ट के बारे में बात
करेंगे बहुत इंपॉर्टेंट यहां पर इस चीज को आगे बढ़ने से पहले हम लोग चकि हम लोग यहां पर बात
करेंगे जर्मन डिलिम के ऊपर कि जर्मनी में क्या आइडियलिज्म चल रहा था तो आइडियलिज्म का एक इनर नट शल मीनिंग ले लेते हैं
आइडियलिस्ट कौन होते हैं पहले तो आइडियलिस्ट कौन नहीं होते वो एंपसिस नहीं होते वो मटेरियल नहीं होते वो फिजिकलिटी
नहीं होते इन सबके मीनिंग आप गगल करके देख ले वरना फिर बोलोगे कि लेक्चर इधर उधर ले जाता हूं
मैं बट आइडियलिस्ट वो होते हैं जो कलेक्टिव वर्क करके एक यूटोपिया देखने की कोशिश करता और अपने फिलोसोफी के थ्रू एक
परफेक्ट यूटोपिया एक परफेक्ट सिस्टम अपने आसपास इमेजिन करते हैं वो आइडियलिस्ट होते हैं अब उसमें बहुत तरीके के आइडियलिज्म
होता है मेटा फिजिकल आइडियलिज्म होता है ट्रांसिड आइडियलिज्म होता है जिसके बारे में इनुल कांड जैसे फिलोसोफर ने बात
करी बट यहां पे जो इंटेलेक्चुअल लैंडस्केप था 19 सेंचुरी का व हम जान ले जिसकी वजह से नीचे कहीं ना कहीं इंस्पायर हुए थे
जर्मन आइडियलिज्म में दो प्रमुख वखत फिलोसोफर आए थे इमानुएल कांट और फ्रेडरिक हेगेल या फ फ्रेडरिक हेग उनका नाम भी
फ्रेडरिक था हैगल पूरा नाम ले रहे हैं तो जॉर्ज विल्हेम फ्रेडरिक गगल अब इमानुएल कांड का थोड़ा यह था कि
भाई धर्म का उपयोग करते हुए थोड़ा जरा बचते बचाते व फिलोसोफी को धर्म से मिलाते हुए और एनालिटिक्स से मिलाते हुए लेकर
चलना चाहते थे उनका जो काम था पिस्ट कोमोल मेटा फिजिक्स के ऊपर वह 19 सेंचुरी जर्मनी में बहुत ज्यादा सॉलिड था और इधर आए गगल
गगल ने अपना डाकोटिन दिया हेगेल ने बात करी एब्सलूट स्पिरिट के ऊपर बात करी एब्सलूट ट्रुथ के
ऊपर बात करी उनकी जो फिलोसोफी ऑफ हिस्ट्री थी वह बड़ी स्ट्रंग थी तो इन सबसे बहुत ज्यादा इनका रुझान था रोमांटिसिजम बहुत
ज्यादा यह रोमांटिसिजम से बहुत ज्यादा इन्फ्लुएंस है अब 19 सेंचुरी यूरोप में दो तीन
रोमांटिक फ जैसे फ्रेडरिक शिलिंग और जॉन गोटली फि फटे जो भी नाम है इनका फिच प्रोनंसिएशन आप देख लेना जो कि ह्यूमन
नेचर इंडिविजुअलिज्म इमोशन एक्सप्रेशंस इनके ऊपर बात कर र थे एक्सप्रेशन मतलब यह वाले ये आप कर सकते हैं यह वाला
एक्सप्रेशन नहीं बट एक्सप्रेशन एंड हाउ यू एक्सप्रेस योर इंडिविजुअल सेल्स हाउ यू आर एबल टू डिटैच फ्रॉम द सोसाइटी चच यू आर इन
और अपने को एक्सप्रेस कर पा रहे हो डिटैच करके एस एन इंडिविजुअल सेल्फ इन रोमांटिक मैनर च इ मोर इंडिविजुअल मैनर तो वह उसके
बारे में बात चल रही थी एक्जिस्टेंशलिज्म में उस वक्त जो बोल बाला सॉलिड था क्योंकि नीचा को कहा जाता है फ्लैग रि ऑफ
एस्टेंड भी एक फिलोसोफर थे जो आए थे जिसके ऊपर हमने लेक्चर एक बना रखा है उनके ऊपर भी अल्टीमेट लेक्चर हम बनाएंगे एक नोट्स
में ऐड कर लेते हैं सन अल्टीमेट लेक्चर बहुत ज्यादा इंपॉर्टेंट है तो यह सब चीजें हुई
सर कीर के ठीक है तो यह सब चीजें हुई जिसकी वजह से 19 सेंचुरी का जो इकोसिस्टम था बहुत ज्यादा
इन्फ्लुएंस था क्योंकि किरकी पहले फिलोसोफर बने जिन्होंने डिस्पर सोरो एक्जिस्टेंशल ड्रेड डिप्रेशन इन सबके ऊपर
ला किया वन ऑफ द फर्स्ट प्राइमरी साइको एनालिस्ट भी कह सकते हो साइकोलॉजिस्ट भी कह सकते हो बट इनका मेन काम यही
था अपनी चॉइस के ऊपर बात करना फ्रीविल के ऊपर बात करना इंडिविजुअल चॉइस कैसे एक्जिस्टेंशलिज्म की तरफ जाती है सब
इन्होंने बात करी फिर साइंस एंड टेक्नोलॉजी में तो सबको पता है भाई चार्ल्स डार्विन डंका बजाने वाले ओरिजिन
जो उनकी किताब थर ओरिजन ऑफ स्पीशीज 18 59 जो नेचुरल सिलेक्शन सर्वाइवल ऑफ द फिटेस्ट इवोल्यूशनरी थ्योरी क्या होती है भाई साहब
सब कुछ ऊपर नीचे कर दिया था वहां से जो माइंडसेट बदला है लोगों का वह माइंडसेट को कोई भी उस माइंडसेट की बराबरी नहीं कर
पाया फिजिक्स एंड केमिस्ट्री में माइकल फेरडे आए जेम्स क्लर्क मैक्सवेल आए मैक्सवेल आए सबको पता है इलेक्ट्रिसिटी
में क्या इन लोगों का योगदान रहा है ठीक है पीरियोडिक टेबल में मेंडलीफ दिमित्री दिमित्री मेंडलीव ये लोग आए ये सब
साइंटिस्ट जो थे इन्होंने और स्ट्रांग कर दिया स तुम देखोगे ना तो 18 192 तीन सेंचुरी में ना पूरा बदल दिया तो मैं
हमेशा कहता हूं जब इन तीन सेंचुरी में सब बदल सकता है तो आने वाली 200 साल 300 साल क्या-क्या नहीं हो सकता इंडस्ट्रियल
रेवोल्यूशन आने लग गया ईस्ट इंडिया कंपनी पकड़े हुई है भारत को कॉलोनियल रूल्स किस तरीके से इंडस्ट्रियल इजेशन हो रहा है रॉ
मटेरियल एक्सट्रैक्ट हो रहे हैं शिपों में भर भर के जा रहे हैं वहां पर इंडस्ट्रियल यूरोप में इंडस्ट्रियल रेवोल्यूशन है
नौकरियां जा रही है लोग परेशान क्या करें भाई गॉड की तरफ देखें या देख रियलिटी की तरफ देखें किसके तरफ देखा
जाए यहां तो पूरी तरीके से उजाड़ा जा रहा है तोड़ा जा रहा है इसमें लिटरेचर आ जो लिटरेचर देने वाले
लोग आए जिसमें रियलिज्म और नेचुरलिज्म के ऊपर बात हुई चार्ल्स डिकन चार्ल्स डिकेंस की किताबें बहुत अच्छी है ओलिवर ट्विस्ट
फिर डेविड कॉपरफील्ड यह सब ओलिवर ट्विस्ट चार्ल्स डिकेंस की ही है यह सब कुछ नवल्स है मेरे फादर ने पढवा थी काफी अच्छी
टय ठीक है गुस्ताफ फलो य सब जो राइटर्स हैं सोशल इश्यूज के ऊपर बात होने लग गई ल टलता रशियन सोशल इश्यूज के ऊपर बात कर रहे
थे किस तरीके से स्रेस होती है महिलाएं औरतें लोग बुजुर्ग इस तरह दोस्तों इसकी आए किस तरीके
से गॉड की जरूरत है सोसाइटी में बिना गॉड के एवरीथिंग इज इफ देयर इज नो गॉड देन एवरीथिंग इज परमिटेड इनकी फेमस लाइन
रोमांटिसिजम में आए कुछ नाम है मैं पढ़ देता हूं रोमांटिसिजम में सल टेलर कलरिज लॉर्ड बायरन फिर एक फेमस
नाम इसमें वन ऑफ द मोस्ट फेमस पोएट्स विलियम वर्ड्सवर्थ उनकी कुछ पोयम्स है मेरे को तो मैंने याद भी करी थी ड फल्स
करके उनकी पोयम है वो मेरे फादर ने अगेन याद करथ बिकॉज माय फादर वास इनटू लिटरेचर वेरी मच ही वास वेरी लर्ड पर्सन तो चलती
विती डिक्शनरी बोलते थे हम लोग घर में उनको तो मैं उतना नहीं पढ़ पाया ओबवियसली ना अपनी इतनी क्षमता है बट डेविड
कॉपरफील्ड डेविड कॉप बोल रहा हू य चार्ल्स डिकस हो गया ए लाइटन हो गए उसके बाद विलियम वर्ड्सवर्थ हो गया य सब चलता रहता
था हमारे रॉबर्ट फ्रॉस्ट चलता रहता था फिर सिंबॉलिज्म और एसथेटिसिजम में ऑस्कर वाइल्ड ऑस्कर वाइल्ड की किताबें नवल्स पोट
ऑस्कर वाइल्ड की पोएट्री चार्ल्स बलेर आ गए प्रोनंसिएशन जिनके को पता नहीं मैंने पढ़ा नहीं है उनके
प्रोनंसिएशन ऊपर नीचे बट जो पता वो मैं बताता जा रहा हूं यह सब तो हो गए जो थोड़ा बहुत रुझान रहा एस्थेटिक्स के ऊपर
सिंबॉलिज्म सिंबॉलिक मूवमेंट्स बनाए इन लोगों ने बट मेन जो यहां से जो शुरू हुआ ना
जो चेंजेज हुए कौन नहीं जाता इनको जो सोसाइटल चेंज हुए जो कि आए मार्क्स िक एंगे ये कार्ल मार्क्स इन लोगों का मिलन
इन लोगों ने किस तरीके से कम्युनिस्ट मेनिफेस्टो लिखी और कैपिट इजम की तो खोल के पूरी हालत कर दी
एक तरफ क्या चल रहा है कैपिट जम का पूरी तरीके से पकड़ आ गई है इस तरफ फ्रेडरिक एंगेज इंगेज आ गए हैं कार्ल मार्क्स आ गए
हैं कम्युनिस्ट मेनिफेस्टो है कम्युनिज्म का क क्रिटिसिजम चल रहा है सॉरी कैपिट जम का क्रिटिसिजम चल रहा है सोसाइटी को पूरी
तरीके से एक्सपोज कर रहे हैं यहां जॉन स्टुअर्ट मिल आ गए यूटिलिटेरियन जम के ऊपर बात चल रही है
पॉलिटिकल थ्योरी चल रही है एथिक्स के ऊपर बात चल रही है प्रिंसिपल्स के ऊपर बात चल रही है तो पूरा उथल हो रखी थी कि अब हम
अपनाए तो अपनाए गया और उसी उथल पुथल का कुछ ना कुछ रिफ्लेक्शन आपको नीचे की फिलॉसफी में भी देखने को मिलेगा नेशनलिज्म
और लिबरलिज्म के ऊपर बात चलने लगे अपने राइट्स के ऊपर पहले तो भाई तुम्हारा अरिस्टो क्रेटिक रूल होता था मोनार्क
मोनार्क रूल होता था राजा रानी एक इंसान के हाथ में सारा ल अब लोगों को समझ में आने लग गया व्हाट इज द ट्रू मीनिंग ऑफ
नेशनलिज्म एक कंट्री है उसी कंट्री को पकड़ के उसी को कंट्रोल करो उसी के लिए लिबरलिज्म आने लग गया कि फ्रीडम ऑफ स्पीच
क्या होती है फ्रीडम ऑफ एक्सप्रेशन क्या होता है राइट्स क्या होते हैं इसके ऊपर बात होने लग गई मेनस राइट के ऊपर बहुत
ज्यादा वमस राइट अबोलिशनिस्ट करो मेनस राइट होते हैं भाई उसमें जो कुछ एक दो की फिगर्स है विमेंस राइट में सजन
बी एंथनी और एलिजाबेथ कैडी टैटन ये वनस राइट इन्होने डिक्लेयर कर दिया कि औरतों के भी अपने राइट्स होते हैं औरत एक बच्चा
पैदा करने की मशीन नहीं है अबोलिशनिस्ट म के ऊपर बात हो रही है कि भाई फ्रेडरिक फ्रेडरिक डगलस और विलियम लॉयड गैरिसन ये
लोग कह रहे हैं अबॉलिश करो भाई स्लेवरी नहीं अच्छी होती यह स्लेव ट्रीटमेंट बंद करो कितने स्लेव्स अफ्रीका से ले जा ले जा
के छोड़े गए थे य यूएस की साइड लेकर गए थे पोर्ग की साइड लेकर गए थे इंडिया भी कुछ कुछ लाए गए थे मर जाते थे कितनी शिप्स तो
डूब जाती थी कितने तो मर जाते थे जो शिप्स होती थी उसमें लाइफ बोर्ड पर सिर्फ अंग्रेज लोग जो गोरे लोग होते थे वो चढ़
जाते थे और बाकी शिम डूब रही है डूबने दो एक और चीज एजुकेशन एंड पब्लिक हेल्थ पर बात होने लगी कि एजुकेशन इज नॉट ओनली फॉर
द सिलेक्ट फ्यू फॉर द नोबल्स फॉर द क्लर्जी फॉर द टॉप क्लास जो तुम्हारा फ्यूड सिस्टम चल रहा था है ना रॉयल लोग
हैं ऊपर की ही एक क्रीम है ऊपर का ही मजमा है एक नीचे में किसी को मतलब नहीं नीचे को पढ़ाया भी नहीं जाएगा तुम्हारा काम है बीज
बोना खेती करना जानवर मानवर फसले ंगना इन्होंने बोला नहीं भाई यह सब तो नहीं होगा 19 सेंचुरी आ चुका है
20 सेंचुरी आ चुका है अब तो दुनिया बदल रही है देश बदल रहा है सब कुछ बदलेगा तो एजुकेशन पब्लिक हेल्थ के ऊपर की पब्लिक
हेल्थ सब फम होनी चाहिए तो यह सब यह था एनवायरमेंट जिसने इन्फ्लुएंस किया फ्रेडरिक य शर्ट पता नहीं ऊपर क्यों हो
जाती है भा बारबार जरा थोड़ी सी हम वेकेशन पर गए थे तो थोड़ी जरा टैनिंग ट्यूनिंग हो गई है तो जरा उस पर ध्यान ना दे बीच बीच
पर गए थे हम तो यह था इन इनके ऊपर ना क्या 19 सेंचुरी का लैंडस्केप था पूरा मैंने आपको समझा
दिया तो इस लैंडस्केप ने बहुत ज्यादा इन्फ्लुएंस किया फ्रेडरिक नीच को फ्रेडरिक नीच की फिलोसोफी को ग्रीक माइथोलॉजी तो
उन्होंने पढ़ी बट यह फिलॉसफी इस का मेन रोल हमेशा से रहा है यहां पे अगर अब हम बात करें की इनफ्लुएंसेस ऑन नीचा के नीचा
के ऊपर क्या इंपॉर्टेंट इन्फ्लुएंस थे किन फिलोसोफर के इन्फ्लुएंस पड़े पर्टिकुलर ऐसे फिलोसोफर जिन्होंने नेचर ऑफ रियलिटी
और मेटा फिजिक्स के ऊपर विशेष टिप्पणी दी हमने प्री सोक्रेटिक जो अल्टीमेट लेक्चर बनाया
था सबसे बड़ा लेक्चर अभी तक का मेरा तो उसमें हमने बात करी थी एक फिलोसोफर जो पाइथागोरियन स्कूल के अंदर कंसीडर होते थे
जिनका नाम था हिरा क्लिट अब हिरा क्लिट की यहां पे ना एक सिंपल थ्योरी थी जो कि समझ लो नीचा ने अपने अंदर एंबॉडी करी जो कि
अपोलो डायना इसिन फिलोसोफी ले लो या फिर हिरा क्लिट के अगर में कहू मैं पहले हिरा क्लिट को समझा देता हूं जिसने वो लेक्चर
देखा नहीं वना जाके देख सकते हो हेरेकलिटस का सीन ना यह था कि उन्होंने एक कांस्टेंट फ्लक्स के बारे में बात करी
कि दुनिया इज एवर चेंजिंग बाकी जितने फिलोसोफर थे प्री सोक्रेटिक जो सक्रत सक्रास क्रेटिक जो पूरा टाइमलाइन देना
प्री सोक्रेटिक है उसके बाद तुम्हारे सोफिस है उसके बाद तुम्हारा सोक्रेटिक फिलोसोफर है अब क्या था प्री सोक्रेटिक की
फिलॉसफी को एक तरीके से कमर्शल इज कर दिया सोफिस ने और सक्रेटीज ने आकर उन सबको खारिज किया कि ये जो कर रहे हैं गलत कर
रहे हैं तो ये इनल ये था तो हेरेकलिटस ने कहा कि एवरीथिंग इज चेंजिंग उनसे पहले फिलोसोफर कह रहे थे कि एवरीथिंग इज अ
कांस्टेंट देयर इज अ कांस्टेंट जो समझ लो इमूवेबल फोर्स है जो एजिस्ट करती है यूनिवर्स में व्हिच इज बियोंड आवर
अंडरस्टैंडिंग ऑफ रियलिटी हमसे हमारे दिमाग से परे हैं हमारे इमेजिनेशन से परे वो एजिस्ट करती है यहां पे आए हिरा क्लीटस
जिनकी फेमस लाइन है जो उनकी फेमस लाइन है यू कैन नॉट स्टेप इन टू द सेम रिवर टवा इस क्योंकि तुम नदी में पैर नहीं रख सकते
क्योंकि नदी के पार्टिकल्स तो आगे निकल जाएंगे तुम्हें लग रहा है नदी वही है सेम तो नदी है भाई यमुना नदी है गंगा नदी नहीं
लेकिन जो पार्टिकल्स थे वो तो निकल गए वो पार्टिकल्स उस पर्टिकुलर टेंपरेचर पे उस पर्टिकुलर अरेंजमेंट पे उस पर्टिकुलर
स्ट्रक्चर में कभी नहीं आ पाएंगे जैसे इस क्षरण में थे इस इस समझ लो प्रेजेंट मोमेंट में
थे तो यह बड़ा इनसे रिलेट करते थे क्योंकि लेटस ने एक तो कहा कि भाई यह है कि कांस्टेंट चेंज के ऊपर बात करी फायर एस
प्राइमरी एलिमेंट की सब चीजें फायर से बनी फ्रेडरिक नेचर की फिलोसोफी में फायर एक बहुत इंपॉर्टेंट रोल निभाता है जैसे द
स्टार बर्थ ऑफ डांसिंग स्टार है ना फायर फायर होना एरोगेंस होना बहुत जरूरी है इंसान में फ रेक्टस का लव और स्ट्राइफ का
जो कांसेप्ट था मतलब प्यार होना चाहिए गुड होना चाहिए अब जब गुड को तभी समझ सकते हो जब इवल होगा भाई बदमाश लोग होंगे तभी तो
समझ पाओगे अच्छे लोग कौन होते हैं तो यह सब कांसेप्ट के ऊपर बात हुई तो राकट जरा यहां पर फेमस हो चेक करले चल रहे है कि
नहीं जरा माफी चाहेंगे ठीक है करना पड़ता है भाई कैमरा पता चला हम बग गए और कैमरा नहीं चल रहे
शर्ट जरा हमलोग सेट वेट कर ले ऊपर हो जा रही है तो इन शॉर्ट रेक्टस से काफी ज्यादा इनफ्लुएंस उनके लव एंड स्ट्राइफ के अगर
यूनिवर्सल हार्मोनी होनी लानी है तो प्यार भी होना चाहिए क्रोध भी होना चाहिए बिना दोनों चीजों की इन यांग वाला जो डा इजम का
कांसेप्ट होता है उस तरीके से अब नीचे ना बहुत ज्यादा
सोक्रेटिक डिस्कोर्स कह लो या सोक्रेटिक रशन इजम से बहुत ज्यादा चिड़ते थे कि जो ट्रेजेडी थी अभी हम आगे पढ़ेंगे ग्रीक
ट्रेजेडी जो थी कि एक हीरो एलिमेंट है हीरो एलिमेंट कैसे डूब जाता है उसको रिलेट किया वेस्टन सिविलाइजेशन से सकति सकरात के
वक्त से जो शुरू हुआ आना रशन इजम का कांसेप्ट एविडेंस बेस्ड सिस्टमैटिक कांसेप्ट डायलेक्टिकल कांसेप्ट एक सिस्टम
समझ लो फिलॉसफी का उसने वो खत्म कर दी वो रोमांच खत्म कर दिया वो एस्थेटिक्स खत्म कर दिए आगे आने वाले फिलोसोफर प्लेटो
वगैरह एस्थेटिक्स के से बड़ा चिड़ते थे मैंने एक लेक्चर बना रखा रखा है वाय प्लेटो टेड आर्ट उसमें मैंने ये सब कवर
किया हुआ है बट मतलब सारे लेक्चर एक से जुड़े हुए हैं फिलॉसफी तुम पूरी पढ़ो वेस्टर्न फिलॉसफी एक दूसरे से जुड़ी हुई
है तो मैंने लेक्चर हर चीज के बना रखे हैं जाके देख सकते हो तो उन्होंने कहा यार यह लोग जो है ना खराब कर रहे हैं माहौल खराब
कर रहे हैं लेकिन एक तरफ चिड़ते थे लेकिन एक तरफ नीचे ने तारीफ भी करी कि भाई इनका जो मेटा फिजिक्स का क्रिटिसिजम है
ट्रेडिशनल मोरालिटी मतलब रिलीजस मोरालिटी का जो क्रिटिसिजम है वो कहीं ना कहीं सही है ठीक है मैं पूरी तरीके से सहमत नहीं
हूं इनके रशन रशन आइडियाज को लेके मतलब बहुत ज्यादा हर चीज को तोल करके चलते हैं उससे मैं ज्यादा खुश नहीं हूं सिस्टमैटिक
फिलॉसफी में से बट ठीक है जो क्रिटिसिजम दिया वो अपनी तरफ फिर जैसे जैसे जर्मन आइड जम बढ़ता गया इनका इंट्रोडक्शन हुआ आर्थर
आर्थर शोपन हर से और शफेनर के जो पेसिम जम था मतलब डार्कनेस डार्क रियलिटी जिस तरीके से
वह दिखाते थे अंधकार दिखाते थे इस दुनिया का सत्य दिखाने की कोशिश करते थे कि असली सत्य अंधकार में है
उससे यह बहुत ज्यादा रूबरू हुए उससे यह बहुत ज्यादा प्रेरित हुए मोटिवेटेड हुए इनको लगा कि यार कोई तो है चलो जो
नॉर्मलाइज कर रहा है द मीनिंग ऑफ एक्जिस्टेंशल एंग ए अस्तित्व को लेकर जो सवाल उठते हैं
आपके उसकी वजह से तो जो पीड़ा आती है उसको बोलते हैं एक्जिस्टेंशल एंस तो बहुत ज्यादा रिलेट कर पाए और उनकी चीजें अपने
किताब द बर्थ ऑफ ट्रेजेडी में इन्होंने इंप्ला करी इसको पर हम आगे थोड़ा सा समझने की कोशिश करेंगे गगल से काफी ज्यादा
इनफ्लुएंस कि हिस्ट्री को किस तरीके से गगल ने पढ़ने की कोशिश करी पढ़ाने की कोशिश करी समझने की कोशिश करी कि भाई ी इस
तरीके से ही समझाई जाती है और यही सही तरीका है हिस्ट्री समझने का लेकिन जो हेगेलियन डायलेक्टिक्स थे जो कि हमने
सिंथेसिस थीसिस एंटी थीसिस का कांसेप्ट पढ़ा उसको ही रिजेक्ट करते थे कहीं ना कहीं अगर तुम इनकी किताब पढ़ोगे समझ में
आएगा रिजेक्शन ऑफ हि गलियन डायलेक्टिक्स था बट हां ह्यूमन एवोल्यूशन ह्यूमन हिस्ट्री ह्यूमन इसके ऊपर जो बातें गगल ने
कही हुई थी काफी ज्यादा इससे प्रभावित काफी ज्यादा उसमें इंटरेस्टेड रिचर्ड वनर के बारे में तो हम पढ़ ही चुके हैं रिचर्ड
वनर का काफी ज्यादा इन्फ्लुएंस रहा है जिसको हम अभी विस्तार से समझेंगे रिलेशनशिप क्या था उनकी वाइफ के साथ क्या
रिलेशनशिप था इनका बाकी वॉल्टर वोल्टर ने जैसे वो किया क्रिटिसिजम दिया डॉगम प्रिंसिपल्स का क्रिटिसिजम दिया रिलीजन का
क्रिटिसिजम दिया फ्रेडरिक नीचे को काफी ज्यादा पसंद आया कि भाई हां यह बंदे ने कुछ सही काम किया फिर जक
रोसो उनसे यह सहमत भी थे उनको रिजेक्ट भी करते थे रिजेक्ट करते थे उ हिज आइडिया ऑफ सोसाइटी एंड नेचर बट सहमत थे
इंडिविजुअलिज्म और ऑथेंटिसिटी की कि इंसान की ऑथेंटिसिटी क्या होती है तुम इनकी राइटिंग में देखोगे और सो की चीज
रिफ्लेक्ट होती है और बहुत अच्छे तरीके से रिफ्लेक्ट होती है तो वो सब ये सब चीजें देखोगे इनकी राइटिंग में जो कि हम आगे
पढ़ते जाएंगे तो समझ में आएगा मॉडर्न साइज में अगर देखा जाए चार्ल्स डार्विन का इनके ऊपर बहुत
ज्यादा असर र बच का कांसेप्ट जो एक ऐसा इंसान है व्हिच इज अबब एवरीवन सर्वाइवल ऑफ द फिटस वाला कांसेप्ट इन्होंने अप्लाई
किया जिसको हिटलर ने ओबवियसली ट्विस्ट करके अपनी तरह से दिखाने की कोशिश करी बाकी कुछ चीजें हैं बाकी कुछ जो मैंने
नोट्स में लिख रखे हैं लिटरेचर और पोएट्री में जोहान वल्फ गैंग वन उगते यह जो कुछ राइटर्स हैं पोएट्स हैं और इन लोग के
कांसेप्ट ऑफ डेमोनिक इन ह्यूमन क्रिएटिविटी एंड पैशन इन सबके ऊपर विस्तार से बात करी अप्लाई किया
ठीक है फ्रेडरिक होल्डन फिर फ्रेडरिक होल्डन यह सब कुछ राइटर्स है उनका ग्रीक ट्रेजेडी के तरफ
एक्सप्लोरेशन नीचा को बड़ा रु जानता था भाई कि भाई उनके एस्थेटिक सेंसिबिलिटी बहुत स्ट्रांग लगती थी तो नीचा ने उन सबको
कलेक्टिवली मिलके अपनी फिलॉसफी में एंप्लाई करने की कोशिश करी ये तो कुछ इनफ्लुएंसेस थे फिर पर्सनल एक्सपीरियंस
में जो इनकी रिलीजस अपब्रिंगिंग थी उसकी वजह से तो इनके ऊपर असर रहा ही है जो भी नीचे का एक्सप्लिसिट जिसको इंग्लिश
में एक शब्द यूज होता है वेहट ठीक है या वहम मतलब एकदम गंदगी गंदे तरीके से खोल के रख देने वाला क्रिटिसिजम ऑफ क्रिश्चियनिटी
नेचर ने देना शुरू किया उनकी अपब्रिंगिंग की वजह से उनकी रिलीजस एजुकेशन जिस भी तरीके से हुई और बाकी बाकी तो उनकी जो
फिलोस फिकल अंडरस्टैंडिंग और फिलोलॉजिकल अंडरस्टैंडिंग च लैंग्वेज के बारे में जो उन्होंने पढ़ा तो प्राइमरी सोर्सेस से
ज्यादा रूबरू थे तो आसानी हुई चीजें समझने में अभी यहां पर रोमांटिक मूवमेंट का अगर इन्फ्लुएंस ले ले नीचा के ऊपर तो वह क्या
था और किस तरीके से आया अब रोमांटिसिजम मतलब कि आप सब्जेक्टिव इंडिविजुअल ओपिनियन और थ के
ऊपर ज्यादा ध्यान तवज्जो महत्व जो कहना चाहो दे सकते हो सबसे पहली चीज हम अभी तक ऑब्जेक्टिव थथ के बारे में बात हो रही थी
साइकोलॉजी जैसा कोई फील्ड नहीं था अभी हमें पता है साइकोलॉजी होती है साइको एनालिसिस होता है साइको एनालिटिक्स होते
हैं किस तरीके से अभी तो बिजनेस में भी डेमोग्राफिक एक तरफ होता है साइकोग्राफिक एक तरफ होता है कि क्या साइकोलॉजी काम कर
रही है कंज्यूमर की रोमांटिक मूवमेंट से पहले एक ऑब्जेक्टिव ुत के ऊपर ही हमेशा बात चलती
थी नीच ने इसको खारिज किया कि अगर आपको एक्जिस्टेंशल एंस के ऊपर बात करनी है आपको अगर अस्तित्व से लेकर जो पीड़ा आ रही है
अस्तित्व पीड़ा जो जो आ रही है उसके बारे में बात करनी है उसके लिए आपको इंडिविजुअल लेवल पर जाके इमोशंस को समझना होगा तो
ऑब्जेक्टिविटी हटाओ सब्जेक्टिविटी ही यहां पर सब कुछ है तो सिर्फ नीचा ना सिर्फ जो कि उनको देखा जाता है कि पगलेट आदमी था वो
नीज बाबा का सबसे बड़ा रोल रहा था मेंटल हेल्थ को नॉर्मलाइज करना क्योंकि उन्होंने कहा इंडिविजुअल इमोशन के ऊपर तो कोई बात
ही नहीं कर रहा भाई सब कुछ लॉजिक राशनलिज्म स्ट्रक्चर्ड लॉजिक में पढ़ रहे हैं सब कुछ लॉजिक के हिसाब से चलना चाहिए
एक इंसान का क्या होगा उस इंसान का क्या होगा जो अपने ऊपर सवाल उठा रहा है उस इंसान का क्या होगा जो धर्म के ऊपर सवाल
उठा रहा है और उस वजह से वह एक पीड़ा में है कि क्या पता मैं जो इतनी मेहनत कर रहा हूं अपनी जिंदगी त्याग दे रहा हूं उसका
कुछ होने भी वाला है या नहीं होने वाला इसको लेक नीजा बहुत ज्यादा परेशान थे अभी क्या थे यहां पर थोड़ा ना नीजा का
पर्सनालिटी नीजा की पर्सनालिटी थोड़ी अलग निकल के आती है एक तरफ आप वो रहे हैं कि ट्रेडिशनल वैल्यूज ट्रेडिशनल
मोरल सिस्टम्स को उखाड़ के फेंकना है एक तर तरफ आप नेगेट कर रहे हैं जो इनलाइटनमेंट डेरा है नेगेट मतलब खारिज कर
दे रहे हैं इनलाइटनमेंट डेरा को क्योंकि इनलाइटनमेंट डेरा में सारे साइंटिफिक रेवलेशन
है एक तरफ लोगों ने इसलिए भी उनको थोड़ा सा पागल पागल घोषित किया क्योंकि इनलाइटनमेंट एरा में कह रहे हैं कि भाई अब
तो हम धर्म से बाहर आ रहे हैं रिलीजन को हटा रहे हैं ट्रेडिशनल मोरालिटी को हटा रहे हैं और साइंटि रेवोल्यूशन ला रहे हैं
इंडस्ट्रियल रेवोल्यूशन ला रहे हैं सोसाइटल रेवोल्यूशन ला रहे हैं नीचा ने कहा कि भाई ला तो रहे हो लेकिन लॉजिक में
इतना पढ़ गए हो कि ह्यूमन इमोशन और बेसिक ह्यूमन नीड एंड अंडरस्टैंडिंग तुमने खुद ब खुद खारिज कर दे कर दी है तो जरा बीच में
जो तलवार पर चलने वाली बात थी वह नीचे की बहुत ज्यादा प्रॉमिनेंट हो गई कि ना तो तुम्हें भाई ट्रेडिशनल मोरालिटी चाहिए ना
तो तुम्हें भाई चाहिए क्या इनलाइटनमेंट रा चाहिए तो आपको चाहिए तो चाहिए क्या थोड़ा एक बार शेर कर दो आर्ट्स और एस्थेटिक्स के
ऊपर इनका बहुत ज्यादा हमेशा से रुझान रहा है आर्ट बहुत जरूरी है एस्थेटिक्स बहुत जरूरी है एक इंसान को उसकी सफरिंग से बाहर
निकालने में इन्हीं दो चीजों का हाथ होता है अगर यह दो चीजें एजिस्ट नहीं करेंगी तो इंसान अपनी सफरिंग से बाहर नहीं आ सकता है
यह जो कला देख रहे हो यह नृत्य देख रहे हो यह संगीत देख रहे हो इसके अंदर एक ऑर्डर है जो हमारी जिंदगी के केस को संभाल सकता
है इसके बारे में नीचा ने बोला एमफसिस दिया तभी इनकी दोस्ती रिचर्ड वानर से बहुत ज्यादा थी रिचर्ड वानर वानर वानर के साथ
इनका जो संबंध था वो बड़ा ही यूनिक था क्योंकि वानर जिस तरीके से अपना संगीत कंपोज करते थे और उसको उतारते थे ड्रामा
में होता था ना पहले ऑर्केस्ट्रा में क्या होता था म्यूजिक नहीं बजता था एक तरफ म्यूजिक बज रहा है एक तरफ आर्टिस्ट और
एक्टस जो होते थे उसको डिस्क्राइब करते हुए दिखा रहे हैं उस म्यूजिक को लाइफ में लाते हैं तो उसको नीचे ने बहुत अपने ऊपर
लिया कि भाई आर्ट एंड एस्थेटिक्स इज वेरी इंपोर्टेंट ये यही है जो ट्रांसफॉर्म करेगा एक इंसान को तो इसको कभी भी खारिज
मत करो अब यहां पर अगर रोमांटिसिजम मूवमेंट में अगर हम बात कर ल रिचर्ड वानर की किस चीज ने इनको इन्फ्लुएंस किया तो एक
है ग साम कुं स्वर्क टोटल वर्क ऑफ आर्ट जो कि नीचा की यूनिटी ऑफ आर्ट एंड लाइफ मतलब आर्ट और लाइफ का मिलन जो होता है उसको
बहुत अच्छे से डिस्क्राइब करता था शॉप नर की जो रोमांटिक पेसिम मिज थी हम शॉप नर की पेसिम जम शॉप नर को हमेशा से डार्क
फिलोसोफर कंसीडर कि गया बट ही वाज अ वेरी रोमांटिक फिलोसोफर उनकी पेसिम जम में खूबसूरती थी उनकी पेसम मिज समझो तो बोलो
यार डार्क चीजों को भी उसने कितने अच्छे से समझा रखा है क्योंकि उन्होंने कहा एक सिक्का हमेशा दो पहलू के हिसाब से होता है
या तो शोले का सिक्का नहीं हो सकता य दोनों तरफ हेडस या दोनों तरफ टेल्स है ताली एक हाथ से नहीं बचती जब तक अपने
कंटाप नहीं बजाओ तो एक ही हाथ से बजेगी वरना दो हाथ से ही ताली बचती है तो एक डार्क साइड है और एक रियल साइड है चच इज द
जो हम लोग बोलते हैं गुड साइड और एक इविल साइड तो ल साइड जो हम जिसको इवल कंसीडर करते हैं व उतना इवल है नहीं शिनार ने यह
कहा जिससे नीचे बहुत ज्यादा फ्रेडरिक नीच रिजोनेट कर पाए खुद को रोमांटिक्स का और काम क्या था ना एक तरफ आपका इंडस्ट्रियल
चल रहा है अर्बनाइजेशन चल रहा है इंडस्ट्रियल रिवोल्यूशन आ गया जो गांव है शहरों में बसने बनने लग गए अर्बनाइजेशन तो
यहां पर ना नेचर से बहुत ज्यादा इन लोगों का रिलेशन था आप जितने विलियम वर्ड्सवर्थ चार्ल्स डिकंस
और थे जिसने टॉम सोयर किताब लिखी है मैं नाम बोल रहा हूं उसका राइटर का य सब कुछ जो राइटर्स थे इन लोगों ने क्या किया है
ना इन लोगों ने यह किया ओलिवर ट्विस्ट शायद उसी लिखे मैंने उस व गलत बोल दिया था डेविड
कॉपर चार्स ने लिवर ट लिखी है या यह जो राइटर था उसने लिखी अभी मैं इसके नाम भूल जा रहा हूं उनका ब टॉम सोयर यह सब किताबें
लिखी हुई है तो इन लोगों ने नेचर को दिखाने की कोशिश करी कि ऐसा होता है रोबर्ट फ्रॉस्ट अपनी पोएट्री में नेचर को
दिखाने की कोशिश करी तो वो इंडस्ट्रेक एक नेचर और नेचर की रियलिटी खत्म होती जा रही है तो वह वापस लाना बहुत
जरूरी है ऐसे ही नीचा ने कहा नीचा ने कहा कि भाई नेचर और नेचर की जो फोर्सेस है वह बहुत जरूरी होती
हैं अपने को समझने में जब तक नेचर को नहीं समझोगे खुद को नहीं समझोगे तभी जरथुस्त्र में सॉलिट्यूड दिखाया माउंटेंस दिखाया
मार्क ट्विन मार्क ट्विन टॉम सोयर जिसने लिखी है मैं मार्क टन का नाम बोल रहा था तो तो तो
बुक्स पढ़ोगे तो तुम्हें दिखेगा कि नेचर से कितना उसमें कनेक्शन है इंडस्ट्रियल की तरह दिखाया गया उन किताबों
में कि किस तरीके से इंडस्ट्रियल ने स्लेव्स बना दिए इंडस्ट्रियल ने अर्बनाइजेशन ने खत्म कर दिया लोगों को अब
लोग पैसों के पीछे भागते हैं कैपिट जम आ गया है जिसको सिस्टमिक तरीके से ओबवियसली कार्ल मार्क्स ने एक्सप्लोइट करने की
कोशिश करी कैपिट इज्म को यह लोग और रोमांटिक तरीके से कर रहे थे और इंडिविजुअल तरीके से कर रहे थे उन्होंने
और एक्सप्लिसिट तरीके से करी तो फर्क इतना ही था लेकिन वही बोलते हैं ना ग्रास ऑन द अदर साइड ऑलवेज लुक्स ग्रीनर जब
इंडस्ट्रियल रिवोल्यूशन नहीं था तो लोग बोलते थे क्या काश मास प्रोडक्शन हो पाता चीजों को काश इंडस्ट्रियल आ पाता काश हम
लोग तरक्की कर पाते तरक्की कर गए तो वापस पीछे जाना है तो वो ह्यूमन टेंडेंसी होती है यहां पे रोमांटिक्स जिसमें नीचे भी आते
थे अपने को रिबेल्स कहते थे वो ये कहते हैं कि हम रिबेलियस लेके चल रहे हैं एक रेडिकल मूवमेंट मतलब खतरनाक बदलाव वाला
मूवमेंट लेके चल रहे हैं अगेंस्ट ट्रेडिशनल वैल्यूज एंड ट्रेडिशनल सिस्टम्स बियोंड गुड एंड इवल में यही कहा गया
बियोंड गुड एंड इवल में रिवैल्युएशन ऑफ ऑल मोरल्स के बारे में बात करी कि हम बनेंगे मोरल लेजिस्लेटर हम भाग्य बदलेंगे ना
सिर्फ जर्मनी का बट इस दुनिया का जर्मनी को हम बनाएंगे एक मूरत के तरह जर्मनी को हम बनाएंगे एक
मिसाल एक एग्जांपल कि देखो इसके तरह संपन हो तो एक रिबेलियस फाइटर्स हो गए एक तरीके से अपने ट्रेडिशनल ल के अगेंस्ट यहां पर
इन्फ्लुएंस में अगर कहे तो नीजा शोपन हर से जो जो जो फिलोसोफी उठाई थी और फिलॉसफी से इंस्पायर्ड थे एको में जिसको इन्होंने
और विस्तार से डिस्क्राइब किया है तो सबसे पहले इन्होंने किताब उठाई द वर्ल्ड ज विल एंड रिप्रेजेंटेशन शॉप लेक्चर बनाया
हुआ जाकर देख सकते हो क्या था उसमें या बड़ा इंसान वो उससे मोटिवेटेड बड़ा एकदम प्रभावित की
इंस्पायर्ड इस तरीके की किताब भाई मैं ही नहीं हूं और भी लोग हैं जो सोचते हैं फिलॉसफी के बारे में इस तरीके से भाई मजा
आ रहा है पढ़ने में कांसेप्ट जो विल टू पावर का कांसेप्ट है विलज मा जो जर्मन में बोला जाता है उधर शफर ने विलम लेबन का
कांसेप्ट दिया विल टू लाइफ इन्होंने विल टू पावर दिया और ऐसे कांसेप्ट इन्होंने उठाने शुरू करें अभी यहां पे इनको क्यों
मिल गया नीचा बाबा को कि भाई हम सिर्फ ट्रेडिशनल वैल्यूज और ट्रेडिशनल मोरल सिस्टम ने किस तरीके से सोसाइटी को
इंपैक्ट किया उसके बारे में बात नहीं कर रहे अब हम बात कर रहे हैं कि ट्रेडिशनल वैल्यूज ऑफ मोरल सिस्टम में किस तरीके से
इंडिविजुअल को इंपैक्ट ये है भैया यह तो कांड चल रहा है बड़े लेवल पर नहीं छोटे लेवल पर भी बड़े लेवल इंसान बड़े लेवल पर
सोसाइटी और सिविलाइजेशन इससे इफेक्ट हो रही है तो इंडिविजुअल लेवल पर इंसान हो रहा है और अगर इंडिविजुअल लेवल पर इंसान
हो रहा है तो कलेक्टिवली वो एक कल्चर हो रहा है एक सोसाइटी हो रही है और कलेक्टिवली उसकी वजह से एक सिविलाइजेशन हो
रहा है तो यह तो घर से शुरू हो रही है बात क्या क्या आइडिया से थोड़े से मैं पढ़ देता हूं कि भाई नीचे वास कैप्ट वेटेड बाय
शोपन हर आईडिया ट लाइफ इज ड्रिवन बाय रिलेंस रेशनल विल टू लिव तो कि एक
इनबल डिजायर है और और और चाहिए और चाहिए ऐसी प्यास जो कभी बुझाई नहीं जा सकती है उससे बड़ा ये इंप्रेस है कि यार यह तो है
यह तो सही बात है ये तो धार्मिक लोगों में भी बात है और और और और इसकी वजह से सोसाइटी इसके वजह से हमारे आसपास के लोग
इसकी वजह से डाउनफॉल ऑफ सिविलाइजेशन हो रहा है इसके ऊपर तो ध्यान कोई नहीं दे रहा है लेकिन शोपिन हर ने जिस तरीके से बात
करी उसने जो शेप किया कि एक यंग फिलोसोफर को शोनर जैसा मैच्योर फिलोसोफर मिलना उस यंग फिलोसोफर की मैच्योरिटी को और बढ़ा
देता है और फ्रेडरिक विल्हेम नीचा के साथ भी यही हुआ हम लोग इनके पार्ट टू पर आते हैं
अर्ली वर्क्स इनका शुरुआती काम क्या था और शुरुआती काम को समझने से पहले हम समझ लेते हैं कि इनका माइंड सेट क्या था क्या
कॉन्टेक्स्ट था जिस वजह से इन्होंने अपना काम लिखना शुरू किया अब ग्रीक और रोमन टेक्स्ट तो ये पढ़ ही रहे थे प्राइमरी
सोर्स ठीक है और सोफो क्लीस इकलस ऐसे जो ग्रीक ट्रैजिक राइटर्स से जो ग्रीक ट्रेजेडी जिसके ऊपर अभी हम आगे बात करेंगे
उसे बहुत ज्यादा प्रभावित थे कि किस तरीके से ग्रीक ट्रेजेडी शेप लेती है तो यह तो था ही वागन थे शोपन हर थे गगल वगैरह तो
बहुत थोड़ा रहा फिर पर्सनल एक्सपीरियंस इनके बहुत स्ट्रांग रहे पर्सनल एक्सपीरियंस में बीमारियां इनकी आनी शुरू
हो गई आईसाइट वक होने लग गई हेडेक्स आने लग गए उल्टियां होती थी पेट दर्द होता था छाती में दर्ड रहता था इनको लगा भाई अब
लिखने का वक्त आ गया है अब जो सोच रहे हो भैया फ्रेडरिक बाबा फ्रेडरिक भैया उतारते जाओ उसको कब तुम्हारा वक्त आ जाएगा पता
नहीं और थोड़ा बहुत जो इनका रुझान था टुवर्ड्स द सोसाइटल नॉर्म्स जैसे आर्मी में जाना फौज में जाना अच्छी बात मानी
जाती थी चोट फोट भी लग गई थी एक घड़ सवारी करते हुए इनको बहुत बुरी तरीके से चोट लगी थी गंभीर गंभीर चोट तो उस वजह से इनको समझ
में आ गया भाई यह भी बेकार है अपना किताब कलम पेंसिल उठाओ और बैठ के निक्को यह सब फालतू टाइम वेस्ट वाली बातें और उस टाइम
पर ना जर्मन आइडियलिज्म वास एट इट्स पीक कांट ले लो गगल ले लो यह लोग आ रहे हैं एक सिस्टमिक फिलोसोफी दे रहे हैं वर्ल्ड व्यू
दे रहे हैं हि के ऊपर जो बात करी करी बट नीचा ने कहा कि यार यह तो खत्म कर दिया इंडिविजुअल कांसेप्ट को रोमांटिक कांसेप्ट
को तो पूरी तरीके से तोड़ के खत्म कर दिया इसमें कुछ बचा ही नहीं अब तो हमें मजा ही नहीं आ रहा ऐसी भी कोई फिलॉसफी होती है
जिसने पूरी तरीके से सब कुछ उठा के पटक दिया सिर्फ ये नहीं इन्होंने क्रिटिसिजम दिया कल्चरल मीडियोक्रिटी के ऊपर कि भाई
कल्चर में अगर कोई इंसान आके अ मैं नाम लेता हूं कौन सा इंसान कोई इंसान आके अगर क्रिटिसिजम दे भी रहा है तो क्या बच्चों
वाली क्रिटिसिजम दे रहा है जिसमें उन्होंने टारगेट किया एक और फेमस हिस्टोरियन और थियोलोजियन को जिनका नाम था
डेविड सॉस और बड़ी दुश्मनी भाई डेविड सोस की यह और वानर दोनों मिलके एकदम मतलब वो होती है ना जैसे हमारे हर हर हाउसहोल्ड
में कुछ आंटियां होती है जो चुगली करती हैं वो चुगली करते थे भाई रिचर्ड वगन और ये फ्रेडरिक नीचा और इनकी जो रिचर्ड वगन
की जो वाइफ थी जिनका नाम था कोसमा वनर वो भी घुस जाती थी बीच में और इनका जरा फ्रेडरिक नीजा की क्रश थी
कोसमा वनर अब रिचर्ड य डेविड सॉस का क्या था सिंपली उन्होंने जीसस के ऊपर राइटिंग द अपनी और जीसस के कांसेप्ट को ना डी
मिस्टिफाई करती अभी हम आगे पढ़ेंगे क्या था रिचर्ड डेविड स्स और इनका फ का रिलेशन तो
डी मिस्टिफाई कर दिया मतलब जादुई जो शक्तियां दिखा रखी हैं जीसस की उसको उठा के जमीन पर रख दिया बोले भाई वो इंसान था
क्रिश्चियनिटी हो सकता है ट्रू हो लेकिन वो ज्यादा ही एजरेट था तो व ना जरा नीचे चिड़ते थे कि भाई अगर थोड़ा बहुत जो एसेंस
स्पिरिचुअल बचा था वह भी तुमने खींच लिया बाहर जो लोगों को वो लोगों के लिए सोचते थे भाई नीचे लोगों को लगता है किई लोगों
के लिए नहीं सोचते थे नीज लोग नीचे ये बोलते थे कि जो थोड़ी बहुत स्पिरिचुअल गोल्स और स्पिरिचुअल माइंडसेट लोगों के
पास बचा था कि क्रिच क्रिश्चियनिटी में थोड़ी बहुत स्पिरिचुअलिटी है वो भी तुमने खींचनी बा या तो पूरी तरीके से खींचते
पूरी तरीके से डीबंक करते पूरी तरीके से तोड़ते ये मेच मजदार में क्यों रख दिया लोगों को तो इन्होंने को समा गनर को कहा
था कि आप टेंशन मत लीजिए भाभी जी हम हम जो है इनकी अच्छे से लेंगे तो जरा भाभी जी घर पर है वाला था इधर के भाभी जी उधर जाते थे
उधर के भैया उधर भाभी जी करते थे तो यही फ्री ट्रिक नीचे का था जरा कोसमा वानर के ऊपर क्रश था इनका तो इन्होंने वादा किया
कि मैं डेविड सोस की लू और ली भी तो डेविड सोस ने कहा भाई मैं ना इस बंदे से कभी मिला ना मैंने इस बंदे के ऊपर कुछ कहा ना
कोई तंस तंस कसा ये तो भाई मेरे पीछे ही पड़ गया हाथ धो के तो इनकी राइबरी थी जिसके ऊपर इन्होंने अनटाइमली मेडिटेशंस
फ्रेडरिक नीचा ने इसको कवर किया है जिसको हम आगे कवर करेंगे उनकी बुक में इनके एक एकेडमिक हेल्पर थे एकेडमिक मेंटर मेंटर कह
सकते हो जिनका नाम था फ्रेडरिक अरिच अब यह बड़े फ्रेडरिक नाम के लोग बहुत जर्मनी में होते थे तो फ्रेडरिक रिचल जो
थे इन्होंने इनको मोटिवेट किया भाई जाओ पढ़ाओ तुम किताबें लिखो किताबें तो लिखो ही पढ़ाओ बाजल यूनिवर्सिटी में इनकी बड़ी
कम उम्र में काम माम लगवाया तो यह बड़ा उनको क्रेडिट देते थे कि इनकी वजह से मैं थोड़ा बहुत जो भी हूं इनकी वजह से हु तो
उनका बहुत बड़ा रोल र इनकी स्टार्टिंग की किताबें बनवाने में इनको यूनिवर्सिटी में लगवाने में और इनकी किताबें लिखने का मेन
मुद्दा था जो कि क्यों यह मतलब यह किताबें लिख के ट्रांस करना चाह रहे थे एक मीनिंग लाना
चाह रहे थे क्योंकि उन्होंने कहा किई कल्चर जो है ना इस कल्चर ने इतना बड़े लेवल पर इंडिविजुअलिज्म को रख दिया है
मतलब कलेक्टिव लेवल पर रख दिया कि एक इंसान होख चुका है लोग बोल रहे हैं कि यह धर्म यह सोसाइटल रूल्स ये मोरल्स एक इंसान
के लिए लेकिन वो इंसान खो चुका है और इन्होंने उसी में कहा कि भाई ऑथेंटिसिटी जा चुकी है एक इंसान का ऑथेंटिक सेल्फ
होता है ना वह जा चुका है क्यों क्योंकि सोसाइटल नॉर्म्स एंड सोसाइटल रूल्स एंड रेगुलेशन ने खत्म कर दिया पूरी तरीके से
यह कह रहे हैं कि भाई जीना बहुत इंपॉर्टेंट है इस सोसाइटी ने लोगों के ऊपर इतना ज्यादा वो होता है ना नूस कस दिया
जिसको बोलते हैं व तो शिकार करते रहे वो फंदा इतना बुरी तरीके से कस दिया है कि इंसान जीना भूल गया है असल में नाजम इसलिए
नहीं आ रहा है कि लिज्म लोगों के पास कुछ करने को नहीं है लिज्म इसलिए आ रहा है क्योंकि तुमने इतना उनके ऊपर फंदा कस दिया
है कि वह कुछ और कर ही नहीं सकते कुछ और सोच ही नहीं सकते तो उनको लाइफ मीनिंग्स लगने लगी है इससे अच्छा तो यह कहो ना अगर
लाइफ मीनिंग्स है तो उसमें खुद का एक मीनिंग दो खुद पे खुद एक मोरल लेजिस्लेटर बनो लेकिन समझाने वाला कौन तो कहीं ना
कहीं इनका जो अर्ली वर्क्स था जिसको भी हम विस्तार से पढ़ेंगे जो भी इनकी किताबें थी दो किताबें इसमें आई है बर्थ ऑफ ट्रेजेडी
और अनटाइम मेडिटेशन बर्थ ऑफ ट्रेजेडी 18720 एंड टाइमली मेडिटेशन 18735 से
1800 187 6 तक इनकी किताबें रही है तो 73 मैंने शायद गलत बोल दिया होगा बट मैं बोलूंगा ही नहीं भाई मैं इंग्लिश
मेंही बोलूंगा तो जो भी है बहरहाल यह तो किताबें आई और पूरा जो सराउंडिंग इनका था कल्चरल बैकग्राउंड सोसाइटल बैकग्राउंड
बीमारी आने लग गई सोसाइटी को एक्सपोज करने का जो काम इन्होंने बोला कि सोसाइटी को मैं और फिलोस फिकल जो नॉर्म सिमेटिक
फिलॉसफी को एक्सपोज करूंगा अब मेरी शुरुआत हो चुकी है यहां पर आगे बढ़ने से पहले क्योंकि हम
जो इनकी द बर्थ ऑफ ट्रेजेडी पढ़ेंगे उसमें आगे बढ़ने से पहले हमें एक बहुत इंपॉर्टेंट कांसेप्ट के ऊपर जानना एमफसिस
देना चाहिए च ज द ग्रीक ट्रेजेडी क्या होता है और अपोलो और डायोसिस ठीक है डायो जो भी कहना चाहे आप इन दोनों का क्या जरा
रोल रहेगा उस किताब के अंदर इनका क्या था सीन अभी क्या था मैं पढ़ के जरा बता देता हूं कि ग्रीक ट्रेजेडी में किस तरीके से
क्या की फीचर्स होते हैं किस तरीके से ग्रीक ट्रेजेडी बनी हुई है मैं इधर क जरा अपना
लैपटॉप एक ट्रैजिक हीरो होता है ठीक है जो एक प्रोटेगर है एक ट्रैजिक हीरो जिसके साथ एक ट्रेजेडी होने वाली है और वो प्रोटेगर
तो राजा होता है या नोबेल होता है या कोई रॉयल फिगर होता है ब्यूरो होता उस टाइम का आईस आईपीएस या पॉलिटिशियन ठीक है उनके
अंदर ना कुछ फ्लज होते हैं जिस फल की वजह से जिन कमी खामियों की वजह से उसका डाउनफॉल हो जाता है जिसमें दो चीज आते है
एक आता है ूब विच इज प्राइड एंड हर्श च इज एरर हमार्टिया हमा माशिया च इ एरर एक प्राइड और एक एरर एक गलती और गुरूर ठीक है
प्राउड अपने मन का मंड इन दो वजह से फिर आता है ट्रैजिक फल ठीक है जिसमें एक वीकनेस होती है उस कैरेक्टर की पहला हमने
ट्रैजिक हीरो पढ़ा दूसरा ट्रैजिक फ्लो जिसमें कैरेक्टरिस्टिक ट्रेट य होती है कि वीकनेस होती है हीरो की जिसकी वजह से उस
हीरो का डाउनफॉल आता है और उस वीकनेस को वो हीरो ट्रैजिक हीरो समझ नहीं पाता तो
वह डूब जाता है भाई जैसे हमने अल्बर्ट कामू का एब्जर्ड हीरो को कांसेप्ट पढ़ा कि भाई वो पहले उसका उल्टा चल रहा है सीन
एब्सर्डिटी को समझा फिर व हीरो बना यहां पहले हीरो था अब जीरो बनने जा रहा है अब क्या है कि तीसरे पे आता है फेट पहले हमने
पढ़ लिया ट्रैजिक हीरो है फिर उसके अंदर एक ट्रैजिक फ्लो आई फिर उसकी फेट क्या है और द हीरोज फेट इज ऑफें सील्ड एंड एट ऑड्स
विद देयर डिजायर्स प्री डिटरमाइंड आउटकम रहेगा कि यही होगा उस हीरो के साथ यही कारण होने वाला है यही उसका हश्र होगा यही
उसके साथ होगा तो वो पहले से ही डिसाइडेड रहता है और ये जो फेट है ना फेट किस्मत फॉर्च्यून किस्मत पर्टिकुलर ये किस्मत
सेंट्रल थीम है ग्रीक ट्रेजेडी का इसके अराउंड ही सब कुछ बना हुआ है फिर कोरस आता है जिसमें कमेंट्री होती है एक ग्रुप ऑफ
एक्टर्स आते हैं जो एक्टिंग करते हैं पीछे से कमेंट्री चल रही है और जो भी समझा जा रहा है जो भी उसको मतलब दिखाया दर्शाया जा
रहा है उसको जो है एक एक्शन देने की कोशिश करी जाती है कि भाई जो बोला जा रहा है उसको एक्शंस के थ्रू करके मतलब जो प्ले
होता है ना जैसे प्ले उसकी तरह दिखाया जाता है अभी क्या है इसमें ड्रामे िक आयरन रहती
है कि वह जो कैरेक्टर है प्रोग उसको उसकी खामिया नहीं पता लेकिन जो ऑडियंस देख रही है उसको उसकी खामिया पता है तो उससे क्या
होता है रुचि बिल्ड अप होती है एक एक्साइटमेंट बिल्ड अप होती है कि यार हम एस एन ऑडियंस समझ पा रहे हैं इसको लेकिन
यह एस कैरेक्टर एस हीरो यह खुद को नहीं समझ पा रहा कितनी इंटरेस्टिंग चीज है इसको ड्रेट आयरन कहा जाता है इससे क्या होता है
कि स्पेंस क्रिएट होता है कि कब कब इस बंदे को समझ में आएगी अच्छा इस इस शरण में समझ में आएगा इस मूमेंट में अब समझेगा अब
समझेगा अब इसको समझ में आ जाना चाहिए अरे अभी भी नहीं समझ रहा इससे ना एक सस्पेंस और एक कैरेक्टर मतलब ऑडियंस टेंशन बिल्ड
अप होता है ठीक है उसके बाद आता है कथार्सिस नंबर सिक्स पे आता है कथार्सिस जिसके ऊपर प्लेटो ने भी बात करी हुई है
मैंने उसके ऊपर भी लेक्चर बनाया हुआ है एस्थेटिक्स में कतार सेस में क्या होता है एक इमोशनल
रिलीज होता है या तो फियर निकलता है या आंसू निकलते हैं दुख निकलता है वो जो तो उस कैरेक्टर के
साथ जुड़े हुए थे उस प्रोटेगर के साथ जुड़े हुए थे अब तुम रोना शुरू कर देते हो तुम परेशान हो जाते हो ठीक है और यह होता
है काफी ज्यादा थेरेपी मतलब तुम अपनी सोल को उस वक्त कहा जाता था या अपनी आत्मा को अपने आप को अपने इंडिविजुअल सेल्फ को तुम
जो है थेरेपी दे रहे हो तुम गंदगी ड्रेन आउट कर रहे हो प्यूरिफाई कर रहे हो खुद को आयरन मैन का सीन देख लो आयरन मैन कैरेक्टर
है एरोगेंट है मुह फट है मुह फट मुंह पर बोल देता है कुछ कुछ उल्टी सीधी हरकतें हैं बदमाश टाइप स्पॉइल्ट रिच किड दिखाया
हुआ है लेकिन धीरे धीरे धीरे धीरे उसको समझ में नहीं आ रहा लेकिन धीरे धीरे धीरे धरे ऑडियंस समझ रही है एंड में इतना उससे
प्रेम हो जाता है ऑडियंस को है ना टोनी स्टार्क लव यू 3000 इतना प्यार हो जाता है कि वोह एंड में मरता है तो पूरा मार्बल
यूनिवर्स रोता है कैरेक्टर ऐसा बन गया लेकिन आयरन की जो फर्स्ट मूवी है उसमें दिखाया एरोगेंट कैरेक्टर है भाई चौड़ है
स्पॉइल्ट किड है स्पॉइल्ट रिच किड है अंबानी का बेटा है जो कि एसटी में स्पॉइल्ट नहीं है बता रहा हूं लोग बोलते
हैं ना ऐसे तो वो है तो इस तरीके से ग्रीक ट्रेजेडी चलती है पूरी क्रोनोलॉजी में और इसी ग्रीक ट्रेजेडी को स्टर के नीचा ने
वेस्टर्न सिविलाइजेशन से मिलाने की कोशिश करी अब यहां पे अपोलो और डाना इसस के ऊपर वार्तालाप अपोलो सन ऑफ नीटो एसओ एन ऑफ
नीटो एंड गॉड ऑफ सन एस यूएन सूरज के देवता लेकिन बेटे एनटी हो नीटो के और बड़े लेवल पर तो सूरज के देवता एक तरीके से बट देवता
आर्ट के म्यूजिक के पोएट्री के प्लेग के डिजीज के रेशनल थिंकिंग के ऑर्डर के ठीक है महामारी के जो भी हम बीमारी महामारी सब
कुछ और लॉजिकली चलता है अपोलो लॉजिकली चलता है और प्योर है एक रीजन के हिसाब से खड़ा होता है रीजनिंग है उसके अंदर
हवाबाजी नहीं है रीजन के साथ बात करता लॉजिक के साथ बात करता है वही डायनास सन ऑफ सिमिली है सिमले और वो डायनास गॉड ऑफ
वाइन डांस प्लेजर इरेशनलिटी एंड केस जो कि पैशन और ह्यूमन की बेसर इंस्टिंक्ट बेसर डिजायर दिखाता है जो कि प्लेटो बात करते
हैं अपना ट्राइप काइट सोल तो एक तरफ ऑर्डर है लॉजिक है एक तरफ केस है और बद दिमागी है लॉजिकली नहीं चल रहे प्लेजर से ड्रिवन
है शराब पी रहे हैं अयाश उड़ा रहे हैं लला पार्टी कर रहे हैं उसी के मिलन के बारे में आगे बात करी गई है जिसको अब हम कवर
करते हैं अब जो किताब थी बर्थ ऑफ ट्रेजेडी उसके पीछे की मोटिवेशन क्या थी क्यों लिखी भाई असल में कोई राइटर किताब लिख रहा है
तो रीजन क्या है कुछ तो रीजन होगा उस किताब को लिखने का तो वही अब समझ लेते हैं हम या भैया नीज इज अ यंग स्कॉलर विद बोल्ड
आइडियाज सारे स्टूडेंट फिलोलॉजी के ऊपर पढ़ रहे हैं कि मैं एसे लिखो आप आप रिसर्च पेपर लिखो थीसिस लिखो डिसर्टेशंस लिखो
उसने बोला नहीं भाई मैं ग्रीक सिविलाइजेशन को समझूंगा ग्रीक सिविलाइजेशन किस तरीके से आर्टिस्टिक डायमेंशन दे रही है
एस्थेटिक्स क्या होते हैं किस तरीके से वेस्टर्न सिविलाइजेशन को ग्रीक सिविलाइजेशन
ने एक पहाड़ दिया एक पड़ाव दिया कि वह उसके उसको देख सके एक चोटी होती है चोटी को देखते हैं ऐसे ही ग्रीक सिविलाइजेशन ने
पूरी वेस्टर्न वर्ल्ड को एक बेस दिया वो हम मैं उसके बारे में बात करूंगा नी चने का अब वहां पर स्कॉलरली नॉर्म्स क्या चलते
थे मतलब अ एकेडमिक नॉर्म्स क्या होते थे कि भाई एक सिस्टमिक तरीके से किताबें लिखी जाएगी सिस्टमैटिक तरीके से होगा सब कुछ
इन्होंने क्या किया भाई आर्ट ग्रीक ट्रेजेडी ले आए उठा के कब से ग्रीक ट्रेजेडी की बात नहीं हो रही थी एक
तरफ विलियम शेक्सपियर आए उन्होंने अपने प्ले राइट मतलब कंपोज करी चीजें उसने उन्होंने अपने ड्रामा लिखे प्ले वो जो
अपनी जो भी उन्होंने चीजें बट उसके बाद तो ग्रीक ट्रेजेडी की कोई बात ही नहीं कर रहा था ये लेके आवे ग्रीक
ट्रेजेडी और मैं ग्रीक ट्रेजेडी यूज करके वेस्टर्न सिविलाइजेशन को अब समझाने की कोशिश करूंगा तो यह सोसाइटल नॉर्म्स
पर्टिकुलर एकेडमिक नॉर्म से हट के था यहां पे यह इतने ज्यादा बह चुके थे अपनी आईडियाज को लेके कि ब्रजिल यूनिवर्सिटी
में प्रोफेसर्स पांच छह बैठे थे फिलोलॉजी हिस्ट्री थियोलॉजी फिलॉसफी सब मिलके बैठे हुए थे और सक्रत के ऊपर बात चल रही थी
उन्होंने कहा सक्रत तो भैया घ डलेट आदमी है मैं बोलना नहीं चाह रहा था सगरात बाबा है
वो मैं नीचा की बात बता रहा हूं ट आदमी है यार उसकी वजह से ही तो ग्रीक ट्रेजेडी खत्म हो गई अरे जो चल रहा है भाई उसको
एक्सेप्ट करो ना नहीं हर चीज में हम रेलिटी ढूंढेंगे नहीं भैया हर चीज में हम हम वो ढूंढेंगे कि भाई सिस्टम ढूंढेंगे
खत्म कर द ग्रीक ट्रेजेडी ग्रीक ट्रेजेडी कितनी खूबसूरत होती है और भाई स्टन सारे प्रोफेसर की भाय बंदा बोल क्या रहा है उस
टक सक्रेटीज फिलोस सक्रेस उनको तो महान माना जाता था अभी क्रिटिसिजम दे देते हैं लोग भाई कैसे सवाल उठा दिया जैसे आइंस्टीन
ने जब न्यूटन के ऊपर सवाल उठाया था सबने बोला था गदले आदमी क्या बोल रहा है ये लेकिन बाद में आइंस्टीन वाज आइंस्टीन ऐसे
नेचर वाज नेचर अब जब इनकी किताब आई तो उस किताब पे मिक्स्ड मिक्स्ड व्यूज आए मिक्स्ड रिसेप्शन आया रिचर्ड वगन ने एक
तरफ कहा भाई ये है नीचा का जीनियस अे रिचर्ड वगन पहुंचा हुआ आदमी वो जब कह रहा है सब जानते हैं रिचर्ड वनर को यार रहमान
अपने वक्त का सब जानते हैं भाई जर्मनी में रिचर्ड वनर ने इतनी बड़ी बात बोल दी और इस तरफ बाकी स्कॉलर्स कह रहे हैं कि भाई
बकवास करी हुई है कुछ ज्यादा ही बढ़ा चढ़ा के किताब लिखी हुई है इसमें कुछ खास है नहीं क्योंकि अभी भी कहा जाता है उनकी द
पोसरा को भी कहा जाता है तो यह कह के उनकी चीजों को खारिज कर दिया गया नीजा की क्या उन्होने नीजा ने थप्पा लगा दिया कि भाई
मैं हूं एक रेवोल्यूशन थिंकर सब बच के रहो जिनको आगे डेंजरस डायनामाइट भी नाम दिया गया बियोंड गुद एंड
इविल के बाद दिया गया बट लोगों को समझ में आ ग यह फिलोसोफर जरा थोड़ा अलग कैटेगरी का आदमी है यह तो भैया सहला सहला के भिगो
बिगो के मार रहा है और इसने स्टेज सेट कर दिया फ्रेडरिक नीचा के आगे के जितने काम आने वाले थे
उनका तो यहां पर बर्थ ऑफ ट्रेजेडी को लेकर चलते हैं स्पॉयलर अलर्ट्स अगर आप किताब पढ़ने के शौकीन है खुद से पढ़ना चाहते हैं
तो भैया खुद से पढ़ ले लेकिन यहां पर हम उनके फिलोसॉफिकल एस्पेक्ट देखेंगे बर्ट ऑफ ट्रेजेडी
18720 में आई और ओरिजनली पब्लिश इसका पूरा पूरा नाम था वो था द बर्थ ऑफ ट्रेजेडी आउट ऑफ द स्पिरिट ऑफ म्यूजिक म्यूजिक वानर के
म्यूजिक से इंस्पायर्ड और ओरिजिन ऑ सिग्निफिकेंट ट्रेजेडी इसमें भर भर के उन्होने डाली
कल्चरल इनसाइट ग्रीक कल्चरल इनसाइट भर भर के डाले फिलॉसफी इनसाइट डाले यहां पर इन्होंने एक चीज डाली जिसको इन्होंने बोला
द अपोलोनियन एंड डायोनिसियस लेके आ रहे हैं अपोलो है जैसे ना दो दोस्त हैं एक दोस्त भाई
इंटेलेक्चुअल और स्मार्ट पढ़ाई से मतलब मार्ग से मतलब अच्छी नौकरी लेनी है अच्छा काम करना है पैसे कमाने हैं एक तरफ लफंडर
पक जा रहे हैं पार्टी जा रहे हैं मजे कर रहे हैं कोई मतलब नहीं ऐसी बकैती काट रहा है तो अपोलो हो गए वो पढ़ने वाला लौंडा और
डायनास हो गए यही यह पार्टी शाटी करने वाला लौंडा तो इनके बीच में एक डाइको लाई ये दोनों होने बहुत जरूरी है जब तक केस
नहीं होगा ऑर्डर नहीं होगा जब तक वो लफंडर नहीं दिखेगा तुम्हें अपनी आंखों से तब तक तुम यह नहीं सपल सकते कि एक पड़ाकू लड़का
क्या होता है कैसे डिफरेंशिएबल चाह रहा हूं अब ये जो डाइको है ठीक है
इसमें अपोलोनियन डा अपोलो अपोलो का क्या इसमें रोल है अपोलो के क्या कैरेक्टरिस्टिक है पहले कैरेक्टरिस्टिक
अपोलो रिप्रेजेंट्स ऑर्डर लॉजिक हार्मोनी एंड ब्यूटी सिंबॉलिज्म क्या है एसोसिएटेड विद द गॉड अपोलो सिंबलाइजिंग द रैशनल एंड
स्ट्रक्चर्ड एस्पेक्ट्स ऑफ ह्यूमन एक्सपीरियंस इंसान के फनमोजो मजाक नहीं है सीरियस है वो है अपोलो वो है
सिंबॉलिज्म अपोलो का और इसका मेनिफेस्टेशन इन आर्ट किस तरीके से आर्ट में किस तरीके से दिखता है स्कल्पचर में दिखता है
आर्किटेक्चर में दिखता है और स्ट्रक्चर्ड एपिक पोएट्री में दिखता है तो यह है इनका व मेनिफेस्ट कहां हो रहा है वई स्कल्पचर
में देखते हो ना क्या ऑर्डर है क्या सिस्टम दिखता है एक एक मसल एक एक नस कितने अच्छे से दिखते है माइकल एंजेलो क्या
बनाते थे पोएट्री में क्या स्ट्रक्चर आ रहा है जैसे आप नीचे अपनी भी किताबों में बहुत किताबों में स्ट्रक्चर देते थे द पो
जरा तुसरा में कैसे कैसे दिया हुआ है फिर द द थ्री मेटामिनडी
बनता है बकले होता है शेर बनता है फिर एक काम तो एक इंडिविजुअल बनता है तो स्ट्रक्चर अपोलो से आता है उसके बाद डायो
डायोसिस ठीक है डायोसिस डायोसिस बोल रहा हूं मैं इसके क्या कैरेक्टरिस्टिक है रिप्रेजेंट केस इमोशन एक्ससी एंड बी
इरेशनल पागलपन कंफ्यूजन दिमाग चकरा देने वाला
एक्साइटमेंट एक्ससी प्लेजर ठीक है क्या सिंबॉलिज्म है एसोसिएटेड विद द गॉड डायोसिस एंडिंग द प्राइमर इंस्टिंक्चुअल
एंड एक्सटिक एस्पेक्ट्स ऑफ लाइफ न संबंध बनाने किसी से सेक्स किसी को तरफ अट्रैक्शन है भाई
अट्रैक्शन हो रहा है उसके तरफ वो सब वो बेसर इंस्टिंक्ट्स खाना है पलना है बेसर इंस्टिंक्ट्स अ छोड़ो पाच प् पच क्या 11
हो 5 प् 5 12 हो हमें क्या मतलब भ है चलर है भाई सब कुछ वो वो योनास है डायोसिस बोलता हूं कभी डायोसिस बोलता हूं हो जाता
है इसका मेनिफेस्टेशन इन आर्ट क्या है म्यूजिक में दिखता है डांस में दिखता है इमोटिव एस्पेक्ट्स ऑफ ट्रेजेडी मतलब
ट्रेजेडी में दिखता है जब ट्रेजेडी हो गई एक हीरो है आपका हीरो के तरह अपने को पूरा कैरी करके चल रहा है हाथ छाती पर रख के
भाई हम लेकिन उसको अपने पता ही नहीं उसकी क्या गलतिया क्या खाम है वो खामिया जैसे निकलती है वो ट्रेजेडी बन जाती है वही
ट्रेजेडी है डायोसिस और वही एरर्स जो इंसान में है जो भी हम पढ़ रहे थे वही एरर्स है वही डायो एरर्स होते हैं बहुत
इंपॉर्टेंट है भाई तो आगे बढ़ते बढ़ते नीचा ने इसी चीज को समझाया कि अगर तुमको सिर्फ आर्ट में ये
चीज नहीं है सिर्फ ड्रामा में ये चीज नहीं है कि एक अपोलो डाना इसिन एक फ्यूजन चल रहा है बट ह्यूमन लाइफ एंड ह्यूमन
एक्जिस्टेंस में भी एक बहुत जरूरी चीज है बिना ट्रेजेडी के ह्यूमन लाइफ बन नहीं सकती है और द कोही जन ऑफ दीज टू फोर्सेस
इसको फोर्सेस के तरह इन्होंने नाम दिया करार दिया फोर्सेस है बना इन दोनों के फोर्सेस के इंटरप्ले के एक ह्यूमन
एक्जिस्टेंस ह्यूमन कॉन्शसनेस आ नहीं सकती है एसिस्टेंसिया डिक्लाइन शुरू हो गया नीचे ने कहा कि एक
तो सकरात है और एक यूरिप है यूरिप ने क्या किया पूरी तरीके से रेशनल सकरात ने रशन इजम का कांसेप्ट लाया और इसी रशन इजम को
आठ फॉर्म में यूरिप लाए और पूरी तरीके से ग्रीक ट्रेजेडी जो होती है उसको खत्म कर दिया और चकि ग्रीक ट्रेजेडी खत्म हो गई तो
लोगों के अंदर से वह केस और ऑर्डर वाली भावना खत्म हो गई कस है तो कस है ऑर्डर है तो ऑर्डर है दोनों का इंटरप्ले है नहीं और
पूरी तरीके से डिसर पशन आ गया और वह डिसर पशन अब हम सिविलाइजेशन में देखेंगे कैसे मेनिफेस्ट हो रहा है तो हमने इंट्रोडक्शन
टू बर्थ ऑफ ट्रेजेडी ले लिया द अपोलोनियन एंड डायो इसिन डाइको ले लिया फिर द बर्थ एंड डिक्लाइन ऑफ ट्रेजेडी ले लिया कि किस
तरीके से ग्रीक माइथोलॉजी में ग्रीक प्ले राइट्स
में इस ट्रेजेडी का उपयोग हो रहा किस तरीके से डिक्लाइन हो गया अब हम इसके फिलोसॉफिकल इंप्लीकेशंस लेकर चलेंगे
जिसमें क्रिटीक ऑफ रशन इजम रहता है नीच क्रिटिसाइजस द ओवर एमफसिस ऑन रेशनल एंड लॉजिक इन वेस्टर्न कल्चर सजेस्टिंग इट
लीड्स टू शैलो अंडरस्टैंडिंग ऑफ लाइफ ही एडवोकेट्स फॉर द रिकॉग्निशन एंड इनकॉरपोरेशन ऑफ द डाय डायो नायन
एस्पेक्ट्स ऑफ एक्जिस्टेंस नीचा ने कहा अपोलो अपोलो बच गया है डाना इसिस खत्म हो चुका है और जो
डिक्लाइन आया है य सकरात की वजह से आया है और ये डिक्लाइन बहुत खतरनाक है अगर तुम्हारे अंदर बेसर इंस्टिंक्ट्स नहीं
रहेंगे इमोशंस नहीं रहेंगे तो तुम पूरी तरीके से खत्म हो जाएंगे और वेस्टर्न सिविलाइजेशन उस तरफ जा रहा है जो कि जा
रहा है प्रिडिक्ट हो चुका था एआई आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इमोशनल इंटेलिजेंस मिसिंग है आगे डाल दे तो अलग बात है लेकिन
एआई इज एआई पूरी तरीके से आर्टिफिशियल है रोबोट्स आने लग गए उस वक्त ये सब कांसेप्ट नहीं थे अब रोबोट इज ऑल अबाउट अपोलो अपोलो
ऑर्डर है अपोलो लॉजिक है लॉजिकली चलेगा इमोशंस का है बेसन इंस्टिंक्ट्स का है जो कि जरूरी होता है बहुत ज्यादा भी नहीं डूब
जाना चाहिए लेकिन इतने तो होने चाहिए कि संभाल पाए एक इंसान अपने आप को तो वह खत्म हो गया उसका क्रिटिसिजम दिया यहां पे
एक्जिस्टेंशल इनसाइट्स है जिसमें उन्होंने कहा ट्रेजेडी बाय प्रेजेंटिंग द इंटरप्ले ऑफ अपोलोनियन एंड डायनियन फोर्सेस
प्रोवाइड्स प्रोफाउंड इनसाइट्स इनटू द ह्यूमन कंडीशन इट हाइलाइट्स दी इन्हेरेंट सफरिंग एंड केस ऑफ लाइफ अर्जिंग
इंडिविजुअल्स टू ब्रेस दज एस्पेक्ट रदर देन एस्केप देम थ्रू रशन इजेशन बहुत जरूरी है ह्यूमन कंडीशन को
समझना कि इंसान के साथ हो क्या रहा है उस रोजमर्रा की जिंदगी में एक इंसान क्या-क्या फेस कर रहा है य शायद फोकस
चलांगे रोजमर्रा की जिंदगी में इंसान किस तरीके से एजिस्ट कर रहा है और ह्यूमन एक्जिस्टेंस क्या होती है वो ह्यूमन
एक्जिस्टेंस खो जा रही है क्योंकि आपने रशन इजम एंब्रेस कर लिया हम तो भाई लॉजिकली चलेंगे हमको लॉजिक के अलावा कोई
चीज पता नहीं है रिलीजन इज ऑल अबाउट एमपिर कल एविडेंसेस या रिलीजन इज ऑल
अबाउट इमोशंस क्योंकि उसम लॉजिक नहीं होता ओबवियसली बिकॉज इट इज नॉट सिस्टमिक इट इज नॉट एविडेंस बेस्ड सट इज नॉट लॉजिकल तभी
दैट इज नॉट एक् एक्सेप्टेबल थ्रू आउट द वर्ल्ड अभी दुनिया एक दुनिया में एक कॉमन रिलीजन होता जैसे एक कॉमन मोरालिटी होती
है वैसे कॉमन रिलीजन होता जो कि नहीं है अनफॉर्चूनेटली वसे नहीं है क्योंकि एक
बेसर रशन इजम की कमी है इमोशंस है रशन जम की कमी है लेकिन यहां पर अब पूरी तरीके से अगर आप साइंटिफिक कम्युनिटी की बात ले
पूरी तरीके से इतने राशनलिस्ट बन गए इतने लॉजिकल बन गए हैं कि उनके अंदर से स्पिरिट चली गई है वो फायर चली गई है यह समझाते
हुए आगे इन्होने इसका रेलीवेंस दिया इन मॉडर्न टाइम्स कल्चरल रिफ्लेक्शन दिया कि भाई नेचर्स एनालिसिस कैन बी अप्लाइड टू
अंडरस्टैंड द कल्चरल एंड आर्टिस्टिक डेवलपमेंट ऑफ मॉडर्न टाइम्स द बैलेंस बिटवीन रेशनल एंड इमोशन ऑर्डर एंड केस
कंटिन्यूज टू इन्फ्लुएंस कंटेंपररी आर्ट एंड कल्चर अभी भी होता है एक ऑर्डर लाने की कोशिश करें ग एक आर्ट आते हैं ना रील्स
में आता है एक आर्टिस्ट है भैया बड़ा सा कैनवास उसके ऊपर हाथ से ऐसे गमछे में ऐसे वो करके पेंट लेके ऐसे गोला बनाया उसको सब
बोल रहे हैं मीनिंग लेस है लेकिन व खुद एक मीनिंग देने की कोशिश कर रहा है उस पेंटिंग का कोई मीनिंग नहीं है लेकिन वो
पेंटिंग कुछ दिखाने की कोशिश कर रही है फिर मॉडर्न आर्ट में एक वो रोबोट है ना जिसका तेल निकल रहा है वो तेल खुद से खींच
के अपने पास ला र है और कितने सालों से वो कर रहा था अब तो वो रोबोट खत्म हो गया बट इट इज अ सेंसलेस आर्ट बट मीनिंग दिखा रहा
है जैसे इंसानों की लाइफ में मीनिंग है क्या करता है इंसान भागता रहता है किसी चीज के पीछे भागता रहता है भागता रहता है
जबकि उसको पता है कि वो हाथ से निकल जाएगी परेशानियां आनी लागू है लेकिन फिर भी इंसान भागता रहता है तो ये केस के बारे
में शुरू इन्होंने बताने की कोशिश करी और इस बैलेंस को ये बैलेंस और केस दोनों आजकल के आर्ट में देखने को मिलता है
साइकोलॉजिकल इनसाइट्स इन्होंने बताए कि भाई प्राइमर इंस्टिंक्ट को एक्नॉलेज करना कितना इंपोर्टेंट है रोना आ रहा है रो
हंसना आ रहा है हंसो अपने को ऐसे लेकर बैठे मत रहो कि ना रो रहे हो ना हंस रहे हो ना क्रोध है ना प्यार है इमोशंस की कमी
है जो कि इंसान बनता जा रहा है जैसे जैसे आगे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आएगी रोबोट्स आएंगे साइबोर्गस आएंगे साइब मतलब इंसानों
का और रोबोट्स का मिलन अभी तो आना शुरू ही हो गया इलन मस्क लिंक दिमाग के अंदर चिप क्या क्या आप कर
सकते हैं कैसे कैसे कंट्रोल कर सकते हैं एक नोवल भी है अगर किसी ने पढ़ी होगी टर्मिनल मैन उसके मूवी भी बनी है 70 80
में तो किस तरीके से एपिलेप्सी के अटैक्स पड़ते हैं एक को जो प्रोग निस्ट होता है उसका और उसके उसमें चिप और एक छोटा सा
सुपर कंप्यूटर लगाया जाता है जो भी होता है कंप्यूटर लगाया जाता है और किस तरीके से उसका मिसयूज करके वो इंटेलिजेंट भी बन
जाता है सीरियल किलर भी बन जाता है तो य सब चीजें बहुत इंपॉर्टेंट होती है इन्होंने कहा ह्यूमन इंस्टिंक्ट को समझना
बहुत ज्यादा जरूरी है क्रिटिसिजम ऑफ मॉडर्निटी तो दी कि राशनलिज्म ने पूरी तरीके से ओवर पावर कर दिया सब कुछ खत्म कर
दिया है एक स्पिरिचुअल एसेंस इमोशनल डेप्थ स्पिरिचुअल डेप्थ खत्म हो चुकी है अब फाइनली चलते हुए कि भाई इसका आर्टिस्टिक
एक्सप्रेशन क्या हो सकता है आज की डेट प आप अगर नीचे की ट्रेजेडी को समझो तो उसकी कॉम्प्लेक्टेड कोटमी जो हमने पढ़ी अपोलो
जो ऑर्डर डायोसिस केस डायोसिस केस इन दोनों को किस तरीके से आप अपनी आर्ट में लाक एक्सप्लेन कर सकते हो तो एस्थेटिक्स
के ऊपर थी किताब इनका ज्यादा फोकस एस्थेटिक्स प था इस किताब के थ्रू तो अगर इस किताब के कुछ दो तीन हम लोग समरी ले ले
कि क्या नीचा फाइनली इस किताब के थ्रू कहना चाह रहे थे तो तीन है पहला है फ्यूजन ऑफ ऑपोजिट्स कि असली आर्ट ट्रू आर्ट इन
पोजिंग फोर्सेस के सिंबायो से बनता है मतलब मिलन से बनता है जब तक य दो फोर्सेस नहीं आएंगे ट्रू आर्ट क्रिएट नहीं कर सकते
हो सफरिंग को इब्रेस करना बहुत जरूरी है एंब्रेसिंग सफरिंग अपनी लाइफ की सफरिंग को पीड़ा को है ना एक्सेप्ट करना बहुत जरूरी
है तभी पर्सनल ग्रोथ होगी तभी लाइफ में ग्रोथ आएगी वरना तुम जिंदगी में आगे नहीं बढ़ सकते जब तक तुम बेसर इंस्टिंक्ट्स को
नहीं समझोगे और उनको कंट्रोल करना नहीं सीखो बोलते है ना बिकम अ मनस्टर एंड देन कंट्रोल इट फर्स्ट बिकम मनस्टर एंड देन
कंट्रोल इट बहुत जरूरी फिर बियोंड रशन इज्म रैशनल ह्यूमन एक्जिस्टेंस और ह्यूमन साइकोलॉजिकल डेप्थ को पूरी तरीके से नहीं
समझ सकता है उससे जो रिलेटेड इमोशनल इंस्टिंक्चुअल एस्पेक्ट्स होते है उससे रिलेटेड जो वैल्यूज होती हैं वो सब एक
दूसरे में जुड़ी हुई होती है और राशनलिटी इन सबको खारिज कर देता है क्योंकि ऑब्जेक्टिविज्म की तरफ चला गया ना
सब्जेक्टिविज्म तो पूरी तरीके से खत्म हो गया एक ऑब्जेक्टिव स्रोत है उसी की तरफ हमें काम करना है कलेक्टिवली सब काम
करेंगे अगर एक इंडिविजुअल काम करेगा तो सोसाइटी इन जनरल उसके तरफ जानी चाहिए तो यह नीचा ने
कहाय बहुत बुरी चीज है एक तरीके से इस किताब में थप्पड़ दिया गया था उन लोगों पर जो राशनलिटी को एंब्रेस करना चाहते हैं और
यह दिखाने की कोशिश करी गई थी कि कितना जरूरी है इस इस जिंदगी में इस दुनिया में कितना ज्यादा जरूरी हो जाता है हमें क्या
एंब्रेस करना हमको डायोसिस को एंब्रेस करना जो कि लोग कहते हैं गलत होता है बेसर इंस्टिट डिजायर होने गलत है बट यहां पर
नीचे ने बोला नहीं भाई को नहीं बच्चा आल वेल अच्छी बात है यह होना चाहिए यहां पर आ जाती है इनकी एक और किताब
जिसका नाम था अनटाइमली मेडिटेशन अब अनटाइमली मेडिटेशन में जरा यहां से जरा नीचे थोड़ा यहां से
हटे अपने इमोशन से भावों से हट के इन्होंने बोला कि अब हम बात करेंगे क्या इंटेलेक्चुअल
कांटेक्ट चल रहा है अभी प्रेजेंट डे जर्मनी का या दुनिया का इन जनरल किस तरीके से डिक्लाइन हो रहा है किस तरीके से
राशनलिटी वहां पर राशनलिटी को गाली दे रहे थे खत्म करने राशनलिटी को गाली इसलिए नहीं दे रहे थे क्योंकि राशनलिटी क्यों आया वो
तो खुश थे भाई रेलिटी आया तो लोग आंखें खोलेंगे बट वहां ये बर्थ ऑफ ट्रेजेडी में कहना चाह
रहे थे रशन की वजह से राशनलिटी इतनी ज्यादा भी मत अपनाओ कि तुम इमोशंस को फेस ना कर पाओ यहां य है रेलिटी को सपोर्ट
करते हु यह कहते कि एक तरफ रेलिटी बहुत ज्यादा है लेकिन एक तरफ रेलिटी दिखावे वाली भी है लोग पगला गए हैं लोग
इंटेलेक्चुअल नहीं रहे हैं इंटेलेक्चुअल डीके शुरू हो गया है सड़ने लग गए हैं लोग लोगों का दिमाग सड़ना शुरू हो गया है यहां
पर कोटेशंस अभी भी वानर का बहुत ज्यादा इन्फ्लुएंस इनके ऊपर रहा रिचर्ड वानर उनका काम किस तरीके से गाने कंपोज
करना और शफन हर की फिलॉसफी बमें देखने को मिलेगी कि शफन हर का क्या यहां पर बोलबाला रहा इनकी फिलॉसफी प अब क्या
था यह किताब चरण सीमा पे तब आई अभी तक इनके दिमाग में आईडिया था नहीं किय किताब लिखनी
है बट चरण सीमा प तब आई जब फैकल्टी डिस्कशन चल रहा था जो आपस में वाजल यूनिवर्सिटी में फैकल्टी से डिस्कस कर रहे
थे और नीचे ओबवियसली बहुत यंग थे तो लोगों के अंदर एक एक जेलेसी थी इनको लेके कि भाई इतना यंग है प्रोफेसर है कमा रहा है इस
उम्र में आगे इंटेलेक्चुअल है जीनियस है तो इनके आईडिया से उन्होंने रिवॉल्ट करना शुरू किया यार यह बकवास करता है यह कहता
है यह वो कहता है खूब भैस भास हुई खूब झगड़ा कलेश हुआ भैस भास होके मारपीट तक बात पहुंची नहीं थी नीचे करना भी नहीं
चाहते थे मुंह से ही जवाब देते थे अपना बाहर निकल गए दरवाजा भटकते हुए और बाजल यूनिवर्सिटी के कोर्टयार्ड में घूमते हुए
वह सोच रहे थे कि क्या हो गया है हमारे इंटेलेक्चुअल स्फेयर को मतलब इंटेलेक्चुअल ग्रुप्स उनको क्या हो गया हो गया
प्रोफेसर्स को क्या असर पड़ेगा इनका स्टूडेंट्स के ऊपर आगे जाकर स्टूडेंट्स क्या बनेंगे क्या ही प्रोटेक्ट करेंगे
अपनी कंट्री को क्या ही प्रोटेक्ट करेंगे खुद को अपने इंडिविजुअल सेल्फ को मेरे तो आईडिया को कोई सुनने नहीं चाहता तब
इन्होंने बैठ के सोचा कि भाई मुझे इंस्पिरेशन दिया शॉपर जैसे फिलोसोफर ने मुझे इंस्पिरेशन दिए एक कंपोजर ने जो कि
वानर जैसा कंपोजर है अब वक्त आ गया है एक ऐसी किताब लिखने का च इ अनटाइमली अनटाइमली मतलब अपने वक्त से पहले
जो कि इन लोगों को सिखाएगी कि असली कल्चर असली नेशनलिज्म असली इंटे इंटेलेक्चुअलिटी क्या होती है और जो पढ़ेंगे इस किताब को
वह सोच पर आ जाएंगे विचारों विम पर आ जाएंगे कि अब हमें अपनी वैल्यूज और मोरल्स को वापस से सोचना पड़ेगा क्योंकि अब तक जो
हमें सिखाया और पढ़ाया और समझाया जा रहा था वह बहुत गलत था तो इन्होंने अपनी किताब तब द अनटाइमली मेडिटेशन जिसका नाम
इन्होंने दिया सीरीज ऑफ एसे लिख के 183 टू 187 6 के बीच में किताब आई है और सीरीज ऑफ एसेस आए हैं इसमें एसे को कंपाइल करके फिर
किताब बनी तो उन्होने शुरुआत करी सबसे पहला इनका था क्रिटिक ऑफ कंटेंपररी कल्चर नीचा एम टू क्रिटिक द कल्चर कल्चरल एंड
इंटेलेक्चुअल ट्रेंड ऑफ हि टाइम च ही फेल्ट र सुपरफिशियल एंड डेट्रिमेंटल टू ट्रू इंटेलेक्चुअल ग्रोथ भाई इतना
सिस्टम्स जो आ गए हैं उ सिस्टम की जैसे दिखावा कितना आसान हो गया किसी भी इंसान को फरेब करना फेक करना जिसको बोलते हैं ना
फेक इट टिल यू मेक इट कितना आसान हो गया फेक करना तो उस रशन को इन्होंने गलिया उस रलिंस कल कॉन्शसनेस में बात करी कि इतना
ज्यादा एकेडमिक बना दिया हिस्ट्री को जो कि हिस्ट्री जो होती है हमारी इतिहास सिर्फ पन्नों में लिखने के लिए
नहीं है इतिहास सिर्फ एक नॉलेज के तरह नहीं लेना चाहिए बट हिस्ट्री शुड
बी अप्लाइड ऑन योर लाइफ हिस्ट्री से सीखना चाहिए गगल ने जो कहा ओबवियसली हिस्ट्री के ऊपर टिप्पणी दी नीचा ने उसको आगे बढ़ाया
क्या बना दिया इस इंटेलेक्चुअल स्पेयर ने कि हिस्ट्री बस पन्नों में है पढ़ो किताब के तरह और कुछ है ही नहीं बट बहुत जरूरी
है उसमें परस्यूट ऑफ ह्यूमन नॉलेज है ह्यूमन माइंडसेट है ह्यूमन कंडीशनिंग है जब मैं ग्रीक माइथोलॉजी से इतना निकाल
सकता हूं सिर्फ अपोलो और डायोनिसियस डाना इसिस पे इतना कुछ लिख सकता हूं तो सोचो पूरी हिस्ट्री अगर कलेक्टिवली
लेंगे तो ह्यूमन प्रोग्रेस इंसान कितना आगे तक जा सकता है और इस वजह से ह्यूमन कल्चर और इंडिविजुअल्स पैरालाइज
होते जा रहे हैं हिस्ट्री से कोई मतलब ही नहीं हिस्ट्री से कोई रिलेशन ही नहीं रखना चाहते तो स्ट्रोक पड़ गए
और पैरालाइज हो रहा सब कुछ फिर इनको लगा कि भाई शफेनर जैसे फिलोसोफर एक एजुकेटर के तरह होने चाहिए शफन हर को एमफसिस राइटर के
तरह ज्यादा मिला लेकिन एस एन एजुकेटर भी होना चाहिए एक इंडिविजुअल को शेप करने में गगल को तो सब पढ़ लेते हैं भाई गगल को तो
प्रोफेसर बनाकर सर पर चढ़ा देते हैं लेकिन लाइफ अफर्स जिंदगी कैसे बेहतर करी जाती है वो हिगल नहीं सिखा रहा वो शफन सिखा का और
शॉपिंग हावर को ही पढ़ो शॉपिंग हावर शुड बी अ मोटो अ सिंबल एन एलेम ऑफ एजुकेशन फिर वनर के बारे में यहां पर वानर का ना थोड़ा
सा वानर का इनका थोड़ा सा झलके दिखी जोय थोड़ा चिड़ते थे वागन से इनका जो कल्चरल इन्फ्लुएंस था बाकी तो इन्होंने कहा कि
भाई उनके आर्टिस्टिक अचीवमेंट बहुत है भाई अपने समझ लो ग्रामी अवार्ड इतने जीते हुए ऑस्कर्स इतने जीते हुए उस टाइम के जो भी
वो माने जाते थे बट उसका कल्चरल इन्फ्लुएंस उतना अच्छा नहीं है तो फाइनली मेन गोल इनका यही रहा कि भाई
इंटेलेक्चुअलिज्म और इंटेलेक्चुअलिटी जो है सोसाइटी में वह तो है ही बट उसको और बेटर करने के लिए और डायनामिक बनाने के
लिए और फ्लेक्सिबल बनाने के लिए और चीजों की जरूरत है जो कि मैं अपनी किताब मतलब सीरीज ऑफ एसेस में दूंगा अनटाइमली
मेडिटेशंस की यहां पर अब अनटाइमली मेडिटेशन के हमने मोटिवेशन समझनी यहां पर यह समझना जरूरी है कि
अनटाइमली मेडिटेशंस की मोटिवेशन के बाद में असल में था क्याक चार एसेस लिखे गए पहला था डेविड सॉस द कन्फेसर एंड द राइटर
दूसरा था ऑन द यूज एंड अब्यूड़ोस पनप ही पनप र लेकिन एक टाइम पर एक वक्त पर जाकर वह रुक जाएगी और वही खतरनाक बन जाता
है किस तरीके से गनर एक तरफ ठीक है अच्छे हैं डेविड सोस तो पूरी तरह से खत्म आदमी है बहुत ज्यादा चिड़ते थे ये शॉपर जैसे
लोग नेगलेक्ट होते हैं रिचर्ड वानर इस कहीं ना कहीं थोड़ा ओवर रेटेड है ठीक है बाकी सब ठीक है बड़ा ही है लेकिन कुछ
क्योंकि चेंजेज आए रिचर्ड वानर ने खुद को चेंज कर दिया था जिस तरीके से नीचे उनको देखते थे जोक हम उस पले फ्रेडरिक नीचा के
पुराने जब मैंने स्टार्ट किया था लेक्चर बनाना तब मैंने बनाया था लेक्चर सीरीज उसमें मैंने डाला हुआ है बहुत अच्छे से
नहीं था कंपाइलेशन बट हां इस किताब की फिलॉसफी समरी में अगर जाएं तो क्रिटिक ऑफ कल्चरल मीडियोक्रिटी जिसमें इन्होंने
डेविड स्ट्रॉस को पकड़ के तोड़ने की कोशिश करी कि इन्होंने डाइल्यूट कर दी है क्रिश्चियनिटी की डेप्थ क्रिश्चियनिटी इज
फिल्ड विद डेप्थ और डेप्थ को डेविड स्ट्रॉस ने खत्म कर दिया पूरी तरह से जिससे कि वो मासस अंदर अपने को फेमस कर
पाए और मासस को रझा सके अपनी बातों से मासस को क्या चाहिए वो स्पिरिचुअलिटी नहीं समझना चाहते जैसे डॉस्टो एस्की ने
स्पिरिचुअलिटी के बारे में बात करी उन्होंने क्रिश्चियनिटी के स्पिरिचुअल एस्पेक्ट पे ज्यादा काम किया रदर उनके
उसके पॉलिटिकल और इकोनॉमिक एस्पेक्ट पे सोसाइटल एस्पेक्ट पे इधर डेविड सॉस उसको डाइल्यूट कर रहा है जिससे कि लोग उसको और
ट्विस्ट कर सके और ये डाइल्यूशन की वजह से आगे आने वाली सोसाइटी गिरती जाएगी क्योंकि किसी भी चीज को डाइल्यूट करते जाओगे वो
खत्म होती जाएगी और एक टाइम पर पूरी तरीके से तबाह हो जाएगी फ नीच बाबा ने कहा कि य जो स्ट्रॉस है य स्ट्रॉस बदमाश आदमी है
स्ट्रॉस अटैक कर र है ऑन फिलिस्तीनिज्म पीएच आई एल आई एस फिलिस टी आई एन आई एस एम फिलिम मतलब च इ किसी भी कल्चर को किसी भी
सोसाइटल नॉर्म को तुम क्रिटिसिजम दो उसको फिलिम बोलते हैं जैसे तुम आर्ट के प्रति बहुत ज्यादा क्रिटिकल हो व आर वेरी फ फिल
स्टिक टुवर्ड्स आर्ट अंग्रेजी का शब्द है जरा आप जोड़ सकते हैं मैंने कहा दिस इज अटैक भाई तुम क्रिटिसिजम नहीं दे रहे उसको
डाइल्यूट कर रहे हो या तो क्रिटिसिजम दो या तो प्यार से बात करो तुम जीसस की सारी पावर छीनना चाह रहे हो उसको डाइल्यूट करना
चाह रहे हो तो क्रिश्चियनिटी के बारे में बात ही क्यों कर रहे हो मजाक चल रहा है क्या यहां पे भाई या तो थप्पड़ मारो या तो
मरम लगाओ यह तुम करना क्या चाह रहे हो थप्पड़ मार के मरम लगा रहे हो खुद ही दोनों काम नहीं कर सकते या तो थप्पड़ मारा
जाता है मरम लगाया जाता है ये ट कहलाता है वो इंसान ऐसे होते है ना कुछ पेरेंट्स बुरी तरीके से बल्टो से मारते हैं मारते
हैं मारते कि हम सुधार रहे हैं बच्चों को फ खून फान बहता है तो उसी को फिर सलाते हैं मर्रम लगाते हैं तो मारा क्यों जो
इतना प्यार था हिपोक्रिटस में क्या रेलीवेंस है कंज्यूमर कल्चर में आप रेलीवेंस इसका लगा सकते हो बहुत
इंपॉर्टेंट है कंज्यूमर कल्चर में मॉडर्न डिबेट्स में किस तरीके से डिबेट्स को स्ट्रक्चर किया जाता है और कंज्यूमर कल्चर
और एंड इंटेलेक्चुअल आर्टिस्टिक स्टैंडर्ड्स कि भाई अगर आपको क्रिटिसिजम देना तो ठीक
से दीजिए आधी आधी बात मत करिए जैसे बहुत पॉलिटिकल पार्टीज में होता है या पॉलिटिक्स में य होता है कुछ ऐसे लीडर्स
होते हैं जो दोनों तरफ से खेलते हैं अब भारत है हिंदुस्तान है हिंदू है मुसलमान है कभी लगेगा हिंदू के पक्ष में कभी लगेगा
मुसलमानों के पक्ष में अरे भाई तू करना क्या चाह रहा है दो तरफा दो तरफ से गोली खेलने वाले लोग हिपोक्रिटस
फिर इं ग्रेटनेस पे कि तुम अपने को अपने कल्चर को कैसे तुम दान दे सकते हो
मीनिंगफुल दान जिसको कहते हैं किस तरीके से तुम प्रोवाइड कर सकते हो किस तरीके से तुम बेहतर बना सकते हो अपने कल्चर को समझ
के खुद ब खुद वो बहुत जरूरी है तो इस किताब के थ्रू वो भी समझ में आता है यहां पे मैं पढ़ते हुए लेके चलूंगा जल्दी से
मैं इसके थ्रू जाना चाहता हूं यह एक बहुत इंपॉर्टेंट रिलेशनशिप है क्योंकि इसने नीचा को बहुत ज्यादा इंस्पायर किया
जिससे कि वो आवाज उठा पाए क्या गलत हो रहा है उसके प्रति तो यहां पर मैं अनटाइमली मेडिटेशन में नीचा और स्ट्रॉस का रिलेशन
लेकर चलना चाहता हूं आपको थोड़ा सा समझाना चाहता हूं कि इंटेलेक्चुअल और कल्चरल प्रोग्रेस में किस तरीके से डेविड स्ट्रॉस
एक कबाब में हड्डी बोल लो या क्या बोलने वाला था मैं पता नहीं अंगीठी में घी कुछ और ही बोलने वाला था यहा कुछ भी कह लो
कंकड़ कह लो है ना उसको
उन्होंने किस तरीके से डिफेंड किया उन चीजों को जिसके अगेंस्ट डेविड स्ट्रॉस बोल रहा था सबसे पहला क्रिटिक ऑफ मीडियोक्रिटी
नीचा सॉ स्ट्रॉस एज अ रिप्रेजेंटेटिव ऑफ द कंप्लेसेंट मिडल क्लास प्रमोटिंग मेडिकर कल्चरल वैल्यूज फ्रॉस वर्क्स स्पेशली हिज
द ओल्ड एंड द न्यू फेथ वास सीन बाय नेचर एज एंडिंग अ स्मग सेल्फ सेटिस्फाइड एटीट्यूड दैट डिड नॉट चैलेंज और एलीवेट
सोसाइटी नीचा ने कहा कि एक ग्रुप ऑफ पीपल पकड़ लि आए हैं मिडिल क्लासेस को पकड़ लिया है उन्हीं
को खुश करने की कोशिश करी जा रही है रिलीजन को डाइल्यूट करके कंट्रीज में पर्टिकुलर कंट्रीज का
नाम नहीं लूंगा लेकिन यह होता है मास मीडिया के थ्रू डाइल्यूशन करना आज की डेट पे वो किताब उस उस टाइम पे किताबों के
थ्रू होता था अखबारों के थ्रू होता था अभी यह मीडिया के थ्रू सोशल मीडिया के थ्रू होना शुरू हो गया ड्यूस के
थ्रू कहा कि चैलेंज जब तक आप नहीं करोगे जैसे मैं कहता हूं मैं कोई भी चीज कहता हूं जो कि
किसी को चैलेंजिंग लगती है तो क्या करता है गाली गलोज करता है चिड़ना शुरू कर देता है बदतमीजी पर उतर आ है मैंने इतने अपने
लेक्चर में बोला है एथस वाले लेक्चर में जो मैंने बनाए थीज म वाले लेक्चर पे बोला है या बाकी लेक्चर प बोले हैं कि एक
प्रोडक्टिव डिबेट करो बेस्ट बेस्ट कमेंट को मैं जिसपे सबसे ज्यादा अच्छे रिप्लाई होंगे सबको मैं पिन करूंगा लेकिन तुम एक
इंटेलेक्चुअल डीके जिसके बारे में नीचे बात कर रहे थे वह तुम देख सकते हो अच्छे से तमीज से रिप्लाई देते देते देते चिड़ना
शुरू कर देंगे गाली गलो तो नीचे जाते जाते गालियां ही मिलेंगी तुम्हें वही लोग जो ऊपर अपने को इंटेलेक्चुअल दिखा रहे थे
नीचे गालियां दे रहे हैं हग रहे हैं एक दूसरे के ऊपर यह होता है इंटेलेक्चुअल डिकेन दिस इज व्ट मीडियोक्रिटी इज तुमको
किसी ने चैलेंज किया यू शुड बी हैप्पी ट समवन इज चैलेंजिंग माय आइडियाज तो मैं अपने स्कूल ऑफ थॉट को स्ट्रंग कर सकूं तो
नहीं हम लड़ेंगे उसे पता लगता है अगर कोई गाली गलोज प उतर आया है कोई बदतमीजी कर रहा है उसे पता लगता है कि वह ऑफेंड हो
गया है उसको रियलिटी हिट कर गई है उसको एक एक्जिस्टेंशल एंग हो ग एसिस्टेंसिया गया वो अब तुम्हारे ऊपर गालियों की बदतमीजी की
बदतमीजी की बचार कर रहे है जो कि इन्होंने कहा डेविड स्ट्रॉस क्या कर रहे हो तुम चैलेंज करो ना
उसको डाइल्यूट क्यों कर रहे हो सबसे इंपॉर्टेंट चीज जो उसकी जो किताब थी द ओल्ड एंड द न्यू फेथ वो कहा कि भाई एकना
बनवास आदमी खुद को टफाई करने का एक एटीट्यूड एक हिपोक्रिटस यह है डेविड स्ट्रॉस इसमें कुछ है नहीं ये
फालतू का थियोलोजियन बना फिरता है कुछ है नहीं बहुत गंदगी फ्रेडरिक नीचा ने बकी थी फिर कल्चरल डिके पहली जो अनटाइमली
मेडिटेशन थी जिसमें डेविड जो टाइटल था उसका डेविड सॉस द कन्फेसर एंड द राइटर नीचा आर्गू दैट सॉस आइडियाज कंट्रीब्यूटेड
टू द कल्चरल डिके ऑफ जर्मनी ही बिलीव्ड सॉस व्यूज वेर अ सि सिंप्टोमेटिक ऑफ अ वाइडर ट्रेंड टुवर्ड्स इंटेलेक्चुअल
लेजनेवा इंटेलेक्चुअलिटी में ना जैसे इंटेलेक्चुअल डिके होता है वैसे एक इंटेलेक्चुअल
लेजनेवा इग्नोर से भी कह सकते हो एक लेवल पे इग्नोर हैंस इज ब्लिस ठीक है लेकिन इंटेलेक्चुअलिटी में जहां पे कल्चर की बात
हुई और जहां पे कल्चर डाइल्यूट हो रहा है जहां पे चीजें हाथ से निकल रही है यू कैन नॉट क्लेम दैट इग्नोर हैंस इज ब्लिस ब्लिस
नहीं है वहां पे इग्नोर हैंस इज मेहम मतलब तूफान आंधी तबाही मचाने वाला तो इग्नोर नहीं कर सकते उसको बोला है
इंटेलेक्चुअल लेजनेवा नहीं समझनी क्रि क्रिश्चियनिटी की डेप्थ नहीं समझनी क्रिश्चियनिटी किस तरीके
से कल्चर और एक सोसाइटी को बनाता है वो नहीं समझना हम तो भैया लेजी हैं जो है दे दिया उठा के थाल प हमारी थाली पर रख दिया
और वया आन खुश है अबे थाली तो देख लो उसमें छेद है कि नहीं वो कोई नहीं करना चाहता तीसरा रिलीजस क्रिटिक लद नीच
हिमसेल्फ वाज क्रिटिकल ऑफ क्रिश्चियनिटी ही फाउंड स्ट्रॉस स्टेटमेंट ऑफ रिलिजन सुपरफिशियल सॉस अटेम्प्टेड टू राशनलाइज
एंड डी माइथोलॉजी इन अ वे दैट नीचा फेल्ट स्ट्रिप्ड इट ऑफ एनी प्रोफाउंड एक्जिस्टेंशल और स्पिरिचुअल
सिग्निफिकेंट रिप्लेसिंग इट विद अ हलो सेकुलर फेथ नीचा खुद तो चिड़ते थे क्रिश्चियनिटी से लेकिन इसने खोकला कर
दिया था सॉस ने पूरी तरीके से किसी भी स्कूल ऑफ थॉट का एक एक्जिस्टेंशल सवाल और एक स्पिरिचुअल सवाल
जो होता है उन सवालों को ही उठा के सॉस ने खारिज कर दिया तो इसके अंदर कोई डेप्थ ही नहीं बची तो काहे का थियोलोजियन है डेविड
श्रॉस मेरा सवाल यह है नीचा ने का चौथा आता है फिलॉसफी अपोजिशन कि एक तरफ नीचा की जो फिलॉसफी थी
इंडिविजुअलिज्म और ग्रेटनेस की तरफ जा रही थी उस तरफ स्ट्रॉस पूरी तरीके से मीडियोक्रिटी की तरफ जा रहा था कि भाई
सिंपल रहो ज्यादा दिमाग चलाने की जरूरत नहीं है थोड़ा बहुत रेशन इजम ठीक है बाकी तो क्या ही दिमाग लगाओगे डूब जाओगे
बर्बादी की तरफ लेकर चला गया स्ट्रॉस और इन्हीं सब चीजों की वजह से इन्हीं इवेंट्स की वजह से नीशा स्टार्टेड टिंग स्ट्रॉस
कोर से फिर सॉस से आगे बढ़ते हुए यह आए ऑन द यूज एंड अब्यूड़ोस
रटी हुई नहीं है मतलब दिमाग में नहीं है फिलोसॉफिकल समरी जो थी इसकी जो यह वाला एसे था इसमें था तीन टाइप ऑफ हिस्ट्री के
बारे में बात करी नंबर वन मॉन्यूमेंटल दूसरा एंटीक्वेटेड
ग्रेट अचीवमेंट्स एंड इंस्पायर्स प्रेजेंट ग्रेटनेस जो ग्रेट अचीवमेंट मेन मेन हार्डकोर चीजें और मार्ग जिसको मार्गदर्शन
कह सकते हैं जिन्होंने मार्गदर्शन किया ऐसे इवेंट्स जैसे कोई भी वॉर हुई कोई भी इंपॉर्टेंट हिस्टोरिकल इवेंट हुआ उन सबको
इन्होंने बोला कि भाई प्रेजेंट में जो भी चीज हो रही है उसको इंस्पायर किया वोह इंस्पायर होती है जैसे बहुत पहले कोई वॉर
लड़ी गई उस वॉर में इस तरीके से जीत हुई इस तरीके से कैप्चर किया गया उस वक्त तो वॉर का जमाना था ही प्रशिया वगैरह में ंज
के टाइम पे भी अब उस वॉर को किस तरीके से आप प्रेजेंट डे वॉर्स में लागू कर सकते अब वर्ल्ड वॉर टू तक तो वर्स रही थी हर
कंट्री जीतना चाहती थी तो इन्होंने कहा ट इज मॉन्यूमेंटल हिस्ट्री पास से आप कैसे सीख के उसको प्रेजेंट में लगा सकते हैं और
भी बहुत तरीके के एग्जांपल हो सकते हैं फिर दूसरा है एंटीक्वेटेड 200 साल के 200 साल में जो
200 साल बाद लोग होंगे जो अलग तरीके की खुराक खाएंगे आपने इसको प्रिजर्व करके रख दिया जिससे कि वो इसको अप्रिशिएट कर पाए
इसको रिस्पेक्ट कर पाए कि उस टाइम पे लोग ये खाके अपना प्रोटीन इंटेक पूरा करते थे भाई कितना इंटरेस्टिंग है मेरी शर्ट पता
नहीं क ऊपर हो जाती है बार-बार ऐसे बैठते हैं हम हम लेकिन ये छुक जाएंगे हम ऐसे बैठते हैं हम हम तो ये बहुत इंपॉर्टेंट कह
दिया इन्होंने कि भाई ये दूसरी इंपोर्टेंट चीज हो गई कि भाई एंटीक्स होते हैं ना प्रिजर्व करके उसको
रिस्पेक्ट करते हैं दूर से देखता हैं उसको दूर से आप बैठ के देखिए उसको रिस्पेक्ट दीजिए उसका
कोई मेनिफेस्टेशन नहीं हो सकता है हो सकता है वह मेनिफेस्ट ना करें लेकिन दैट इज वेरी इंपॉर्टेंट वो प्रिजर्व्ड हिस्ट्री
है बहुत इंपॉर्टेंट बन जाती है तीसरे क्रिटिकल हिस्ट्री जजेस एंड डिस्मेंटल पास्ट इंजस्टिस टू इनेबल प्रोग्रेस पहले
जो कांड हुआ है फॉर एग्जांपल नाजी ने जो कांड किया है उस कांड को समझ के क्या गलतियां नहीं होनी चाहिए उसको आप प्रेजेंट
सिनेरियो में लगा के अपने देश की तरक्की करवाएंगे ह्यूमन सोसाइटी की तरक्की कराएंगे और ह्यूमन सोसाइटी तरक्की करेगी
तो इंडिविजुअल भी तरक्की की तरफ जाएगा वह बहुत जरूरी है फिर उन्होंने यह तो तीन चीज तीन हिस्ट्री के तीन तरीके की हिस्ट्री हो
गई फिर उन्होंने प्रैक्टिकल यूज ऑफ हिस्ट्री के ऊपर बात करी कि हिस्ट्री सिर्फ पढ़ाने के लिए नहीं है किताबों में
पन्नों के बीच रहने के लिए नहीं है वो एक इंसान को सिखानी चाहिए ऊपर की जो तीन हिज के बारे में हमने बात करी मॉन्यूमेंटल
एंटीक्वेटेड वह इंप्ला करो अपनी जिंदगी पर लागू करो तो आपकी जिंदगी बेहतर बनेगी आपकी जिंदगी में
क्रिएटिविटी आएगा रोमांच आएगा एडवेंचर आएगा जब तक इन तीनों को अप्लाई नहीं करोगे तो जिंदगी बर्बाद है किताबों में पढ़ के
कुछ नहीं होने वाला भाई इसका रेलीवेंस क्या है मॉडर्न टाइम में रेलीवेंस यह है कि कल को कभी मत भूलो कल को हमेशा याद रखो
कल में जो गलत चीजें हुई उनसे सीख के आज गलत चीजें मत करो और कल जो भी तुमने हिस्टॉरिकली जो भी चीजें हुए मॉन्यूमेंटल
चीजें जो हमने मॉन्यूमेंटल हिस्ट्री में बात करी उससे कुछ ना कुछ सीखो और आज इंस्पायर होके उसको लागू करो जिंदगी बेहतर
होगी ना सिर्फ ना सिर्फ सोसाइटी की बट तुम्हारी और तुम्हारी होगी तो सोसाइटी वाइस वर्सा वाला कांसेप्ट है फिर ये आ है
शफन हर एज एजुकेटर के ऊपर रोल ऑफ एजुकेटर की शॉफ इनर जैसे लोग तो एज एजुकेटर्स होने चाहिए ना सिर्फ एकेडमिक लेवल पे बट
इंडिविजुअल लेवल पे सेल्फ ओवरकमिंग पे बात करी ऑथेंटिसिटी शॉफ इन आर से सीख सकते हो क्योंकि शॉफ इन आर पहले एक पेसिम मिस्टिक
या पहले ऐसे फिलोसोफर थे जिनसे यह अपने आप अपनी परछाई देख पाए शॉपिंग आवर में जैसे मैं मैं अपनी बात कर रहा हूं मैं अपनी
परछाई फ्रेडरिक नीचा में देख सकता हूं ऐसे हर फिलोसोफर अपनी परछाई किसी फिलोसोफर में देखता है भले सोगरात हो प्लेटो हो
एरिस्टोटल हो किसी ना किसीने परचाई देखी इन्होंने परचाई देखी और बोला कि भाई अगर जिंदगी में
पोटेंशियल चाहिए अपना ट्रू पोटेंशियल फाइंड आउट करना है जिसको इन्होंने विल टू पावर में आगे एक्सप्लेन किया तो भैया शप
नार बाबा के सामने हाथ जोड़ लो फिर उन्होने सेल्फ ओवर कमिंग की बात करी मीडियोक्रिटी को रिजेक्ट कर दो
मीडियोक्रे आप को आज जो तुम हो बेहतर बनो जैसे कहते हैं ना कल जो तुम बनने वाले हो वो तुम्हारा आइडल होना चाहिए नसे पूछते थे
कौन है तुम्हारा आइडल कोई बोलेगा विराट कोहली कोई बोलेगा शाहरुख खान पता नहीं शाहरुख खान कौन बोलता है कोई बोलेगा डेविड
गोगिंस ये ले लिया है ना कोई बोलेगा एंड्री रमन जैसा बनना चाहता हूं मैं कोई बोलेगा नहीं भाई मैं तो फ्रेडरिक नीचा
जैसा बनना चाहता हूं नहीं जो तुम आज हो और 10 साल बाद जो तुम पढ़ पढ़ के पढ़ पढ़ के मेहनत कर कर के जो बन सकते हो कसरत कर कर
के जिम जा जा के बन सकते हो क्रिस बमस्टेड नहीं बनना तुम्हें तुमको 10 साल बाद जो तुम रोज जिम जाओगे जो तुम बनने वाले हो 10
साल बाद वो बनना है तुम्हें उसके तरफ देखना है अपने 10 साल वाले फ्यूचर सेल्फ को फॉलो करो उसके तरह बनो तो वो इन्होंने
बात करी वो बहुत इंपॉर्टेंट था इसका क्या रेलीवेंस है मॉडर्न टाइम में ओबवियसली सेल्फ डेवलपमेंट सेल्फ हेल्प तभी नीचा को
सेल्फ हेल्प से बहुत ज्यादा रिलेट किया जाता है उसके ऊपर भी एक अलग से हम लेक्चर बनाएंगे नीच एंड सेल्फ हेल्फ अगर इंटरेस्ट
हो तो नीचे कमेंट्स में जरूर बताना बट यह बहुत इंपॉर्टेंट चीज थी कि भाई सेल्फ हेल्प की इंडस्ट्री कैसे बनी किस तरीके से
सेल्फ हेल्प इंपॉर्टेंट हो जाता है ह्यूमन सोसाइटी में और सेल्फ ओवरकमिंग में कैसे तुम वैल्यूज को
अटेनोक वैल्यूज के भरोसे नहीं बैठ के अपनी वैल्यूज बना सकते हो यह कहा नी चन फिर ये आ गए जो इनका चौथा ऐसे था चौथा ही था ना
एक मिनट मैं देख लू चौथा हां रिचर्ड अवग इन बेरू बारत जो भी बेरुत बेरू तो व वाला हो
गया एक्सप्लोजन हुआ था बेरत देख लेना प्रोनंसिएशन अभी मेरे दिमाग में आ नहीं र इतनी सारे टर्मिनोलॉजी है कि हम जरा
कंफ्यूज आ जाते हैं क्या बोला जाए फिलहाल बहरहाल इन्होंने तारीफ करी रिचर्ड वगन की आर्ट और कल्चर की डेप्थ की
समझने की भाई किस तरीके से जो इनका विजन है उसको ट्रांसफॉर्म कर है सोसाइटी को लेकिन यार उसी सोसाइटी के गंजे में आके
रिचर्ड वनर कभी कभार ना जरा इधर-उधर निकल जाते हैं वो नीचा को पसंद नहीं आया वो डूब जा रहे हैं लोगों को इंप्रेस करने में
लोगों को वह फिलॉसफी देने में डूब जा रहे हैं रिचर्ड वगन वह नीज को जरा थोड़ा सा टकने लग गया
आर्ट एज रिडेंपशन है रिडेंपशन मतलब एक तरीके से तुम्हारी कुछ कारण करने के बाद जो तुम
उसका पश्चाताप करो तो पश्चाताप के बाद जो फीलिंग आती है उसको बोलते हैं रिडेंपशन एक स्वतंत्रता की जो फीलिंग आती है रिडीम हो
गए आप रिडेंपशन दोस्तो स्की ने भी इसके ऊपर काफी बात करी लेक्चर में बना बताया हु है तो इन्होंने कहा कि आर्ट एक रिडेंपशन
की तरह हो सकता है ह्यूमन लाइफ को जब आप आर्ट को सुने आर्ट मतलब आर्ट को देखें सुने करें तो आपकी बोरिंग बेकार जिंदगी के
अंदर वह पंख लगा सकता है यह था नीचे का कहना य पर फिर इस फिलोस फिकल इंप्लीकेशंस क्या थे नीच फिलोसोफी इंप्लीकेशंस पहला
वाइटलिज्म एंड लाइफ अ फर्मेन सेंट्रल टू नीच फिलॉसफी इज द एफर्मेशन ऑफ लाइफ एंड द एंब्रेस ऑफ इट्स चैलेंज एंड स्ट्रगल्स ही
क्रिटिसाइजस एनीथिंग दैट डिट्स फ्रॉम लाइफ विगर इंक्लूडिंग कल्चरल कंप्लेसेंसी एंड इंटेलेक्चुअल मीडियोक्रिटी
लाइफ अरमेचर्स फी थी कलेक्टिवली वो लाइफ के चैलेंज के ऊपर और जो भी स्ट्रगल्स आ रहे
हैं उसके ऊपर बात करी गई थी जिसके ऊपर बाकी की दुनिया बात नहीं करना चाह रही है ऑथेंटिक क्रिश्चियनिटी ऑर्थोडॉक्स
क्रिश्चियन रूल ने यह कह दिया कि भाई जो भी सफरिंग आ रही है उसको एक्सेप्ट करो यहां सफरिंग है वहां कोई बात नहीं मिलेगा
अब्राहम के रिलीजन पर से नीचे ने कहा यहां लड़ो दिस इज व्हाट स्लेव मोरालिटी इज वो जो नोबल्स हैं वो तुम्हें बेवकूफ बना रहे
हैं वो जो ऊपर बैठे हैं तुमको जो अपने को धर्म के रखवाले कह रहे हैं काहे के धर्म के रखवाले हैं तुम्हारा बेवकूफ बना रहे
हैं वह अपने ऊपर ध्यान दो इंडिविजुअल के ऊपर ध्यान दो इंटेलेक्चुअल मीडियोक्रिटी में मत पढ़ो थोड़ा दिमाग लाओ बहुत ज्यादा
दिमाग में मत लाओ कि पूरी तरीके से सिस्टमिक रोबोट जैसे हाथ पैर चल रहा है वो नहीं बनना तुमको लेकिन दिमाग लाओ दिमाग
खोल के काम करो फिर इंडिविजुअल ग्रेटनेस नीचा चैंपियंस द आइडिया ऑफ इंडिविजुअल ग्रेटनेस एंड द परस्यूट ऑफ पर्सनल
एक्सीलेंस ही सीज द पोटेंशियल फॉर ग्रेटनेस इन एवरी पर्सन एंड अर्जेस देम टू कल्ट वेट दे यूनिक टैलेंट एंड स्टें आगे
जाकर यही बन गया द विल टू पावर विल्ला जमा यही है हमारी पावर अपने बेस्ट सेल्स पर बनना चाह रहे हो या यहां पर जरा बैटरी
खत्म हो गई थी तो हमें एक दिन में लेक्चर कवर करने की मैं सोच रहा था बट इसको आगे कंटिन्यू करना पड़ेगा दूसरे दिन करना पड़ा
बैटरी बैटरी चार्ज करके बहरहाल हम लोग जहां पर थे हमने विलज मा के बारे में बात करी लटू पावर के बारे
में बात करी फिर नीजा ने अनटाइमली मेडिटेशन में मॉडर्निटी की क्रिटिसिजम दिया कि अपना एक चैलेंज खत्म हो गया है इस
दुनिया में जो पहले क्रिश्चियनिटी को पहले कल्चर को चैलेंज करने में मजा आता था जो कि नीचे को कल्चरल क्रिटिक कहा जाता है अब
वो मजा ना वो रोमांच वो रुचि खत्म होती जा रही है क्योंकि बहुत ज्यादा यूनिफॉर्म आ गई है बहुत ज्यादा एंटरटेनमेंट आ गया मजाक
लगता है अब कल्चर धर्म वो जो कंटेंपरेरी इश्यूज आ रहे हैं जैसे कल्चरल होमोजेनेट आ गई
है अब नीचा के नीचा के ऊपर एलिगेशंस हमेशा से लगे हैं फॉर मिसज निस्ट कॉमेंट्स और औरतों के प्रति उनका जरा बहुत रोजान था
नहीं क्योंकि इतना दबाव स्टार्टिंग में कोई फादर फिगर था नहीं औरतों का र रहा लोम आई बहन गंदगी करती थी उनकी उनके साथ मां
चिड़ते थी शक्ल नहीं देखना चाहती थी क्योंकि नीच ने शादी करने से इंकार कर दिया था और बाकी जो भी उनके कारण रहे हैं
नीचे के तो मिसज निस्ट कमेंट्स इनके लोगों को लगता है कि बहुत ज्यादा मिसज निस्ट है अब अगर उसके पीछे की
मेटाफोरिकल फिलोसोफी निकाले तो बात अलग है लेकिन आप एक फेमिनिस्ट पॉइंट ऑफ व्यू से देखें तो बात अलग है तो उन्होने कहा
कल्चरल हो होमोजेनाइजेशन हो गया है जो कि पूरी तरीके से इस कल्चर की रिचस खत्म करता चला जा रहा है प्रेशर ऑफ द मासस जिसको
हार्ड मेंटालिटी कहा जाता है मास कन्फॉर्मिंग है फैशन है भाई फैशन वो फैशन है मेरे को भी ऐसा फैशन करना है व ऐसे चलर
तो मेरे को भी ऐसे चलना है वह एक एक आर्ट डायरेक्टर है या वो एक फिल्म फिल्म म तो नहीं मतलब उस व ऑर्केस्ट्रा डायरेक्टर है
तो मुझे भी उसके तरह बनना है तो यहां पे थोड़ा रिचर्ड वागन से जब इ का कलेश कलेश शुरू हो गया तो वहां पर इनको लगा या क्या
लोग इसको आइडल मानता है ऐसा तो कुछ इसमें है नहीं तो लगा कि बस इसमें यही रह गया कन्फॉर्म चाहिए ऑथेंटिसिटी खुद का एक
ऑथेंटिक सेल्फ जो है वह हो चुका है उसके बाद से आगे जैसे हम पढ़ेंगे धीरे-धीरे इनका जो इन्फ्लुएंस हो जाना आसानी से वह
जो कैरेक्टरिस्टिक थी वह खत्म होनी शुरू हो गई अब क्या था अगर हम इसका एक कंक्लूजन ले
ले इस किताब का अनटाइमली मेडिटेशंस काथा इन्होंने क्रिटिसिजम दिया अपने इंटेलेक्चुअल टाइम का डेविड स्ट्रॉस जो हम
बात करते हुए कल्चरल कल्चरल एंड इंटेलेक्चुअल लाइफ जो थी उसका इन्होंने क्रिटिसिजम दिया इंपॉर्टेंस क्यों है
ग्रेटनेस एंड ऑथेंटिसिटी ऑथेंटिक रहना क्यों इंपॉर्टेंट होता होता है हिस्ट्री कितनी इंपॉर्टेंट है कल्चर कितना
इंपोर्टेंट है तो यह सब अगर हम अपनी जिंदगी में अप्लाई करें अगर मैं पूछू टाइमली
मेडिटेशंस का क्या इंसान की लाइफ में असर पड़ सकता है तो यू कैन लिव मोर ऑथेंटिक सेल्स यू कैन अंडरस्टैंड द मीनिंग ऑफ
एक्जिस्टेंस इन दिस वर्ल्ड मेरा जो कोर्स आने वाला है जो सितंबर में है चरण सीमा पर वह कोर्स एक्जिस्टेंशल क्वेस्ट से रिलेटेड
है एंड फाइंडिंग अ मीनिंग इन दिस लाइफ किस तरीके से हम एसिस्टेंसिया जवाब देते हुए किस तरीके से हम अपनी लाइफ
को जिंदगी को बेहतर कर सकते भाई मैंने तो करी अपने केस में बहुत हद तक बट फाइनेंशली बीट रिलेशनशिप्स अराउंड
मी कुछ भी बट उसी के ऊपर वह कोर्स रहेगा डिस्कोर्स जो भी है तो टेलीग्राम का यहां पर मैं दे
दूंगा स्कैनर या फिर नीचे लिंक डिस्क्रिप्शन में रहता है वो जाकर देख लो वहां पर वो पता रखता रहेगा क्या है क्या
नहीं है यहां पे जैसे हम पार्ट थ्री पर आए मिडिल पीरियड मिडिल पीरियड में इनका माइंडसेट
किस तरीके से चेंज हुआ हमें एक नया नीचा देखने को मिल रहा है हमें एक नया इंसान देखने को मिल रहा है हमें एक बेटर और
मैच्योर इंसान अभी तक इन्होंने मैच्योरिटी मैच्योर वर्क इनका है वोह नहीं आया बट एक इंसान जो समझ पा रहा है क्या हो रहा है इस
दुनिया में क्या असलियत है पर्दे हटते जा रहे हैं अभी तक उस इंसान को फिलोसोफी से नया नया इंट्रोडक्शन हुआ वार्तालाप शुरू
हुआ शॉपिंग आर को देख के वानर से इंटरेस्ट है डेविड सॉस को गलिया रहे हैं यहां पर कोसमा वानर के ऊपर क्रश है अब यहां समझ
में आया कि भाई रियलिटी क्या है इन्होंने एक फिलोसॉफिकल डायवर्जेंस लिया वनर से यह हटना शुरू हो गए इन्होंने कहा कि मैं अब
इसलिए हट रहा हूं गनर से क्योंकि वो बहुत नेशनलिस्ट बन गया है अब वो कठपुतली की तरह बन गया और पर्टिकुलर जब उनका ब्रेक आया
जहां से वो पूरी तरीके से कट ऑफ हो गए वनर से वो था बेरुत फेस्टिवल 187 6 पूरी तरीके से कट ऑफ कर दिया जब इन्होंने देखा कि
बहुत कमर्शियल कर दिया इन्होंने खुद को नेशनलाइज कर दिया है पॉलिटिशियन के आगे पीछे बस करते रहते
हैं क्योंकि नीता नीचा नीता बोल र नीचा और ज्यादा एथिस्टरॉन इनको समझ में आया यह मेरी अब इससे इस बंदे
से बनेगी नहीं क्योंकि यह तो क्रिश्चियनिटी एंब्रेस कर रहा है क्रिश्चियनिटी जन ले रहा हूं यह
क्रिश्चियनिटी एंब्रेस कर रहा है बोला नहीं यह तो भाई पॉसिबल नहीं है अब मैंने जो रोमांटिसिजम की बात करी रोमांटिसिजम की
इन्होंने डेप्थ समझी असली जो कि उस वक्त सुपरफिशियल लेवल पे चल रही थी दूसरे लोगों को देख के इंस्पायर हो रहे थे फ उन्होंने
बोला रोमांटिसिजम मतलब इंडिविजुअलिज्म रोमांटिसिजम मतलब किसी ट्रेंड को फॉलो ना करना अपने इंडिविजुअल ऑथेंटिक सेल्फ को
फॉलो करना वही किया इन्होंने इन्होंने रिजेक्ट करना शुरू कर दिया रोमांटिसिजम के आइडियाज को आइडियलिस्टिक आइडियलिज्म के
आइडियाज को और साइंटिफिक और रैशनल अप्रोच शुरू कर दी टुवर्ड्स मोरालिटी टुवर्ड्स मोरल वैल्यूज नेचर ऑफ मोरालिटी के ऊपर
इन्होंने और विस्तार से बात करनी शुरू कर दी ह्यूमन साइकोलॉजी बहुत ज्यादा प्रभावित और ह्यूमन
साइकोलॉजी अभी इन मिडिल पीरियड के वर्क्स में आनी शुरू हो जाएगी मिडिल पीरियड में इन्होने अपना मेन इंपॉर्टेंट चीजें दी जो
भी हम समझेंगे पर्सनल स्ट्रगल्स बीमारी माइग्रेंस बढ़ने लग गए लंबे होने लग गए पहले तो कुछ चंद मिनटों के लिए आते
थे कुछ आधे घंटे 15 20 मिनट के लिए आते थे अभी वो लंबे होने लग गए उस बीमारियों की वजह से और जो झगड़ा विवाद चलता रहता था
प्रोफेसर्स के साथ उस वजह से अब इन्हें छोड़ना पड़ गया बाजन यूनिवर्सिटी से रेजिग्नेशन दे दिया
इन्होंने बोला भैया हाथ जुड़वा लो अब हम जो है घूमेंगे यूरोप और आइसोलेशन में लिखेंगे जिससे मैं अपनी हेल्थ पर भी ध्यान
दे सकूं और अपने काम पर भी ध्यान दे सकूं इन्होंने हीरो वरशिपिंग छोड़ दी क्या इन्फ्लुएंस
अगर आया एक हीरो हीरो वरशिपिंग जो थी वो पूरी तरीके से छोड़ दी उन्होंने बोला कि मैं खुद का डोमिनेंट फिगर बनूंगा अपनी
लाइफ में जो बाकी उप मेंच वगैरह को जिन्होंने कांसेप्ट दि अपने आइडियाज इंडिपेंडेंट की बनाने शुरू करे फिर
इन्फ्लुएंस उठाना शुरू किया इनलाइटनमेंट थिंकर सेन और फ्रेंच पॉजिटिविस्ट सेन अब
पॉजिटिविस्ट फ्रेंच ले लो या पॉजिटिविस्ट इन जनरल ले लो जो फाउंडिंग फादर से इनके अगस्ट
कमते 18वीं 1798 1857 1857 में अपनी जंग भी लड़ी गई थी अंग्रेजों के खिलाफ अभी इंडिया की बात कर रहा हूं मैं
तो फ्रेंच पॉजिटिविस्ट कहते हैं कि भाई किसी भी सिस्टम को समझने के लिए हम मेटा फिजिक्स को मतलब शक की निगाह से
देखेंगे हम मेटा फिजिक्स के भरोसे नहीं बैठे रहेंगे हम एपिक सेंसेस के भरोसे उस चीज को लेंगे एक बोतल है ये बोतल क्यों है
किसलिए है क्या हो सकता है क्या नहीं हो सकता था क्या होगा नहीं अभी यह बोतल है इसके ऊपर हमें फोकस करना है शेप क्या है
कैसा टेक्सचर है कैसा रंग है कैसी स्मेल है तो उस डाटा के ऊपर हम ज्यादा निर्भर करेंगे तो उससे बहुत ज्यादा ये
प्रभावित रेशनल साइंटिफिक अप्रोच लगानी इन्होंने थोड़ी बहुत शुरू कर दी सिस्टमैटिक नहीं रैशनल सिस्टमैटिक तो नहीं
कह सकते रैशनल ह्यूमन नेचर को एग्जामिन करना बहुत तगड़े तरीके से शुरू कर दि जो कि बहुत ज्यादा इंपॉर्टेंट है और उस
ह्यूमन नेचर की वजह से मोरालिटी कैसे बन रही है या मोरालिटी कैसे बनती है उसके बारे में बात करना कुछ किताबें इन्होंने
लिखी अपनी मेंटल लिबरेशन कहते हुए उसको कि मैं मेरा दिमाग मेरा मेरी बुद्धि मुक्त हो चुकी एक तरीके
से बुद्धि मुक्त मतलब उस वक्त यह समझते थे जो मैं अपने को बुद्धिमान समझता था वो कुछ था नहीं मैं एक एक छल कपट था मैं अपने
सामने चादर उड़ के खड़ा था अब मेरे को रिलाइज हुआ वानर क्या कह रहे हैं शफेनर क्या कह रहा है मेरे को अपना काम बनाना
पड़ेगा मेंटल लिबरेशन ह्यूमन ऑल टू ह्यूमन किताब जो इन्होंने लिखी उससे मेरे को मेंटल लिबरेशन मिला जो आइडियो कंस्ट्रेंट
थे इनके ऊपर इस तरीके से नहीं सोच सकते उस तरीके से सोचना है वो इनका बेटर हुआ और इन्होंने
इस तरीके से अपने काम को आगे बढ़ाया अब एक समरी ले ले इनके मोटिवेशंस की वापस से मिडिल पीरियड में इनका क्या समरी थी ब्रेक
फ्रॉम वानर एंड शोपन हर उनकी आइडल से डिस्टेंस करना इन्फ्लुएंस ऑफ इनलाइटनमेंट थिंकर्स था है ना पर्सनल हेल्थ और
आइसोलेशन तो चल ही रही थी डिजायर फॉर इंटेलेक्चुअल इंडिपेंडेंस की इंडिपेंडेंस एक न्यू फिलोसोफी डायरेक्शन चाहिए और
क्रिटिक ऑफ ट्रेडिशनल मोरालिटी पूरी तरीके से डीकंस्ट्रक्शन और डीबंकिंग शुरू कर दी ऑफ कन्वेंशनल आइडियाज ऑफ
मोरालिटी या इनकी किताब ह्यूमन और टू ह्यूमन 18788 के बीच में स्पेकल है बट 188 में य
लच हुई और यहां पर क्रिटिक ऑफ मेटा फिजिक्स और रिलीजन दिया यह कहते हुए कि इंसान ने खुद से
यह कांसेप्ट बनाए हैं बिकॉज एक इंसान एक साइकोलॉजिकल टॉरमेंटेड लॉजिकली परेशान होता है जहनी
तौर पर परेशान होता है इलाज पर से डिप्रेशन उस वजह से इंसानों ने कांसेप्ट
बनाया डिवाइन इंटरवेंशन आ गया मेटा फिजिकल रियलिटीज आ गई सुपर नेचुरल लाइफ में इंडल
जेंस तो हिस्टोरिकल सरकमस्टेंसस भी ऐसे रहे हैं और परेशानियां भी रही है जिस वजह से इंसान शायद बोर हो गया शायद श था शायद
घबराया हुआ था तो उस इंसान ने बना दिया कांसेप्ट ऑफ डिवाइन एक फिलॉसफी का बहुत बड़ा इन्होंने टॉपिक छेड़ दिया जिस पर आज
की डेट पर भी डिबेट होती है बहुत ज्यादा च इ फ्री विल एंड डिटरमिनिज्म एक तरफ फ्री विल वाले आ रहे हैं कह रहे हैं
कि वी आर फ्री हमारी विल हम खुद डिसाइड करते हैं जो भी हम है हम क्या है कैसे हैं और डिटरमिनिज्म मतलब कोई भी चीज जो हो रही
है वो एक्सटर्नल फैक्टर्स के वजह से हो रही है बहुत ट अलाइन मेंट में आते हैं तो वह चीजें हो रही हैं जो होती जा रही है हम
एक्सपीरियंस करते जा रहे हैं और वह हमारे विल के कंट्रोल से बाहर होती है वो हमारे हाथ में नहीं होती तो
नेचर ने कहा कि भाई फ्रीविल जैसी चीज कुछ नहीं होती है देर आर मल्टीट्यूड ऑफ एक्सटर्नल फैक्टर्स जो कि बायोलॉजिकल
इन नेचर हो सकते हैं जो कि एब्स्ट्रेक्ट नेचर हो सकते हैं लेकिन वो एजिस्ट करते हैं इस वजह से यह हो रहा है जो हो रहा है
तो फ्री विल के ऊपर ज्यादा भरोसा ना करें ह्यूमन साइकोलॉजी में इनका बड़ा इंटरेस्ट आया इस चीज से कि डिवाइन के कांसेप्ट को
बनाने के लिए इंसान के पीछे इंसान की साइक के पीछे क्या मोटिवेशंस जाते हैं क्यों बनाता है किस लिए बनाता है सोसाइटल
नॉर्म्स क्या होते हैं कल्चरल नॉर्म्स क्या होते हैं किस वजह से वह मजबूर होता है यह सब चीजें बनाने के लिए तो ह्यूमन
साइकोलॉजी बहुत इंपोर्टेंट बन जाती है इनके लिए कि चलो डी कंसर्ट करते हैं मोरालिटी को डी कंसर्ट करना है तो ह्यूमन
साइकोलॉजी डीकंस्ट्रक्ट करनी होगी तभी हम मोरालिटी को कहीं ना कहीं डीकंस्ट्रक्ट कर पाएंगे फिर क्रिटीक ऑफ रोमांटिसिजम आ गया
और उस रोमांटिसिजम के क्या कह सकते हैं हम क्रिटिसिजम में इन्होंने कहा कि भाई रोमेंट रोमांटिसिस्ट
जो होते हैं वो बहुत ज्यादा ग्लोरिफाई कर देते हैं सफरिंग को वो बहुत ज्यादा ग्लोरिफाई कर देते हैं आर्ट को भाई ऐसी
चीजों को ग्लोरिफाई करो जो अटेब है जो तुम कर सकते हो प्रैक्टिकल चीजों पर ज्यादा फोकस करो अपने को बेटर कैसे बना सकते हो
रदर लेकर बैठ गए भाई सफरिंग जैसे बॉडी पॉजिटिविटी जैसा कांसेप्ट होता है ना मोटे हो कोई बात नहीं भाई मोटे रहो एक्सेप्ट
करो अपने को नहीं वर्क आउट नहीं करना नहीं जिम नहीं जाना मोटे हो तो को उन्होने कहा नहीं भाई यह तो नहीं चलेगा यह तो
ग्लोरिफिकेशन गलत चीज का और है सफरिंग का ग्लोरिफिकेशन करके क्या करोगे और उसी से चलते हुए इन्होंने कहा भाई एमफसिस ऑन
इंडिविजुअलिज्म भाई मैं इंडिविजुअलिज्म प एमफसिस देता हूं खुद के भरोसे जीना शुरू करो ना कि दूसरों
के भरोसे अपना भाग्य छोड़ दो अपनी किस्मत छोड़ दो अपना फॉर्च्यून छोड़ दो अपने अपने वैल्यूज बनाओ अपने बिलीफ सिस्टम बनाओ बहुत
इंपॉर्टेंट होता है सोसाइटल कंस्ट्रेंट से तोड़ के खुद को हटा लो और जिस दिन तुम यह कर दोगे तुम्हें आइडिया ऑफ इंडिविजुअलिज्म
मिल जाएगा तुम्हें समझ में आ जाए कि तुम अकेले कैसे खड़े रह सकते हो तुम्हें समझ में आ जाएगा कि हर्ड मेंटालिटी से स्लेव
मो से दूर कैसे जाना है हार्ड मेंटालिटी वह है जो स्लेव मोरालिटी फॉलो करती है और स्लेव मोरालिटी
हर्ड मेंटालिटी बनाती है भेड़ चाल है चलिए अब ह्यूमन ऑ टू ह्यूमन का क्या रेलीवेंस हम ले सकते हैं मॉडर्न टाइम्स में सबसे
पहली चीज तो क्रिटिकल एग्जामिनेशन ऑफ बिलीफ आज भी आज की डेट प भी हर चीज को बहुत साइंटिफिक पर्सपेक्टिव से देखा जाता
है किसी भी मेटा फिजिकल को मेटा फिजिकल कांसेप्ट को सबसे पहले कहा जाता है कि इसको रैशनल और साइंटिफिक तरीके से अप्रोच
करो जैसे नीचा ने कहा अंडरस्टैंडिंग मोरालिटी आज की आजकल भी आज आज आज की डेट पे क्या है एक मल्टीकल्चरल और
प्लूरलिस्टिक सोसाइटी है अलग-अलग विभिन्न तरह के कल्चरस हैं सबके बीच में डिबेट होती है कौन सही है कौन गलत है मोरल
सिस्टम क्या होता है क्या सही मोरल सिस्टम होता है एक पर्टिकुलर कल्चर का मोरल सिस्टम अच्छा है या एक पर्टिकुलर कल्चर का
मोरल सिस्टम गलत है गलत है तो क्यों है सही है तो क्यों है साइकोलॉजिकल इनसाइट्स
ओबवियसली क्या अनकॉन्शियस सबकॉन्शियस अनकॉन्शियस का जो फि साइकोलॉजी आई क्या अनकॉन्शियस मोटिवेशंस होते हैं इंसान के
विल टू पावर जैसी जो हम आगे थोड़ा मैं एक्सप्लेन कर दूंगा इंडिविजुअलिज्म एंड ऑथेंटिसिटी इस वाती दौड़ती दुनिया में किस
तरीके से तुम इंस्पायर हो सकते हो अपने इंडिविजुअलिज्म को निखारने में अपने को अपने आप से कैसे यूनाइट कर
सकते हो अपने बेस्ट सेल्फ कैसे बन सकते हो पर्सनल ऑथेंटिसिटी के ऊपर बात करी और
स्केप्टिसिजम ऑफ फ्री विल तो इनका य आज की डेट प तो यस कंटेंपररी डिस्कशन होते हैं कि फ्रीविल है नहीं है पूरा फिलोस फिकल
स्फेयर जो उसके बारे में आजकल ज्यादा बात करता है तो यह था इनका ह्यूमन लटू ह्यूमन फाइनली ह्यूमन टू ह्यूमन को अगर तोड़ दोगे
डिवीजन वाइज तो यहां पर चार पांच डिवीजन आ जाते इसके फर्स्ट डिवीजन में और फर्स्ट एंड लास्ट थिंग जिसमें इन्होंने क्रिटिक
ऑफ मेटा फिजिक्स दिया रिलीजन दिया कांसेप्ट ऑफ फ्रीविल दिया ह्यूमन ले जो कि कहां से आ रही है ह्यूमन नॉलेज
एक्जिस्टेंस ऑफ नॉलेज अमोल जीी इसको कहा जा सकता है कहां से वो ओरिजनेट होके आ रही है सेकंड डिवीजन में हिस्ट्री ऑफ न द
हिस्ट्री ऑफ मोरल फीलिंग जियोलॉजी ऑफ मोरल्स के बारे में इन्होंने कहा एथिकल कांसेप्ट के बारे में
बात करा मैंने वहां पर जियोलॉजी और मोरल्स को मैं ज्यादा अच्छे से समझा नहीं पाया कि भाई मोरल कैसे इवॉल्व करता है लशन जैसे
होता है ना बायोलॉजिकल चीजों का वैसे ही मोरल्स का लशन होता है कैसे होता आ रहा है वो मर मोरालिटी कालशन की पहले इंसान को छत
की जरूरत थी तो उसम बिजी रहता था फिर इंसान ने अपने ऊपर छत ले ली खाना उगाना शुरू कर दिया शिकार में शिकार ना करके बेज
महज बकरी गाय खच्चर कुचर पालने शुरू कर दिए तो उसको जरूरत नहीं पड़ी फिर जैसे जैसे रिलीजस आगे बढ़ते गए इवॉल्व होते गए
इकोनॉमिक थ्योरी आती गई पॉलिटिकल थ्योरी आती गई जैसे जैसे लेटेस्ट रिलीजन तुम देखते
जाओगे तो वो है और ह्यूमन नीड्स की वजह से इवॉल्व होता है कोल मोरालिटी ह्यूमन नीड्स की वजह से
इवॉल्व होती है और ट्रांस करती है इसके ऊपर इन्होंने कहा जि नोलॉजी और मोरल्स तो यह था इनका सेकंड डिविजन जिसमें साइकोलॉजी
और एनालिसिस ऑफ सोसाइटल एंड कल्चरल फैक्टर्स इन्होंने करे थर्ड डिवीजन में इनका आता है फ्रॉम द सोल ऑफ आर्टिस्ट एंड
राइटर्स जिसमें यह रोमांटिसिजम का क्रिटिसिजम दे रहे हैं मिथ ऑफ द आर्टिस्टिक जीनियस कि आर्टिस्ट आर्टिस्ट
आर्टिस्ट को कु ज्यादा ही सर पर चढ़ा लिया रोल ऑफ लिटरेचर एंड आर्ट का क्या ह्यूमन साइकोलॉजी ह्यूमन लाइफ में क्या रोल रहता
है फोर डिवीजन में साइंस ऑफ हायर एंड लोअर कल्चर इन्होंने बात करी एक्सप्लोरेशन ऑफ कल्चरल डायनामिक्स एंड द डिस्टिंक्शन
बिटवीन हायर एंड लोअर कल्चरल फॉर्म्स क्या भेदभाव होता है किस तरीके से इवोल्यूशन होता है उस एवोल्यूशन से कहां रह जाता है
कल्चर कहां रह जाता है बड़ा कल्चर और उस एवोल्यूशन की वजह से कैसे डाउनफॉल ऑफ सिविलाइजेशन आ जाते हैं किस तरीके से पूरी
की पूरी कौम खत्म हो जाती है फिर फिफ डिवीजन इनका आता है मैन इन सोसाइटी एंड वमन इन सोसाइटी और जेंडर रोल जेंडर जेंडर
स्ट्रक्चर यहां पर थोड़ा इनका मिसज निस्ट व्यू पॉइंट्स दिख जाते हैं जो कि मैंने कहा मैं इसके ऊपर कोई टिप्पणी नहीं करूंगा
कि वह थे या नहीं थे हो सकता है हो हो सकता है ना हो लेकिन कहा जाता है मिसज निस्ट किस तरीके से
जेंडर के रोल्स ऑ जेंडर टैगिंग किस तरीके से इंडिविजुअल फ्रीडम को इफेक्ट करते हैं उसके ऊपर इन्होने बात करी इफेक्ट हो रहे
हो बर्बाद हो रहे हो बन रहे हो इंपॉर्टेंट सिक्स विजन इनका मैन अलोन विद हिमसेल्फ वहि इज एमफसिस ऑन वही इंडिविजुअल सेल्फ
सेल्फ रिफ्लेक्शन खुद के साथ वक्त स्पेंड करना आइसोलेशन में किसी को अपना हीरो फिगर नहीं लेना पर्सनल ऑथेंटिसिटी उसके ऊपर काम
करना सॉलिट्यूड की इंपॉर्टेंस अकेलापन कितना इंपॉर्टेंट हो कहता है ना मैं अकेला हूं मेरे साथ कोई है नहीं पता नहीं मैं
कब आसपास मेरे दोस्त होंगे मैं एंजॉय कर पाऊंगा अपनी लाइफ नहीं भाई नी चने का अकेलेपन में ही असली मजा है तो यह थी इनकी
किताब ह्यूमन ऑल टू ह्यूमन द डॉन 181 में इनकी द डॉन आई जिसको ट्रांसलेट किया जा सकता है डे ब्रेक थॉट्स
ऑन द प्रेजुड सेस ऑफ मोरालिटी 181 में 18811 पब्लिश हुई य किताब और इसमें वही
अनकॉन्शियस मोटिवेशन के ऊपर बात हुई ह्यूमन साइकोलॉजी के ऊपर बात करी ह्यूमन साइकोलॉजी कैसे ड्राइविंग फोर्स ड्राइविंग
फैक्टर बनता है मोरालिटी का इसमें क्रिटिक ऑफ ट्रेडिशनल मोरालिटी में इन्होंने कहा कि भाई दुनिया पूरी ट्रुथ लेकर बैठ गई है
मोरालिटी को अल्टीमेट ट्रथ लेकर क्या हुआ ऐसे डाल दिया था भाई मैंने जल्दी जल्दी में बारिश होने वाली थी बहुत तेज
साइकोलॉजिकल इनसाइट्स इनके बहुत ज्यादा स्ट्रंग यहां पर आने शुरू हो गए कि अनकॉन्शियस मोटिव क्या होते
हैं और उन अनकॉन्शियस मोटिव्स की वजह से किस तरीके से आपको बेवकूफ बनाया जाता है किस चीज में बेवकूफ बनाया जाता है इस हर्ड
मेंटालिटी का पार्ट बनने में और अनकॉन्शियस साइकोलॉजी को इन्होंने रिलेट कर दिया मोरल बिहेवियर से कि यही बेसर
इंस्टिंक्ट आपको डिसाइड करते हैं कि भाई किस तरीके से आपको यहां रहना है यहां के बाद कैसा रहना है और इन साइकोलॉजिकल
फैक्टर्स को समझना बहुत ज्यादा जरूरी है अगर इन साइकोलॉजिकल फैक्टर्स को नहीं समझोगे तो फंक्शनिंग ऑफ ऑफ मोरल बेसस मोरल
ग्राउंडिंग समझना बहुत मुश्किल हो जाएगा जब तक मोरल ग्राउंडिंग नहीं समझोगे उसको डीबंक कैसे करोगे उसको तोड़ोगे कैसे उसको
डी मिस्टिफाई कैसे करोगे स्ट्रक्चर को डीवैल्युएशन कैसे करोगे बोल रहे थे ना डीवैल्युएशन एंडन रिवैल्युएशन ऑफ म ऑल
मोरल्स ल बिकम मोरल लेजिस्लेटर नेचुरलिज्म के ऊपर बात ह्यूमन बिहेवियर और मोरालिटी को समझने
के लिए नेचुरल साइंसेस का उपयोग करो भाई आर्ट का इस्तेमाल करो हिस्ट्री का इस्तेमाल
करो नेशनलिटी जरूरी है बट नेचुरल हिस्ट्री तक जरूरी है बहुत ज्यादा रशन में जाओगे तो स्केप्टिसिजम ज्यादा आएगा और समझ कुछ
पाओगे नहीं और ह्यूमन साइकोलॉजी को समझने में और सुपर नेचुरल चीजों को रिजेक्ट करने में
नेचुरल नेचुरलिस्टिक अप्रोच ज्यादा सही होती है बाकी इंडिविजुअलिज्म साइटल नॉर्म्स आगे बढ़ो
अपने ओन वैल्यूज अपनी ओन मोरालिटी अपनी खुद की मोरालिटी अपने खुद के रूल्स बनाओ नियम बनाओ खुद की जिंदगी खुद से क्योंकि
तुम एक ऑथेंटिक इंसान हो तुम एक इंडिविजुअल इंसान हो इन बेड़ों को फॉलो करोगे तो डूबना तो तुम्हारे लिए निश्चय
है यहां इन द सेल्फ ओवरकमिंग का कांसेप्ट और लबरेट तरीके से आना शुरू हो गया या क्रिश्चियनिटी प रिलीजन पर से थप्पड़
बजाने इन्होंने शुरू कर दिए चांटे प चाटे बजाए और यह कहा कि एक ह्यूमन पोटेंशियल होते है
ह्यूमन एंडेवर होता है एक शक्ति होती है हर इंडिविजुअल इंसान के पास जो कि क्रिश्चियनिटी खत्म कर देता है उनको गुलाम
बनाकर छोड़ देता उनको वीक बनाकर छोड़ देता है वह कमजोर बन जाते हैं जहनी तौर पर मतलब दिल और दिमाग कह लो दिल और दिमाग
दोनों से वह कमजोर बन जाते हैं वह असली तो वही डाउनफॉल शुरू हो गया इंसान सेल्फ रिलायंट इंडिपेंडेंट और ऑटोनोमस
स्ट्रांग मतलब शक्तिशाली होना चाहिए अंदर से भी बाहर से भी क्योंकि आ जाता है ना क्रिश्चियनिटी में एक गाल पर थप्पड़ पड़े
दूसरा गाल भी आलग कर दो नहीं फाड़ दो पकड़ के बिकम अ मनस्टर बट टेम इट बट ट्रेन इट टे मट बहुत इंपॉर्टेंट यहां एक य कांसेप्ट
फ्री स्पिरिट्स का इस पर इन्होंने बहुत महत्व दिया ऐसे लोग जो इंडिविजुअली खुद से पूरी स्वतंत्रता से
सोच सकते हैं अपने बारे में और अपने बारे में सोच के सोसाइटी के बारे में वह लोग होते हैं असली जो कि बाकी बाद में ओबर
मेंच का मैंने फ्रेडरिक नीचा के दप के किसी एक लेक्चर में जो बर्थ ऑफ डांसिंग स्टार जो डांसिंग स्टार स्टार मतलब इनका
क्या होता है पर्टिकुलर डांसिंग स्टार क्या मतलब होता है उसका उसको बहुत विस्तार से समझाया हुआ है तो व जाकर देख सकते हो
बट यहां यहां पे झलके आनी शुरू हो गई कि भाई जो
इंडिविजुअल खुद को सम समझ के स्लेव मोरालिटी से खुद को अलग कर लेगा वह दुनिया जीत लेगा क्योंकि वह खुद को जीत चुका है
अब इसका रेलीवेंस द डॉन का रेलीवेंस क्या है मॉडर्न टाइम्स में मोरल अंश को क्वेश्चन करना आज की डेट पे जो भी स्टैब्स
नॉर्म्स हैं लोग क्वेश्चन करते हैं लोग सवाल उठाते हैं इन किताबों के इंस्पिरेशन से कंटेंपररी मूवमेंट चलते हैं जो कि बहुत
जरूरी हो जाता है किसी भी कंट्री के सोसाइटी को बचाने के लिए उनके लोगों को बचाने के लिए उनके लिए काम करने के लिए
ह्यूमन साइकोलॉजी अगेन समझना नेचुरलिस्टिक अप्रोच बहुत ज्यादा पहले क्या था सुपर नेचुरल जिस तरीके से सुपर नेचुरल चीजों को
खारिज किया जाता है उस टाइम नीचा के थ्रू किया जा रहा था उसी को आप अप्लाई करें भाई नेचुरलिस्टिक म्यू र ह्यूमन लाइफ को और
बेहतर तरीके से समझे इंडिविजुअलिज्म प्रमोशन जितना तुम्हारा सेल्फ हेल्प कंटेंट है सेल्फ डेवलपमेंट कंटेंट है
प्रोडक्टिविटी रिलेटेड जो भी सेल्फ सेल्फ डेवलपमेंट होता है व सारा इंस्पायर्ड बाय दज बुक्स है प्राइमरी सोर्स यही है क्या
सेल्फ ओवरकमिंग है किस तरीके से बेटर बना सकते हैं क्या ह्यूमरिस्ट फिलॉसफी है क्या फिलॉसफी फॉर लाइफ है पर्सनल ऑटोनोमी क्या
होती है और फाइनली क्रिटिक ऑफ रिलीजन तो इन्होंने दिया ही जिसके माध्यम से आज की डेट प भी डिबेट्स होती है ह्यूमन डेल मेंट
में मदद मिलती है सही और गलत के बीच में डिफरेंस पता लगता है और क्रिटिकल एग्जामिनेशन होता है
अब यहां प द डॉन का मैं ब्रेक डाउन ले लू कि किस तरीके से कहां कहा डॉन में इन्होंने द डॉन में अपनी फिलॉसफी
रखी पहली किताब में बुक वन में उन्होंने थॉट्स ऑन द प्रेजुड सेस ऑफ मोरालिटी दी कल्चरल ओरिजिन और मोरल वैल्यूज के ऊपर
इन्होंने कहा कि किस तरीके से हम इसको समझ सकते हैं बहुत जरूरी है कल्चरल और हिस्ट्री कल्चर और हिस्ट्री को जब तक
मिलाओ ग नहीं इनका मिलन नहीं होगा तब तक तुम फिलॉसफी नहीं समझ सकते हो तब तक तुम अपने आप को नहीं समझ सकते हो यूनिवर्सल
मोरल ट्रुथ को इन्होने गलि आया कोई एक ट्रुथ नहीं है एक सत्य नहीं है सब्जेक्टिविटी बहुत सत्य है मैं
ऑब्जेक्टिविस्ट नहीं हूं नीचे कह रहे मैं सब्जेक्टिविज्म था बिचारा पन अरे यार यह क्या हो गया वो रोल
ऑफ पिटी कोई बात नहीं बेचारा बेचारा देखो कैसे लगा पड़ा है गॉड की सेवा में यह उसके बारे में उसके एनालिसिस करी इन्होने उसकी
साइकोलॉजी करी य क्या होता है भाई तो तुम्हें कमजोर बना रहा है और मुक्के देने वाले बनो मुक्का खाने वाले
मत बनो यह काम और किस तरीके से कंपैशन और पिटी बिचारा पन किसी ऊपर सहलाने से क्या असर पड़ता व अपनी टांगों पर कभी खड़ा नहीं
हो पाता है यहां पर भी गया और आफ्टर लाइफ अगर एजिस्ट नहीं करती तो भाई इंसान का तो यहां भी कटा वहां भी कटा उसके ऊपर उन्होने
पटी गई बुक थ द रिलीजस लाइफ साइकोलॉजिकल एस्पेक्ट समझाने की कोशिश करें रिलीजन के जो कि आज से पहले
कोई भी नहीं कर रहा था कि रिलीजन के क्या साइकोलॉजिकल एस्पेक्ट हो सकते हैं साइकोलॉजिकली रिलीजन किस तरीके से फंक्शन
करता है बुक फोर में और बाकी तो क्रिटिसिजम दिया और किस तरीके से उसका इंपैक्ट होता
है ह्यूमन लाइफ प बुक फोर द मोरल सेंटीमेंट्स की भाई मोरल सेंटीमेंट्स के पीछे कोई चीज
करनी चाहिए तो क्यों करनी चाहिए नहीं करनी चाहिए तो क्यों नहीं करनी चाहिए उसके पीछे की क्या साइकोलॉजिकल बेसस है क्या जा रहा
है उसके पीछे और किस तरीके से इंसान की मोरल फीलिंग सोसाइटी और कल्चर शेप करती है गरीब को पैसे दान देना सही है गलत है वो
जाके मदिरा का सेवन भी कर सकता है बोतल भी चढ़ा सकता तो करना चाहिए नहीं करना चाहिए अब हो सकता
है कि यार उसके घर में सही में लोग बीमार हो कुछ हो हो सकता है वह मदरा का सेवन करें तो विचारो वि मक्ष की सिचुएशन बुक
फाइ में द हायर मैन कन्वेंशन कन्वेंशनल मोरालिटी को जो ट्रांस कर जाएगा पार लया पार अपनी लगा
देगा व एक हायर मैन कहलाएगा अब तक बम का उन्होंने नाम पर्टिकुलर ऐसे बोला नहीं एक्सप्लीसिटली यूज नहीं किया और सेल्फ ओवर
कमिंग और इंडिविजुअलिज्म पर यहां पर इन्होंने बात करी तो ऑल इन ऑल रिलीजन का यहां पर कंक्लूजन अगर ले ले रिलीजन के
बारे में वार्तालाप शुरू इन्होंने कर दिया थप्पड़ मारना शुरू कर दिया वानर से य हट चुके थे अब वह अंदर में जो है ना वह बचपना
इनका जो फिलोसॉफिकल बचपना था वह पूरी तरह से जा चुका था एक इंटरेस्टिंग एनेक्ट यहां पर आगे
बढ़ने से पहले नीचे का लेक सिल्वर प्लाना एल्फ माउंटेन स्विटजरलैंड की खूबसूरत वादियों में नीचे चल रहे हैं वहां पर उनकी
बीमारी सही रहती थी तो वहां पर ज्यादा अपना टाइम प्रेफर करते थे गेस्ट हाउस वहां पर रहते थे जो भी अपनी पेंशन वगैरह मिलती
थी ब्रजिल यूनिवर्सिटी से रिटायरमेंट पेंशन गवर्नमेंट यूनिवर्सिटी ओबवियसली तो पेंशन तो मिलनी
थी घूमते घूमते एक पत्थर के पास आए और पत्थर के पास खूबसूरती देखी लेके एस फाउंटेन की पहाड़ देखे और एक थॉट सक्ट
किया उने ऑफ इटरनल रिकरेंस कि अगर यह लाइफ इटरनल रिकर करेगी तो हम अपनी लाइफ कैसे
जिएंगे अगर यह लाइफ बार वैसे ही हमें जीनी पड़ेगी तो कैसे जिंगे जिसके पर आगे अभी हम विस्तार से बात करेंगे मैं बहुत बार कर भी
चुका हूं अब तो अब यह जो वो जो पत्थर था जहा पर उन्होने सोचा था उसको नीचे स्टोन भी नाम
दे दिया गया वहां पर वो भी लगा दिया गया तख्ती लगा दी गई है जिस पर लिखा हुआ है नीचे आपको यहां पर व प्रोफाउंड आईडिया आया
था जिसको इनके आने वाली आगे किताब गे साइंस द गे साइंस और दप तुसरा के जो कांसेप्ट है उसमें र
मेंच इटरनल रेस य सब कांसेप्ट बहुत ज्यादा अब हम लोग आ जाते हैं इनकी किताब द गे साइंस के ऊपर सबसे पहले यह समझ
ले गे मतलब यहां पर क्या है अब मेजॉरिटी लोग बहुत लोग इसको गे मतलब वो वाला गे लेते हैं एलजीबीटी क वाला गे जो होता है
भाई तो गे है गे बॉय है ना यहां पर गे मतलब क्या होता है यहां पर गे एक फ्रेंच टर्मिनोलॉजी ले रखी
है जिसको फ्रेंच बोलते हैं लगेई सौआ मतलब जॉय ऑफ रनिंग इसके ऊपर मूवी भी है एक जॉय ऑफ लर्निंग टाइप करोगे तो आ जाएगा
मूवी भी एक और ये जो टर्मिनोलॉजी है गे इसका जी एआई है असली वो अगर आप ले जीए आई जीए आई वो
फ्रेंच पोएट्स को कहा जाता था जिनके पास एक पोएटिक स्किल होती थी और इन पोएट्स को अल्टीमेट मास्टर आर्टिकुलेटर्स कहा जाता
था जो नेचुरल वर्ल्ड में चीजें हैं उनको किस तरीके से शब्द शब्द इस्तेमाल करके किस तरीके से राइटिंग इस्तेमाल करके आप उतार
सकते हैं किताबों में प्लेज में म्यूजिक में यह सब जो चीजें आई इससे यह इनका नाम पड़ गया जी ए आई ई गे
तो यहां इसी के ऊपर बात चल रही है गे साइंस अब यहां पर नीचे का जो इन्फ्लुएंस था कहीं ना कहीं इस किताब को लिखने का एक
अमेरिकन एसिस्ट रल्स वाल्डो एमर्सन पढ़ा व फाउंडिंग फादर ऑफ ट्रांसंट मूवमेंट है जिसमें कहा जाता है कि पर्सन अपने बेस्ट
फॉर्म में तब होता है अपने बेस्ट सेल्फ में तब होता है जब वह अपने इंडिविजुअल को समझ पाता है एंड व्हेन ही इज इंडिपेंडेंट
ही शी इज इंडिपेंडेंट उसको नीचा ने अपने काम में उनके काम को लगाने की कोशिश करी अब एमरसन इंस्पायर्ड ट उन फ्रेंच पोएट से
और नीचा इंस्पायर मर्सन से अमेरिकन एसस भाई नामी अमेरिकन नाम गमी अब सीन यह था कि भाई एमरसन का काम यही
था नेचुरल लॉस को नेचुरल कॉसेस को समझाना इन मेटाफोरिकल टर्मिनोलॉजी जो इनके बाद के काम आया नीचा का तुम देखोगे उसम मेटा फर्स
का इस्तेमाल पूरे द मेटाफोरिकली डिलीवर करी गई है तभी वह नीज की सबसे मुश्किल किताब है तभी उसको
समझना बहुत मुश्किल है इट इज नॉट एवरीवनस कप ऑफ टी इट इज नॉट अ वक इन द पार्क इट इज नॉट अ कप क्या पीस ऑफ केक कप ऑफ बोलने
वाला था हमने भी मुहावरे दे इतने सारे तो नीचा इंस्पायर्ड बट यहां पर नीचा का जो इंस्पिरेशन था मैं भी रियलिटी को समझूंगा
मोरालिटी को समझूंगा मेरी रियलिटी क्या है आसपास की मोरालिटी और लोग किस तरीके से पनप रहे हैं मोरालिटी को एक्सेप्ट कर रहे
हैं उसके बारे में मैं बात करूंगा अब इसका इनको बड़ा भाई आने वाले वक्त पर बड़ा क्रिटिसिजम मिला रल्ड ब्लू
जो द प्रॉमिनेंट वन ऑफ द न को द मोस्ट प्रॉमिनेंट लिटरेरी क्रिटिक कहा जाता है
अभी रिसेंटली 2019 में उनका देहात हुआ कार्डियक रिस्था क्या हुआ देहात हुआ उन्होंने कहा कि रियलिटी को तो मतलब इनका
क्रिटिसिजम दिया कि भाई नीचा इज अ फील्ड पोएट वाज अ फेल्ड पोएट ठीक है खूबसूरत पंक्ति है लेकिन वो रियलिटी को कैप्चर ठीक
से कर नहीं पा रहे और लोगों कंफ्यूज कर दे रहे हैं तो यह क्रिटिसिजम दिया रल्ड बलू ब बोल रल्ड ब्लूम ने तो यह क्रिटिक्स इतना
बड़ा लिटरेरी क्रिटिक नीचा को सीधा सधा खारिज कर देता है कोई बात नहीं भा नीचा बाबा नीचा बाबा हम तो पढ़ेंगे र रल्ड
ब्लूम भैया का काम था कमिया निकालना कामिया निकालना तारीफ करना हमारा काम अपनी फिलॉसफी बनाना हमारा
काम है अपना काम आगे बढ़ाना है ना सिंपल अब इसका अंडरलाइन नेचर क्या था ने बोला कि भाई जब अब्राहम के रिलीजन यह
काम कर सकते हैं कि नेचुरल कॉज और नेचुरल वर्ल्ड को अपने वक्त के हिसाब से मेटाफर के हिसाब से समझा सकते हैं कि भैया मैंने
लिख दिया अब तुम समझते हो जो तुम्हें समझना है क्या चल जा है इन्होंने कहा मैं भी वही करूंगा भाई पोएटिक लैंग्वेज यूज
करके अब मैं समझने की और समझाने की कोशिश करूंगा इस नेचुरल वर्ल्ड को क्यों एवरी एक्सपीरियंस सब्जेक्टिव ऑब्जेक्टिव तो है
नहीं एक्सपीरियंस सब्जेक्टिव है ऑब्जेक्टिव जैसे अब्राहम रिलीजन का एक एब्सलूट ट्रुथ का है वैसे ही मेरा
ऑब्जेक्टिव है कि भाई मोरालिटी बेकार होती है स्लेम मोरालिटी में मत पढ़ो भेड़ चाल में मत पड़ो उससे बाहर निकलो फिर आगे अगर
हम इसकी फिलोसॉफिकल समरी ले द गे साइंस की तो सबसे पहली चीज है जॉय फुल विजडम एंड अरमेस्टिस खेलते एक ऐसी फिलोसोफी बना दो
जो तुम्हारी जिंदगी को बेहतर बना दे उसकी अन अनसर्टेंटी रहेंगी अपने उसकी चुनौतियां रहेंगी चैलेंज रहेंगे लेकिन तब भी हमको
हंसते खेलते अपनी एक फिलॉसफी ऑफ लाइफ बनानी है लाइफ अफर्स लाइफ इज वेरी बोरिंग एंड मंडन मंडन
मतलब फीकी कुछ नहीं रोमांच नहीं है आर्ट और आर्टिस्टिक एक्सप्रेशन उसको रोमांच देता है वागन वाले आर्ट को मत समझो वो तो
नेशनलिस्टिक आर्ट है भाई वो तो पॉलिटिक पॉलिटिशियन की जूती टता है हमें वोह नहीं बनना हमें अपना आर्ट खुद से
बनाना है हमको अपनी खूबसूरती खुद से बनानी है पहाड़ों में देखो क्या खूबसूरत पेड़ है वह अपने में आर्ट है उस आर्ट को समझ सकते
हो वही है लाइफ अ अमिंग चीज इनकी डॉक्ट्रिन ऑफ इटरनल रिकरेंस ओबवियसली मैं बहुत बार बता चुका हूं एक बार और बता
दूंगा कि एक डी मन अगर आता है और तुमसे बोलता है कि यह वाली जिंदगी जैसी तुम जी रहे हर
क्ण जैसा अभी तक जिया है जैसे तुम 30 साल के हो 30 साल तक तुमने जैसा जब सब कुछ जिया है सेम चीजें करी हैं सेम रिलेशनशिप
में हो सेम जगह काम किया है सेम मां-बाप ने पैदा किया है सेम जगह घूमे हो सेम डेट्स पर घूमे हो सब कुछ वैसे ही
होगा तो तुम क्या करोगे अ यहां एक इंसान होगा जो रोएगा गाली देगा उस जीवन को तुमने क्या कर दिया यह मैं ऐसी जिंदगी नहीं जीना
चाहता नहीं चाहिए मुझे और वो जिंदगी जीनी है बार-बार मरोगे फिर फिर रिसेट मरोगे फिर रिसेट बारबार इटरनल जीना है इटरनल रिकर
करेगी वो चीज तो एक रोएगा दूसरा होगा उसके पैर छुए बोलेगा भाई नीमन बाबा आपने हमारी आंखें खोल दी आने वाली जो जिंदगी है आने
वाले जो मैं 60 साल 30 साल और बचे हैं मेरे या 50 40 साल और बचे हैं जिंदगी के मैं उसको इतने अच्छे से जिऊंगा कि मेरे को
य जिंदगी बारबार जीने का मौका मिले और मैं जीना चाहूं ये इटरनल रेकस एक सेल्फ हेल्प कांसेप्ट अभी तक अगर तुमने बकती का अपनी
जिंदगी में आने वाले वक्त में इतना एंजॉय करो कि अगर वापस से य लाइफ जीनी पड़े तो तुम खुशी खुशी जी सको रो मत इससे क्या
होगा मरते टाइम तुमको रिग्रेट नहीं रहेगा डेथ बेट पर रिग्रेट सबको आने वाला है तुम एक्सेप्ट करो डेथ नहीं करो तुम अपना
बुढापा एक्सेप्ट करो नहीं करो वो रिग्रेट आएगा ही आएगा फिर गॉड इज डेड का इन्होंने जो डिक्लेरेशन
कर दिया इटरनल ें प भी लेक्चर है गॉड में भी लेक्चर है जाके देखो साइंटिफिक रेवोल्यूशन आ रहा है हमने अपने हाथों से
गड इ डेड ए वीव कि मम या गड ड गड रिम वव किड मम ल व कंफर्ट आसे द मर्डर ऑ ल मडरस वट वा होलि एंड माइट ऑफ ल द वर्ड टन लेड
टू डेट अंडर आवर ओन आई कौन सा पानी यूज करेंगे व्ट सेक्रेड गेम्स कौन सा होली वाटर यूज
करेंगे क्या हम खुद को ही गॉड घोषित कर दे माइट जस्ट कॉल आसे गड ज पयर ओवर द ऑफ इट इन्होंने लाइन कही ऊपर नीचे हो गई
लेकिन हां मीनिंग इनका यही था कल्चरल शिफ्ट आ रहा है कल्चरल वैल्यूज शिफ्ट हो रही हैं अपने इंसान खुद वैल्यूज बना रहे
हैं और इस डिवाइन अथॉरिटी के एब्सेंट में क्या करोगे भाई एडवेंटो नायल जम यहां इन्होंने नायल जम प बात करी उसम भी बहुत
लेक्चर है इसलिए मैं यहां पे छेड़ना नहीं चाह रहा था नायल जम को ज्यादा क्योंकि गॉड हट जाएगा मोरल सिस्टम हट जाएगा तो नायल जम
आ जाएगा अब उस नायल जम को कैसे हम रोकेंगे नीचे को बोला जाता है ही वाज अ नाय नो ही वाज नॉट अ
नाय ही वास एन एक्टिव नाय कि नायम आ रहा है अब उससे हमें बच के बाहर निकलना है नाजम से अपनी वैल्यूज बनाएंगे विल टू पावर
द कांसेप्ट ऑफ र मेंच ओवर मैन विल टू पावर अपने बेस्ट सेल्फ बनो एक अंदर में ऐसी शक्ति है जो बेस्ट सेल्फ बनना चाहती है
विल टू पावर उसको आगे थोड़ा सा विस्तार में बात करेंगे यह सब बातें कहते कहते वो आगे बढ़ गए कि नाजम से तुम कैसे ओवरकम कर
सकते हो क्रिटिक ऑफ रिलीजन मोरालिटी की यह जो मोरल्स है वो आउटडेटेड हो गए हैं अब इनको अपग्रेड और इवॉल्व होने की जरूरत है
और वो एवोल्यूशन हम करेंगे यह जो लाइफ अर्िनोटोक्य हो बचना है तो अपने वैल्यूज खुद बनाना
शुरू करो वरना बेटा यह ट्रेन हाथ से निकल जाएगी गाड़ी तुम्हारी छूट जाएगी फिर ग्रे साइंस में इन्होंने विल टू पावर के
कांसेप्ट को थोड़ा सा टच किया कि हर इंसान की एक बेसर मतलब एक एक एक बेसर डिजायर होती है टू बिकम इट्स बेस्ट सेल्फ एक तरफ
आर्थ शॉपर ने कहा विल टू लाइफ ललम लेबन ये कह रहे विल टू पावर विलज उम माक्त विल टू लाइफ मतलब जीने की एक लाइ विल होती है हर
किसी में इनबल इनबल विल होती है इन्होंने कहा नहीं भाई अगर सब जीना चाहते हैं कोई रिस्क
क्यों लेता है स्काई डाइविंग क्यों करते हैं लोग वो होता है ना आजकल बिल्डिंगों प क्यों चढ़ते हैं लोग भा जीना तो हो भी
चाहते हैं नहीं वो अपना बेस्ट सेल्फ बनना चाहते हैं हर किसी इंसान का विल टू पावर कुछ हो सकता है किसी इंसान का विल टू पावर
हो सकता है कि मैं पॉलिटिशियन बन के इस दुनिया पे कंट्रोल करो किसी इंसान का हो सकता है विल टू पावर कि भाई मैं पावरफुल
मतलब पावर इसमें मतलब ये नहीं कि वैसे मैंने पॉलिटिशियन गलत एग्जांपल दे दिया पावर मतलब ये नहीं कि तुम किसी को कंट्रोल
कर रहे हो पावर मतलब अपना बेस्ट सेल्फ बन रहे हो हो सकता है तुम्हारा बेस्ट सेल्फ है तुम्हारे मां-बाप तुमसे खुश हैं तुम
अच्छी तनखा कमा रहे हो तुम्हारे घर वाले तुमसे खुश है तुम्हारी लाइफ नहीं चल रही है तुम्हारे दोस्तों के साथ तुम्हारी
अच्छी बनती है दैट इज योर बल टू पावर तो यह हुआ और इसी प्रोसेस में तुम अपने लिमिटेशंस को ओवरकम कर जाओगे खुद पे खुद
जब तक जब तुम अपने खुद बेस्ट सेल्स खुद देखो ना अप्लाई करो लाइफ में बेस्ट सेल्फ जब तुम अपने बंदने निकलोगे तो खुद पे खुद
हर दिन तुम बेटर होते जाओगे % 01 पर बेटर एवरी डे एक्सपो एं शियली ग्रो करता है जिसने एटॉमिक हैबिट्स पढ़ी होगी मैंने
नहीं पढ़ी बस ये कांसेप्ट सुना है फिर अमोर फाथ पर बात करें द लव ऑफ फेट एक स्टोइक कांसेप्ट है स्टोस जम का एक
कांसेप्ट है कि अपनी फेट को एक्सेप्ट करो जो कि इटरनल रेफरेंस में हो रहा था जब तक तुम एक्सेप्ट नहीं करोगे कि तुमको यह
इटरनल वापस य जिंदगी जीनी है तब तक तो तुम खुश नहीं हो सकते हो अपनी सफरिंग को एक्सेप्ट करो जो हो रहा है किसी वजह से
हुआ है और जो वजह से हुआ है इसको तुम आगे बेहतर बनाने की कोशिश करोगे अमोर फती का कांसेप्ट हुआ सबसे इंपॉर्टेंट चीज कि इसी
में अपना मीनिंग अमोर फात ही अपने में एक मीनिंग है तुम नायल जम बोल के चीजों को नेगेट और खारिज नहीं कर सकते हो अमोर फात
ही एक मीनिंग दे रहा है लाइफ को कि हां मैं एक्सेप्ट करता हूं मैं प्यार करता हूं अपने फेट से मेरे साथ क्या होने वाला है
मेरी किस्मत मेरे को कहां लेकर जाएगी जो होगा होगा देखा जाएगा अभी जो है उसको एंजॉय करो बाद में पर्सपेक्टिव जम
कांसेप्ट मल्टीपल पर्सपेक्टिव्स इन्होंने दिए कोई एब्सलूट ट्रुथ नहीं है मल्टीपल पर्सपेक्टिव्स है और यह आईडिया जो है
चैलेंज करता था डॉगम थिंकिंग को यह वों को वहम बाजी जो बोलते हैं ना उसको सुपर नेचुरल और डिवाइन एंटिटीज का जो वहम होता
था उसको चैलेंज करना शुरू कर दिया यार इसने तो यह बात अलग कह दी इसने तो सब्जेक्टिविज्म पर बात कर ली ये तो ओपन
ओपनस एंड फ्लेक्सिबल कि भाई एक ट्रुथ सत्य में भी फ्लेक्सिबल होनी बहुत जरूरी है सत्य ट्रुथ की बात कर रहे हो जब तक
फ्लेक्सिबल नहीं होगा तब तक मजा नहीं आएगा जब तक तुम उसको तोड़ मोड़ नहीं सकते तब तक मजा नहीं आएगा फाइनली द ग साइंस
में क्या इसका रेलीवेंस है मॉडर्न टाइम में सेकुलर ह्यूम निज्म जो नेचर ने डिक्लेयर किया गॉड इज
डेड वो सेकुलर ह्यूम निज्म से बहुत ज्यादा तालमेल काता है कि भाई सारे रि रिलीजस को एक साथ इनकॉरपोरेट
करो और उसकी वजह से न्यू सेंस ऑफ मीनिंग बनते हैं सेकुलर कंट्रीज बनती है फिर ऑथेंटिक लिविंग इटरनल रिकरेंस का जो इनका
कांसेप्ट है बहुत पावरफुल है अगर तुम बैठ के सोचो इसको जो मैंने बताया व तुम्हारी जिंदगी बेहतर कर सकता है कल्चरल क्रिटिक
ओबवियसली कल्चरल क्रिटिक जो दिया सोसाइटल नॉर्म्स को जो इन्होंने चैलेंज किया एंपावरमेंट विल टू पावर एंपावरमेंट अब एक
इंडिविजुअल कमजोर नहीं है वो खुद को खुद से पावर दे सकता है अपना बेस्ट सेल्फ बनके मोटिवेशन दे सकता है खुद का लीडर खुद से
बन सकता है खुद के लीडर बनोगे तो दुनिया के लीडर खुद प खुद बन जाओगे पीपल विल फॉलो यू एक्सेप्टेंस ऑफ फेट इन्होंने लाइफ दिया
एक्सेप्टेंस ऑफ लाइफ अमोर फती एक्सेप्ट करो साइकोलॉजिकली एक्सेप्ट करो एंड फिजियोलॉजी फिजियोलॉजिकली लेट गो ऑफ
थिंग्स डिस्टेंस कर लो क्योंकि एक्सेप्ट ने कर लिया है चीजों को बाकी इंटेलेक्चुअल ओपनस इनकी भाई पर्सपेक्टिव जम से कि
अलग-अलग व्यू पॉइंट्स होने चाहिए कि ये नहीं कि मेरा स्कूल ऑफ थॉट ये है तो मैं बस इसी के बारे में सोचूंगा इससे बाहर में
सोचना नहीं चाहता हूं सब बेकार य है बस यह वाला कांसेप्ट वो ओपनस के बारे में उन्होंने बात करी ऑल इन ऑल गे साइंस थीम्स
ऑफ क्रिएटिविटी ऑथेंटिसिटी कल्चरल इवेलुएशन ट्रेडिशनल वैल्यूज इसके ऊपर बात करी जो कि मॉडर्न एक्जिस्टेंस में भी बहुत
इंपॉर्टेंट होती है अपनी लाइफ को एंब्रेस करो नीचा ने कहा अपनी लाइफ को बेटर बनाओ खुद से खुद के दम पर नायम आ रहा है एडेंट
ऑफ नाजम फ्यूचर ही वाज प्रॉफिट मॉडर्न प्रॉफिट नीचा फ्यूचर में नायम आ रहा है कैसे बचोगे इन सब मैं तुमको हथियार दे रहा
हूं नीचा ने हथियार दिया उनको नायस कहा जाता है ना के हथियार थोड़ी होता है एसिस्टेंट टू कमेट नाजम उन्होने कहा मैं य
हथियार दे रहा हूं अमोर पार्टी दे रहा हूं ब मेंच दे रहा हूं ल टू पावर दे रहा हूं इटरनल रेकस दे रहा हूं करो यार हथियार है
जियो पार्ट फोर में इनके हम मैच्योर वर्क्स के ऊपर आते हैं अब इनका
काम जो होता है ना बेस्ट फेस जैसे बोलते हैं किसी भी एथलीट का किसी भी क्रिकेटर का किसी भी फुटबॉलर का बेस्ट फेस होता है
वैसे मैं फॉलो करता था क्रिकेट में विराट कोहली का बेस्ट फेस था 2016 से लेकर 20181 तक लेजेंड फेस जो बोलते ऐसी नीचा का
लेजेंड फेस था एक्जिस्टेंशल क्राइसिस तो उनका चल ही रहा था
एसिस्टेंट के बारे में बात करेंगे जिस एनेक्ट की वजह से उनका पूरी तरीके से फिलोसोफी और लाइफ के तरफ जो व्यू है व्यू
पॉइंट है वह चेंज हो गया गनर से पूरी तरीके से ताल्लुकात खत्म गनर ने खूब बुराई करी इनकी कि भाई पगलेट आदमी है बीमार आदमी
है नोवेडिक लाइफ इन्होने पूरी पूरी अकेडमी शिया जो बोलते हैं ना पूरी एकेडमिक से पूरी तरीके से यह कट चुके थे कुछ लड़के
चाहते थे कि भाई नीचे जैसे नीचे जैसे प्रोफेसर्स हमें पढ़ाए लेकिन नीचे ने पूरी तरीके से अपने को कट ऑफ कर दिया था और
पहाड़ों में जाकर रहते थे ट्रेवल करते रहते थे नोमेडिक लाइफ पूरी तरीके से
और इससे क्या होता था नोमेडिक लाइफ की वजह से ना सिर्फ उनको न्यू पर्सपेक्टिव्स मिलते थे मोटिवेशन एंड इंस्पिरेशन मिलती
थी बट उनकी हेल्थ कंडीशंस काफी हद तक सही रहती थी जो वह किताबें लिख पाते थे इनका यह सबसे इंटेंसिव राइटिंग फेज था सबसे
फास्ट इन्होंने किताबें कुछ किताबें तो कहा जाता है 10 दिन के अंदर भी इन्होंने लिखी एक हफ्ते से 10 दिन में स्पैकुलेट
जाते हैं 10 स्पक जरत स स्पीक जरत कि भाई यह भी बहुत फास्ट इन्होंने
बहुत जल्दी जल्दी जल्दी बाजी में बंद जा रहा है जल्दी बाजी में इन्होंने लिखा था यहां पर जो इनका राइटिंग स्टाइल था
अफॉरेस्ट स्टाइल एरिज म और आर्काइक इंग्लिश का इस्तेमाल बहुत ज्यादा मतलब आर्काइक इंग्लिश आप अगर देखोगे उनकी
किताबें जो कन्वर्जन ट्रांसलेशन है जर्मन टू इंग्लिश उसमें आर्काइक इंग्लिश का इस्तेमाल होता है तो मतलब एस्टिक
मेटाफोरिकल से अब वो एरिम की तरफ जाने लग गए एरिम मतलब छोटी-छोटी कहानियों का उपयोग करके जो कड़वी सच्चाई पिथी ट्र बताती हैं
इस दुनिया की उसके पर बात होने लग गई माइथोलॉजी न आर्ट को समझोगे तो ह्यूमन एक्जिस्टेंस को समझ लोगे उसके ऊपर बात करी
रोमांटिक इंडिविजुअलिज्म में अपने को जो बोलते हैं ना लोन वल्फ हूं मैं मैं अकेला हूं मैं सॉलिटेरी अकेला मैं यह जिंदगी जी
सकता हूं अकेला मैं इस दुनिया को जीत सकता हूं वो सब इनका और बाकी रेडिकल रिवैल्युएशन शुरू हुआ यहां पर थोड़ा बहुत
ये आगे हम लोग पढ़ेंगे जैसे मैच्योर वर्क के बाद य लेटर वर्क्स में गए सो अपने को खोने लग गए थे टुवर्ड्स इंसानिटी अब हम
उनको उसको इंसानिटी कहेंगे उनके लिए वो क्या था वही जानते हैं ऑटो वन बिस्मा आयरन मैन ऑफ जर्मनी उनको इन्होंने एक लेटर लिखा
था खत में अपना जब लास्ट में सिग्नेचर जब मारते हैं ना कि किसने लिख सिग्नेचर मारते हुए इन्होंने लिखा द
क्रूसिफिकेशन मेटा फिजिक्स और वेस्टर्न सिविलाइजेशन को जो कि वो कर नहीं पाए ओबवियसली उसके पीछे
अपनी कहानी है उसके ऊपर मैंने लेक्चर बना रखा है अलग से किस तरीके से हिटलर को उस किताब ने इंस्पायर किया उनकी बहन ने किस
तरीके से अपनी चीजें उसमें डालनी शुरू कर दी एक न्यू टाइप की फिलॉसफी के बारे में यहां वार्तालाप होने लग गया अब
डिफरेंशिएबल तो स्लेव मोरालिटी के बारे में बात हो रही थी अब तक बात हो रही थी क्या परेशानियां चल रही हैं दुनिया
में क्या पीड़ा एं हैं सफरिंग क्या होती है अब उनको ओवरकम करने के टूल्स ये देने लग गए अब ये मास्टर मोरालिटी के बारे में
बात करने के लग गए बबर मेंच के ऊपर एक्सप्लिसिट कन्वर्सेशन इटरनल रिकरेंस अमोर और एक्सप्लीसिटली पहले तो हिंट मिल
रहे थे अब एक्सप्लीसिटली आने लग गया फिर एक कहानी इनके और इनके लव ऑफ द लाइफ लू लोम के बीच में और लू लोम
18613 के बीच में इनका जन्म और देहांत हुआ रशियन बॉन इंटेलेक्चुअल फादर मदर दोनों काफी और यह जो थी पूरे यूरोप ट्रेवल
करती थी इंटेलेक्चुअल्स की खोज में किस तरीके की इंटेलेक्चुअल्स है उसमें एक लेक्चर उन्होंने इनका फिटिक नीचा का सुना
थोड़ा बहुत इसका जो अच्छे से इलाबेन हुआ है वो न नीचा वेप जो मूवी उसमें दिखाया हुआ किस तरीके से लूस लोम मिली
इनसे अब बहुत ज्यादा भाई इंटेलेक्चुअल इन्फ्लुएंस लूस अलोम के ऊपर फ्रेडरिक ा का कि भाई क्या ब्रिलियंट आदमी है इतने लूथरन
बैठे हैं इतने कैथोलिक्स बैठे उनके सामने वट इज दैट बोल रहा है क्या फिलोसॉफिकल आइडियो जीी हैसे मस्ती नहीं करता बहुत
खतरनाक दिमाग है इस बंदने के बाद एक रिलेशनशिप शुरू हुआ जिसको इंटेलेक्चुअल फ्रेंडशिप कह सकते हैं जो कि थोड़ी गंभीर
फ्रेंडशिप थी बाहर से देखने प वो रोमांटिक रिलेशनशिप लगता था नीचे भी पहली बार बेवकूफ बन गए उनको भी लगा कि ये मुझे पसंद
करती है मीन नीचे वेब देखोगे पूरा उसमें बट असल में कोई रोमांटिक रिलेशनशिप था नहीं बाद में कहानी वानी हुई लूस लोम उनके
दोस्त के साथ अपने उनका चक्कर वकर चल गया जो भी था और एक फोटो है लूस अलोंग फ्रीड रक नीचा और उनका
एक और दोस्त उका मेरे को नाम अभी पता नहीं याद नहीं मतलब तो वो था कि घोड़ा गाड़ी वाली वो
नहीं होती जिस परे समान वान रख के जो लेके जाते हैं वो है और फ्रेडरिक नीच और वो दोनों उसको ऐसे गोरस को लेकर जा रहे हैं
और पीछे नू सेलो में बैठी है मतलब एक तरह से ये पोट्रेयर है सोशल क्रिटिक्स ये कहते हैं कि ये दिखाना वो वो पिक्चर ही शो करती
कि किस तरीके से मर्दों को घुमाते थी लूस मतलब बात वही है ना कि यार सफाई से बोल दो अगर नहीं है कुछ तुम्हें भी पता है सामने
वाला बेवकूफ नहीं है तो उसको कुछ हिंट तो वैसे मिलेगा नहीं तो वहां पे जब इनका ब्रेकअप हुआ ब्रेकअप तो क्या
ही हुआ तो कभी था ही नहीं रिलेशनशिप या जो भी कह लो इनसे कट ऑफ हुआ तो नीचे के पावर डायनामिक्स लव औरन मेमन के ऊपर बहुत
ज्यादा स्ट्रांग ओपिनियन आने शुरू हो गए लस को भी इन्होंने बहुत ज्यादा गालियां बकी लेटर्स के थ्रू कि तुम ये हो
वो और इंस्पिरेशन मिली इनके सबसे इंपोर्टेंट वर्क 10 पोक जर सोच क्योंकि इनको अपने को जिंदा रखना था जिंदा रखना
बहुत जरूरी है अब ये खत्म हो रहे हैं डक नीचे उन्होने बोला भाई मेरे को अपने को करने के लिए मुझे कुछ तो कुछ तो अनोखा
गोल्डन कार्न करना पड़ेगा अच्छी किताब लिखनी होगी वरना मेरा कुछ नहीं हो वाला तो लू सलो
नीचा की जिंदगी में बहुत अच्छी कैरेक्टर थी और हो सकता है नीचे का उस वक्त क्या माइंडसेट था बट हम जैसे लोगों के लिए एकनी
खूबसूरत किताब व छोड़ के चले गए तो यह था थोड़ा सा कि किस तरीके से लूस लोम के आने से नीचा इन्फ्लुएंस
हुए अब आती है द स्पोक रसरा 1883 से 1885 के बीच में यह किताब पब्लिश हुई लिखी गई लच हुई यहां के की फिलोसॉफिकल
सबसे पहला सबको पता है जो कांसेप्ट ऑफ सुपरमैन द कांसेप्ट ऑफ ओवर वेंच द कांसेप्ट ऑफ ओवर मैन ट्रांसडिफरेंटशिएशन
जितना बंदर और इंसान के बीच में फर्क है उतना ही इंसान और उबर मेंज के बीच में फर्क है बंदर कितना प्राइमर होता है लगता
है इंसान जैसा है मतलब हरकत इंसान थोड़ी बहुत मिलती जुलती है प्राइल है गोरिला को देखो एकदम इंसान जैसा लेकिन
इंटेलेक्चुअलिटी नहीं है एथिक्स नहीं है मोरल्स नहीं है वही फर्क एक ओप मेंच और एक इंसान के बीच में धर्म धर्म जात पात
राजनीति मैं अच्छा मेरा स्कूल ऑफ थॉट बेटर है मेरे स्कूल ऑफ थॉट ने तो यह किया है वो कैसे अच्छा हो सकता है उसमें तुम पढ़ गए
तो तुम एक इंसान रह गए यू आर नॉट एन ओवर मच तो लोग मुझसे पूछते हैं डीएम में आके इसी के चलते होती है क्योंकि एक दूसरे को
नीचे दिखाना है इटरनल रेफरेंस ऑफ द सेम का कांसेप्ट इन्होंने दिया और इससे इनका मैं जो बता चुका हूं इनसे
इनका सीधा-सीधा प्रोमट था कि अपनी लाइफ को ऑथेंटिकली और मीनिंगफुली जियो तभी जिंदगी में मजा है तभी जिंदगी में रोमांच है वरना
जिंदगी में कोई रोमांच नहीं होने वाला है डेथ ऑफ गॉड यहां पर और जरा डेथ ऑफ गॉड किस तरीके से प्रिडिक्ट करते हुए
प्रिडिक्ट क्या कर रहे हैं क्लेम करते हुए जा रहे हैं दैट गॉड इज डेड अजूम नहीं किया जा रहा है अजमन और क्लेम में फर्क होता है
अंश हट चुके हैं अब क्लेम आ चुका है कि दैट गॉड इज रिली डेड तो एक सेकुलर वर्ल्ड बनाओ एक
सेकुलर दुनिया बनाओ एक सेकुलर रिलेशनशिप बनाओ अपने आसपास ट्रेडिशनल वैल्यूज को लैप्स कर गई
है अब हमारा भाग्य कौन संभालेगा हमारा भाग्य विधाता कौन होगा पहले तो हम क्या करते थे गॉड के ऊपर उटा
के सब कुछ गॉड गॉड वो अच्छा हुआ गॉड बुरा हुआ गॉड काण हुआ गॉड है ना लेकिन अब किसके ऊपर डालोगे
क्योंकि गॉड मर चुका है गॉड इज डेड तो दिक्कत वाली बात हो गई यहां पर नाजम का जो इन्होंने
नाजम के ऊपर साइकोलॉजिकली और फिलोसॉफिकली जो बात हुई है वो यहीं से आई है नीचे के इन्ही कांसेप्ट से आई है लटू
पावर जो बता चुके हैं अपने चैलेंज ओवरकम करना कैसे सेल्फ ओवरकमिंग का एक पार्ट है स्टेप्स है ये विल टू पावर अमोर फाटी
एक्सेप्टेंस ऑफ द डेथ ऑफ गॉड इटरनल रिकरेंस जब इन सबको एक्सेप्ट कर लोगे तब आप एक ओबर मेंच बन जाओगे तो ये सब
कलेक्टिवली टूल्स है टू बिकम एन ऊबर मेंच तो एक-एक करके समझना बहुत जरूरी है स्टेज बाय स्टेज समझना बहुत जरूरी है अगर मैं
चाऊ इन स्टेजेस की एक्सेप्टेंस और ये स्टेज क्या होते हैं और किस तरीके से ट्रांसफॉर्म करते हैं ऊबर में में इसके
ऊपर एक सेपरेट डेढ़ से दो घंटे लेक्चर दे सकता हूं बट लोगों को पसंद नहीं है कि मैं नीचे के पीछे पड़ा रहता हूं ठीक है भाई
अल्टीमेट लेक्चर दे दे रहे हैं हम देखते हैं आगे क्रिटिक ऑफ मोरालिटी यहां पे आई
क्रिश्चियनिटी की मोरालिटी प इन्होंने बातचीत करी बहुत इबेट तरीके से बातचीत करी और बोला अपने पर्सनल मोरल्स और अपने
पर्सनल वैल्यूज बनाना ज्यादा जरूरी है रदर रिलीजस वैल्यूज रिलीजस डॉग मास क्योंकि हर्ड मेंटालिटी का प्राइमरी सोर्स वही
होता है एंड यू डोंट वांट टू बिकम दैट यू वांट टू ओवरकम दैट ऑल इन ऑल एक बहुत सॉलिड सेल्फ हेल्प किताब सली सेल्फ हेल्प किताब
होती है नहीं क्या थिंक एंड ग्रो रिच यह सब जो किताबें होती है सरफेस लेवल असली किताबें यही है भाई लेकिन समझना इनको
थोड़ा मुश्किल होता है लेकिन असली सेल्फ हेल्प किताबें जो रियलिटी में सिर्फ माइंड माइंड में नहीं रियलिटी में किस तरीके से
प्रैक्टिकली तुम्हें ठीक कर सकती हैं अगर लिज्म के थ्रू गुजर रहा है डिप्रेशन में जो मेजॉरिटी लोग होते हैं ना वो लिटिक फेज
से गुजर रहे होते हैं बहुतों को पता होता है नाहिल जम क्या होता है बहुत नहीं उस टर्म को कॉइन कर पाते व्हाट इज नाहिल जम
बट सिम्टम्स वही होता है सबके हिलिक उनको थिंक एंड ग्रो रिच और पावर ऑफ माइंड पावर ऑफ द सबकॉन्शियस माइंड ये सब उनकी हेल्प
नहीं करता है उनकी हेल्प करती है ऐसी किताब में फ्रेडरिक नीचा की महान काम तो ये सब था आगे बढ़ते हुए मैं यहां पे की
सेक्शंस ऑफ द स्पोक जर थसरा दे देता हूं क्या आते हमारी जर थसरा वाली सीरीज चल रही है अभी मैं उसको चैप्टर वाइज करने की
कोशिश करूंगा एक-एक लाइन मैं पहले पढ़ के कर रहा था एकएक वर्ड एक लेक्चर में समझा रहा था व्हिच इज ह्यूमन नॉट पॉसिबल अगर एक
किताब पे ही लगे रहे तो बाकी की किताबें कब करेंगे तो अब मैं चैप्टर वाइज करूंगा या फिर पार्ट्स में तोड़ दूंगा उन किताबों
को यहां पे जो की सेक्शंस है सबसे पहले प्रोलॉग है जरा तसरा उतर रहे हैं उतरते हुए उनके पास सबसे प्रमुख ज्ञान आया है
गॉड इज डेड का गॉड नहीं रहा गॉड मर चुका है गॉड इ डेड फिर इनकी तिथी मेटामिनडी और फिर एक चाइल्ड बनता है न्यू नॉलेज के
साथ न्यू विजडम के साथ फिर ऑन द पेल क्रिमिनल या जो नेचर ऑफ गिल्ट और क्रिमिनल साइक के ऊपर बात करें क्या गिल्ट होता है
इसके ऊपर भी लेक्चर है मैं यहां पर लबरेट नहीं करूंगा तो यहां थोड़ा सा हिंट फदर दोस्तोएवस्की के ऊपर इन्होंने दिया है यह
भी मैंने समझाया हुआ है फदर दोस्तोएवस्की के लेक्चर में भी समझाया हुआ है मैंने पेल क्रिमिनल किस तरीके से नीचा ने यूज किया
और दोस्तो ने नीच का कांसेप्ट गॉड का इफ गॉड इज देर देन एवरीथिंग इज परमिटेड एक्सप्लीसिटली बोला नहीं कि हमने एक दूसरे
का यूज किया बट हिंट था कि एक दूसरे का ये लोग काम फॉलो करते थे फिर ऑन द न्यू आइडल उसमें क्रिटिक ऑफ द स्टेट और
स्टेटजोबपोर्टल पुलिस वाले होंगे मिलिट्री वाले होंगे और कोर्ट होगा जो तुम्हें रिसोर्सेस प्रोवाइड
करेगा जो तुम्हारी क्या बोल सकते हो उसको दो जो तुम्हें सेफ रखेगा और
पर्टिकुलर इसको इसका प्रोत्साहन राइट लिबरल्स करते हैं लाइट लाइट राइट लिबरल्स कौन होते हैं वो लोग प्रो कैपिटल होते हैं
काइंड ऑफ प्रो कैपिट बट मोनोपोली नहीं होने देते इटेरियन सोसाइटी पर भरोसा रखता है बट प्रो कैपिट होता य हम पॉलिटिकल
फिलोसोफी में ज्यादा नहीं जाएंगे लेकिन नल यह होता है फिर ऑन द बबंग वर्च्यू मतलब अपने ऊपर खुद बिस्ता मतलब अपने ऊपर लाना
या बिस्ता उतारा गया आई बिस्ड दिस ऑन टू यू आपके ऊपर ही हमने उतार दिया आई बिड माय विशेस ऑन टू यू हमने अपने विशेस ल विशेस
आपके ऊपर उतारी अपनी पर्सनल वैल्यूज खुद बनाओ अपने पर्सनल वर्च्यू खुद बनाओ वो सबसे ज्यादा जरूरी काम होता है इन लोगों
को फॉलो करोगे तो डूब जाओगे मेरे दोस्त इन लोगों को कभी फॉलो मत करना अपना काम खुद से बनाना अपना काम बनता भाड़ में जाए जनता
यहां पर जनता कौन है क्रिश्चन जनता स्लेव मोरालिटी वाली जनता फिर इन्होंने द कन्वेंट के ऊपर बात करी कॉलेस मतलब होता
है रिकवरिंग फ्रॉम योर इलनेस अपनी बीमारी से कैसे आप उ भर के बाहर आते हैं और यह एंड आउटकम होता है ऑफ इंटरनल
रिकरेंस कि आप बीमार है एक तरीके से और आपको समझ में आता है कि इटरनल रिकरेंस जैसा कांसेप्ट है और उसको आप अपनी लाइफ
में इंपोज करके उस परेशानी से उस बीमारी से खुद को बाहर खींच के मौत के मुंह से मौत से कंपैरिजन हुआ इसका मौत के मुंह से
बाहर खींच के लाते हैं उसी को बोलते हैं द कॉन्वेंट जैसे आप खींच के लाते हैं आप फ्रेश है आप न्यू है
अब आपको जरूरत है रीइवेलुएशन की अब आप सब कुछ रीइवेलुएट करते हैं अब आप एस करते समझते हैं कि यार य जो मोरल्स में मैं था
क्या बच्चों वाली चीज थी यह क्या बकैती काट के आया हूं मैं अब मुझे इन सबसे बाहर निकलना है और अपनी जिंदगी को एक बेहतर जगह
बनाना है और फाइनली सातवे पड़ाव पर द साइन जर्र को अपने पीछे का सीक्रेट समझ में आता है
अपनी डेस्टिनी समझ में आती है वापस निकल लेते हैं जहां से वो आए थे तो रा तुसरा का जो कांसेप्ट है वो एक
लीडर की तरह आता है वो बताने की कोशिश करता है कि दुनिया ऐसी है तुम्हें ऐसा नहीं बनना है तुम्हें बेहतर करना है अपने
आप को तुम्हें इन परेशानियों से खुद को बाहर निकालना है मत फॉलो करो इस हर्ड मेंटालिटी को गॉड मर चुका है और बहुत दुख
की बात है गॉड मर चुका है हम खुशी नहीं मना रहे हैं कि गॉड नहीं रहा है हम बहुत दुख दर्द और पीड़ा में है कि गड नहीं रहा
है मैं यहां पर तुम्हारे साथ जश्न मनाने नहीं आया हूं यह जश्न रेखता नहीं है यह अफसोस का वक्त है अफसोस का समय है इस
अफसोस के समय में इस पीड़ा के समय में इस गंभीर स्थिति के समय में और वह गंभीर स्थिति क्या
है कि हमारा जग दता खत्म हो चुका है उसका अस्तित्व खत्म हो चुका है अब क्या करोगे और उसका
अस्तित्व से जुड़ाव है तुम्हारे अस्तित्व का उसके अस्तित्व से मिलन है तुम्हारा अस्तित्व का अपने अस्तित्व को अपने
एक्जिस्टेंस को तुमने उसके एक्जिस्टेंस से मिला के रखा है अब उसका एक्जिस्टेंस खत्म हो गया तो तुम कैसे रोक पाओगे नाजम को यही
तो मेन कांसेप्ट होता है अस्तित्ववाद दार्शनिकों का एक्जिस्टेंशल फिलोसोफर का तो यह पूरा द पोग जर तुसर का प्रीमाइ था
फिर इनकी एक और किताब आई च वास कॉल्ड एस द डेंजरस डायनामाइट बाय सोशल क्रिटिक्स यह तो टाइम बम के तरह है फाड़ के रख देगा
सोसाइटी को नीचा बड़ा गुस्सा आता था यार क्रिटिक्स क्या कह रहे लेकिन वो अपने में अच्छी बात थी अगर आपको टड मिलनी शुरू हो
गई है अगर लोग आपके काम से घबराने लग गए हैं मतलब समझ लीजिए आप कुछ अच्छा काम कर रहे हैं नीचा ने कहा मोरालिटी इज नॉट
फिक्स क्रिटिक ऑफ मोरालिटी यहां पर भी नहीं मोरालिटी फिक्स नहीं है मोरालिटी हमेशा रीइवेलुएट होती रहनी चाहिए नई बनती
रहनी चाहिए नया पड़ाव हमेशा मोरालिटी में आने आता रहना चाहिए और मोरालिटी किसी डिवाइन के थ्रू कोई सुपर नेचुरल देवता
नहीं बैठे जो मोरालिटी दे रहे है वो ह्यूमन क्रिएशन है इंसानों ने बनाया है सोसाइटी के हिसाब से कल्चर के हिसाब से
अपने को खुश कैसे रखना है उस हिसाब से और किस तरीके से क्राउड को कंट्रोल करना है और उन्हीं क्राउड कंट्रोलर्स के बारे में
आगे अभी हम थोड़ी सी बात करेंगे बढ़ते हैं पर्सपेक्टिव तत दिया कि भाई परसेप्शन का एक सब्जेक्टिव नेचर
दिया कोई भी चीज हम पर्सीव करते हैं जैसे यह एसी का रिमोट है इसको हम पर्सीव कर रहे हैं किसी के लिए एसी का रिमोट है किसी और
के लिए प्लास्टिक का टुकड़ा है अगर आज से 1 स 200 साल पहले य एसी का रिमोट बोलते एसी का रिमोट है बोलतेय क्या है अजीब से
सफेद दिखने वाला क्या दूध को तुमने जमा दिया है यह बटन क्या है वह
डरेंगे किसी के लिए यह बच्चे के लिए यह ऐसे चबाने वाला औजार है सबका अपना पर्सपेक्टिव है तो देर इ नो
एब्सलूट ट्रुथ और ऑब्जेक्टिव ट्रुथ जिसके जिसको कहा जाता है ऑब्जेक्टिव ट्रुथ है वो तो है ही नहीं
जो सिविलाइजेशन के बारे में बात हो रही है कि सिविलाइजेशन बेस्ड है एक ऑब्जेक्टिव ट्रुथ प वो ट्रुथ तो मुझे कहीं दिख ही
नहीं रहा वो ट्रुथ तो गायब लग रहा है कौन से ट्रुथ के बारे में बात कर रहे हो किधर उंगली दिखा रहे हो कोई उंगली इधर
दिखा रहा है कोई उंगली उधर दिखा रहा है कोई हाथ इधर दिखा रहा है कोई पैर उधर दिखा रहा
है क्यों ऐसा हो रहा है भाई कन्फ्यूज्ड क्यों है लोग क्योंकि ऐसे ऑब्जेक्टिव तुत को पकड़ के बो जाना चाह रहे हैं जो
ऑब्जेक्टिव ुत एक मेटा फिजिकल रियलिटी में एजिस्ट करता है उनके तहत उनके लिए फिर बियोंड गुड एंड इविल में विल टू पावर को
इंट्रोड्यूस इन्होंने कर दि जो भी तक बातें चल रही थी विल टू पावर को इंट्रोड्यूस कर दिया और एक सेल्फ
प्रिजर्वेशन के बारे में कहा कि दे मतलब ऑल बीइंग्स आर ड्रिवन बाय फंडामेंटल डिजायर फॉर पावर एंड सेल्फ
प्रिजर्वेशन अरे एक इंसान विल टू पावर के बारे में यहां पर बात हुई यहां पर अभी तक तो छेड़छाड़ चल रही थी विल टू पावर के
बारे में यह जरा आ गए लेके यह है मैं देता हूं आपको ल टू पावर इसके बारे में मैं और आगे बात करूंगा नीचे कह रहे है जो कर नहीं
पाए कहानियां भी है उनकी अगर तुम उनकी डॉक्यूमेंट्री वगैरह बीबीसी डॉक्यूमेंट्री
देखोगे मॉडर्न जीनियस जो भी है उसम है ना वो विल टू पावर किताब लिख रहे वहीं पर अपना लिखने लगे टूट ब्रेस चाहिए टूट ब्रेस
चाहिए यह खत्म हो रहा है वो खत्म हो रहा है राशन वगैरह की लिस्ट बनाने लग गए तो इज्जत ज्यादा करते नहीं और जब कोई राइटर
अपने काम की इज्जत नहीं कर रहा तो व राइटर खत्म हो चुका है एक तरीके से एक फंडामेंटल डिजायर के बारे में बात
करें जो हमने स्टार्टिंग में बोला था ना विनजम लेबन को करा वि विनजम मा विल जुन माक जेड यू
आर कहा कि भाई एक सेल्फ प्रिजर्वेशन है सिर्फ विल टू लिव नहीं है शनर के अकॉर्डिंग एक वेल टू पावर है अपने बेस्ट
से में मना बात बारबार नहीं खींच यहां जो एक इंपॉर्टेंट कांसेप्ट आया वो था मास्टर और स्लेव मोरालिटी का अभी तक स्लेव
मोरालिटी पर बात चल रही थी अब एक मास्टर मोरालिटी पर बात कर रहे थे चली जिसको इन्होंने पैरेलल ड्र किया मतलब साथ लेकर
चले एरिस्टोटल होते हैं मास्टर वो तुम्हें चलाते हैं सेले मोरालिटी मतलब ह्यूमिडिटी सबमिशन
कंपैशन अरे अरे अरे भैया मारिए मत हम तो हम तो ऊपर वाले के बच्चे हैं हम तो यहां अपना काम करने आए हैं हमें मारिए मत अभी
मत मारिए क्योंकि हम हेकड़ी में आएंगे जब मर जाएंगे हमें जब मिलेगा हेल या हेवन तब हम हेकड़ी में आएंगे भैया अभी हम बोलेड बन
के रहेंगे और यहां आते हैं भाई मास्टर मोरालिटी वाले सोक्रेट स्ट्रांग यह है जो तुम्हारी मोरालिटी बना के तुम्हें दे रहे
हैं यह है इनके पास है डोमिनेशन इनके पास है पावर डोमिनेशन इनकी फिलॉसफी में डोमिनेशन तुम बहुत देखोगे एक होती है
डिफेंसिव जैसे क्रिकेट में होता है ना डिफेंस डिफेंस डिफेंस कह रहा हैरे भैया अटैक करो कोई अटैकिंग फिलोसोफर नहीं आया
था सब डिफेंसिव फिलोसोफर सिस्टम में खेल रहे हैं डिफेंस कर रहे हैं बचा रहे हैं कोई क्रिश्चियनिटी थॉमस एक्विनास आए ये
इनुल कांट है ये स्न कीर कीगार्ड आ है ये जरा धर्म से घबराए हुए हैं डर रहे हैं डर डर के डाल रहे हैं इन्होने सबको उखाड़ के
बोला भैया फाड़ के दे दिया जाएगा आपके क्यों क्योंकि यही है असली फिलोसोफी कब तक डर डर के अरे भाई यह ना हो अरे भाई ऐसे ना
हो उसका रिलेशन जो मैं बोलता हूं ना मैं अप्लाई करता हूं मेरी पर्सनालिटी जैसी यहां पर
देखोगे जैसे मैं बोलता हूं वैसे ही मैं रियल लाइफ में हूं मिल लो कोई मैं अपने को एक बहुत रूड बदतमीज और
एरोगेंट इंसान मानतो जो लोग एक इमेज लेकर बैठे रहते हैं ना कि भाई ऑनलाइन कंटेंट जा रहा है इसको तो तमीज दार संत होना
चाहिए सबकी फिलॉसफी इस के अपने पर्सपेक्टिव जम के अकॉर्डिंग अपने इंटरप्रिटेशंस होते हैं मेरे इंटरप्रिटेशन
है स्ट्रांग बनो भाई फाड़ दो जो आए किसी से दब मत जो आए फाड़
दो हाथ डालो फाड़ दो डोमिनेट डोमिनेटिंग बनो एरोगेंट बनो वरना जिंदगी में कभी आगे नहीं बढ़ पाओगे इसको ट्रिम कर लो
क्रॉप कर लो और कहीं रख लो संभाल के रख लो इस क्लिप को जो मैं शब्द कह रहा हूं ना कभी आगे नहीं बढ़ पाओगे लोग दबाए दबोंग
जूतों के नीचे आओगे अगर स्ट्रांग बनना है ना दवा तुमको किसी को जूते के नीचे नहीं लाना है तुम
चुप बैठे र स्टोइक बने रहो जब तक कोई तुम्ह छेड़ नहीं रहा जिस दिन छेड़ा म तो मक्खी के छत्ते में हाथ डाला डस लिया
जाएगा आपको यह नीचे ने कहा यह नीचे की फिलॉसफी थी कहते हैं ना क्यों इतना नीचा के ऊपर क्यों
इतना एक्जिस्टेंशलिज्म के ऊपर क्यों नहीं बाकी फिलॉसफी मेरे को नहीं मैं रिलेट कर पाता हूं यह इमोशन जो देख रहे हो वो मैं
नहीं दे सकता हूं यह इमोशंस इसी फिलॉसफी में आते हैं इसी फिलोसोफर के थ्रू आते हैं इन्हीं तरीके के फिलोस में आते हैं आमी
वही करेगा ना जिससे इमोशनली अटैच है तो जरा बा को ग थे जरा यहां प बहुत ज्यादा 50 आप काट लीजिएगा ओवर एक्टिंग के बट कोई बात
नहीं आगे बढ़ते हुए ओवर मैन एने कांसेप्ट यहां पर और और इसको उसके ऊपर काम किया अभी तक ओवर मैन बनना है अब क्रिएटिंग न ओन
वैल्यूज एंड मीनिंग के ऊपर यहां पर बातचीत होने लग गई भैया अब तो चीज हाथ से निकल रही है और वही
रिपीटिंग चीज है इटरनल रेफरेंस अलग अलग तरीके से इंफिनिटी का मीनिंग इन्होंने कहा जब तब
समझ में आएगा जब आप इटरनल रेफरेंस को पूरी तरीके से समझोगे मैथमेटिशियंस क्या कहते हैं तभी कहते हैं ये कि रेलिटी में मत
पढ़ो रेलिटी में पढ़ोगे मत ट के थू ई नंबर है इंफिनिटी तक जा रहा है वो फीलिंग नहीं आ रही इमोशन जब आएगा जब तुम समझ पाओगे कि
तुम क्या हो तुम्हारी लाइफ इंफिनिटी में रिपीट होगी और जो धक्का लगेगा कि भैया मेरी लाइफ इंफिनिटी तक रिपीट होगी व भी
ऐसे ही यही सब करना पड़ेगा तब भैया तुम्हारे परखच्चे खुल जाएंगे हवा अंदर बाहर आनी शुरू होगी तब समझ में आएगा यह तो
बहुत ज्यादा छेद हो गए अब इन छेद को बढ़ना पड़ेगा इन फिलॉसफी के थ्रू यह था बियोंड गुड एंड इविल का टारगेट फिर इसका रेलीवेंस
क्या है मॉडर्न टाइम में मोरल एब्सलूटिज्म की इसी तरीके से भैया होगा उसी तरीके से भैया होगा नहीं देर इ नो
एब्सलूट देर आर पर्सपेक्टिव अपने को तो सुधारो अपने को सुधारो ग दुनिया खुद पर खुद सुधर जाएगी तुमने दुनिया सुधारी अपने
को सुधार दुनिया सुधारने चल ब से बहुत इंपॉर्टेंट है भाई लोग नहीं समझना चाहते इस चीज को सब्जेक्टिव थ कि सत्य
अलग-अलग विभिन्न तरीकों से आप विभिन्न प्रकारों से आप सत्य की तरफ अपना मोर्चा उठा के ले जा सकते हैं सत्य मतलब यह नहीं
कि एक ही उसका यूनिवर्सल ट्रुथ है उसका एक ही फैसेट है देर इज नो इंडिविजुअल फैसेट और देर इज
नो यूनिक सॉलिटर फैसेट टू ुत उसके अलग अलग फैसेट है जिसको क्लर कहा जा सकता है प्लूरलिस्ट
फिलोसोफी में आ गया प्लूरल प्लूरलिस्ट कि एक कांसेप्ट के
मल्टीपल लूज एंड्स हो सकते हैं फ एंपावरमेंट एंड इंडिविजुअलिज्म पे बात हुई गुड एंड इविल उसका
रेलीवेंस कि भाई किस तरीके से आप ग्रो कर सकते हो किस तरीके से आप अपनी लाइफ जिंदगी बेहतर बना सकते हो सेल्फ एक्चुलाइजेशन
क्या होती है पर्सनल ग्रोथ क्या होती है और खुद ग्रो करोगे तो आसपास के लोग खुद पर खुद ग्रो हो
जाएंगे मैं दूसरों को मैं अ अगर मैं क्योंकि हम बात कर रहे हैं रेलीवेंस इन मॉडर्न टाइम्स इस किताब का आई वाज अ पीपल
प्लीजर मैं लोगों को प्लीज करता था लोगों के पीछे भागता था एक्सटर्नली सोचता था कि एक्सटर्नली लोगों को करके मुझे संतुष्टि
मिलेगी और मैं खुश रहूंगा जो कि इसका उलट हुआ और उलट क्या हुआ भैया लोगों ने काटना शुरू कर दिया लोगों ने ही मजाक बनाना शुरू
कर दिया लोगों ने सीरियस नहीं लिया तब समझ में आया ना भैया ना खुद के अंदर जब तक झांक के नहीं देखोगे खुद के पजामे के अंदर
जब तक झांक के नहीं देखोगे कि तुम्हारा है भी कि नहीं है तब तक नहीं दूसरों को ज्ञान देना चाहिए कि तुम्हारा है भी कि नहीं है
समझे खुद का पजामा पहले नाड़ा खोल के अंदर देख लो बहुत इंपॉर्टेंट है ऐसे ही चलते फिरे खोए हुए मुसाफिर के तरह मत निकल पड़ो
इस दुनिया में क्रिटिक ऑफ पावर डायनामिक्स इन्होंने कहा कि
भाई सोसाइटल हायरा की जो होती है उससे सोसाइटल पावर नहीं आती बट इंडिविजुअल पावर ज्यादा आती है एक देश चला र है एक
लीडर प्रेसिडेंट प्राइम मिनिस्टर किंग उसकी कंट्री की रिप्रेजेंटेशन ही उस इंसान के थ्रू हो रही है ऐसा हो क्यों रहा
है क्या यह जस्ट है इन जस्ट है और बियोंड गुन विल का मीनिंग निकल के आता है कि भाई हर इंसान का एक ऑथेंटिक सेल्फ होता है और
जिस दिन तुमने रिलाइज कर लिया तुम फ्रीडम के साथ जी पाओ तुम खुशी खुशी जी पाओगे खुशी खुशी जीना है
जान लो यू आर फ्री टू डू एनीथिंग और फ्रीडम में हम लोग बोलेंगे भाई मर्डर कर देंगे तुम तुम खुद र बेंच बनने के
रास्ते पर हो गए तो तुम खुद सोचो मर्डर करना सही होगा कि नहीं होगा खुद के मोरल्स खुद से बनने शुरू
होंगे ना व ज्यादा इंपॉर्टेंट है तो ल इन ल ऑथेंटिसिटी पावर स्ट्रक्चर आगे कैसे बढ़ सकते हो
जिंदगी में इसके ऊपर वार्तालाप इस किताब ज गुड एंड इवल में किया है नीचा ने और आगे य एक छोटा सा एनेक्ट जो कि बहुत मिस
इंटरप्रिटेड एनेक्ट है और नीचा को पागल कहने का क्योंकि मेरे एक मैंने बताया था ना एक अपनी रिलेटिव्स के बारे में बात करी
थी वेरी लर्ड लेडी लिटरेचर से वार्तालाप नीचा को पागल कहती हैं वो पागल था वो तो घोड़े से जाकर चिपक गया जैसे पागल के तरह
लेकिन मेरा इंटरप्रिटेशन उससे काफी ज्यादा अलग है मेरा इंटरप्रिटेशन सिंपल है जो हुआ था
ना टूरेन में इटली 189 में कि एक टांगे वाला घोड़े को ंटी से मार रहा था डंडे से मार रहा था जो भी अटर से मार रहा
था और नीचा जो है कहा जाता है नीचा गए उसके गले लग गए अब कुछ कहते हैं किय सही कहानी है कुछ कहते हैं गलत कहानी है गले
लग गए रोने लग गए मत मारो इसको पहली बार नीचा का वो दिखा कंपैशन दिखा वो इतना स्ट्रंग डोमिनेटिंग आदमी वो रोते हुए दे
और किसी जानवर के गले लग गया जिसको किसी के ऊपर दया नहीं आती तो इसका मतलब यह नहीं वो पागल हो गया
इसका मतलब यह है कि नीचा जो है यह दिखा रहे हैं कि मास्टर मोरालिटी में रहकर भी तुम स्लेव मोरालिटी की इज्जत कर सकते हो
यह नहीं उनको पूरी तरीके से आउटकास्ट कर दोगे यह नहीं उनको पूरी तरीके से कहोगे भाई यह तो गलत है उन्होंने यह एग्जांपल
दिया और लोग बहुत लोग इसको मिस इंटरप्रेट कर जाते हैं मतलब एग्जांपल दे ये एक्ट नहीं किया उन्होंने बट ये जो उनके बन गई
थी ऐसी थी कि मैं मास्टर मोरालिटी में डोमिनेटिंग आदमी बन गया मैं अपनी मोरालिटी खुद बना रहा हूं लेकिन कोई बात नहीं भाई
जो बेचारे हैं जो बेजुबान है उनको मैं हमेशा इज्जत दूंगा कंपैशन दूंगा बेजुबान मतलब इंसान भी हो गए कि तुम सुन क्या रहे
हो तुम कुछ सुन नहीं रहे तुमको एक से मोरालिटी दी गई तुम उन मोरालिटी को पकड़ के बैठ गए और तुम सोच रहे हो बेजुबान ब जो
कहा भैया भैया भैया प्लीज भाई जो हमसे कहा हम तो वही जो हमसे कहा गया जो हमारी किताबों में लिखा हम तो वही करेंगे अरे
जानवर बन गए भाई तु आंख बंद करके बस समझ लिया जो समझना है खत्म एग्जांपल हैय
एनेड ऑन द जियोलॉजी ऑफ मोरालिटी 187 में इनकी किताब आई अब तक बियोंड गुड एंड इविल में बात चल रही थी
किस तरीके से उबर मेंच और किस तरीके से आप रिवैल्युएशन ऑफ और ऑल मोरल्स करें
ट्रांससेंशुअल इमर्ज होते हैं कैसे वह आइडिया आ रहे हैं एक्जिस्टेंस में और सबसे इंपोर्टेंट ची नेचर ने जो चीज आ रही है
उसका स्रोत क्या है क्या व डिवाइन सो सोर्स से आ रही है कि भाई एक सुपर नेचुरल एंटिटी है सुपर नेचुरल
बींग उसने सही में दिया या फिर व एक रैशनल सोर्स से आ रही है एक तरीके से वह नॉलेज कहां से आ रही है पिस्ट मोल
जीी वो एक्जिस्टेंस ऑफ नॉलेज कहां से आ रही है व सोर्स क्या है नॉलेज का सॉलिड कंपेरिजन इसमें दि है जियोलॉजी ऑफ
मोरालिटी में बिटवीन द स्लेव मोरालिटी एंड द मास्टर मोरालिटी स्ट्रेंथ के ऊपर बेस्ड इनकी
नोबिलिटी और किस तरीके अरिस्टो क्रेट्स जो हम करते रहे उसके ऊपर वार्तालाप सबसे इंपॉर्टेंट यहां पर चीज थी च इज द
डेवलपमेंट ऑफ मोरल वैल्यूज के किस तरीके से डेवलप होती है साइकोलॉजिकल स्टंस क्या रहता है सोसाइटी का क्या रोल रहता है है
ऐसी मोरालिटी की डेवलपमेंट में इससे पहले हम पढ़ रहे थे ऑब्जेक्टिव ट्रुथ है डेवलप है सब कुछ भाई हम कोई खाना पका रहे हैं
खाना पक के बेकरी में आपको केक दिख गया केक है उस केक बनने के पीछे क्या-क्या विधि जा रही है क्याक इंग्रेडिएंट्स जा
रहे हैं उसके बारे में जानना हमें बहुत ज्यादा जरूरी है सिर्फ यह नहीं उसके पीछे की हिडन
मोटिवेशन क्या है क्यों हो रहा है किसलिए हो रहा है यह मोरालिटी क्यों आ रही है किसी को मारना नहीं है किसी को काटना नहीं
है किसी का किसीकी पैसा प्रॉपर्टी मटेरियल चीजें नहीं हड़प नहीं है यह तीन चार चीज उसके अलावा इतने वस्ट लेवल पर मोरालिटी है
वह क्यों है व किसलिए उसको समझने के लिए हमें सवाल उठाना पड़ेगा उन मोरल आइडियाज के ऊपर जो कि
खारिज कर देता है धर्म रिलीजन मना करते हैं नहीं जो बोला है वो करना है लेकिन हम य पर मोरल आइडियाज पर
सवाल सबको पावर चाहिए एवरीवन डिजायर्स एंड सीक पावर
सबको मोरल जजमेंट से बचना है सबको इन्फ्लुएंस करना है और इन इस पावर स्ट्रक्चर की वजह से हमारी सोसाइटी शेप
लेती है जो टॉप पावरफुल होता है ना जितने भी तुम टॉप के पावरफुल लोग ले लो जिन्होंने
बोते ना लोग अरे ये दवन पर या पर बेकार होते हैं अब अगर हम बात करें स्टीव जॉब्स बिल गेट्स मार्क ज
कोबर्ग ऐसे लोगों के बारे में अलेक्जेंडर द ग्रेट जगिस खान अपने इंडिया में बाकी के जो रूलर हो
गए मोल एंपायर नेपोलियन तो यह जो है इन्होंने फाउंडेशन लेकर है ज द पव पर इनकी जजह से
हिस्ट्री बनी है साइंटिस्ट इतने आ गए इनकी वजह से हिस्ट्री बनी है यह है द पव पर पर्सपेक्टिव के ऊपर बात है थिंकिंग
ऑफ योर वैल्यूज बियोंड को में बहुत क्रोधित क्रोध से भरे हुए नीचा बता रहे हैं लेकिन यहां बोल क्रिएटिविटी से अपनी
वैल्यूज बनाओ एक खुशहाल जिंदगी जो के खुश होके क एस्पेक्ट लेके अपनी वैल्यूज को रिवल एट करो वापस से बनाओ बेहतर बनाओ
सॉलिड बनाओ इसका रिवेंस क्या है मॉडर्न टाइम में कि हम अपने फिक्स्ड
मोरल जो उनको क्वेश्चन कर सकते हैं आसानी से पावर एंड सोसाइटी को समझ सकते अगर आपने बैकग्राउंड समझ लिया कि आईडियाज कहां से आ
रहे हैं तो आप पावर समझ सकते हैं और पावर समझ तो सोसाइटी समझ सकते हो कहां से वो आ र है इन क्वालिटी क्या होती है जस्टिस
क्या होता है सोशल इशू के ऊपर आप बात कर सकते हैं यहां पर एक एमफसिस दिया इंडिविजुअलिटी
तो है ही ऑथेंटिसिटी तो है ही बट ऑथेंटिसिटी को और लबरेट करके कहा गया बीइंग ट्रू टू
योरसेल्फ स सोसाइटल एक्सपेक्टेशन के हिसाब से मत जियो अपने आप के साथ धोखा मत करो खुद के साथ धोखा करके क्या करोगे जब
चार दीवारे के अंदर वो होता है ना भाई मैं तो बहुत मेहनत करता हूं पब्लिक कुछ लोग होते हैं हमारे भी होते बहुत मेहनत करते
हैं बहुत मेहनत करते हैं सबके सामने गुण गार के कोई फायदा नहीं ना उस चार दिवारी में जब तुम अकेले बैठे होते हो असली मेहनत
इंसान की वहां समझ में आती है कि सामने वाले ने कितनी मेहनत करी है और कितनी मेहनत करते हुए आगे बढ़ रहे
हैं बाकी प्लूरलिस्टिक वर्ल्ड के ऊपर जो इनकी बात की हर पर्सपेक्टिव की रिस्पेक्ट करनी
बहुत जरूरी है बाद में इनको रिलाइज हुआ जो कि खुद पहले खारिज करते थे ब रिलाइजेशन इनको हिट हुई कि सारे पर्सपेक्टिव
रिस्पेक्ट करो एक प्लूरलिस्ट स्टंस लिया यहां पे ये नहीं भाई यह ऐसा है मैं तो ऐसा हूं यह वैसा है मैं तो वैसा ह मैं तो सुन
ही नहीं सकता सारे पर्सपेक्टिव रखने बहुत जरूरी है लेकिन जो पर्सपेक्टिव बेस्ट लगे उसको लेके आगे बढ़ जाओ नीचे मत देखो किसी
को आगे बढ़ जाओ और हमेशा अपनी कन्वेंशनल वैल्यूज को चैलेंज करते रहो सबसे इंपॉर्टेंट है अभी
पीछे मत हटो डटे रहो जब कन्वेंशनल कन्वेंशनल वैल्यूज को चैलेंज करने जाओगे तो उसी प्रोसेस में तुमको अपनी फंडामेंटल
फ्रीडम तुमको अपनी पर्सनल फ्रीडम मिल जाएगी हाथ में दान की तरह आ जाएगी जिस दिन तुमने सोच लिया कि भाई मुझे तो इन
ट्रेडिशनल नॉर्म्स के परे जाना है मुझे न्यू वैल्यूज एक्सप्लोर करनी है उस दिन तुम इस जंजाल से निकल
जाओगे पार्ट फाइव इनका लेटर वर्क्स मेचुर वर्क के बाद लेटर वर्क इनका फाइनल इंटेलेक्चुअल एरा शुरू हो
चुका था अब यह खात मेंे की तरफ थे क्योंकि बीमारी में 10 साल तक तो कुछ कर नहीं पाए बट फाइनल इनका काम शुरू हो चुका
था और मैं इसी बीच एक एनेक्ट दिमाग में आया और इस एनेक्ट को बहुत लोग गलत भी ले लेते हैं कि यह चीज नीचे ने करी थी मैंने
ऑनलाइन सुना भी मैंने भी इसको मिस्टेक आई वास मिस्टेकन मैंने भी स्टार्टिंग में बोल दिया था बट ऐसा था नहीं कहानी है कि भाई
एक मैड मैन जाता है मार्केट प्लेस में जो कि जर थसरा होता है ओबवियसली मैड मैन जाता है पागल आदमी जाके एक पुतले को जला देता
है पुतले को गिरा के मारना शुरू कर देता है और बोलता है मैंने तुम्हारे गॉड को मार दिया उससे पहले वह क्या करता है लटन लेकर
घूम रहा होता है मार्केट प्लेस में सुबह दिन के 12 बज रहे होते हैं 12 एक बज रहे होते हैं दूप एकदम चरण सीमा पे गर्मी
उसमें आप लैंटर्न लेकर चल पड़े नीचे नहीं दसरा अगेन लोग पूछ रहे हैं क्या क्या हो गया बाबा बस य आ गए हैं क्या नहीं मैं तो
गॉड को ढूंढने निकला हूं तुमने देखा गड को तुमने देखा गड को सब हस रहे सब हस रहे गॉड को कोई नहीं देख सकता वो पुतला लाता है
गिराता है उसको मारता है जला देता है कहता है यह देखो यह रहा तुम्हारा गॉड मैंने उसको मार दिया अब क्या करोगे और ये
इंस्पिरेशन इन्होने लंडन वाली ली थी जो हमने लेक्चर बनाया था नाभी क्या भा स्ट्राइकिंग चेन ऑफ इवेंट्स होता है म हर
लेक्चर एक दूसरे से जुड़ा नी जो लेक्चर है वो जाके एक बार देखो जिसमें मैंने बताया था कि डायो जिनीस निकले थे वो तो असली
कहानी थी निकले थे ही वाज अ मैड मैन निकले थे लैंडल लेके भरी दुपहरी में ठीक है अब बोल रहे थे मैं एक ऑनेस्ट इंसान को ढूंढने
निकला हूं ऑनेस्ट कि भाई तुम चाह के भी ढूंढ के भी नहीं ढूंढ सकते हर जगह प्रकाशित है हर जगह
रोशनी है लेकिन आप ढूंढ नहीं सकते सोन नमी को तो उसी का एक पैरेलल ड्रॉ किया नीचे ने कि भैया मैं निकला हूं अपना लैंटर्न लेके
या जरोस निकला है वह मैड मैन अपना लैंटर्न लेकर गॉड को ढूंढने गड कहीं मिल नहीं रहा ूप निकली भी है लैंटर्न है उसके बावजूद
मुझे गड नहीं मिल रहा तो यह पैरेलल तोसे पता लगता है कि कोई भी आईडिया किसी भी फिलोसोफर का ओरिजिनल नहीं होता सब
कुछ कहीं ना कहीं से इंस्पिरेशन लिया हुआ होता है गलत नहीं है जो इंस्पिरेशन लेना बहुत जरूरी
है फिर इनके आगे टवाला इट ऑफ द आइडल्स 1888 में जिसमें उन्होने एक फेमस कोड दिया इसके ऊपर भी लेक्चर मैंने दिया हुआ है व्ट
डज नॉट किल अस मेक्स अस स्ट्रंग या व्ट डज नॉट किल मी मेक्स मी स्ट्रंग य इन्होंने लिखा था एक खत
में अपने किसी एक्विटेंस को रिलेटिव को और उसमें इन्होने यही लिखा था और उसके ऊपर मैंने लेक्चर बनाया है बहुत लंबा गा क्या
इसका मतलब होता लेक्चर जाके देख लो ना टॉयलेट ऑफ द आइडल्स में आइडल्स के ऊपर एमफसिस है आइडल्स क्या होते हैं जिनको
अपना आइडल मान लेते हैं ये हमारा आइडल है हम इसकी परछाई में चलते हैं इसकी बात मानते हैं इसकी राह पर चलते हैं उसी के
ऊपर नीचे नहीं कहा ये जो ट्रेडिशनल मोरल्स है ट्रेडिशनल सिस्टम्स है यह सड़ रहे हैं डिके हो रहे हैं क्योंकि गॉड तो है नहीं
ना भाई अब संभालने वाला कौन है इंटरनेशनल वैल्यूज को इं ट्रेडिशनल सिस्टम्स को ये जो रिलीजन है ये फिलोसोफी है मॉडर्न कल्चर
में खत्म होती जा रही है एक इल्यूजन के तरह है इसको आपने आइडल बनाया हु कोई ठोस पुख्ता
चीज नहीं है जिसको आप अपने हाथ में पकड़ सकते हैं लेकिन फिर भी इसको आइडल बनाया हुआ है अटैक किया ट्रेडिशनल वैल्यूज के
ऊपर कि ट्रेडिशनल वैल्यूज ह्यूमन पोटेंशियल को लिमिट कर रहा है क्योंकि इस ह्यूमन पोटेंशियल ने इस इंसान ने अपनी
सारी चीजें छोड़ दी है धर्म भरो से बोलते हैं ना जो भाई हमने तो गॉड के भरोसे चीजें छोड़ द है वीक बना रहा है ये एक फाल्स होप
दे रहा है फल्स उम्मीद दे रहा है कि यहां नहीं तो कहीं और ना कहीं ना कहीं और ना कहीं तो मिलने वाला है ही है यह बहुत बड़ी
फॉल्स होप है और इस फॉल्स होप से निकलने के लिए अपने फुलफिल करना पड़ेगा फुल पोटेंशियल अपने फुल पोटेंशियल प आना होगा
फुल पोटेंशियल पे विल टू पावर के हिसाब से ही आ सकते हैं लेकिन एक बार पावर में आ जाओगे तो पर्सपेक्टिव आइडियो जीी के हिसाब
से एक दूसरे को नीचे मत दिखाना यह समझना सबकी अपनी आईडियोलॉजी से तुम ऊपर बढ़ो सब अपने को देख के सब तुमको देख के अपने आप
को बेहतर बना रहेंगे हमें सिर्फ अपोलो नहीं चाहिए हम हमें डायोनिसियस
चाहिए हम चाहते हैं कि भाई सिर्फ ऑर्डर ऑर्डर ना रहे एक पैशन रहे एक वाइटल फोर्स रहे एक इरेशनल फोर्स रहे क्रिएटिविटी रहे
खुलापन रहे यह नहीं गला दबा दिया गया यह नहीं पकड़ लिया गया यह नहीं ऐसे ही दुनिया चलाई जाएगी यही ऑर्डर होना चाहिए संटी
मानी जा रही है नहीं भाई हमें तो फ्रीडम चाहिए पेसिम मिज म का क्रिटिक यहां पर
दिया सेट अप जाकर लड़ पड़े पेसिम मिज म से पेसिम मिस्टिक डार्क फिलॉसफी से नायम के कांसेप्ट से और बोलने लग गए कि लाइफ अर्
फिलॉसफी अमोर फती को अपनाओ इटरनल रेफरेंस को अपनाओ उबर मेंच को अपनाओ यह मेरे एसिस्टेंट टूल्स है क्यों पढ़ गए हो क्यों
यह एक्सेप्ट करके बैठ गए हो कि तुम्हारे साथ जो हो रहा है बुरा हो रहा है और यह बुरा होता रहेगा यही तो है टर्नल रेफरेंस
का एक्सेप्टेंस कि तुम्हारे साथ बुरा हो रहा है मोरल वैल्यूज ये सेल्फ हेल्प में तो है ही आप अपने लेवल पर उसको सेल्फ
हेल्प प समझ सकते हो लेकिन मेन तो मीनिंग वही है ना कि तुमको किसी डीम ने आके जो दुनिया की नजरों में डीम है लेकिन
तुम्हारे लिए वो एक देवता है उसने आकर तुम्हें बताया कि तुमको यह मोरल सिस्टम खराब कर रहा है करप्ट कर रहा है अब कैसे
अपनी आगे मोरालिटी बनाओगे अब अपनी मोरालिटी बेटर करोगे ना तो इसको लोगों ने सेल्फ में ले लिया कि नहीं लेकिन इसका
हिडन मीनिंग यह भी है कि अब अपनी मोरालिटी बेटर करो क्योंकि तुम्हें मैंने आके बता दिया कि अभी तक जो तुम मोरालिटी और एथिक्स
और वैल्यूज फॉलो कर रहे थे वो सब खराब है वो सब खत्म चीजें है कहां इस्तेमाल है क्या रेलीवेंस है टॉयलेट ऑफ द आइडल्स का
आज के एरा में आज की डेट में भी कल्चर और सोसाइटी बहुत ज्यादा सुपरफिशियल है तो उसको कॉल आउट करना बहुत जरूरी है उसको
आंखों में आंखें डाल के देखना बहुत जरूरी है वो बहुत शैलो है बहुत कमजोर है बहुत ढली है गहराई कम है इस सोसाइटी के इस
कल्चर की क्या हो रहा है सब बिगड़ रहे हैं सब मजाक कर रहे हैं अब ये अब ये लेक्चर है यह चैनल हैय कंटेंट
है कितने व्यूज आते हैं कितने लोग देखते हैं लेकिन यही अगर मैं गाली गलौच करूं कॉमेडी करूं एड्रीनलिन वाली चीजें दिखाऊं
डोपामिन वाली चीजें दिखाऊं चलेगा भाई कंटेंट मिलियन व्यूज जाएंगे लाखों व्यूज जाएंगे मसाला
दूं जाएंगे ऐसे मेरे जानने में कुछ रैशनल कंटेंट क्रिएटर्स हैं जो मसालेदार कंटेंट में बनाते हैं जो कि उनके लिए सही है भाई
उनके लिए काम कर रहे कर रहे है उनसे बोला जाए भाई और राशनलिटी पे क्यों नहीं बनाते सिर्फ कंट्रोवर्सी पर क्यों तो कहते हैं
चैनल नहीं चलेगा यार चैनल चलना बंद हो जाएगा जरूरी है और जब जिस दिन वो रेशनल कंटेंट डालते हैं जहां उनके वीडियोस प 1
लाख ढ लाख व्यूज आ रहे हैं उस रेशनल वीडियो प 10000 व्यूज 15000 व्यूज लोग नहीं देखना चाहते लोगों को नहीं पसंद तो
वही है उसी उसी को क क्रिटिसिजम दिया सुपरफिशलिस जम सोसाइटी तो बन गई है लेकिन बहुत कमजोर सोसाइटी और बहुत वीक सोसाइटी
बनी है आगे बढ़ते हुए इंडिविजुअल एंपावरमेंट तो ये हर जगह दे ही रहते हैं सब्जेक्टिव स्रोत के बारे में कह ही रहे
थे और वाटलिंग टू द डायसिन स्पिरिट एक डायसिन
स्पिरिट लॉ अपने अंदर खुश हो कि तुम एक ऑथेंटिक इंसान हो खुश हो कि तुम्हारे अंदर ऑनेस्टी है एक ऑथेंटिसिटी और ऑनेस्टी उस
ऑथेंटिसिटी को एक्सेप्ट करने में नेस्टी है उसको पूछो उसको सेलिब्रेट करो क्योंकि जिस दिन तुम सेलिब्रेट करोगे उस दिन तुम
बियोंड चले जाओगे दस सोसाइटल न विल गो बियोंड तुम परे चले जाओगे इस समाज के इस समाज की सोच के इस समाज के नियमों के परे
चले जाओगे जिस दिन तुमने ऑनेस्टी से एक्सेप्ट कर लिया नाजम को कैसे ओवरकम करना है एक्जिस्टेंशल क्राइसिस को इन्होंने
एड्रेस तो किया ही अब इन्होंने टूल्स भी दे दिए कि इस तरीके से बच्चा एक्जिस्टेंशल क्राइसिस भया तुम ओवरकम करने लोगे इस
तरीके से नाजम को ओवरकम करने लो कि हमारा सबसे बड़ा दुश्मन वह देश नहीं है हमारा सबसे बड़ा दुश्मन यह देश नहीं है हमारे
सबसे बड़ा दुश्मन नायल जम है द एडवेंटम नायल जम आ रहा है क्या करोगे कैसे बचाओगे उसके ऊपर भी लेक्चर अलग से बनाए
हुए हैं बाद में इंटेलेक्चुअल प्रोवोकेशन तो है ही इनके किताब में बहुत ज्यादा
इंटेलेक्चुअली प्रोवोकेट किया है बहुत एक्सप्लिसिट बातें कही है जिससे आप इंस्पायर
हू इनकी किताब 1888 89 में एक और आई लिखे जा रहे थे लिख जा लिख ली जा भाई अच्छी किताबें द एंटी क्राइस्ट 18
88 8 इस किताब में भर भर के एंटी क्राइस्ट नाम से समझ में आ रहा है क्रिटिक ऑफ
क्रिश्चियनिटी की क्रिश्चियन ने सोसाइटी को वीक कर दिया लोगों को वीक कर दिया क्रिश्चियनिटी ही जिम्मेदार है वीक करने
की और कहा तो यह जाता है कि नीचे शराब नहीं पीते थे मैं शराब पिऊंगा ही नहीं मैं दूध पिऊंगा भाई मैं शराब नहीं पिऊंगा
क्रिश्चन शराब पीते हैं मैं शराब नहीं पिऊंगा मैं उल्टा करूंगा जो वो करेंगे मैं उसको उल्टा करूंगा मोरालिटी को एक टूल
बनाया क्रिश्चन ने मोरालिटी को टूल बना लिया है वीक लोगों को कंट्रोल करने के लिए भा ज्यादातर पॉपुलेशन क्या है वीक हर
कंट्री की ज्यादातर जनसंख्या वीक माइंड सेट की होती है कमजोर दिमाग की होती है पढ़ी लिखी नहीं होती और यह ऊपर बैठे हुए
मोरालिटी वाले मोरल लेजिस्लेटर जो अपने को बोलते हैं कंट्रोल करते है यही होता है आज की सत्ता में भी यही होता है भारत में
कितना होता है य धर्मों के लोगों को कंट्रोल किया जाता है आपको जो दिखाया जाएगा वो आपको एक्सेप्ट करना है भाई ये हम
आपको दिखा रहे हैं आपकी मोरालिटी इस हिसाब से चलेगी और इससे बा निकलने के लिए वही लटू पावर आ गया वही सुपीरियर इंडिविजुअल
ऊबर मेंच का कांसेप्ट आ गया इस ट्रेडिशनल मोरालिटी के परे जा रहे हैं डायनास स्पिरिट आ गई उसके बारे में बात
करी लेकिन मुद्दा क्रिश्चियनिटी को नीचे लाना किई क्रिश्चियनिटी की वजह से सब कुछ खत्म हो रहा
है और इस किताब को क्रिटिक्स ने कहा फिलोसॉफिकल हैमर या द क्रिश्चन हैमर क्रिश्चियनिटी के ऊपर क्रिश्चन की फिलॉसफी
के ऊपर एक हथौड़ा है और यह हथौड़ा बज रहा है नीचा का हथौड़ा बज रहा है और इस हथौड़े ने यह बता दिया कि क्रिश्चियनिटी ना सिर्फ
एक जो लोग दिखाते हैं बाकी लोग दिखाते एक अच्छा अच्छा पॉजिटिव उसके ऊपर रिजल्ट पड़ रहा है सोसाइटी के ऊपर एक नेगेटिव आउटकम
भी दिखाया नीचा ने और उसके जो बिलीव उसके जो इन्फ्लुएंस था कि भाई वेस्टर्न वर्ल्ड तो पूरा क्रिश्चियनिटी से इन्फ्लुएंस उसके
से पहले जितने आए थे तुम्हारे सोक्रेटिक प्री सोक्रेटिक प्लूटोनियन जितने आए थे वो सब टेल लेने
गए जो है जीसस की बात सही है जो है गॉड की बात सही है जो है क्रिश्चियनिटी में
बस यह इनकी किताब का पूरा मुद्दा था इसका रेवेंस इन मॉडर्न टाइम ओबवियसली भाई रेवेंस इसका इंडिविजुअल लिबरेशन पर बहुत
पड़ता है सेलिब्रेशन ऑफ लाइफ पर बहुत पड़ता है क्योंकि जब तुम समझ रहे हो यह सब हो रहा है यह सब गलत हो रहा है तो तुम
उससे बाहर आते हो बियोंड गुड एंड इविल
तो सेल्फ रिफ्लेक्ट करके यह सही य गलत के परे जा सकते हो क्योंकि कन्वेंशनल मोरालिटी का सही गलत बहुत ही बेसिक लेवल
पर है बहुत ही हवा में एक इंटेलेक्चुअल चैलेंज आ रहा है एंटी क्राइस्ट ने ऑल इन ल सबसे बोल्ड आज तक का सबसे बोल्ड
क्रिटिसिजम दिया क्रिश्चियनिटी का इस किताब ने और मैं इन किताबों को ऊपर से छूके जा र हो अल्टीमेट लेक्चर मतलब
अल्टीमेट है ना पन अल्टीमेट नहीं अल्टीमेट से पहले पेन अल्टीमेट आता है इट्स इट्स द अल्टीमेट लेक्चर अल्टीमेट में हम एक
कलेक्टिव वर्क को समझेंगे पूरी किताब में बहुत फिलोसोफी चीजें हैं ओ मैंने जैसा बोला मैंने द पोक जरा तुसरा के एक लाइन दो
लाइन प एक पैराग्राफ प 5050 मिनट का मैं एक वैसे वर्ड मेरे को दे दो उसके ऊपर दो से तीन घंटे का लेक्चर दे सकता हूं पा
घंटे का भी दे सकता हूं कहते हैं ना लोग आपस है उन लोगों को क्यों नीचा के पीछे पड़ाओ बहुत डेप्थ है फिलॉसफी में बहुत
रिचस है 10000 वीडियोस भी मैं डालूंगा ना तब भी कंप्लीट नहीं होने वाली और इतने हर लेक्चर में लेसंस आएंगे तो इन शॉर्ट ऑल इन
ऑल क्योंकि इतनी डेंस राइटिंग है ना उसको तुम खोलो तो तुम्हें समझ में आएगा ऑल इन ऑल यह कहना था कि मैं क्रिटिसिजम दे रहा
हूं क्रिश्चियनिटी का और बहुत ज्यादा बोल्ड क्रिटिसिजम दिया है यहां पे एकदम डंका बजा दिया क्रिश्चियनिटी के ऊपर
इन्होंने तो वही अल्टीमेट लेक्चर है हम लोग इन किताबों
को अच्छे से विस्तार से समझने की कोशिश करेंगे अभी इतना ही रखते हैं फ एक और उनकी
किताब इसी एरा में 1888 89 में ए के होमो करके इनकी एक सॉलिड किताब ए के होमो इनका एक ऑटोबायोग्राफिकल वर्क था जिसमें य अपनी
क्लेरिटी दे रहे थे वन ऑफ द बेस्ट ऑटोबायोग्राफिकल वर्क्स आउट देयर नीचे का एक ऑटोबायोग्राफिकल वर्क खुद
से इन्होंने लिखा और इन्होंने बात करी अपनी लाइफ के बारे में अपने काम के बारे में एक
रिफ्लेक्शन दि कहीं ना कहीं इनको भनक लग गई थी कि भैया वक्त हमारे पास कम बचा है इस दुनिया
में या जिंदगी में शरीर में बहुत कम वक्त बचा है तो अपने अपने फिलॉसफी वर्क्स के बारे में एक रिफ्लेक्शन देना बहुत जरूरी
है जितनी मैं अभी तक दे सकता था फिलॉसफी मैंने दी इन्होंने अपने को अपने आइडियाज को अपने को
तो नहीं अपने आइडियाज को डिफेंड किया क्रिटिक्स के सामने यह कहा कि भाई मैं एक प्रोवोकेटिव थिंकर हूं मैं तुम्हारे तरह
सेफ प्ले नहीं करता डिफेंस डिफेंस नहीं करता हूं मैं एक अटैक करने वाला प्लेयर हूं मैं एक अटैक करने वाला थिंकर हूं इस
वजह से मेरे थॉट्स चैलेंजिंग लगते हैं क्योंकि मैं कन्वेंशनल विजडम को पुराने जमाने की बुद्धि को चैलेंज करता हूं तो
कोई बात नहीं आपको हमें गली आना है गली आइए लेकिन हमें कोई फर्क खासा फर्क यहां पर पड़ता नहीं है इसमें क्रिटिक ऑफ कल्चर
दिया कलेक्टिवली कि भाई मैं इसलिए क्रिटिसिजम देता हूं इस कल्चर का लोग मुझे गलि आते हैं कि तुम तो भैया हाथ धो के
पीछे बढ़ गए हो कल्चर के इसलिए क्योंकि इसमें हिपोक्रिटस नहीं है फरेब है इल्यूजन है सब कुछ जो जो
शब्द आप शब्द लाना चाहते हैं सब कुछ इसके अंदर भरा पड़ा है तो मैं तारीफ क्या करूं अभी तक तो सब तारीफ ही कर रहे थे कितनी
सोसाइटी बेटर बन गए अभी भी गरीब गरीब होता जा रहा है अमीर अमीर होता जा रहा है उसका तुम कुछ कर नहीं
सकते उन्होने यहां पे फिलोस फिकल अपने जो जो भी फिलोस फिकल इनोवेशन उसको पर और विस्तार से बात करी
रमन पावर अपने जो जो कांसेप्ट आने वाले थे और जो यहां का इनका जो लिटरेरी स्टाइल था वो
यहां पर बरकरार रहा जो कि एफजम यूज करके और एनेड यूज करके कहानियां इस्तेमाल करके इन्होंने पैरेलल ड्रॉ कर करके चीजें
समझाई यह किताब एक फाइनल टेस्टामेंट है जो नीचे की फिलॉसफी और इंटेलेक्चुअल जर्नी दिखाता है इसके बाद इनकी कोई कोई मेजर
वर्क पब्लिश नहीं हुआ कोई मेजर वर्क आया नहीं बल टू पावर आना था वो आया नहीं उनकी बहन ने रिलीज किया लेकिन उनकी बहन की
आइडियो से घुसा हुआ मिला हुआ वो आया तो उसकी कोई वैल्यू है नहीं पर से अपने में कोई इंट्रिसिक वैल्यू नहीं है
उनका फाइनल यहां वर्क था और इसका क्या रेलीवेंस पड़ता है मॉडर्न टाइम में लिटरेरी इन्फ्लुएंस तो है मेंटल क्लेरिटी
कॉन्शसनेस के ऊपर बात जो कॉन्शियस डेप्थ है इस किताब में नीचा ने अपनी पर्सनल स्ट्रगल्स यहां पर डाली और कैसे इन
फिलॉसफी ने जो इन्होंने अभी तक लिखी है क्या इंपैक्ट डाला इनकी लाइफ के ऊपर नीज ने सब कुछ यहां पर
लिखा क्या इनके इनसाइट्स थे कहां से इनके इनसाइट्स आए और किस तरीके से आप ओरम विल टू पावर
जैसे कांसेप्ट को अपने ऊपर इंप्ला कर सकते हैं यह जो किताब थी इस किताब ने एक इनवाइट किया रीडर्स को कि आओ मेरी
फिलॉसफी में इंडल जो हो आओ मेरी फिलॉसफी को समझने की कोशिश करो होमो बहोल्ड द मैन लैटिन में अगर इसका ट्रांसलेशन किया
जाए आओ जानो इस इंसान के बारे में मेरे के बारे में किस तरीके से मैंने अपनी जिंदगी बिताई है मैं तुम्हें
इन्विटेशन देता हूं कि आके मेरी लाइफ में इंडल्स करो मेरी फिलॉसफी के बारे में जानो लोग नहीं जानना
चाहते लेकिन यार तुम तो आ जाओ जो भी पढ़ने वाले लोग हैं हम सबको जितने हम पढ़ रहे हैं मैं पढ़ रहा हूं सबको एक इन्विटेशन
था बाकी प्रोवोकेटिव थॉट और सेल्फ रिफ्लेक्शन जो चैलेंस थे
यहां पे कि भाई खुद से किस तरीके से खुद से बात करके खुद से सवाल निकाल के इंटेलेक्चुअल इंडिपेंडेंस को तुम एक्सेप्ट
कर सकते हो वह कितना जरूरी बन जाता है अपने को उन्होंने वापस से जीसस से कंपेयर किया कि भाई मैं तो जैसे जीसस ने खुद को
प्रेजेंट कर दिया था पब्लिकली कि भाई चलो आओ मुझे समझो लेकिन वह घबराए हुए जीसस कंपैशनेट में कंपैशन में हाथ जोड़ते हुए
यह स्ट्रंग कॉन्फिडेंटली कि यह हूं मैं बहोल्ड द मैन दिस इज द मैन मैन ऑफ द आवर य उन्होने केम में
अपना लबरेट किया फाइनली इनका य आखरी किताब इन्होंने अपना छाप छोड़ा लेसी क्या इनकी लेगे रही और एक कंक्लूजन देते हुए
क्रिटिक ऑ ट्रेडीशन दिया विल टू पावर दिया ओवर मेंच दिया पर्सपेक्टिव जम दिया इन्होंने आर्टिस्टिक इन्फ्लुएंस
दिया फिलोस फिकल इंपैक्ट दिया इन्होंने अमोर फती कांसेप्ट दिया बहुत सारे कांसेप्ट दिए इनका पर्सनल इन्फ्लुएंस इनके
मेंटल हेल्थ स्ट्रगल्स बहुत स्ट्रांग है कि आप मेंटल हेल्थ में भी कैसे अपनी जिंदगी काट सकते हैं मेंटल हेल्थ में भी
कैसे आप ग्रेट वर्क्स ऑफ आर्ट जिसको व आर्टिस्टिक पीस कहते थे आर्ट लिख सकते हैं जनवरी 188 में इनका पूरी तरीके से नीचे क
मेंटल ब्रेकडाउन हो गया हॉस्पिटल में एडमिट हो गए इनको क्लिनिकली इनसेन घोषित कर दिया गया गा इनका तो यहां इलाज नहीं हो
सकता मेंटल अाइल में जो लोग ठीक हो सकते हैं उनका फिर भी हम इलाज करते हैं तो ठीक ही नहीं हो
सकते इनकी मदर फ्रांसिस्का नीचा ने इनका ध्यान रखता जब तक वो जिंदा थी और 18971 में रहने लग गए फाइनल ईयर वामर में
नीचे आर्काइव खोल दी गई ठीक है इनकी बहन ने पैसा कमाने के लिए क्या करने के लिए नीचा बीमार मतलब कुछ बोलते नहीं थे बैठे
रहते थे पुतले के तरह और कुछ वहां से इनका जरा थोड़ा सा फिलॉसफी फेमस होनी शुरू हुई लोग आते थे उनको देखते थे बेचारा बैठा हुआ
है इतना ब्रिलियंट माइंड और वो किताबें डिस्प्ले में लगी है अभी भी है नीचे अकेडमी नीचे आर्काइव जो भी है वो म्यूजियम
की तरह और म्यूजियम पीस्ट उसमें नीचे जैसे न्यूज जो बो जू में आता है ना लोग देखने के लिए जानवरों को वैसे ही आते थे देखते
थे चले जाते थे उनकी बहन एलिजाबेथ ने फाइनली 25 जनवरी 1900 2 जनवरी 1900 में एक स्ट्रोक सो और निमोनिया कॉम्प्लिकेशंस की
वजह से इनका देहात हो जाता है 55 साल की उम्र में और जो काम इन्होंने छोड़ा व आज हम जैसे
लोग बता रहे हैं कितना इंटरेस्टिंग है अगर देखो उस टाइम पर व फिलोसोफर वो चीजें
एजिस्ट करती व दुनिया एजिस्ट करते वो जगह एजिस्ट करते लेकिन वो लोग और इंसान एजिस्ट नहीं करते उनके आइडियाज एजिस्ट कर जाते
उनकी किताबों में जो जो हमने पढ़ा वो 19वी शताब्दी में लिखा हुआ है 19 सेंचुरी में लिखा हुआ है एंड वी आर प्रिविलेज नफ टू
स्टडी ट री यर तो यह था लेक्चर द अल्टीमेट लेक्चर ऑन फीडर विलम
नीचा अभी के लिए तो यह अल्टीमेट लेक्चर रहेगा अभी कुछ और किसी पर्टिकुलर टॉपिक प देना होगा तो देंगे बट दिस वास माय
फाइनल एन अल्टीमेट लेक्चर ऑन फ्रेडरिक नीचा इसके बाद मैं कोई ऐसा लंबा नीचा के ऊपर लेक्चर नहीं करूंगा उनके पर्टिकुलर
किसी टॉपिक पर कर सकता हूं लेकिन नीचे के ऊपर ऐसा कोई लेक्चर मोस्ट प्रोबेबली नहीं आएगा कंसीडर दिस गिफ्ट फ्रॉम माय एंड
मेहनत लगती है ओबवियसली बहुत ज्यादा मेहनत लगती है उसके लिए अगर आप देना चाहे तो दे सकते हैं जो
देना चाहे मैं किसी को फोर्स नहीं करता हूं कभी कभी किसी को फोर्स नहीं कि ना करता हूं कि मुझे लाइक दो जो लोग
रिस्पेक्ट करते हैं अप्रिशिएट करते हैं मुझे मेरे कंटेंट को फिलॉसफी को वही करें डिस्क्रिप्शन चेक करते रहना चीजें
चेक करते रहना तब तक के लिए मिलते हैं किसी अगले लेक्चर में है ना भैया चलो कट लो
Heads up!
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