Introduction
In this article, we delve into the multifaceted world of minerals and energy resources, which play an essential role in our lives. As students of geography and geology, understanding these concepts is vital for grasping how natural resources contribute to development, construction, and maintaining health and hygiene. This comprehensive guide is designed to elucidate the complexities surrounding minerals and energy resources, providing clarity on their definitions, classifications, occurrences, and significance.
Understanding Minerals
Minerals are defined as homogeneous natural substances with a definitive internal structure. They are the building blocks of rocks and are crucial for various daily applications, from the toothpaste we use to the construction materials for our homes.
What Are Minerals?
- Homogeneous Structure: Each mineral possesses a uniform internal structure.
- Natural Occurrence: Minerals are found naturally in the environment, often in ore forms.
- Essential Component of Life: Vital for bodily functions, minerals like calcium and iron are necessary for health.
Classification of Minerals
Minerals can be broadly categorized into:
- Metallic Minerals: Include ferrous minerals like iron and manganese.
- Non-Ferrous Minerals: Such as copper and aluminum.
- Non-Metallic Minerals: For example, mica and limestone.
Mineral Formation and Occurrence
Minerals form through various geological processes governed by physical and chemical conditions within the earth. Understanding their occurrences will help us identify where minerals can be found globally.
Modes of Occurrence
- Veins and Lodes: Often found in hard rock deposits.
- Beds and Layers: Like coal and gypsum, usually found in sedimentary environments.
- Residual Mass of Weathered Material: Such as bauxite, formed from weathering processes.
- Alluvial Deposits: Minerals transported by water and deposited in river valleys.
- Ocean Waters: Source of many minerals, including salts and magnesium.
Importance of Minerals
- Industrial Development: Minerals are fundamental for the growth of the industrial sector.
- Sustainable Practices: They play a crucial role in sustainable development, influencing economic growth and environmental management.
Introduction to Energy Resources
Energy resources are critical for modern human life, affecting everything from transportation to daily activities. They can be classified into conventional and non-conventional sources.
Conventional Energy Resources
- Fossil Fuels: Includes coal, petroleum, and natural gas, known to be significant energy sources but non-renewable.
- Electricity Production: Generated through coal burning and hydropower.
Non-Conventional Energy Resources
- Solar Energy: Harnessed from sunlight, increasingly popular in rural areas for its renewability.
- Wind Energy: Generated from wind currents using turbines, promoting environmental sustainability.
- Biogas: Created from agricultural and human waste, offering dual benefits by providing energy and fertilizers.
- Tidal Energy: Utilizes the rise and fall of ocean tides for energy production.
- Geothermal Energy: Harnessed from the Earth's internal heat.
Conservation of Minerals and Energy Resources
The rationale behind conserving minerals and energy resources stems from their finite availability and the impact of intensified consumption due to rapid industrialization.
Strategies for Conservation
- Sustainable Practices: Employ technologies that minimize waste during extraction.
- Recycling: Recycle metals to lessen the demand for new material extraction.
- Usage of Alternatives: Choose renewable energy sources whenever possible.
- Education: Awareness of resource conservation through academic initiatives and public outreach.
- Policy Implementation: Governments should establish regulations promoting sustainable resource utilization.
Conclusion
Minerals and energy resources are intertwined with the fabric of economic development and human existence. Each classification of minerals serves specific functions, while energy resources are foundational for sustainability. Understanding their significance, modes of occurrence, and conservation strategies is crucial for future generations as we navigate the complex interplay between resource utilization and environmental preservation. Together, through thoughtful education and conservation efforts, we can ensure that these vital resources are responsibly managed for years to come.
हेलो एवरीबॉडी रही बात मैप वर्क की तो मैप वर्क का भी मैं आपको सलूशन दूंगा फाइन शुरू करते हैं
कहानी यह जो वीडियो होगा इस वीडियो में इस चैप्टर की सारी समस्याएं समाप्त हो जाएगी हियर वी गो सबसे पहली चीज क्या है मिनरल्स
एंड एनर्जी रिसोर्सेस चैप्टर को दो पार्ट में बांट दिया जाए मिनरल्स वाला पार्ट एक रहेगा एनर्जी रिसोर्सेस वाला पार्ट दूसरा
रहेगा अभी तक हमने जो ज्योग्राफी में चैप्टर्स पढ़े ना चैप्टर वन अ रिसोर्स रिसोर्स एंड डेवलपमेंट वाली बात ठीक है
चैप्टर टू में हमने फॉरेस्ट एंड वाइल्ड लाइफ को एज अ रिसोर्स देखा चैप्टर थ्री में वाटर को एज अ रिसोर्स देखा चैप्टर फोर
में एग्रीकल्चरल रिसोर्सेस को देखा अब हम आ गए मिनरल्स पे फाइन तो मिनरल्स एंड एनर्जी रिसोर्सेस क्या है देखो द नेम इट
सेल्फ इज एक्सप्लेनिंग कि हमारी एनर्जी नीड्स को और उसके अलावा भी जो हमारी दूसरी नीड्स हैं अ डेवलपमेंट से जुड़ी हुई
कंस्ट्रक्शन से जुड़ी हुई सब कुछ मिनरल्स और एनर्जी रिसोर्सेस से ही पूरी होती है फाइन तो व्हाट आर मिनरल्स मिनरल्स क्या है
मिनरल्स हर एक चीज हम खुद अपने आप में एक मिनरल है अब आप सोच रहे होंगे हां सर मम्मी बोलती है तो तू क्या बोल सकते हैं
नंग हम हमारा ठीक है तो मुझ नग कहा जाता है तुम्हें तो उसका मतलब ये नहीं कि तुम भी मिनरल वैसे हो हमारी बॉडी के अंदर बहुत
सारा मिनरल कंपोजीशन है ठीक है आयरन है हमारी बॉडी के अंदर और भी दूसरे दूसरे कैल्शियम है ये सारे मिनरल्स पाए जाते हैं
बहुत कम क्वांटिटी में लेकिन पाए जाते हैं तो जैसे अगर आप देखोगे तो मिनरल्स आर इंडिस्पेंसबल पार्ट ऑफ आवर लाइफ पिन से
लगा के बड़े से जहाज तक हर चीज इन्हीं चीजों के इर्दगिर्द बनी हुई है ठीक है इस सेंस में हम चारों तरफ से मिनरल से
सराउंडेड है फाइन टूथपेस्ट में मिनरल से लगा के घर बनाने तक में सब कुछ मिनरल्स कहीं ना कहीं इस्तेमाल हो रहे हैं अगर
डेफिनेशन के हिसाब से जाए तो मिनरल्स क्या है होमोजीनस नेचरली अरिंग सब्सटेंस विथ अ डिफाइनेबल इंटरनल स्ट्रक्चर ठीक है
होमोजीनस नेचरली अरिंग सब्सटेंस मतलब क्या है कि जैसे आयरन है तो वो आयरन है वो होमोजीनस ली आयरन है ठीक है नेचुरली अरिंग
सब्सटेंसस जो नेचुरली एनवायरमेंट में पाए जा रहे हैं जिनका इंटरनल स्ट्रक्चर आप डिफाइन कर सकते कि क्या एटम मॉलिक्यूल
क्या है वो केमिस्ट्री वाली चीज हो गई ठीक है तो ये मिनरल्स की डेफिनेशन हो गई आपको एग्जाम में ये लिख के आना है व्हाट आर
मिनरल्स तो मिनरल्स आर होमोज होमोजीनस नेचुरली अरिंग सब्सटेंस विथ अ डिफाइनेबल इंटरनल स्ट्रक्चर ठीक है डिफाइनेबल इंटरनल
स्ट्रक्चर अ व्हिच वेरीज इन साइज अ कलर टेक्सचर वो सारी चीजें वैरी करती है बट ये आपको एक बेसिक मिनरल की डेफिनेशन समझ में
आई ठीक है कि प्रकृति में पाए जाने वाले होमोजीनस मतलब एक जैसा उसका का स्ट्रक्चर रहेगा अंदर से ठीक है नेचुरली अरिंग होते
हैं उनका इंटरनल स्ट्रक्चर डिफाइनेबल होता है आप बता सकते हो कि कैसे मॉलिक्यूल क्या उसका स्ट्रक्चर वगैरह ये सब कुछ ठीक है अब
आगे बढ़े तो मिनरल्स जो है ना तो वो रॉक में पाए जाते हैं इसलिए हम रॉक मिनरल्स भी कहते हैं बहुत सारे मिनरल्स को कैसे रॉक
में पाए जाते हैं तो ओर के फॉर्म में हमें मिनरल्स देखने को मिलते हैं तो मिनरल्स आर कॉमिनेशन ऑफ होमोजीनस सब्सटेंसस मतलब
रॉक्स आर कॉमिनेशन ऑफ होमोजीनस सब्सटेंस कॉल्ड मिनरल्स एक मिट्टी है उस मिट्टी के अंदर आप डर्ट
हटा दो डस्ट हटा दो सारी चीजें हटाने के बाद में आपको एक स्ट्रक्चर एक एक एक डिफाइनेबल स्ट्रक्चर मिलेगा जैसे फॉर
एग्जांपल सोने की बात करें तो सोना जब गोल्ड माइंस में एक्सट्रैक्ट किया जाता है तो एक डिफाइनेबल स्ट्रक्चर मिलता है उसको
प्रोसेस किया जाता है सारी चीजें और उस मिट्टी को डर्ट डस्ट को हटाने के बाद में आपको गोल्ड मिल रहा है तो गोल्ड एक
होमोजीनस क्या हो गया नेचुरली अरंग सब्सटेंस है जिसका अपने आप में एक स्ट्रक्चर है वो आपको रॉक के साथ में मिल
रहा है ठीक है तो रॉक मिनरल्स क्यों क्योंकि रॉक्स आर कॉमिनेशन रॉक के अंदर आपको क्या देखने को मिलता है बहुत सारे
होमोजीनस सब्सटेंसस हैं उसके अंदर डर्ट डस्ट दूसरे चार प्रकार के मिनरल एक साथ पाए जाते हैं ठीक है और एक रॉक पीस के
अंदर एक या एक से ज्यादा मिनरल भी हो सकते हैं ठीक है तो इस तरह से क्या होता है कि रॉक्स आर बीइंग प्रोसेस्ड ठीक है रॉक्स आर
बींग प्रोसेस्ड माइनिंग होती है तो मिट्टी हटती है और उसके अंदर से मिनरल्स निकलते हैं अब ये जो रॉक मिनरल्स है तो इनका
फॉर्मेशन जो है ना तो अलग-अलग फैक्टर्स पर डिपेंड करता है फिजिकल और केमिकल कंडीशंस अलग-अलग रहती है कोई ज्यादा टप र में बन
रहा है कोई कम टेंपरेचर में बन रहा है कहीं प्रेशर ज्यादा है कहीं प्रेशर कम है लेकिन आपको यह समझना होगा कि मिनरल्स क्या
है मिनरल्स आपको ओर के फॉर्म में देखने को मिलते हैं ठीक है ओर कहीं लिखा नहीं है तो आपको ध्यान रखना है ये जो रॉक रहती है च
कंटेंस डर्ट डस्ट एंड मिनरल तो ये ओर के फॉर्म में ठीक है ये ओर के फॉर्म में मिलता है और ओर को प्रोसेस करके मिनरल
निकाला जाता है अब यहां पे दो शब्द आते हैं इस चैप्टर में ध्यान रखना एक आता है ज्योग्राफर्स और दूसरा आता है
जियोलॉजिस्ट्स तो जियोग्राफी जििंक है तो ज्योग्राफर वो है जो अर्थ को स्टडी कर रहा है ठीक है तो दे स्टडी मिनरल एज अ पार्ट
ऑफ अर्थ क्रस्ट पूरे अर्थ को पढ़ रहे हैं और उस पूरे अर्थ को पढ़ते समय आप मिनरल पढ़ ले रहे हैं ठीक है तो आप ज्योग्राफी
सब्जेक्ट में मिनरल्स एंड एनर्जी रिसोर्सेस चैप्टर जब पढ़ेंगे ना तो आप हर एक मिनरल का एकदम बेसिक कंपोजिशन
केमिस्ट्री की तरह नहीं पढ़ोगे है ना आप सुपरफिशियली समझोगे कि कौन से मिनरल कहां पाए जाते हैं किस मिनरल की क्या-क्या
पढ़ता है ठीक है ही और शी स्टडीज मिनरल अबोव द अर्थ वो अर्थ के ऊपर मिनरल को पढ़ र कि कहां क्या पाया जा रहा है वहीं पे
जियोलॉजिस्ट जो होता है ना तो जियोलॉजिस्ट स्टडी फॉर्मेशन ऑफ मिनरल्स देयर एज फिजिकल एंड केमिकल कंपोजीशन तो एक जो जियोलॉजिस्ट
होता है तो जियोग्राफी में स्पेसिफिकली मिनरल्स को ही पढ़ता है मिनरल्स का कंपोजीशन उनका स्ट्रक्चर कहां पे पाए जा
रहे हैं कैसे क्या ये वो तो वो इनसाइड द अर्थ जाके मतलब ऐसा नहीं कि जमीन के अंदर घुस गए मतलब बिलो द अर्थ मिनरल का
कंपोजीशन और वो डिटेलिंग पढ़ते हैं ठीक है तो जियोलॉजिस्ट थोड़ा सा कैसे स्पेसिफिक हो जाएगा अगर आप केमिस्ट्री के
पर्सपेक्टिव से मिनरल्स को हर कुछ समझ रहे हैं सारा सब कुछ वो जियोलॉजिस्ट कहलाएगा और एक ज्योग्राफर जो सुपरफिशियली मिनरल्स
को एज ए पार्ट ऑफ अर्थ कस्ट पढ़ते हैं ठीक है आगे बढ़े अगर तो अब देखो क्या है हमने क्या पढ़ा मिनरल्स क्या है होमोजीनस
होमोजीनस अरिंग होमोजीनस नेचुरली अरिंग सेंसेस जिनका एक डिफाइनेबल इंटरनल स्ट्रक्चर है जो कि अलग-अलग कंडीशंस
फिजिकल और एनवायरमेंटल कंडीशंस में बनते हैं अलग-अलग फिजिकल और एनवायरमेंटल कंडीशंस में फॉर्म होते हैं और उस हिसाब
से जैसे अगर आप देखोगे तो मिनरल्स जो है तो अलग अलग-अलग स्ट्रक्चर है अलग-अलग टाइप है अलग-अलग टेक्सचर है अलग-अलग कलर है ठीक
है तो उनका मोड ऑफ अ करेंस भी अलग-अलग हो सकता है मतलब वो कैसे पाए जाते हैं जैसे अब आपके दोस्त है तो एक दोस्त के घर जब आप
जाते तो वो सोया हुआ पाया जाता है तो मोड ऑफ अरेंस उसका है स्लीपिंग द दूसरा दोस्त है आप उसके घर जाते हो तो वो आपको हमेशा
गेम खेलते हुए दिखता है तो उसका मोड ऑफ अरेंस है प्लेइंग गेम समझ में आया तो केस क्या हो रहा है केस यहां पे भी हो रहा है
कि मिनरल्स जब इतने वेरी करते हैं ठीक है वरी करते हैं अलग-अलग मतलब उनका टेक्सचर अलग है कलर अलग है सब कुछ है तो जो जिस
तरह से प्रकृति में पाए जाते हैं ना तो उनका मोड ऑफ अरेंस भी अलग-अलग होता है मिनरल्स का ठीक है और ये आपका बन रहा है
सवाल लगाओ जरा इसको टकी बिंदी चंदन इंपोर्टेंट क्वेश्चन कैसे कि इस चैप्टर में जैसे अगर आप देखोगे ना थ्योरी पार्ट
कम है रिलेटिवली क्या है फैक्ट्स फैक्ट्स फैक्ट्स मैप पे आएगा ऑब्जेक्टिव में आ जाएगा थ्योरी पे क्या क्वेश्चन बन सकता है
तो वो लिमिटेड एरिया है थ्योरी पे क्या क्वेश्चन बन सकता है वो लिमिटेड एरिया है तो उस लिमिटेड एरिया में अगर हम दाव लगाएं
एक तो दाव हम ये लगा सकते हैं यहां पे कि मोड ऑफ अरेंस पूछ लिया अगर आपसे तो मोड ऑफ अरेंस में क्या लिखोगे तो मिनरल्स आर
फाउंड इन ओर्स ठीक है मिनरल्स मिक्स्ड विद अदर एलिमेंट्स वही मिट्टी कचरा ये सब कुछ ओर्स को प्रोसेस करके मिनरल निकाल लेते
हैं और वो ओर के फॉर्म में अलग-अलग फॉर्म में अलग-अलग क्या कह सकते हैं मोड ऑफ अरेंस में मिलेंगे आपको जैसे सबसे पहले
आता है वेनस एंड लोडस ठीक है जैसे टिन कॉपर जिंक वेनस एंड लोडस क्या हो रहा है मैं आपको एक एक से सब समझाते चल रहा हूं
अर्थ के स्लैब में ऐसे वेनस और लोडस के फॉर्म में वेनस हो गए और ये थोड़ा भारी बकम जब हिस्सा रहेगा ठीक है ऐसा
अ पूरा स्ट्रक्चर जो है ना स्ट्रक्चर जो है तो बेड के फॉर्म में ऐसा मिनरल्स का मिलेगा कि आपको जैसे वेंस और लड्स के
फॉर्म में है तो आपको पूरा का पूरा अर्थ डग आउट करना पड़ेगा लेकिन वेंस और लोड से हट के अगर बेडस एंड लेयर्स के
कंटेक्सचर्स विल बी सिचुएटेड डीप डाउन इन डीप डाउन इन स्ट्रेटा ठीक है स्ट्रेटा में ऐसी लेयर्स बना के आपको देखने को मिलेंगे
बेड्डी रैट होल माइनिंग कह लो या फिर क्या कह लो शाफ्ट माइनिंग वो शाफ्ट माइनिंग के थ्रू निकाल के लाते हैं तो दूसरा मोड ऑफ अ
करेंस है बेडस एंड लेयर्स के फॉर्म में जैसे कोल हो गया जिप्सम हो गया ये ऐसे में पाए जाते हैं तीसरा है रेसिड मास ऑफ
वेदर्ड मटेरियल कंफ्यूज मत होना अच्छे से समझना इसमें कंफ्यूजन होता है रेसिड मास ऑफ वेदर्ड मटेरियल तो बॉक्साइट एग्जांपल
है बॉक्साइट से एलुमिनियम मतलब बॉक्साइट से एलुमिना निकलता है एलुमिना से एलुमिनियम निकलता है अब यह बॉक्साइड जो है
तो रेसिड मास ऑफ वेदर्ड मटेरियल के फॉर्म में मिलता है स्ल मास ऑफ वेदर्ड मटेरियल क्या होता है कि जैसे ये मिट्टी में ये
लाल लाल कलर में आपको बॉक्साइड दिख रहा है ठीक है लाल लाल कलर में आपको बॉक्साइट दिख रहा है अब बारिश हुई बारिश हुई तो बारिश
के कारण क्या होता है वेदरिंग होती है ना वेदरिंग यानी कि जमीन जो है तो वो यर एंड टियर होगा जमीन टूटेगी फटेगी सारी चीजें
तो बारिश हुई बारिश में वेदरिंग हुई वेदरिंग के कारण क्या हो गया कि सब बह के चले गया क्या बह के चले गया तो वेदरिंग के
कारण जैसे अगर आप देखोगे तो मिट्टी मिट्टी सब बह गई मिट्टी मिट्टी के बह जाने के बाद में क्या है मिट्टी के बह जाने के बाद में
आपको ये क्योंकि ये तो बॉक्साइट है मेटल है इसके अंदर ठीक है ठोस है ये थोड़ी ना बह के जाएगा तो ये रेसिड मास बचा है रेसिड
मास मतलब कि जो बचा हुआ हिस्सा होता है बचे हुए अवशेष को रेसिड्यू कहते हैं हम तो रेसिड मास ऑफ वेदर्ड मटेरियल मतलब क्या है
कि वेदरिंग के बाद में सरफेस से जो मिट्टी से हवा मतलब बारिश से हवा से जो मिट्टी बह गई उड़ गई उसके बाद में जो उसके अंदर ठोस
तत्व था जो कह सकते हैं ना कि जो सॉलिड सब्सटेंस था जो कि मिनरल के फॉर्म में था वो वही रह गया उस उसको हम एक्सट्रैक्ट कर
लेंगे माइन कर लेंगे ठीक है उठा लेंगे तो ये रेसिड मास ऑफ वेदर्ड मटेरियल तो इस तरह से भी मिनरल्स पाए जाते हैं मिनरल्स वेंस
और रोड्स के फॉर्म में मिलेंगे बेड्डी मास ऑफ वेदर्ड मटेरियल के फॉर्म में मिलेंगे चौथा एलबम डिपॉजिट एलबम
डिपॉजिट जैसे गोल्ड सिल्वर टिन एग्जांपल है हां जैसे अब क्या हो रहा है वैली एरियाज में जैसे आप देखोगे इसी कारण से
एलवेल डिपॉजिट्स को प्लेसर डिपॉजिट्स भी कहा जाता है फैक्ट्स बताते चल रहा हूं ध्यान रखना जैसे क्या हो रहा है कि एक
रिवर बहते हुए जा रही है ठीक है ये रिवर बहते हुए जा रही है ठीक है रिवर बहते हुए जा रही है रिवर बहते हुए जा रही रिवर बहते
हुए जा रही है अब ये रिवर के बह के जाने से क्या होता है कि यहां पे जैसे अगर आप देखेंगे कुछ-कुछ रेसिड मास रह जाता है ठीक
है कुछ-कुछ रेसिड मास मतलब क्या है मतलब रेसिड मास कह लो उसको लेकिन उसका फॉर्म जो रहेगा वो एलिवेल डिपॉजिट्स के फॉर्म में
रहेगा ठीक है कि नदी का पानी आ रहा है नदी का पानी बह के निकल गया और ऊपर से जो सेडिमेंट्स वगैरह आए थे तो नदी का पानी
मिट्टी डस्ट पार्टिकल्स को तो अपने साथ बहा के ले गया लेकिन ऊपर से जो सारे पार्टिकल्स बह के आए थे या फिर ऊपर से
सारे पार्टिकल जो ग्रेविटी के कारण आए थे तो उसमें जो मैटेलिक या फिर नॉनमेटेलिक भी जो मिनरल पार्ट रहेगा वो मिनरल पार्ट इस
तरह से वैलीज में मिल जाएगा आपको वैलीज में मिल जाएगा एलवेल के साथ डिपॉजिट हो जाएगा ठीक है तो उसे हम इसीलिए क्या कहते
हैं इट इज बींग प्लेज ओवर देयर वो बह के आया और वहां प्लेस हो गया वैली एरिया से उसको फिर एक्सट्रैक्ट कर लिया जाता है तो
उसको प्लेसर डिपॉजिट भी कहा जाता है एलवेल डिपॉजिट भी कहा जाता है समझ गए तो समझने वाली चीज इसमें इस चैप्टर में यही है कि
वेंस एंड लड्स के फॉर्म में बेडस एंड लेयर्स के फॉर्म में रेसिड मास ऑफ वेदर्ड मटेरियल के फॉर्म में एलवेल डिपॉजिट्स के
फॉर्म में और पांचवा है ओशियन वाटर्स के फॉर्म में ठीक है ओशियन वाटर पता है दुनिया का सबसे ज्यादा वेल्थ मुझे ऐसा
लगता है ओशियस के अंदर है आप बोलोगे हां सर सोने की लंका है सोने की लंका है उसके अलावा भी क्यों क्योंकि आप देखो ना कितना
दुनिया भर का सारा जो भी नदी के रास्ते नालों के रास्ते बह के जाएगा वो समुद्र में डिपॉजिट होना है और आज से कल से नहीं
लाखों सालों से समुद्र में डिपॉजिट हो रहा है ठीक है तो समुद्र के ओशियन बेडस जो है वहां पे बहुत सारे मिनरल से पेट्रोल वगैरह
तो है ही उसके अलावा जैसे सॉल्ट वाटर मतलब सी वाटर में सॉल्ट मिल जाएगा मैग्नीशियम मिल जाएगा ब्रोमाइन मिल जाएगा तो ये सारे
मिल रहे हैं तो इंडिया में कहां-कहां मिल रहे हैं इंडिया के कंटेक्सकंपैट तो र ही गया हमारा कि
मिनरल्स जो है तो इस इन मोड ऑफ अरेंस में आपको मिनरल्स मिलेंगे मिनरल्स का क्लासिफिकेशन ऐसा हो सकता है कि एक
मैटेलिक और एक नॉनमेटेलिक और एक एनर्जी मिनरल्स एनर्जी तो हम चैप्टर के सेकंड पार्ट में पढ़ेंगे ही मिनरल्स में मैटेलिक
होते हैं नॉनमेटेलिक मैटेलिक वो जिसमें टन से आवाज आती है नॉनमेटेलिक वो जिसमें आवाज नहीं आती है मतलब ऐसा मत लिख देना कि टन
से आवाज आती है मैटेलिक मतलब जिसके अंदर क्या रहती है स्ट्रेंथ रहती है जिसके अंदर आयरन वाले मेटल भी हो सकते हैं जिसके अंदर
नॉन आयरन वाले मतलब नॉन फेरस भी हो सकते हैं ठीक है और कुछ मेटल मतलब ऐसे भी होते हैं जो जैसे गोल्ड वो मेटल है ठोस है
घनत्व ज्यादा है ठीक है ठोस होने के साथ-साथ में क्या है जैसे कुछ मैटेलिक मिनरल्स की ये प्रॉपर्टी होती है कि वो
हीट ट्रांसफर करते हैं इलेक्ट्रिसिटी ट्रांसफर करते हैं ठीक है तो मैटेलिक मिनरल में फेरस नॉन फेरस और प्रेशियस
मिनरल्स आते हैं नॉनमेटेलिक में जैसे माइका हो गया सॉल्ट हो गया पोटैशियम नेचुरल गैस जो हम चैप्टर में
सबसीक्वेंटली पढ़ेंगे तो एक चार्ट था बस वो बता दिया अब पॉइंट यह आता है कि मिनरल्स पाए कहां जाते हैं देखो तो कंट्री
के अंदर आप जसे देखोगे तो पेनिंस सुला र रॉक जो है कंट्री का यह पेनिंस सुला रीजन जो है यहां पे सबसे ज़्यादा मिनरल्स पाए
जाते हैं कोल मैटेलिक मिनरल माइका एंड मेनी अदर नॉनमेटेलिक मिनरल्स आर फाउंड इन दिस पेनिंस सुला प्लेटो ओल्डेस्ट लैंड मास
ओल्डेस्ट सबसे पुराना लैंड मास यह है हमारा इस कारण से क्या है कि ओवर द पीरियड ऑफ़ टाइम मिनरल्स का डिपोजिशन बहुत ज्यादा
है वोल्कानिक इरप्शन से बना है और ठीक है फिर आता है ईस्ट एंड वेस्ट पेनिंस सुला ठीक है तो यह पेनिंस सुला का रॉक वाला
एरिया आ गया प्लाटू वाला अब ईस्ट एंड वेस्ट पेनिनसुला बात करें तो ये वेस्टर्न घाट और ईस्टर्न घाट तो यहां आपको क्या
मिलेगा पेट्रोलियम मिल जाएंगे ठीक है पेट्रोलियम मिल जाएगा राजस्थान जो है तो राजस्थान में आपको कॉपर हो गया ठीक है
कॉपर के बाद में और क्या हो जाएगा जैसे माइका वगैरह भी हो गया ये वाला मिनरल जो है तो ये आपको राजस्थान में मिल जाएगा ठीक
है लाइम स्टोन वगैरह हो गया ठीक राजस्थान में हो गया फिर नॉर्थ इंडिया वाला जो पार्ट है तो नॉर्थ इंडिया में एच को एच
कोई कमर्शियली वायबल मिनरल नहीं मिलेगा क्यों दिस इज डिवाइड ऑफ इकोनॉमिक मिनरल्स क्योंकि नॉर्थ इंडिया पूरा का पूरा क्या
है वो एलवेल डिपॉजिट से बना हुआ है वहां पे बाढ़ आती है बार-बार वहां पे सैंड सिल्ट ज्यादा है न्यूली फॉर्म्ड है व्हेन
कंपेयर्ड तो ये डिस्ट्रीब्यूशन ऑफ मिनरल्स क्वेश्चन की पॉसिबिलिटी 50 पर लेकिन आपको पता होना चाहिए कि कंट्री में मिनरल का
डिस्ट्रीब्यूशन किस तरह से है ठीक है और अब उस हिसाब से अगर हम आगे बढ़े तो मिनरल्स को हमने क्लासिफाई किया फेरस नॉन
फेरस मतलब मैटेलिक नॉनमेटेलिक तो सारे मिनरल्स एक-एक करके समझते चलेंगे ठीक है थ्योरी वाला पार्ट यहां पे चैप्टर में
इतना था ये मिनरल्स क्या है मोड ऑफ अरेंस क्या है डिस्ट्रीब्यूशन क्या है अब फैक्ट्स वाली चीजें हैं फैक्ट्स है लेकिन
रिलेट करके पढ़ेंगे ठीक है फैक्ट्स है लेकिन रिलेट करके पढ़ेंगे तो जैसे क्या हो रहा है 3/4 ऑफ द टोटल मेटलिक मिनरल्स बेस
लेकिन आयरन नहीं है तो कॉपर हो गया एलुमिनियम हो गया दूसरे मिनरल सिर्फ एक चौथा ही हिस्सा है बाकी अधिकतर मिनरल्स
फेरस है जिनके अंदर मेटल होता है ठीक है और फेरस है जिनके मतलब अधिकतर मेटल्स वो है जिनके अंदर फेरस होता है यानी आयरन
होता है अब अगर जैसे आप देखोगे ना तो ये आयरन वाले मिनरल्स दे फॉर्म द बेस फॉर मेट्रोलॉजिकल इंडस्ट्री
गया और मैंगनीज हो गया जो अभी पढ़ेंगे हम ठीक है तो ये दो मिनरल्स आ रहे हैं तो अब आयरन ओर की अगर बात करें तो आयर आयरन र को
क्या कंसीडर किया जाता है बैकबोन ऑफ इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कि अगर इंडस्ट्रीज को ग्रो करना है तो आयरन तो लगेगा ही
लगेगा आयरन में दो टाइप आते हैं एक आता है मैग्नेटाइट जिसमें 70 पर आयरन कंटेंट है बाकी फिर इंप्योरिटीज कह सकते हो आप ठीक
है और एक आता है मतलब अब मैग्नेटाइट में क्योंकि 70 पर आयरन कंटेंट है तो उसकी मैग्नेटिक क्वालिटीज भी बहुत एक्सीलेंट
रहेगी बहुत अच्छा रहेगा ठीक है दूसरा आता है हेमेटाइट जिसमें 50 से 60 पर कंटेंट होता है किसका जिसमें 50 से 60 पर कंटेंट
होता है आयरन का तो ये अ मैग्नेटिक क्वालिटीज उतनी एक्सीलेंट नहीं रहेगी लेकिन इंडस्ट्रियल आयरन की तरह इस्तेमाल
किया जाता है सर सस्ता माल सस्ता माल नहीं है केस क्या है ना कि हेमेटाइट जो है तो हेमेटाइट के साथ में इंडस्ट्रियल यूज बहुत
ज्यादा एसोसिएटेड है और उतना एक्सपेंसिव नहीं होगा क्योंकि मैग्नेटाइट बहुत ज्यादा एक्सपेंसिव भी होगा और उतने इंडस्ट्रियल
यूज एसोसिएटेड नहीं है समझ में आया तो ये आपका आयरन ओर हो गया आयरन ओर में क्या ध्यान रखना है टू टाइप्स ऑफ आयरन और
मैग्नेटाइट और हेमेटाइट ठीक है आगे बढ़ते हैं मैंगनीज आता है तो मैंगनीज जो है मैंगनीज भी एक फेरस मिनरल है जिसके अंदर
आयरन कंटेंट है फाइन तो यूज्ड फॉर मेकिंग स्टील स्टील जब बनाया जाता है तो आयरन और और मैंगनीज और लाइमस्टोन इन तीनों चीजों
को भट्टों में डाल दिया जाता है ठीक है तो स्मेल्टिंग प्रोसेस कहलाती है वह जो हम पढ़ेंगे कहां पे चैप्टर जो आपका
मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्रीज है उसमें ठीक है तो जैसे अगर आप देखोगे मैंगनीज की अगर बात की जाए तो मैंगनीज इज़ यूज्ड फॉर
मेकिंग स्टील फेरोमैंगनीज एलॉयज ठीक है स्टील बनाने के लिए या फिर फेरोमैंगनीज एलॉयज जिसके अंदर आयरन कंटेंट की जरूरत
होती है तो वह बनाने के लिए मैंगनीज का इस्तेमाल किया जाता है ठीक है यूज्ड इन मैन्युफैक्चरिंग ब्लीचिंग पाउडर
इंसेक्टिसाइड एंड पेंट्स तो ब्लीचिंग पाउडर पाउडर इंसेक्टिसाइड पेंट्स इन सारे प्रोडक्ट्स को बनाने में भी मैंगनीज का
इस्तेमाल होता है फैक्ट्स है ध्यान रखते चलना ठीक है अब अगर हम एक फैक्ट देखें तो 201819 में ऑलमोस्ट एंटायस ऑफ आयरन ओर
मतलब 97 पर ऑफ हमारी कंट्री का आयरन ओर 201819 की डेटा के हिसाब से अगर देखोगे ना तो उड़ीसा छत्तीसगढ़ कर्नाटका झारखंड चार
स्टेट से आता है रेस्ट 3 पर फ्रॉम अदर स्टेट्स तो आपको इतना सुनते से समझ में आ गया होगा कि कंट्री का मेजर आयरन ओर कहां
कंसंट्रेटेड है उड़ीसा छत्तीसगढ़ कर्नाटका और झारखंड ठीक है और यही आपको यहां पे देखना है मेजर आयरन ओर बेल्ट्स में ठीक है
तो जैसे ये हो गया आपका झारखंड ये हो गया आपका उड़ीसा ठीक है झारखंड उड़ीसा ये हो गया छत्तीसगढ़ और ये हो गया आपका कर्नाटक
ठीक है कर्नाटक यहां है ये रहा कर्नाटक ठीक है ये छत्तीसगढ़ हो गया और ये कर्नाटक हो गया तो देखो ये तीन स्टेट और ये चौथा
स्टेट मतलब ये एक स्टेट ये दो स्टेट ये तीन और ये चौथा स्टेट इतनी जगह में अपना 997 पर आयरन कंटेंट है अब यहां पे
अगेन देखो एक और थ्योरी वाला पार्ट है बेल्ट्स का बताया गया है ये बेल्ट्स पे डायरेक्ट क्वेश्चन मैंने कम देखे एग्जाम
में लेकिन फिर भी पढ़ेंगे तो सब कुछ अब ठीक है तो मेजर आयरन और बेल्ट्स इन इंडिया की अगर बात करें तो कहां-कहां पाया जाता
है यहीं से शुरू करते हैं सबसे पहले ठीक है तो पहला बेल्ट है ओड़ी सा झारखंड बेल्ट उड़ीसा झारखंड बेल्ट में क्या हो रहा है
तो उड़ीसा झारखंड बेल्ट में जैसे अगर आप देखेंगे तो ये उड़ीसा और झारखंड के बीच में जो बेल्ट है जिसमें गोवा नोआमुंडी ठीक
है मयूरभंज ये सारी माइंस आ रही है तो यहां पे हेमेटाइट आयरन और पाया जाता है इन बादाम पहाड़ गोवा नवा मुंडी ठीक है ये
ओडिसा के डिस्ट्रिक्ट्स हो गए फिर जैसे देखोगे अ मतलब बादाम पहाड़ जैसे ओड़ी सा का हो गया गोवा गोवा गोवा वाला गोवा नहीं
है गोवा इसन वाला ठीक है नोवा मुंडी ये माइंस है ठीक है तो अलग-अलग डिस्ट्रिक्ट जो है सिंहभूम डिस्ट्रिक्ट और ये इन
डिस्ट्रिक्ट में उड़ीसा वगैरह के में पाया जाता है और नोआम बादाम पाड़ा आई गेस अ झारखंड में है ठीक है आपको स्पेसिफिकली बस
इतना ध्यान रखना है कि ये जो बेल्ट है उड़ीसा झारखंड बेल्ट उसमें माइंस कौन-कौन सी बादाम पाड़ गोहा नोआमुंडी ठीक है पोर्ट
जो है पैरा दवी पोर्ट इसके पास में है और इस पैरा दवी पोर्ट से एक्सपोर्ट कर दिया जाता है पैरा दवी पोर्ट से एक्सपोर्ट कर
दिया जाता है किसको जो भी आयरन ओर्स एक्सट्रैक्ट किए जाते हैं अगर बाहर एक्सपोर्ट करना है तो ठीक है दूसरा बेल्ट
है दुर्ग बस्तर चंद्रपुर बेल्ट दुर्ग बस्तर चंद्रपुर बेल्ट कहां आएगा तो दुर्ग बस्तर ये सब छत्तीसगढ़ वाला है तो दुर्ग
बस्तर चंद्रपुर ये वाला बेल्ट हो गया ठीक है दुर्ग बस्तर चंद्रपुर तो दुर्ग बस्तर चंद्रपुर बेल्ट जो है तो ये छत्तीसगढ़ और
महाराष्ट्र पे ओवरलैप करता है छत्तीसगढ़ एंड महाराष्ट्र ठीक है हेमेटाइट आयरन ओर ठीक है इंडस्ट्रियल आयरन ओर तो हेमेटाइट
ओर हेमेटाइट ओर फाउंड इन बैला दिला रेंज ऑफ बस्तर डिस्ट्रिक्ट बस्तर डिस्ट्रिक्ट छत्तीसगढ़ में है वहां पे बैला दिला
माउंटेन रेंज है सर इतना याद कैसे होगा तो पॉइंट ये कि आपको देखो मैंने आपको समझा दिया एक बार पूरा आपके सामने नोट्स रहेंगे
t ग्रा चैनल से आप ले लो इनको जितनी बार पढ़ोगे ना तो वो इंप्रिंट हो जाएगा चार लोगों को बैठ के सुना दो अच्छा चार चीजें
बताता हूं क्या बताना है ये बताना है बस कि उड़ीसा झारखंड बेल्ट दुर्ग बस्तर चंद्रपुर बेल्ट ठीक है इस तरह से वो बताना
है तीसरा बेल्ट खतरनाक मतलब इनके पास में पोर्ट कौन सा रहेगा और हां दुर्ग बस्तर के पास में दुर्ग बस्तर चंद्रपुर वाला बेल्ट
जो उसके पास में में पोर्ट ये है विशाखापटनम ठीक है पोर्ट भी ध्यान रख लेना अब आगे बढ़ते हैं अगला बेल्ट कौन सा आएगा
आपका बेलारी चित्रदुर्गा चिकमंगलूर टुमकुर ठीक है तो बेलारी चित्रदुर्गा चिकमंगलूर और टुमकुर बेल्ट कर्नाटका में ठीक है
कर्नाटका में ये वाला बेल्ट हो गया आपका तो कुदरेमुख माइंस एक 100% एक्सपोर्ट ओरिएंटेड यूनिट है ठीक है कुदरेमुख माइंस
है तो जहां पे क्या होता है जितना भी जैसे कुदरेमुख का मतलब य होता है कि एक मा मतलब वो है माउंटेन जिस जिसका फेस हॉर्स की
टाइप है कुदरेमुख ठीक है तो वो जो माइन है उस माइन से जितना भी एक्सट्रैक्शन होता है कुदरेमुख माइन इसी रीजन में उस उस रीजन
में जितना एक्सट्रैक्शन होता है तो कुदरेमुख माइंस का आयरन और जो उसको एक्सपोर्ट कर दिया जाता है यहां पे पोर्ट
जो है तो बेंगलुरु पोर्ट है पास में ठीक है बेंगलुरु पोर्ट पाइपलाइन के थ्रू ठीक है चैप्टर सेवन आपका इस बार एग्जाम में
नहीं आ रहा है तो जैसे पाइपलाइन ट्रांसपोर्टेशन में ये बताया गया है सारे चैप्टर इंटरकनेक्टेड है कि बंगलुरू पोर्ट
के थ्रू पाइपलाइन मतलब बेंगलुरु पोर्ट तक पाइपलाइन से कुद्र मुख से स्लरी बना के आयरन ओर को पहुंचाया जाता था और फिर
एक्सपोर्ट कर देते थे ठीक है और चौथा मतलब चौथा बेल्ट जो है तो महाराष्ट्र गोवा बेल्ट अब बोलोगे सर तीन स्टेट में 97 पर
हां तो बच्चा कुचा 3 पर इधर से है ठीक है महाराष्ट्र गोवा बेल्ट जो है महाराष्ट्र गोवा बेल्ट में गोवा और रत्नागिरी
डिस्ट्रिक्ट ऑफ महाराष्ट्र जो है तो इस रीजन में महाराष्ट्र गोवा बेल्ट आता है पोर्ट एंड पोर्ट जो है उसके पास में तो
पोर्ट कौन सा है मार्मा गांव पोर्ट ये मार्मा गांव पोर्ट इसके पास में है ठीक है तो उस तरह से आपको कहानी समझ में आना
चाहिए कि चार मेजर बेल्ट्स जो है उड़ीसा झारखंड बेल्ट दुर्ग बस्तर बेल्ट दुर्ग बस्तर चंद्रपुर बेल्ट तीसरा है बेलारी
चित्रदुर्गा चिकमंगलूर टुमकुर बेल्ट और चौथा है महाराष्ट्र गोवा बेल्ट ठीक है चारों बेल्ट क्लियर हो गए अब अगर आगे बढ़े
अपन तो आयरन ओर और मैंगनीज ये दोनों फेरस मिनरल्स हो गए अब आ जाओ नॉन फेरस मिनरल्स नॉन फेरस मिनरल्स मतलब कि वो मिनरल्स
जिनके अंदर आयरन कंटेंट नहीं है जिनके अंदर क्या है आयरन कंटेंट नहीं है तो पहली बात तो क्या है जैसे मैंने आपको बताया था
कि 34 मैटेलिक मिनरल्स जो है वो 34 मेटलिक मिनरल्स एक तरह से आयर फेरस है तो बचे हुए 1/4 ही है मिनरल्स जो नॉन फेरस है तो नॉन
फेरस मिनरल्स वैसे भी कम है और हमारी कंट्री में पाय भी कम जाते हैं ठीक है तो नॉट सफिशिएंट मिनरल सच एस कॉपर बॉक्साइड
जिंक लेड गोल्ड ये सब क्या है नॉन फेरस आ गए मतलब है तो मेटल लेकिन मेटल होने के साथ-साथ में आपको क्या देखने को मिल रहा
है कि उनके अंदर आयरन नहीं है तो कॉपर हो गया बॉक्साइड हो गया जिंक हो गया लेड हो गया और गोल्ड हो गया ठीक है यूज्ड इन
कॉपर के एलुमिनियम के वायर बन जाते हैं और ये उनके एक-एक स्पेसिमेन लगा दी हमने फाइन अब अगर कॉपर की बात करें तो कॉपर कहां
पाया जाता है कंट्री में तो कॉपर जैसे आप देखोगे तो इंडिया इज क्रिटिकली डेफिसिट इन कॉपर प्रोडक्शन पहली बात तो हमारे यहां है
नहीं कॉपर कम कॉपर है और जितना है भी तो वो जैसे अगर आप देखेंगे तो बालाघाट माइंस है मध्य प्रदेश की वहां से खेत्री माइन से
राजस्थान की वहां से सिंगम डिस्ट्रिक्ट ऑफ अ झारखंड एंड लीडिंग प्रोड्यूसर ऑफ कॉपर ठीक है तो दीज आर सम ऑफ दी एरियाज जहां पे
कॉपर मिलेगा फैक्ट्स हैं मेनली अगर आपको इस ध्यान भी रखना है कि कहां पाया जाता है सर कैसे-कैसे ध्यान रखेंगे तो कॉपर जो है
तो कॉपर को क्या चाहिए रहता है बहुत इंटेंस प्रेशर और हीट चाहिए रहती है फॉर्मेशन के लिए और वो आपको इंटेंस प्रेशर
हीट जैसे तो खेत्री माइंस वगैरह जो है ना बालाघाट माइंस खेत्री माइंस तो ये वो एरियाज है जैसे खेत्री माइंस राजस्थान में
वो एरियाज है जो ड्राई एरिया है ठीक है मेजर प्रोड्यूसर वर्ल्ड में जैसे अगर आप देखेंगे तो अटाकामा डेजर्ट है ठीक खैर
बहुत दूर दूर में ले जा रहा हूं आपको मैं यहां लाए तो सिंपल सा आपको ध्यान रखना है कि मध्य प्रदेश हो गया राजस्थान हो गया और
झारखंड हो गया और उसमें भी अगर राजस्थान ध्यान रख लोगे तो काम बन जाएगा मैप पे अगर आएगा तो वहीं से आएगा और मैप पे क्या-क्या
आएगा वो मैं करवाऊंगी चिंता मत करना ठीक है अब अगर देखें तो कॉपर की एक क्वालिटी है कि वो मेलेबल होता है डक्टाइल होता है
उसको कूटकूट के शीट बना सकते हो ठीक है तार बना सकते हो उसके तो मिबिले और ड मतलब डक्टाइल होने के कारण मेलेबल होने के कारण
वो गुड कंडक्टर ऑफ ऑफ हीट एंड इलेक्ट्रिसिटी है देयर फॉर कॉपर हैव हाई डिमांड और इस कारण से उसका प्राइस भी
अच्छा है प्राइस ज्यादा है ठीक है तो ये कॉपर हो गया आपका कॉपर के बाद में आगे बढ़ते हैं बॉक्साइड पे ठीक है बॉक्साइट
क्या है तो वो भी एक क्या है मैटेलिक मिनरल है जो कि नॉन फेरस है बॉक्साइट रॉ फॉर्म है ओर है ठीक है तो बॉक्साइट से
निकलता है एलुमिना एलुमिना को और प्रोसेस करके आप निकालते हो एलुमिनियम बधाई हो एलुमिनियम हुआ है एलुमिनियम का मतलब ये है
कि ये भी एक मेटलिक मिनरल आपने देखा होगा एलुमिनियम के ब वगैरह तो जिसके अंदर स्ट्रेंथ भी है और लाइटनेस भी है
एयरक्राफ्ट इंडस्ट्री वगैरह हो गया इसमें एलुमिनियम का बहुत इस्तेमाल होता है समझ में आया तो इट कंबाइंस द स्ट्रेंथ ऑफ मेटल
दैट इज आयरन आयरन की जैसी स्ट्रेंथ है विद एक्सट्रीम लाइटनेस और इसी के चलते क्या है और इसी के चलते एविएशन इंडस्ट्री तो
इस्तेमाल कर ही रही है साथ ही साथ गुड कंडक्टिविटी भी है ग्रेट मिलब भी है मिल एबिलिटी मतलब क्या है कि उसके वायर और वो
शीट वगैरह डक्टाइल और मेलेबल होना ठीक है तो उस कारण से आपको देखने को मिले कि इसके भी वायर बन रहे हैं किसके एलुमिनियम के भी
वायर बनते हैं तो कॉपर हो गया बॉक्साइट हो गया कॉपर बॉक्साइट के बाद में कहां पाया जाता है बॉक्साइट तो मेनली फाउंड इन
अमरकंटक प्लेट मैकाल हिल प्लेट रीजन ऑफ बिलासपुर कटरी आपको सिंपल ध्यान रखना है कि छत्तीसगढ़ वाला क्षेत्र जो है ठीक है
वहां पे जो अमरकंटक प्लाटू है अमरकंटक प्लाटू में बॉक्साइड पाया जाता है बहुत सारा ठीक है अ ओडिसा इज दी लार्जेस्ट
प्रोड्यूसर ऑफ अ बॉक्साइट ठीक है अगर स्टेट वाइज प्रोडक्शन वाला चार्ट देखोगे जो बुक में है तो आउट ऑफ दी टोटल
प्रोडक्शन मेजर प्रोडक्शन जो हो रहा है वो उड़ीसा से होता है ये आपको ध्यान रखना है ठीक है ओडिसा इज दी मेजर प्रोड्यूसर ऑफ
बॉक्साइट ठीक अगर आप देखना चाहे यहां पे तो जैसे कॉपर बताया तो ये खेत्री माइंस बेवारस ये कॉपर के लिए हो गया खेत्री
माइंस बेभर माइंस ठीक है कॉपर हो गया उसके बाद में हम बात कर रहे थे किस चीज की बॉक्साइड की तो ये बॉक्साइट में जैसे हमार
कंटक प्लेट बता दिया गया सारा सब कुछ ठीक है ओड़ी सा में जो कोरापुट है ना ये ओड़ीशा में कोरापुट माइंस जो है तो
कोरापुट माइंस से बहुत ज्यादा बॉक्साइट प्रोड्यूस होता है इसी कारण से ये बॉक्साइट का मेजर प्रोड्यूसर भी उड़ीसा है
कोरापुट से बहुत ज्यादा होता है ठीक है ये हो गया हमारा क्या अ कॉपर हो गया बॉक्साइट हो गया आगे बढ़ते हैं अब आते हैं
नॉनमेटेलिक मिनरल्स जिन्हें रॉक मिनरल्स भी कहा जाता है मैटेलिक मिनरल्स में हमने देख लिया फेरस नॉन फेरस फेरस में आयरन और
मैंगनीज नॉन फेरस में हमने कॉपर और बॉक्साइड पढ़ लिया अब आ जाओ वो मिनरल्स जो मैटेलिक है ही नहीं जिनके अंदर मेटल नहीं
है टन से आवाज नहीं आएगी ठीक है तो वो क्या हो जाएंगे जैसे माइका ठीक है अब ये माइका देखो सनमाइका नहीं है ठीक है माइका
भी क्या है एक तरह का पत्थर है ठीक है जिसके अंदर आप जो लेयर्स में शीट्स में पाया जाता है जिसके अंदर डाइलेक्ट्रिक
स्ट्रेंथ होती है इंसुलेटर की तरह काम करता है तो इलेक्ट्रिकल इक्विपमेंट वगैरह में इसका इस्तेमाल होता है ठीक है और फिर
दूसरा है लाइमस्टोन लाइमस्टोन यानी चूना तो जैसे लाइमस्टोन को आप वो देखेंगे चूना है उसको कंप्रेस कर देते तो उसके पत्थर भी
बनते हैं ठीक है पत्थर भी बनते हैं तो लाइमस्टोन और माइका दोनों ही क्या है नेचरली अरिंग सब्सटेंस है होमोजीनस
नेचुरली अरिंग सब्सटेंस है इसीलिए वो मिनरल है ठीक है जरूरी नहीं कि हर मिनरल मेटल हो हर चमकती चीज सोना नहीं होती वैसे
ही जरूरी नहीं कि हर मिनरल भी मेटल हो ठीक है तो ये नॉनमेटेलिक मिनरल्स है माइका की बात करें तो
मोड्स मोड मोड ऑफ अरेंस जो है तो सीरीज ऑफ प्लेट्स रहती है उसमें ठीक है ऐसी सीरीज ऑफ प्लेट्स रहती है आपको देखने को मिल रहा
है फोटो में ठीक है यूज्ड इन इलेक्ट्रॉनिक इंडस्ट्री ड्यू टू डाइलेक्ट्रिक स्ट्रेंथ डाइलेक्ट्रिक स्ट्रेंथ के कारण उसको
इलेक्ट्रॉनिक इंडस्ट्री में इस्तेमाल किया जाता है लो पावर लॉस फैक्टर पावर उतनी जल्दी वो ऐसे खोता नहीं है ठीक है
इंसुलेटिंग प्रॉपर्टी है जिसके चलते आप उसको क्या इस्तेमाल कर सकते हो इंसुलेटर्स की तरह जैसे आप देखेंगे बहुत सारे
इलेक्ट्रिक सॉकेट्स वगैरह जो बने रहते हैं वो माइका के बने रहते हैं रेजिस्टेंट टू हाई वोल्टेज ठीक है इसके लिए इलेक्ट्रिक
इलेक्ट्रॉनिक इंडस्ट्रीज में इसका बहुत इस्तेमाल है कहां पाया जाता है वही छोटा नागपुर प्लाटू कोदर मा गया हजारी बाग
बेल्ट जो है वो वहां पे एक निंजा टेक्निक बताता हूं अगर भूलने लगो ना कि कौन से मिनरल कहां पाए जा रहे हैं तो सीधा लिख
देना छोटा नागपुर प्लेट छोटा नागपुर प्लेट में प्रैक्टिकली हर चीज पाई जाती है ठीक है लाइमस्टोन पे आएंगे अभी आएंगे हजारी
हां गया हजारी बाग अजमेर राजस्थान नल्लोर ये नेलोर बेल्ट जो है आंध्र प्रदेश का दीज आर सम ऑफ द रीजंस जहां पे मायका पाया जाता
है आगे बढ़ते हैं लाइमस्टोन लाइमस्टोन में क्या हो रहा है रॉक कंपोज्ड ऑफ कैल्शियम कार्बोनेट और कैल्शियम एंड अ मैग्नीशियम
कार्बोनेट ठीक है तो कैल्शियम कार्बोनेट या फिर कैल्शियम एंड मैग्नीशियम कार्बोनेट से जो रॉक्स बनी रहती है ठीक है तो वो
लाइमस्टोन बनाती है फाइन एसेंशियल फॉर स्मेल्टिंग आयरन और इन ब्लास्ट फर्नेसेज एंड सीमेंट इंडस्ट्री तो चूने के फॉर्म
में स्मेल्टिंग प्रोसेस में आयरन ओर बनाते समय भी इस्तेमाल किया जाता है इसका ठीक है उसके बाद में सीमेंट इंडस्ट्री में भी
इस्तेमाल किया जाता है ठीक है अ फिर आप देखोगे कहां पाया जाता था आंध्र प्रदेश मध्य प्रदेश राजस्थान गुजरात तमिलनाडु एंड
मेनी मोर स्टेट्स तो सफिशिएंटली अवेलेबल है लाइमस्टोन ठीक है आगे बढ़ते हैं अब आपने मिनरल्स सारे पढ़ लिए बताइ हो चैप्टर
का एक पार्ट हमारा कंप्लीट हो गया है ठीक है तो मिनरल्स मिनरल्स जैसे हमने सारे देखे यहां पे तो इन मिनरल्स को देखने के
बाद हमें समझ में आ गया कि हां फेरस नॉन फेरस और नॉनमेटेलिक मिनरल्स होते हैं अब ये मिनरल्स को माइन किया जाता है ऐसे ऊपर
से खुद उतर के नहीं आएंगे तो इन मिनरल्स को जब माइन किया जाता तो माइनिंग के कुछ हजार्ड्स हैं खतरे हैं ठीक है और खतरे हैं
इसी के चलते हमें मिनरल्स को सेफली माइन करना चाहिए और साथ ही साथ कैसे कंजर्व किया जा सकता है उस चीज पे एक सवाल बन
सकता है थ्योरी वाला पार्ट है तो व्हाट आर द हजार्ड्स एसोसिएटेड विद माइनिंग खतरे क्या है तो इंपैक्ट ऑन माइनर्स अगर देखोगे
ना तो माइनर्स की हेल्थ के ऊपर एक बहुत नेगेटिव इंपैक्ट होता है माइ का जैसे डस्ट एंड नॉक्स फ्यूम्स आर इनहेल्ड जब माइनिंग
करते हैं तो जैसे कोल माइन में अंदर जाते हैं गड्ढे में ऑक्सीजन लेवल कम है और पॉइजन गैस वगैरह मिथेन वगैरह रिलीज होती
है वो इंटेक कर लेते हैं तो पल्मोनरी डिसीसेस हो जाती है डस्ट इन्हेल करना पड़ता है तो हेल्थ इश्यूज बहुत ज्यादा
होती है दे आर वल्नरेबल टू पल्मोनरी डिसीसेस ठीक है स्वास संबंधित बीमारियां हो सकती है ये माइनर्स के ऊपर इंपैक्ट है
माइनिंग करते समय ये एक नुकसान माइनर्स तो स ही रहे हैं लेकिन माइनर्स के साथ-साथ जैसे अगर आप देखोगे ना तो एनवायरमेंट भी
बहुत सह रही है कैसे जैसे अगर आप देखेंगे तो वाटर सोर्स गेट कंटेम माइनिंग होती है जब तो माइनिंग में बहुत सारा वेस्ट निकलता
है उस वेस्ट को डंप कर दिया जाता है वाटर सोर्सेस में रिवर्स में पॉन्ड्स में लेक्स में तो वो वाटर सोर्सेस कंटेम हो रहा है
ठीक है साथ ही साथ डंपिंग ऑफ वेस्ट एंड स्लरी तो जो वेस्ट एंड स्लरी बनाया उसको आप ओपन पिट में अगर डंप कर दे रहे हो वो
तो उससे ग्राउंड वाटर भी कंटेम होता है लैंड सॉइल रिवर पोल्यूशन हो रहा है लैंड कंटेम नेट हो रही है ठीक है अ फिर अगर
जैसे देखोगे तो आप माइनिंग से लैंड लैंड स्लाइड आ जाती है तो वो फिर ए नंबर ऑफ प्रॉब्लम्स है फाइन तो ये दीज आर द
हजार्ड्स दीज आर द प्रॉब्लम्स एसोसिएटेड विद माइनिंग समझ में आया ये माइनिंग से जुड़ी समस्या हैं सीखा क्या है कि समस्या
पे नहीं समाधान पे फोकस करेंगे तो इसी के चलते हम मिनरल्स को किस तरह से कंजर्व कर सकते हैं क्या स्टेप्स ली जा सकती है तो
अवर डिपेंडेंसी जो है मतलब ये भी समझना होगा कंजर्वेशन जरूरी क्यों है क्योंकि हम मिनरल्स के ऊपर बहुत ज्यादा डिपेंडेंट है
और पूरे अर्थ का मात्र 1 पर ही मिनरल है बाकी सब क्या है मिट्टी है ठीक है हम भी मिट्टी सब मिट्टी में मिल जाना है तो केस
यह है कि हमारी डिपेंडेंसी मिनरल्स पे बहुत ज्यादा है लेकिन उसकी अवेलेबिलिटी हमारे पास में बहुत कम है सिर्फ 1 पर ही
जो है वो अर्थ क्रस्ट का मिनरल है बाकी सब धूल मिट्टी कंकण है ठीक है बाकी सब धूल मिट्टी कंकण है और इसी के चलते क्या है
आपको ये समझना होगा कि जिस और हां मिनरल बनने में लाखों साल लगते हैं फॉर्मेशन में मिनरल में लाखों क्या करोड़ों साल लग जाते
हैं लेकिन हम जिस स्पीड से कंज्यूम कर रहे हैं तो हमें मतलब मतलब उस चीज फ गर्व नहीं करना चाहिया बहुत तेजी से डेवलपमेंट हो
जैसे अगर आप देखोगे इसी के चलते अगर आप देखोगे तो देयर इज अ क्वेश्चन मार्क कि कितना लंबा समय तक ये मिनरल्स सस्टेन कर
पाएंगे ठीक है मिनरल्स फाइना इट है और नॉन रिन्यूएबल है हमारी नीड्स इंफाइटिंग और हमारी नीड्स का कोई अंत नहीं है देयर
फॉर कंजर्वेशन ऑफ मिनरल्स इज वेरी एसेंशियल इसी के चलते मिनरल्स का कंजर्वेशन बहुत ज्यादा जरूरी है तो अ वो
कंजर्वेशन इसलिए भी जरूरी एक और पॉइंट इन सपोर्ट ऑफ वई कंजर्वेशन ऑफ मिनरल्स इज रिक्वायर्ड ऐसा क्वेश्चन बन के आ सकता है
तो क्या हो रहा है ना कि जैसे-जैसे हम कंटीन्यूअसली एक्सट्रैक्ट करते चले जाएंगे मिनरल्स को तो मिनरल्स जो है जितनी ज्यादा
गहराई निकाल के लाओगे उतना ज्यादा मिनरल्स का कॉस्ट बढ़ेगा और जितनी ज्यादा गहराई लाओगे उतना डेप्थ मतलब उसका क्वालिटी
डिक्रीज होता चले जाएगा तो एट दी एंड ऑल दीज इंडिकेटर्स शोज अस ये सारे इंडिकेटर्स हमें क्या बताते हैं कि हमें मिनरल्स को
कंजर्व करना होगा और कैसे किया जा सकता है तो टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल बेहतर किया जाए कि वेस्टेज कम हो ठीक है रिसाइकल की जाए
मेटल्स की जो मेटल्स हमें मिल रहे हैं उसको जितना है उसको रिसाइकल करो क्योंकि मेटल्स तो खराब नहीं होते ना हो सकता है
आपका बर्तन पुराना हो गया उसको पिगला दोगे नया स्टील बन जाएगा रिसाइकल ऑफ मेटल्स हो अ यूजिंग द अल्टरनेटिव्स एंड सब्सीट्यूट्स
जैसे अगर आप देख सकते हैं तो कुछ अ मतलब ऐसा नहीं कि प्लास्टिक का बड़ा हुआ सर मिनरल्स इस्तेमाल नहीं करना है प्लास्टिक
यूज करेंगे अल्टरनेटिव्स और सब्सीट्यूट में आप ये भी कर सकते हो कि बायोडिग्रेडेबल प्रोडक्ट्स वगैरह का
इस्तेमाल किया जाए ये सारी चीजें तो कुल मिला के ये कंजर्वेशन क्यों जरूरी है और कंजर्वेशन के लिए क्या किया जा सकता है और
माइनिंग के हजार्ड्स क्या है ठीक है तो ये पूरा का पूरा एस्पेक्ट आपने यहां पे क्या किया समझा ठीक है माइनिंग के हजार्ड्स
क्या है कंजर्वेशन क्यों जरूरी है ये सारी चीजें आपने देखी फाइन तो मिनरल्स के बाद में अब आते हैं चैप्टर के सेकंड पार्ट पे
एनर्जी रिसोर्सेस एनर्जी रिसोर्सेस एनर्जी रिसोर्सेस क्या कहना चाहते हैं देखो मिनरल्स एंड एनर्जी रिसोर्सेस तो एनर्जी
रिसोर्सेस की अगर बात करें तो जरूरत क्या है एनर्जी रिसोर्सेस की देखो एनर्जी नहीं है तो कुछ भी नहीं है आप ये वीडियो देख पा
रहे हैं आपने इलेक्ट्रिसिटी का इस्तेमाल किया मोबाइल चार्ज किया ठीक है मैं ये वीडियो बना पा रहा हूं क्योंकि लाइट है तो
उससे इलेक्ट्रिसिटी से वो चल रहा है ठीक है एनर्जी रिसोर्सेस आर वेरी एसेंशियल फाइन हमें कहीं एक जगह से दूसरी जगह मूव
करना है व्हीकल का इस्तेमाल कर रहे हैं तो वो पेट्रोल से चल रही है फाइन तो एनर्जी रिसोर्सेस आर वेरी एसेंशियल फॉर ह्यूमन
सर्वाइवल तो इसके चलते हमने एनर्जी रिसोर्सेस की नीड को तो समझे कि कितना इंपॉर्टेंट है ठीक है और उसी के चलते आप
देखोगे तो एनर्जी रिसोर्सेस दो तरह के हैं कुछ कन्वेंशनल सोर्स ऑफ एनर्जी रिसोर्सेस है मतलब कुछ क कन्वेंशनल एनर्जी रिसोर्स
है कुछ नॉन कन्वेंशनल एनर्जी रिसोर्स है अब कन्वेंशनल सोर्स क्या है कन्वेंशनल मतलब कि वो पुराने तरीके एनर्जी के एनर्जी
रिसोर्सेस के जो क्या है जो कि आज के कंटेक्सलोडरलिस्नर हीट प्रोड्यूस कर ली एनर्जी ले ली ठीक है
फिर क्या हो गया पेट्रोलियम हो गया पेट्रोलियम वही फूक दिया एक चक्कर गेड़ी मार के आ गए पेट्रोलियम खत्म तो कोल
पेट्रोलियम नेचुरल गैस इलेक्ट्रिसिटी ये कन्वेंशनल सोर्स है ठीक है नॉन कन्वेंशनल सोर्स मतलब जो रिसेंटली डिस्कवर्ड है या
फिर कह सकते हैं जो उतना एनवायरमेंट को डिग्रेड नहीं कर रहे हैं जो रिन्यू हो सकते हैं वो नॉन कन्वेंशनल सोर्स हो
जाएंगे फाइन जैसे न्यूक्लियर और एटॉमिक एनर्जी सोलर एनर्जी विंड एनर्जी बायोगैस टाइडल एनर्जी तो ये नॉन कन्वेंशनल सोर्स
ऑफ एनर्जी है ठीक है ये नॉन कन्वेंशनल सोर्स ऑफ एनर्जी है एकएक करके समझते सारे एनर्जी रिसोर्सेस क्लियर है एक जियोथर्मल
रह गया भाई साहब ठीक है जियोथर्मल रह गया बुरा मान जाएगा वो तो अब एक बार मैं थोड़ा रिकप करवाऊंगी क्योंकि चैप्टर दो अलग-अलग
सेगमेंट्स में देखो चैप्टर कभी भी बड़ा नहीं लगेगा चैप्टर बहुत आसान रखेगा मिनरल्स रिसोर्सेस मिनरल्स के बारे में
हमने जब पढ़ा मिनरल्स एंड एनर्जी रिसोर्सेस पढ़ रहे तो मिनरल्स भी रिसोर्स है मिनरल्स में हमने क्याक पढ़ा मिनरल्स
में हमने पढ़ा कि मिनरल्स जो होते हैं तो किस तरह से पाए जाते हैं कहां-कहां डिस्ट्रीब्यूशन कंट्री में कैसा है
बेसिकली टाइप देखते चलोगे तो फेरस नॉन फेरस ठीक है फेरस और नॉन फेरस दोनों ही मैटेलिक होते हैं मेटल होते हैं टन से
आवाज आती है ठीक है तो आयरन और मैंगनीज फिर उसके बाद में नॉन फेरस में आपने क्या पढ़ लिया नॉन फेरस में आपने देखा कॉपर है
अ नहीं हां नॉन फेरस में आपने कॉपर देखा और बॉक्साइड देखा फिर नॉनमेटेलिक मिनरल्स में आपने माइका और लाइमस्टोन पढ़ दिया
मिनरल्स कंप्लीट हुए मिनरल्स के हजार्ड मतलब माइनिंग के हजार्ड्स क्या है और कंजर्वेशन क्यों जरूरी है वो अब हम आ गए
एनर्जी रिसोर्सेस में तो एनर्जी में भी हमें पता है कि जरूरत है एनर्जी की बहुत ज्यादा लेकिन एनर्जी रिसोर्सेस जो तो
कन्वेंशनल होते हैं कुछ सोर्स और कुछ एनर्जी को डिराइवर आउट करने के नॉन कन्वेंशनल सोर्स होते हैं ठीक है तो आप
कन्वेंशनल सोर्स से शुरू करते हैं कहानी जो पुराने तरीके थे पुरानी एनर्जी जो जो रिन्यूएबल नहीं होते हैं जो एग्जॉस्ट हो
जाएंगे जो एनवायरमेंट फ्रेंडली नहीं होते उतने ठीक है तो कोल कोल मतलब कोयला ठीक है कोयले को जैसे अगर आप समझोगे तो कोल इज
एक्सट्रीमली इंपोर्टेंट सोर्स ऑफ एनर्जी क्या हो रहा है ना कि है कन्वेंशनल सोर्स उतना एनवायरमेंट फ्रेंडली नहीं है
रिसोर्सेस डिप्लीट हो जाएंगे लेकिन बहुत इंपॉर्टेंट सोर्स है क्योंकि सिंस इमेमोरियल कोल को एनर्जी के लिए इस्तेमाल
किया जा रहा है ठीक है इट इज यूज्ड फॉर पावर जनरेशन टू सप्लाई एनर्जी टू इंडस्ट्री एज वेल एज फॉर डोमेस्टिक नीड्स
पावर जनरेशन के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है ठीक है अ एनर्जी पावर जनरेशन कैसे कि जैसे अगर आप देख रहे हैं तो कोल थर्मल
पावर प्लांट्स होते हैं कोल जलाया जाता है कोल जला के इलेक्ट्रिसिटी प्रोड्यूस की जाती है ठीक है हमारी डोमेस्टिक नीड्स के
लिए इंडस्ट्रियल नीड्स के लिए जो पावर आ रही है वो कोल जला के आती है तो इस सेंस में कोल इज वेरी इंपोर्टेंट इस सेंस में
कोल इज वेरी इंपोर्टेंट और कोल जो है ना तो कोल का फॉर्मेशन डिपेंड करता है ऑन द डिग्री ऑफ कंप्रेशन कितना मतलब कितना
कंप्रेशन में बना है वो कोल किस डेप्थ से निकल के आ रहे हो टाइम ऑफ बरियल मतलब पुराने कितना समय हो गया गोंडवाना एज का
है टर्श एज का है ठीक है ऑन द बेसिस ऑफ टाइम कोल के टाइप होते भी बताऊंगा मैं आपको ठीक है तो उस हिसाब से देखोगे तो कोल
का फॉर्मेशन मल्टीपल फैक्टर्स पर डिपेंड करता है डिग्री ऑफ कंप्रेशन डेप्थ टाइम ऑफ बरियल इन सारी चीजों पे और उस हिसाब से
देखा जाए तो डिफरेंट डिफरेंट टाइप क्वालिटी हिसाब से अगर कोल के टाइप देखें ये थ्योरी थ्योरी में क्वेश्चन बन के आ
जाता है यहां पे ध्यान रखना क्या व्हाट आर द डिफरेंट टाइप्स ऑफ कोल्स तो पहला है पीट पीट मतलब क्या है पीट वो कोल है जिसके
अंदर कार्बन का कंटेंट बहुत कम है लो कार्बन कंटेंट मॉइश्चर का कंटेंट बहुत ज्यादा है ठीक है तो ये थोड़ा सा क्या
रहता है पानी जैसा कोल रहता है पानी भी नहीं कहेंगे स्लरी टाइप का सेमी लिक्विड टाइप का ठीक है मॉइश्चर गीला गीला था ठीक
है तो हाई मॉइश्चर लो कार्बन ठीक है देयर फोर लो हीटिंग कैपेसिटी तो ये कोल के नाम पे ध बाय क्यों क्योंकि इसके अंदर उतनी
हीटिंग कैपेसिटी नहीं है लेकिन है तो कोल का एक टाइप ही पीट ठीक है पीट हो गया दूसरा होता है लिग्नाइट लिग्नाइट कोल जो
है तो ये लो ग्रेड ब्राउन कोल है उतनी ज्यादा मतलब पीट से बेहतर क्वालिटी है लेकिन उतनी बेहतर क्वालिटी नहीं है लो
ग्रेड ब्राउन कोल सॉफ्ट विथ हाई मॉइश्चर कंटेंट ठीक है सॉफ्ट विथ हाई मॉइश्चर कंटेंट तो लिग्नाइट की ये क्वालिटी हो गई
है कि इट्स बेटर दन पीट बट नॉट सो गुड फिर आता है विटामिन एस ठीक है विटामिन एस अच्छी क्वालिटी का कोल है सबसे अच्छी नहीं
है लेकिन अच्छी है ठीक है तो दिस इज फाउंड डीप इनसाइड द अर्थ अर्थ के डेप्थ से निकल के आता है जहां थोड़ जैसे अगर आप देखेंगे
इसमें इसके अंदर ये हाई मतलब हाई प्रेशर और हाई टेंपरेचर वाले रीजन में बना है तो टेंपरेचर मतलब जब आप बर्न करोगे तो उसके
अंदर क्या रहता है कार्बन कंटेंट अच्छा रहता है ठीक है अ फिर क्या होता है देयर फॉर कमर्शियल यूज स्मेल्टिंग प्रोसेस
वगैरह में इस्तेमाल किया जाता है स्मेल्टिंग प्रोसेस में कैसे इस्तेमाल किया जाता है तो जो आयरन बनाया जाता है तो
आयरन और मैं आपको एक स्मेल्टिंग प्रोसेस बता बता रहा हूं कि आयरन स्टील और आयरन जो निकाला जाता तो उसमें क्या है कोल
लाइमस्टोन और आयरन र इन तीनों को भट्टों में डाल दिया जाता है फर्नेसेज में और स्मेल्ट करके आयरन को पिघला या जाता है ना
तो स्मेल्टिंग प्रोसेस में विटामिन एस कोल का इस्तेमाल किया जाता है आगे बढ़े एंथ्रा साइट द बेस्ट क्वालिटी ऑफ कोल ठीक है तो
हाईएस्ट क्वालिटी ऑफ कोल इसे हार्ड कोल भी कंसीडर किया जाता है ठीक है एंड मतलब जैसे अगर आप देखोगे तो एंथ्रा साइट कोल की
डिमांड बहुत ज्यादा रहती है ठीक है लेकिन लार्ज स्केल पे अवेलेबल विटामिन एस होता है समझ में आया अब आगे बढ़े तो ऑन द बेस
ऑफ एज अगर देखा जाए तो ये तो आपने ऑन द बेसिस ऑफ क्वालिटी देख लिया कोल डिफरेंट डिफरेंट क्वालिटी के बेसिस पे अब ऑन द
बेसिस ऑफ एज अगर देखा जाए तो गोंडवाना कोल होता है एक और एक होता है टर्श कोल गोंडवाना कोल वो कोल जो बहुत पुराना है
200 साल पुराना 200 200 साल नहीं 200 मिलियन ईयर अगो ठीक है 200 मिलियन ईयर अगो वाला जो कोल है वो गोंडवाना कोल है जो जो
कह सकते हैं प्लांट्स वगैरह 200 मिलियन ईयर अगो अ कहीं ना कहीं अर्थ क्रस्ट में कंप्रेस हो गए थे दब गए थे वो जब कोल में
कन्वर्ट हुए तो गोंडवाना कोल कहलाए एज के बेसिस पे और एज के बेसिस पे दूसरा होता है टर्श कोल ठीक है गोंडवाना कोल कहां पाया
जाता है तो दामोदर वैली झारिया रानीगंज बोकारो इन रीजन में गोंडवाना कोल पाया जाता है टर्श कोल जो है ठीक है जो ऑन द
बेसिस ऑफ एज है वो कहां पाया जाएगा वो भी बता रहा हूं और उसका टाइम क्या है 55 मिलियन ईयर होग मतलब टर्श कोल वो कोल है
जो आज से 55 मिलियन ईयर अगो वही जो फॉसिल्स जो दब गए थे वो जब कोल में कन्वर्ट हो गए तो वो टर्श कोल कहला रहे
हैं ठीक है गुवाना कोल पुराना है टर्श रिलेटिवली नया है 55 मिलियन अगो रिले मतलब ऐसा तो नहीं बोल सकते कि हां ये ये
अभी-अभी की बात है और ये पुरानी बात है ठीक है ये भी बहुत पुरानी लेकिन रिलेटिवली बहुत नहीं है ठीक है नॉर्थ ईस्टर्न
स्टेट्स में टर्श कोल आपको देखने को मिल जाएगा आपका ठीक है नॉर्थ ईस्टर्न स्टेट में टर्श कोल देखने को मिल जाएगा अब अगर
जैसे देखें ना तो कोल एक ऐसी चीज है जो बहुत एसेंशियल है जैसे थर्मल पावर प्लांट से इलेक्ट्रिसिटी आती है तो थर्मल पावर
प्लांट्स को भी कोल लगेगा इंडस्ट्रीज को भी लगेगा आयरन आयरन इंडस्ट्रीज जो है ठीक है तो आयरन इंडस्ट्रीज में भी क्या लगेगा
आपको ये कोल लगेगा ठीक है आयरन इंडस्ट्रीज में भी कोल लगना ही है क्योंकि स्मेल्टिंग करना है तो यू हैव टू रिमेंबर वन थिंग कि
कोल इज बल्की मटेरियल इतना सारा ले जाना पड़ता है जला के राख कर देते हो तब आपको एनर्जी मिलती है ठीक है तो रिमेंबर कोल इज
बल्की मटेरियल व्हिच लूजस व्हिच लूजस वेट ऑन यूज एज इट इज रिड्यूस्ड टू एश ठीक है मतलब ले जाओ इतना सारा जला के उसको आप राख
कर दोगे ठीक है तो वेट लूज करता है और ले जाना पड़ता है बल्की मटेरियल दूसरी जगह हेंस हैवी इंडस्ट्रीज एंड थर्मल पावर
स्टेशंस आर लोकेटेड ऑन और नियर दी कोल फील्ड्स तो इसीलिए इतनी दूर से कोल लेके आएंगे उससे बेहतर क्या होता है कि जो बड़ी
हैवी इंडस्ट्रीज है जिनको कोल की रिक्वायरमेंट रहती है जो थर्मल पावर प्लांट है तो उनको कोल फील्ड्स के पास में
ही लगाया जाता है जैसे जमशेदपुर वर्ल्ड में सबसे आइडियल लोकेशन किसी आयरन एंड स्टील इंडस्ट्री की है तो वो है जमशेदपुर
की कोल फील्ड भी पास में ही है वहां पे सारा सब कुछ वाटर रिसोर्सेस भी अवेलेबल है ठीक है तो थर्मल पावर प्लांट्स वगैरह भी
है तो इस कारण से जैसे अगर आप देखेंगे तो ये मोस्ट आइडियल क्या है मोस्ट आइडियल लोकेशन अ जो रहती है तो वो कोल फील्ड्स के
पास में ही हेवी इंडस्ट्रीज और थर्मल पावर प्लांट्स को पहुंचा दिया जाए ठीक है ये हो गया आपका कोल ये आपने क्या पढ़ा कोल जैसे
अगर आप देखेंगे कन्वेंशनल सोर्स ऑफ एनर्जी है कोल के बाद में आगे बढ़ते हैं पेट्रोलियम एंड नेचुरल गैस अलग-अलग
पढ़ेंगे पेट्रोलियम भी कन्वेंशनल सोर्स ऑफ एनर्जी है पेट्रोलियम मतलब क्या है तो जो आपको पेट्रोल मिल रहा है ठीक है वो
पेट्रोल क्रूड ऑयल से निकाल के ला है उस पेट्रोल को जला के आप उस उस क्रूड ऑयल में जैसे अ पेट्रोल डीजल वगैरह सब कुछ जो हो
जाता है ना तो इन जनरल ले रहे हैं कि ये सारा कन्वेंशनल सोर्स ऑफ एनर्जी में आएगा तो पेट्रोलियम इंडस्ट्री जो मतलब
पेट्रोलियम एक मिनरल की तरह इस्तेमाल किया जा रहा है ठीक है पेट्रोल को तो पेट्रोल की हम बात करें तो पेट्रोलियम इंडस्ट्री
इज कंसीडर्ड एज दी नोडल इंडस्ट्री नोडल इंडस्ट्री मतलब कि पेट्रोलियम इंडस्ट्री एक इंडस्ट्री दूसरी बहुत सारी इंडस्ट्रीज
को कनेक्ट करती है जैसे फर्टिलाइजर ठीक है सिंथेटिक इंडस्ट्रीज प्लास्टिक उससे ही निकलता है पेट्रोलियम से ठीक है तो
है तो इन सारी इंडस्ट्रीज को पेट्रोलियम इंडस्ट्री कनेक्ट करके रखी हुई है ना तो इसके लिए पेट्रोलियम इंडस्ट्री को नोडल
इंडस्ट्री भी कहा जाता है अब पेट्रोलियम पाया कहां जाता है कैसे पाया जाता है तो अगेन जैसे कोल किससे मिल रहा है फॉसिल्स
से बनता है वैसे पेट्रोल भी फॉसिल्स से बनता है ठीक है और कहां मिलेगा तो वो आपको फॉल ट्रैप्स में मिल जाएगा एंटी क्लाइन
सिंक्लाइंस में मिल जाएगा ठीक है तो जैसे ये अर्थ है ये अर्थ है अब इस अर्थ में आपको ये देखना होगा ये एंटी क्लाइन हो गया
ठीक है ये एक एंटी क्लाइन हो गया फाइन एंटी क्लाइन सिंक लाइन क्या है ठीक है तो ये सिंक लाइन है ये एंटी क्लाइन है ठीक है
ऊपर वाला एंटी क्लाइन और नीचे वाला सिं क्लाइन अब आप देखेंगे अर्थ क्रस्ट के अंदर जो लैंडमासेस है वो मूव करती है लै मतलब अ
टेक्टोनिक प्लेट से मूव करती है उस कारण से अर्थ के अंदर आपको इस तरह से एंटी क्लाइन सिंक्लाइंस देखने को मिल जाएंगे अब
इन एंटी क्लाइन सिंक्लाइंस में क्या होता है कि फॉसिल्स अगर ट्रैप हो गए फॉसिल्स फंसे हुए हैं तो वो ओवर द पीरियड ऑफ टाइम
पेट्रोलियम में कन्वर्ट हो जाते हैं ठीक है तो एंटी क्लाइन एंड फॉल ट्रैप्स आर इन रॉक्स फॉर्म ड्यूरिंग द टर्श एज मतलब 55
मिलियन ईयर एगो जैसे फॉल ट्रैप क्या है कि दो दो प्लेट्स के बीच में अगर फॉल्ट है फॉल्ट है यहां पे दो प्लेट्स के बीच में
फॉल्ट है यहां तो इस फॉल्ट में अगर फॉसिल्स डिपॉजिट हो गए तो वो फॉसिल्स क्या है पेट्रोलियम में कन्वर्ट हो जाएंगे ठीक
है तो इस तरह से एंटी क्लाइन एंड फॉल ट्रैप्स में फॉसिल्स हैं तो वो पेट्रोलियम में कन्वर्ट हो जाते हैं एंड दे आर फाउंड
बिटवीन दी पोरस एंड नॉन पोरस लेयर्स ठीक है पोरस एंड नॉन पोरस लेयर्स एंड गैस हैज बीन लाइट गैस बन लाइटर यूजुअली अकर्स अबोव
द ऑइल समझा रहा हूं कंफ्यूज मत होना बिल्कुल भी क्या हो रहा है ना कि पेट्रोलियम के फॉर्मेशन में आपको ये चीज
समझना होगा क्या वो एंटी क्लाइम्स और फॉल ट्रैप्स में पाई जाती है उन रॉक्स में साथ ही साथ क्या होता है ना दो शब्द है पोरस
और नॉन पोरस पोरस मतलब क्या होता है कि जिसमें से आरपार चीजें जा सके और नॉन पोरस मतलब क्या होता है जिसमें से आर पार चीजें
ना जा सके ठीक है जैसे स्पंज जो होता है ना आपका वो क्या होता है वो अ वो पोरस होता है ठीक है कि स्पंज के अंदर पानी
डालोगे इधर से उधर से पानी बह के निकल सकता है ठीक है और नॉन पोरस मतलब क्या है कि जैसे मेटल नॉन पोरस है इधर से पानी
डालोगे तो ऐसा नहीं कि उधर बह के निकल जाएगा पानी ठीक है तो अब अर्थ के अंदर ये रेड कलर जो है ना इसको मैं पोरस बोल रहा
हूं ठीक है रेड कलर को मैं पोरस बोल रहा हूं पोरस रॉक है ठीक है ये पोरस हो गया मतलब जिसके अंदर से पानी ऑयल वगैरह कुछ
पोरस तो ये नॉन पोरस में आपको क्या देखने को मिलेगा नॉन पोरस में आपको ये देखने को मिलेगा ये नॉन पोरस लेयर जो है ठीक है ये
नॉन पोरस लेयर जो है तो ये नॉन पोरस लेयर जो है ये नॉन पोरस लेयर ऐसा है कि जिसके अंदर लिक्विड जो रहेगा तो पेनिट्रेट कर
जाएगा अब पेट्रोलियम कहां पाता है पाया जाता है पता है कि ये पोरस और नीचे पोरस दो पोरस लेयर के बीच में एक नॉन पोरस लेयर
रहती है जो जो सॉफ्ट स्टोन की बनी रहती है लाइम स्टोन वगैरह तो उसमें क्योंकि क्या है परमीबिलिटी है कंफ्यूज मत होना पर
परमीबिलिटी मतलब क्या कि उसमें पेनिट्रेट कर सकता है लिक्विड तो लिक्विड इस लाइन में फ्लो करता रहता है ठीक है ऊपर क्यों
नहीं आ जाता है क्योंकि ऊपर पोरस लेयर है तो उसको ऊपर नहीं आने देगी नीचे क्यों नहीं चले जाता क् नीचे भी पोरस लेयर है उस
नॉन पोरस लेयर में नदी की तरह जमीन के अंदर बह रहा होता है मतलब ऐसा नहीं कि नदी की तरह वो कहने का मतलब है कि वो लिक्विड
है तो वो फ्लोट करता रहता है अब क्या नीचे से हीट मिल रही है नीचे से हीट मिल रही है तो इस कारण से कभी कभी क्या होता है ना
कुछ पेट्रोल हीट को फील करते करते भाप बन गया ऊष्मा बन गया गैस बन गया और वो गैस बन गया तो आपको क्या देखने को मिलेगा कि इस
दो पोरस लेयर के बीच में आपको पेट्रोल मिलेगा और पेट्रो ल के ऊपर जो है गैस बीइंग लाइटर क्योंकि वो क्या बन गई है एक
तरह से गैस जैसे आप देखोगे तो भाप बन गई है और भाप बन के वो फस गई है क्योंकि ऊपर जा नहीं सकती नीचे लिक्विड है और नीचे भी
पोरस लेयर है तो गैस यहां पे आपको पेट्रोल के ऊपर मिल जाएगी तो कभी-कभी जब पेट्रोल एक्सट्रैक्शन होता है ना तो पेट्रोल
एक्सट्रैक्ट करने जाते हो वहां नेचुरल गैस के भी आपको रिजर्व्स मिल जाते हैं ठीक है तो पोरस एंड नॉन पोरस लेयर्स इन बिटवीन
देम देयर इज पेट्रोलियम गैस बीन लाइटर यूजुअली अकर्स अबोव द ऑइल तो ऑयल के ऊपर आपको क्या देखने को मिल जाएगा ऑयल के ऊपर
मिल जाएगा तो ये पेट्रोलियम का क्या है ये पेट्रोलियम का फॉर्मेशन वाला पार्ट हो गया ठीक है ये पेट्रोलियम का फॉर्मेशन या फिर
अ करेंस वाला पार्ट हो जाएगा आगे बढ़े कहां पाए जाते हैं तो फाउंड इन मुंबई हाई गुजरात अंकलेश्वर ठीक है मुंबई हाई गुजरात
में अंकलेश्वर माइंस है आसाम में दिग्बी है दिग्बी ओल्डेस्ट ऑयल फील्ड दिग्बी ओल्डेस्ट ऑयल फील्ड है ये आपको समझना होगा
दिगभ जो है तो ऑफ दी ओल्डेस्ट ऑयल फीड है क्लियर हुआ तो ये हो गया आपका मुंबई हाई ठीक है ये हो गया आपका अंकलेश्वर और ये हो
गया आपका दिगभ ये मैप पे सारा का सारा हम करेंगे ये मैप पे सारा का सारा हम करेंगे क्लियर हुआ चलो आगे बढ़ते हैं अगला केस
क्या है तो पेट्रोलियम हो गया पेट्रोलियम के बाद में आते हैं हम नेचुरल गैस पे पेट्रोलियम के बाद में आते हैं हम नेचुरल
गैस पे नेचुरल गैस भी क्या है तो पेट्रोलियम और नेचुरल गैस ऐसा नहीं है कि अलग है दोनों वही फॉसिल फ्यूल से बनते हैं
दोनों आपको आसपास ही मिलेंगे और इनफैक्ट होता भी है कि पेट्रोलियम के मतलब नीचे पेट्रोलियम है ऑइल है ऊपर क्या है ऊपर
आपका नेचुरल गैस हो गया ठीक है तो सोर्स ऑफ एनर्जी एज वेल एज इंडस्ट्रियल रॉ मटेरियल जैसे पेट्रोल का इस्तेमाल है वैसे
ही किसका इस्तेमाल है नेचुरल गैस का भी है ठीक है फाउंड इन एसोसिएशन विद और विदाउट पेट्रोलियम वही वाली बात है अगर पूरे
पेट्रोल को हीट मिलते मिलते क्या है कि पूरा पेट्रोल एग्जॉस्ट हो गया तो वो पूरा पेट्रोल नेचरल गैस में कन्वर्ट हो जाएगा
क्योंकि नीचे से हीट तो आ ही रही है तो वो नेचरल गैस पेट्रोलियम के साथ भी मिल सकती है और बिना उसके भी मिल सकती है ठीक है
एनवायरमेंटल फ्रेंडली लो कार्बन डाइऑक्साइड एमिशन ठीक है अब पेट्रोल के अपेक्षा में नेचरल गैस थोड़ी बेहतर रहती
है एनवायरमेंट फ्रेंडली है क्योंकि उसमें कार्बन डाइऑक्साइड का एमिशन कम है क्लियर हुआ कृष्णा गोदावरी बेसिन मुंबई हाई गल्फ
ऑफ कैमे तो जहां पेट्रोल मिल रहे है जैसे मुंबई हाई वहां नेचरल गैस भी मिल सकती है आपको ठीक है और ये नेचरल गैस को
एक्सट्रैक्ट करके पूरी कंट्री में सप्लाई किया जाता है तो जैसे अगर आप देखेंगे एचवी ज पाइपलाइन जो है ठीक है एक बार पीछे आते
हैं य देखो ये जो आपको हजीरा विजयपुर ठीक है जगदीशपुर ये जो एचवीज पाइपलाइन है एंड गोइंग अप टू दिल्ली ठीक है तो ये एचवीज
पाइपलाइन जो है मोस्ट प्रॉमिनेंट पाइपलाइन है नेचुरल गैस पाइपलाइन इन द कंट्री ठीक है जहां से इस नेचुरल गैस पाइपलाइन के
थ्रू नेचुरल गैस को सप्लाई किया जाता है बाकी पाई कहां जाती है नेचुरल गैस तो कृष्णा गोदावरी बेसिन में अरे दो कोमा लगा
दिए ठीक है कृष्णा गोदावरी बेसिन में मुंबई हाई में गल्फ ऑफ कंबे में यहां पाई जाती है ठीक है पावर एंड फर्टिलाइजर
इंडस्ट्रीज आर की यूजर्स और जैसे अगर आप देखोगे तो जहां से नेचुरल गैस की पाइपलाइन निकली हु है उसी के आसपास बहुत सारी पावर
और फर्टिलाइजर इंडस्ट्रीज भी है क्योंकि पावर और फर्टिलाइजर इंडस्ट्रीज आर दी की यूजर ऑफ नेचुरल गैस समझ में आया सीएनजी
कंप्रेस्ड नेचुरल गैस इज यूज्ड इन व्हीकल्स रिप्लेसिंग द लिक्विड फ्यूल्स और जो पेट्रोल और डीजल का इस्तेमाल है उसको
रिप्लेस करते हुए सीएनजी का इस्तेमाल किया जाता है व्हीकल्स में ताकि लिक्विड फ्यूल्स की जगह और मोर इको एनवायरमेंट
नॉन कन्वेंशनल कन्वेंशनली पढ़ रहे हैं अभी तो हम ये सब कन्वेंशनल सोर्स ऑफ रिसोर्स है जो एनवायरमेंट फ्रेंडली उतने नहीं है
और जो एग्जॉस्ट हो जाएंगे जो रिन्यू नहीं होते वो कन्वेंशनल है अब जैसे एक दो तीन हो गया चौथा कन्वेंशनल सोर्स ऑफ एनर्जी
इलेक्ट्रिसिटी इलेक्ट्रिसिटी मतलब बिजली सब जानते हो आप ठीक है अब उसकी इंपॉर्टेंस क्या है जैसे अगर आप देखेंगे तो मोस्ट
प्रॉमिनेंट एनर्जी रिसोर्स सारे काम उससे चल रहे हैं मोस्ट प्रॉमिनेंट सारे काम उससे चल रहे हैं पर कैपिटा
कंजंक्शन का उसको कंसीडर किया जाता है एज द इंडेक्स ऑफ डेवलपमेंट ठीक है मतलब जिस देश में जितनी बिजली की खपत है अब बिजली
लोग ऐसा तो नहीं है कि रोटी के साथ लगा के खा लेंगे बिजली तो आदमी तभी इस्तेमाल कर रहा होगा ना जब कुछ काम कर रहा होगा
प्रोडक्टिव काम कर रहा होगा लैपटॉप चला रहा होगा या फिर जो भी टीवी देख रहा होगा प्रोडक्टिव हुआ नहीं पता नहीं लेकिन बिजली
जैसे बोलते हैं ना बिजली का संबंध विकास से होता है जहां विकास हो जाएगा वहां बिजली पहुंच जाएगी
इंडिकेटर ऑफ डेवलपमेंट अब इलेक्ट्रिसिटी दो तरह से प्रोड्यूस की जाती है हाइड्रोइलेक्ट्रिसिटी और द थर्मल
इलेक्ट्रिसिटी हाइड्रोइलेक्ट्रिसिटी की अगर बात करें तो जो बहते पानी से टरबाइन को रोटेट करके बिजली बनाई जाती है जैसे
पानी बह रहा है पानी के बहने से क्या होता है टरबाइन रोटेट होती है और टरबाइन के रोटेट होने से क्या हो रहा है टरबाइन यानी
कि जैसे डम्स के पास से बड़े-बड़े गेट खुले जाते हैं और गेट खुलते हैं तो एक टरबाइन लगी रहती है गोल-गोल घूमती है वो
बहते पानी से वो टरबाइन घूमती है टरबाइन के घूमने से एनर्जी प्रोड्यूस होती है और उस एनर्जी का इस्तेमाल किया जाता है
इलेक्ट्रिसिटी बनाने के लिए तो ठीक है प्रोड्यूस्ड बाय रनिंग वाटर वो हाइड्रोइलेक्ट्रिसिटी है जो पानी की मदद
से बनाई जाती है ठीक है यूज रिन्यूएबल सोर्स ये रिन्यूएबल सोर्स का कैसे इस्तेमाल करें क्योंकि पानी तो रिन्यू
होता रहता है ना कि वो पानी हमने नहरों में छोड़ दिया उससे वो पानी में ऐसा कुछ नहीं कि पानी खराब हो गया तो पानी ने
टरबाइन रोटेट कर दिया नहरों में छोड़ दिया गया और वो पानी जो है तो वो पानी फिर किसानों ने खेत में इस्तेमाल कर लिया और
फिर बाद में बारिश हो भी जाती है डैम वापस भर जाते है उस पानी से फिर बिजली बनाई जाती है ठीक है तो यूज रिन्यूएबल सोर्स अ
मल्टी पर्पस रिवर प्रोजेक्ट जैसे भाकरा नंगल डैम दामोदर वैल्यू कॉरपोरेशन इनकी मदद से हाइड्रोइलेक्ट्रिसिटी जनरेट की
जाती है ये कुछ डम्स हैं जिनकी मदद से किसानों को भी पानी दिया जा रहा है इलेक्ट्रिसिटी भी बनाई जा रही है ठीक है
हाइड्रो इलेक्ट्रिसिटी हो गया थर्मल इलेक्ट्रिसिटी क्या है तो ये किससे बन रही है कोल से बन रही है ठीक है कोल को जला के
हीट प्रोड्यूस की जाती है और उस उस हीट से आप क्या कर रहे हैं उस हीट से इलेक्ट्रिसिटी दे रहे हैं तो बाय बर्निंग
कोल पेट्रोलियम एंड नेचुरल गैस कोल पेट्रोलियम नेचुरल गैस को जलाकर जो हीट प्रोड्यूस की जा रही है और इलेक्ट्रिसिटी
बनाई जा रही है ठीक है यूज नॉन रिन्यूएबल फॉसिल फ्यूज तो थर्मल इलेक्ट्रिसिटी में समस्या ये है कि वो नॉन रिन्यूएबल चीजों
का इस्तेमाल कर रहे हैं कि कोल पेट्रोलियम नेचुरल गेस जल गया खत्म कहानी ठीक है ये हो गया आपका इलेक्ट्रिसिटी अब
इलेक्ट्रिसिटी के बाद में आ जाओ किस पे नॉन कन्वेंशनल सोर्सेस ऑफ एनर्जी पे नॉन कन्वेंशनल सोर्सेस ऑफ एनर्जी जो नए हैं
रिलेटिवली जो अ एनवायरमेंट फ्रेंडली है व्हेन कंपेयर्ड विद द कन्वेंशनल सोर्स ऑफ एनर्जी ठीक है तो जैसे इसकी जरूरत क्या है
कंजमेट्स खत्म होंगे ही होंगे रिसोर्सेस का डिप्लीशन होना है और रिसोर्सेस का डिप्लीशन हो जाएगा तो इससे होगा क्या कि
जितने बचे हुए रिसोर्स उनकी प्राइस बढ़ जाएगी वो लॉन्ग टर्म में सस्टेनेबल नहीं है समझ में आ रहा है इसीलिए हमें क्या
करना होगा इसीलिए हमें कुछ अ इसके चलते दिखती बात है कि अनसर्टेनटीज होगी फ्यूचर में एनवायरमेंटल प्रॉब्लम्स होगी इसी के
चलते वी मस्ट यूज़ रिन्यूएबल सोर्स ऑफ एनर्जी ऐसे सोर्स ऑफ एनर्जी पे डिपेंडेंट होना पड़ेगा जो कि क्या हो जो कि लॉन्ग
टर्म में चल सके जो कि सेफ हो सिक्योर हो जो कि नॉन कन्वेंशनल हो नॉन कन्वेंशनल सोर्स ऑफ एनर्जी में सोलर एनर्जी विंड
एनर्जी और टाइड एंड बायोमास ये चार-पांच एग्जांपल है जो हम पढ़ेंगे एक-एक करके शुरू करते हैं कहां से अ न्यूक्लियर और
एटॉमिक एनर्जी से अब न्यूक्लियर और एटॉमिक एनर्जी क्या है तो जैसे अगर आप देखेंगे तो क्या हो गया यूरेनियम हो गया थोरियम हो
गया इन मिनरल्स का इस्तेमाल करके ठीक है इन मिनरल्स का इस्तेमाल करके जो इनके फ्यूजन से जो हीट प्रोड्यूस होगा उस हीट
से जब आप इलेक्ट्रिसिटी बना रहे हो या फिर एनर्जी प्रोड्यूस कर रहे हो तो वो क्या है वो एटॉमिक एनर्जी या फिर न्यूक्लियर
एनर्जी कहेंगे उसे हम ठीक है तो दिस इज ऑब्टेंड बाय अल्टरिंग द स्ट्रक्चर ऑफ एटम्स ठीक है तो यूरेनियम वगैरह इनके
एटम्स के स्ट्रक्चर को अल्टर करते हैं उनके स्ट्रक्चर के अल्टरिंग से जो एनर्जी प्रोड्यूस होती है उस एनर्जी का इस्तेमाल
करके इलेक्ट्रिसिटी बना रहे हो आप तो सेफ है रिलेटिवली एनवायरमेंट फ्रेंडली है लेकिन रिस्क रहता है एनवायरमेंट फ्रेंडली
है ठीक है यूरेनियम एंड थोरियम आर यूज्ड अब यूरेनियम और थोरियम मिलेगा और य यूरेनियम और थोरियम से न्यूक्लियर या फिर
एटॉमिक एनर्जी बनेगी कहां पाए जाते हैं तो फ इन झारखंड द अरावली रेंजेस ऑफ राजस्थान एंड द मोनोसाइट सैंड ऑफ केरला ठीक है ये
यहां पे पाए जाते हैं ये सारे मिनरल्स ठीक है ये सारे मिनरल्स पाए जाते हैं जैसे यूरेनियम थोरियम और इन मिनरल्स के
इस्तेमाल से न्यूक्लियर और एटॉमिक एनर्जी बनाई जाती है सिंपल अगला आता है सोलर एनर्जी सिंपल है नॉन कन्वेंशनल सिंपल
सिंपल चीज है सोलर एनर्जी मतलब क्या है सूर्य की किरणों से जो एनर्जी बन रही है ठीक है तो फोटोवोल्टिक टेक्नोलॉजी
कन्वर्ट्स सनलाइट डायरेक्टली इनटू इलेक्ट्रिसिटी तो जैसे आपने फोटोवोल्टिक पैनल्स देख देखे होंगे ठीक है सोलर पैनल्स
देखे होंगे छतों पे अलग-अलग जगह ठीक ट्रैफिक लाइट पे तो वो फोटोवोल्टिक टेक्नोलॉजी से आप जो सूर्य की गर्मी आ रही
है उस गर्मी जैसे हम भी विटामिन डी तो हमें भी मिल जाता है ना सूर्य से तो वैसे ही सूर्य की जो हीट है उस हीट का इस्तेमाल
किया जाता है डायरेक्ट इलेक्ट्रिसिटी बनाने में वो सोलर एनर्जी हो जाती है तो इसके चलते क्या आपको देखने को मिलेगा
जगह-जगह बड़े-बड़े सोलर प्लांट्स वगैरह लगाए जाते हैं जो कि सेफ है नॉन रिन्यूएबल मतलब रिन्यूएबल है कितना सोलर एनर्जी
जितनी दुनिया में सोलर एनर्जी आ रही है हम इस्तेमाल ही नहीं कर रहे तो इमेंस पोटेंशियल है ठीक है सोलर एनर्जी इज फास्ट
बिकमिंग पॉपुलर इन रूरल एंड रिमोट एरियाज क्यों क्योंकि रूरल और रिमोट एरियाज में जहां पहले एनर्जी नीड्स को अ प्लांट बेस्ड
एनर्जी रहती थी तो पेड़ जला देते थे लकड़ी जला देते थे तो अब उस चीज से हट के हम क्या कर रहे हैं उस चीज से हट के हम सूर्य
की किरणों का इस्तेमाल करें ना तो रूरल एरियाज में और रिमोट एरियाज में आप जैसे रिमोट एरिया तक इलेक्ट्रिसिटी की पूरी
लाइन कैसे पहुंचाओ ग तो वहां पे आप सूर्य की किरणों से इलेक्ट्रिसिटी बना लो बस दैट्ची है ये एडवांटेज है सोलर प्लांट्स
विल कंट्रीब्यूट टू एनवायरमेंटल कंजर्वेशन एंड एडिक्ट सप्लाई ऑफ मैनर इन एग्रीकल्चर क्योंकि पहले वो जो लकड़ी को जला दिया
जाता था जैसे गोबर गेस से अगर इलेक्ट्रिसिटी बन रही थी या फिर एनर्जी का इस्तेमाल हो रहा था तो अब वो उसको क्या
किया जाएगा अ इलेक्ट्रिसिटी प्रोड्यूस करने में वेस्ट ना करते हुए अ स्पेसिफिकली इलेक्ट्रिसिटी या फिर एनर्जी भी की बात कर
लो तो स्पेसिफिकली हम उसको इस्तेमाल कर सकते हैं उस काउ डंग वगैरह को खाद बनाने के लिए ठीक है तो एनवायरमेंटल प्रोटेक्शन
के साथ-साथ एग्रीकल्चरल हेल्प में भी आपको सोलर एनर्जी इस्तेमाल होते देखने को मिल रहा है ठीक है न्यूक्लियर एनर्जी हो गया
सोलर एनर्जी हो गया दोनों कन्वेंशनल नहीं दोनों नॉन कन्वेंशनल सोर्स ऑफ एनर्जी है आगे बढ़ते हैं तीसरा नॉन कन्वेंशनल सोर्स
ऑफ़ एनर्जी है हमारे पास में विंड एनर्जी विंड एनर्जी मतलब क्या है हवाएं तो चल रही है ठीक है रिन्यूएबल भी है ना ये अब हम
ऐसा तो कुछ नहीं कर रहे कि हवाएं रोक दी हमने तो चलती हवा से हम क्या कर रहे हैं विंड मिल्स जो विंड फॉर्म्स होते हैं देखे
होंगे आपने तो विंड मिल लगी रहती है ठीक है वो जो विंड मिल रहती है तो वो विंड मिल ये पंखुड़ी टाइप रहती है वो विंड मिल
घूमती है चलती है हवा से और उसके घूमने से जो एनर्जी प्रोड्यूस होती है उसको इलेक्ट्रिसिटी में कन्वर्ट कर दिया जाता
है ठीक है तो पोटेंशियल ऑफ विंड इ यूज टू जनरेट इलेक्ट्रिसिटी लार्जेस्ट विंड फार्म क्लस्टर जैसे नागर कइल टू मदुराई तमिलनाडु
में नागर कइल टू मदुराई यह जो बेल्ट है इस बेल्ट को लार्जेस्ट विंड फार्म क्लस्टर कहा जाता है बहुत सारी विंड ये कह सकते
हैं कि पवन चक्की जो होती है सोलर क्या कहेंगे इसे ठीक है ये जो सोलर नहीं सोलर नहीं विंड मिल्स रहती है हां
विंड विंड मिल्स जो रहती है तो इन विंड मिल्स का इस्तेमाल किया जाता है विंड मिल्स के रोटेशन से आपको क्या देखने को
मिलता है एनर्जी प्रोड्यूस की जाती है नागर कइल टू मदुराई में लार्जेस्ट अ विंड फार्म क्लस्टर आपको देखने को मिल जाएगा
ठीक है अमरकंटक अ अमरकंटक नहीं आंध्र प्रदेश कर्नाटका गुजरात केरला महाराष्ट्र ये जो क्षेत्र है तो अब आपको ध्यान
क्या-क्या रखना है कि मेजर मेजर पॉइंट्स ध्यान रखना है बस ठीक है तो आंध्र प्रदेश कर्नाटका गुजरात केरला महाराष्ट्र दीज आर
सम ऑफ द मेजर स्टेट्स जहां पे विंड एनर्जी आपको देखने को मिल जाएगी फाइन आगे बढ़ते हैं बायोगैस हां ये नया है कुछ विंड
एनर्जी सोलर एनर्जी ये ऐसी चीज है जो प्रकृति में एडेंस में है ठीक है इसको तो जितना चाहो उतना इस्तेमाल कर लो हम पूरा
इस्तेमाल ही नहीं कर पा रहे हैं अब आता है एक बायोगैस बायोगैस क्या है तो जो बायो वेस्ट है जैसे एग्रीकल्चरल वेस्ट हो गया
ह्यूमन वेस्ट हो गया ठीक है तो इसका इस्तेमाल किया जाए इसके अंदर जो गैसेस है उन गैसेस का इस्तेमाल किया जाए और उस गैस
को एनर्जी की फॉर्म में इस्तेमाल किया जाए ठीक है तो श्रब्स फार्म वेस्ट एनिमल एंड ह्यूमन वेस्ट इज यूज्ड टू मेक बायोगैस ठीक
है मतलब लाइफ फॉर्म जो है लाइफ लाइव फॉर्म से जो गैस डिराइवर हो रही है उसका इस्तेमाल किया जा रहा है क्लियर हुआ गोबर
गैस प्लांट्स जैसे बनाए जाते हैं तो जितना भी काउ डंक और ये जो वेस्ट रहता है तो उसको क्या किया जाता है उसको जैसे अगर आप
देखेंगे तो प्रोसेस किया जाता है उसके फर्मेंटेशन के बाद में मिथेन निकलती है उस गैस का इस्तेमाल किया जाता है तो लोग गोबर
गैस प्लांट्स लगाते हैं जिससे अ जो कह सकते हैं कुकिंग गैस की तरह इस्तेमाल कर लेते हैं उसको गोबर गैस प्लांट्स में ठीक
है और उसके ट्विन बेनिफिट्स हैं क्या ट्विन बेनिफिट्स है गोबर गैस प्लांट्स के देखो पहला बेनिफिट तो क्या है कि एक सोर्स
ऑफ एनर्जी बन गया रूरल एरिया में जहां पे पहले लकड़ी वगैरह जलाना पड़ती थी तो वो नहीं है एक सोर्स ऑफ एनर्जी बन गया साथ ही
साथ जैसे आप वो काउ डंग वगैरह का इस्तेमाल कर रहे हैं तो उसको आप क्या कर ले रहे हैं कि अ पहले लोग क्या करते थे जला देते थे
काउ डंग को ठीक है काउ डंग जो क्या काउ डंग केक्स बनाए जाते थे कंडे कहा जाता है जिसे उपले कहा जाता है उसको जला देते थे
तो फिर राख बची वो किसी इस्तेमाल की नहीं है लेकिन अभी क्या है आपने उस काउ डंग में से आपने क्या निकाला है उस काउ डंग में से
आपने उस एनिमल वेस्ट में से गैस निकाल ली है और वो गैस निकालने के बाद में काउ डंग आपके पास बचा है तो उसको आप फिर खेतों में
डाल सकते हैं एज नेचुरल फर्टिलाइजर एज मैनर ठीक है तो ट्विन बेनिफिट्स ये है गोबर गेस के कि आपको एनर्जी तो मिल ही रही
है साथ ही साथ आपको क्वालिटी मैनर भी मिल रहा है आपने पेड़ों को कटने से बचा लिया आप क्योंकि लोग क्या करते हैं नहीं तो अगर
एनर्जी नहीं मिल रही होती अगर गोबर गेस से नहीं काम चल रहा होता उनको कुकिंग गैस की तरह नहीं मिलता तो लकड़ी काटते चूहे जलाते
ठीक है तो दिस आल्सो हेल्प अस टू प्रिवेंट द लॉस ऑफ ट्रीज ये एडवांटेज हो गया बायोगैस का ठीक है बायोगैस कहां तो हर जगह
बायोगैस आपको मिल जाएगी हर गांव में अगर आप शॉप्स फार्म वेस्ट एनिमल एंड ह्यूमन वेस्ट का इस्तेमाल करें तो बायोगैस मिल गई
ठीक है ती अब एक और अगर हम जैसे देखें कन्वेंशनल सोर्स ऑफ एनर्जी वो है टाइडल एनर्जी टाइडल एनर्जी मतलब क्या है कि जो
ओशनिक टाइड्स आती है ओशियन में जो टाइड्स जनरेट हो रही है उन टाइड्स को यूज करना है टू जनरेट इलेक्ट्रिसिटी कैसे करेंगे तो
मैं बताता हूं ठीक है गेट्स क्रिएट किए जाते हैं गेट्स क्रिएट किए जाते हैं और इन गेट्स में टरबाइन लगा दी जाती है ठीक है
ये टरबाइन लगा दी जैसे मान लो ऐसे टरबाइन पंखे वाली अब इधर से टाइट क्या है रिदमिक राइज एंड फ फॉल ऑफ वाटर तो जब समुद्र का
पानी जो है जल स्तर जो है बढ़ता है ग्रेविटेशनल पुल के कारण तो वो समुद्र के जल बढ़ते जल स्तर के कारण क्या होता है कि
एक बार पानी इधर की तरफ जब पुश करेगा गश करेगा अंदर की तरफ तो वो पानी जब अंदर जाएगा तो ये टरबाइन रो रोटेट हो जाएगी ठीक
है ये टरबाइन रोटेट हो गई तो ये एक चीज हुई उसके बाद में क्या होगा उसके बाद में गेट लगा दिया जाएगा गेट लगा दिया गया ठीक
है अब क्या होगा जब ये पानी रिट्रीट कर जाएगा पीछे उतर जाएगा तो हमने तो यहां पानी स्टोर कर लिया था तो अब पानी जो
स्टोर कर लिया था गेट खोल देंगे तो पानी जो स्टोर किया तो वो भी बाहर निकल के जाएगा तो टरबाइन फिर रोटेट कर जाएगी तो
ओशियन वाटर का इस्तेमाल किया जा रहा है ओशियन वाटर में जो राइज एंड फॉल हो रहा है जो नेचुरली हो रहा है उस राइज एंड फॉल का
इस्तेमाल किया जाता है टू रोटेट द टरबाइन और उससे फिर एनर्जी प्रोड्यूस की जाती है ठीक है तो ओशनिक ट्र टाइड्स कैन बी यूज्ड
टू जनरेट इलेक्ट्रिसिटी गल्फ ऑफ खंत द गल्फ ऑफ कच्छ इन गुजरात ठीक है ऑन दी वेस्टर्न कोस्ट एंड अ गंगेटिक डेल्टा इन
सुंदरबन रीजंस ऑफ वेस्ट बंगाल प्रोवाइड आइडियल कंडीशन फॉर यूटिलाइजिंग टाइडल एनर्जी तो जैसे अगर आप देखेंगे तो कोस्टल
रीजंस जितने भी बताए गए ठीक है कोस्टल रीजंस गंगेटिक डेल्टा के सुंदरबन रीजन ऑफ वेस्ट बंगाल हो गया ठीक है यहां पे आपको
क्या देखने को मिलता है टाइड एनर्जी क्योंकि जहां समुद्र होगा वहीं टाइड आएगी जहां टाइड आएगी वहीं टाइडल एनर्जी
लास्ट कन्वेंशनल नॉन कन्वेंशनल सोर्स ऑफ एनर्जी अगेन शायद मैंने इसको कन्वेंशनल बोल दिया था तो नॉन कन्वेंशनली यहां
शब्दों पर मत जाना लास्ट नॉन कन्वेंशनल सोर्स ऑफ एनर्जी अगर जैसे हम देखें तो वो है जियोथर्मल जिओ मतलब अर्थ थर्मल मतलब
गर्मी तो अर्थ के अंदर की जो गर्मी है उसको इस्तेमाल किया जाता है एनर्जी प्रोड्यूस करने में अर्थ के अंदर की गर्मी
कहां से आई सर तो देखो कैसे समझाऊ मैं आपको हां यह सिंपल आपका और हमारा अपना सबका अर्थ है अर्थ में अंदर क्या जसे
क्रस्ट है क्रस्ट के बाद में जैसे अगर आप देखोगे तो क्रस्ट के नीचे क्या है मेंटल है ठीक है मैग्मा है ठीक है कोर है तो
मैग्मा जो है गर्म है तो वो गर्म मैग्मा जो है तो अपने अंदर से हीट इमिट करता रहता है हीट एमिट करता है अब कहीं क्रैक है अगर
किस चीज में कहीं अगर क्रैक है क्रस्ट में तो उस हीट को एस्केप होने का रास्ता मिल जाता है ठीक है अब वो हीट निकल के आ रही
है हीट को ही आप इलेक्ट्रिसिटी में और एनर्जी में कन्वर्ट कर सकते हो ठीक है तो वो हीट जो निकल के आ रही है तो हीट अगर
मान लो जैसे तालाब के ऊपर है तो हॉट वाटर स्प्रिंग्स बन जाते हैं गर्म पानी के फुआर बनते हैं ना हॉट वाटर स्प्रिंग्स बन जाते
हैं तो वो हीट जहां से निकल रही स्केप हो रही है आपको ऐसे जियोथर्मल पॉइंट्स मिलल रहे हैं तो उस जियोथर्मल पॉइंट से जो हीट
निकल रही है उस हीट को इस्तेमाल करो एनर्जी बनाने में ठीक है तो ये आपका क्या है जियोथर्मल एनर्जी है ठीक है तो जैसे
अगर आप देखोगे तो इट रेफर्स टू द हीट एंड इलेक्ट्रिसिटी प्रोड्यूस्ड बाय यूजिंग द हीट फ्रॉम दी इंटीरियर ऑफ दी अर्थ अर्थ के
इंटीरियर से जो हीट निकल के आ रही है उसको जब इस्तेमाल करते तो जियोथर्मल एनर्जी कहलाती है पार्वती वैली नियर मनी करनन ठीक
है अ पार्वती वैली नियर मनीक इन हिमाचल प्रदेश एंड पूगा वैली लद्दाख ये दो ये दो प्रॉमिनेंट क्या है जियोथर्मल एनर्जी के
साइट्स है जहां पे जियोथर्मल एनर्जी का इस्तेमाल किया जाता है देश में ठीक है ये फैक्ट्स के फॉर्म में ध्यान रखिएगा
ऑब्जेक्टिव में आ जाए तोगा ठीक है ये हो गया आपका कन्वेंशनल में सॉरी नॉन कन्वेंशनल में ये हो गया आपका नॉन
कन्वेंशनल में विंड बायोगैस टाइडल जियोथर्मल अ फिर उसके बाद में हमने न्यूक्लियर एनर्जी भी पढ़ लिया ठीक है
सोलर एनर्जी भी पढ़ लिया तो ये सारी आपकी नॉन कन्वेंशनल सोर्स ऑफ एनर्जी बता द आपको क्लियर हुआ नॉन कन्वेंशनल सोर्स ऑफ एनर्जी
क्या है न्यूली डिस्कवर्ड है एनवायरमेंट फ्रेंडली है रिन्यूएबल है अब अगर हम बात करें कि कंजर्वेशन ऑफ एनर्जी रिसोर्सेस
जैसे मिनरल्स का कंजर्वेशन जरूरी है वैसे एनर्जी का भी कंजर्वेशन जरूरी है क्यों क्योंकि जैसे-जैसे डेवलपमेंट बढ़ रहा है
तो उस डेवलपमेंट के नाम पे हमारी एनर्जी नीड भी इंक्रीज हो रही है लेकिन हमें ये समझना होगा कि वो एनर्जी नीड रिन्यूएबल
होना चाहिए वो एनर्जी नीड ऐसी ना हो कि हम पूरे रिसोर्सेस को एग्जॉस्ट कर दे क्योंकि ये त है कि आज से 50 साल बाद पेट्रोल नहीं
बचेगा ठीक है लोग चिंता कर रहेंगे सर मैंने गाड़ी ले ली तो 50 साल गाड़ी भी नहीं चलेगी ठीक है आगे देखें अगर तो
एनर्जी का इस्तेमाल करना होगा ऐसी एनर्जी जो लंबे समय तक हमारा साथ दे सके जिससे एनवायरमेंट को नुकसान ना हो जिसके डिप्लीट
होने के चांसेस कम हो ठीक है जैसे सस्टेनेबल एनर्जी कैसे इस्तेमाल कर सकते हैं कि हम एक आदमी एक कार से जा रहा है
कितना पेट्रोल जल रहा है बहुत सारे लोग एक पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करते हुए अगर जाएंगे तो वो रिसोर्स बचा सकते हैं हम
ठीक है स्विच ऑफ इलेक्ट्रिसिटी वन नॉट इन यूज अब बोला हां सर मॉरल साइंस में पढ़ा है लेकिन ये छोटे-छोटे प्रयास ही तो बड़ा
बदलाव लाते हैं ठीक है तो इलेक्ट्रिसिटी को स्विच ऑफ कर दो जब वो इस्तेमाल में नहीं है यूजिंग पावर सेविंग डिवाइसेज
पर्याप्त है इस्तेमाल करो खूब ठीक है उससे बनाओ बिजली तो कुल मिला के ये कि ऐसा नहीं कि हमें एनर्जी प्रोड्यूस ज्यादा करना
पड़ेगी जितनी बचा ली उतना प्रोड्यूस कर लिया ठीक है ये स्टेटमेंट बहुत अच्छा है क्या कि एनर्जी सेव्ड इज एनर्जी
प्रोड्यूस्ड तो जितना बचा लिया उतना ही आपने प्रोड्यूस कर लिया ऐसा मान के चलो ठीक है मतलब पॉइंट ये है कि आपको बहुत
फ्रूगल तरीके से एनर्जी को कम इस्तेमाल करते हुए अपना जीवन व्यतीत करना चाहिए ताकि वेस्टेज ना हो हो ठीक है ताकि वे
स्टेज ना हो सो दिस वाज दी लवली चैप्टर आई होप यू पीपल एंजॉयड इट ठीक है मिनरल्स एंड एनर्जी रिसोर्स के साथ में समस्या बस ये
है कि आपको ऐसा लगता है बहुत सारे फैक्ट्स है लेकिन आई प्रॉमिस यू वी कैन वी विल थैंक यू थैंक यू वेरी मच
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